बाड़मेर में जैन समाज की महिलाओं ने भरी हुंकार,समाज से बन्द हो यह 4 रिवाज़

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  • Опубликовано: 9 сен 2024

Комментарии • 660

  • @jyotsnadas8598
    @jyotsnadas8598 Год назад +220

    सिर्फ जैन समाज नहीं, आजकल लोगों में दिखावे का प्रचलन अधिक हो गया है। आपने बहुत अच्छा मुद्दा उठाया है। मैं आप से सहमत हूँ।

    • @sarojmodi8327
      @sarojmodi8327 Год назад +3

      It has to change in Maheshwari samaj also .

    • @sarojperiwal5038
      @sarojperiwal5038 Год назад +1

      Mariani Samantha ka bhi yahoo haal chaahe Pati ki mrituyu ho yahoo bete ki

    • @vijayshah7823
      @vijayshah7823 28 дней назад

      Yeh janam/ murtyu Bhojan hona hi nahi chaiye jain samaj mai koi maharajji se puch lena
      Except family member in their home

    • @sagardarbar3898
      @sagardarbar3898 14 дней назад

      In all sanatan samaj...bade bujarg jo sikha kar gye...usko hamne adhunikata ke chalte galat rup de diya he​@@sarojmodi8327

  • @Dinesh-l2p6w
    @Dinesh-l2p6w Год назад +143

    छोटे बच्चों को जो दीक्षा दी जा रही है उस पर भी प्रतिबंध लगना जरूरी है । 18 साल की उम्र तय की जाए ।

    • @AshokRajpurohit
      @AshokRajpurohit  Год назад +4

      8 साल के बाद से ले सकते है यह धर्म मे लिखा है।

    • @Saksham_jain__611
      @Saksham_jain__611 Год назад +6

      Sab kuch soch samajh kr Kiya jata h.. gurudev dhyan rakhte h.. vo diksha k layak h bhi ya nhi.. aap apna dhyan rakhiye

    • @ramprasadvishnoi2558
      @ramprasadvishnoi2558 14 дней назад +12

      वैसे भी जनसंख्या क कम हो रही है आपके समाज की ओर साधु बना देना क न्हा तक सही ह

    • @sunilsinch2659
      @sunilsinch2659 14 дней назад +1

      Bilkul sahi he

    • @pareshmhatre4019
      @pareshmhatre4019 9 дней назад

      ​@@Saksham_jain__611😂

  • @vinodpatil9878
    @vinodpatil9878 Год назад +43

    बेहन सच कहा आप ने। सादगी ही सही है। सिर्फ जैन धर्म ही नहीं, सब धर्म में हो सादगी

  • @SunitaKakkad
    @SunitaKakkad Год назад +61

    हम पंजाबियों में भी इस तरह के रिवाज हैं, जो बंद होने चाहिएं।आपको देखकर हिम्मत मिली। धन्यवाद🙏🌹 सभी महिलाओं को इसी तरह मिलकर आगे आकर दिखावे वाली मान्यताओं को खत्म करना चाहिए। अमीर लोगों को फर्क नहीं पड़ता लेकिन गरीब को बहुत भारी पड़ता है।

  • @vandanaagrawal84
    @vandanaagrawal84 Год назад +41

    दीदी आपने बहुत ही अच्छी बात कही। हमारे अग्रवाल समाज मे भी जो लोग दुख मे आते है उन्हे बर्तन कपडे मिठाई दान के रूप मे बाटी जाती जिससे घरवाले व्यवस्था करने मे परेशान होते है। अभी हाल मे हमारे दूर के मामाजी का देहावसान हुआ और उनके परिवारजन बहुत ही महत्वपूर्ण निर्णय लिया उन्होंने सभी आगतुको को छोटे पौधे दिए और अनुरोध किया कि वे दिवंगत आत्मा की याद मे उन्हे लगाए। यह एक सराहनीय कदम है। सभी को इसे अपनाना चाहिए।

  • @dilipkumarrajpurohit3751
    @dilipkumarrajpurohit3751 Год назад +49

    कार्यक्रम अति आवश्यक होते है, क्योंकि इससे परिवार को अवसाद (डिप्रेशन)से निकलने में सहायता मिलती है ।
    हां खाना सादा भोजन तथा एक मिठाई पर्याप्त है। लेनदेन समाप्त होना चाहिए।

  • @bapparawal9709
    @bapparawal9709 Год назад +38

    जैन समुदाय को शादी के लिये ज्यादा धन खर्च करना बंद करना चाहिए और वहीं धन ज्यादा बच्चों की परवरिश में खर्च करना जरूरी है।

