देश में महिलाएं न सिर्फ IAS ,IPS जैसे प्रशासनिक सेवाओं में अफसर बनकर देश को आगे बढ़ाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देती है बल्कि कृषि और विज्ञान के क्षेत्र में भी उनका अहम योगदान होता है। भारतीय संविधान का अनुच्छेद 14 और 15 सभी को समान अधिकार प्रदान करता है किंतु राजनीति क्षेत्र में महिलाओं की कम सहभागिता उनको इन अधिकारों से वंचित करता है इसलिए समस्त राजनीतिक पार्टियों को इस मुद्दे पर व्यापक चर्चा कर बिना कोई संदेह के' महिला आरक्षण विधेयक' को संसद पास कराने की पहल करनी चाहिए,भविष्य में इसके सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे । धन्यवाद कविंद्र सर, धन्यवाद राज्यसभा टीवी। संतोष पाराशर, मध्य प्रदेश।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में आरक्षण एक निर्णायक क़दम साबित हो सकता है क्योंकि इसके द्वारा उन रिक्त पदों को भरा जा सकता है जो अभी तक नहीं भरे गये हैं साथ ही सभी राजनीतिक दलों को पितृसत्तात्मकवादी सोच से बाहर निकलकर इसका समाधान निकाले जाने की जरूरत है। राज्य सभा टीवी का धन्यवाद।
रिजर्वेशन में रिजर्वेशन का हल यह हो सकता है कि अनुसूचित जाति और जनजाति रिजर्वेशन में ही अनुसूचित जाति और जनजाति महिलाओं के लिए रिजर्वेशन हो और आम सीटों पर भी ऐसा ही हो इससे रिजर्वेशन का 50% कोटे का उल्लघंन भी नहीं होगा । रिजर्वेशन से ज्यादा जरूरत महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करना है ।
हमारे देश की आधी आबादी को जनप्रतिनिधि के रूप में अधिक से अधिक मौका दिया जाना चाहिए ,इससे निश्चित रूप से देश की महिलाओं के सशक्तिकरण पर सकारात्मक असर पड़ेगा और इससे इतर अन्य महिलाएं भी अपनी बात बिना किसी भय के रख सकेंगी|
आज भारत में महिलाएं पुरूषों के तुलना मे पिछड़ गई है जब भारत पहली लोकसभा मे महिलाओ की संख्या (5%) के मामले मे पश्चिम के देशों (अमेरिका, ब्रिटेन) के मुकाबले ज्यादा थी परंतु आज पश्चिमी देश हमसे आगे हैं और हम वहीं के वही इसका मुख्य कारण पितृसत्ता को बढ़ावा और राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी है।
Har mahila ko itna sobhagya nhi hota jitna ki ek purush ki education ko importance diya jata h parents k dawara...Mahilao ka reservation jaroor hona chaiyr
Why the society is entangled in debates like Male v/s Female, Hindu v/s Muslims, Black v/s White? Are we Humans? because fight like these happens in animal also. What are we missing as a human being?
हमारे देश मे महिलाओं से जुड़ी जितनी भी कुरीतियाँ है उनका समर्थन धर्म व परंपरा के के आधार पर किया जाता रहा है चाहे वो सती प्रथा हो या तीन तलाक । धर्म का प्रयोग महिलाओं के ऊपर अदृश्य कोड़े के रूप में किया जाता रहा है। मेरे हिसाब से ये जो रूढ़िवादी व पितृसत्तात्मक मानसिक बीमारी है उसका इलाज भी मानसिक स्तर पर होना चाहिए और वो इलाज है बेहतर शिक्षा। अंत मे सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि समय के साथ स्वयं में परिवर्तन न करना रूढ़ियों को जन्म देता है और रूढिया मनुष्य को मानसिक स्तर पर विकलांग कर देती है। महिलाओं के सहयोग के बिना भारत विश्व शक्ति नही बन सकता।
वर्तमान बहुमत की सरकार जिसका लोकसभा में पूर्ण बहुमत है ऐसे में लोकसभा में आरक्षण विधेयक का लंबित होना राजनीतिक दलों की निष्क्रियता वस्तुनिष्ठता में कमी को प्रदशित करती है।।
नमस्कार सर देश देशांतर कार्यक्रम हम भारतीयों के लिए भारतीय राजनीतिक व्यवस्था को समझने के लिए एक अहम स्त्रोत है लेकिन सर अगर डिबेट के बाद जो प्वाइंट्स निकल कर आते हैं उनको अगर लिखित रूप में संक्षिप्त दे दिया जाए तो और भी अच्छा होगा धन्यवाद
Bharat mahaan desh hai... mahila samman ko badhawa Dene ke liye media ko hi aage aana chahiye...Subah shaam tv par jagrukta abhiyaan chalega...To phir logo ki soch bhi dheere dheere badalne lagegi
Womens ko reservation jarur dena chahiye because agar women educate hogi and of course independent hogi in respect with finance se to vo apne right k liye fight kr sakti and nobody take the wrong advantage and also women not criticized from discrimination.
