वासना और धर्म का द्वंद्व - च्यवन ऋषि, अश्विनिकुमारों और ऋषिपत्नी की अनूठी कहानी - देवी भागवत पुराण
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- Опубликовано: 8 ноя 2023
- महाराज इक्ष्वाकु के भाई महाराज शर्याति की पुत्री सुकन्या थी जिसने भूलवस च्यवन ऋषि की आंखें खराब दी थी। इसी बीच च्यवन ऋषि का विवाह सुकन्या से हो गया जो उनसे आधी उम्र से भी कम थी। इसी उम्र के फासले को निशाना बनाकर सूर्य पुत्र अश्विनीकुमार सुकन्या को अपने साथ सम्भोग करने का प्रस्ताव देते हैं और फिर कथा एक रोचक मोड़ लेती हुई इंद्र के अहंकार तक पहुंच जाती है।
Wife of Chyavan Rishi and Ashwini Kumar
Kahaniyon Ki Chaupal
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मैं यह पौराणिक कथा पढ़ चुका हूं कहीं पर भी च्यवन ऋषि ने राजकुमारी से प्रेम नहीं किया था। बल्कि राजकुमारी पतिव्रता थी उसने वृद्ध पति च्यवन ऋषि को खुद चुना था क्योंकि राजकुमारी से अंजाने में ऋषि की आंख फूट गई थी इसलिए वह ऋषि के जीवन में एक पत्नी बनकर सहायता करना चाहती थी। इसमें संभोग शब्द कहीं नहीं आया है यह गलत बात है। लेकिन अश्विनी कुमारों ने राजकुमारी की सतीत्व की परीक्षा लेने के लिए दोनों में से एक को पति बनाने का प्रस्ताव रखा था । उसके पति व्रत धर्म से प्रसन्न होकर ही उन्होंने ऋषि च्यवन को फिर से युवा बना दिया था। आप धार्मिक कहानियों में अश्लीलता डालकर हिंदू ग्रंथों को नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हो। अगर ऐसा कहीं लिखा भी है तो धर्म ग्रंथों के साथ छेड़छाड़ किया गया है। लेकिन मैंने इस तरह की कहानियां में ऐसी मर्यादा हीनता न देखा है और न ही पढ़ा है तो आप कहां से ले आते हो ऐसी मनघड़ंत गंदगी और वह भी सनातन के धर्म ग्रंथों के ऊपर।
आप जैसे लोगों को सनातन धर्म के बारे में नहीं बोलना चाहिए
बिलकुल सही कहा
Bilkul sahi kaha aapne..iss magapaapi ne devi ahilya, panchdevi me se ek h jo unko bhi bahut bura bola ki unhone khud ki marzi se inder dev se relation bnaya!
बिलकुल सही है, भागवत पुराण
सनातन धर्म को समझ पाना साधारण व्यक्ति के लिए अति कठिन है। पहले अपनी बुद्धि को शुद्ध करना पड़ेगा।
बहुत अच्छा भाई!आप ऐसे ही सत्य को उजागर करते रहिये! क्यूंकि सत्य ही सनातन है और सनातन ही धर्म है, बाकी सब झूठ, छलावा और पाखण्ड है।
Nahi tum log sanatan ko isliye nahi support karte ho kyunki yeh Satya hai tum log ise isliye support karte ho kyunki yeh purush ko hi saare adhikar deta hai mushkil se pure jeevan mein stri ko ek adhikar Mila hai swayamvar ka iss kahani mein iss ek adhikar kaa bhi hanan ho raha hai isliye tum log ise sunkar phoole nahi sama rahe ho kaash ki tum log bhi stri hi ban jayo
@@user-bk2cv7qf2j mere dost me khud Sanatani hu....but me Andhbhakt nhi hu....Me Satya ka support karta hu.... Sanatan k naam p Atyachar ka support nahi krta hu....Or baat rhi tum logo ki toh tum Sanatan k naam p Adharm ko support karte ho !!.....Ab aao is story p, toh bhai Kon sa Swamvar hua yha??.... Chyavan Rishi ne khud bola ki mujhe aapki ladki pasand hai ,isse me Vivah karna chahta hu ...Toh isme Chyavan Rishi Vivah ko bol rhe hai, ladki nahi ..... pehle toh samjh lo bhai......kisi anjan Kanya se koi galati ho gai toh iska mtlb vo Kisi 20-21 sal ki ladki ki Shadi kisi 60-70 sal k bujurg se kar doge ???...Ye kon sa Swayar hai ??.....Or baat rhi Swamvar ki to vo bs 5-10 % Women k liye hi possible tha, 90 % women ko koi adhikar nahi tha !!..... Most of the women ko pita se sampatti ka adhikar nhi tha, padhne likhne ka adhikar nahi tha,koi vyavsay krne ka adhikar nahi tha, independent yagya krne ka adhikar nahi tha.......But tum log Women ko insaan smjhte hi kha ho, jab tum Women hote toh bta chlta........tum jaise log Adharm ko support karte ho, Galat ko support karte ho , Atyachar ko support karte ho or bolte ho ki yahi Dharm hai ,yahi Sanatan hai !!....But ab sabko pta chl chuka hai ki Satya hi Sanatan hai, baki sab pakhand hai Adharm hai..... Please accept the Truth!