  • @chetankumarsharma811
    @chetankumarsharma811 Год назад +68

    सभी समाज में व्याप्त बुराई को दूर करना चाहिए।

    • @kchauhan6461
      @kchauhan6461 Год назад +1

      Right😂comment😂😂😂😂

    • @SaveHindus1
      @SaveHindus1 5 дней назад +1

      To all Ja ins: Sabse bade ghotalebaaz tumlog ho.
      Harshad mehta, choksi, mehra bros, parekh, moni jain....long list. 24% tax ka jhuutha propaganda band karo. Bank loan ke sabse badey defaulters sabse jyada tum ho. Raciist bhi tum sab hi ho. Jaha rahte ho waha kisi ko ghar nahi lene de. Nautanki mat karo.
      ​@@kchauhan6461

    • @SaveHindus1
      @SaveHindus1 5 дней назад +1

      ​@@kchauhan6461To all Ja ins: Sabse bade ghotalebaaz tumlog ho.
      Harshad mehta, choksi, mehra bros, parekh, moni jain....long list. 24% tax ka jhuutha propaganda band karo. Bank loan ke sabse badey defaulters sabse jyada tum ho. Raciist bhi tum sab hi ho. Jaha rahte ho waha kisi ko ghar nahi lene de. Nautanki mat karo.
      ​@kchauhan6461

  • @krk5453
    @krk5453 Год назад +20

    बहन जी के विचारों से मैं पूरी तरह सहमत हूँ.. आपने शुरुवात कर दी है तो परिणाम भी अनुरूप ही होगा

  • @woolfie-art
    @woolfie-art Год назад +36

    मेरे पास शब्द नहीं है आपकी प्रशंसा के लिए.... बहुत बढ़िया काम कर रही हैं आप .....समाज में परिस्थिति अनुसार परिवर्तन लाना हर धर्म का कर्तव्य है

  • @shashibadan
    @shashibadan Год назад +16

    सराहनीय प्रयास है मात्र जैन समाज में नहीं बाकी सब समाजों में भी लेना देना और भोजन की व्यवस्था दिन पर दिन दिखावे की ओर बढ़ती जा रही है ऐसे समय में भी लोगों को वाह वाही लूटने की रहती है

  • @archanajoshi8358
    @archanajoshi8358 Год назад +55

    मेरा पुरजोर समर्थन है आपके उठायें हुई इस मुहीम के लिये

    • @rajunagar2014
      @rajunagar2014 Год назад

      Bharamno me bhi band hona cahiye

    • @logokomatbanao7785
      @logokomatbanao7785 4 дня назад

      ​@@rajunagar2014
      Ha bilkul galat to galat hai
      Hona chahiye
      Tum sayad surname dekh kar likhe ho ye...
      But galat to galat hai
      Band ho

  • @rainajain6768
    @rainajain6768 Год назад +32

    जितना जल्दी हो इन कुरीतियो को समाप्त कर समाज को नई दिशा दी जाए सबका साथ और सहयोग जरुरी है हम सब आपके साथ है

  • @pap726
    @pap726 Год назад +18

    बहुत अच्छे विचार हैं आपके पर इसमें एक और मुद्दा जोड़ना चाहिए सभी समाजों की तरह जैन समाज को भी विवाह सम्मेलन करना चाहिए जिससे एक एक परिवार का लाखों रुपए बचेगा

  • @Alexdumas556
    @Alexdumas556 Год назад +30

    We all are with you बहन 🥰🥰🥰🥰
    I totally agree with you 👍 💯%

  • @kuldeepgaur5615
    @kuldeepgaur5615 Год назад +16

    सृष्टि में जो भी बड़े परिवर्तन हुए हैं वह महिलाओं के द्वारा ही हुए हैं पहाड़ों में चिपको आंदोलन उसका एक उदाहरण है

  • @bhagwanmishra7243
    @bhagwanmishra7243 Год назад +16

    कोई भी समाज हो कुरीतियां अंधविश्वासों शरीर के लिए हानिकर धन का दुरूपयोग अवैज्ञानिक असामाजिक दिखावा स्त्री अपमान आदि से जुड़ी बातों को त्याग दिया जाना चाहिए।आप अच्छा काम कर रही हैं। धन्यवाद

  • @reshmikatochguleria9121
    @reshmikatochguleria9121 Год назад +22

    बहुत अच्छी बात है, शोक सभा मृत्यु भोज शान्ति प्रार्थना सादगी से होना चाहिए....... दिखावा क्या,यह एक सामाजिक संवेदना का संस्कार है, घर के लोग तो वैसे ही...... दुख मे होते है, साधारण तरह से ही...... संपन्न हों...... अच्छे कर्म ही दुनिया याद रखती है,...

