मकर संक्रांति का त्यौहार क्यू मनाया जाता है ?

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  • Опубликовано: 28 авг 2024
  • मकर संक्रांति का त्यौहार हर साल जेनुअरी के १४/१५ महीने की तिथि को में मनाया जाता है। मकर संक्रांति का त्यौहार , देश के अलग अलग राज्यों में अलग अलग नाम से मनाया जाता है। जैसे uttarayan, pongal, khichdi। yeh त्यौहार मानसिक विकास, फसल कटैये, और अच्छे स्वास्थ्यए के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार , इस दिन सूर्य देव के रथ से खर निकल जाते हैं , और फिर सातों घोड़े सूर्ये देव के रथ से झुड जाते हैं। इससे
    सूर्य देव का तेज़
    और प्रभाव बड जाता है। साथ में इस दिन सूर्य देव अपने पुत्र शनि देव से मिलने उनके घर जाते हैं। क्यूंकि शनि देव मकर राशि के स्वामी हैं , इसलिए आज के त्यौहार को मकर संक्रांति कहते हैं। आज से ही शुभ मांगलिक करए शुरू हो जाते हैं जैसे शादी , विवाह
    आदि। मकर संक्रांति पर पतंग उड़ाने की भी परंपरा हैं। मकर संक्रांति के पवन त्यौहार पर दान , पुनिये का भी विशेष महत्व हैं। इसलिए गौ माता की सेवा से बढ़कर दूसरा कोई महान पुनिये नहीं हैं। इसलिए गौ माता की सेवा हरे चारे से हमें करनी चाइये , और जीवन में पुनिये की प्राप्ति करनी चाइय। आप सभी पर गौ माता का आशीर्वाद सदा बना रहे, इसी मनोकामना के साथ जय गौ माता की।

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