लगता है देश देशान्तर में जितने भी मेहमान आये है वो कभी वास्तव में ग्रामीण इलाकों में गए ही नही है और ये जो सर्वे या रिपोर्ट की बात कर रहे है ये ग्रामीण इलाकों के नही हो सकता हा कस्बो या सिटी का हो सकता है जहाँ कुछ विकास हुआ है । मुझे इन मेहमानों से निवेदन है कभी ग्रामीण इलाकों में जाकर देखे जो ये स्टूडियो में बैठ कर बड़ा बड़ा बात कर रहे है उनका पूरा नजरिया ही बदल जायेगा ।
सर नवोदय विधालय में तो सभी प्रतिभासंपन्न बच्चे भर्ती कर लिए जाते हैं। वो गांव के अलावा शहरों से भी भर्ती होते हैं। पर उन बच्चों का क्या होगा जो बेचारें कमजोर हैं। ऐसा नही है कि जो बच्चें कमजोर है वो अच्छा नही कर सकते हैं। मेरे को मौका दें। मैं सुधार करके दिखाता हुँ। देश की शिक्षा व्यवस्था .........वादा है इस बात का।
आज कार्यक्रम बहुत अच्छा था।। बिना अच्छी शिक्षा के अच्छा भारत संभव नही है। सरकार को इसके लिए बिना देरी किये जरूरी कदम उठाने चाहिए ।जिससे कि प्राइवेट स्कूलों की डिपेंडेंसी कम हो।।।
I am from bihar. In bihar I know education level is low but students of bihar is very intelligent in maths science etc. Actually this problem is occur due to basic education at present teachers ka become lazy because no one looks them. Basic education is very bad then high education also affected by it. My father come from government school but there study level is good my grandfather also come from government school. It means ancient time education level is better in government school, but at present private school arrive all rich family send there children to private school. In village boys go to private school but girls go to government school. So I request to government please give trend teachers because I see teachers make swetar in office, they get sunlight not attend class room. They have not any care about future India.
बिहार में लड़कियों की नामांकन बढ़ने के निम्न काऱण है ... 1.अभिवावकों में जागरूकता 2.लड़कियों के लिये साकील, छात्रवृति ,पोशाक योजना 3.बिहार बोर्ड के 10वीं की परीक्षा में लड़कियों का लगातर टॉप करने से भी
असर -2018 की रिपोर्ट देश शिक्षा व्यवस्था के लिए संतोषप्रद होगी पर इससे संतुष्ट नहीं हुआ जा सकता। बच्चों पढ़ाई के दबाव, तनाव और आत्महत्या जैसे प्रयासों से निपटने के लिए सरकार को तथा देश के स्कूल प्रशासन व्यवस्था को स्कूलों में शिक्षक और बच्चों के बीच फ्रेंडली वातावरण तैयार कर स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने तथा बच्चों के मानसिक अवस्था को समझने मैं माता-पिता की भूमिका भी तय करने की जिम्मेदारी है। कार्यक्रम के लिए धन्यवाद राज्यसभा टीवी। संतोष पाराशर,मध्य प्रदेश।
बहुत धन्यवाद राज्यसभा टीवी.. यदि नीतिगत स्तर पर सुझाव की बात करें तो सबसे महत्वपूर्ण कदम हो सकता है कि शिक्षा के विषय को राज्य सूची से निकाल कर केंद्र सूची में रख दिया जाना चाहिए और इसको पूरी तरह से केंद्रीकृत करके सरकार को हस्तांतरित कर दिया जाए क्योंकि प्राथमिक शिक्षा बहुत ही संवेदनशील विषय है। शिक्षा के आधार पर ही हमारे देश और व्यक्ति विशेष का भविष्य टिका हुआ है । केंद्रीकृत करने से आशय है कि शिक्षा के क्षेत्र में निजी भागीदारी को खत्म कर दिया जाए, सारे विद्यालय सरकारी हों और उनमें उच्चतम स्तर की आधारभूत संरचनाऐं, प्रशिक्षित शिक्षक आदि की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। और यदि इसके विकल्प की बात करें तो "शिक्षा का दिल्ली मॉडल" भी देख सकते हैं, बिना निजी भागीदारी को समाप्त किए सरकारी विद्यालयों में उच्च स्तर की आधारभूत सुविधाऐं उपलब्ध कराई जाएं । धन्यवाद
शिक्षा का व्यक्तित्व निर्माण मे अमूल्य योगदान है इसलिए हर एक स्तर पर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलनी चाहिये।हमारे संविधान का अनुक्षेद 21(A ) 6 से 14 वर्ष के बच्चो को अनिवार्य और निशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराता है जो बच्चे का मौलिक अधिकार है। सब दानों में ज्ञान का दान ही सर्वोत्कृष्ट है। मनुस्मृति
शिक्षा किसी भी देश के विकास की आधारभूत इकाई होती है. विभिन्न सरकारों ने शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जैसे सर्व शिक्षा अभियान, मिड डे मील इत्यादि. किंतु ASAR की रिपोर्ट से यह मालूम होता है कि अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है.
I m from navodya vidylaya too The show was very knowledgeable and quite interesting... All the pennelist we're good at there fine sense on knowledge GRT show ..
Sorry to be so off topic but does someone know of a trick to log back into an Instagram account?? I stupidly forgot the account password. I would love any help you can offer me
I am From Jawahar Navodaya Vidayalaya .. and I will say that not 100% of the JNV's are in rural area but majority are there.. These vidayalays are really providing the quality of education at par with the our best schools in the metro cities . Navodaya is really best thing happened to my life as a rural child . Navodaya should be used as a ROLE MODEL in every district , & govt. schools are encouraged to do quality check. Better Foundation can only bear the pressure of big monument ..