  • @gkgroup12
    @gkgroup12 20 дней назад +13

    किसी धर्म या समाज में सुधार तभी संभव है जब उसी वर्ग के लोग उसके विरूद्ध अपनी आवाज बुलंद करे, इस दृष्टि से आपका प्रयास सराहनीय है

  • @HATHYOGIVICHARMANTHAN
    @HATHYOGIVICHARMANTHAN Месяц назад +6

    बहुत सुन्दर,जन जागरण के लिए बधाई की पात्र हो, हमारा मंगल आशीर्वाद

  • @mohammadharunkhan3740
    @mohammadharunkhan3740 Год назад +39

    बहनजी आज का समाज पूरी तरह गल गया है। सादगी वाले आदमी का आज का समाज बहिष्कार करता है। आपकी पहल बहुत ही प्रशंसनीय है।

  • @mahaveerjain7398
    @mahaveerjain7398 Год назад +9

    विचार अच्छे हैं
    आचार्य तुलसी ने एक नारा दिया
    । जब जागो तभी सवेरा।

  • @chunnilalgolchha8331
    @chunnilalgolchha8331 Год назад +13

    बहुत सुंदर तथा प्रशंसनीय prayas. गुरुओं की कृपा बनी rahe.

  • @parasrajdhanetia3791
    @parasrajdhanetia3791 Год назад +10

    आपकी इस पहल के लिए बाड़मेर की बहनों को साधुवाद

  • @mayankjain449
    @mayankjain449 Год назад +15

    हमारे निमाड म.प्र. मेऐसा कोई रिवाज नही हैं ।फिर भी अगर ऐसा कोई रिवाज होतो बंद करना चाहिए ।इसकी शुरुआत अपने घर ,गांव ,परिवार ......से होना चाहिए ।🌹🌹🌹

  • @sureshjain6504
    @sureshjain6504 Год назад +13

    जय जिनेंद्र पूर्व में शादी विवाह में भी सभी महिलाएं मिलकर शुद्ध मर्यादित भोजन तैयार करती थी परंतु वर्तमान में यह व्यवस्था खत्म हो चुकी है अतः सभी महिलाओं को मिलकर पुनः शुद्ध मर्यादित भोजन कराने की व्यवस्था शादी विवाह में एवं अन्य कार्यक्रम में करनी चाहिए

  • @barakhaoswal7628
    @barakhaoswal7628 Год назад +17

    Ek नंबर.....100% agreed..Aaj kal मौत भी रिसेप्शन जैसे भोजन रखा जाता है...डेकोरेशन k saath...aur लिफाफा तो बहुत ही जरूरी हो गया...इसे बदलना चाहिए...want to join ur group

  • @laxmansinghpokhariya3276
    @laxmansinghpokhariya3276 Год назад +9

    Bahut sundar message hai jain samaj ke liye.
    Pariwartan jarur hona chahiye.

  • @sapnajain8045
    @sapnajain8045 Год назад +38

    सच में बहुत अच्छा कदम है मगर ए सब पर लागू होना चाहिए मजाक नहीं बनना चाहिए

  • @m.a.augustineaugustine6775
    @m.a.augustineaugustine6775 Год назад +15

    VERY GOOD SISTER!
    I APPRECIATE YOUR EFFORTS.
    MAY JAIN SAMAJ SHOW THE LIGHT TO THE WHOLE WORLD.

  • @sangeetajain6486
    @sangeetajain6486 Год назад +41

    मृत्यु भोजन बिल्कुल बंद होना चहिये

    • @kavitajain9328
      @kavitajain9328 Год назад +2

      बिलकुल सही है

    • @VIJAYKUMAR-yi8db
      @VIJAYKUMAR-yi8db Год назад +1

      Fiftin year से मै sunta आ
      रहा हु कुछ नहीं huha समाज दिन पर दिन दिखबती होता जा रहा है तिये की बैठक में भी खाना खाते है लोग जय जिनेंद्र जिनेंद्र 😊

  • @shailendragautam7726
    @shailendragautam7726 Год назад +6

    बहिन जी आप को बहुत बहुत साधुवाद बहिन जी मृत्यु भोज तो सभी समाज में बंद होना चाहिए तरूण सागर जी ने कहा है कि मृत्यु भोज खाना मरे व्यक्ति का मांस खाना के समान है

