Rik ved prachin granth he joki 1500 BC mein rachna ki gayi hein chahe silalekh mile ya na mile. Sanskrit ke sabda videshi bhasaon mein bhi pae jatehen. India lag bhag sabhi bhasa mein sanskrit ke sabda hein. Here is some sankrit and english word.Look at their 1st few letter pronunciation. Manushya- Man Matruh -Mother Pitruh -phather Bhrata -brother
@@mr.odiahackerxyz6507 isse tum saabit kar doge? mein aaj ek rachna karun, us time ki bhasha mein aur usi tim ki baaton ki to wo chejo ko kya us time ka maan loge?
@@mr.odiahackerxyz6507 Sanskrit ke word videshi bhashaon mein nahi vidshi bhason k word sanskrit mein paaye jaate hain, kyonki in sabki ek common language thi aur ye words un videshi bhashaon aur sanskrit mein wahan se aaye hain.
मुझे लगता है इसमे जैसे इंसान पीढ़ी दर पीढ़ी बढ़ता है और उसकी बाद वाली पीढियां खत्म हो जाती है वैसे ही भाषा मे होता है चूंकि भाषाए बहुत पुरानी होती है इसलिए उससे नई भाषाओं ने जन्म लिया।
संस्कृत देवनागरी लिपि में लिखी जाती है इसका मतलब यह हुआ कि देवनागरी लिपि 9वीं से 12वीं संस्कृत संस्कृत विदेशी लैंग्वेज से मिली हुई ही संस्कृत लैंग्वेज है तुंबा 9वीं से 12वीं सदी की लैंग्वेज है १७७०वीं सदी तक 3 लोगों को पालिका को पढ़ना भी नहीं आता था अच्छा हुआ अंग्रेज आए वरना इनका पोल पट्टी हम कहां से
Bhai bharat ki jadatr bhasayen sanskrit se he nekli hai ,yani sari bhasayen uske bacchy hai esleye sanskrit kisi ek rajya ki bhasa nhi hai ,pr karnataka me ek gaun hai jahan pura gaun sanskrit bolta h unki main bhasa sanskrit he hai ...or dakshin bharat ki jitni v bhasayen h unme jadatr sabdh sanskrit k he hai , Hindi bhasa me v jadatr sabdh sanskrit k he h ,pr aj hindi me bht sari bedeshi bhasaon k sabdhon ki melawat ho khuki h ...jaise arabi,farsi, angreji,french , purtgali, cheni ,or japani ...
बडा आश्चर्यकारक है इतनी प्राचीन भाषा पर इसवीसन की दुसरी शताब्दी तक एक लेख नही और लिखी भी तो यवनोने शक क्षत्रप रुद्रदमनने किसीं भी भारतीय राजा ने फिर वो मौर्य,सातवाहन,शुंग,खारवेल किसीं ने भी उसे नही लिखा 😂😂
@@kgdkgd4170 😂😂Vedic Sanskrit alag hai classic sanskrit se ja Jake dekh le ke world mai kitni bashaye hai jisme world sanskrit se milte julte mil jayege even old parsi rajao k name bhi sankrit mai the koi language likhi nahi gai to iska matlb ye nahi k old nahi hogi Tamil ho ya Pali sab mai sanskrit k world mil jayege lipiya likhne k liye use hoti hai aur basha bolne k liye
@@guruvlogs323sabd ki baat na karo sabd or bhasa me antar hoa h sanskrite jyadatar sabd pali ke h jaise ek sabd h Arya jo sanskrit ka h or pali me yahi sabd ariya h matlab sanskrit walo ne ariya ko hi Arya kar diya ab ye na kahna ki Arya mool sabd h kyunki parsian lang me bhi ariya sabd hi h jisse yahi sabit hota h arya Naya sabd or ariya purana h aise hi dhamm ,chakk ,aadi sabd
Bhai abhi hum itne advance nhi hue hai jo hum apne purwajo ki bhasa samj le 100 saal se jada hogye h harappa ko khoje hue lekin abhi tk unki language ko koi decode nhi kr paya hai log abhi tk ye samjhte the sbse bada saanp titanoboa h lekin usse bhi bada saanp bharat me mila na wait karo sachchi chupegi nhi kisi se😂
@@क्षत्रीयमराठा96 दुनियाकी सबसे प्राचीन भाषा पाली प्राकृत (धम्म लिपि/बंभी लिपि) ही है जो पढ़ी लिखी जाती है। इससे पहले की भाषा सिंधुघाटी सभ्यता की भाषा है लेकिन उस भाषा/लिपि को आजतक कोई पढ़ नहीं पाया है। पाली प्राकृत भाषा से संस्कारित होके ७ वी सदी और १२ वी सदी दरमियान संस्कृत भाषा अस्तित्वमें आई है। ७ वी सदी से पहले संस्कृत भाषा या संस्कृत भाषामें लिखे ग्रंथोंका कोई ऐतिहासिक और पुरातात्विक प्रमाण नहीं मिलता। और सभी ब्राह्मण ग्रंथो १२ वी सदी के बाद संस्कृत भाषा में ही लिखे गए हैं वह भी ज्यादातर मुगलकाल और अंग्रेजकालमें। इसलिए संस्कृत भाषा प्राचीन भाषा नहीं है। अगर वेद पुराने होते तो पाली प्राकृत भाषा या उस समय की कोई भी भाषा/लिपि में लिखे ग्रंथ मिलते।लेकिन ऐसे कोई प्रमाण पुरातत्व विभाग को नहीं मिलता। सबसे प्राचीन माना जाता वैदिक ग्रंथ "ऋगवेद" की पहली भोजपत्र लिखित प्रत सन 1464 की मिली थी। जो भारत सरकार द्वारा "युनेस्को" में दर्ज की गई है। युनेस्को ही पुरातन साइट स्ट्रक्चर पुराने दस्तावेज आदि को "वर्ल्ड हेरिटेज" घोषित किया करती है। इसलिए बाकी के तीन वेद, उपनिषद, पुराण, उपपुराण, रामायण महाकाव्य, महाभारत, भगवदगीता आदि ब्राह्मण ग्रंथो बादमें ही लिखे गए होंगे।। इसलिए पुरातात्विक प्रमाणों के साथ सच्चा इतिहास जानना जरूरी है नहीं कि मान्यतावादी धार्मिक ग्रंथोको !!! मान्यतावादी धार्मिक ग्रंथो में जो लोग इतिहास खोजते हैं वह बेवकूफ/मूर्ख लोग है।
जहां बोगाजकोई लेख मिला है वही इण्डोग्रीक भाषा है ओर वही हाईब्रिड संस्कृत है ओर ब्राह्मी लिपि मे संस्कृत लिखनी असम्भव है क्योंकि ऋ श ष त्र ज्ञ ओर विसर्ग आदि ब्रह्मा लिपि मे नही होते है
👉आपकी 8 min की वीडियो के पीछे छिपी हुई 8 month की मेहनत को salute . ✌️ऐसी ज्ञानवर्धक तथा रोचक वीडियो तथा ज्ञान,तथ्यों से अवगत कराने के लिए धन्यवाद!!! 🥰🥰🥰
Palika to aaj to koi samudra nahin mila,,,, Z Ashok abhilekh padh lena ,, jakar sanvidhan padh Lena sanvidhan bhi Sanskrit ko sabse prachin Bhasha manta hai,,, Ambedkar ke sampurn kand per Lena jismein khud ka mere ko Sanskrit nahin aati
Dekhiye, koi lipi ka arth hai likhne ki reet aur bhasa matlab bolne ki reet. Koi bhi lipi kisi ek bhasa ki nahi ho sakti. Ham ek hi lipi me alag alag bhasa o ko aur ek bhasa ko alag alag Lipi me likh sakte hai. Jaise mene abhi Jo likha uski bhasa Hindi hai par alphabet Roman.
पाली भाषा आज की तारीख मे गायब है कोई भारतीय इसको न जानता है न बोलता है ये जैसे पैदा हुई वैसे गायब हो गई । संस्कृत आज भी हर हिंदुके दिल मे है । अफ्रीकन दास चाहे कुछ भी बके ।
Ref : A. Chatterjee, J.S. Ray, A.D. Shukla and K. Pande, On the existence of a perennial river in the Harappan heartland, Scientific Reports 9, 17221, Vedic Sanskrit was around when river Saraswati I e Ghaggar Hakra was perennial because Rig Veda describes it so. The river was perrenial between 7500 BC to 2500 BC. This video totally missed the point. Vedic Sanskrit may be as old as 4000 BC and coterminus with Indus Valley Civilization or older. ADDENDUM: THERE HAVE BEEN REPLIES ASKING FOR REFERENCE. THEY ARE ENCOURAGED TO READ ARTICLE BY Anirban Chatterjee, J S Ray and Anil Shukla of PRL, and Kanchan Pande of IIT-Bombay. It is published in a peer reviewed international journal.
