भगवत गीता को एक कृष्णा रूपी धागे के समान समझिए। और इस धागे को बिल्कुल नहीं छोड़ना है। और इस धागे को पकड़ कर, इसके आरंभ से लेकर अंत तक, एक छोर से लेकर दूसरे छोर तक, धीरज रखते हुए, कृष्ण को थामकर रखना है, और कृष्ण पर ध्यान केंद्रित करके, दूसरे छोर तक पहुंच जाना है। कृष्ण को जानने का, उसे समझने का प्रयास करना है। तो भगवत गीता से हमें यह समझना है की कृष्ण का चरित्र कैसा है कृष्ण का स्वभाव कैसा है? कृष्ण खुद हमें यह सब बताते हैं। ताकि हम उसी के जैसे बन जाए, और उसी में समा जाए। गीता का आत्मसात करे। नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके देखे। अपने परिवार और मित्र संग भी देखें। ruclips.net/video/PlRijDvKBUg/видео.html&ab_channel=Krishna%27sDivineTeachings
भगवत गीता को एक कृष्णा रूपी धागे के समान समझिए। और इस धागे को बिल्कुल नहीं छोड़ना है। और इस धागे को पकड़ कर, इसके आरंभ से लेकर अंत तक, एक छोर से लेकर दूसरे छोर तक, धीरज रखते हुए, कृष्ण को थामकर रखना है, और कृष्ण पर ध्यान केंद्रित करके, दूसरे छोर तक पहुंच जाना है। कृष्ण को जानने का, उसे समझने का प्रयास करना है।
तो भगवत गीता से हमें यह समझना है की कृष्ण का चरित्र कैसा है कृष्ण का स्वभाव कैसा है? कृष्ण खुद हमें यह सब बताते हैं। ताकि हम उसी के जैसे बन जाए, और उसी में समा जाए।
गीता का आत्मसात करे। नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके देखे। अपने परिवार और मित्र संग भी देखें।
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Radhe Radhe 🙏
Jay Shri Krishna ❤❤❤❤
Hare Krishna ❤❤❤
So easy to understand, nice translation of Bhagavad Gita!