  • @yogitapatni1745
    @yogitapatni1745 Год назад +6

    Jay Jinendra बहुत बढ़िया प्रयास है आपका मैं भी आपके साथ हूं मैंने तो प्रमाण सागर जी महाराज के कहने के अनुसार पिछले तीन-चार सालों चार-पांच सालों से गाड़ी लेन में मिलने वाली चीजें लेना बंद कर दिया ससुराल पियवा बच्चों के ससुराल के छूट रखकर मुझे भी बहुत बुरा लगता था जब घर में ऐसा गमगीन माहौल और दाग के दूसरे दिन ही लोग रखकर लेन-देन को लेकर साड़ियों को लेकर चर्चा करते हैं लोगों में जागरूकता आना चाहिए छोटे शहरों में और गांवों में बिजनेस में लड़कों को भी लड़की देना चाहिए Rishte ki Hamare Dharm aur Sanskriti ki Raksha ho sake भी जोर देना होगा

  • @Surajjain13
    @Surajjain13 Год назад +6

    मै जालंधर पंजाब का निवासी हूँ । हमारे जैन समाज में पैसों का लिफाफा देने पर पुरी तरह से पाबंधी है। जब किसी का स्वर्गवास होता है , तो अंतिम संस्कार में समाज के लोग और रिश्तेदार शव पर दौशाला ऑडाते है और अगले ही दिन सुबह के समय रस्म पगड़ी / उठाला हो जाता है। बाहर शहर गाँव से आये रिश्तेदारो और निकट सम्भंदिओं का खाना होता है पर लिफाफा कैश आदि नहीं चलता। मेरा ये प्रयास है की रस्म उठाले की परम्परा भी समाप्त होनी चाहिए और ये ऑनलाइन प्रार्थना ही होनी चाहिए ताकि कोई किसी प्रकार का रस्म पगड़ी मे होने वाला ताम झाम भी ना हो।

  • @anujasinghvi3532
    @anujasinghvi3532 5 дней назад +1

    टैक्स चोरी में भी जैन समाज आगे हैं। वो वोट कट ढूंढ ही लेते न हैं। वैसे आपको धन्यवाद देती हूं कि आपने समाज की कुरितियों के खिलाफ आवाज़ उठाने की हिम्मत की। बुजदिल और अंहकारी जैन समाज से अच्छाई की उम्मीद नहीं की जा सकती।

  • @shrirammeena8934
    @shrirammeena8934 18 дней назад +4

    इस जैन बहन जी ने बिल्कुल ठीक कहा है कि समाज में अगर कुछ बुराइयां है तो हर आदमी का कर्तव्य है कि हर समाज के लोग संगठित हो और उन बुराइयों को दूर करें यही सबके हित में है

  • @sompalarya3848
    @sompalarya3848 Год назад +8

    यह रिवाज हम भारतीयों के दिमाग में रच बस गए हैं लेकिन हमें उनको छोड़कर अपने पुराने रीति रिवाज पर ही ध्यान देना चाहिए और अपनाना चाहिए

  • @pkjmanas
    @pkjmanas Год назад +8

    बैरसिया भोपाल मध्यप्रदेश में इस प्रथा का सामाजिक स्तर पर निषेध है। आप का प्रयास सराहनीय है, साधुवाद

  • @nagolalpardhi3282
    @nagolalpardhi3282 Год назад +6

    समाज कल्याण के लिए ऐसे कदम उठाना स्वागतेय अभिनन्दनीय वन्देमातरम

  • @baldeoprasad446
    @baldeoprasad446 Год назад +6

    आजकल देखा जा रहा है कि तेरही में जो भोजन बनता है जैसे शादी विवाह में भोजन बनता है। बड़े अफसोस की बात है कि एक तरफ घर में गमी का माहौल है और उसपर खान-पान । मृत्यु भोज को राजस्थान सरकार ने बैन लगा दिया है जो सही है।

  • @hkj8051
    @hkj8051 Год назад +30

    मरण mot के कार्यक्रम ही नहीं शादी या अन्य कार्यक्रम बहुत सादगी से होना चाहिए किसी भी प्रकार का लेन देन या फिजूल खर्च नहीं होनी चाहिए धन का उपयोग धर्म के प्रचार प्रसार me होना चाहिए समाज को समृद्ध शाली बनाने में होना चाहिए कुरीतियों को हटाना ही चाहिए our अछि व्यवस्था लागू करनी चाहिए

  • @manishmaru5320
    @manishmaru5320 Год назад +8

    😊 कुरीतियां किसी भी धर्म में हो समाप्त होनी चाहिए विशेष का जैन समाज

  • @RDOGRA
    @RDOGRA Год назад +12

    बिना किसी अर्थ के दिखावे, पैसे के घमण्ड के लिए किये जाने वाले रिवाज बन्द होने चाहिए !

