TOP 10 INDIAN COMPANIES 👈 | भारत की १० सबसे बड़ी स्वदेशी कंपनियां

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 16 дек 2024

Комментарии • 1,4 тыс.

  • @VISHALDED
    @VISHALDED 4 года назад +204

    I like indian product and mobile apps 🇮🇳🇮🇳🇮🇳

    • @10ON10
      @10ON10  4 года назад +9

      Nice to know that you support India. Keep it up Vishal!

    • @nagendrayadav2735
      @nagendrayadav2735 4 года назад

      1 see

    • @abhinavkumar9905
      @abhinavkumar9905 4 года назад +1

      Which smartphone you use?

    • @narendersingh3173
      @narendersingh3173 4 года назад

      टॉप Brands जो भारत मे फेल हो गए
      ruclips.net/video/X1bI23lBluA/видео.html

    • @ankitsoni1986
      @ankitsoni1986 4 года назад

      @@abhinavkumar9905 राइट टू रिकॉल आंदोलन
      स्वदेशी और राइट टू रिकॉल
      देश में स्वदेशी लाने के लिए इतिहास में कई आंदोलन चले, और कई देशी कार्यकर्ताओं ने इसका प्रचार और विस्तार करने के लिए आजादी की लड़ाई के समय से ही संघर्ष किया। गत कुछ वर्षों में यह जिम्मेदारी बखूबी निभाकर देश में स्वदेशी को और काले धन को एक बहुत बड़ा मुद्दा बनाने वाले श्री राजीव दिक्षित आज हमारे बीच में नहीं रहे पर उनका दिया मार्गदर्शन और मुद्दा आज भी हमारे साथ है और देश में कई कार्यकर्ता इस में लगे हुए हैं।
      इस दौरान कई जगह पर स्वदेशी आंदोलन पर उच्च स्तर पर कामयाबी नहीं हुए और ना ही व्यवस्था का अंग बन सके क्योंकि व्यवस्था कानूनों से चलती है और स्वदेशी की जो लड़ाई जीती गई वह मात्र तात्कालिक थी और दूरगामी प्रभाव नहीं डाल सकी। अगर हमें चाहिए कि हम स्वदेशी को देश का एक अभिन्न अंग बना दे तो इसके लिए आवश्यक यह है कि हम देश में ऐसी व्यवस्था का निर्माण करें जो स्वदेशी को ठिकाने वाली और आगे बढ़ाने वाली हो।
      स्वदेशी मात्र साबुन तेल और वस्त्र पर रुकी रहे इसका प्रयत्न विदेशियों ने हमारे राजनीतिज्ञों के साथ मिलकर पूरी तरह किया इसी कारण से स्वदेशी का स्तर हमारे देश में घटता चला गया हमारा आयात बढ़ता चला गया और निर्यात घटता चला गया। इसके साथ में जो सबसे घातक चीज हुई वह स्वदेशी कार्यकर्ताओं के मानस में यह बात गई कि स्वदेशी मात्र साबुन, तेल, वस्त्र तक सीमित है लेकिन देश का बहुत बड़ा धन का हिस्सा विदेशी हथियारों, उच्च तकनीकी मशीनों, गाड़ियां, फैक्ट्री के स्पेयर पार्ट्स इत्यादि में चला जाता है। तो अगर इन सबको में स्वदेशी करना है तो हमें विधि व्यवस्था, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, कर व्यवस्था और राजनीतिक व्यवस्था को कानूनों के माध्यम से बदलने की आवश्यकता है।
      इसके लिए राइट टू रिकॉल समूह द्वारा प्रस्तावित कानून से हम देश में स्वदेशी लाकर उसे टीका भी सकते हैं। यह स्वदेशी निम्न तकनीक से बने हुए वस्तु उत्पादों से लेकर उच्च कोटि के तकनीक से बने हथियार मशीनें सब चीजों के बनाने की व्यवस्था और ठिकाने की व्यवस्था करेगा। जजों के भ्रष्टाचार के कारण स्वदेशी रोजगार, कंपनियां इत्यादि बंद पड़ रही हैं इसमें राजनीतिज्ञों की पूर्ण सहायता है विदेशी सरकारें, वर्ल्ड बैंक की तैयारियों से उन्होंने जिस प्रकार समझौते किए हैं उन समझौतों के कारण सरकारे बाद मैं और कमजोर हो गई हैं हालांकि इन समझौतों को तोड़ना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन सरकारों का और पार्टियों का पूरा कंट्रोल विदेशी कंपनी , विदेशी मीडिया और ईवीएम जो विदेश से संचालित होता है मैं है तो वह चाह कर भी इसका विरोध नहीं कर सकते और भ्रष्टाचार को हमेशा से मुद्दा रहा है। तो राइट टू रिकॉल और ज्यूरी कोर्ट से इस विधि व्यवस्था को सुधारा जा सकता है और राइट टू रिकॉल पार्षद से लेकर प्रधानमंत्री तक जनता अपने s.m.s. , वोट वापसी पासबुक और मोबाइल ऐप द्वारा नियंत्रित कर सकती है।
      अर्थव्यवस्था के लिए रिक्त भूमि कर और वेल्थ टैक्स जैसे कानूनों से धन इकट्ठा किया जा सकता है। इसके अलावा जीएसटी को रद्द किया जाना चाहिए जो कि एक विदेशी टैक्स प्रणाली है और छोटे व्यापार हो काम धंधा को मारने का एक षड्यंत्र है। उसी प्रकार कानून व्यवस्था, स्वास्थ्य ,शिक्षा, खानपान में मिलावट इत्यादि को जिला लेवल पर नियंत्रित करने के लिए जिला लेवल के अधिकारियों को राइट टू रिकॉल के दायरे में वोट वापसी पासबुक के माध्यम से लाया जा सकता है। राष्ट्रीय स्तर पर लोकतंत्र स्थापित करने के लिए पारदर्शी शिकायत प्रणाली कानून का उपयोग किया जा सकता है। जनता अपनी सुरक्षा खुद कर सके इसके लिए जनता को बंदूक देने का काम गन कानून से किया जा सकता है।
      इन सब कानूनों का प्रारूप नीचे दिए गए लिंक में दिया हुआ है जिसे चाहे वह इसे पढ़कर व्यवस्थित समझ सकता है।
      tinyurl.com/RrpAllDrafts
      देश की भलाई चाहते हो तो आपसी मतभेद छोड़कर एक होना पड़ेगा। कृपया हमें वोटसएप करे 09833736206 🙏

  • @RajneshKumarRathi
    @RajneshKumarRathi 4 года назад +56

    Very useful
    Be Indian, Buy Indian

    • @10ON10
      @10ON10  4 года назад +6

      Thank You Rajnesh ji! Let us take our India forward... 👍

    • @hemrajthakur3535
      @hemrajthakur3535 4 года назад

      Good

  • @MicDrop21
    @MicDrop21 4 года назад +66

    Sare Jaha se Acha HINDUSTAN humara....background music..proud to be an indian

  • @rajnishkushawaha9549
    @rajnishkushawaha9549 4 года назад +40

    हम सभी भारतीय को अपना स्वदेशी भाषा ही बोलना चाहिए। जैसे 80% लोगो की भाषा हिन्दी जो समझ ओर बोल सकते हैं। जय हिन्द

  • @yogeshmane5023
    @yogeshmane5023 4 года назад +175

    स्वदेशी अपनाये देश बचाओ

    • @gopalmunda1693
      @gopalmunda1693 4 года назад

      Indian..hokae..farz..nivhawo#iNdI@/

    • @friends2742
      @friends2742 4 года назад +1

      Bhai ye humari sarkaar ko. Kya videshi logo se dar lagta he... Videsh maal aane hi mat do bhart me.... Fir to yahi ka maal bikega

    • @sahu2037
      @sahu2037 4 года назад

      देश के व्यापारियों चाहे तो स्वदेशी सामान अपने दुकान में रखें जिससे यह स्वदेशी सामान जल्दी से उपलब्ध हो सकता है ✔️🥰
      जिनके जिनके घर दुकाने है वे स्वदेशी सामान को जनता तक पहुंचाएं तों हम जल्द ही विदेशी प्रोडक्ट के छक्के छुड़ा सकते हैं,,
      जय *भारत*
      ✊✊✊

    • @omfadnis
      @omfadnis 4 года назад

      Mobikwik pure Indian app है।।।Mobikwik इस्तेमाल करें।गूगल पे अमेरिकन है और paytm Chinese कंपनी अलीबाबा के support लेती है

    • @kishankumar-lk1sk
      @kishankumar-lk1sk 3 года назад

      Sahi bole

  • @purushottamkumar1535
    @purushottamkumar1535 4 года назад +43

    बहुत अच्छा वीडियो बनाया और भारत के कंपनी के बारे मे बताया धनयवाद।

    • @narendersingh3173
      @narendersingh3173 4 года назад

      टॉप Brands जो भारत मे फेल हो गए
      ruclips.net/video/X1bI23lBluA/видео.html

  • @vineetsharma625
    @vineetsharma625 4 года назад +255

    भारत निर्मात समान खरीदो,, भारत को आगे बढ़ते देखो

    • @sunderbaya1713
      @sunderbaya1713 4 года назад +5

      राजीव दीक्षित जी को सुने यू ट्यूब पर

    • @vineetsharma625
      @vineetsharma625 4 года назад +3

      @@sunderbaya1713 हम तुम्हारे चाचा को नही सुनते1,,,hum ramdave maharaj ko sunte hai ji