@@user-bk2cv7qf2jmere bhai ! Me bhi toh yhi bol rha hu jo tum bol rhe ho ! Ye bol rha hu ki Satya hi Sanatan hai Mtlb ki Stri ka samman karna Satya hai or apmaan Krna Ahenkar hai jhoot hai.... isiliye ye story bta rhi hai ki hazaro sal pehle bhi Stri k uper atyachar hota tha jaise ki iss Story m Sach dikhaya hai !!...Story mahilao ki condition ko sach sach bta thi hai ki Dharm k naam p ham logo ne mahilao p kitna Atyachar kia , jo ki Dharm nhi tha, Adharm tha....Kyuki Satya , Prem, karuna hi Sanatan Dharm hai baki sirf Tilak lagana, Pooja Krna Sanatan Dharm nhi hai !!
ये सत्य नही, सिर्फ कथा है
@@user-bk2cv7qf2jbhai , me bhi vhi bol rha hu jo tum bol rhe ho, but tum samjhe nhi meri baat !!......me Satya ko Sanatan bol rha hu, Pakhand ko nahi !!...Or jo Women ko Chhota bolte hai, women ko barabari nhi dete hai vo Pakhandi hote hai ,Sanatani nhi !!...Tilak lagane se, Geruye kapde pehanne se, khud ko Brahmins bolne se koi Sanatani nhi hota hai !!...Sanatani vo hota hai jo sabko Equal smjhta hai, women ko samman deta hai jaise ki bhagwan Buddha ne dia !!........But aajkal Brahmins log Sanatan k naam p pakhand faila rhe hai !!....
अति सुन्दर कथा है जी
आपका बहुत बहुत धन्यवाद ❤
सनातन पौराणिक कथाओं को पवित्र साधक ही सार्थक अर्थ कर सकते हैं जो सदाचार और उच्च शब्दज्ञान भाव से युक्त हों!लौकिक संसारी कदाचारी इन पौराणिक कथाओं का मर्म निरर्थक ही निकालैगे।
हमारे भारत में तपस्या का बहुत सम्मान माना जाता है तपस्या में बहुत शक्ति होती है स्त्री का पतिव्रता होना बहुत उत्तम माना जाता है हमारी भारतीय सभ्यता में यह गौरव की बात है
माना जाता है, होती नही है
@@amitsingh-gv5grtu hi ghar se nikalte vyabhichar karta hai or ghar me bhi islie teri stree pativrata nah hogi...
Pavitra sthan par hi pavitrat hoti ha tujh jaiso ke sath nahi jo vasna se bhar ho🤣😂🤣
अद्भुत....
बहुत अच्छी लगी 🙏🙏
जय सनातन 🚩🚩 जय भारत 🇮🇳🇮🇳
वेद पुराणों शास्त्रों के ज्ञान के प्रकाश से आप जनसामान्य को अभिभूत कर रहे हैं। आपका आभार एवं आपको नमन्....