  • @indujain1381
    @indujain1381 Год назад +29

    Very good initiative. Salute to you all, & hope that it will be continued with more chains to be broken 🙏🙏🙏

    • @little_tom.7
      @little_tom.7 Год назад +1

      It's not only with rich jain community only.. Plz take it to the whole society..
      My good wishes🙏

  • @papujain9763
    @papujain9763 Год назад +6

    बहुत सुंदर कहा शान्ति बहन ओर रिकु जी का भी धन्यवाद 🙏🙏

  • @urwashipatidar7011
    @urwashipatidar7011 Год назад +14

    100 प्रतिशत सही कहा है आपने...
    ये सब होता है....

  • @sunitasharma7891
    @sunitasharma7891 Год назад +15

    किसी के घर कोई मर गया हो तो वहां खाना ही क्यों???
    बल्कि अपने घर से खाना ले जाकर उनके घर वालों को खिलाना चाहिए। पांच की जगह तीन सब्जी ! वाह! क्या सुधार है।😂

    • @sonujain2348
      @sonujain2348 Год назад +1

      U r right bro

    • @sonujain2348
      @sonujain2348 Год назад +3

      Vha khana bhi kese kha sakte h jha koi mar gaya h

  • @shantibisht2054
    @shantibisht2054 Год назад +5

    हर समाज में जो भी अच्छी रीतियां हैं उनको सभी को अपनाना चाहिए और जो भी पुरानी बुरी रीतियां हैं उन पर विचार करना चाहिए।

  • @madhujain7062
    @madhujain7062 Год назад +7

    ये रिवाज तो बुरे है ही साथ में जो मुनि महाराज के कलश स्थापना और उनके जन्मदिवस दीक्षा दिवस पर करोड़ों खर्च करते है वो भी बंद होने चाहिए

  • @veenasharma2890
    @veenasharma2890 5 дней назад +2

    सभी समाजों में ये कुरीतियों है जो आपने उठाई है जानवर भी दुसरे साथ के जानवर के मरने में शोक मनाता है खाता पीता नहीं है और हम आशुओं में भींगा भोज खाते हैं वो आशु बहन बेटी पत्नी पति बेटे सभी के होते हैं मृत्यु भोज की परंपरा खत्म होनी चाहिए आप लोगों का कदम सराहनीय है

    • @SaveHindus1
      @SaveHindus1 5 дней назад +2

      To all Ja ins: To all Ja ins: Sabse bade ghotalebaaz tumlog ho.
      Harshad mehta, choksi, mehra bros, parekh, moni jain....long list. 24% tax ka jhuutha propaganda band karo. Bank loan ke sabse badey defaulters sabse jyada tum ho. Raciist bhi tum sab hi ho. Jaha rahte ho waha kisi ko ghar nahi lene de. Nautanki mat karo.

  • @sandeepbhandari5138
    @sandeepbhandari5138 Год назад +19

    मैने तो मृत्यु भोज करने का मृत्यु भोज मे भोज करने का मृत्यु के संदर्भ मे कुछ भी लेने का बहुत पहले ही त्याग कर लिया था,
    आपका यह कदम बहुत सराहनीय है मै और मेरा परिवार आपके साथ हैं,
    मृत्यु भोज मे तो अनेक मिठाईया बनाई जाती है लेकिन उन दिनो मे यदि कोई मिठाई लेकर जाता है तो कहते है हमारे शोक है नही रखेगे
    यह कैसी प्रथा

    • @anjnasharma6547
      @anjnasharma6547 Год назад +1

      These rituals are symbolic to restart the life in a normal way ,but it is true that nowdays it has become a showoff.These rituals should be performed with eternal simplicity and should be minimalistic

    • @asheemjain4939
      @asheemjain4939 Год назад +3

      बहन जी मैं और मेरा परिवार भी कभी भी मृत्यु भोज में भोजन नहीं करते

  • @shivramkanojia4905
    @shivramkanojia4905 Год назад +5

    सामाजिक बुराइयों पर सार्थक प्रयास,, हार्दिक शुभकामनाएं

  • @BaliramKshirsagar
    @BaliramKshirsagar Год назад +4

    हिंदू धर्म और जैन धर्म अलग अलग नही है सब बदल रहे आप भी बदले अच्छा लगता है

  • @sureshgawade9129
    @sureshgawade9129 Год назад +9

    समय के साथ बदलना जरुरी है.