@@doityourselfpakistan6535 You missed the logic. Rig Veda describes a mighty perrenial river Saraswati. Scientists find that it dried in between 1500vto 2500 BC but was perrenial between about 7500 BC to 2500 BC. Therefore Rig Veda was composed during this period when the river was perrenial. Rig Veda was not written it was committed to memory in the form of verses and transmitted through the ages by chanting the hymns.
Vegas and Upanishaths were written only 1500 years ago. Challenge you to defend/debate on this topic with textual / historical evidence in an open forum. 😎💪
संस्कृत भाषा आम बोलचालकी भाषा है ही नही। यह भाषा सिर्फ ब्राह्मण ग्रंथोमें पाई जाती है। लगभग 7 वी सदी तक संस्कृत भाषामें लिखित कोई शिलालेख, स्थंभलेख, ताम्रपत्र, मुद्राएं, भोजपत्र, ताड़पत्र आदि नही मिलते। उससे पहले जो भी शिलालेख, स्थंभलेख, ताम्रपत्र मुद्राएं, भोजपत्र, ताड़पत्र ताड़पत्र आदि मिलते हैं वह सभी पाली प्राकृत भाषामें ही लिखे मिलते हैं। पाली प्राकृत भाषा (धम्म लिपि)से संस्कारित होके 7 वी सदी और 12 वी सदी दरमियान संस्कृत भाषा (देवनागरी लिपि) अस्तित्वमें आई है। इसलिए सभी ब्राह्मण ग्रंथो संस्कृत भाषा (देवनागरी लिपि)में ही लिखे मिलते हैं और वह भी ज्यादातर मुगलकाल और अंग्रेजकालमें। 7 वी सदी से पहले संस्कृत भाषा या अन्य कोई भी भाषामें लिखे ब्राह्मण ग्रंथो नहीं मिलते। "वृगवेद"की पहली भोजपत्र लिखित प्रत सन 1464 की लिखी मिली है।जो भारत सरकारने "यूनेस्को" में दर्ज की गई है। "यूनेस्को" ही "वर्ल्ड हेरिटेज" पुरातन साइट, स्ट्रक्चर, पुराने दस्तावेज आदि को घोषित करती है। इसलिए बाकीके तीन वेद, 108 उपनिषद, 18 पुराण, 18 उपपुराण, रामायण महाकाव्य, महाभारत, भगवदगीता आदि ब्राह्मण ग्रंथो बादमें ही लिखे गए होंगे !!! इसलिए 12 वी सदीके बाद चारो वेद संस्कृत भाषामें ही लिखे गए हैं अन्य भाषामे नहीं। इसलिए संस्कृत भाषा (देवनागरी लिपि) प्राचीन भाषा नही है। सबसे प्राचीन भाषा "पाली प्राकृत भाषा (धम्म लिपि या बम्भी लिपि) " ही है।
प्राकृत भाषा ही प्राचीनतम है । संस्कृत उसका परिष्कृत रूप है । वेदों के सूक्त प्रायः अनउष्टउप छंद में है । यह दर्शाता है कि सामान्य बोली दैनिक दिनचर्या की बोली है । महात्मा बुद्ध ने प्राकृत की एक शाखा मागधी को पाली का रूप दिया । पाली इस प्रकार मागधी का विकसित रूप है। यह मगधी, वज्जिका, भोजपुरी, मैथिली, बंगला और असमिया भाषा का तुलनात्मक अध्ययन करने से साफ स्पष्ट होता है । संस्कृत पाली से प्राचीन है और प्राकृत दोनों के मूल में है । प्राकृत की शाखाओं में महाराष्ट्री, पिशाची, शौरसेनी और मागधी प्रमुख हैं । गुणाढ्य की बृहत्कथा पिशाची है । पिशाच का अर्थ वनवासी है सोमदेव ने इसका संस्कृत में अनुवाद किया और कथआसरइतसआगर नाम दिया । प्राचीन काल में भूत का अर्थ वनवासी था । राक्षस का अर्थ श्रेष्ठ पुरुष था । बिना संस्कृत के सम्यक ज्ञान के भारत के प्राचीन काल का ज्ञान अधूरा है 🙏
पाली प्राकित लिपी सबसे पुरानी है। संस्कृति भाषा के जन्मदाता ब्राह्मण पाणिनी था। और यह पाणिनी, पंतजलि, बाल्मीकी, गार्गी, मनु, आर्य भट्ट, भागवत, आदि बाभन जाति के लोग पुष्य,मित्रसुन्ग के शासन काल में रहे हैं।पुष्य,मित्रसुन्गने साकेत नगरी बौध्य बिहार का नाम बदल कर अयोध्या किया था और घाघरा नदी का नाम बदल कर सरयू नदी किया अश्वमेघ यज्ञ किया था। यही पुष्य मित्र शुंग राम भी है, परशुराम भी है। इसी भागवत के नाम पर श्री मद भागवत गीता आदि पुस्तकें लिखी गई है। बाल्मीकी ने रामायण लिखा, शुकदेव ने महाभारत आदि पुस्तकें लिखी है। संस्कृति भाषा 185ईषा पुर्व के बाद से शुरू हुआ था। क्यो की पुष्य,मित्रसुन्गने 185इषापुर्व के लगभग सम्राट अशोक के वंसज दशवे राजा बृहद्रथ मौर्य की हत्या कर के मगध का राजा बना था अपने आप को सुरक्षित न समझ कर भाग कर आ गया साकेत नगरी बौध्य बिहार जिसका नाम बदल कर अयोध्या किया था।। इस लिए प्रकित लिपी पाली भाषा पुरानी है। मुर्खो के लिए संस्कृति पुरानी है जिसको इतिहास का ग्यान नही होगा।। जय संविधान जय भीम जय भारत जय बहुजन समाज जिन्दाबाद।।
हमारे भारत के सबसे पुरानी भाषा पाली प्रकृत , तमिल और आस्ट्रिक आदिवासी भाषा ही है ।क्योंकि आर्यो के आने के पहले यहा के मुलनिवासी पाली प्रकृत ,तमिल बोलते थे ।और यहा के आदिवासी भी थे तो वे भी अपनी बोली बोलते थे जरुर ।
@@bitaraina256 Ashok ke time mai bhi pali ka koi parman nhi pali inscription 9th century ka hai naki Ashok ka Ashok ke abhilekho mai brhami brahmi ko Sanskrit prakrit ki lipi thi
@@d7gameing504 कयों नही ।अब DNA का proof भी हो चुका है कि ।आर्य यानी ब्राह्मण लोग युरेशिया से भारत मे आये थे करीब 3500 से 4000 वर्ष पहले ।ब्राह्मण लोग भारत के मुलनिवासी नही है ।इसीलिए वे भारत के मुलनिवासियो को जातियो मे बांटकर शोषण करते रहे ।MOHAN BHAGHWAT ने भी इस बात की पुष्टि कर चुका है ।
Pali prakrit is older and sanskrit is very recent and sanskrit was invented in budhist monastries and jain temples later to prove vedic religion older brahmins have llaced it between 1500bc to 600 bc.
Bhai ye history hai quantum physics nhi hai jo scientists ne kah diya e= mc2 hi hoga isko koi change nhi kr skta evidence milne do itna sure mt ho jaiye
The vedic era said to be from 1500bc to 500bc is nonexistent , due to a complete absence evidence.. So, the existence of Vedic Sanskrit, from this period, is also doubtful.
संस्कृत आधुनिक भाषा है।ऐक भी प्राचीन शिलालेख नहीं मिलता है संस्कृत में लिखा हुआ। संस्कृत तब बनीं जब लेखन सामग्री स्याही कागज इत्यादि का आविष्कार हो चुका था इसलिए पत्थर पर लिखने की जरूरत नहीं पड़ी।
Sanskrit language in India has the history of 2500 years. Challenge anyone to debate on this topic with textual evidence / historical facts in an open forum. 💪😎
Sanskrit is written in devnagari lipi, which has developed after Gupta empire, before that every inscription were in pali, pakit bhasha. So how can you say that Sanskrit is oldest language.?