    • @sahu2037
      @sahu2037 4 года назад +7

      चलों अच्छी बात है सभी देश के भलाई में ही जुटे हों,,,,जय धनवंतरी,,ॐ

    • @santoshb105
      @santoshb105 4 года назад +1

      That's true

    • @ankitsoni1986
      @ankitsoni1986 4 года назад +3

      @@sahu2037 राइट टू रिकॉल आंदोलन
      स्वदेशी और राइट टू रिकॉल
      देश में स्वदेशी लाने के लिए इतिहास में कई आंदोलन चले, और कई देशी कार्यकर्ताओं ने इसका प्रचार और विस्तार करने के लिए आजादी की लड़ाई के समय से ही संघर्ष किया। गत कुछ वर्षों में यह जिम्मेदारी बखूबी निभाकर देश में स्वदेशी को और काले धन को एक बहुत बड़ा मुद्दा बनाने वाले श्री राजीव दिक्षित आज हमारे बीच में नहीं रहे पर उनका दिया मार्गदर्शन और मुद्दा आज भी हमारे साथ है और देश में कई कार्यकर्ता इस में लगे हुए हैं।
      इस दौरान कई जगह पर स्वदेशी आंदोलन पर उच्च स्तर पर कामयाबी नहीं हुए और ना ही व्यवस्था का अंग बन सके क्योंकि व्यवस्था कानूनों से चलती है और स्वदेशी की जो लड़ाई जीती गई वह मात्र तात्कालिक थी और दूरगामी प्रभाव नहीं डाल सकी। अगर हमें चाहिए कि हम स्वदेशी को देश का एक अभिन्न अंग बना दे तो इसके लिए आवश्यक यह है कि हम देश में ऐसी व्यवस्था का निर्माण करें जो स्वदेशी को ठिकाने वाली और आगे बढ़ाने वाली हो।
      स्वदेशी मात्र साबुन तेल और वस्त्र पर रुकी रहे इसका प्रयत्न विदेशियों ने हमारे राजनीतिज्ञों के साथ मिलकर पूरी तरह किया इसी कारण से स्वदेशी का स्तर हमारे देश में घटता चला गया हमारा आयात बढ़ता चला गया और निर्यात घटता चला गया। इसके साथ में जो सबसे घातक चीज हुई वह स्वदेशी कार्यकर्ताओं के मानस में यह बात गई कि स्वदेशी मात्र साबुन, तेल, वस्त्र तक सीमित है लेकिन देश का बहुत बड़ा धन का हिस्सा विदेशी हथियारों, उच्च तकनीकी मशीनों, गाड़ियां, फैक्ट्री के स्पेयर पार्ट्स इत्यादि में चला जाता है। तो अगर इन सबको में स्वदेशी करना है तो हमें विधि व्यवस्था, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, कर व्यवस्था और राजनीतिक व्यवस्था को कानूनों के माध्यम से बदलने की आवश्यकता है।
      इसके लिए राइट टू रिकॉल समूह द्वारा प्रस्तावित कानून से हम देश में स्वदेशी लाकर उसे टीका भी सकते हैं। यह स्वदेशी निम्न तकनीक से बने हुए वस्तु उत्पादों से लेकर उच्च कोटि के तकनीक से बने हथियार मशीनें सब चीजों के बनाने की व्यवस्था और ठिकाने की व्यवस्था करेगा। जजों के भ्रष्टाचार के कारण स्वदेशी रोजगार, कंपनियां इत्यादि बंद पड़ रही हैं इसमें राजनीतिज्ञों की पूर्ण सहायता है विदेशी सरकारें, वर्ल्ड बैंक की तैयारियों से उन्होंने जिस प्रकार समझौते किए हैं उन समझौतों के कारण सरकारे बाद मैं और कमजोर हो गई हैं हालांकि इन समझौतों को तोड़ना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन सरकारों का और पार्टियों का पूरा कंट्रोल विदेशी कंपनी , विदेशी मीडिया और ईवीएम जो विदेश से संचालित होता है मैं है तो वह चाह कर भी इसका विरोध नहीं कर सकते और भ्रष्टाचार को हमेशा से मुद्दा रहा है। तो राइट टू रिकॉल और ज्यूरी कोर्ट से इस विधि व्यवस्था को सुधारा जा सकता है और राइट टू रिकॉल पार्षद से लेकर प्रधानमंत्री तक जनता अपने s.m.s. , वोट वापसी पासबुक और मोबाइल ऐप द्वारा नियंत्रित कर सकती है।
      अर्थव्यवस्था के लिए रिक्त भूमि कर और वेल्थ टैक्स जैसे कानूनों से धन इकट्ठा किया जा सकता है। इसके अलावा जीएसटी को रद्द किया जाना चाहिए जो कि एक विदेशी टैक्स प्रणाली है और छोटे व्यापार हो काम धंधा को मारने का एक षड्यंत्र है। उसी प्रकार कानून व्यवस्था, स्वास्थ्य ,शिक्षा, खानपान में मिलावट इत्यादि को जिला लेवल पर नियंत्रित करने के लिए जिला लेवल के अधिकारियों को राइट टू रिकॉल के दायरे में वोट वापसी पासबुक के माध्यम से लाया जा सकता है। राष्ट्रीय स्तर पर लोकतंत्र स्थापित करने के लिए पारदर्शी शिकायत प्रणाली कानून का उपयोग किया जा सकता है। जनता अपनी सुरक्षा खुद कर सके इसके लिए जनता को बंदूक देने का काम गन कानून से किया जा सकता है।
      इन सब कानूनों का प्रारूप नीचे दिए गए लिंक में दिया हुआ है जिसे चाहे वह इसे पढ़कर व्यवस्थित समझ सकता है।
      tinyurl.com/RrpAllDrafts
      देश की भलाई चाहते हो तो आपसी मतभेद छोड़कर एक होना पड़ेगा। कृपया हमें वोटसएप करे 09833736206 🙏

  • @gyaneshwarbhardwaj727
    @gyaneshwarbhardwaj727 3 года назад +8

    1)Parle
    2)Himalaya
    3)Emami
    4)Godrej
    5)Marico
    6)Dabur
    7)Britania
    8)Patanjali
    9)Amul
    10)Ashirvad

    • @10ON10
      @10ON10  3 года назад

      Thank You Gyaneshwar Bhardwaj, stay subscribed... 👍 What topic would you like to see on this channel? We have other selected videos for you posted here: ruclips.net/user/10on10playlists

  • @manojbhai634
    @manojbhai634 4 года назад +20

    Salute to these companies of India✊👍!

    • @ankitsoni1986
      @ankitsoni1986 4 года назад

      राइट टू रिकॉल आंदोलन
      स्वदेशी और राइट टू रिकॉल
      देश में स्वदेशी लाने के लिए इतिहास में कई आंदोलन चले, और कई देशी कार्यकर्ताओं ने इसका प्रचार और विस्तार करने के लिए आजादी की लड़ाई के समय से ही संघर्ष किया। गत कुछ वर्षों में यह जिम्मेदारी बखूबी निभाकर देश में स्वदेशी को और काले धन को एक बहुत बड़ा मुद्दा बनाने वाले श्री राजीव दिक्षित आज हमारे बीच में नहीं रहे पर उनका दिया मार्गदर्शन और मुद्दा आज भी हमारे साथ है और देश में कई कार्यकर्ता इस में लगे हुए हैं।
      इस दौरान कई जगह पर स्वदेशी आंदोलन पर उच्च स्तर पर कामयाबी नहीं हुए और ना ही व्यवस्था का अंग बन सके क्योंकि व्यवस्था कानूनों से चलती है और स्वदेशी की जो लड़ाई जीती गई वह मात्र तात्कालिक थी और दूरगामी प्रभाव नहीं डाल सकी। अगर हमें चाहिए कि हम स्वदेशी को देश का एक अभिन्न अंग बना दे तो इसके लिए आवश्यक यह है कि हम देश में ऐसी व्यवस्था का निर्माण करें जो स्वदेशी को ठिकाने वाली और आगे बढ़ाने वाली हो।
      स्वदेशी मात्र साबुन तेल और वस्त्र पर रुकी रहे इसका प्रयत्न विदेशियों ने हमारे राजनीतिज्ञों के साथ मिलकर पूरी तरह किया इसी कारण से स्वदेशी का स्तर हमारे देश में घटता चला गया हमारा आयात बढ़ता चला गया और निर्यात घटता चला गया। इसके साथ में जो सबसे घातक चीज हुई वह स्वदेशी कार्यकर्ताओं के मानस में यह बात गई कि स्वदेशी मात्र साबुन, तेल, वस्त्र तक सीमित है लेकिन देश का बहुत बड़ा धन का हिस्सा विदेशी हथियारों, उच्च तकनीकी मशीनों, गाड़ियां, फैक्ट्री के स्पेयर पार्ट्स इत्यादि में चला जाता है। तो अगर इन सबको में स्वदेशी करना है तो हमें विधि व्यवस्था, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, कर व्यवस्था और राजनीतिक व्यवस्था को कानूनों के माध्यम से बदलने की आवश्यकता है।
      इसके लिए राइट टू रिकॉल समूह द्वारा प्रस्तावित कानून से हम देश में स्वदेशी लाकर उसे टीका भी सकते हैं। यह स्वदेशी निम्न तकनीक से बने हुए वस्तु उत्पादों से लेकर उच्च कोटि के तकनीक से बने हथियार मशीनें सब चीजों के बनाने की व्यवस्था और ठिकाने की व्यवस्था करेगा। जजों के भ्रष्टाचार के कारण स्वदेशी रोजगार, कंपनियां इत्यादि बंद पड़ रही हैं इसमें राजनीतिज्ञों की पूर्ण सहायता है विदेशी सरकारें, वर्ल्ड बैंक की तैयारियों से उन्होंने जिस प्रकार समझौते किए हैं उन समझौतों के कारण सरकारे बाद मैं और कमजोर हो गई हैं हालांकि इन समझौतों को तोड़ना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन सरकारों का और पार्टियों का पूरा कंट्रोल विदेशी कंपनी , विदेशी मीडिया और ईवीएम जो विदेश से संचालित होता है मैं है तो वह चाह कर भी इसका विरोध नहीं कर सकते और भ्रष्टाचार को हमेशा से मुद्दा रहा है। तो राइट टू रिकॉल और ज्यूरी कोर्ट से इस विधि व्यवस्था को सुधारा जा सकता है और राइट टू रिकॉल पार्षद से लेकर प्रधानमंत्री तक जनता अपने s.m.s. , वोट वापसी पासबुक और मोबाइल ऐप द्वारा नियंत्रित कर सकती है।
      अर्थव्यवस्था के लिए रिक्त भूमि कर और वेल्थ टैक्स जैसे कानूनों से धन इकट्ठा किया जा सकता है। इसके अलावा जीएसटी को रद्द किया जाना चाहिए जो कि एक विदेशी टैक्स प्रणाली है और छोटे व्यापार हो काम धंधा को मारने का एक षड्यंत्र है। उसी प्रकार कानून व्यवस्था, स्वास्थ्य ,शिक्षा, खानपान में मिलावट इत्यादि को जिला लेवल पर नियंत्रित करने के लिए जिला लेवल के अधिकारियों को राइट टू रिकॉल के दायरे में वोट वापसी पासबुक के माध्यम से लाया जा सकता है। राष्ट्रीय स्तर पर लोकतंत्र स्थापित करने के लिए पारदर्शी शिकायत प्रणाली कानून का उपयोग किया जा सकता है। जनता अपनी सुरक्षा खुद कर सके इसके लिए जनता को बंदूक देने का काम गन कानून से किया जा सकता है।
      इन सब कानूनों का प्रारूप नीचे दिए गए लिंक में दिया हुआ है जिसे चाहे वह इसे पढ़कर व्यवस्थित समझ सकता है।
      tinyurl.com/RrpAllDrafts
      देश की भलाई चाहते हो तो आपसी मतभेद छोड़कर एक होना पड़ेगा। कृपया हमें वोटसएप करे 09833736206 🙏

  • @Motoaddicted-l7z
    @Motoaddicted-l7z 4 года назад +182

    Boycott Chinese products and apps...be Indian buy Indian 🇮🇳

  • @dineshraja1977
    @dineshraja1977 4 года назад +16

    इन प्रतिष्ठानों को भी अपने उत्पादों पर अधिक से अधिक हिन्दी यां किसी भारतीय भाषा का प्रयोग करना चाहिए । इनको भी स्वदेशी में सहयोग करना चाहिए ।

  • @mithileshkumarshaw650
    @mithileshkumarshaw650 4 года назад +9

    Itna details me..
    Thank you so much for this type of video..