  • @manoramamishra3722
    @manoramamishra3722 Год назад +11

    बहन आपके विचारों से मैं पूर्णतया सहमत हूं। हमारे ब्राह्मण समाज में भी यह सभी प्रथाएं प्रचलित हैं । हमें लगता है कि इनमें सुधार किया जाना चाहिए

  • @neerujain5614
    @neerujain5614 Год назад +6

    जैन समाज में विवाह शादी दिन में होनी चाहिए
    शादियों में खाने की बरबादी नहीं होनी चाहिए
    किसी के भी यहां मरनओपरआत शोक सभा में जाए तो वहां खाना बिल्कुल सादा होना चाहिए

  • @user-sw7gp2wk2h
    @user-sw7gp2wk2h Год назад +15

    हम आपके साथ हैं ।

  • @ashokkumarparakh9301
    @ashokkumarparakh9301 Год назад +3

    आपका यह बहुत ही सराहनीय कार्य है।

  • @kratikasongara3233
    @kratikasongara3233 6 дней назад

    Aap jaise log hi kisi bhi community ko upar laate hain...high regards for you...❤

  • @nehajain4543
    @nehajain4543 21 день назад +1

    बिलकुल सही बात का मुद्दा उठाया है, रिवाज के साथ हमे ख़ुद में भी बदलाव चाहिए कि स्वयं भी एक सब्ज़ी से सादगीपूर्ण भोजन कर के आए 🙏

  • @rajapal1134
    @rajapal1134 Год назад +9

    परम्परायें समय के अनुसार बदलना चाहिए ।

  • @dr-perveenmahamood5877
    @dr-perveenmahamood5877 7 дней назад

    बहुत अच्छी कोशिश काश सभी की सोच ऐसी होती 💐💐💐👏🙏अल्लाह करें आप कामयाब हो 💐💐💐🙏🙏🙏

  • @mahakk6546
    @mahakk6546 Год назад +6

    Jain समाज अब दिखावा मैं ज्यादा आ गया है लोगो की आपसी प्रेम सौहार्द की भावना काम होती जा रही है उससे बड़ी बात दुसरे कास्ट मैं शादी करना और मां बाप की यह सोच शादी शहर मैं करना , मॉडर्न सोच को बड़ावा देना कल्चर से विमुख होना आदि बातो को भी शामिल करना चाहिए वर्ना जैन समाज की परंपरा लोग भूलने न लग जाए?

  • @rajeshjain743
    @rajeshjain743 Год назад +2

    जय जिनेन्द्र बहन जी आपने सही कहा है और आज एक बफर सिस्टम जो शुरू हो गया है ये बफर के सफर को भी बन्द हो में राजेश कुमार फिरोजाबाद से आपके साथ हूं ????????????????????
    बहन जी जैन समाज में एक और गुटबाजी शुरू हो गई है उस पर भी चिन्तन व मनन किया जावे जैसे अपने जैन समाज के साधु संतों ने जो ग्रुप बनाना शुरू किया है उस पर बिचार करें और समाज को जागरूक करने का प्रयास करें मैं राजेश कुमार जैन फिरोजाबाद आपके साथ हूं ???????????????????????

  • @bhairavduttjoshi3600
    @bhairavduttjoshi3600 Год назад +7

    Jain samaj Bharat ka ek intellectual samaj hai, issiliye Jainio ko chahiye ki ve adhik se adhik bachhe paida karein, taki Bharat me achhe nagriko ki bahutayat ho sake.

  • @sampatjain1453
    @sampatjain1453 Год назад +3

    आप फॉलो ही मत करो निंदा से मत डरो आप 1%होकर 24%टेक्स भर रहे कोई महान काम नहीं कर रहे हो आप अंधे होके टेक्स भर रहे हो आप के पैसों का दूर उपयोग हो रहा हे वोट के लिए रेवड़िया बट रही हे मुफ्त आप महिलाए मिलकर ही टेक्स न भरने को बाध्य कर सकते हो जैसे आजादी के लिए महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन चलाया था वैसे आप भी आंदोलन चला के अपनी सुरक्षा के जैन सुरक्षा बोर्ड बनवाओ हमारे यहा तो मरने वाले के यहा बैठने जाते हे तो तेरवी के दिन केवल बाटी और दाल और चावल ही बनता हे ऐसा नहीं करने वालो पर जुर्माना लगता हे सवेदना मर चुकी हे जैनियों की जीजी 🙏🏾

  • @jayantprasad1369
    @jayantprasad1369 Год назад +2

    जय हो जय हो बहन बहुत ही अच्छा प्रयास है, पुरूष इससे कैसे अंजान है

  • @satendratiwari6097
    @satendratiwari6097 Год назад +3

    हिन्दू धर्म का ही अंग है जैन धर्म बौद्ध धर्म , सिक्ख धर्म , हम सभी सनातनी हैं ,पर एक बात हमें अच्छी नहीं लगती पर परम आदरणीय गुरूदेव क्षमा करेंगें
    नंगा होना पैदल चलना हमें साफ अच्छा नहीं लगता कृपया इस नियम को बदला जाय।🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

