Day-01 वैराग्य शतक | गाथा -01 | मुनिश्री 108 प्रणम्य सागर जी महाराज | Satna
HTML-код
- Опубликовано: 10 сен 2024
- मंगल सानिध्य: अर्हं योग प्रणेता मुनि श्री 108 प्रणम्यसागर जी वा पूज्य मुनि श्री 108 चंद्रसागर जी ससंघ
प्रसारण Live:
RUclips channel पर
/ pranamyasagar
आप भी इन क्षणों का घर बैठे ही अवश्य लाभ लें वा पुण्यार्जन करें।🙏🏻🙏🏻
भृतर्हरि कृत वैराग्य शतकम् बहुत प्रचलित और अद्भुत पुस्तक है 🔥🔥
नमोस्तु गुरुदेव
👏👏👏 नमोस्तु महाराज नमोस्तु महाराज
Namostu gurudev namostu namostu 🙏🙏🙏🙏
Namostu namostu namostu gurudev
Namostu gurudev..
Mahavir dodu.......
Mandsuar m.p.
Guru bhakt....
नमोस्तु गुरूदेव नमोस्तु गुरूदेव नमोस्तु गुरूदेव 🙏🙏🙏
Namostu bhagwan
Bahut adbhut granth, iske swadhyay se vastav me jeevan me vairagya utpan ho jaye, esi bhawna hai
Namostu grudev
नमोस्तु गुरूदेव 🙏💖🙏💖🙏💖
नमोस्तुते मुनि श्री प्रणम्य सागर जी के श्री चरणों में नमन् नमन् नमन् नमन् नमन् नमन्
Namostu gurudav 🙏🙏🙏
Prnam guru dev 🙏 🙏
Namostu gurudev 🙏🙏🙏
Namostu gurudev
Nmostu Nmostu Nmostu gurudev
नमस्तु नमस्तु नमस्तु गुरु देव🙏🙏🙏
Barambar namostu gurudev 🙏
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Namostu gurudev 🙏🙏
नमोस्तु गुरुवर नमोस्तु गुरुवर नमोस्तु गुरुवर
नमोस्तु गुरुवर नमोस्तु गुरुवर नमोस्तु गुरुवर 🙏🙏🙏
नमोस्तु गुरुवर नमोस्तु
Namostu🙏🙏🙏🙏
Namostu gurudev manisha jain Mumbai🙏🙏🙏
नमोस्तु नमोस्तु नमोस्तु गुरुवर
नमस्तु नमस्तु नमस्तु नमस्तु गुरु देव🙏🙏🙏 सुरेश पहाडे पनवेल🌹
🙏🙏🙏
संसारम्मि असारे ,
नत्थि सुहं वाहि वेअणा पउरे।
जाणंतो इह जीवो ,
न कुणइ जिणदेसियं धम्मं ॥१ ॥
व्याधि - वेदना से प्रचुर इस असार संसार में लेश भी सुख नहीं है, यह जानते हुए भी जीवात्मा जिनेश्वर भगवन्त द्वारा निर्दिष्ट धर्म का आचरण नहीं करता है ।।1।।
नमोस्तु नमोस्तु नमोस्तु गुरुदेव ससंघ नमोस्तु भावार्थ मात्र पढ़ लेने से इतना समझ में नहीं आता ,इसीलिए गुरुमुख से उपदेश एवम देशना सुनकर अच्छे भाव बनते हैं
🙏🙏🙏
🙏
Thanks!
जिनबाणी माता की जय कोटि नमन गुरु वर जी
Namostu maharaj ji namostu 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
श्री वैराग्य शतक जी प्रारंभ।
कुल श्लोक १०४ ...
रचनाकार आचार्य ... अज्ञात।
प्राकृत भाषा रचना।
संसार की असारता का वर्णन और आश्चर्य।
🙏🏻 ओं णमो सिद्धाणं।🙏🏻
🙏🏻 ओं अर्हं नमः। 🙏🏻
🙏🏻 णमो लोए सव्वसाहूणं। 🙏🏻
🙏🏻 Helpful n Useful 🙏🏻
🙏🏻 Thank U! So Very Much for Sharing 🙏🏻
🙏🏻 Jai Jinendra n Uttam Kshama! 🙏🏻
Jai Bharat! 🇮🇳 🙏🏻
(2023 Aug 10 Thu 10:30 OnW)
त्रिबार णमौस्तू गूरुवर......सूरत से
Namostu 🙏🙏🙏🙏
D
Sushilh
जय जिनेन्द्रदेव की।
👏🏻👏🏻👏🏻
मुनिश्री १०८ प्रणम्यसागार जी महाराज को त्रीवार नमोस्तु।
आप से एक निवेदन है कि प्राकृत भाषा में जो *वैराग्य शतक* पर बहु मार्मिक प्रवचन प्रदान कर रहे हैं। तदर्थ उन्हें नमोस्तु करता हूँ । उस कृति का फोटो या फोटोकोपी व्याट्सप् के द्वारा मिलेगा तो प्रवचन सुनने में , स्वाध्याय करने में बहुत अनुकूलता होगी। अतः मुझे या ग्रूफ् में भिजवाने की कृपा कीजिए।
आपका हितैषी
शान्तिसागर श्रमणबेलगोला,
If you have PDF of this book please send it.
I think this book is by Sage Bhartihari
🙏🏻💐🪔🪔💐🙏🏻
Very old text in shwetambar & as well many clips on this book by many hindi scholor
ßushilz
Namostu guruvar 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
नमोस्तु गुरुदेव को
Namostu namostu namostu gurudev
Namostu Gurudevji 🙏 🙏 🙏
Namostu guruvar,
Namostu gurudev ji 🙏🙏🙏
Namostu gurudev
Namostu gurudev