This is for the first time I am listening the hidden truth of our ancient scriptures for the first time through your fascinating voice. Thanks 🙏
Kahani sunane Ko dhanyvad
यही सत्य सनातनी संस्कृति और मनुवादी धर्म-कर्म है धन्यवाद मत्स्य कानून ।
ऊं जय गुरुदेव निखिलेश्वरानंदाय सदगुरुदेवाय नमो नमः।
Matches excellent beyond comments salute to the religious story teller
पतिव्रता धर्म द्वारा हमारे सनातन धर्म की महिलाएं देवता दानव यमराज पर भारी पड़ती हुई अपनी हर चाहत की पूर्ति की हैं। जैसे अनुसुइया माता के द्वारा ब्रह्मा ,विष्णु, महेश क़ो बालक बनाकर स्तनपान कराना , सावित्री द्वारा सत्यवान का आयु जीत लेना आदि। यही सुकन्या के द्वारा यहां भी हुआ है़। यही सनातन धर्म की खूबसूरती है़। जय सनातन धर्म।
आपने बहुत सुंदर जानकारी दी है इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद
बहुत रोचक कहानी है। धन्यवाद एवं आभार।
ATI sunder aaur bahut hi khoobsoorat
❤bahut hi gyanbardhak kahani hai
बहुत ही सुन्दर पौराणिक कथा प्रस्तुति आपको धन्यवाद
Jay jagnnath 🙏🏼
सुन्दर कथा🙏🙏
महर्षि ऋषि च वन महामुनी धोखे से सुकन्या के द्वारा जब आंखें फूट जाती है तब बुढ़ापे के सहारे की रूप में शादी ही एकमात्र रास्ता था जब गलती हुई है सेवा तो करना ही पड़ेगा सेवन की पूरी कहानी और इतिहास पढ़ने पर सब समझ में आ सकता है समझ में आएगा महर्षि बहुत महान थे
भारतीय अध्यात्म,धर्म और संस्कृति महानतम है।
बहुत अच्छी लगी 🙏🙏 wonder thankyou
हिन्दुस्तान की नई सुबह का इंतजार 🇮🇳🇮🇳🙏जय हिंद जय भारत 🇮🇳🇮🇳🙏
Video bahut Sundar bahut achha laga
Ati uttam gyan shriman.
बहुत रोचक और ज्ञान वर्धक कथा,सुंदर प्रस्तुति..❤
भारतीय नारी को शत शत प्रणाम!
Jay shree swami Narayan swami.
Very nice Katha.
बहुत सुंदर बहुतज्ञानवर्धक
Bahut hi gyanvardhak kahani hai bahut bahut dhanyvad.
Ati sundar gyanpurn prachin kahani sunane Dhanyvad
स्रोत की सूचना :- यह कहानी श्रीमद् देवी भागवत महापुराण के द्वितीय खण्ड के प्रथम भाग में वर्णित है।
Edit :- 1. यदि आपको लगता है कि यहां वासना से संबंधित कहानियां ही पेश की जाती हैं तो इसका एक कारण यह हो सकता है कि आप सिर्फ इन कहानियों पर ही ध्यान दे रहे हों, क्योंकि पिछली 20 कहानियों में मात्र 7 कहानियां ही ऐसी हैं जो वासना विषय से संबंध रखती हैं; उनमें भी एक कहानी पिछली दो कहानियों का संग्रह ही है अतः इफेक्टिव आंकड़ा 6 ही हुआ!
2. च्यवन ऋषि ने दबाव बनाया या नहीं तो इस विषय में इतना ही कहना है कि एक तपस्वी और अनुभवी ऋषि जब एक कम वय की लड़की के बेध्यानी में गलती करने पर उसे निःशर्त क्षमा नहीं कर के उसके पिता से यह प्रस्ताव रख रहें हैं कि आपकी बेटी से विवाह होने पर ही आपकी जान बचेगी, क्योंकि मैं उसपर मोहित हूं, तो यह एक तरह का दबाव ही लगता है।
3. ये कहानियां पुराणों में वर्णित हैं और निश्चित तौर पर पुराण लिखने वाले विद्वान ऋषि मुनि सनातन को बदनाम तो नहीं ही करना चाहते होंगे, फिर उनके लिखे को आपके सामने पढ़ने मात्र से सनातन धर्म की बदनामी कैसे हो जाती है? यदि ये बाद की मिलावटें हैं तो हमारे आज के धर्माचार्य और गीताप्रेस जैसे प्रकाशन संस्थान इसे खारिज क्यों नहीं करते हैं?