    • @10ON10
      @10ON10  4 года назад

      Thanks! Most welcome Mithilesh! 😊

  • @krishanarya3129
    @krishanarya3129 4 года назад +4

    *घर का जोगी जोगड़ा, बाहर का जोगी सिद्ध* वाली कहावत यहां एकदम सही साबित हो रही है।
    अभी हाल में ही कोविड-१९ नामक महामारी के इलाज हेतू एक अंग्रेजी दवा कंपनी की दवा आई तो सभी खुशी से उछल पड़े। किसी ने उसपर सवाल उठाना तो दूर, संदेह तक ज़ाहिर नही किया... परन्तु जैसे ही एक स्वदेशी दवा कंपनी प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद पर आधारित दवा लेकर आती है तो ये किसी को हजम नही होता।
    जब तक पश्चिम ने योग को नहीं अपनाया, तब तक यही लोग योग को पुरातन और पिछड़ेपन की निशानी मानते रहे, परन्तु जैसे ही पश्चिमी देशों ने इसको योग के बजाय *योगा* कहना शुरू किया तो सभी ने योगा को फैशन की तरह अपनाया। उसी तरह जिस दिन पश्चिम *आयुर्वेद* को मानना शुरू कर देगा, तब यही लोग इसको *आयुर्वेदा* बोल कर ऐसे खुश होंगे जैसे इन विदेशियों ने कोई नई खोज की है।
    रही बात ChineseVirus की दवाई की, तो कोई आपके साथ ज़बरदस्ती नही कर रहा। आप अंग्रेजी कंपनी की 3500/- रुपये वाली दवाई खाओ या स्वदेशी कंपनी वाली 545/- की... ये आपकी अपनी मर्ज़ी पर निर्भर है।
    स्वदेशी दवा का विरोध करने वालों के लिए बस इतना ही कहूँगा कि कुछ लोगों के दिमाग पर ग़ुलाम मानसिकता इस कदर हावी है कि जब तक पश्चिम की मुहर न लगे, वो कोई भी बात मानने को तैयार नही होते।
    हम अपनो की ही जड़ कैसे काटते है, यह पतंजलि की दवा के विरोध से पता चलता है।
    विरोध करने वालों से बस इतना सा निवेदन है कि इस गुलाम मानसिकता से बाहर निकलिये और कभी स्वयं पर अपने देश, अपने धर्म, अपनी संस्कृति, अपनी चिकित्सा पद्धतियों पर भी यकीन करना सीखिये।
    🚩 ईश्वर इन सबको सद्बुद्धि दो। 🕉️

    • @utkarsh_barua9937
      @utkarsh_barua9937 4 года назад

      हमारा देश अपने ही लोगों की वजह से आगे नहीं बढ़ पा रहा है हम अपने ही देश पर भरोसा नहीं करते हैं।
      जिस देश में योगी मुनियों ने कठिन तप करके संवारा सजाया आज उन्हीं की दी हुई आयुर्वेद चिकित्सा पर लोग भरोसा नहीं करते। ऐसा अब और नहीं चलेगा भारत के लोगों की इस गुलाम मासिकता से बहार निकाल कर देश के बारे में सोचना चाइए की वे देश की तरक्की के लिए क्या क्या योगदान या सहयोग कर सकते हैं। जय हिन्द 🇮🇳

  • @hamidpradhan944
    @hamidpradhan944 4 года назад +72

    India number one company TATA

    • @ops2068
      @ops2068 4 года назад +4

      Mahindra,Bajaj,Birla,khaitan ,Usha Martin, Relaence and so many. Wake up and make in India.

  • @mahadevshendge4284
    @mahadevshendge4284 4 года назад +48

    प्लास्टिक, इलेक्ट्रॉनिक, कपडे, इनकी, बाईक और गाडीया भारतीय कम्पणीनिके नामोपरभी व्हिडीओ बनाव भाई जय हिंद🇮🇳👌👌🇮🇳

    • @ankitsoni1986
      @ankitsoni1986 4 года назад

      राइट टू रिकॉल आंदोलन
      स्वदेशी और राइट टू रिकॉल
      देश में स्वदेशी लाने के लिए इतिहास में कई आंदोलन चले, और कई देशी कार्यकर्ताओं ने इसका प्रचार और विस्तार करने के लिए आजादी की लड़ाई के समय से ही संघर्ष किया। गत कुछ वर्षों में यह जिम्मेदारी बखूबी निभाकर देश में स्वदेशी को और काले धन को एक बहुत बड़ा मुद्दा बनाने वाले श्री राजीव दिक्षित आज हमारे बीच में नहीं रहे पर उनका दिया मार्गदर्शन और मुद्दा आज भी हमारे साथ है और देश में कई कार्यकर्ता इस में लगे हुए हैं।
      इस दौरान कई जगह पर स्वदेशी आंदोलन पर उच्च स्तर पर कामयाबी नहीं हुए और ना ही व्यवस्था का अंग बन सके क्योंकि व्यवस्था कानूनों से चलती है और स्वदेशी की जो लड़ाई जीती गई वह मात्र तात्कालिक थी और दूरगामी प्रभाव नहीं डाल सकी। अगर हमें चाहिए कि हम स्वदेशी को देश का एक अभिन्न अंग बना दे तो इसके लिए आवश्यक यह है कि हम देश में ऐसी व्यवस्था का निर्माण करें जो स्वदेशी को ठिकाने वाली और आगे बढ़ाने वाली हो।
      स्वदेशी मात्र साबुन तेल और वस्त्र पर रुकी रहे इसका प्रयत्न विदेशियों ने हमारे राजनीतिज्ञों के साथ मिलकर पूरी तरह किया इसी कारण से स्वदेशी का स्तर हमारे देश में घटता चला गया हमारा आयात बढ़ता चला गया और निर्यात घटता चला गया। इसके साथ में जो सबसे घातक चीज हुई वह स्वदेशी कार्यकर्ताओं के मानस में यह बात गई कि स्वदेशी मात्र साबुन, तेल, वस्त्र तक सीमित है लेकिन देश का बहुत बड़ा धन का हिस्सा विदेशी हथियारों, उच्च तकनीकी मशीनों, गाड़ियां, फैक्ट्री के स्पेयर पार्ट्स इत्यादि में चला जाता है। तो अगर इन सबको में स्वदेशी करना है तो हमें विधि व्यवस्था, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, कर व्यवस्था और राजनीतिक व्यवस्था को कानूनों के माध्यम से बदलने की आवश्यकता है।
      इसके लिए राइट टू रिकॉल समूह द्वारा प्रस्तावित कानून से हम देश में स्वदेशी लाकर उसे टीका भी सकते हैं। यह स्वदेशी निम्न तकनीक से बने हुए वस्तु उत्पादों से लेकर उच्च कोटि के तकनीक से बने हथियार मशीनें सब चीजों के बनाने की व्यवस्था और ठिकाने की व्यवस्था करेगा। जजों के भ्रष्टाचार के कारण स्वदेशी रोजगार, कंपनियां इत्यादि बंद पड़ रही हैं इसमें राजनीतिज्ञों की पूर्ण सहायता है विदेशी सरकारें, वर्ल्ड बैंक की तैयारियों से उन्होंने जिस प्रकार समझौते किए हैं उन समझौतों के कारण सरकारे बाद मैं और कमजोर हो गई हैं हालांकि इन समझौतों को तोड़ना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन सरकारों का और पार्टियों का पूरा कंट्रोल विदेशी कंपनी , विदेशी मीडिया और ईवीएम जो विदेश से संचालित होता है मैं है तो वह चाह कर भी इसका विरोध नहीं कर सकते और भ्रष्टाचार को हमेशा से मुद्दा रहा है। तो राइट टू रिकॉल और ज्यूरी कोर्ट से इस विधि व्यवस्था को सुधारा जा सकता है और राइट टू रिकॉल पार्षद से लेकर प्रधानमंत्री तक जनता अपने s.m.s. , वोट वापसी पासबुक और मोबाइल ऐप द्वारा नियंत्रित कर सकती है।
      अर्थव्यवस्था के लिए रिक्त भूमि कर और वेल्थ टैक्स जैसे कानूनों से धन इकट्ठा किया जा सकता है। इसके अलावा जीएसटी को रद्द किया जाना चाहिए जो कि एक विदेशी टैक्स प्रणाली है और छोटे व्यापार हो काम धंधा को मारने का एक षड्यंत्र है। उसी प्रकार कानून व्यवस्था, स्वास्थ्य ,शिक्षा, खानपान में मिलावट इत्यादि को जिला लेवल पर नियंत्रित करने के लिए जिला लेवल के अधिकारियों को राइट टू रिकॉल के दायरे में वोट वापसी पासबुक के माध्यम से लाया जा सकता है। राष्ट्रीय स्तर पर लोकतंत्र स्थापित करने के लिए पारदर्शी शिकायत प्रणाली कानून का उपयोग किया जा सकता है। जनता अपनी सुरक्षा खुद कर सके इसके लिए जनता को बंदूक देने का काम गन कानून से किया जा सकता है।
      इन सब कानूनों का प्रारूप नीचे दिए गए लिंक में दिया हुआ है जिसे चाहे वह इसे पढ़कर व्यवस्थित समझ सकता है।
      tinyurl.com/RrpAllDrafts
      देश की भलाई चाहते हो तो आपसी मतभेद छोड़कर एक होना पड़ेगा। कृपया हमें वोटसएप करे 09833736206 🙏

  • @vandanawadge6961
    @vandanawadge6961 4 года назад +13

    Jankari dene ke liye dhanyavaad! 🤗😊🙏aatmanirbhar Bharat 😊

  • @ashokathegreat0777
    @ashokathegreat0777 4 года назад +11

    Very Good Knowledge Sharing.👍

  • @gauravchaturvedi6080
    @gauravchaturvedi6080 4 года назад +7

    Thanks bro......u helped us to chose our Goods now.......Bhai logo.....please inhi me se samaan lena.....as much as possible....Patanjali....Amul...Emani......👍👍👍👍👍Support SWADESI GOODS

  • @amantiwari5183
    @amantiwari5183 4 года назад +19

    Your background music is amazing 😍😍SAARE JAHA SE ACHHA HINDUSTAN HAMARA 😍😍😍😘😘😘

    • @narendersingh3173
      @narendersingh3173 4 года назад

      टॉप Brands जो भारत मे फेल हो गए
      ruclips.net/video/X1bI23lBluA/видео.html

  • @nandkishorverma8609
    @nandkishorverma8609 4 года назад +5

    Background music is video ko awesome bana deta hain . ●●● Jai Hind 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳

