8 Surprising facts of jainism(PART-1) || जैन धर्म के 8 आश्चर्यजनक तथ्य || Amazing facts of jainism |

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  • Опубликовано: 9 май 2024
  • आज हम जिस विषय की चर्चा करेंगे वह है surprising facts of jainism अर्थात जैन धर्म के आश्चर्यजनक तथ्यों पर विचार विश्लेषण
    ( जैन धर्म के आश्चर्यजनक तथ्य )
    #8 Surprising facts of jainis(PART-1)m#जैन धर्म के 8 आश्चर्यजनक तथ्य(भाग-01)#Amazing facts of jainism
    पहला Surprising Facts Of Jainism हमारे जैन शास्त्र आगम के हिसाब से जैनियों का कोई भगवान नहीं है.क्यूंकि हमारे तीर्थंकरो ने घोर तपस्या कर अनत त्याग कर तीर्थंकर पद को पाया अतः जैन संप्रदाय में तीर्थंकरो को पूजा जाता है न किसी अवतारी ईश्वर को |इस कलियुग में जैन धर्म का यह आश्चर्यजनक तथ्य है ,या यु कहलीजिये surprising facts of jainism है |
    दूसरा surprising facts of jainism यह है की जैनियों का मानना ​​है कि
    ऐसा कोई प्राणी नहीं है जिसने कभी ब्रह्मांड का निर्माण किया हो, या ईश्वर की शक्ति रखता हो। जैनियों का मानना ​​है कि ब्रह्मांड हमेशा से अस्तित्व में है।
    तीसरा surprising facts of jainism यह है की सच्चे जैनी , किसी चीज़ की पूजा करने के बजाय ,वे निर्वाण की तलाश करते हैं।
    4th surprising facts of jainism यह है की जिसपर अन्य धर्मो द्वारा उतनी गहराई से विचार और विश्वाश नहीं किया गया,और इसी कारन आज अन्य धर्मो में जिव हिंसा ने अपना विकराल रूप धारण किया है जबकि दूसरी तरफ जैन धर्म के अनुयाईयों ने अपने तीर्थंकरो की वाणी पर विश्वाश कर पुरे विश्व में यह साबित किया है की भगवान् की आज्ञा पर चलना ही इंसानियत धर्म की पहली सीढ़ी है अहिंसा परमो धर्म है आज के कलियुग में इससे बढ़कर और आश्चर्यजनक तथ्य क्या हो सकता है ?
    आज के कलियुग में इससे बढ़कर और आश्चर्यजनक तथ्य क्या हो सकता है ?
    5th जैन धर्म का एक और आश्चर्यजनक तथ्य बताना चाहूंगा की
    जैन धर्म के साधु,आचार्य,साध्वी जी,बाल दीक्षित चलते उठते बैठते समय नज़र नहीं आने वाले कीड़े-मकोड़ों की भी हत्या न हो ऐसा विचार कर आगे बढ़ते है और हर मौसम में नंगे पैर चलते है .इस धरती पर आज के समय क्या यह surprising facts of jainism किधर देखने को मिलेगा |एक बात बताइये की क्या आपने ऐसा आश्चर्यजनक तथ्य किसी और धर्म क्षेत्र में देखा है ?
    6th surprising facts of jainism यानि जैन धर्म का आश्चर्यजनक तथ्य असीमित है |जैन लोग भारी मात्रा में अपने समय को कई तरह के तप क्रियाओं के आचरण में व्यतीत करते है । कुछ जैन तो 30 दिनों तक उपवास भी रखते हैं।संसार में यह एक ऐसा पवित्र धर्म है जिसकी निश्रा में रहा कर ज्यादातर जैनी आम तौर पर छुट्टी, त्यौहार या पवित्र दिन जैसे विशेष अवसरों पर उपवास कर अपनी आत्मा का कल्याण करने में लगे रहते है |
    7th surprising facts of jainism है पर्यूषण पर्व
    यह भी पुरे विश्व में जैन संप्रदाय का आश्चर्यजनक तथ्य है इन 8 दिनों के पर्व पर हर जैनी खुद के द्वारा जाने या अनजाने में किये गए पापो की क्षमा मांगता है। छोटे से छोटे जिव से भी क्षमा मांगता है और अंत में अपने परिवार जानो से मिच्छामि दुक्कडम, आपको खामाता हु ऐसा कहकर क्षमा याचना करते है और अपने जीवन को सजाते है
    8th surprising facts of jainism हालाँकि दुनिया में केवल पाँच से दस मिलियन जैन ही हैं, फिर भी भारतीय संस्कृति पर उनका प्रभावशाली प्रभाव है। अधिकांश जैन भारत में रहते हैं लेकिन दुनिया भर में भी जैन हैं, इस समय अमेरिका में 100,000 जैन रहते हैं।
    जैन धर्म एक प्राचीन भारतीय धर्म है जो अनेक महान आध्यात्मिक और सामाजिक अवतारों के माध्यम से अपना योगदान दिया है। यहां कुछ आश्चर्यजनक तथ्य हैं जो जैन धर्म को और उसके अनुयायियों को विशेष बनाते हैं अहिंसा,अनेकांतवाद ,तप ,जीवात्मा का मान ,तीर्थंकर और सम्यक्त्व को अत्यंत महत्व दिया जाता है, ये विषय जैन धर्म की धरोहर है |
    surprising facts of jainism
    चलिए आज हम जैन धर्म के आश्चर्यजनक तथ्यों पर सूक्ष्म रूप से जानने का प्रयास करेंगे जिसके तीन मूल स्तम्भ है
    पहला है "सही दर्शन" (Right View)
    दूसरा है "सही ज्ञान" (Right Knowledge)
    और तीसरा है "सही आचरण" (Right Conduct)