संस्कृत पाली और प्राकृत का नवीनतम संस्करण के अलावा कुछ नहीं। संस्कृत के विकास के लिए नागरी लिपि का उपयोग हुआ। जबकि पाली धम्म लिपि में लिखा जाता था। जो भाषा कभी लोगों के जबान पर आई ही नहीं उसे देश की सबसे पूरानी भाषा कहना बदनीयति का वएमइशआल 0:😮39 उदाहरण है ं
आपके वीडियो से यही निष्कर्ष निकलता है, की ऋग्वेद और बोगाजकोई अभिलेख ३४०० - ३५०० साल पुराने है, अर्थात संस्कृत भाषा भी उससे ज्यादातर ५०० साल पुरानी हो सकती है। संस्कृत को उससे ज्यादा प्राचीन मानने में कोई तर्क नही
संस्कृत का कोई ऐतिसिक प्रमाण भारत में नहीं मिलता है । दूसरी जगह एक दो शब्द मिल रहे हैं । क्या वो देवनागरी में है? नहीं तो बात खत्म ।संस्कृ भारत की नई भाषा है जो 9वी शताब्दी से classical फोर्म में आई है उस से पहले ये बुद्धस्ट हाइब्रिड संस्कृत के रूप मे विकसित हो रही थो । अर्थात पाली और संस्कृत मिक्स
भाषा का विकास पहले प्राकृत,पाली,संस्कृत इस क्रम से हुआ है. बोगोझकोई अभिलेख हुरीयन भाषा मे है संस्कृत मे नही. वहा वैदीक देवता के नाम आते है वह सिर्फ वेदोकी प्राचीनता दर्शाता है भाषा की नही. वेदो की मूल भाषा पर्शियन भाषा के करीबी कोई भाषा रही थी. भारत मे आने के बाद वह एक हायब्रिड भाषा बनी संदर्भ ( tracing the vedic dialect by Micheal witzel)उसी का नाम छांदस था. संस्कृत का विकास पाली प्राकृत से हुआ यह विकास क्रम बौद्धोनो कीया इसलिए Franklin Edgerton ने इसे गलतीसे budhist hybrid sanskrit का नाम दिया. Edgerton का मानना था जब ब्राह्मण लोग बौध्द बने तो वह संस्कृत भूल गये इसलिए उन्हाने ऐसे अधकचरी संस्कृत मे ग्रंथ लीखे यह edgerton का मत हास्यास्पद है .धर्म बदलनेसे कोई भाषा कैसे भूल सकता है .वास्तविक वहा संस्कृत विकसित हो रही थी. यह विकास क्रम 200BC से 400AD तक चला बादमे पाणीनी ने व्याकरण रचा तब सारे पाली प्राकृत ग्रंथ संस्कृत मे अनुवादित कर दिये गये क्यो के इस भाषा को साहीत्य के लिए ही खास बनाया था.रही बात संस्कृत को अभिजात भाषा का दर्जा मिला है .यह तो पोलीटीकल बाते है. मराठी भाषा संस्कृत से प्राचीन है. ऐसा रिसर्च पेपर महाराष्ट्र सरकारने केंद्र को सौपा है आठ साल हो गये कुछ नही हुआ. इस रिसर्च पेपर को भांडारकर इन्स्टिटय़ूट के विद्वानोने बनाया है उसमे संस्कृत के दो बडे पंडित भी है .लेकिन केंद्र मे बैठे संस्कृत पंडित इसे हजम नही कर पा रहे है. वह तो संस्कृत को सारी भाषा की जननी बताने से बाज नही आते.
😂😂achha Parsi aye the kya india mai abe wo india se hi iran gaye the reg ved mai ek clan ka mention milta hai parshu ya parsu name se wo wahi log hai issi liye to samanta hai aur to aur unke Kai sare rajao ke name sanskrit mai hi the Jo angrejo ne apne name de diye wo old parsi log the Jo india se gaye the beshak isse sankrit hi kaha jata hoga ya nahi kisi ko nahi pata lekin basha to aaj ke Sanskrit se hi milti julti rahi hogi ha ye bhi bata du basha alag hoti hai aur lipi alag Tamil mai bhi Kai sare sanskrit world hai
देखो भाई वेद सबसे पुराने ग्रंथ हैं जो संस्कृत में है ,लेकिन भीमटो के अनुसार सबसे पुराना ग्रंथ बौद्ध ग्रंथ, सबसे पुरानी भाषा पाली और सबसे पुराना धर्म बौद्ध धर्म और सबसे पुराने प्राणी भीमटे!
Are bagodelal gapp math hako, Sanskrit sirf devnagari lipi me likha jatha hai , Devnagari lipi 10th century ke baad hi develope hua hai . Sanskrit silalekh ka evidence Indian Government ne UNESCO ko 1464 ka diya re bevkub. Sanskrit india ka purana language nahi hai paali basha se Sankarith hua hai. Agar Sanskrit inscription Turkey me mila tho ye Sanskrit bolne wale bharat wasi nahi hai. Islam akramankariyonse bach ke 8th century me India me baag ke jobi aye Iranians mathab zoroastrians ( Persians) wahi hai aaj ke Brahmans .
Hmm 9 saal ki bachhi sadi karne wala tmlog ka hi god ho sakta hai ….or haa Ambedkar v bhagwan budhh ko mante the jo ek Rajput the ek word pdha nhi hoga or chla hai Ambekar g par jaan dene
संस्कृत के लिखित साक्ष्य 2100 वर्ष पुराना हैं और पालि का 2300 वर्ष पूराना तीसरी शताब्दी ईसापूर्व में अशोक के अभिलेखों में पालि प्रयोग हुई है किन्तु क्या यदि 3 शताब्दी ईसापूर्व अशोक के अभिलेखों में प्रयोग होने के पूर्व पालि प्रयोग में थी ही नहीं ? इसी प्रकार भले ही संस्कृत का पहला पूरातन अभिलेख हाथीबाड़ा घोसाण्डी का हो किन्तु इसका आशय यह नहीं हैं कि 2100 वर्ष पूर्व के पहले संस्कृत प्रयोग में नहीं थी। संस्कृत साहित्य का इतिहास पालि साहित्य के इतिहास से भी पुराना हैं। पालि का साहित्यिक आरम्भ तथागत बुद्ध की मृत्यु से आरम्भ होता हैं किन्तु संस्कृत का तो उस समय व्याकरण लिखा जा रहा था संस्कृत को उत्कृष्ट करने हेतु। ❤❤❤❤
2100 year old was written in Pali Prakrit in Dhamma Script. Common liar. Dhamma script can not write in Sanskrit because it lack alphabet. Pali Prakrit is predecesor of Sankrit. Vikku to Vichchhu, Damma to Dharma Khetiye to Chhetriye. Common Fake News. NOT BASED ON HISTORY but in claims.
A very stupid video. Never judge the antiquity of Sanskrit by inscription, for there was no writing in India in 1500 bc till about 6th century BC or even later. Writing came first in 3300 bc in what is now Iraq, but didn't spread much further. Vedas are shruti or heard not Smriti or kept in memory by writing.
Brahmin gangs were originally from meitenni Kingdom of Turkey Syria border who worshipped vaayu,cow,indra etc which fled to India after being killed by Greek kings
Kucch bhi jeko bas is itna confidence hona chahiye hai, or jo Turkey me abhilekh mila hai vo ki lipi me hai, bharat me jo abhilekh mila hai, tumne hi kaha ki 2100 year purana hai, or vobhi brahmi lipi me, to fir rigved devnagri lipi me ,3500 saal pehle kese munkin hi, or jo Turkey me mila hai or jo rigved hai inki language or lipi ek jesi hai kya?
Information was interesing. But as a South Indian, i can't understand numbers in Hindi. But i can grasp other most of the stuffs. So better you put numbers in English. This is same with many south indians.