हालांकि इस प्रकार की योजनाएं जितना बताया जा रहा है उतना ही प्रयास से ग्रामीण क्षेत्रों में उससे प्रमाणिक तौर पर लागू कर दिया जाए जो वाकई में भारतीय व्यवस्था में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर पर शिक्षा की हालत में सुधार आएगा और शिक्षकों की भी व्यावहारिक गुणवत्ता और शिक्षा स्तर की प्रवक्ता की सरकार को समय समय पर रखने और परीक्षा के माध्यम से अपडेटेड रखना चाहिए और हर साल 2 साल में नई गाइडलाइन और उनके ट्रांसफर का भी व्यवस्था होनी चाहिए जिससे उनके मन में डर और अपने कर्तव्य के प्रति अपने पद के कर्तव्य के प्रति उनकी ईमानदारी बनी रहे कभी हमारे देश के ग्रामीण इलाके और शहरी कस्बों के लोगों में के बच्चों को उस प्रकार की शिक्षा मिल पाएगी जिस प्रकार की कल्पना कर रहे हैं
यह तो सर्वविदित है कि भारत की लगभग 70 प्रतिशत जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्र में निवासरत है ऐसे में इन क्षेत्रों में शिक्षा पर जोर दिया जाना आवश्यक हो जाता है जिस तरह की सुरक्षा , सुविधाएं शहरी स्कूलों में उपलब्ध करायी जाती है उसी तरह की आधारभूत सुविधाएं ग्रामीण स्कूलों में भी उपलब्ध करायी जानी चाहिए। राज्य सभा टीवी का धन्यवाद।
RAJYA SABHA TV AUR SABHI GUESTS KO THANKS.AAP SABHI NE RURAL AREAS KI SIKSHA KI DASA AUR DISA KO VYAPAK RUP SE SAMJHAYA. SIR MAI BIHAR SE NAJDIK SE DEKHTA HU WAKAI TEACHERS KO TRENDS NHI KIYA GYA H. KOI BHI TEACHERS EXPECT SOME STUDENTS KE BICH SAMAY NHI DETE H.
एक समान शिक्षा लागू कि जाय आज एक तरफ निजिकरण के कारण जो आर्थिक रूप से सक्षम होते हैं उनके बच्चों निजी स्कूलों मे पढाई करते हैं और गरीब परिवार के बच्चों को कोई नहीं देखता है शिक्षक अपनी जिम्मेदारी से बच रहे
Gramin sikhsha pranali ki sabse badi kami he 8 th class tk baccho ko fail na krna is karan na teachers baccho ko padhane me intrest Lete he na bacche padhne me..... Yha na koi computation he student k beech na abbal aane ka utsaah....... I think is byabashtha ko govt ko badlna chahiye kyuki neeb Kamjor hogi to us pr khada makan v Kamjor hi hoga or Bo girega v..
असर रिपोर्ट ने भले ही देश की शिक्षा व्यवस्था और इसके लिए शुरू की गई नीतियों के सकारात्मक असर को दिखाया है, लेकिन यह रिपोर्ट किसी भी प्रकार से संतोषप्रद नहीं है। स्कूलों में बच्चों को रोककर रखना जितना ज़रूरी है उससे अधिक जरूरत इस बात की है कि जितने बच्चे स्कूल में है उनकी शिक्षा के स्तर की गुणवत्ता को बनाए रखा जाए।
भारत देश की ७०% आबादी गाँव मे रहतीं हैं और गाँव की प्राइमरी स्कूलों में इन्फ्रास्ट्रक्चर की बहुत कमी है.नवोदय जैसे संस्थान को आगें बढाने का औऱ समाज मे जागरुकता लाने की जरुरत है.
As a bihari I am quite satisfied with this report. The quality of education in bihar government school is drastic. In my view this is becuase in near past all the focus of bihar government in education perspective is all about enrollment of student and the government has well achieved in this regard. But now the bihar government should focus on quality of teachers and infrastructure they are providing. Especially the quality of teacher is very poor.. BTW hope that the government will now focus in this regards..
"Nayi Talim" of Mahatma - include vocational training , ethic culture need of the hour . Amiroon ko shiksha aur Gariboon ko biksha di jati ha school ma ' ..System fail ha pura ...
केंद्र और राज्य सरकार को सभी शिक्षकों के साथ एक अनुबंध करना चाहिए जैसे डॉक्टरों के साथ किया सरकार ने की उनको गांव में भी 5 साल जॉब करनी होगी, जिससे अच्छे शिक्षक गांव में भी अपनी सेवा दे , और प्राथमिक अवसंरचना पर ध्यान देना चाहिए
Sabhi school ki quantity dekhne ke bajay..... Schoolo ki quality check kiya Jaye..... .... आज तो यह भी हो रहा है की कितने सारे बच्चो ने अपना दाखिला स्कुलों में करवाया है पर स्कुल जाते नहीं...... और एक बात बोलने के लिये माफी चाहती हु .... आज न teacher में पढ़ाने की रूची है न बच्चो में पढ़ने की.... ईसी वजह से ही हमारे देश में education की quality बहुत की कम होते जा रही है.....
सरकार सरकारी स्कूल चलाने में जो खर्च कर रही है। उसके बदले प्रत्येक पढने वाले बच्चे के एकाउंट में 800 महीना भेज दें। इस पैसे से प्राईवेट स्कूल में पढा लेंगे। सरकारी स्कूलों में शिक्षक बढिया से नहीं पढाते, चाहे वो बहुत जानकारी वाला ही क्यों ना हो। सरकारी कामों में जिम्मेदारी नहीं होती है।
Hr cheej ka apna output hai fir hume khud me sudhar krne ki jaroorat hume apne bachho pr dhyan dena chahiye teacher kya padha raha hai ki nhi iske liye ek system hona chahiye jisme teacher ki jawabdehi ho
govt. ko rural area school par infrastructure par jor dena hoga tatha activities par bhi or ek gram panchapat par supervision committee banana chahiye har saptah me 2 bar supervision kare or gram sabha and pradhan ko bhi pratidin school me jaye dekhe or supervision committee ko cordinate kare
" we will get our salary at the end of the month. you study or not is not my business " - a teacher told this to his/her students...just imagine the mindset...( real incident)...
