पितृपक्ष में तर्पण का महत्व | Pitru Paksha (Shradh) | Dr Rameshwar Prapannacharya Shastri Ji

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  • Опубликовано: 21 дек 2024

Комментарии • 16

  • @jaishankarpandey9711
    @jaishankarpandey9711 3 месяца назад

    बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
    जय जय सियाराम 🙏🙏

  • @dr.deepaktiwari5078
    @dr.deepaktiwari5078 3 месяца назад

    जय हो प्रभू जी

  • @isronath3666
    @isronath3666 3 месяца назад

    Jai shree Ram ❤

  • @jagratisahu8175
    @jagratisahu8175 3 месяца назад

    Jay Gurudev koti koti pranam

  • @jaydwivedi3850
    @jaydwivedi3850 3 месяца назад

    सादर प्रणाम गुरुजी 🙏🙏

  • @mrspvsharma9665
    @mrspvsharma9665 3 месяца назад

    Pranam Shashtri ji

  • @isronath3666
    @isronath3666 3 месяца назад

    Jai Baba

  • @anilkumarsrivastava8863
    @anilkumarsrivastava8863 3 месяца назад

    शास्त्री जी प्रणाम।आपने बहुत महत्वपूर्ण जानकारी दी है🙏🙏

  • @anujsachdeva3148
    @anujsachdeva3148 3 месяца назад

    Pranam panditji

  • @prakashmohansrivastava1633
    @prakashmohansrivastava1633 3 месяца назад

    Respected Guru ji SaderPranam

  • @savitatripathi6209
    @savitatripathi6209 3 месяца назад +1

    अतिआवश्यक जानकारी।

  • @prisri154
    @prisri154 3 месяца назад +1

    Nice🎉

  • @RK_electronics951
    @RK_electronics951 2 месяца назад

    🎉इसमें जितने लोग तर्पण के बारे में बता रहे हैं सभी अलग अलग बता रहे हैं किसके बात को सही समझा जाये

  • @Bhagwatbhakti2857
    @Bhagwatbhakti2857 3 месяца назад +1

    🙏

  • @nandadevifilms6572
    @nandadevifilms6572 3 месяца назад

    गुरुजी, प्रणाम l कृपया मार्गदर्शन कीजिएगा l यदि ब्रह्म कपाल बद्रीनाथ की में पिंडदान कर दिया हो तो गया तीर्थ में पिंडदान किया जा सकता है या नहीं l

    • @ShriGyanGanga
      @ShriGyanGanga  3 месяца назад

      ब्रहृमकपाली के बाद गया में पिंडदान की आवश्यकता नहीं है किन्तु तर्पण एवं मृत्यु तिथि में ब्राह्मण भोजन आवश्यक है।