  • @surenderkumarverma6099
    @surenderkumarverma6099 3 года назад +2

    Wonderfull knowledge nice 🙂 vdeo 👍👍👍

    • @10ON10
      @10ON10  3 года назад

      Thanks Surender Kumar Verma! 🙂 We would love to see you again, stay subscribed! Please do have a look at these videos also: ruclips.net/user/10on10playlists

  • @bhartiya2727
    @bhartiya2727 4 года назад +31

    मैं तो भारत का अपना गूगल फेसबुक आदि app b बनाने की सोच रहा हूं।

    • @13thtv-sukhijeewankeupay
      @13thtv-sukhijeewankeupay 4 года назад +2

      Bana lo bhai

    • @VikashKumar-rs5mg
      @VikashKumar-rs5mg 4 года назад +1

      Jaroor

    • @ankitsoni1986
      @ankitsoni1986 4 года назад

      राइट टू रिकॉल आंदोलन
      स्वदेशी और राइट टू रिकॉल
      देश में स्वदेशी लाने के लिए इतिहास में कई आंदोलन चले, और कई देशी कार्यकर्ताओं ने इसका प्रचार और विस्तार करने के लिए आजादी की लड़ाई के समय से ही संघर्ष किया। गत कुछ वर्षों में यह जिम्मेदारी बखूबी निभाकर देश में स्वदेशी को और काले धन को एक बहुत बड़ा मुद्दा बनाने वाले श्री राजीव दिक्षित आज हमारे बीच में नहीं रहे पर उनका दिया मार्गदर्शन और मुद्दा आज भी हमारे साथ है और देश में कई कार्यकर्ता इस में लगे हुए हैं।
      इस दौरान कई जगह पर स्वदेशी आंदोलन पर उच्च स्तर पर कामयाबी नहीं हुए और ना ही व्यवस्था का अंग बन सके क्योंकि व्यवस्था कानूनों से चलती है और स्वदेशी की जो लड़ाई जीती गई वह मात्र तात्कालिक थी और दूरगामी प्रभाव नहीं डाल सकी। अगर हमें चाहिए कि हम स्वदेशी को देश का एक अभिन्न अंग बना दे तो इसके लिए आवश्यक यह है कि हम देश में ऐसी व्यवस्था का निर्माण करें जो स्वदेशी को ठिकाने वाली और आगे बढ़ाने वाली हो।
      स्वदेशी मात्र साबुन तेल और वस्त्र पर रुकी रहे इसका प्रयत्न विदेशियों ने हमारे राजनीतिज्ञों के साथ मिलकर पूरी तरह किया इसी कारण से स्वदेशी का स्तर हमारे देश में घटता चला गया हमारा आयात बढ़ता चला गया और निर्यात घटता चला गया। इसके साथ में जो सबसे घातक चीज हुई वह स्वदेशी कार्यकर्ताओं के मानस में यह बात गई कि स्वदेशी मात्र साबुन, तेल, वस्त्र तक सीमित है लेकिन देश का बहुत बड़ा धन का हिस्सा विदेशी हथियारों, उच्च तकनीकी मशीनों, गाड़ियां, फैक्ट्री के स्पेयर पार्ट्स इत्यादि में चला जाता है। तो अगर इन सबको में स्वदेशी करना है तो हमें विधि व्यवस्था, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, कर व्यवस्था और राजनीतिक व्यवस्था को कानूनों के माध्यम से बदलने की आवश्यकता है।
      इसके लिए राइट टू रिकॉल समूह द्वारा प्रस्तावित कानून से हम देश में स्वदेशी लाकर उसे टीका भी सकते हैं। यह स्वदेशी निम्न तकनीक से बने हुए वस्तु उत्पादों से लेकर उच्च कोटि के तकनीक से बने हथियार मशीनें सब चीजों के बनाने की व्यवस्था और ठिकाने की व्यवस्था करेगा। जजों के भ्रष्टाचार के कारण स्वदेशी रोजगार, कंपनियां इत्यादि बंद पड़ रही हैं इसमें राजनीतिज्ञों की पूर्ण सहायता है विदेशी सरकारें, वर्ल्ड बैंक की तैयारियों से उन्होंने जिस प्रकार समझौते किए हैं उन समझौतों के कारण सरकारे बाद मैं और कमजोर हो गई हैं हालांकि इन समझौतों को तोड़ना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन सरकारों का और पार्टियों का पूरा कंट्रोल विदेशी कंपनी , विदेशी मीडिया और ईवीएम जो विदेश से संचालित होता है मैं है तो वह चाह कर भी इसका विरोध नहीं कर सकते और भ्रष्टाचार को हमेशा से मुद्दा रहा है। तो राइट टू रिकॉल और ज्यूरी कोर्ट से इस विधि व्यवस्था को सुधारा जा सकता है और राइट टू रिकॉल पार्षद से लेकर प्रधानमंत्री तक जनता अपने s.m.s. , वोट वापसी पासबुक और मोबाइल ऐप द्वारा नियंत्रित कर सकती है।
      अर्थव्यवस्था के लिए रिक्त भूमि कर और वेल्थ टैक्स जैसे कानूनों से धन इकट्ठा किया जा सकता है। इसके अलावा जीएसटी को रद्द किया जाना चाहिए जो कि एक विदेशी टैक्स प्रणाली है और छोटे व्यापार हो काम धंधा को मारने का एक षड्यंत्र है। उसी प्रकार कानून व्यवस्था, स्वास्थ्य ,शिक्षा, खानपान में मिलावट इत्यादि को जिला लेवल पर नियंत्रित करने के लिए जिला लेवल के अधिकारियों को राइट टू रिकॉल के दायरे में वोट वापसी पासबुक के माध्यम से लाया जा सकता है। राष्ट्रीय स्तर पर लोकतंत्र स्थापित करने के लिए पारदर्शी शिकायत प्रणाली कानून का उपयोग किया जा सकता है। जनता अपनी सुरक्षा खुद कर सके इसके लिए जनता को बंदूक देने का काम गन कानून से किया जा सकता है।
      इन सब कानूनों का प्रारूप नीचे दिए गए लिंक में दिया हुआ है जिसे चाहे वह इसे पढ़कर व्यवस्थित समझ सकता है।
      tinyurl.com/RrpAllDrafts
      देश की भलाई चाहते हो तो आपसी मतभेद छोड़कर एक होना पड़ेगा। कृपया हमें वोटसएप करे 09833736206 🙏

    • @kaushikkansagara
      @kaushikkansagara 3 года назад

      Sir ham jarur chahte he ye jarur banavo please 👍🙏

  • @hariom8020
    @hariom8020 4 года назад

    👌👌👌👌👌👌👌
    Bhai bahut achchha topic video banane ka

  • @himanshumehndiratta4678
    @himanshumehndiratta4678 4 года назад +5

    Thankyou for guiding all of us

  • @shashiranjan822
    @shashiranjan822 4 года назад +1

    I support to swadeshi product. #My india My jaan# bahut hi achha aapne video banaya hai.

  • @HoWtObecurious
    @HoWtObecurious 4 года назад +14

    Very informative 💜💜💜
    Everyone should watch this

    • @10ON10
      @10ON10  4 года назад +2

      Thanks for the warm feedback ❤

  • @solomonnayak-official6896
    @solomonnayak-official6896 4 года назад +30

    I would like to request all the Indian to promote Indian brand and boycott Chinese brand. Is anyone agree with me 🤔?

    • @ratnakardwibedi2578
      @ratnakardwibedi2578 4 года назад

      Jai hind

    • @quit802
      @quit802 4 года назад

      India is cool

    • @quit802
      @quit802 4 года назад +1

      @Kartikeya Lakhera india is best

    • @quit802
      @quit802 4 года назад +1

      @Kartikeya Lakhera I love India products

    • @vivekthorat2458
      @vivekthorat2458 4 года назад

      We should use and promote India based products

  • @user-j7y9wIl
    @user-j7y9wIl 4 года назад +108

    टाटा, महिंद्रा, बजाज, फ़ोर्स, flair वगैरा जैसी तो भूल ही गए आप,,
    कहीं कंफेक्शनरी या कॉस्मेटिक की दुकान तो नहीं है आपकी?

    • @10ON10
      @10ON10  4 года назад +26

      नमस्कार sktstk Ji! इस वीडियो में रिटेल स्वदेशी सामान की कंपनियों को प्रस्तुत किया गया है, बाकि कंपनियों को भी आने वाली वीडियो में कवर किया जायेगा 🙂🙏

    • @user-j7y9wIl
      @user-j7y9wIl 4 года назад +1

      @@10ON10
      जय हिंद

    • @GulshanSingh-vy7eo
      @GulshanSingh-vy7eo 4 года назад +1

      tata or m and m sab ko pta hai

    • @ashishsaxena6297
      @ashishsaxena6297 4 года назад +2

      और रिलायंस इंडस्ट्रीज भी

    • @antimrathore7539
      @antimrathore7539 4 года назад +1

      Tata Mahindra Bajaj sab Ko pata he

  • @AshishKumar-pe1om
    @AshishKumar-pe1om 4 года назад +2

    बहुत अच्छी विडियो भाई
    ओर मे चाहता हू की कंपनी वाले अत्मनिरभर भारत के बैनर ,स्टीकर बनाये ओर सभी माॅल दुकानदार को
    लगाने का आदेश दे

  • @MrRoopeshpatel279
    @MrRoopeshpatel279 4 года назад +9

    Patanjali
    ITC
    Parle
    Himalaya
    Emami
    Godrej
    Marico
    Dabur
    Britannia
    Amul
    Tata
    🙏 Promote indian brands..

    • @rukhsarsalmani1214
      @rukhsarsalmani1214 4 года назад +1

      Ye sb companies k product use krte hn hm siway patanjali k..wo kbhi nhi kiye baki in sab indian companies k products aate hn hamare ghr

    • @MrRoopeshpatel279
      @MrRoopeshpatel279 4 года назад +1

      @@rukhsarsalmani1214 good going 👍🙏🤘

    • @MrRoopeshpatel279
      @MrRoopeshpatel279 4 года назад

      @Ashwini Kumar Singh 👍

    • @omfadnis
      @omfadnis 4 года назад

      इस्तेमाल करना शुरू किया कि नहीं MOBIKWIK कि भूल गए?

    • @omfadnis
      @omfadnis 4 года назад

      इस्तेमाल करना शुरू किया कि नहीं MOBIKWIK कि भूल गए?