पालि प्राकृत भाषा सबसे पुरानी भाषा है जिसमे अशोक के शिलालेख लिखे गए है अशोक का कोई शिलालेख संस्कृत में नहीं मिला । इसी कारण धम्म या प्राकृत लिपि में संस्कृत के शब्द भी नहीं मिलेंगे किंतु संस्कृत में पाली या प्राकृत के शब्द मिल जाएंगे। और संस्कृत को लिखने के लिए जिस देवनागरी का प्रयोग हो रहा है वो तो खुद ब्रह्मी से निकली है। ब्राह्मी यानी धम्म लिपि । ब्राह्मी से देवनागरी कैसे निकली इसके लिए गौरी शंकर ओझा की पुस्तक देख सकते है। शुरुवाती ब्राह्मी यानी धम्म लिपि के अक्षर सिंधु घाटी की लिपि से मेल खाते है जिससे प्रतीत होता है की सिंधु घाटी जो सर्वाधिक प्राचीन सभ्यता थी की भाषा लिपि से ही बाद की ब्राह्मी लिपि के का क्रमागत विकास हुआ होगा । संस्कृत का इतिहास केवल किस्से कहानी श्रुतियो में है लेकिन प्राकृत का इतिहास प्रस्तर पर अटल अमर है। एक हास्यास्पद बात और भी है ऋग्वेद में सप्तसिंधु प्रदेश की बात है वो तो पश्चिमोत्तर भारत का भाग है जबकि us समय गंगा दोआब में तो गेरिक मृद् भांड की सभ्यता थी। जिसका सीधा संबंध नन्हा के मूल निवासियों से है। जब इस देश में पाली प्राकृत फल फूल रही थी तब तो संकृत यानी आर्य गंगा दोआब पर ही रुके हुए थे । संस्कृत का मतलब ही मूल भाषा को संस्कारित करके बनाई गई भाषा है।
महोदय आज भी विश्व की बहुत सी भाषाएं हैं जिनका लिप्यांतरण नहीं हुआ है। साकोट्रा द्वीप पर बोली जाने वाली भाषा लिपिबद्ध नहीं है । इसके अतिरिक्त बहुत भाषाएं जो आदिम जनजातियों द्वारा बोली जाती हैं वे भी लिपिबद्ध नहीं है । भाषा के संरक्षण हेतु लिपि आवश्यक नहीं है । यह एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में बोली के रूप में भी स्थानान्तरित होती रहती है।
भारत की सबसे प्राचीन भाषा पाली और प्रकृति से ही
@@praveshchandmaurya1272 khyespooth,ha
अगर संस्कृत भारत की भाषा है तो यह देश के किसी राज्य की मुख्य भाषा क्यों नहीं बन पाई?
Odia,marathi,gujrati.bengli,hindi sabhi sanskrit se hi janmei hein
@@mr.odiahackerxyz6507 ruclips.net/video/kciMbc98AMQ/видео.html&pp=gAQBiAQB
संस्कृत नहीं है प्राचीनतम भाषा भारत की बल्कि प्राकृत है! उसी से जन्म हुआ है संस्कृत का भी!
Rik ved prachin granth he joki 1500 BC mein rachna ki gayi hein chahe silalekh mile ya na mile. Sanskrit ke sabda videshi bhasaon mein bhi pae jatehen. India lag bhag sabhi bhasa mein sanskrit ke sabda hein. Here is some sankrit and english word.Look at their 1st few letter pronunciation.
Manushya- Man
Matruh -Mother
Pitruh -phather
Bhrata -brother
@@mr.odiahackerxyz6507 isse tum saabit kar doge? mein aaj ek rachna karun, us time ki bhasha mein aur usi tim ki baaton ki to wo chejo ko kya us time ka maan loge?
@@mr.odiahackerxyz6507 Sanskrit ke word videshi bhashaon mein nahi vidshi bhason k word sanskrit mein paaye jaate hain, kyonki in sabki ek common language thi aur ye words un videshi bhashaon aur sanskrit mein wahan se aaye hain.
एक बात समझ ना आ रही है कि
भारत मे जितनी भाषा है
उतने राज्य है ! तो सवाल ये उठता है कि संस्कृत भाषा वाला राज्य कहा गायब हो गया?
मुझे लगता है इसमे जैसे इंसान पीढ़ी दर पीढ़ी बढ़ता है और उसकी बाद वाली पीढियां खत्म हो जाती है वैसे ही भाषा मे होता है चूंकि भाषाए बहुत पुरानी होती है इसलिए उससे नई भाषाओं ने जन्म लिया।
@@अज्ञात-थ7झ Sanskrit kabhi bharat m kabhi boli hi nhi gyi
Prakrit,pali thi us time
संस्कृत देवनागरी लिपि में लिखी जाती है इसका मतलब यह हुआ कि देवनागरी लिपि 9वीं से 12वीं संस्कृत संस्कृत विदेशी लैंग्वेज से मिली हुई ही संस्कृत लैंग्वेज है तुंबा 9वीं से 12वीं सदी की लैंग्वेज है १७७०वीं सदी तक 3 लोगों को पालिका को पढ़ना भी नहीं आता था अच्छा हुआ अंग्रेज आए वरना इनका पोल पट्टी हम कहां से
😅😅😅😅kuch v jb ataa pta na ho to chp he rha kro
Bhai bharat ki jadatr bhasayen sanskrit se he nekli hai ,yani sari bhasayen uske bacchy hai esleye sanskrit kisi ek rajya ki bhasa nhi hai ,pr karnataka me ek gaun hai jahan pura gaun sanskrit bolta h unki main bhasa sanskrit he hai ...or dakshin bharat ki jitni v bhasayen h unme jadatr sabdh sanskrit k he hai , Hindi bhasa me v jadatr sabdh sanskrit k he h ,pr aj hindi me bht sari bedeshi bhasaon k sabdhon ki melawat ho khuki h ...jaise arabi,farsi, angreji,french , purtgali, cheni ,or japani ...
भारत में संस्कृत भाषा के ईसा पूर्व के प्रमाण है ही नहीं तो कैसे माने कि संस्कृत भारत की सबसे प्राचीन भाषा है
देवनागरी लिपि ब्राह्मी(धम्म या बम्बी लिपि)लिपी के बाद आयी.
All know
pehle Sanskrit ko bhi Brahmi lipi mein likha jata tha.
(Dhanadeva inscription Ayodhya)
@@ravi-gx2qc2qz4r😂😂😂😂 अयोध्या का नाम क्या था बेवकूफ
@@Humanity584 Ayodhya ko Saket bhi kahte Hain.
@@ravi-gx2qc2qz4r😂😂😂 अबे चू कहते नहीं थे साकेत ही था
स्ट्रैपी शॉर्ट में सब उल्टा पढ़ाया जा रहा है केवल केवल बेवकूफ बनाया जा रहा है
संस्कृत की शुरूवात इ स पहली शताब्दी से हुयी. पूर्ण रुपेन संस्कृत इ स 800 के आसपास विकसित हुयी.
पाली प्रकृति भाषा सबसे पुरानी भाषा है
सबसे new language हैं जो कुछेक सदियों पहले पाली प्राकृत से बनाई गई है।
Bro.. your videos are very informative and intresting, plz upload more videos
बडा आश्चर्यकारक है इतनी प्राचीन भाषा पर इसवीसन की दुसरी शताब्दी तक एक लेख नही और लिखी भी तो यवनोने शक क्षत्रप रुद्रदमनने किसीं भी भारतीय राजा ने फिर वो मौर्य,सातवाहन,शुंग,खारवेल किसीं ने भी उसे नही लिखा 😂😂
Lipi aur bhasha ka matlb samajh ke aa chomu
@@guruvlogs323 मै भाषा की ही बात कर रहा हू कृपया मुझे गलत शाबीत करे की रुद्रदमन से पहिले संस्कृत भाषा दिखाये
@@kgdkgd4170 😂😂Vedic Sanskrit alag hai classic sanskrit se ja Jake dekh le ke world mai kitni bashaye hai jisme world sanskrit se milte julte mil jayege even old parsi rajao k name bhi sankrit mai the koi language likhi nahi gai to iska matlb ye nahi k old nahi hogi Tamil ho ya Pali sab mai sanskrit k world mil jayege lipiya likhne k liye use hoti hai aur basha bolne k liye
@@kgdkgd4170Dhanadeva inscription Ayodhya
@@guruvlogs323sabd ki baat na karo sabd or bhasa me antar hoa h sanskrite jyadatar sabd pali ke h jaise ek sabd h Arya jo sanskrit ka h or pali me yahi sabd ariya h matlab sanskrit walo ne ariya ko hi Arya kar diya ab ye na kahna ki Arya mool sabd h kyunki parsian lang me bhi ariya sabd hi h jisse yahi sabit hota h arya Naya sabd or ariya purana h aise hi dhamm ,chakk ,aadi sabd
ATI UTTAM.... SANATAN IS THE MOTHER OF ALL🕉️🔱🙏🚩
Ghanta😂😂😂😂
@@prajwalmeshram7912 Pali ghanta
@@laksh4real bahubali aur katappa bhi swarg ke malik hai.