नवोदय विद्यालय परिसर एक उत्तम सुझाव है लेकिन प्राथमिक शिक्षा के लिए राज्य सरकार ने क्या क़दम उठाये हैं इस ओर भी ध्यान रखना चाहिए स्कूल की भवन, भाषा और दूरी का भी खयाल रखना चाहिए वास्तव में विद्यालय परिसर गांव से बहुत ज्यादा दुरी है बिहार में इसके अलावे शिक्षक की संख्या कही कही बहुत ही कम है मेरे सुझाव में , हर एक राज्य सरकार को प्राथमिक शिक्षा का शिक्षक की संख्या और वेतन ज्यादा होनी चाहिए साथ ही साथ राज्य सरकार भी नवोदय विद्यालय के तर्ज़ पर कोइ अन्य संस्थानों की स्थापना कर सकते हैं
well for discussion of schooling system on the annual report of primary education. sir one of the reason so blunder have mismanagement by not any guideline of district level education officer. i came from bihar and my schooling in bihar of govt., school. And I realised on schooling life as well as have a more teacher have not knowledge of which subject ( jo subject padha rahe hai) and second reason teacher have no any guidelines by block level officer & distric level officer, have no any report taken by particular state education ministry.. and for good quality of education have no any survey in any particular state (Bihar).. most of teacher untrends... most of teacher not attend in school. and no any focus in any subject for weaker student, not complete any topic in any subject .. No sequencial topic complete for sysmestar wise. when i study in fifth to eight class then no any teacher not preparation of any topic in our syllabus. I don't know no our syllabus and not tell me by teacher. No any education officer investigated in our school and no any quize exam and not any taken appititute test in my schooling. And so I understand of our education system so playing of future of student. I am not good reading English book. all in all teacher I saw only do complete duty not do well of education. Atleast 60 to 70 percent people have no sufficient money so depends only govt. school. some schooling teacher other side opens personal school./ some schooling teacher have business of tution centre. Sir have more and more reason so I can't write..... So I say on the other hand (i) if schooling system should increase of good quality of basic knowledge in the student and increase of basic improve firstly . so do on the primary school have only trends teacher teaching. (ii) In the primary school have each & every day class of routine follows and all teacher take have own period and mention of particular register so this report within 15 days mention on block educational officer and then submit of report then his report invistigate by self (B.D.O). and direct student to interecation for on this report. (iii) every topics have test conduct by school teacher and gets performance submit on ..(iv) on the primary school level, why not improve mathematics, English,Hindi, science..Etc. so discussion to principal and school administrator.. and gets any solution for this reason. (iv) on the class wise student category devided as well as for intelligent student & weaker student... and how to improve of weaker student... (V) and interection of logic method use of any subject as well as for understanding level not (ratta lagana)... only thinking for simple way have any jokes, have any story, have any emotion.... (vi) All Block wise competition attends for all class wise every thirds month.....have given rank for which student and rewarded by any aspiration amount....(vii) all govt, school interaction to the computer and understanding for knowledge of computer. in my school life computer have available in my school but not give any class of computer... ( sabhi bache ke maan mai ek sapna hota hai ki computer kaise chalate hai, and computer ko kaise chalate hai, computer kaise kam karta hai, computer kyu hamare liye jaroori hai ) all facilities available in private school but not in govt, school so this is big mistake in my govt. school... In my mind all the issues so all feeling realised in my govt, schooling life... not my developed my intelligency in my govt. schooling period. so all issues tackle and anallyses so I believe hendrend percent improve in villagers student so have golden oppertunities for govt. school child. mostly intelligent boys came to villagers areas which studies in govt. school but one efficiency of technical developement...who learn came to delhi and another big cities. where all facilities are available.....
education system state pr depend krta h ki bo kese implement krta he. enrollment bada h no doubt but quality education poor aaj v he rural schools ki stithi bilkul hi competitive ni he rural aur urban gap , hindi english gap increase hua h teachers v quality provide ni kr pa rye teachers totally udaseen h schools me aate h koi target nahi hota uske bad chle jate h even exam time pass hote huye v syllabus complete nhi h girls ki education improve hui h pr awi bhoot kam baki h.
Sir programme achha laga But ek sujhab dena chahunga ki Sabse pahle hame population control par dhyan dena chaihye Lekin koi is mude pe bat hi nahi karta hai Lekin mujhe aasha hai ki aap meri bato par dhyan denge..
teacher recruitment should be timely and qualitative focussing on EI rather than IQ,it should not be politically driven as it is done in case of govt schools.
जब तक सरकारी नौकरी में किसी भी सिकायत पर नौकरी ना जाने का अहंकार खत्म नही होगी और जबतक बाप की बपौती रहेगी सरकारी नौकरी में सरकार के हर विभाग में हमेशा चुनौती बनी रहेगी,खास कर ग्रामीण क्षेत्रों में जहाँ के शिक्षक बच्चों को कुछ वर्क देकर घर या बाजार चले जाते है वो जानते है मेरा कुछ होने वाला नही है। मालूम नहीं ये कौन से रिपोर्ट के बात कर रहे है मुझे नही लगता ये वास्तव में ग्रामीण इलाकों में जाकर ये रिपोर्ट बनाई गई है।
Siksha ka matlab svi class ke pthhykramo ka syllabus aisa hona chahiye ki competition ki taiyari ke liye syllabus bhinn hone ke karan coaching ka Sahara na lena pade jaise kksha ki syllabus me reasoning curraint affairs ka na hona
UP ke village school me jaise ki kaushambi district and fatehpur,banda yanha bache 10th me 70 %mark obtain karte hai bt inhe basic bhi nai pta hota and jaida bacche yeh apna biodata nai likh pate..plz survey kiyiye and sudhar kya hoga .
Bihar ke students bahut jyada padane me mehanat karte h 2- 2 din bina khaye piye padte h aur logo ki unke prti mankista achchi nhi unka mazak udana bahut achche number lane ke bavjood unhe job nhi aur Bo priwate factory me job krte bus ki Bo technical Kam hote h
School level par bhi ek committee banaa chahiye jo en kamiyo ka sarve kare jisase en kamiyo ko dur kiya ja sake.....jaise UGC hai Second fact yah bhi hai government school ki infrastructure, faculty etana achchhi nahi jitani government chahti hai... Budget me Education ke liye paisa jyda pass hona chahiye...
