१. अभिवादन "नमस्ते" को वैश्विक स्तर पर प्रचलित और मान्य हुए। २. वेद को पुन: संसार में वैज्ञानिक रूप से स्थापित किया। वेद को पढ़ना और पढ़ाना, सुनना और सुनाना सब आर्यों का परम धर्म बताया। ३. वेद ईश्वरीय एक मात्र वाणी है। सनातन है। सृष्टि की उत्पति के साथ ऋषियों द्वारा प्राप्त परमात्मा की वाणी है। ४. वेद सब सत्य विद्याओं की पुस्तक है। पूर्ण तार्किक, वैज्ञानिक और सृष्टि नियमों से युक्त, संगीत, शिक्षा, चिकित्सा, भूगर्भ विद्या, खगोल विद्या, गणित विद्या, विमान विद्या इत्यादि का मूल स्त्रोत वेद ही है। ५. संसार में वेद को स्थापित किया। वेद का उद्धार किया। ६. दुनिया की प्रथम गौशाला की स्थापना करने वाले महर्षि दयानंद जी थे। गौ हत्या प्रतिबंध हेतु अंग्रेज सरकार पर दबाव किया था। हस्ताक्षर अभियान चलाया था। ७. गौ को अर्थ व्यवस्था का आधार बताया। गौकरुणनिधि पुस्तक लिखी। रेवाड़ी हरियाणा में प्रथम गौशाला की स्थापना की। ८. प्रथम अनाथालय आर्य समाज द्वारा खोला गया था। धर्मांतरण और विधर्मी बनाने के विरोध में यह खोले गए। ९. सर्व प्रथम बैंकिंग क्षेत्र में लाल लाजपत राय ने "पंजाब नेशनल बैंक" की और सयाजी राव स्वामीजी के शिष्य ने "बैंक ऑफ बडौदा" की स्थापना की। १०. शिक्षण क्षेत्र में आर्य समाज ने कार्य किया। DAV COLLEGE aur school २५०० हजार वर्तमान में है। ११. कन्या गुरुकुल की स्थापना की। जालंधर में कन्या विद्यालय, पोरबंदर गुजरात में कन्या विद्यालय, बडौदा में कन्या गुरुकुल बनाए। १२. शुद्धि आंदोलन के प्रणेता स्वामी श्रद्धानंद जी और आर्य समाज ने किया। १३. छुआछूत के विरोध में आर्य समाज ने प्रथम कार्य किया, उनको "आर्य" बनाया। पंडित लेखराम जी , स्वामी श्रद्धानंद जी आदि ने "शुद्धि आंदोलन" किया और चलाया। १४. हरिजन आदि हिन्दू द्वारा अछूतों को पढ़ाने की व्यवस्था की। १५. अखिल भारतीय शुद्धि सभा की स्थापना की। १६. भारत को आजाद करने में योगदान, लगभग ८५% शहीदी "आर्य समाज द्वारा प्रेरित क्रांतिकारियों ने की। तभी भारत आजाद हुआ। १७. गांधी जी के लड़का हरिलाल गांधी, जो मुसलमान बन गया था, उनको पुन: हिंदू बनाने वाला "आर्य समाज मुंबई " द्वारा शुद्ध किया गया। १८. दादाभाई नौरोजी ने तिलक जी को "सत्यार्थ प्रकाश" पढ़ा। और स्वराज्य की बात की। नरम दल की परंपरा में महर्षि दयानंद जी थे। १९. गरम दल की परंपरा में श्यामजी कृष्णवर्मा मूल है, जिनके गुरु महर्षि दयानंद सरस्वती जी थे। उन्होंने अनेक क्रांतिकारियों को लंदन में "इंडिया हाउस" की स्थापना कर के युवाओं को स्वतंत्रता की प्रेरणा की। उसी में वीर सावरकर, मदनलाल धींगरा, भाई परमानंद, लाला हरदयाल, लाला लाजपत राय आदि सभी को तैयार किया। २०. अनेक गिनती न किया जाय, उतने अहसान दयानंद जी और आर्य समाजियों के हम सभी देशवासियों पर है। आओ! आर्य समाज की १५० वर्ष की समाप्ति पर होनेवाले महोत्सव दिनांक: २९ और ३० मार्च , नवी मुंबई वाशी में , सिडको एग्जिबिशन ग्राउंड में रखा गया है। आप अवश्य पधारे। यही कामना भावना और प्रार्थना! जिज्ञासु योग वेद साधक! दिलीप वेलाणी मुंबई। मंत्री आर्य प्रतिनिधि सभा मुंबई। M: 9821377003.