  • @madhurvastrakar7053
    @madhurvastrakar7053 4 года назад +1

    बहुत बढ़िया जानकारी दी आपने, इतने दिन से डाबर, itc हिमालया को विदेशी समझ रहा था।

  • @pralaysasmal4246
    @pralaysasmal4246 4 года назад +4

    Wow video 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳♥♥♥♥🙏🙏🙏🙏

  • @bhumikharayat5662
    @bhumikharayat5662 4 года назад

    यह बहुत अच्छी इंफॉर्मेशन दिया आपने यह कंपनियां बहुत ही नामी कंपनियां है और हम तो इन्हीं कंपनियों ke Bani प्रोडक्ट खरीदते हैं पहले से ही कोई भी प्रोडक्ट हो सब खाने की चीजें हो या कोई भी चीज हो हमने तो इन्हीं में से खरीदा है आज तक लेकिन पता नहीं था कि यह सारी इंडिया मतलब इनमें से कुछ का जैसे गोदरेज के बारे में नहीं पता था और गोदरेज बहुत अच्छी कंपनी है औरों के बारे में तो पता ही था कि इंडिया की है लेकिन अब अच्छा लग रहा है सुनके बहुत अच्छी कंपनी है और आगे भी हम अपनी स्वदेशी चीजें ही खरीदेंगे जय हिंद

  • @_introverther
    @_introverther 4 года назад +3

    Thank u!! Helped so much😊

  • @rentospropertymanagementso4895
    @rentospropertymanagementso4895 4 года назад +2

    Very helpful information to know about. Thank you for sharing.

    • @10ON10
      @10ON10  4 года назад

      So nice of you 🙂

  • @statman-techman
    @statman-techman 4 года назад +5

    Subscribe Kiya
    Like Kiya
    Share bi Kiya sirf aa ek video dekh ke hi
    Bahut acha video banaya he apne
    Aur iska background music loved it😍.
    Thank you for this video Sir.

    • @10ON10
      @10ON10  4 года назад

      Thank You Tech Man aapke sath ke liye ❤

    • @VikashKumar-zp7fx
      @VikashKumar-zp7fx 4 года назад

      Britannia ITC kab Swadeshi

  • @avinashbouri8742
    @avinashbouri8742 3 года назад +1

    Sir. Aapne. Meri.aakhen.khule.diye.sir.aapko.bhot.bhot.shokriya.aajke.bad.india.ke.company.ke.harkoi.saman.kiridugaa.i.love.my.india

    • @10ON10
      @10ON10  3 года назад

      Thanks Avinash Bouri 🙂 Which topic would you like to suggest us for our next videos...? Also do see our other amazing videos here: ruclips.net/user/10on10playlists

  • @thekingoflove1668
    @thekingoflove1668 4 года назад +37

    वो☺ खूबसूरत आंखे👀 जो इस वक़्त ये Comment🗨️ पढ़ रही है
    भगवान🙏 करें उन आंखों👀 के हर सपने पूरे हो😘😘😇😇

  • @amezingworld6354
    @amezingworld6354 3 года назад +1

    बहुत सुन्दर जानकारी दी आपने आपका बहुत बहुत अभार आप ऐसे ही लगे रहो हम आपके साथ है

    • @10ON10
      @10ON10  2 года назад

      Thanks Best status Videos 🙂 Which topic would you like to suggest us for our next videos...? Also do see our other amazing videos here: ruclips.net/user/10on10playlists

  • @dilipbarot9428
    @dilipbarot9428 4 года назад +5

    सुपर विडियो है जनता की जानकारी के लिये

    • @10ON10
      @10ON10  4 года назад

      बहुत बहुत शुक्रिया दिलीप जी, सब भारतियों तक ये जानकारी पहुँच जाएं इसके लिए ये वीडियो सभी दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें !

  • @vishalsinha4074
    @vishalsinha4074 4 года назад +3

    Bahut badhiya video sir🙏👍😊

    • @10ON10
      @10ON10  4 года назад

      Bahut bahut shukriya Vishal bhai... :)

  • @Arvind11355
    @Arvind11355 4 года назад +6

    भाई टाटा,बिड़ला,रिलाईन्स कहाँ गई।एफएमसिजी के साथ सारे भारतिये कम्पनियों क़े बारे में बताईये

  • @jitendrawaghe1357
    @jitendrawaghe1357 3 года назад +1

    जानकारी देने के लिये आपका बहुत बहुत धन्यवाद
    आपने स्वदेशी को एक तरह से बढावा दिया

    • @10ON10
      @10ON10  3 года назад

      Thanks jitendra waghe! 🙂 We would love to see you again, stay subscribed! Please do have a look at these videos also: ruclips.net/user/10on10playlists

  • @anikarastogi7373
    @anikarastogi7373 4 года назад +4

    स्वदेशी कम्पनियो का सम्पूर्ण ब्यौरा देने की कृपा करें जिससे विदेशी कंपनियों का पूर्ण बहिष्कार हो सके।

  • @shikhartandon4830
    @shikhartandon4830 3 года назад +1

    Bahut gyanvardhak aur manoranjak jankari se bhara video

    • @10ON10
      @10ON10  2 года назад

      Thank You Shikhar Tandon for your comment... 🙂 Which video would you like to see in future? You can also see our other videos here: ruclips.net/user/10on10playlists

  • @Praveenkumar-dw5ln
    @Praveenkumar-dw5ln 4 года назад +3

    I love Indian product ,plz make more video Indian app and product's

  • @manishmakol7960
    @manishmakol7960 4 года назад +2

    Mujhe ye video dekh Kar bahut acha lgaa
    Aap Ase hi Humare liye videos Le kar aaya kro
    Nice video

    • @10ON10
      @10ON10  4 года назад +1

      Shukriya! Bilkul aur videos bhi aayenge

    • @omfadnis
      @omfadnis 4 года назад

      Mobikwik pure Indian app है।।।Mobikwik इस्तेमाल करें।गूगल पे अमेरिकन है और paytm Chinese कंपनी अलीबाबा के support लेती है

  • @thomasjefferson4065
    @thomasjefferson4065 3 года назад +7

    We "trust" ITC for it's quality products....

  • @shubhavarrier4657
    @shubhavarrier4657 4 года назад

    Bahuth badhiya video presentation..aap ka bahut bahut dhanyavad..
    Jai Hind Vande Mataram 💖

  • @MuskanIo
    @MuskanIo 4 года назад +3

    Very informative ,thanks

    • @10ON10
      @10ON10  4 года назад

      For maximum impact do share this video with your friends and family Ajit ji...

  • @SanskarConstruction
    @SanskarConstruction 4 года назад +2

    Good information 👍👍🤘

  • @nivrittisarode7411
    @nivrittisarode7411 4 года назад +10

    TATA ALSO HAVE TO COME IN THIS COMPITITION.

  • @shyamsingh-fo2om
    @shyamsingh-fo2om 3 года назад +1

    Bhai bahut hi aachachhe se explain
    Kiya. Maza aa gaya. Thank you bhai.

    • @10ON10
      @10ON10  3 года назад

      Thank You shyam singh for your comment... 🙂 Which video would you like to see in future? You can also see our other videos here: ruclips.net/user/10on10playlists

  • @ujwalkumarbhatkar7233
    @ujwalkumarbhatkar7233 4 года назад +4

    बढीय जयहिंद

  • @kaulshades
    @kaulshades 4 года назад +2

    Best information for common indian.plz keep it up.

    • @omfadnis
      @omfadnis 4 года назад

      Mobikwik pure Indian app है।।।Mobikwik इस्तेमाल करें।गूगल पे अमेरिकन है और paytm Chinese कंपनी अलीबाबा के support लेती है

  • @girishrtkr
    @girishrtkr 4 года назад +17

    मैंने बहुत लोगों को बोला की चाइनीज़ एप डिलीट करें
    कुछ लोगों ने किया भी
    पर बहुत सारे लोगों को फरक नहीं पड़ता या फिर समझ नहीं आता कि ये कितना जरूरी है
    किसिसे tiktok डिलीट नहीं हो रहा
    तो कीसिसे uc browser डिलीट नहीं हो रहा...

    • @vipinmishra175
      @vipinmishra175 4 года назад

      Bhai mai uc use karta hu, agar koi behtar app ho to bato

    • @paragnemade
      @paragnemade 4 года назад +1

      @@vipinmishra175 Chrome use kar le UC se to behtar hi hai

    • @harshpal5934
      @harshpal5934 4 года назад

      @@vipinmishra175 Jio browser, mozilla firefox,chorme to install hi hoga bhai

    • @harshpal5934
      @harshpal5934 4 года назад +1

      Log apna lalch dekhte hai.

    • @vishvsprakash7503
      @vishvsprakash7503 4 года назад

      @@vipinmishra175
      Me browser अपने भारत का एप है उसे डाउन लोड करें

  • @rajeshsona2546
    @rajeshsona2546 4 года назад

    जानकारी के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद

  • @shambhunath6894
    @shambhunath6894 4 года назад +7

    All Indian should be use to India products to make India rich and healthy.