Sir bachhe chahe gramin ho ya sahri jab tak unko proper guideline nhi hoga tab tak unke mastik Ka vikash nhi hoga Sir Mai apna opinion dena chahunga teacher ka vacancy open hona chahiye pure Bharat level par aur unko kisi bhi Gao me duty mili unko rahne ki subhida diya jay aur transport ka bhi jise teachers Khushi se gramin priwesh me bhi sahi tarike se rah sake . Aur bhacho Ko school ke saath ek hostel diya jay jise wo teacher ke proper guideline me pad sake tabhi unka padai ke prati interest badega aur wo age achha kar sakte hai
Rural education: 1. Aspirational in nature 2. RTE for 6-14 years 3. Government policy like Sarva shiksha abhiyan needs next version 4. Mandating experience of atleast 2 years in rural environment for teacher recruitment in government schools 5. Facilitating through smart education like digital library 6. Behaviour change, increment of seat in government and private schools and awareness towards changing nature of governance needs to be encouraged.
Sirf school khol dene se bacha nahi padega ghar par padhai layak mahaul bhi hona chahiye village me daru pikar bap roj rat me ladai karega to baccha kaise padega. Daru band hona chahiye aur electricity honi chahiye gao me.
Major has now come with new burden aptitude..what is the point of introducing it if a student doesn't knw basic maths or some other sub basic or doesn't knw how to read Basics is the thing that one should focus on upto 10th students should study what their relative subs are after that they can opt or choose atleast the foundation should be made strong
Sir Bihar me bhi sudhar hua h ....Mai isbar Bihar pcs dene gya tha to dekha ...Mai halaki Uttar Pradesh se hu ....waise apke pass facts and figure h ...but mere dekhen me to mulbhoot chije waha theek lagi ...
dhoondhenge jobs aur chahenge knowledge. Knowledge should be dissociated from jobs. Engineers are jobbers, while Scientists are knowledgeable persons, we are seeking students of pure science at university level while students' focus is on job (engineers, doctors). Time should come when we will treat students of pure sciences at par with engineers or higher than engineers because scientists are brains of the nation but our government is focussing on more job creation and doesn't more incentivise scientific studies. It can be said from fund allocations in Research sectors whether it is Environment, defence or funding to IITs for basic researches, it only shows blank pockets. Our government is busy in purchasing Rafale but doesn't fund the research at IITK, IITB, IITM or HAL. Governments have been mere purchaser and India has always been engaged in buying things and repairing things, it is not an innovation-led society without any scientific temper and it should be, because the politicians don't have temper, leave the matter of scientific temper.
सभी शिक्षकों का 3 साल में एक टेस्ट होना चाहिए क्योंकि अच्छे काबिल टीचर ही बच्चों को पढ़ने को प्रेरित करना चाहिए
लगता है देश देशान्तर में जितने भी मेहमान आये है वो कभी वास्तव में ग्रामीण इलाकों में गए ही नही है और ये जो सर्वे या रिपोर्ट की बात कर रहे है ये ग्रामीण इलाकों के नही हो सकता हा कस्बो या सिटी का हो सकता है जहाँ कुछ विकास हुआ है ।
मुझे इन मेहमानों से निवेदन है कभी ग्रामीण इलाकों में जाकर देखे जो ये स्टूडियो में बैठ कर बड़ा बड़ा बात कर रहे है उनका पूरा नजरिया ही बदल जायेगा ।
maine khud jaake ek gaav ka survey kiya tha
सर नवोदय विधालय में तो सभी प्रतिभासंपन्न बच्चे भर्ती कर लिए जाते हैं। वो गांव के अलावा शहरों से भी भर्ती होते हैं। पर उन बच्चों का क्या होगा जो बेचारें कमजोर हैं। ऐसा नही है कि जो बच्चें कमजोर है वो अच्छा नही कर सकते हैं। मेरे को मौका दें। मैं सुधार करके दिखाता हुँ। देश की शिक्षा व्यवस्था .........वादा है इस बात का।
Aapke lie upsc ha na Karo sudhar
Par Year Kai vac aati
@@ramkumarbhadoriya9167 hmm
@@sandeepsingh-ny8eg I know bro ..
I m a nvodiyan 😊😊 and really rural areas ke bcho ke liye isse best kuch nhi ho skta. These schools improves the overall personality of students .🙏
आज कार्यक्रम बहुत अच्छा था।।
बिना अच्छी शिक्षा के अच्छा भारत संभव नही है। सरकार को इसके लिए बिना देरी किये जरूरी कदम उठाने चाहिए ।जिससे कि प्राइवेट स्कूलों की डिपेंडेंसी कम हो।।।
I am from bihar. In bihar I know education level is low but students of bihar is very intelligent in maths science etc. Actually this problem is occur due to basic education at present teachers ka become lazy because no one looks them. Basic education is very bad then high education also affected by it. My father come from government school but there study level is good my grandfather also come from government school. It means ancient time education level is better in government school, but at present private school arrive all rich family send there children to private school. In village boys go to private school but girls go to government school. So I request to government please give trend teachers because I see teachers make swetar in office, they get sunlight not attend class room. They have not any care about future India.
बिहार में लड़कियों की नामांकन बढ़ने के निम्न काऱण है ...
1.अभिवावकों में जागरूकता
2.लड़कियों के लिये साकील, छात्रवृति ,पोशाक
योजना
3.बिहार बोर्ड के 10वीं की परीक्षा में लड़कियों का लगातर टॉप करने से भी
बच्चो पर सरकार से जादा मा. माधव चव्हाण सर जादा ध्यान दे रहे है धन्यवाद मेरे प्रेरणास्थान माधव सर
असर -2018 की रिपोर्ट देश शिक्षा व्यवस्था के लिए संतोषप्रद होगी पर इससे संतुष्ट नहीं हुआ जा सकता। बच्चों पढ़ाई के दबाव, तनाव और आत्महत्या जैसे प्रयासों से निपटने के लिए सरकार को तथा देश के स्कूल प्रशासन व्यवस्था को स्कूलों में शिक्षक और बच्चों के बीच फ्रेंडली वातावरण तैयार कर स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने तथा बच्चों के मानसिक अवस्था को समझने मैं माता-पिता की भूमिका भी तय करने की जिम्मेदारी है।
कार्यक्रम के लिए धन्यवाद राज्यसभा टीवी।
संतोष पाराशर,मध्य प्रदेश।
bhut badhiya shujaav...