    • @Bajnahi
      @Bajnahi Год назад +1

      आपको सादर नमन ! भाईसाहब, जैन धर्म हिंदू धर्म का अंग बिलकुल नहीं हैं ! जैन धर्म वेदों के पुर्व का हैं | वेदो में जैन धर्म का अलग से व्याख्यान मिलते हैं | इसका अर्थ ही यह हैं कि वेदों के पूर्व भी जैन धर्म का अस्तित्व रहा हैं ! वेद काल में जैन, बौद्ध व ब्राह्मण इन धर्म का उल्लेख मिलता हैं|

    • @Bajnahi
      @Bajnahi Год назад

      और आप कि दृष्टी में जो नंगा पण हैं कृपया उसे आप ठीक करें | जैन साधू नंगे नहीं बल्की वह दिगंबर होते हैं | नंगे तो पशू, पक्षी होते हैं | नागा साधू भी होते हैं | दिगंबर मुनी कि चर्या अत्यंत कठीण साधना होती हैं| कपडे तो थंड एवं आपने विकारों को ढकने के लिए होते हैं| जो निर्विकार हैं उन्हे कृपया आप निर्मल दृष्टी से देखने कि कृपा करे |

    • @Bajnahi
      @Bajnahi Год назад

      आजकाल फिल्मों में,धारावाहीका में, विज्ञापनो में जो नंगापना हैं उसकी चिंता हमें करनी चाहिए !

  • @omprakashpatni862
    @omprakashpatni862 27 дней назад +1

    बहुत सुंदर मुद्दे है, समाज आपका साथ दे और आप इस अभियान मे सफल हो.

  • @mohammadsalim5174
    @mohammadsalim5174 21 день назад +2

    सादुओ को कपड़े भी दो या बस्तियों से बाहर रखने को भी कुरीतियों में जोड़े

  • @tilokchand2843
    @tilokchand2843 Год назад +3

    आपके विचार से मैं सहमत हूँ
    तिलोक भंसाली चेन्नई

  • @sarojyadav-lm2ru
    @sarojyadav-lm2ru Год назад +3

    ठीक कह रही है बहिन खाना होना ही नही चाहिए अच्छा कदम है जय श्रीराम बहिन

  • @Kirti-lx4on
    @Kirti-lx4on Месяц назад +2

    ✍️✍️ माफ कीजिए,,,
    लेकिन, जैन धर्म के अनुसार मृत्यु भोजन निषेध माना गया हैं..! ये रिवाज बंद ही होना चाहिए..!! ❌🙏❌

  • @simmigangwal3075
    @simmigangwal3075 2 дня назад

    आपने बहुत अच्छा मुद्दा उढ़ाया है मेभी आप के साथ हु

  • @dr.vinaykumarsingh8189
    @dr.vinaykumarsingh8189 Год назад +12

    Very nice movement,all the best 😊

  • @VIJAYKUMAR-yi8db
    @VIJAYKUMAR-yi8db Год назад +3

    अब जैन समाज सभ्य नही रहा
    आप की आवाज को नही मानने बाले bakbash हो गया समाज
    अब होटल मै प्रोग्रम अधिक मनाने वाले अधिक होगये जन्म दिन हो शादी की वर्ष गा ठ हो सब रात को मनाने वाले अधिक है और तो और देखा देखी की होड़ मै समाज मै मिडिल क्लास परिवार परेशन रहता है कुल मिलाकर अब वो बात नही रही समाज मै जो पहले थी जय जिनेंद्र

  • @tribhuvansoni3269
    @tribhuvansoni3269 Год назад +9

    आज महिलाए थोड़ा बोलकर अपना समाज का ध्यान रखकर
    बोल पा रही है।

  • @vallabhpatel911
    @vallabhpatel911 18 дней назад +1

    गम को गम ही रहने दें खुशियों या उत्सव में न ले जयें। पुराने सामाजिक सरल रिवाजों को अपनायें और नये खर्चिले रिवाजों को पल्लवित न होने दें।

  • @manojmeenameeena6131
    @manojmeenameeena6131 Год назад +3

    Very nice so proud of you weldone weldone weldone live long god bless you be happy

  • @snsas
    @snsas Год назад +4

    सही कहा है.
    मृत्यु भोज तो बन्द हो सकता है.