    • @ankitsoni1986
      @ankitsoni1986 4 года назад

      राइट टू रिकॉल आंदोलन
      स्वदेशी और राइट टू रिकॉल
      देश में स्वदेशी लाने के लिए इतिहास में कई आंदोलन चले, और कई देशी कार्यकर्ताओं ने इसका प्रचार और विस्तार करने के लिए आजादी की लड़ाई के समय से ही संघर्ष किया। गत कुछ वर्षों में यह जिम्मेदारी बखूबी निभाकर देश में स्वदेशी को और काले धन को एक बहुत बड़ा मुद्दा बनाने वाले श्री राजीव दिक्षित आज हमारे बीच में नहीं रहे पर उनका दिया मार्गदर्शन और मुद्दा आज भी हमारे साथ है और देश में कई कार्यकर्ता इस में लगे हुए हैं।
      इस दौरान कई जगह पर स्वदेशी आंदोलन पर उच्च स्तर पर कामयाबी नहीं हुए और ना ही व्यवस्था का अंग बन सके क्योंकि व्यवस्था कानूनों से चलती है और स्वदेशी की जो लड़ाई जीती गई वह मात्र तात्कालिक थी और दूरगामी प्रभाव नहीं डाल सकी। अगर हमें चाहिए कि हम स्वदेशी को देश का एक अभिन्न अंग बना दे तो इसके लिए आवश्यक यह है कि हम देश में ऐसी व्यवस्था का निर्माण करें जो स्वदेशी को ठिकाने वाली और आगे बढ़ाने वाली हो।
      स्वदेशी मात्र साबुन तेल और वस्त्र पर रुकी रहे इसका प्रयत्न विदेशियों ने हमारे राजनीतिज्ञों के साथ मिलकर पूरी तरह किया इसी कारण से स्वदेशी का स्तर हमारे देश में घटता चला गया हमारा आयात बढ़ता चला गया और निर्यात घटता चला गया। इसके साथ में जो सबसे घातक चीज हुई वह स्वदेशी कार्यकर्ताओं के मानस में यह बात गई कि स्वदेशी मात्र साबुन, तेल, वस्त्र तक सीमित है लेकिन देश का बहुत बड़ा धन का हिस्सा विदेशी हथियारों, उच्च तकनीकी मशीनों, गाड़ियां, फैक्ट्री के स्पेयर पार्ट्स इत्यादि में चला जाता है। तो अगर इन सबको में स्वदेशी करना है तो हमें विधि व्यवस्था, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, कर व्यवस्था और राजनीतिक व्यवस्था को कानूनों के माध्यम से बदलने की आवश्यकता है।
      इसके लिए राइट टू रिकॉल समूह द्वारा प्रस्तावित कानून से हम देश में स्वदेशी लाकर उसे टीका भी सकते हैं। यह स्वदेशी निम्न तकनीक से बने हुए वस्तु उत्पादों से लेकर उच्च कोटि के तकनीक से बने हथियार मशीनें सब चीजों के बनाने की व्यवस्था और ठिकाने की व्यवस्था करेगा। जजों के भ्रष्टाचार के कारण स्वदेशी रोजगार, कंपनियां इत्यादि बंद पड़ रही हैं इसमें राजनीतिज्ञों की पूर्ण सहायता है विदेशी सरकारें, वर्ल्ड बैंक की तैयारियों से उन्होंने जिस प्रकार समझौते किए हैं उन समझौतों के कारण सरकारे बाद मैं और कमजोर हो गई हैं हालांकि इन समझौतों को तोड़ना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन सरकारों का और पार्टियों का पूरा कंट्रोल विदेशी कंपनी , विदेशी मीडिया और ईवीएम जो विदेश से संचालित होता है मैं है तो वह चाह कर भी इसका विरोध नहीं कर सकते और भ्रष्टाचार को हमेशा से मुद्दा रहा है। तो राइट टू रिकॉल और ज्यूरी कोर्ट से इस विधि व्यवस्था को सुधारा जा सकता है और राइट टू रिकॉल पार्षद से लेकर प्रधानमंत्री तक जनता अपने s.m.s. , वोट वापसी पासबुक और मोबाइल ऐप द्वारा नियंत्रित कर सकती है।
      अर्थव्यवस्था के लिए रिक्त भूमि कर और वेल्थ टैक्स जैसे कानूनों से धन इकट्ठा किया जा सकता है। इसके अलावा जीएसटी को रद्द किया जाना चाहिए जो कि एक विदेशी टैक्स प्रणाली है और छोटे व्यापार हो काम धंधा को मारने का एक षड्यंत्र है। उसी प्रकार कानून व्यवस्था, स्वास्थ्य ,शिक्षा, खानपान में मिलावट इत्यादि को जिला लेवल पर नियंत्रित करने के लिए जिला लेवल के अधिकारियों को राइट टू रिकॉल के दायरे में वोट वापसी पासबुक के माध्यम से लाया जा सकता है। राष्ट्रीय स्तर पर लोकतंत्र स्थापित करने के लिए पारदर्शी शिकायत प्रणाली कानून का उपयोग किया जा सकता है। जनता अपनी सुरक्षा खुद कर सके इसके लिए जनता को बंदूक देने का काम गन कानून से किया जा सकता है।
      इन सब कानूनों का प्रारूप नीचे दिए गए लिंक में दिया हुआ है जिसे चाहे वह इसे पढ़कर व्यवस्थित समझ सकता है।
      tinyurl.com/RrpAllDrafts
      देश की भलाई चाहते हो तो आपसी मतभेद छोड़कर एक होना पड़ेगा। कृपया हमें वोटसएप करे 09833736206 🙏

  • @devasishm2303
    @devasishm2303 4 года назад +1

    धन्यवाद इस वीडियो के लिए

  • @AshishYadav-rf5cn
    @AshishYadav-rf5cn 4 года назад +22

    Jai hind 🇮🇳 Hindustan

    • @ankitsoni1986
      @ankitsoni1986 4 года назад

      राइट टू रिकॉल आंदोलन
      स्वदेशी और राइट टू रिकॉल
      देश में स्वदेशी लाने के लिए इतिहास में कई आंदोलन चले, और कई देशी कार्यकर्ताओं ने इसका प्रचार और विस्तार करने के लिए आजादी की लड़ाई के समय से ही संघर्ष किया। गत कुछ वर्षों में यह जिम्मेदारी बखूबी निभाकर देश में स्वदेशी को और काले धन को एक बहुत बड़ा मुद्दा बनाने वाले श्री राजीव दिक्षित आज हमारे बीच में नहीं रहे पर उनका दिया मार्गदर्शन और मुद्दा आज भी हमारे साथ है और देश में कई कार्यकर्ता इस में लगे हुए हैं।
      इस दौरान कई जगह पर स्वदेशी आंदोलन पर उच्च स्तर पर कामयाबी नहीं हुए और ना ही व्यवस्था का अंग बन सके क्योंकि व्यवस्था कानूनों से चलती है और स्वदेशी की जो लड़ाई जीती गई वह मात्र तात्कालिक थी और दूरगामी प्रभाव नहीं डाल सकी। अगर हमें चाहिए कि हम स्वदेशी को देश का एक अभिन्न अंग बना दे तो इसके लिए आवश्यक यह है कि हम देश में ऐसी व्यवस्था का निर्माण करें जो स्वदेशी को ठिकाने वाली और आगे बढ़ाने वाली हो।
      स्वदेशी मात्र साबुन तेल और वस्त्र पर रुकी रहे इसका प्रयत्न विदेशियों ने हमारे राजनीतिज्ञों के साथ मिलकर पूरी तरह किया इसी कारण से स्वदेशी का स्तर हमारे देश में घटता चला गया हमारा आयात बढ़ता चला गया और निर्यात घटता चला गया। इसके साथ में जो सबसे घातक चीज हुई वह स्वदेशी कार्यकर्ताओं के मानस में यह बात गई कि स्वदेशी मात्र साबुन, तेल, वस्त्र तक सीमित है लेकिन देश का बहुत बड़ा धन का हिस्सा विदेशी हथियारों, उच्च तकनीकी मशीनों, गाड़ियां, फैक्ट्री के स्पेयर पार्ट्स इत्यादि में चला जाता है। तो अगर इन सबको में स्वदेशी करना है तो हमें विधि व्यवस्था, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, कर व्यवस्था और राजनीतिक व्यवस्था को कानूनों के माध्यम से बदलने की आवश्यकता है।
      इसके लिए राइट टू रिकॉल समूह द्वारा प्रस्तावित कानून से हम देश में स्वदेशी लाकर उसे टीका भी सकते हैं। यह स्वदेशी निम्न तकनीक से बने हुए वस्तु उत्पादों से लेकर उच्च कोटि के तकनीक से बने हथियार मशीनें सब चीजों के बनाने की व्यवस्था और ठिकाने की व्यवस्था करेगा। जजों के भ्रष्टाचार के कारण स्वदेशी रोजगार, कंपनियां इत्यादि बंद पड़ रही हैं इसमें राजनीतिज्ञों की पूर्ण सहायता है विदेशी सरकारें, वर्ल्ड बैंक की तैयारियों से उन्होंने जिस प्रकार समझौते किए हैं उन समझौतों के कारण सरकारे बाद मैं और कमजोर हो गई हैं हालांकि इन समझौतों को तोड़ना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन सरकारों का और पार्टियों का पूरा कंट्रोल विदेशी कंपनी , विदेशी मीडिया और ईवीएम जो विदेश से संचालित होता है मैं है तो वह चाह कर भी इसका विरोध नहीं कर सकते और भ्रष्टाचार को हमेशा से मुद्दा रहा है। तो राइट टू रिकॉल और ज्यूरी कोर्ट से इस विधि व्यवस्था को सुधारा जा सकता है और राइट टू रिकॉल पार्षद से लेकर प्रधानमंत्री तक जनता अपने s.m.s. , वोट वापसी पासबुक और मोबाइल ऐप द्वारा नियंत्रित कर सकती है।
      अर्थव्यवस्था के लिए रिक्त भूमि कर और वेल्थ टैक्स जैसे कानूनों से धन इकट्ठा किया जा सकता है। इसके अलावा जीएसटी को रद्द किया जाना चाहिए जो कि एक विदेशी टैक्स प्रणाली है और छोटे व्यापार हो काम धंधा को मारने का एक षड्यंत्र है। उसी प्रकार कानून व्यवस्था, स्वास्थ्य ,शिक्षा, खानपान में मिलावट इत्यादि को जिला लेवल पर नियंत्रित करने के लिए जिला लेवल के अधिकारियों को राइट टू रिकॉल के दायरे में वोट वापसी पासबुक के माध्यम से लाया जा सकता है। राष्ट्रीय स्तर पर लोकतंत्र स्थापित करने के लिए पारदर्शी शिकायत प्रणाली कानून का उपयोग किया जा सकता है। जनता अपनी सुरक्षा खुद कर सके इसके लिए जनता को बंदूक देने का काम गन कानून से किया जा सकता है।
      इन सब कानूनों का प्रारूप नीचे दिए गए लिंक में दिया हुआ है जिसे चाहे वह इसे पढ़कर व्यवस्थित समझ सकता है।
      tinyurl.com/RrpAllDrafts
      देश की भलाई चाहते हो तो आपसी मतभेद छोड़कर एक होना पड़ेगा। कृपया हमें वोटसएप करे 09833736206 🙏

  • @vanshitagupta1180
    @vanshitagupta1180 4 года назад +2

    Superb video... Covers every aspect and also explains well...One like to background music

    • @omfadnis
      @omfadnis 4 года назад

      Mobikwik pure Indian app है।।।Mobikwik इस्तेमाल करें।गूगल पे अमेरिकन है और paytm Chinese कंपनी अलीबाबा के support लेती है

  • @kamalcreations1476
    @kamalcreations1476 4 года назад +1

    Happy health india...all products...best quality best price..indian company

  • @sanjeevbansal1389
    @sanjeevbansal1389 4 года назад +6

    Good information

    • @10ON10
      @10ON10  4 года назад

      Many thanks for your support Sanjeev ji! 🙂

  • @pharwriprajapati3498
    @pharwriprajapati3498 4 года назад +1

    Very nice information sir jai hind

  • @madhavkushwaha1758
    @madhavkushwaha1758 4 года назад +5

    Background music.... Sare jha se aacha hindositaa hamara... 🇮🇳

  • @veljishah5094
    @veljishah5094 4 года назад +2

    Good information
    Thanks

  • @adivasishortfilmstudio9762
    @adivasishortfilmstudio9762 4 года назад +4

    I LIKE THIS MUSIC. JAI HIND

  • @salimshakeel3647
    @salimshakeel3647 4 года назад +2

    Thank you my brother good information provided

  • @Ronpeter1853
    @Ronpeter1853 4 года назад +29

    RajivDixit: only Swadeshi use

  • @abhishek_singh_rajput_
    @abhishek_singh_rajput_ 4 года назад +1

    awsome work 🥳🥳

  • @jayantamistry9883
    @jayantamistry9883 4 года назад +24

    Mean godarej company ka employee hun.. I love my company

    • @10ON10
      @10ON10  4 года назад +1

      Very nice Jayanta ji... Ye video apne Godrej ke saathiyon ke sath bhi zarur share kariyega... aapka sujhaav humare liye mehatvapurn hai... 🙂🙏

    • @jayantamistry9883
      @jayantamistry9883 4 года назад +1

      @@10ON10 bilkul jiii. Apka har video mean bohat acchaa knowledge hota hean. Love❤ from kolkata

    • @10ON10
      @10ON10  4 года назад +2

      Wow! that is so nice of you, Main aapke is pyare comment ke liye aapko 10 ON 10 ki T-Shirt bhejna chahunga (But Lockdown khatam hone ke baad! ) , Aap humare official e-mail address contact10on10[at the rate]gmail[dot]com par apne T-shirt size ke sath e-mail zarur kariyega with complete postal details... 😊

    • @jayantamistry9883
      @jayantamistry9883 4 года назад

      @@10ON10 thank you😊

    • @sathishnair9639
      @sathishnair9639 4 года назад +2

      I'm Paranjali Ayurved Lmt employee 😊

  • @niyatishinde2598
    @niyatishinde2598 3 года назад +2

    Thanks for making this video
    I was in search of such a video 🇮🇳❤

    • @10ON10
      @10ON10  3 года назад

      Nice to have your kind response 363XII SciCNiyati 👍 Do let us know what other videos you would like to see! Have you also seen these videos?: ruclips.net/user/10on10playlists

  • @latabharat4262
    @latabharat4262 4 года назад +4

    Excellent....