Bhi please make viedo on this topic
चीन सभयता
Ezypt ki civilization
As soon as possible
Very nice information,,, thanks
वैदिक भाषा पर एक और विस्तृत वीडियो बनाएं क्योंकि अभी सर जितना विशाल है उसके हिसाब से यह वीडियो बहुत ही संक्षिप्तहै
totally misleading fake information
Sanskrit is not older than 1000 years check the proofs and evidences
Bhai abhi hum itne advance nhi hue hai jo hum apne purwajo ki bhasa samj le 100 saal se jada hogye h harappa ko khoje hue lekin abhi tk unki language ko koi decode nhi kr paya hai log abhi tk ye samjhte the sbse bada saanp titanoboa h lekin usse bhi bada saanp bharat me mila na wait karo sachchi chupegi nhi kisi se😂
Sale to Shankaracharya kaun the?
दुनिया के सबसे पुराने धार्मिक ग्रंथ वेद है और वह संस्कृत में इसलिये दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा संस्कृत है
@@क्षत्रीयमराठा96 दुनियाकी सबसे प्राचीन भाषा पाली प्राकृत (धम्म लिपि/बंभी लिपि) ही है जो पढ़ी लिखी जाती है। इससे पहले की भाषा सिंधुघाटी सभ्यता की भाषा है लेकिन उस भाषा/लिपि को आजतक कोई पढ़ नहीं पाया है।
पाली प्राकृत भाषा से संस्कारित होके ७ वी सदी और १२ वी सदी दरमियान संस्कृत भाषा अस्तित्वमें आई है। ७ वी सदी से पहले संस्कृत भाषा या संस्कृत भाषामें लिखे ग्रंथोंका कोई ऐतिहासिक और पुरातात्विक प्रमाण नहीं मिलता। और सभी ब्राह्मण ग्रंथो १२ वी सदी के बाद संस्कृत भाषा में ही लिखे गए हैं वह भी ज्यादातर मुगलकाल और अंग्रेजकालमें। इसलिए संस्कृत भाषा प्राचीन भाषा नहीं है। अगर वेद पुराने होते तो पाली प्राकृत भाषा या उस समय की कोई भी भाषा/लिपि में लिखे ग्रंथ मिलते।लेकिन ऐसे कोई प्रमाण पुरातत्व विभाग को नहीं मिलता।
सबसे प्राचीन माना जाता वैदिक ग्रंथ "ऋगवेद" की पहली भोजपत्र लिखित प्रत सन 1464 की मिली थी। जो भारत सरकार द्वारा "युनेस्को" में दर्ज की गई है। युनेस्को ही पुरातन साइट स्ट्रक्चर पुराने दस्तावेज आदि को "वर्ल्ड हेरिटेज" घोषित किया करती है। इसलिए बाकी के तीन वेद, उपनिषद, पुराण, उपपुराण, रामायण महाकाव्य, महाभारत, भगवदगीता आदि ब्राह्मण ग्रंथो बादमें ही लिखे गए होंगे।।
इसलिए पुरातात्विक प्रमाणों के साथ सच्चा इतिहास जानना जरूरी है नहीं कि मान्यतावादी धार्मिक ग्रंथोको !!! मान्यतावादी धार्मिक ग्रंथो में जो लोग इतिहास खोजते हैं वह बेवकूफ/मूर्ख लोग है।
Bevkuf
@@jsg5692 topi sanvidhan sanshodhan ka sabse prachin kyon manta hai,, Sanskrit bhasha 200bc,, piil badshahi 6,7 sandauli
Marathi... Prove kar. Ved bane hi 1400 vi sadi me hai. Jisme akbar humayu etc ka bhi varnan hai. Alluh upnishad nahi padha?? Chale gyan dene
जहां बोगाजकोई लेख मिला है वही इण्डोग्रीक भाषा है ओर वही हाईब्रिड संस्कृत है ओर ब्राह्मी लिपि मे संस्कृत लिखनी असम्भव है क्योंकि ऋ श ष त्र ज्ञ ओर विसर्ग आदि ब्रह्मा लिपि मे नही होते है
100% सही । ये हजार बर्षों से उल्लू बनाते आ रहे हैं लेकिन अब नहीं ।
Dhandev के अभिलेख में इन सब का प्रयोग है
@@Ajoy-kj8ei ब्रह्मी लिपि में भी ऋ श हैं जो संस्कृत लिखने के लिए जोड़े गए थे
बेटा ashok ka Kalsi 13th no का rock edict जो brahmi में है उस पर तीनों (ष,श,स) है और girnar wale पर,,त्र भी है
Kaha se padhe ho
👉आपकी 8 min की वीडियो के पीछे छिपी हुई 8 month की मेहनत को salute . ✌️ऐसी ज्ञानवर्धक तथा रोचक वीडियो तथा ज्ञान,तथ्यों से अवगत कराने के लिए धन्यवाद!!! 🥰🥰🥰
Sanskrit supremacy 💪
❤संस्कृत भाषा - भारत के तेलुगु , तमिळ, कन्नड' मराठी , मलयाळम , हिन्दी , पाली , नेपाली, बंगाली इन सभी भाषाओं मे आज भी मौजूद है ।
सस्कृत ka कोई भी ईसा purv सबूत नही है, fhir भी उसे पुराना बताते नही थकते
Palika to aaj to koi samudra nahin mila,,,, Z Ashok abhilekh padh lena ,, jakar sanvidhan padh Lena sanvidhan bhi Sanskrit ko sabse prachin Bhasha manta hai,,, Ambedkar ke sampurn kand per Lena jismein khud ka mere ko Sanskrit nahin aati
Sanskrit bhasha ki leepi devnagari leepi hai to brahmi leepi me Sanskrit kaise likha gaya
Jis tarah tum roman alphabet ki madad se hindi likhe
Dekhiye, koi lipi ka arth hai likhne ki reet aur bhasa matlab bolne ki reet. Koi bhi lipi kisi ek bhasa ki nahi ho sakti. Ham ek hi lipi me alag alag bhasa o ko aur ek bhasa ko alag alag Lipi me likh sakte hai. Jaise mene abhi Jo likha uski bhasa Hindi hai par alphabet Roman.
I like it video i got sanskrit knowledge
Bhai bahut badhiya ❤
So good so good and many thanks
जानकारी सही नहीं हैं... संस्कृत भाषा के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं ईशा पूर्व. जो मिले हैं वो पाली और प्रकृति भाषा के मिले है
Sanskrit purani Bhasha hai to fir Samrat Ashok ke banae hue stambh per Pali Bhasha kyon hai
Kyonki tab tak Pali bolchal ki bhasha ban chuki thi.
पाली भाषा आज की तारीख मे गायब है कोई भारतीय इसको न जानता है न बोलता है ये जैसे पैदा हुई वैसे गायब हो गई । संस्कृत आज भी हर हिंदुके दिल मे है । अफ्रीकन दास चाहे कुछ भी बके ।
Pali patthar ki bhasha thi jo kewl patthar par hi ikhi gai hain insan ke jubaan par nhi
दिल में होंना सबूत नहीं।
@@jitendrasoni5869 gayab kar di gayi. Agar budhdhist hote to wahi bhasa bol rahe hote. Baat rahi sanskrit ki to kon bolta hai??
Excellent presentation
Ref : A. Chatterjee, J.S. Ray, A.D. Shukla and K. Pande, On the existence of a perennial river in the Harappan heartland, Scientific Reports 9, 17221,
Vedic Sanskrit was around when river Saraswati I e Ghaggar Hakra was perennial because Rig Veda describes it so. The river was perrenial between 7500 BC to 2500 BC. This video totally missed the point. Vedic Sanskrit may be as old as 4000 BC and coterminus with Indus Valley Civilization or older. ADDENDUM: THERE HAVE BEEN REPLIES ASKING FOR REFERENCE. THEY ARE ENCOURAGED TO READ ARTICLE BY Anirban Chatterjee, J S Ray and Anil Shukla of PRL, and Kanchan Pande of IIT-Bombay. It is published in a peer reviewed international journal.
nothing has been found wirtten in sanskirt in indus vally sites .
@@doityourselfpakistan6535 You missed the logic. Rig Veda describes a mighty perrenial river Saraswati. Scientists find that it dried in between 1500vto 2500 BC but was perrenial between about 7500 BC to 2500 BC. Therefore Rig Veda was composed during this period when the river was perrenial. Rig Veda was not written it was committed to memory in the form of verses and transmitted through the ages by chanting the hymns.
