कोपभवन में कैकेयी की हठ और दशरथ का दुःख। vaवाल्मीकि रामायण, अयोध्या कांड। आचार्य अंकित प्रभाकर
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- Опубликовано: 5 июл 2024
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आचार्य श्री 🙏🙏🙏 मेरे मेरे पिता जी को आर्य समाज में शास्त्री की उपाधि प्राप्त की थी जब तक वो जीवित थे तब तक मैं उस माहौल में बड़ रही थी जहां पर शास्त्रों पर बड़ा तर्क हुआ करता था हवन यज्ञ हुआ करते थे उनके जाने के बाद मैं अपने आप को अकेला पाती थी आपके चैनल ने वह कमी पूरी करदी हृदय से आपका धन्यवाद
हार्दिक धन्यवाद शुभकामनाएं आयुष्मान भव ओ३म् 🙏🏼🚩 कृण्वनतो विश्वमार्यम 🚩 चरैवेति चरैवेति... । जय आर्य जय आर्यव्रत भरतखण्ड 🚩
आचार्य जी आपकों बहुत बहुत धन्यवाद और आभार आप सब-कुछ इतनी अच्छी तरह से समझाते हुए हर प्रकरण को सुनाते हैं कि क्या बताऊं इतना अच्छा लगता है एक एक बात समझते हैं
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤️❤️❤️❤️ओउम 🙏🙏
आचार्य जी सादर नमस्ते 🙏🙏🚩🕉️🌞🌄🙏🙏🎤👌👌📝👌👌✔️💯🌺🌻🌹🌻🌺
ओम् नमस्ते आचार्य जीं जय आर्यावर्त❤❤
अति सुन्दर l ॐ
🙏🙏
आर्यपुत्र हम आपके ॠणि है
Pranam acharya ji 🙏
ओम् , सादर प्रणाम आचार्य जी ।
🙏🏻
आचार्य जी नमस्ते आचार्य जी यदि रामचंद्र जी गुरुकुल में पढ़े तू 16 वर्ष की आयु में राजा दशरथ उनका राज्याभिषेक करने की कैसे सोच सकते थे जब वह गुरुकुल से पढ़कर आ जाते तभी फिर यह सब सोचा जा सकता था मुझे तो ऐसा ही लगता है आप कृपया इस पर प्रकाश डालें धन्यवाद आचार्य जी
पढ़े होते तो
ऊपर अशुद्ध लिख गया था वही ठीक किया है मैं यहां
Ramayan kal me vedo ki pratishtha thi. Aur ved ka aadesh hai ki shadi ki nyuntam umra 25 varsh honi chahiye. Jab shri sham ne koi bhi karya ved virrudh nahi kiya to unki shadi 25 varsha se kam me kaise ho sakti thi? Rajyabhishek to unki shadi ke baad hui thi to 16 varsh to kabhi ho hi nahi sakti. Is prakar ham shashtro me milavato ko pahchan sakte hai.