    • @FahimKhan-fi1tw
      @FahimKhan-fi1tw 4 года назад

      Hamdard unani & ayurvedic campany bhi hai .wo India mine hi hai

    • @omfadnis
      @omfadnis 4 года назад

      Mobikwik pure Indian app है।।।Mobikwik इस्तेमाल करें।गूगल पे अमेरिकन है और paytm Chinese कंपनी अलीबाबा के support लेती है

  • @arifbhamani142
    @arifbhamani142 4 года назад +1

    Thanks for informing 👌

  • @gkhitesh981
    @gkhitesh981 4 года назад +16

    जय हिंद🇮🇳

    • @ankitsoni1986
      @ankitsoni1986 4 года назад

      राइट टू रिकॉल आंदोलन
      स्वदेशी और राइट टू रिकॉल
      देश में स्वदेशी लाने के लिए इतिहास में कई आंदोलन चले, और कई देशी कार्यकर्ताओं ने इसका प्रचार और विस्तार करने के लिए आजादी की लड़ाई के समय से ही संघर्ष किया। गत कुछ वर्षों में यह जिम्मेदारी बखूबी निभाकर देश में स्वदेशी को और काले धन को एक बहुत बड़ा मुद्दा बनाने वाले श्री राजीव दिक्षित आज हमारे बीच में नहीं रहे पर उनका दिया मार्गदर्शन और मुद्दा आज भी हमारे साथ है और देश में कई कार्यकर्ता इस में लगे हुए हैं।
      इस दौरान कई जगह पर स्वदेशी आंदोलन पर उच्च स्तर पर कामयाबी नहीं हुए और ना ही व्यवस्था का अंग बन सके क्योंकि व्यवस्था कानूनों से चलती है और स्वदेशी की जो लड़ाई जीती गई वह मात्र तात्कालिक थी और दूरगामी प्रभाव नहीं डाल सकी। अगर हमें चाहिए कि हम स्वदेशी को देश का एक अभिन्न अंग बना दे तो इसके लिए आवश्यक यह है कि हम देश में ऐसी व्यवस्था का निर्माण करें जो स्वदेशी को ठिकाने वाली और आगे बढ़ाने वाली हो।
      स्वदेशी मात्र साबुन तेल और वस्त्र पर रुकी रहे इसका प्रयत्न विदेशियों ने हमारे राजनीतिज्ञों के साथ मिलकर पूरी तरह किया इसी कारण से स्वदेशी का स्तर हमारे देश में घटता चला गया हमारा आयात बढ़ता चला गया और निर्यात घटता चला गया। इसके साथ में जो सबसे घातक चीज हुई वह स्वदेशी कार्यकर्ताओं के मानस में यह बात गई कि स्वदेशी मात्र साबुन, तेल, वस्त्र तक सीमित है लेकिन देश का बहुत बड़ा धन का हिस्सा विदेशी हथियारों, उच्च तकनीकी मशीनों, गाड़ियां, फैक्ट्री के स्पेयर पार्ट्स इत्यादि में चला जाता है। तो अगर इन सबको में स्वदेशी करना है तो हमें विधि व्यवस्था, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, कर व्यवस्था और राजनीतिक व्यवस्था को कानूनों के माध्यम से बदलने की आवश्यकता है।
      इसके लिए राइट टू रिकॉल समूह द्वारा प्रस्तावित कानून से हम देश में स्वदेशी लाकर उसे टीका भी सकते हैं। यह स्वदेशी निम्न तकनीक से बने हुए वस्तु उत्पादों से लेकर उच्च कोटि के तकनीक से बने हथियार मशीनें सब चीजों के बनाने की व्यवस्था और ठिकाने की व्यवस्था करेगा। जजों के भ्रष्टाचार के कारण स्वदेशी रोजगार, कंपनियां इत्यादि बंद पड़ रही हैं इसमें राजनीतिज्ञों की पूर्ण सहायता है विदेशी सरकारें, वर्ल्ड बैंक की तैयारियों से उन्होंने जिस प्रकार समझौते किए हैं उन समझौतों के कारण सरकारे बाद मैं और कमजोर हो गई हैं हालांकि इन समझौतों को तोड़ना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन सरकारों का और पार्टियों का पूरा कंट्रोल विदेशी कंपनी , विदेशी मीडिया और ईवीएम जो विदेश से संचालित होता है मैं है तो वह चाह कर भी इसका विरोध नहीं कर सकते और भ्रष्टाचार को हमेशा से मुद्दा रहा है। तो राइट टू रिकॉल और ज्यूरी कोर्ट से इस विधि व्यवस्था को सुधारा जा सकता है और राइट टू रिकॉल पार्षद से लेकर प्रधानमंत्री तक जनता अपने s.m.s. , वोट वापसी पासबुक और मोबाइल ऐप द्वारा नियंत्रित कर सकती है।
      अर्थव्यवस्था के लिए रिक्त भूमि कर और वेल्थ टैक्स जैसे कानूनों से धन इकट्ठा किया जा सकता है। इसके अलावा जीएसटी को रद्द किया जाना चाहिए जो कि एक विदेशी टैक्स प्रणाली है और छोटे व्यापार हो काम धंधा को मारने का एक षड्यंत्र है। उसी प्रकार कानून व्यवस्था, स्वास्थ्य ,शिक्षा, खानपान में मिलावट इत्यादि को जिला लेवल पर नियंत्रित करने के लिए जिला लेवल के अधिकारियों को राइट टू रिकॉल के दायरे में वोट वापसी पासबुक के माध्यम से लाया जा सकता है। राष्ट्रीय स्तर पर लोकतंत्र स्थापित करने के लिए पारदर्शी शिकायत प्रणाली कानून का उपयोग किया जा सकता है। जनता अपनी सुरक्षा खुद कर सके इसके लिए जनता को बंदूक देने का काम गन कानून से किया जा सकता है।
      इन सब कानूनों का प्रारूप नीचे दिए गए लिंक में दिया हुआ है जिसे चाहे वह इसे पढ़कर व्यवस्थित समझ सकता है।
      tinyurl.com/RrpAllDrafts
      देश की भलाई चाहते हो तो आपसी मतभेद छोड़कर एक होना पड़ेगा। कृपया हमें वोटसएप करे 09833736206 🙏

  • @duniyadari-se-uppar-jio
    @duniyadari-se-uppar-jio 4 года назад +1

    Very good news for Indian citizens.

  • @bhaveshpatel7054
    @bhaveshpatel7054 4 года назад +5

    Perfect RIGHT brother. 🙏 🇮🇳

    • @10ON10
      @10ON10  4 года назад +1

      Thank you Bhavesh bhai! :)

  • @manishbasumatary8421
    @manishbasumatary8421 4 года назад +1

    Nice very good well done Jai Hind 💐💐😁😁

  • @akashwadghule102
    @akashwadghule102 4 года назад +4

    भाई व्हिडिओ accha है, लेकीन ITC कंपनी ये विदेशी कंपनी है,इसका फुल फॉर्म इंडियन टॅबोको कंपणी है, ये अमेरिकन कंपनी है, जिस देश मे जाती है उस देश का नाम सामने लगाते है..ईसका जादा उत्पादन सिगरेट का होता है...

  • @DeepBSKCreative
    @DeepBSKCreative 4 года назад +1

    Awesome..... Brovo!!!! Make more videos unique, Ptoductive, informative, knowledge, business and marketing..... Good job

    • @omfadnis
      @omfadnis 4 года назад

      Mobikwik pure Indian app है।।।Mobikwik इस्तेमाल करें।गूगल पे अमेरिकन है और paytm Chinese कंपनी अलीबाबा के support लेती है

  • @amitkumar-ym6yo
    @amitkumar-ym6yo 4 года назад +12

    भाई itc पूरी तरीके से इंडियन कंपनी नहीं है इसके शेयर मैं विदेशी हिस्सेदारी भी है जैसे Paytm में है

    • @yogeshwaryadav2053
      @yogeshwaryadav2053 4 года назад +1

      Jiske pas 50% se jyada share company uski

    • @myvoice5466
      @myvoice5466 4 года назад

      ITC Limited is an Indian multinational conglomerate company headquartered in Kolkata, West Bengal.Ajit Narain Haskar became the company's Indian chairman in 1969.ITC is indian company.

    • @omfadnis
      @omfadnis 4 года назад

      Mobikwik pure Indian app है।।।Mobikwik इस्तेमाल करें।गूगल पे अमेरिकन है और paytm Chinese कंपनी अलीबाबा के support लेती है

  • @veenakumari9480
    @veenakumari9480 4 года назад +1

    Thanks for this video

  • @aajkayuth3877
    @aajkayuth3877 4 года назад +6

    स्वदेशी अपनाओ विदेशी अपने आप भाग जायेगे जय स्वदेशी जय राजीव दीक्षित वंदेमातरम्।

    • @SunilKumar-ph3dt
      @SunilKumar-ph3dt 4 года назад

      Nice

    • @narendersingh3173
      @narendersingh3173 4 года назад

      टॉप Brands जो भारत मे फेल हो गए
      ruclips.net/video/X1bI23lBluA/видео.html

    • @omfadnis
      @omfadnis 4 года назад +1

      Mobikwik pure Indian payment app है।।।गूगल पे(अमेरिकन), पेटीएम(अलीबाबा चाइनीज कंपनी)please use Mobikwik

    • @omfadnis
      @omfadnis 4 года назад +1

      केवल like करने से नहीं होगा उसे जीवन में उतारें भी।।।mobikwik इस्तेमाल करें।

    • @omfadnis
      @omfadnis 4 года назад +1

      इस्तेमाल करना शुरू किया कि नहीं MOBIKWIK कि भूल गए?

