कबीरा कहे यह जग अंधा, जैसी अंधी गाय, बछड़ा था सो मर गया झूठी जाम चटाए, अर्थ, सारा जग उस अंधे गाय कि तरह है, जिसका बछड़ा मर चुका है, मगर बछड़े की खाल में भूसा भर कर, उस गाय के सामने रखा है, इसलिए की गाय को दुख ना हो, उसके बछड़े के मरने का, और वह दूध देना बंद कर दें, वैसे ही भगवान को किसने देखा तो नही है, मगर, उसकी मूर्ति बना ली है, और उसका डर दिखाकर जनता का शौषण करते हैं!
Jaybhim jay kabira jay ravidas jay sanvidhhan jay bharat !!!!!🙏🙏🙏🙏🙏🙏 Bhimkavi bhimshahir Mahipatrao Tayade inaki yadme.......Bhimshahir Bhimkavi Rahul Mahipatrao Tayade
कबीरा कहे हे जग अंधा,अंधी जैसी गाय । बछडा था सो मर गया, झुठी "चाम" चटाय ।। भावार्थ- एक अंधी गाय थी । उसका बछड़ा मर गया । मालिक ने उसके "चाम" (चमड़े) में भूसा भरकर बछड़े का पुतला तैयार कर दिया । गाय अंधी थी , वह बछड़े को तो देखी नहीं थी । पहले की तरह उस पुतले को चाटकर दूध देने लगी । कबीर दास जी कहते हैं, यह संसार भी उस अंधी गाय की तरह है । वह किसी देवता या भगवान को तो देखा नहीं है फिर भी, देवता का पुतला दिखाकर सदियों से समाज को दूह ( शोषण कर ) रहा है । कबीरदास जी का आशय यह समझाना है कि देवता के नाम पर दान-दक्षिणा बंद करो । इसी अंधी गाय की तरह पुतले का प्रेम,भय और लालच दिखाकर सदियों से समाज का शोषण होता रहा है |
कबीरा कहे यह जग अंधा, जैसी अंधी गाय,
बछड़ा था सो मर गया झूठी जाम चटाए,
अर्थ, सारा जग उस अंधे गाय कि तरह है, जिसका बछड़ा मर चुका है, मगर बछड़े की खाल में भूसा भर कर, उस गाय के सामने रखा है, इसलिए की गाय को दुख ना हो, उसके बछड़े के मरने का, और वह दूध देना बंद कर दें,
वैसे ही भगवान को किसने देखा तो नही है, मगर, उसकी मूर्ति बना ली है, और उसका डर दिखाकर जनता का शौषण करते हैं!
🙏🙏🙏🙏 sahab bangi
Waah❤️🙏
Jai Kabir guru , jai ravidas guru.
Dr. baba saheb love this song
I like it sir.
Jaybhim jay kabira jay ravidas jay sanvidhhan jay bharat !!!!!🙏🙏🙏🙏🙏🙏 Bhimkavi bhimshahir Mahipatrao Tayade inaki yadme.......Bhimshahir Bhimkavi Rahul Mahipatrao Tayade
Jai bhim 💙
🌹जय जय कबिदास महराज कि जय🌹
Namo Buddhay Jay Bhim Jay Mata Ramai 🙏🙏🙏❤️❤❤
Jai bhim 💙
जय भीम। जय हो कबीरदास जी की।
Jai bhim 💙
जय भीम
My favourite song..
My favourite bhajan
Sant kabirdas jaisa koi nhi
My best song
Very very nice!!!
Very nice song
📽
Nice song jai bhim
Jai bhim 💙 🙏
Jay him
Jai bhim 💙
संत कबीर sarikhe koni honar nahi
Jay bhim🙏
Jai bhim 💙
कबीरा कहे हे जग अंधा,अंधी जैसी गाय ।
बछडा था सो मर गया, झुठी "चाम" चटाय ।।
भावार्थ-
एक अंधी गाय थी । उसका बछड़ा मर गया । मालिक ने उसके "चाम" (चमड़े) में भूसा भरकर बछड़े का पुतला तैयार कर दिया । गाय अंधी थी , वह बछड़े को तो देखी नहीं थी । पहले की तरह उस पुतले को चाटकर दूध देने लगी । कबीर दास जी कहते हैं, यह संसार भी उस अंधी गाय की तरह है ।
वह किसी देवता या भगवान को तो देखा नहीं है फिर भी, देवता का पुतला दिखाकर सदियों से समाज को दूह ( शोषण कर ) रहा है । कबीरदास जी का आशय यह समझाना है कि देवता के नाम पर दान-दक्षिणा बंद करो । इसी अंधी गाय की तरह पुतले का प्रेम,भय और लालच दिखाकर सदियों से समाज का शोषण होता रहा है |
Thank you so much 🙏🙏🙏