स्वामी जी नमस्ते जी जो बोले सो अभय वैदिक धर्म की जय आर्य समाज अमर रहे स्वामीजी बहुत सुन्दर प्रवचन जय आर्य जय आर्या र्वत भारत माता की जय ।
भाई अशोक कुमार जी को बहुत-बहुत धन्यवाद
महर्षि दयानंद सरस्वती की जय ❤
Dhanyvad Pradeep ji
🙏🙏🙏
श्री कपिल देव जी को बहुत-बहुत धन्यवाद
Satyamev jayate
धन्यवाद मनोज जी
१. अभिवादन "नमस्ते" को वैश्विक स्तर पर प्रचलित और मान्य हुए।
२. वेद को पुन: संसार में वैज्ञानिक रूप से स्थापित किया। वेद को पढ़ना और पढ़ाना, सुनना और सुनाना सब आर्यों का परम धर्म बताया।
३. वेद ईश्वरीय एक मात्र वाणी है। सनातन है। सृष्टि की उत्पति के साथ ऋषियों द्वारा प्राप्त परमात्मा की वाणी है।
४. वेद सब सत्य विद्याओं की पुस्तक है। पूर्ण तार्किक, वैज्ञानिक और सृष्टि नियमों से युक्त, संगीत, शिक्षा, चिकित्सा, भूगर्भ विद्या, खगोल विद्या, गणित विद्या, विमान विद्या इत्यादि का मूल स्त्रोत वेद ही है।
५. संसार में वेद को स्थापित किया। वेद का उद्धार किया।
६. दुनिया की प्रथम गौशाला की स्थापना करने वाले महर्षि दयानंद जी थे। गौ हत्या प्रतिबंध हेतु अंग्रेज सरकार पर दबाव किया था। हस्ताक्षर अभियान चलाया था।
७. गौ को अर्थ व्यवस्था का आधार बताया। गौकरुणनिधि पुस्तक लिखी। रेवाड़ी हरियाणा में प्रथम गौशाला की स्थापना की।
८. प्रथम अनाथालय आर्य समाज द्वारा खोला गया था। धर्मांतरण और विधर्मी बनाने के विरोध में यह खोले गए।
९. सर्व प्रथम बैंकिंग क्षेत्र में लाल लाजपत राय ने "पंजाब नेशनल बैंक" की और सयाजी राव स्वामीजी के शिष्य ने "बैंक ऑफ बडौदा" की स्थापना की।
१०. शिक्षण क्षेत्र में आर्य समाज ने कार्य किया। DAV COLLEGE aur school २५०० हजार वर्तमान में है।
११. कन्या गुरुकुल की स्थापना की। जालंधर में कन्या विद्यालय, पोरबंदर गुजरात में कन्या विद्यालय, बडौदा में कन्या गुरुकुल बनाए।
१२. शुद्धि आंदोलन के प्रणेता स्वामी श्रद्धानंद जी और आर्य समाज ने किया।
१३. छुआछूत के विरोध में आर्य समाज ने प्रथम कार्य किया, उनको "आर्य" बनाया। पंडित लेखराम जी , स्वामी श्रद्धानंद जी आदि ने "शुद्धि आंदोलन" किया और चलाया।
१४. हरिजन आदि हिन्दू द्वारा अछूतों को पढ़ाने की व्यवस्था की।
१५. अखिल भारतीय शुद्धि सभा की स्थापना की।
१६. भारत को आजाद करने में योगदान, लगभग ८५% शहीदी "आर्य समाज द्वारा प्रेरित क्रांतिकारियों ने की। तभी भारत आजाद हुआ।
१७. गांधी जी के लड़का हरिलाल गांधी, जो मुसलमान बन गया था, उनको पुन: हिंदू बनाने वाला "आर्य समाज मुंबई " द्वारा शुद्ध किया गया।
१८. दादाभाई नौरोजी ने तिलक जी को "सत्यार्थ प्रकाश" पढ़ा। और स्वराज्य की बात की। नरम दल की परंपरा में महर्षि दयानंद जी थे।
१९. गरम दल की परंपरा में श्यामजी कृष्णवर्मा मूल है, जिनके गुरु महर्षि दयानंद सरस्वती जी थे। उन्होंने अनेक क्रांतिकारियों को लंदन में "इंडिया हाउस" की स्थापना कर के युवाओं को स्वतंत्रता की प्रेरणा की। उसी में वीर सावरकर, मदनलाल धींगरा, भाई परमानंद, लाला हरदयाल, लाला लाजपत राय आदि सभी को तैयार किया।
२०. अनेक गिनती न किया जाय, उतने अहसान दयानंद जी और आर्य समाजियों के हम सभी देशवासियों पर है।
आओ! आर्य समाज की १५० वर्ष की समाप्ति पर होनेवाले महोत्सव दिनांक: २९ और ३० मार्च , नवी मुंबई वाशी में , सिडको एग्जिबिशन ग्राउंड में रखा गया है।
आप अवश्य पधारे।
यही कामना भावना और प्रार्थना!
जिज्ञासु योग वेद साधक!
दिलीप वेलाणी मुंबई।
मंत्री आर्य प्रतिनिधि सभा मुंबई। M: 9821377003.
आदरणीय दिलीप जी ने बहुत अच्छी जानकारी दी है आपको बहुत-बहुत धन्यवाद
आर्य समाज हिन्दु ओ
का सजग प्रहरी है
आपने एकदम सत्य कहा है आपको धन्यवाद