  • @avdhutsalvi6918
    @avdhutsalvi6918 3 года назад +1

    Thank you sir . Good information. Support atmanirbhay bharat

    • @10ON10
      @10ON10  3 года назад

      Thank You Avdhut Salvi for your comment... 🙂 Which video would you like to see in future? You can also see our other videos here: ruclips.net/user/10on10playlists

  • @dsunder917
    @dsunder917 4 года назад +9

    We buy Indian stuffs only always.

  • @0di8ayh57
    @0di8ayh57 4 года назад +2

    Parle, Himalaya, Emami , Godrej, Marico , Dabur, Britannia ,Patanjali , Amul, ITC..
    Also add TATA products..

  • @chandangoel8343
    @chandangoel8343 4 года назад +7

    Deshbhakt Hindu Jago Hindu aur Maharaj chattrapati shivajee bano

    • @narendersingh3173
      @narendersingh3173 4 года назад

      टॉप Brands जो भारत मे फेल हो गए
      ruclips.net/video/X1bI23lBluA/видео.html

  • @studyjunction9786
    @studyjunction9786 4 года назад +2

    Thanks bhai

  • @vandemataram5583
    @vandemataram5583 4 года назад +13

    ITC makes India proud use ITC brand only like yipee noodles instead of magiee n so on

    • @Vinaysingh-wr1id
      @Vinaysingh-wr1id 4 года назад +3

      Dear sir it is not an Indian co

    • @vandemataram5583
      @vandemataram5583 4 года назад +3

      @@Vinaysingh-wr1id dear ITC is a Indian company since 1910 its working n im a share holder in ITC buddy i knw abt ITC u cn google it if u want.
      JAI Hind🇮🇳

    • @SURBHIUTPAD
      @SURBHIUTPAD 4 года назад

      @@vandemataram5583 aapke shair lene se kya ye bharat ki company ho jayegi.
      Google par hissedari dikhe kiski kitni hai or kisne iski sthapna ki yhi.
      Naam itc ya hindustan Unilever hone se bharat ki company nhi banti

    • @vandemataram5583
      @vandemataram5583 4 года назад +1

      @@SURBHIUTPAD Dear ITC aap search karlo ITC ek Indian company hai half knwledge is dangerous aapka knwledge badao fir debate karo
      en.m.wikipedia.org/wiki/ITC_Limited
      Check this link dear ITC is an 100% Indian company and yes Hindustan Unilever is not Indian, but ITC is Indian.
      Thank you.
      Jai Hind🇮🇳

    • @SURBHIUTPAD
      @SURBHIUTPAD 4 года назад

      @@vandemataram5583 isi link pe aap history bhi padh lete to jyada achcha rahta.
      Padh ke utter jaroor dena.

  • @sarjeetsinghyadav7676
    @sarjeetsinghyadav7676 4 года назад

    ज्ञानवर्धक जानकारी दिए आपने बहुत अच्छा लगा इन कंपनियों के साथ-साथ आप इनके मालिकों के नाम भी बताना सर।

  • @rushikeshbhalerao6904
    @rushikeshbhalerao6904 4 года назад +3

    5:52 one of the best Indian company.

  • @bajrangindian5077
    @bajrangindian5077 3 года назад +1

    Thanks for this video support india

    • @10ON10
      @10ON10  3 года назад

      Thank You Bajrang Indian for your comment... 🙂 Which video would you like to see in future? You can also see our other videos here: ruclips.net/user/10on10playlists

  • @pushpanti12
    @pushpanti12 4 года назад +9

    Jay hind

  • @dhirendrasingh6568
    @dhirendrasingh6568 4 года назад

    बहुत अच्छी जानकारी दी धंनबाद

  • @खुशीयोंकेपल
    @खुशीयोंकेपल 4 года назад +8

    फालतू की चीजे न खरीदें । शरीर की सुन्दरता अच्छे चरित्र से आती है स्नान के लिए दूध , बेसन का प्रयोग करे, दांत की सफाई दातुन से अच्छे से हो जाती है

    • @ankitsoni1986
      @ankitsoni1986 4 года назад +1

      राइट टू रिकॉल आंदोलन
      स्वदेशी और राइट टू रिकॉल
      देश में स्वदेशी लाने के लिए इतिहास में कई आंदोलन चले, और कई देशी कार्यकर्ताओं ने इसका प्रचार और विस्तार करने के लिए आजादी की लड़ाई के समय से ही संघर्ष किया। गत कुछ वर्षों में यह जिम्मेदारी बखूबी निभाकर देश में स्वदेशी को और काले धन को एक बहुत बड़ा मुद्दा बनाने वाले श्री राजीव दिक्षित आज हमारे बीच में नहीं रहे पर उनका दिया मार्गदर्शन और मुद्दा आज भी हमारे साथ है और देश में कई कार्यकर्ता इस में लगे हुए हैं।
      इस दौरान कई जगह पर स्वदेशी आंदोलन पर उच्च स्तर पर कामयाबी नहीं हुए और ना ही व्यवस्था का अंग बन सके क्योंकि व्यवस्था कानूनों से चलती है और स्वदेशी की जो लड़ाई जीती गई वह मात्र तात्कालिक थी और दूरगामी प्रभाव नहीं डाल सकी। अगर हमें चाहिए कि हम स्वदेशी को देश का एक अभिन्न अंग बना दे तो इसके लिए आवश्यक यह है कि हम देश में ऐसी व्यवस्था का निर्माण करें जो स्वदेशी को ठिकाने वाली और आगे बढ़ाने वाली हो।
      स्वदेशी मात्र साबुन तेल और वस्त्र पर रुकी रहे इसका प्रयत्न विदेशियों ने हमारे राजनीतिज्ञों के साथ मिलकर पूरी तरह किया इसी कारण से स्वदेशी का स्तर हमारे देश में घटता चला गया हमारा आयात बढ़ता चला गया और निर्यात घटता चला गया। इसके साथ में जो सबसे घातक चीज हुई वह स्वदेशी कार्यकर्ताओं के मानस में यह बात गई कि स्वदेशी मात्र साबुन, तेल, वस्त्र तक सीमित है लेकिन देश का बहुत बड़ा धन का हिस्सा विदेशी हथियारों, उच्च तकनीकी मशीनों, गाड़ियां, फैक्ट्री के स्पेयर पार्ट्स इत्यादि में चला जाता है। तो अगर इन सबको में स्वदेशी करना है तो हमें विधि व्यवस्था, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, कर व्यवस्था और राजनीतिक व्यवस्था को कानूनों के माध्यम से बदलने की आवश्यकता है।
      इसके लिए राइट टू रिकॉल समूह द्वारा प्रस्तावित कानून से हम देश में स्वदेशी लाकर उसे टीका भी सकते हैं। यह स्वदेशी निम्न तकनीक से बने हुए वस्तु उत्पादों से लेकर उच्च कोटि के तकनीक से बने हथियार मशीनें सब चीजों के बनाने की व्यवस्था और ठिकाने की व्यवस्था करेगा। जजों के भ्रष्टाचार के कारण स्वदेशी रोजगार, कंपनियां इत्यादि बंद पड़ रही हैं इसमें राजनीतिज्ञों की पूर्ण सहायता है विदेशी सरकारें, वर्ल्ड बैंक की तैयारियों से उन्होंने जिस प्रकार समझौते किए हैं उन समझौतों के कारण सरकारे बाद मैं और कमजोर हो गई हैं हालांकि इन समझौतों को तोड़ना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन सरकारों का और पार्टियों का पूरा कंट्रोल विदेशी कंपनी , विदेशी मीडिया और ईवीएम जो विदेश से संचालित होता है मैं है तो वह चाह कर भी इसका विरोध नहीं कर सकते और भ्रष्टाचार को हमेशा से मुद्दा रहा है। तो राइट टू रिकॉल और ज्यूरी कोर्ट से इस विधि व्यवस्था को सुधारा जा सकता है और राइट टू रिकॉल पार्षद से लेकर प्रधानमंत्री तक जनता अपने s.m.s. , वोट वापसी पासबुक और मोबाइल ऐप द्वारा नियंत्रित कर सकती है।
      अर्थव्यवस्था के लिए रिक्त भूमि कर और वेल्थ टैक्स जैसे कानूनों से धन इकट्ठा किया जा सकता है। इसके अलावा जीएसटी को रद्द किया जाना चाहिए जो कि एक विदेशी टैक्स प्रणाली है और छोटे व्यापार हो काम धंधा को मारने का एक षड्यंत्र है। उसी प्रकार कानून व्यवस्था, स्वास्थ्य ,शिक्षा, खानपान में मिलावट इत्यादि को जिला लेवल पर नियंत्रित करने के लिए जिला लेवल के अधिकारियों को राइट टू रिकॉल के दायरे में वोट वापसी पासबुक के माध्यम से लाया जा सकता है। राष्ट्रीय स्तर पर लोकतंत्र स्थापित करने के लिए पारदर्शी शिकायत प्रणाली कानून का उपयोग किया जा सकता है। जनता अपनी सुरक्षा खुद कर सके इसके लिए जनता को बंदूक देने का काम गन कानून से किया जा सकता है।
      इन सब कानूनों का प्रारूप नीचे दिए गए लिंक में दिया हुआ है जिसे चाहे वह इसे पढ़कर व्यवस्थित समझ सकता है।
      tinyurl.com/RrpAllDrafts
      देश की भलाई चाहते हो तो आपसी मतभेद छोड़कर एक होना पड़ेगा। कृपया हमें वोटसएप करे 09833736206 🙏

  • @goldypahadiya7430
    @goldypahadiya7430 4 года назад +3

    Dear syska company
    कहा कि कम्पनी है
    ये भारत की कम्पनी है
    या विदेशी कम्पनी है
    प्लीज़ बताएं

    • @sandeepghogre
      @sandeepghogre 4 года назад +1

      Syska भारतीय कंपनी हैं ।
      1989 मे राजेश उत्तमचंदानी ने चालु की है

    • @goldypahadiya7430
      @goldypahadiya7430 4 года назад

      Thank you

    • @omfadnis
      @omfadnis 4 года назад

      Mobikwik pure Indian app है।।।Mobikwik इस्तेमाल करें।गूगल पे अमेरिकन है और paytm Chinese कंपनी अलीबाबा के support लेती है

  • @NARESHKumar-jr6qp
    @NARESHKumar-jr6qp 4 года назад +1

    Dear sir, i hope ki aapki yeh video se people kuch indian product ki or shift ho. I m sharing your video with my friends. I also recommended my father to use seperate space for indian cosmetic products. He has cosmetic shop. Hope for well. Yours 10 on 10 concept is awesome.

    • @10ON10
      @10ON10  4 года назад

      Thank you brother! 🙏🙂

  • @pranavojha1058
    @pranavojha1058 4 года назад +3

    Swadeshi company me bhi foreign investor hote hain try local help local.

  • @manishmahibhajpuri4508
    @manishmahibhajpuri4508 4 года назад +1

    Bahut achha bhai

  • @sumitreddy8150
    @sumitreddy8150 4 года назад +6

    Ur voice is like advertisement 😉😉