@@ratneshshrivastava6444 Yes
@@ratneshshrivastava6444
Agreed👍
Vegas and Upanishaths were written only 1500 years ago. Challenge you to defend/debate on this topic with textual / historical evidence in an open forum. 😎💪
संस्कृत भाषा आम बोलचालकी भाषा है ही नही। यह भाषा सिर्फ ब्राह्मण ग्रंथोमें पाई जाती है।
लगभग 7 वी सदी तक संस्कृत भाषामें लिखित कोई शिलालेख, स्थंभलेख, ताम्रपत्र, मुद्राएं, भोजपत्र, ताड़पत्र आदि नही मिलते। उससे पहले जो भी शिलालेख, स्थंभलेख, ताम्रपत्र मुद्राएं, भोजपत्र, ताड़पत्र ताड़पत्र आदि मिलते हैं वह सभी पाली प्राकृत भाषामें ही लिखे मिलते हैं।
पाली प्राकृत भाषा (धम्म लिपि)से संस्कारित होके 7 वी सदी और 12 वी सदी दरमियान संस्कृत भाषा (देवनागरी लिपि) अस्तित्वमें आई है। इसलिए सभी ब्राह्मण ग्रंथो संस्कृत भाषा (देवनागरी लिपि)में ही लिखे मिलते हैं और वह भी ज्यादातर मुगलकाल और अंग्रेजकालमें। 7 वी सदी से पहले संस्कृत भाषा या अन्य कोई भी भाषामें लिखे ब्राह्मण ग्रंथो नहीं मिलते।
"वृगवेद"की पहली भोजपत्र लिखित प्रत सन 1464 की लिखी मिली है।जो भारत सरकारने "यूनेस्को" में दर्ज की गई है। "यूनेस्को" ही "वर्ल्ड हेरिटेज" पुरातन साइट, स्ट्रक्चर, पुराने दस्तावेज आदि को घोषित करती है। इसलिए बाकीके तीन वेद, 108 उपनिषद, 18 पुराण, 18 उपपुराण, रामायण महाकाव्य, महाभारत, भगवदगीता आदि ब्राह्मण ग्रंथो बादमें ही लिखे गए होंगे !!! इसलिए 12 वी सदीके बाद चारो वेद संस्कृत भाषामें ही लिखे गए हैं अन्य भाषामे नहीं।
इसलिए संस्कृत भाषा (देवनागरी लिपि) प्राचीन भाषा नही है। सबसे प्राचीन भाषा "पाली प्राकृत भाषा (धम्म लिपि या बम्भी लिपि) " ही है।
एकदम सटीक और तथ्ययात्मिक जानकारी दी है आपने।
😂😂😂😂😂😂 तुम्हारे हिसाब से तो बुद्ध के बाद ही दुनिया पैदा हुई
@@jsg5692 आपके उल्लिखित विवरण का एक एक शब्द एक्दम सही है जिसको भ्रम शील तोड़ मरोड़ कर बेतुकी झूठमूठ बातो के सहारे गुमराह करते रहे हैं I
नए-नए म्यूजिक डाल देने से वीडियो बनाने से कुछ होने वाला नहीं हैआज सब समझदार हो गए हैं बहुत फॉर्म फैला लिए अब कुछ होने वाला नहीं है
यह जानकारी सही नही हैं. पाली प्राकृत ही संस्कृत कि जननी हैं...
आज पता चला इतने बड़े चक्रवर्ती सम्राटों के सम्राट असोक महान का नाम हिंदू धर्म ग्रंथों में क्यों नहीं है समझदार समझ ही गए होंगे
Guru Jee, thanks!
प्राकृत भाषा ही प्राचीनतम है । संस्कृत उसका परिष्कृत रूप है । वेदों के सूक्त प्रायः अनउष्टउप छंद में है । यह दर्शाता है कि सामान्य बोली दैनिक दिनचर्या की बोली है ।
महात्मा बुद्ध ने प्राकृत की एक शाखा मागधी को पाली का रूप दिया । पाली इस प्रकार मागधी का विकसित रूप है। यह मगधी, वज्जिका, भोजपुरी, मैथिली, बंगला और असमिया भाषा का तुलनात्मक अध्ययन करने से साफ स्पष्ट होता है । संस्कृत पाली से प्राचीन है और प्राकृत दोनों के मूल में है । प्राकृत की शाखाओं में महाराष्ट्री, पिशाची, शौरसेनी और मागधी प्रमुख हैं । गुणाढ्य की बृहत्कथा पिशाची है । पिशाच का अर्थ वनवासी है सोमदेव ने इसका संस्कृत में अनुवाद किया और कथआसरइतसआगर नाम दिया । प्राचीन काल में भूत का अर्थ वनवासी था । राक्षस का अर्थ श्रेष्ठ पुरुष था ।
बिना संस्कृत के सम्यक ज्ञान के भारत के प्राचीन काल का ज्ञान अधूरा है 🙏
पाली प्राकित लिपी सबसे पुरानी है। संस्कृति भाषा के जन्मदाता ब्राह्मण पाणिनी था। और यह पाणिनी, पंतजलि, बाल्मीकी, गार्गी, मनु, आर्य भट्ट, भागवत, आदि बाभन जाति के लोग पुष्य,मित्रसुन्ग के शासन काल में रहे हैं।पुष्य,मित्रसुन्गने साकेत नगरी बौध्य बिहार का नाम बदल कर अयोध्या किया था और घाघरा नदी का नाम बदल कर सरयू नदी किया अश्वमेघ यज्ञ किया था। यही पुष्य मित्र शुंग राम भी है, परशुराम भी है। इसी भागवत के नाम पर श्री मद भागवत गीता आदि पुस्तकें लिखी गई है। बाल्मीकी ने रामायण लिखा, शुकदेव ने महाभारत आदि पुस्तकें लिखी है। संस्कृति भाषा 185ईषा पुर्व के बाद से शुरू हुआ था। क्यो की पुष्य,मित्रसुन्गने 185इषापुर्व के लगभग सम्राट अशोक के वंसज दशवे राजा बृहद्रथ मौर्य की हत्या कर के मगध का राजा बना था अपने आप को सुरक्षित न समझ कर भाग कर आ गया साकेत नगरी बौध्य बिहार जिसका नाम बदल कर अयोध्या किया था।।
इस लिए प्रकित लिपी पाली भाषा पुरानी है। मुर्खो के लिए संस्कृति पुरानी है जिसको इतिहास का ग्यान नही होगा।।
जय संविधान जय भीम जय भारत जय बहुजन समाज जिन्दाबाद।।
Sanskrit god ❤❤
Syria ka inscription Sanskrit nahin Hittite bhasha hai
Are bhai bhasa hurrian hai balki naam to Sanskrit ke hi hai na. Kya apke pali-prakrit me koi Mitra Varun ate hai. Ata ho to bata dena.
सबसे पुरानी भासा पालि है। जम्बुदिप में लोक बोली थी । जिसे मागधी भी कहा जाता है। तथागत बुद्धने अपने 82000 उपदेश पालि प्राकृत भाषा में ही दिए हैं ।
Limited knowledge leke kya karoge.
Prakriti is the old language
Pehle language aur script ka matalab samajh k aa
Harappan Brahmi revealed VEDIC. Shaiv, Vaishnav, DATTAYREYA Kartikeya traditions.
हमारे भारत के सबसे पुरानी भाषा पाली प्रकृत , तमिल और आस्ट्रिक आदिवासी भाषा ही है ।क्योंकि आर्यो के आने के पहले यहा के मुलनिवासी पाली प्रकृत ,तमिल बोलते थे ।और यहा के आदिवासी भी थे तो वे भी अपनी बोली बोलते थे जरुर ।
Ashoka se pehle pali language ka koi be proof nhi milta.. Pali 500 saal purani br nhi h
@@bitaraina256 Ashok ke time mai bhi pali ka koi parman nhi pali inscription 9th century ka hai naki Ashok ka Ashok ke abhilekho mai brhami brahmi ko Sanskrit prakrit ki lipi thi
Bhai se sab to sirf kitabi bate
Reality to ye he ki ham sab ek hi he
||Vasudev kutumbkam||
Bhai tu bhi aryan invedore theory par believe karta hai Jo ka kabhi proof bhi nahi hua hai
@@d7gameing504 कयों नही ।अब DNA का proof भी हो चुका है कि ।आर्य यानी ब्राह्मण लोग युरेशिया से भारत मे आये थे करीब 3500 से 4000 वर्ष पहले ।ब्राह्मण लोग भारत के मुलनिवासी नही है ।इसीलिए वे भारत के मुलनिवासियो को जातियो मे बांटकर शोषण करते रहे ।MOHAN BHAGHWAT ने भी इस बात की पुष्टि कर चुका है ।
Pali prakrit is older and sanskrit is very recent and sanskrit was invented in budhist monastries and jain temples later to prove vedic religion older brahmins have llaced it between 1500bc to 600 bc.