बहुत धन्यवाद राज्यसभा टीवी..
यदि नीतिगत स्तर पर सुझाव की बात करें तो सबसे महत्वपूर्ण कदम हो सकता है कि शिक्षा के विषय को राज्य सूची से निकाल कर केंद्र सूची में रख दिया जाना चाहिए और इसको पूरी तरह से केंद्रीकृत करके सरकार को हस्तांतरित कर दिया जाए क्योंकि प्राथमिक शिक्षा बहुत ही संवेदनशील विषय है। शिक्षा के आधार पर ही हमारे देश और व्यक्ति विशेष का भविष्य टिका हुआ है । केंद्रीकृत करने से आशय है कि शिक्षा के क्षेत्र में निजी भागीदारी को खत्म कर दिया जाए, सारे विद्यालय सरकारी हों और उनमें उच्चतम स्तर की आधारभूत संरचनाऐं, प्रशिक्षित शिक्षक आदि की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। और यदि इसके विकल्प की बात करें तो "शिक्षा का दिल्ली मॉडल" भी देख सकते हैं, बिना निजी भागीदारी को समाप्त किए सरकारी विद्यालयों में उच्च स्तर की आधारभूत सुविधाऐं उपलब्ध कराई जाएं । धन्यवाद
शिक्षा का व्यक्तित्व निर्माण मे अमूल्य योगदान है इसलिए हर एक स्तर पर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलनी चाहिये।हमारे संविधान का अनुक्षेद 21(A ) 6 से 14 वर्ष के बच्चो को अनिवार्य और निशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराता है जो बच्चे का मौलिक अधिकार है।
सब दानों में ज्ञान का दान ही सर्वोत्कृष्ट है।
मनुस्मृति
शिक्षा किसी भी देश के विकास की आधारभूत इकाई होती है. विभिन्न सरकारों ने शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जैसे सर्व शिक्षा अभियान, मिड डे मील इत्यादि. किंतु ASAR की रिपोर्ट से यह मालूम होता है कि अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है.
सबसे प्रथम कर्तव्य यही शिक्षा फैलाना देश मे ।
शिक्षा बिना ही पढ रहे हैं आज हम सब क्लेश मै।।
I m from navodya vidylaya too
The show was very knowledgeable and quite interesting... All the pennelist we're good at there fine sense on knowledge
GRT show
..
Sorry to be so off topic but does someone know of a trick to log back into an Instagram account??
I stupidly forgot the account password. I would love any help you can offer me
I am From Jawahar Navodaya Vidayalaya .. and I will say that not 100% of the JNV's are in rural area but majority are there.. These vidayalays are really providing the quality of education at par with the our best schools in the metro cities . Navodaya is really best thing happened to my life as a rural child .
Navodaya should be used as a ROLE MODEL in every district , & govt. schools are encouraged to do quality check. Better Foundation can only bear the pressure of big monument ..
Nice thoughts ...i am also from jnv and completely agree with you
हालांकि इस प्रकार की योजनाएं जितना बताया जा रहा है उतना ही प्रयास से ग्रामीण क्षेत्रों में उससे प्रमाणिक तौर पर लागू कर दिया जाए जो वाकई में भारतीय व्यवस्था में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर पर शिक्षा की हालत में सुधार आएगा और शिक्षकों की भी व्यावहारिक गुणवत्ता और शिक्षा स्तर की प्रवक्ता की सरकार को समय समय पर रखने और परीक्षा के माध्यम से अपडेटेड रखना चाहिए और हर साल 2 साल में नई गाइडलाइन और उनके ट्रांसफर का भी व्यवस्था होनी चाहिए जिससे उनके मन में डर और अपने कर्तव्य के प्रति अपने पद के कर्तव्य के प्रति उनकी ईमानदारी बनी रहे कभी हमारे देश के ग्रामीण इलाके और शहरी कस्बों के लोगों में के बच्चों को उस प्रकार की शिक्षा मिल पाएगी जिस प्रकार की कल्पना कर रहे हैं
यह तो सर्वविदित है कि भारत की लगभग 70 प्रतिशत जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्र में निवासरत है ऐसे में इन क्षेत्रों में शिक्षा पर जोर दिया जाना आवश्यक हो जाता है जिस तरह की सुरक्षा , सुविधाएं शहरी स्कूलों में उपलब्ध करायी जाती है उसी तरह की आधारभूत सुविधाएं ग्रामीण स्कूलों में भी उपलब्ध करायी जानी चाहिए। राज्य सभा टीवी का धन्यवाद।
bahut Accha likhti hai Aap mam 🙏😊
Lagta h aap upsc ki tyairi karti h
Always do good comment..
कुछ भी लिख दिया है, न सर न पांव
I really like this program( Desh Deshanter) . Thanks Rajya Sabha tv for this
RAJYA SABHA TV AUR SABHI GUESTS KO THANKS.AAP SABHI NE RURAL AREAS KI SIKSHA KI DASA AUR DISA KO VYAPAK RUP SE SAMJHAYA.
SIR MAI BIHAR SE NAJDIK SE DEKHTA HU WAKAI TEACHERS KO TRENDS NHI KIYA GYA H. KOI BHI TEACHERS EXPECT SOME STUDENTS KE BICH SAMAY NHI DETE H.
.....Thanks RS TV.....
.....🌋Jay Maharashtra🌋.....