क्या पुरुष प्रधान देश में महिलाओं की कार्य क्षमता में अभी भी कोई शंका है? जबकि भारतीय संविधान का आर्टिकल 14 स्त्री पुरुष में बिना भेद भाव के समानता का अधिकार देता है, देर ही सही महिलायों को 50% आरक्षण मिलना चाहिए जिससे उनका प्रतिनिधित्व विधायिका में अधिक से अधिक हो और महिलायों से संबंधित विषयों पर कानून बनाते समय अपना पक्ष मजबूती से रख सकें!
Could please someone explain that what is the problem with "quota within quota" system? Seats reserved for women in SC,ST,OBC quota would ultimately go to that community and that too to a woman. Then there would be better representation. Why is it a problem?
सामान्य वर्ग की महिलायें पिछड़ जाएंगी...क्योंकि उनको कम मौका मिलेगा और आरक्षण का लाभ उठाने वाली महिलाओं की तुलना में...वे पिछड़ती जाएंगी...अगर वो कमजोर परिवार से है तो उन्हें इसका दोहरा मार पड़ेगा क्योंकि न तो उनके घरवालो को आरक्षण मिलेगा और न ही उन्हें।इस बाबत हमे यह ध्यान रखना होगा कि महिलाएं किसी भी वर्ग की हो...उनके साथ बहुत ही विभेद होता है...इस बाबत यह हो सकता है कि,महिलाओं को केवल इसी आरक्षण का फायदा मिलें, न ताकि अन्य आरक्षण का भी
महिलाओं को शिक्षा के माध्यम से अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करके राजनीतिक अधिकारों के साथ-साथ शिक्षा, समाज, आर्थिक सशक्तिकरण, पुरुषों की सोच में बदलाव के साथ आरक्षण देना बेहद जरूरी है क्योंकि जब तक महिलाओं को सशक्त नहीं किया तब तक तक देश को विकसित देशों की सूची में पहुँचाना बेहद कठिन है ।
Reservation for woman is very important for developing countries like India. If you see China their economic and or other sectors grow very fast because involvement of women is very high in China as compare to India. If women go in every aspect they understand the problem of women and rape and other cases decrease fastly. Problem is this in County is man and understand women is also equal to men according to article 14 say that men or women they are equal.
*THE POLITICAL CONSENSUS ON THE MATTER OF SIGNIFICANT ISSUES OF PUBLIC LIFE ARE NOT MET ACTUALLY THAT'S WHAT THE MAIN CAUSE OF SEVERAL DOMAIN OF FAILURES OF INDIA.*
Ham kisi tarah ke reservation k virodh me h ......21 century me v reservations..... Koi kisi ko reservation nai..,sala reservation hi sab problems ka samadhan h
देश में महिलाएं न सिर्फ IAS ,IPS जैसे प्रशासनिक सेवाओं में अफसर बनकर देश को आगे बढ़ाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देती है बल्कि कृषि और विज्ञान के क्षेत्र में भी उनका अहम योगदान होता है। भारतीय संविधान का अनुच्छेद 14 और 15 सभी को समान अधिकार प्रदान करता है किंतु राजनीति क्षेत्र में महिलाओं की कम सहभागिता उनको इन अधिकारों से वंचित करता है इसलिए समस्त राजनीतिक पार्टियों को इस मुद्दे पर व्यापक चर्चा कर बिना कोई संदेह के' महिला आरक्षण विधेयक' को संसद पास कराने की पहल करनी चाहिए,भविष्य में इसके सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे ।
धन्यवाद कविंद्र सर,
धन्यवाद राज्यसभा टीवी।
संतोष पाराशर, मध्य प्रदेश।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में आरक्षण एक निर्णायक क़दम साबित हो सकता है क्योंकि इसके द्वारा उन रिक्त पदों को भरा जा सकता है जो अभी तक नहीं भरे गये हैं साथ ही सभी राजनीतिक दलों को पितृसत्तात्मकवादी सोच से बाहर निकलकर इसका समाधान निकाले जाने की जरूरत है। राज्य सभा टीवी का धन्यवाद।
Hmm purusho. Ke andar abi bhi पितृसत्तात्मक सोच बरकरार है जिसे बदलकर ही कोई हल निकाला जा सकता है