  • @maheshbhomia6914
    @maheshbhomia6914 Год назад +3

    बदलाव अपने शुरू करनी चाहिए हमारे समाज में जो मिलनी होती थी पहले वह केवल चार रुपये की होती थी अब लोग पता नहीं कितनी कितनी किसकी लंबी लिस्ट थमा देते हैं मैंने मेरे बच्चों की शादी से वही पुरानी रीत अनुसार चार रुपये की मिलनी ली और दी आगे चाहते हैं कि भोजन में पानी मिलाकर 11 चीजे ही होनी चाहिए और इतना ही काफी होता हैं

  • @hemantparmar9994
    @hemantparmar9994 Год назад +3

    आपकी बात सही है। कुच बदलाव अवश्य होना चाहिये ।

  • @skjain8304
    @skjain8304 Год назад +18

    I support Shanti Madam 🙏🙏

  • @hemantshetty5986
    @hemantshetty5986 Год назад +4

    Very good Jai jinendra

  • @shailkumudini9833
    @shailkumudini9833 19 дней назад +1

    यह ले न देन की परंपरा तो बहुत पहले ही खत्म हो गई, हमारे परिवार में

  • @adv.ganesha.kshirsagar2324
    @adv.ganesha.kshirsagar2324 Год назад +4

    समर्थनीय निर्णय...खुप छान...

  • @sakshishah6736
    @sakshishah6736 16 дней назад +1

    हमारी बुंदेलखंड की जैन समाज में समाज के अधिक से अधिक व्यक्ति मृत्यु भोज के भजन का त्याग किए हुए हैं हमारे यहां कोई लेनदेन की प्रथा नहीं चलती है एक पगड़ी रसम होती है जिसमें सिर्फ रिश्तेदार तौलिया बांधते हैं और हमारे यहां साधारण भोजन ही कराया जाता है।

  • @VasantBhandari-cm8cv
    @VasantBhandari-cm8cv Месяц назад +1

    जैन समाज कहना मिथ्या है,ओसवाल जाति से हो तो ओसवाल समाज कहो ,जैन धर्म है,कोई भी जाति वाले श्रद्धा पुर्वक कर सकते है।

  • @manishatater1954
    @manishatater1954 28 дней назад +1

    Om Arham🙏 bahut sundar Ye sab purani pratha band honi chahiye jo last point woh bahut hi galat hai is muhim ko pure samaj ke samne prastu karni chahiye 🙏

  • @sadikrahman6203
    @sadikrahman6203 Месяц назад +1

    Very nice and beautiful sentiments and thoughts.

  • @ashutoshpathak9783
    @ashutoshpathak9783 Год назад +3

    Excellent explanation.

  • @user-ff4wm7xt5x
    @user-ff4wm7xt5x 29 дней назад +1

    म्रत्यु भोज और म्रत्यु दान को बंद क्यों नहीं हो सकता। अब तो आदिवासी और दलित भी इसे छोड़ रहे हैं।

  • @AltafKardamek
    @AltafKardamek 15 дней назад

    धर्म मे मनमानी से धर्मगुरुओं हेर फेर करते हैं ।
    ४० साल पहले धर्मगुरुओं के विचार, शिक्षा और थे और आज सब बदल गया है ।

  • @kiritjain1064
    @kiritjain1064 Год назад +3

    हमारे जवाल झोरा पट्टी में ये रिवाज ही बंद कर चके है।

  • @virendramanot3242
    @virendramanot3242 Месяц назад +1

    आचार्य तुलसी ने समाज में इन सभी कुरीतियों पर समाज को जाग्रत कर यह सब कुरीतियों को बंद करवा दिया।

  • @prabhaluhadia2686
    @prabhaluhadia2686 Год назад +4

    किसी के रोग व शोक मे खाना नाश्ता क्यो, हा दूसरे शहर से आए है तो वाजिब है, मैने तो 40 साल से यह शपथ ली हुई है

  • @vipinruchika
    @vipinruchika 21 день назад

    देखिए, जिसने जैन धर्म समझ लिया वो तो किसी शोक का हिस्सा ही नही बन सकता ...

  • @mahendrakumararya4532
    @mahendrakumararya4532 Год назад +6

    आपका ये सुझाव बहुत अनुकरणीय हो जायेगा यदि इसमें पाखण्ड की समाप्ती हो जाये ऐसी परिस्थिति में सिर्फ भोजन हेतु आवागमन होता हो जहाँ ऐसी परम्परा को समाप्त कर देना चाहिए ये हमारी बेडिया है जी

  • @tusharjadhav711
    @tusharjadhav711 Год назад +3

    very nice speech as well as ready for "parivartan" very goog

  • @chhayashah2316
    @chhayashah2316 Год назад +4

    Yes YES BHEN. AP. 100 PERSENT. RIGHT HO 🙏🏻🙏🏻