प्रकाश के रूप में ईश्वर | Guided Meditation on God as Light | YSS

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  • Опубликовано: 11 сен 2024
  • आप अपनी आत्मा में विद्यमान शान्ति और आनन्द का अनुभव करने के लिए एक निर्देशित ध्यान के माध्यम से अपनी अन्तरात्मा की खोज प्रारम्भ करने जा रहे हैं। ध्यान आत्म-साक्षात्कार का विज्ञान है। ध्यान वह विशेष प्रकार की एकाग्रता है जिसमें हम अपना ध्यान चंचलता से हटाकर अपने अन्दर केन्द्रित करते हैं, जिसके परिणामस्वरुप सर्वव्यापी परमतत्व, नित्य-वर्तमान, नित्य-चैतन्य, नित्य-नवीन आनन्द का गहन साक्षात्कार प्राप्त होता है।
    आपके लिए अपना ध्यान प्रारम्भ करने से पूर्व अत्यन्त शान्तिपूर्ण स्थान खोजना महत्वपूर्ण है, जहाँ ध्यान के दौरान आपके लिए एकान्त और अबाधित वातावरण उपलब्ध हो। आप या तो किसी सीधी कुर्सी पर बैठ सकते हैं या किसी स्थिर सतह पर पालथी मारकर बैठ सकते हैं। ध्यान की उचित मुद्रा में बैठने के लिए, यह सुनिश्चित कर लें कि आपका मेरुदण्ड सीधा है, ठुड्डी ज़मीन के समान्तर है, और शरीर निश्चल एवं तनावमुक्त है। अपनी आँखों को बन्द कर लें और अपनी दृष्टि को सहजतापूर्वक बिना किसी तनाव के ऊपर उठाकर भ्रूमध्य बिन्दु-एकाग्रता और दिव्य चक्षु अथवा दिव्य अनुभूति के केन्द्र-पर केन्द्रित करें। स्मरण रखें कि आपकी दृष्टि दिव्य चक्षु पर केन्द्रित है। सभी सांसारिक विचारों को त्याग दें और अपनी एकाग्रता को अन्तर्मुखी करें। सभी उत्तरदायित्वों और चिन्ताओं को भूल जाएं और अपने अन्दर शान्ति का अनुभव करें।
    मुद्रणाधिकार © 2023 सेल्फ़-रियलाइज़ेशन फ़ेलोशिप। सर्वाधिकार सुरक्षित।
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