Kon sa pad rikt h
sabse achchi debate yahi hoti hai...peaceful
रिजर्वेशन में रिजर्वेशन का हल यह हो सकता है कि अनुसूचित जाति और जनजाति रिजर्वेशन में ही अनुसूचित जाति और जनजाति महिलाओं के लिए रिजर्वेशन हो और आम सीटों पर भी ऐसा ही हो इससे रिजर्वेशन का 50% कोटे का उल्लघंन भी नहीं होगा । रिजर्वेशन से ज्यादा जरूरत महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करना है ।
हमारे देश की आधी आबादी को जनप्रतिनिधि के रूप में अधिक से अधिक मौका दिया जाना चाहिए ,इससे निश्चित रूप से देश की महिलाओं के सशक्तिकरण पर सकारात्मक असर पड़ेगा और इससे इतर अन्य महिलाएं भी अपनी बात बिना किसी भय के रख सकेंगी|
आज भारत में महिलाएं पुरूषों के तुलना मे पिछड़ गई है
जब भारत पहली लोकसभा मे महिलाओ की संख्या (5%) के मामले मे पश्चिम के देशों (अमेरिका, ब्रिटेन) के मुकाबले ज्यादा थी
परंतु आज पश्चिमी देश हमसे आगे हैं और हम वहीं के वही
इसका मुख्य कारण पितृसत्ता को बढ़ावा और राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी है।
We need to do protest over it,only then they'll agree to women's reservation !
Har mahila ko itna sobhagya nhi hota jitna ki ek purush ki education ko importance diya jata h parents k dawara...Mahilao ka reservation jaroor hona chaiyr
Why the society is entangled in debates like Male v/s Female, Hindu v/s Muslims, Black v/s White? Are we Humans? because fight like these happens in animal also. What are we missing as a human being?
BJP को इस पर आगे आना चाहिए और एक बड़ी ऐतिहासिक गलती को ठीक करना चाहिए ।
Thanku
Hi
हमारे देश मे महिलाओं से जुड़ी जितनी भी कुरीतियाँ है उनका समर्थन धर्म व परंपरा के के आधार पर किया जाता रहा है चाहे वो सती प्रथा हो या तीन तलाक । धर्म का प्रयोग महिलाओं के ऊपर अदृश्य कोड़े के रूप में किया जाता रहा है। मेरे हिसाब से ये जो रूढ़िवादी व पितृसत्तात्मक मानसिक बीमारी है उसका इलाज भी मानसिक स्तर पर होना चाहिए और वो इलाज है बेहतर शिक्षा। अंत मे सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि समय के साथ स्वयं में परिवर्तन न करना रूढ़ियों को जन्म देता है और रूढिया मनुष्य को मानसिक स्तर पर विकलांग कर देती है। महिलाओं के सहयोग के बिना भारत विश्व शक्ति नही बन सकता।
Ryt
I like the opinion of rekha agrawal ji.
mam RJD aur SP Baki mein bahut narrow thinking wale Hai
वर्तमान बहुमत की सरकार जिसका लोकसभा में पूर्ण बहुमत है ऐसे में लोकसभा में आरक्षण विधेयक का लंबित होना राजनीतिक दलों की निष्क्रियता वस्तुनिष्ठता में कमी को प्रदशित करती है।।
Great debate
नमस्कार सर देश देशांतर कार्यक्रम हम भारतीयों के लिए भारतीय राजनीतिक व्यवस्था को समझने के लिए एक अहम स्त्रोत है लेकिन सर अगर डिबेट के बाद जो प्वाइंट्स निकल कर आते हैं उनको अगर लिखित रूप में संक्षिप्त दे दिया जाए तो और भी अच्छा होगा धन्यवाद
मित्र आपकी समस्या का समाधान यहां है क्लिक करें
www.drishtiias.com/hindi/loksabha-rajyasabha-discussions
Bharat mahaan desh hai... mahila samman ko badhawa Dene ke liye media ko hi aage aana chahiye...Subah shaam tv par jagrukta abhiyaan chalega...To phir logo ki soch bhi dheere dheere badalne lagegi
Thanks RS TV...
superb
thanks kavindra Sir ji
Womens ko reservation jarur dena chahiye because agar women educate hogi and of course independent hogi in respect with finance se to vo apne right k liye fight kr sakti and nobody take the wrong advantage and also women not criticized from discrimination.