वास्तव में सनातन धर्म की कहानियां उसे बदनाम नहीं करतीं बल्कि उन कहानियों को सुनकर आपका मन जो छवि गढ़ता और समझता है वह सही या गलत होता है। परम् पूज्य महाकवि तुलसीदास जी लिखते हैं :-
जाकर रही भावना जैसी।
प्रभु मूरत तिन्ह देखी तैसी।।....🙏
Achhi
बिल्कुल सही
You are distorting the facts and befooling the people, although you might have quoted the right source.
Bhog, waasana se koi nahi mukt ho sakata hai.
Gujar jaana hi mukti hai.
Sukanya ne apani tyaag, tapasya ka samman kiya hai.
Dhanyavaad
Nice massage 👌👌
Life me itni hi loyalty honi chahiye
Dhanyavad Bhaee
बहुत ही ज्ञानवर्धक जानकारी दी धन्यवाद।
Excellent religious story and depicted in goodness
जय श्री राम जय श्री कृष्ण 🙏🙏🙏 आपने इतने सुन्दर सब्दसे बाचन कियाकी ये कहानी और रोचक लगा आपको दिलसे धन्यवाद।
Priye bhai is sunder prastuti ke liye aapko bahut 2 pyar aur dhanya wad pranam
Ati sundar bekhya snn ke mn ko Shanti Mila
Good & knowledgeable
Thanks 👍👍👍
शानदार कथा का दूसरा प्रसंग सुनने के लिए आपका बहुत बहुत आभार
Jay shree swami Narayan.
यह कहानी मेरे ही क्षेत्र की है, यह नारनौल, हरियाणा में ढोसी नमक तीर्थ है। मैं इस कहानी को अच्छी तरह जानता हूं, श्रीमद् भागवत महा पुराण में भी इसका वर्णन आता है। परंतु शब्दों को मर्यादित रखकर भी इन्हें समझा जा सकता है। सत्यं परमं दी मही।
Per amarjada kaha hua??
@@rafalodeaogo3032 दोबारा बताइए आप क्या कहना चाहते है?
बहुत रोमांचक
हमने complete कथा पढी है । ऋषि च्यवन नेआसक्ति के कारण सुकन्या को नहीं माँगा था । अंधे होने के कारण वे बिना किसी की सहायता / सेवा के जीवन सुचारु रूप से नहीं चला सकते थे ।
और - तपस्वी महात्मा ऐसे ही किसी से सेवा नहीं लेते । सुकन्या ने ही उनकी आँखें फोड़ी थी , इसलिए सेवा करने का कर्तव्य भी उसका ही था ।
जब पत्नी स्वीकार कर लिया तो उसकी प्रसन्नता की जिम्मेदारी भी महऋषी की ही थी । इसलिए उन्होंने अश्विनीकुमारों का यौवन देने का प्रस्ताव स्वीकार किया था - वासना के कारण नहीं ।
यह कैसी तपस्या है जो अपनी वासना पर नियंत्रण न रख सके.
उत्तम पद इंद्र का होता अगर ये जो ग्वुत्तम ऋषि की पत्नी आल्या पर मोहित हो जाते है चंद्र आप ने गुरुपत्नी पर मोहित हो जाते है खुद भोलेनाथ मोहनि रूप पर मोहित होता है तो क्या एक तपस्वी कोय स्त्री पर मोहित नही होता केसा भी तपस्वी हो कोय स्त्री को जीत नही पाते है ये हिंदू धर्म की ज्ञानमय कथा है जो विधर्मी को समझ नहीं आता
सारी पौराणिक गाथाये ऐसे ही साहित्यिक शब्दों के लेप से वासनाओं के खेल से भरी हुई है,,
हरे कृष्णा, सही ज्ञान के लिए आप अपने धर्मशास्त्रों को खुद पढ़ेंगे, और जब संदेह हो तो किसी ज्ञानी गुरुजन से प्रश्न करके उत्तर ले...ये मिश्रित कहानी है आधा ज्ञान, सही कहानी को ज्यादा view देने के लिए, कहानीकार जी झूठ परोस रहे है,
कृपा श्रीमद्भागवत जी में ये कहानी खुद पड़े...और नादान लोगों की भाँति व्यवहार नहीं करे, आपके पास इतना भी समय नहीं की अपने शास्त्रों को पढ़ें ,तो उन पर संदेह करने का भी हक नहीं, जब तक पूरी बात पता नहीं हो कुछ भी मत टाइप कर दो।
इन्हें सुनो और अपने संदेह खुद दूर karo...खुद शास्त्र पढ़ कर अपने गुरुजनों से पूछ कर। 🙏🏻
@@umeshsihote4498 कृपा खुद श्रीमद्भागवत पड़े उसमें ये कथा दी हुई है, भाई साहब कुछ भटक गए है, ऋषि च्यवन को खुद कन्या दी थी अपनी राजा ने, ...ये बॉलीवुड का तड़का लगा रहे हैं, भगवान इनको सद्बुद्धि दे।
😊
🎉बहूत सुंदर
❤❤❤❤❤❤❤❤❤NICE VIDEO VAI DILL KHUSH HO GAYA MIND BLOWING VIDEO VAI.....
