जाति धर्म को विकृत करने का प्रयास करने वाले पहले स्वयं ही विकृत हो जाते हैं। पुरी शंकराचार्य जी

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  • Опубликовано: 14 дек 2024

Комментарии • 11

  • @RajeshVishwakarma-f4e
    @RajeshVishwakarma-f4e 9 дней назад +3

    श्री शंकराचार्य जी की जय हो

  • @gyanendrasingh4515
    @gyanendrasingh4515 10 дней назад +2

    समय की यही मांग है
    नहीं तो हिंदू कन्वर्ट हो जायेगा
    जय श्री कृष्ण 🎉🎉🎉

  • @Aadiyaadav
    @Aadiyaadav 7 дней назад +3

    आज मुझे शंकराचार्य जी के सोच से घृणा हो रही है। कैसे सिर्फ इसलिए कि जाति व्यवस्था और वर्ण व्यवस्था चलती रहे और सिर्फ एक वर्ग का प्रभुत्व समस्त सनातन पर बना रहे, इसके लिए सभी एक हो गए हैं। रोटी और बेटी में अंतर होता है शंकराचार्य जी। रोटी बस एक वस्तु है परन्तु बेटी खुद में एक सजीव अस्तित्व रखती है। बेटी का रिश्ता वहां होना चाहिए जहां करने बेटी जीवन भर खुश रहे। उसके जीवन की खुशियों में जाति और वर्ण बाधक नहीं होने चाहिए। और आपकी दूसरी बात, हां,होती है पशुओं में मित्रता शंकराचार्य जी। कोई पशु अपने ही श्रेणी के पशु को सिर्फ इसलिए ऊंचा या नीचा नहीं समझता कि उसके माता पिता किसी खास श्रेणी के थे। वहां पर सिर्फ वर्तमान स्थिति का अवलोकन होता है। मातापिता और जन्म किसके घर में हुआ, इससे मतलब नहीं रहता। लेकिन आपकी वर्ण व्यवस्था और जाति व्यवस्था में तो आंबेडकर जैसे शानदार व्यक्तित्व को भी बस इसलिए अपमान का सामना करना पड़ा क्योंकि उनके मातापिता किसी खास सामाजिक श्रेणी के थे। मुझे पता है कि मेरी बात की आलोचना सिर्फ उसी वर्ग के लोग करेंगे जो लगातार इन सड़ चुकी व्यवस्थाओं के नाम पर अपना प्रभुत्व बनाए रखना चाहते हैं। लेकिन मुझे विश्वास है ,जल्द ही जाति व्यवस्था और वर्ण व्यवस्था समाज से खतम होगी और सनातन चारों दिशाओं में बहुमुखी प्रगति रहेगा । तब कोई सनातनी ऊंचा या नीचा नहीं होगा। सभी बस भाई होंगे।

    • @KALKIKALIYUG
      @KALKIKALIYUG 6 дней назад +1

      यादव हो तुम्हारी जाति ने जबसे गौ सेवा का त्याग किया, गौ वंश बूचड़ खाने में पहुंच गया। आज विश्व में भले ही हम दुग्ध के सबसे बड़े उद्योगकर्ता हों, परंतु इसका श्रेय यादव जाति को नहीं जाता, उस अमूल को जाता है जिसने हजारों गौ वंशों को मशीन लगा कर मिलावट दुग्ध भारत में परोस रहा है। काहे के यदुवंशी, हटा लो अपना सरनेम क्यों इतराते हो कृष्ण के वंशज हो कह कर। आपके यदु जाति का राजा कंस भी था, जो दुग्ध से पनीर तक का उद्योग करता था। इसीलिए कोई माखन नहीं चुरा सकता था। सभी यदुवंशियों को माखन पनीर का स्वाधिकार प्राप्त करवाने के लिए भी कृष्ण ने उस दूरदांश राजा का वध कर दिया। वर्णजाति में ही हम हिंदुओं की शक्ति सम्माहित है। पुनः अधिकार प्राप्त करो और विश्व में राज करो, गुरुत्व हमारा ही है सदा से था और रहेगा। जातियों का उत्थान करो, भारत की जीडीपी ७०% होने से कोई नहीं रोक पाएगा।

    • @notoriousboy9642
      @notoriousboy9642 5 дней назад +1

      बेटी जहां करना चाहती है वहां कर देना चाहिए ??? आपकी माता जी कहां चाहती थीं ???
      रही बात आंबेडकर गांधी नेहरू इत्यादि या सही अंग्रेजों के एजेंट और कठपुतली थे ,
      हिंदुओं के साथ दिक्कत यह है कि कोई उदारवाद(liberalism) प्रगतिवाद (progressive -ness) की बात करता है + सनातन की मूल संस्कृति शुद्ध सनातन धर्म और मनुस्मृति इत्यादि परंपरा को गाली देता है अथवा नहीं मानता
      उसे बहुत अच्छा और विचारशील व्यक्तिव्त का माना जाता है ????
      और रही बात की समाज समाज में रोटी बेटी एक अकड़ने की तो को बात वही है कि अपनी इच्छाओं और इंद्रियों(senses) aur चरित्र (character)पर नियंत्रण ना रख पाने वाला व्यक्ति यही बता करता है ,बेटी एक करने की बात करता है ।
      और आप जिस समाज की बात कर रहे की की तथा काठी अंत्यज(sc st) तो जो शुद्ध सनातन को समझते हैं और उसको मानते और + राजनीतिक और सांस्कृतिक भारत पर आक्रमण प्रकट अथवा गुप्त रूप से हो रहा है शुद्ध सनातन के रूप वे सभी अंतयज भाई वर्णाश्रम जाति व्यवस्था को मानते हैं और हम उन सभी का सम्मान करते हैं । जो कोई भी शुद्ध सनातन धर्म का पालन करता है वो चाहे किसी जाती वर्ण वर्ग का है हम यथोचित उनका सम्मान अपने अतः कारण से करते हैं ।
      यदि कोई असली DNA वाला हिंदू होगा वो जातिवर्ण आश्रम व्यवस्था को मानेगा भले चाहे आज जिंटा भी बदल जाए भले उसको against the flow (mean not going with the flow ) चलना पड़े, to look sound and be accepted as cool
      हर हर महादेव 🚩
      जय श्री राम 🚩
      पूज्य श्री अनंत विभूति हरिहरानंद अभिनव शंकर धर्मसम्राट स्वामी करपात्रीजी महाराज 🚩
      पूज्य श्री पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज 🚩
      पूज्य श्री भागवतानंद स्वामी निग्रहाचार्य जी महाराज 🚩

    • @notoriousboy9642
      @notoriousboy9642 5 дней назад

      ​@@KALKIKALIYUG200%✓ 🚩

    • @notoriousboy9642
      @notoriousboy9642 5 дней назад

      भाई ये न्यू हिंदू टाइप के लोग हैं

  • @Jack_sparrow545
    @Jack_sparrow545 3 дня назад

    Jinka Gyan maya dwara Hara ja chuka hai ..vahi bhed karta hai ...

  • @jitendranathjohari8582
    @jitendranathjohari8582 5 дней назад

    Dhirendra Shastri statent only said...unite notwithstanding your sub caste. Varnashramwas valid in very ancient times,but now it is hardly relevant in the change of Society norms. Shankaracharyas should do some constructive work instead of giving statements frequently. Religious heads should do something for the Hindus,rest of the time they should observe Silence; since silence is more eloquent.

    • @notoriousboy9642
      @notoriousboy9642 5 дней назад +1

      They remain silent because they are not puppet of political parties , neither they get fund from these political and industrialist gaints.