Thanks for rajya Sabha tv
एक समान शिक्षा लागू कि जाय आज एक तरफ निजिकरण के कारण जो आर्थिक रूप से सक्षम होते हैं उनके बच्चों निजी स्कूलों मे पढाई करते हैं और गरीब परिवार के बच्चों को कोई नहीं देखता है शिक्षक अपनी जिम्मेदारी से बच रहे
100℅ true report
Thanks ASER & Rstv for ur ground report of rural india
Gramin sikhsha pranali ki sabse badi kami he 8 th class tk baccho ko fail na krna is karan na teachers baccho ko padhane me intrest Lete he na bacche padhne me..... Yha na koi computation he student k beech na abbal aane ka utsaah....... I think is byabashtha ko govt ko badlna chahiye kyuki neeb Kamjor hogi to us pr khada makan v Kamjor hi hoga or Bo girega v..
bhawna rohit yeah this is also the main reason, you are right🙂👌
असर रिपोर्ट ने भले ही देश की शिक्षा व्यवस्था और इसके लिए शुरू की गई नीतियों के सकारात्मक असर को दिखाया है, लेकिन यह रिपोर्ट किसी भी प्रकार से संतोषप्रद नहीं है।
स्कूलों में बच्चों को रोककर रखना जितना ज़रूरी है उससे अधिक जरूरत इस बात की है कि जितने बच्चे स्कूल में है उनकी शिक्षा के स्तर की गुणवत्ता को बनाए रखा जाए।
Bilkul sahi sonam ji
@@surenderranauk0772 Haan ji sir🙏
Absolutely right mam🙋🏼♂️
Dhanyawad team rstv nd kavindra sir
आप हैं तो हम हैं। धन्यवाद
भारत देश की ७०% आबादी गाँव मे रहतीं हैं और गाँव की प्राइमरी स्कूलों में इन्फ्रास्ट्रक्चर की बहुत कमी है.नवोदय जैसे संस्थान को आगें बढाने का औऱ समाज मे जागरुकता लाने की जरुरत है.
Sa
As a bihari I am quite satisfied with this report. The quality of education in bihar government school is drastic. In my view this is becuase in near past all the focus of bihar government in education perspective is all about enrollment of student and the government has well achieved in this regard. But now the bihar government should focus on quality of teachers and infrastructure they are providing. Especially the quality of teacher is very poor.. BTW hope that the government will now focus in this regards..
phl achhi hai kintu aaj kuchh adhura sa lga qki antim wakta apni puri bat na kah paye....khair samay ka abhaw tha pr bhut achha rha debate thnx rs tv
Thank you so much rstv
"Nayi Talim" of Mahatma - include vocational training , ethic culture need of the hour . Amiroon ko shiksha aur Gariboon ko biksha di jati ha school ma ' ..System fail ha pura ...
केंद्र और राज्य सरकार को सभी शिक्षकों के साथ एक अनुबंध करना चाहिए जैसे डॉक्टरों के साथ किया सरकार ने की उनको गांव में भी 5 साल जॉब करनी होगी, जिससे अच्छे शिक्षक गांव में भी अपनी सेवा दे , और प्राथमिक अवसंरचना पर ध्यान देना चाहिए
with Respect Kavindra Sir aap unhi logo ko pannel me bulaya kro jo reality pe baate kare na ki tathiyo ka jmawda lagay...
Sabhi school ki quantity dekhne ke bajay..... Schoolo ki quality check kiya Jaye..... .... आज तो यह भी हो रहा है की कितने सारे बच्चो ने अपना दाखिला स्कुलों में करवाया है पर स्कुल जाते नहीं...... और एक बात बोलने के लिये माफी चाहती हु .... आज न teacher में पढ़ाने की रूची है न बच्चो में पढ़ने की.... ईसी वजह से ही हमारे देश में education की quality बहुत की कम होते जा रही है.....
Caution : Prof. Chandra Bhushan Sharma is speaking for BJP here.
bilkul i agree
bcz they are talking about ideal situation but ground is totally different
@@aabhashmishra6401 Right
Sala agent hai
Falls whoever tell truth he will be bjp's dalla wtf
Bihar me aake pta kare prof. Chandra bhushan sharma ji.. kon kon se log nios se training le rhe h tb enko sanchayi ka pta chalega..
शर्मा और भूषण जी ज्यादातर हवा मे बात कर रहे है ।
सर आप ने ऐक बात सही कहे कि नवोदय विधायक के तरह ही गामिण विधालय की शिक्षा किया जाए
सरकार सरकारी स्कूल चलाने में जो खर्च कर रही है। उसके बदले प्रत्येक पढने वाले बच्चे के एकाउंट में 800 महीना भेज दें। इस पैसे से प्राईवेट स्कूल में पढा लेंगे। सरकारी स्कूलों में शिक्षक बढिया से नहीं पढाते, चाहे वो बहुत जानकारी वाला ही क्यों ना हो। सरकारी कामों में जिम्मेदारी नहीं होती है।
kya garauntee rahega ki ladka wo paisa apni education pe kharch karega ...
Hr cheej ka apna output hai fir hume khud me sudhar krne ki jaroorat hume apne bachho pr dhyan dena chahiye teacher kya padha raha hai ki nhi iske liye ek system hona chahiye jisme teacher ki jawabdehi ho
आप लोग मै भी भारत की playlist अपडेट क्यो नही करते हैं???
govt. ko rural area school par infrastructure par jor dena hoga tatha activities par bhi or ek gram panchapat par supervision committee banana chahiye har saptah me 2 bar supervision kare or gram sabha and pradhan ko bhi pratidin school me jaye dekhe or supervision committee ko cordinate kare
Sukriya RStv
very good topic we want more episode like this.......
Phle m bhi sochta tha ki shyd teachers padhaye nhi lekin jb m khud job m aya to pta chla Kya Kya problems hoti h..
Show ka time increase kr 40..45...minute hona chahiye rstv se request....
Good debate . Kuchh log criticism sunnee ko aadii hai
" we will get our salary at the end of the month. you study or not is not my business " - a teacher told this to his/her students...just imagine the mindset...( real incident)...