Комментарии • 22

  • @jinendrajain4770
    @jinendrajain4770 2 месяца назад +12

    जैन धर्म दिगम्बरत्व के वगैर कभी भी पूर्ण नही हो सकता, दिगम्बरत्व जैन दर्शन की आत्मा है ।इसके वगैर जैन कहलाने का अधिकारी नही है।

  • @ChhayaBondarde
    @ChhayaBondarde 18 дней назад

    Jay jinendra.

  • @naminathad6732
    @naminathad6732 Месяц назад +1

    Jai Mahaveera Swamy Jai Ambedkar constitution Jai Bahubali Swamy 🎉

  • @hanumanmaldugar5320
    @hanumanmaldugar5320 2 месяца назад +4

    दिगंबर या श्वेतांबर बनने से मुक्ति नहीं हो सकती ।
    कषाय मुक्ति होने से ही मुक्ति संभव है ।जैन आगम में 15 प्रकार के सिद्धों का उल्लेख मिलता है ।मरूदेवा माता गृहस्थ वेश में ही मुक्त हुई थी ।

    • @jinendrajain4770
      @jinendrajain4770 Месяц назад

      जैन धर्म वीतरागता धोतक है, गृहस्थ रागी तन पर धागा मात्र भी होने शल्य होने पर कभी भी मुक्ति नही हो सकती यह अकाट्य सिद्धान्त है।जितने भी प्राचीन वैदिक शास्त्र बौद्ध साहित्य हैं वे सब भी निर्ग्रन्थ दिगम्बर जैन धर्म को मान्यता प्रदान करते हैं।

  • @pankajcmavani999
    @pankajcmavani999 2 месяца назад +2

    जय जीनेनद साहेब श्री

  • @pravinsanghvi3383
    @pravinsanghvi3383 2 месяца назад +1

    Jai jinendra

  • @pravinsanghvi3383
    @pravinsanghvi3383 2 месяца назад

    Beautiful Jai jinedra surat

  • @veenajain4529
    @veenajain4529 2 месяца назад +2

    सत्य तो सत्य ही रहेगा चाहे उस पर कितना भी पर्दा डाला जाये समय काल के कुप्रभाव के कारण सत्य को दवा दिया गया आडम्बर को समाज पर थोप दिया । हमें सत्य को लोगों तक पहुंचा ना चाहिए

  • @trilokjain-rx7lb
    @trilokjain-rx7lb 2 месяца назад +1

    Very nice

  • @amritjain7401
    @amritjain7401 Месяц назад

    बहुत सुंदर 🙏

  • @ssmetalproducts6773
    @ssmetalproducts6773 2 месяца назад +2

    Sir ji Aisa video Maine nahi dekha aur aapki awaj toh kammal ki hai

  • @pravinshah7744
    @pravinshah7744 Месяц назад

    BABA THIS IS NOT JAINISAM but Jain darsan Please Sa jo Jara