Thanks rstv
thanx rstv...
क्या पुरुष प्रधान देश में महिलाओं की कार्य क्षमता में अभी भी कोई शंका है? जबकि भारतीय संविधान का आर्टिकल 14 स्त्री पुरुष में बिना भेद भाव के समानता का अधिकार देता है, देर ही सही महिलायों को 50% आरक्षण मिलना चाहिए जिससे उनका प्रतिनिधित्व विधायिका में अधिक से अधिक हो और महिलायों से संबंधित विषयों पर कानून बनाते समय अपना पक्ष मजबूती से रख सकें!
women empowerment necessary but requried qualifed women in our legisaluture. thanks
there are many men in our legisleture who are not qualified ,even they don't know the full form of MLA.what about them ??
@@rsmavi1929 right
Very important task to be done...
Thanks rstv hi
Could please someone explain that what is the problem with "quota within quota" system? Seats reserved for women in SC,ST,OBC quota would ultimately go to that community and that too to a woman. Then there would be better representation. Why is it a problem?
Nice idea.
सामान्य वर्ग की महिलायें पिछड़ जाएंगी...क्योंकि उनको कम मौका मिलेगा और आरक्षण का लाभ उठाने वाली महिलाओं की तुलना में...वे पिछड़ती जाएंगी...अगर वो कमजोर परिवार से है तो उन्हें इसका दोहरा मार पड़ेगा क्योंकि न तो उनके घरवालो को आरक्षण मिलेगा और न ही उन्हें।इस बाबत हमे यह ध्यान रखना होगा कि महिलाएं किसी भी वर्ग की हो...उनके साथ बहुत ही विभेद होता है...इस बाबत यह हो सकता है कि,महिलाओं को केवल इसी आरक्षण का फायदा मिलें, न ताकि अन्य आरक्षण का भी
This is the crux na.... !!!
महिलाओं को शिक्षा के माध्यम से अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करके राजनीतिक अधिकारों के साथ-साथ शिक्षा, समाज, आर्थिक सशक्तिकरण, पुरुषों की सोच में बदलाव के साथ आरक्षण देना बेहद जरूरी है क्योंकि जब तक महिलाओं को सशक्त नहीं किया तब तक तक देश को विकसित देशों की सूची में पहुँचाना बेहद कठिन है
।
Thnx sir woman 100 percent
Very nice topic thanks R.S
Address please sand
Thank_s
Thanks to all of u
Muje lgta hai qouta with in party hona chahiye bec agr haarne vali seat bhi hogi to bhi women main leadership quality badegi
Mahila arkshan bill me sc st obc ko alag kota se mahila arkshan milna chahiye.
India m talent kabhi bhi parameter nhi hota ... Gender caste religion hi hote h hamesha
In my opinion their is no problem in giving reservation for women in reservation for SC,ST and OBCs. As this will not hamper the reservation policys.
Thank you
Women reservation(constitutional amendment) bill will be passed by simple majority not two-third......
Chaksu Roy in all debates would not answer the question but will say everything else which is already in public domain
Yes women reservation is neccessity of d time under beti pdhao beti bachao abhiyan...women also belongs to backward class👏👏👏
Reservation for woman is very important for developing countries like India. If you see China their economic and or other sectors grow very fast because involvement of women is very high in China as compare to India. If women go in every aspect they understand the problem of women and rape and other cases decrease fastly.
Problem is this in County is man and understand women is also equal to men according to article 14 say that men or women they are equal.
*THE POLITICAL CONSENSUS ON THE MATTER OF SIGNIFICANT ISSUES OF PUBLIC LIFE ARE NOT MET ACTUALLY THAT'S WHAT THE MAIN CAUSE OF SEVERAL DOMAIN OF FAILURES OF INDIA.*
First of all reservation for women should be 20 percent... After that time will definitely tell u what to do...
Ham kisi tarah ke reservation k virodh me h ......21 century me v reservations..... Koi kisi ko reservation nai..,sala reservation hi sab problems ka samadhan h
Ek aur reservation , sabko reservation chhiye , Rabdi Devi jaisi mahilaye PM , CM ban jayegi 😂😂
Reservation do but only for ST, SC, and OBC...
why not for those people who are economicaly backward??