वासना से भरपूर ऋषि , काहे का ऋषि
वासना से भरपूर पुरुष 90%.
वैसे ऋषि माने Scientist, Scholar, Academicians, Researchers इन सबके लिए लिए इस्तेमाल किया गया शब्द था।
बहुत अच्छे ❤
बहुत-बहुत सुन्दर कथा
Bahut hi badhia kahani hai धन्यवाद
🙏💐🚩 adbhoot kahani
बहुत अच्छी लगी धन्यवाद
टॉप 🙏🙏
Ati sundar kahani hai ttha Shiksha prad hai mai labhannit hua.
जयश्रीराधे 🙏 ❤
सुन्दर जानकारी
Bahut uttam
हर हर महादेव
यह कथा हमारे घर की है, महर्षि हमारे पूर्वज हैं। दरअसल अश्वनि कुमारों ने एक पेस्ट (प्राश) तैयार किया है जिसे खाकर महर्षि को यौवन मिला। फिर बाद में इसी पराश के नाम पर चिर युवा रहने के लिए च्यवनप्राश बना। जो आज भी लोग खाते हैं।
च्यवन ऋषि आश्रम गोण्डा यूपी में आप सभी का स्वागत है।
सनातन धर्म सत्य है
शाश्वत है।
बाकी सब धर्म बकबकाने में दक्ष है।
Bahut achi Katha . Sunate rahiye .
Bhut hi jada achi katha h aur aapke sunane ka tarika itna Acha h ki sunne vale bhav vibhor ho jate h
Jhuti katha hai sab Baad ke grantho me likha gaya hai
Ye wrong katha h n fraud person h
बहुत ही शिक्षाप्रद कहानी प्रस्तुत की गई है ऐसी कहानी हमे जीने का बल देती है इस कहानी में कितनी मर्यादा है जो की इस कलयुग में खत्म हो रही है हम सब परिवारों को इससे समझ लेनी चाहिए
जिन्होंने यह प्रयास किया है ऐसी शास्त्र विदित कहानियों को प्रस्तुत करना उनको साधुवाद।
🎉🎉jai ho
Bahut.achha.dhanyavad
बहुत ही सुन्दर कथा आपको साधुवाद एवं नमन
Kahani acchi hai
बहुत अछी बात है भाई
Radhe. Radhe. ❤❤
सराहनीय पौराणिक कथा प्रस्तुति !!
Bahut khoob ❤❤❤
बहुत अच्छी लगी है।
Achhi lagi
Thank you. So much
Wow.. 🙌🏾🙌🏾
Bahut achi lagi
Ati sundar katha😊
Good Aand Knowledge able. Thanks
Very good story धन्यवाद
Bahut acchi aur Sundar kahani hai
Bahut badiya story
सत्य बुद्धि में द्रुत बुद्धि नहीं द्रुत बुद्धि में सत्य बुद्धि नहीं
बुद्धि का निर्णय कर निष्कर्ष देने का कार्य है । लेकिन यह पूर्वाग्रह से ग्रसित रहती है ।लेकिन जब सत्य का बोध हो जाय तो यहीं सत्य का ही निर्णय करता हैं ।
जजजय।अश्विना
बहूत बहूत अच्छी कहानी है
कहानी बहुत अच्छा है l
Bahut sundar
Very interesting story
Bhut bhut sunder
Har Har Mahadev 🙏🙏🙏❤️
Dhanya thee Sukanya
Jai shree Radha Krishna ji🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏😇😇😇😇😇😇😇😇😇🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💯💯💯💯💯💯💯💯💯💯💯💯💯💯💯
बढिया
Ati Sundar katha .....
❤❤❤
राम राम राम महादेव