नवोदय विद्यालय परिसर एक उत्तम सुझाव है लेकिन प्राथमिक शिक्षा के लिए राज्य सरकार ने क्या क़दम उठाये हैं
इस ओर भी ध्यान रखना चाहिए
स्कूल की भवन, भाषा और दूरी का भी खयाल रखना चाहिए
वास्तव में विद्यालय परिसर गांव से बहुत ज्यादा दुरी है
बिहार में
इसके अलावे शिक्षक की संख्या कही कही बहुत ही कम है
मेरे सुझाव में , हर एक राज्य सरकार को प्राथमिक शिक्षा का शिक्षक की संख्या और वेतन ज्यादा होनी चाहिए
साथ ही साथ राज्य सरकार भी नवोदय विद्यालय के तर्ज़ पर कोइ अन्य संस्थानों की स्थापना कर सकते हैं
I'm bihari..... N aap shi ho ki bihar ki education aaj v bhot khrab hai....
BJP के चमचों को लाना शुरू कर दिए हैं जिसके कारण इसके चर्चा की गुणवत्ता में कमी आने लगी है और कार्यक्रम की निष्पक्षता भी प्रभावित हो रही है।
Thnx rstv primary school bad situation on bihar and up school main issue teacher on merit list qualify in govt school
well for discussion of schooling system on the annual report of primary education. sir one of the reason so blunder have mismanagement by not any guideline of district level education officer. i came from bihar and my schooling in bihar of govt., school. And I realised on schooling life as well as have a more teacher have not knowledge of which subject ( jo subject padha rahe hai) and second reason teacher have no any guidelines by block level officer & distric level officer, have no any report taken by particular state education ministry.. and for good quality of education have no any survey in any particular state (Bihar).. most of teacher untrends... most of teacher not attend in school. and no any focus in any subject for weaker student, not complete any topic in any subject .. No sequencial topic complete for sysmestar wise. when i study in fifth to eight class then no any teacher not preparation of any topic in our syllabus. I don't know no our syllabus and not tell me by teacher. No any education officer investigated in our school and no any quize exam and not any taken appititute test in my schooling. And so I understand of our education system so playing of future of student. I am not good reading English book. all in all teacher I saw only do complete duty not do well of education. Atleast 60 to 70 percent people have no sufficient money so depends only govt. school. some schooling teacher other side opens personal school./ some schooling teacher have business of tution centre. Sir have more and more reason so I can't write.....
So I say on the other hand (i) if schooling system should increase of good quality of basic knowledge in the student and increase of basic improve firstly . so do on the primary school have only trends teacher teaching. (ii) In the primary school have each & every day class of routine follows and all teacher take have own period and mention of particular register so this report within 15 days mention on block educational officer and then submit of report then his report invistigate by self (B.D.O). and direct student to interecation for on this report. (iii) every topics have test conduct by school teacher and gets performance submit on ..(iv) on the primary school level, why not improve mathematics, English,Hindi, science..Etc. so discussion to principal and school administrator.. and gets any solution for this reason. (iv) on the class wise student category devided as well as for intelligent student & weaker student... and how to improve of weaker student... (V) and interection of logic method use of any subject as well as for understanding level not (ratta lagana)... only thinking for simple way have any jokes, have any story, have any emotion....
(vi) All Block wise competition attends for all class wise every thirds month.....have given rank for which student and rewarded by any aspiration amount....(vii) all govt, school interaction to the computer and understanding for knowledge of computer. in my school life computer have available in my school but not give any class of computer... ( sabhi bache ke maan mai ek sapna hota hai ki computer kaise chalate hai, and computer ko kaise chalate hai, computer kaise kam karta hai, computer kyu hamare liye jaroori hai ) all facilities available in private school but not in govt, school so this is big mistake in my govt. school...
In my mind all the issues so all feeling realised in my govt, schooling life... not my developed my intelligency in my govt. schooling period. so all issues tackle and anallyses so I believe hendrend percent improve in villagers student so have golden oppertunities for govt. school child. mostly intelligent boys came to villagers areas which studies in govt. school but one efficiency of technical developement...who learn came to delhi and another big cities. where all facilities are available.....
sarkaar ko dekhna padega.. sarkaar ko dekhna padega... What do we mean by self-governance then?
Teacher vacancy is vacant and outcomes is zero .
मेरे गांव और आस पास के गांव तक से केवल 5 सालों में 3 लडके गौए है नवोदय में।
सब बागरी और प्रजापति के ही जाते है बाकी सब गांजा दारू और ताश खेलते है।
Plz show ka time 40 se 45 minutes tak kiya jaye thanks
Government schools needs to follow private school curriculum and teaching techniques to fill the gap between Bharat Vs India
education system state pr depend krta h ki bo kese implement krta he.
enrollment bada h no doubt but quality education poor aaj v he
rural schools ki stithi bilkul hi competitive ni he
rural aur urban gap , hindi english gap increase hua h
teachers v quality provide ni kr pa rye
teachers totally udaseen h
schools me aate h koi target nahi hota uske bad chle jate h
even exam time pass hote huye v syllabus complete nhi h
girls ki education improve hui h pr awi bhoot kam baki h.
govt. teachers ki apne duty ke prati dedication me kami dekhane ko mil rhi h
@@naveenpathak4392 it is a major challenge not only in front of govt but also whole society and county as well.
Sir programme achha laga
But ek sujhab dena chahunga ki
Sabse pahle hame population control par dhyan dena chaihye
Lekin koi is mude pe bat hi nahi karta hai
Lekin mujhe aasha hai ki aap meri bato par dhyan denge..
These people don't know that establishing more navodaya requires a huge money
You should think over our budget allocation for education first...
Madhav chouhan sir 👌👌
Very impressive
I'm agree your thoughts Madhav Sir
Thanks rstv.
teacher recruitment should be timely and qualitative focussing on EI rather than IQ,it should not be politically driven as it is done in case of govt schools.