Sanskrit is the mother of all languages 😊
पाली प्राकृत सबसे पुराना हो या ना हो पर संस्कृत नई भाषा है यह पक्का है
Bhai ye history hai quantum physics nhi hai jo scientists ne kah diya e= mc2 hi hoga isko koi change nhi kr skta evidence milne do itna sure mt ho jaiye
तुम जरूर दलित होओगे
@@SANATANDHARM-l5d yehi saboot deta hai kee pali sabse purani hai...
apke videos adbhut hote hai
अध्ययन जारी रखो।बहुत जल्द सच्चाई सामने आ जाएगी।और कथावाचको और बाबाओ की असलियत सामने आ जाएगी।
संस्कृत की भाषा तो देवनागरी लिपि से आया और देवनागरी लिपि ब्रमहलीपी से आया और ब्रमहलिपी धम्म लिपि से आया l फिर प्राचीन भाषा कैसे हो गया?
आपका संशोधन अपूर्ण आहे
Atiuttam
The vedic era said to be from 1500bc to 500bc is nonexistent , due to a complete absence evidence..
So, the existence of Vedic Sanskrit, from this period, is also doubtful.
Ashoka se pehle Chander Gupta Maurya aur Chanakya jisne Arthshastra likhi thhee, Ashoka ko tto purani Script he miili hogi.
संस्कृत आधुनिक भाषा है।ऐक भी प्राचीन शिलालेख नहीं मिलता है संस्कृत में लिखा हुआ। संस्कृत तब बनीं जब लेखन सामग्री स्याही कागज इत्यादि का आविष्कार हो चुका था इसलिए पत्थर पर लिखने की जरूरत नहीं पड़ी।
Bhai tu kaha padha hai??
Sanskrit language was created by a group of aacharya of Bodh universties.
Sanskrit is god language ❤
jis bhasha ka kuch likhit praman hi nahi, to phir tum kaise keh sakte hon ki sabse purani bhasha yahi hai ?
Video ma nahi suni, turkey ma 3400 yrs phele sanskit paya giya ha
Sanskrit language in India has the history of 2500 years. Challenge anyone to debate on this topic with textual evidence / historical facts in an open forum. 💪😎
सही कहा आप ने इस पर open debate की जरूरत है ।
First you put logical points, and show studies, if you can't then shut your mouth.
@@sumanraut3008 rigveda was written in 1500 BC and Sanskrit is older than that
Sanskrit is written in devnagari lipi, which has developed after Gupta empire, before that every inscription were in pali, pakit bhasha. So how can you say that Sanskrit is oldest language.?
How to prove it to other people who don't beleive it@@utkarshninawe97
संस्कृत पाली और प्राकृत का नवीनतम संस्करण के अलावा कुछ नहीं। संस्कृत के विकास के लिए नागरी लिपि का उपयोग हुआ। जबकि पाली धम्म लिपि में लिखा जाता था। जो भाषा कभी लोगों के जबान पर आई ही नहीं उसे देश की सबसे पूरानी भाषा कहना बदनीयति का वएमइशआल 0:😮39 उदाहरण है ं
सीधे सीधे बोलो की तुम लोग ग्रेटर syria से आए हों
Syria का प्राचीन नाम साम है
सामवेद मतलब syria देश का ज्ञान
जितनी भी भारतीय भाषाएँ है वह संस्कृत सेही निकली है सारी भारतीय भाषाओं का मूल संस्कृत है और संस्कृत भारत की ही नही दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा है
आपके वीडियो से यही निष्कर्ष निकलता है, की ऋग्वेद और बोगाजकोई अभिलेख ३४०० - ३५०० साल पुराने है, अर्थात संस्कृत भाषा भी उससे ज्यादातर ५०० साल पुरानी हो सकती है। संस्कृत को उससे ज्यादा प्राचीन मानने में कोई तर्क नही
संस्कृत का कोई ऐतिसिक प्रमाण भारत में नहीं मिलता है । दूसरी जगह एक दो शब्द मिल रहे हैं । क्या वो देवनागरी में है? नहीं तो बात खत्म ।संस्कृ भारत की नई भाषा है जो 9वी शताब्दी से classical फोर्म में आई है उस से पहले ये बुद्धस्ट हाइब्रिड संस्कृत के रूप मे विकसित हो रही थो । अर्थात पाली और संस्कृत मिक्स
Jhut muth mat gapedo gapodi
@@ShrawanSaazOfficial koi saboot,, piil Bhasha to5,6, se pahle the hi nahin,, to fir Ashok ne apne abhilekh mein Sanskrit Bhasha ka upyog kyon Kiya
@@harishharishjaat3438
अशोक के किसी भी शिला लेख में संस्कृत नहीं है।
@@ShrawanSaazOfficial greener abhilekh,, padh Lena wapas mil jaega tere ko,, tujhe to yah bhi nahin pata hoga ki Ashok Ka pahla abhilekh Kaun sa tha
भाषा का विकास पहले प्राकृत,पाली,संस्कृत इस क्रम से हुआ है. बोगोझकोई अभिलेख हुरीयन भाषा मे है संस्कृत मे नही. वहा वैदीक देवता के नाम आते है वह सिर्फ वेदोकी प्राचीनता दर्शाता है भाषा की नही. वेदो की मूल भाषा पर्शियन भाषा के करीबी कोई भाषा रही थी. भारत मे आने के बाद वह एक हायब्रिड भाषा बनी संदर्भ ( tracing the vedic dialect by Micheal witzel)उसी का नाम छांदस था. संस्कृत का विकास पाली प्राकृत से हुआ यह विकास क्रम बौद्धोनो कीया इसलिए Franklin Edgerton ने इसे गलतीसे budhist hybrid sanskrit का नाम दिया. Edgerton का मानना था जब ब्राह्मण लोग बौध्द बने तो वह संस्कृत भूल गये इसलिए उन्हाने ऐसे अधकचरी संस्कृत मे ग्रंथ लीखे यह edgerton का मत हास्यास्पद है .धर्म बदलनेसे कोई भाषा कैसे भूल सकता है .वास्तविक वहा संस्कृत विकसित हो रही थी. यह विकास क्रम 200BC से 400AD तक चला बादमे पाणीनी ने व्याकरण रचा तब सारे पाली प्राकृत ग्रंथ संस्कृत मे अनुवादित कर दिये गये क्यो के इस भाषा को साहीत्य के लिए ही खास बनाया था.रही बात संस्कृत को अभिजात भाषा का दर्जा मिला है .यह तो पोलीटीकल बाते है. मराठी भाषा संस्कृत से प्राचीन है. ऐसा रिसर्च पेपर महाराष्ट्र सरकारने केंद्र को सौपा है आठ साल हो गये कुछ नही हुआ. इस रिसर्च पेपर को भांडारकर इन्स्टिटय़ूट के विद्वानोने बनाया है उसमे संस्कृत के दो बडे पंडित भी है .लेकिन केंद्र मे बैठे संस्कृत पंडित इसे हजम नही कर पा रहे है. वह तो संस्कृत को सारी भाषा की जननी बताने से बाज नही आते.
😂😂achha Parsi aye the kya india mai abe wo india se hi iran gaye the reg ved mai ek clan ka mention milta hai parshu ya parsu name se wo wahi log hai issi liye to samanta hai aur to aur unke Kai sare rajao ke name sanskrit mai hi the Jo angrejo ne apne name de diye wo old parsi log the Jo india se gaye the beshak isse sankrit hi kaha jata hoga ya nahi kisi ko nahi pata lekin basha to aaj ke Sanskrit se hi milti julti rahi hogi ha ye bhi bata du basha alag hoti hai aur lipi alag Tamil mai bhi Kai sare sanskrit world hai
@girishdurgwar4175 whatsup gyan kahi dusri jagah pe de Maine sandarbh diya hai tum Kori gap hak rahe ho
देखो भाई वेद सबसे पुराने ग्रंथ हैं जो संस्कृत में है ,लेकिन भीमटो के अनुसार सबसे पुराना ग्रंथ बौद्ध ग्रंथ, सबसे पुरानी भाषा पाली और सबसे पुराना धर्म बौद्ध धर्म और सबसे पुराने प्राणी भीमटे!
संस्कृत प्रचारित भाषा है।
संस्कृत - प्राकृत-पाली-अपभ्रंश-हिंदी
Are bagodelal gapp math hako, Sanskrit sirf devnagari lipi me likha jatha hai , Devnagari lipi 10th century ke baad hi develope hua hai . Sanskrit silalekh ka evidence Indian Government ne UNESCO ko 1464 ka diya re bevkub. Sanskrit india ka purana language nahi hai paali basha se Sankarith hua hai. Agar Sanskrit inscription Turkey me mila tho ye Sanskrit bolne wale bharat wasi nahi hai. Islam akramankariyonse bach ke 8th century me India me baag ke jobi aye Iranians mathab zoroastrians ( Persians) wahi hai aaj ke Brahmans .