जब तक सरकारी नौकरी में किसी भी सिकायत पर नौकरी ना जाने का अहंकार खत्म नही होगी और जबतक बाप की बपौती रहेगी सरकारी नौकरी में सरकार के हर विभाग में हमेशा चुनौती बनी रहेगी,खास कर ग्रामीण क्षेत्रों में जहाँ के शिक्षक बच्चों को कुछ वर्क देकर घर या बाजार चले जाते है वो जानते है मेरा कुछ होने वाला नही है।
मालूम नहीं ये कौन से रिपोर्ट के बात कर रहे है मुझे नही लगता ये वास्तव में ग्रामीण इलाकों में जाकर ये रिपोर्ट बनाई गई है।
Siksha ka matlab svi class ke pthhykramo ka syllabus aisa hona chahiye ki competition ki taiyari ke liye syllabus bhinn hone ke karan coaching ka Sahara na lena pade jaise kksha ki syllabus me reasoning curraint affairs ka na hona
Yes...kumar jee...
बिहार में 80%से भी अधिक फर्जी और आयोग्य शिक्षकों की नियुक्ति हुई।
कृपया बुद्धिजीवी व जानकार वर्ग के लोगों को लाने का प्रयास किया जाए।
UP ke village school me jaise ki kaushambi district and fatehpur,banda yanha bache 10th me 70 %mark obtain karte hai bt inhe basic bhi nai pta hota and jaida bacche yeh apna biodata nai likh pate..plz survey kiyiye and sudhar kya hoga .
Best discussion
Kavindr sachan sir aap hi anchoring kiya kriye desh deshabt sho par
All we need to do something regarding education in bihar
Thnks sir
Bihar ke students bahut jyada padane me mehanat karte h 2- 2 din bina khaye piye padte h aur logo ki unke prti mankista achchi nhi unka mazak udana bahut achche number lane ke bavjood unhe job nhi aur Bo priwate factory me job krte bus ki Bo technical Kam hote h
Thanks rstv
School level par bhi ek committee banaa chahiye jo en kamiyo ka sarve kare jisase en kamiyo ko dur kiya ja sake.....jaise UGC hai
Second fact yah bhi hai government school ki infrastructure, faculty etana achchhi nahi jitani government chahti hai...
Budget me Education ke liye paisa jyda pass hona chahiye...
Very important topic
Sir bachhe chahe gramin ho ya sahri jab tak unko proper guideline nhi hoga tab tak unke mastik Ka vikash nhi hoga
Sir
Mai apna opinion dena chahunga teacher ka vacancy open hona chahiye pure Bharat level par aur unko kisi bhi Gao me duty mili unko rahne ki subhida diya jay aur transport ka bhi jise teachers Khushi se gramin priwesh me bhi sahi tarike se rah sake .
Aur bhacho Ko school ke saath ek hostel diya jay jise wo teacher ke proper guideline me pad sake tabhi unka padai ke prati interest badega aur wo age achha kar sakte hai
Madhav Chatham are speaking correctly and he is speaking right but other two are diplomates.
Thanks
Rural education:
1. Aspirational in nature
2. RTE for 6-14 years
3. Government policy like Sarva shiksha abhiyan needs next version
4. Mandating experience of atleast 2 years in rural environment for teacher recruitment in government schools
5. Facilitating through smart education like digital library
6. Behaviour change, increment of seat in government and private schools and awareness towards changing nature of governance needs to be encouraged.
Sachan ji topics acha thaa.
Sirf school khol dene se bacha nahi padega ghar par padhai layak mahaul bhi hona chahiye village me daru pikar bap roj rat me ladai karega to baccha kaise padega. Daru band hona chahiye aur electricity honi chahiye gao me.
I have worked for ASER 2015
Aser 2018 ka survey Maine bhi kiya tha 😎
ASER report se jis expert ko aap include kiye hain unko chhorkar , dono expert ka selection achha nhi hai.
Badhhti jansankhya se competition ke ster aadhunikikaran ho raha hai bt eske anukul vaise yogya shikshako ka aadhunikikaran nahi ho raha hai
Major has now come with new burden aptitude..what is the point of introducing it if a student doesn't knw basic maths or some other sub basic or doesn't knw how to read
Basics is the thing that one should focus on upto 10th students should study what their relative subs are after that they can opt or choose atleast the foundation should be made strong
Aisi avyvastha se vishamtamulak samajh ki sthapna hoti hai tatpashat parinam saworoop rajniti paida hoti hai
aaj condition ye h ki Jo berojgar h or km padeyh h to vo English medium school open krke bccho ka featura jala dete h ..
Plz remove Kaveendra.he is very biased about panelists.😡😠😡😠
good discussion
Sir Bihar me bhi sudhar hua h ....Mai isbar Bihar pcs dene gya tha to dekha ...Mai halaki Uttar Pradesh se hu ....waise apke pass facts and figure h ...but mere dekhen me to mulbhoot chije waha theek lagi ...
sudhar ki bat to un logo ne v kahi ... lekin sudhar ka rate sabse kam rha bihar me
Super chouhan ji
sir N.V.S.m district k top 80 bachho k hi admission hota , rest k kya hoga
Kksha ke syllabus aur vertmaan ke competition ke syllabus me bhinnta hone se hi coaching sansthao ko badhhava mil raha hai
Thanks Sir..
dhoondhenge jobs aur chahenge knowledge. Knowledge should be dissociated from jobs. Engineers are jobbers, while Scientists are knowledgeable persons, we are seeking students of pure science at university level while students' focus is on job (engineers, doctors). Time should come when we will treat students of pure sciences at par with engineers or higher than engineers because scientists are brains of the nation but our government is focussing on more job creation and doesn't more incentivise scientific studies. It can be said from fund allocations in Research sectors whether it is Environment, defence or funding to IITs for basic researches, it only shows blank pockets. Our government is busy in purchasing Rafale but doesn't fund the research at IITK, IITB, IITM or HAL. Governments have been mere purchaser and India has always been engaged in buying things and repairing things, it is not an innovation-led society without any scientific temper and it should be, because the politicians don't have temper, leave the matter of scientific temper.
Only Enrolment is not Education. Come on the GROUND REALITY. IN RURAL AREAS SITUATION IS VERY WORSE? ???????????