लेकिन वैदिक लिपि क्या है।
Sanatan hi satya hai🚩🕉️🚩🚩🕉️🙏🚩🚩
Jai mahakal 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
संस्कृत देवनागरी लिपि मे ही लिखी जाती है। देवनागरी का जन्म ईसा के बाद हुआ है।
Koi arya sabhyata nahi tha sab jhute hai
अपने बाप अंबेडकर को पढ़ लेते तो ऐसा नही बोलते
@@dineshsinghkushwaha5576 tu janta hai kis baap ka aulad hai apne maa se puch
@@rakeshbhagat3632क्या अंबेडकर तुम्हारे भगवान नही हैं तो साइंस जर्नी वाला जरूर तुम्हारा ज्ञान का पिता हैं
@@dineshsinghkushwaha5576 kisi ko bhi bhagwan maana tum jaise ka Kaam hai hamare nahi janwar ko bhagwan pathar ko bhagwan gobar ko bhagwan mante ho
Hmm 9 saal ki bachhi sadi karne wala tmlog ka hi god ho sakta hai ….or haa Ambedkar v bhagwan budhh ko mante the jo ek Rajput the ek word pdha nhi hoga or chla hai Ambekar g par jaan dene
Pali sabse purani hai , sanskrit 7AD mei aaye hai ..
Nhi 9th century...pali is oldest
bhai apke abhilekh doosrey country mai miltey hai apney desh mai nahee give your logic why
झूठ की झलकियां, संस्कारित भाषा - नवीं शताब्दी में जन्म!
अब
सब
समझ
में
आ
रहा
है
कोन
किसकी
भाषा
है
इंसानों
को
ही
देवता
मानते
थे
पहले
के
लोग
jo aapne sanskrit language bataya hai wo actually Pali language hai 3:47 correct it.
Aap kaha bhi padh lijiye apko bhasa Sanskrit hi milegi. Agar koi platform is bhasa ko Pali kehta hai to mujhe jarur bata dena.
पाली भाषा के प्रुफ मिळते है, लेकीन संस्कृत भाषा का कोई भी पृप्फ नाही मिळता.अगर है तो प्लिज बताना....
संस्कृत के लिखित साक्ष्य 2100 वर्ष पुराना हैं और पालि का 2300 वर्ष पूराना तीसरी शताब्दी ईसापूर्व में अशोक के अभिलेखों में पालि प्रयोग हुई है किन्तु क्या यदि 3 शताब्दी ईसापूर्व अशोक के अभिलेखों में प्रयोग होने के पूर्व पालि प्रयोग में थी ही नहीं ? इसी प्रकार भले ही संस्कृत का पहला पूरातन अभिलेख हाथीबाड़ा घोसाण्डी का हो किन्तु इसका आशय यह नहीं हैं कि 2100 वर्ष पूर्व के पहले संस्कृत प्रयोग में नहीं थी। संस्कृत साहित्य का इतिहास पालि साहित्य के इतिहास से भी पुराना हैं। पालि का साहित्यिक आरम्भ तथागत बुद्ध की मृत्यु से आरम्भ होता हैं किन्तु संस्कृत का तो उस समय व्याकरण लिखा जा रहा था संस्कृत को उत्कृष्ट करने हेतु। ❤❤❤❤
@@vishuranpise985 Pali Bhasha ka kya proof Mila,, ladki sanvidhan mein Sanskrit ka sabse prachin manta hai
ब्राह्मण प्राकृत या पाली को पढ़ नही पाये और चले हैं संस्कृत को पुरानी भाषा साबित करने| गपोड़ने से झूठ सच नहीं हो जाता
2100 year old was written in Pali Prakrit in Dhamma Script. Common liar. Dhamma script can not write in Sanskrit because it lack alphabet. Pali Prakrit is predecesor of Sankrit. Vikku to Vichchhu, Damma to Dharma Khetiye to Chhetriye. Common Fake News. NOT BASED ON HISTORY but in claims.
Meanwhile hathi bada ghosundi abhilekh:
A very stupid video. Never judge the antiquity of Sanskrit by inscription, for there was no writing in India in 1500 bc till about 6th century BC or even later. Writing came first in 3300 bc in what is now Iraq, but didn't spread much further. Vedas are shruti or heard not Smriti or kept in memory by writing.
Rig Vedas are from 3000+ BC. Aryan invasion theory of 2500 BC is proven wrong.
क्यों गलत इतिहास गलत बता रहो हो भाई तुम लोग सुधरोगे नहीं अंधविश्वास फ़ैलाने में |
Brahmin gangs were originally from meitenni Kingdom of Turkey Syria border who worshipped vaayu,cow,indra etc which fled to India after being killed by Greek kings
Kucch bhi jeko bas is itna confidence hona chahiye hai, or jo Turkey me abhilekh mila hai vo ki lipi me hai, bharat me jo abhilekh mila hai, tumne hi kaha ki 2100 year purana hai, or vobhi brahmi lipi me, to fir rigved devnagri lipi me ,3500 saal pehle kese munkin hi, or jo Turkey me mila hai or jo rigved hai inki language or lipi ek jesi hai kya?
Such proofs
Bina evidence k bas muh se gapod do ho gai sansrik purani 😂😂😂
Sanskrut or Tamil in fact all Vedas were written in Sanskrit.
❤❤❤
Information was interesing. But as a South Indian, i can't understand numbers in Hindi. But i can grasp other most of the stuffs. So better you put numbers in English. This is same with many south indians.
पालि प्राकृत भाषा सबसे पुरानी भाषा है जिसमे अशोक के शिलालेख लिखे गए है अशोक का कोई शिलालेख संस्कृत में नहीं मिला । इसी कारण धम्म या प्राकृत लिपि में संस्कृत के शब्द भी नहीं मिलेंगे किंतु संस्कृत में पाली या प्राकृत के शब्द मिल जाएंगे। और संस्कृत को लिखने के लिए जिस देवनागरी का प्रयोग हो रहा है वो तो खुद ब्रह्मी से निकली है। ब्राह्मी यानी धम्म लिपि । ब्राह्मी से देवनागरी कैसे निकली इसके लिए गौरी शंकर ओझा की पुस्तक देख सकते है। शुरुवाती ब्राह्मी यानी धम्म लिपि के अक्षर सिंधु घाटी की लिपि से मेल खाते है जिससे प्रतीत होता है की सिंधु घाटी जो सर्वाधिक प्राचीन सभ्यता थी की भाषा लिपि से ही बाद की ब्राह्मी लिपि के का क्रमागत विकास हुआ होगा ।
संस्कृत का इतिहास केवल किस्से कहानी श्रुतियो में है लेकिन प्राकृत का इतिहास प्रस्तर पर अटल अमर है।
एक हास्यास्पद बात और भी है ऋग्वेद में सप्तसिंधु प्रदेश की बात है वो तो पश्चिमोत्तर भारत का भाग है जबकि us समय गंगा दोआब में तो गेरिक मृद् भांड की सभ्यता थी। जिसका सीधा संबंध नन्हा के मूल निवासियों से है। जब इस देश में पाली प्राकृत फल फूल रही थी तब तो संकृत यानी आर्य गंगा दोआब पर ही रुके हुए थे । संस्कृत का मतलब ही मूल भाषा को संस्कारित करके बनाई गई भाषा है।
SANSKRIT IS ONLY 3000 YEARS OLD...
मुखोदगद प्रमाण नाही हो सकता. जब तक लिपी निर्माण नही होती तब तक भाषा निर्माण नही होती. संस्कृत भाषा कैसे मुखोदग होगी. लिपिके बिनाआपका संशोधनपूर्ण है.
महोदय आज भी विश्व की बहुत सी भाषाएं हैं जिनका लिप्यांतरण नहीं हुआ है। साकोट्रा द्वीप पर बोली जाने वाली भाषा लिपिबद्ध नहीं है । इसके अतिरिक्त बहुत भाषाएं जो आदिम जनजातियों द्वारा बोली जाती हैं वे भी लिपिबद्ध नहीं है । भाषा के संरक्षण हेतु लिपि आवश्यक नहीं है । यह एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में बोली के रूप में भी स्थानान्तरित होती रहती है।
आप बोल रहे हो यह सब झूठ है. मिटानी अभिलेख में एकभी संस्कृत शब्द नही है. जो शब्द है वह प्राकृत के समीप है.
Jab sab kuchh destroy kar denge to Kahan se milega evidence