पूज्य गुरुदेव अवधेशानंद गिरी जी महाराज प्रथम आचार्य गादीपति जूना अखाड़ा परिषद को मेरा बारंबार शाष्टांग दंडवत प्रणाम नमन वंदन है ❤🎉🎉 प्रेम गिरी गोस्वामी बागोरिया भोपालगढ़
परम् पूज्य गुरुजी के पावन चरण कमलो में ह्रदय की गहराईयों से आभार। कलियुग का ज्ञान सत्संग या देवी सर्वभूतेषु निद्रा रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः गुरु जी आपके इस अद्भुत ज्ञान दिव्य अध्यात्म रहस्यों का खजाना आप भारत की पावन धरा के ऋषियों की आत्मा हो और आप के इस अद्भुत ज्ञान के आगे आज के चिकित्सकों के पास भी पाना असम्भव है। विचारों की क्रान्ति से कैसे हम इस कलियुग में मुक्त रहने के अभ्यास से अपना जीवन सुखी कर सकते हैं। आपके चरणों में बारम्बार स्वीकारो माहरो प्रणाम।। ओम् नमः शिवाय। ओम् नमो भगवते वासुदेवाय नमो नमः 🙏🙏🌹🌹🙏🙏
आपने कलयुग के बारे में जो कहा है, वह सत्य कहा है. जो पाँच स्थान हैँ, वहीं पर hai, सभी स्थान पर नहीं. परन्तु हमारी बुद्धि भ्र्ष्ट है. सब वहीं से हो रहा है. आपको नमन है.
प्रातः स्मरणीय जूनापीठाधीश्वर अनंत श्री विभूषित आचार्य महामंडलेश्वर परम पूज्य स्वामी श्री सदगुरू देव भगवान को शिष्य का सादर दण्डवत् प्रणाम । हरि ॐ गुरूदेव।
JAI HO++JAI HO++DHANYE HAI GURU DEV ++CHARNO MEH HAMESHA SISH JOKA RAHE ++ LAKO LAKO BAAR CHARNO MEH PARNAAM SWEEKAR HO++JAI JAI GURU DEV++JAI JAI SHRI RADHE KRISHNA .
राम है बड़ा है राम का नाम राम राम जपतै जपतै करते जा बंदे भलाई का काम कर भला तो हो भला नर सैवा हि नारायण सैवा मानव सैवा ही माधव सैवा ऐक भलाई कै अनेक लाभ राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम जी
तीसरी आंख का रास्ता अंदर की तरफ खुलता हे और उसी रास्ते से आत्मा शरीर मे ऊपर कि तरफ बैठाई जाती हे उसी रास्ते से ऊपर कै लौकौ मे जाती हे शरीर मे नौ दरवाजे बाहर की तरफ खुलते हे मगर दसवा,द्वार दरवाजा अंदर दौनौ आंख के बीच से अंदरकी तरफ खुलता हे जिसमे एक ऑख, एक कान ,एक नाक मौजूद हे । आतमा चेतन है , शरीर जङ, , जङ शरीर आंख से बाहर के दृष्य दिखाई पङते है, अंदर की आख खुलने पर अंदर की सृष्टि के। मरने पर आत्मा इसी रास्ते से नर्क, स्वर्ग, बैकुंठ गन्धर्व लौकौ की शेर करती हुई ईश्वर के देश मे साधना अनुसार, कर्मा अनुसार जाती है। फिलहाल तो सभी नर्क मे जा रही है, जिसे तुम्हे कही बाहर जाना हे तौ कैसे जाओगे , चल कर ही जा सकते हौ, या तो पैदल चल कर, या साईकल से, या किसी गाङी से, रेल,हवाईजहाज, से , कहने का मतलब चल कर ही जावौगे जब शरीर गाङी मे बेठेगा तौ ऑतमा भी शरीर के साथ चलेगी !,जेसे भोपाल, दिल्ली, लंदन, पैरिस आदि नाम कौई शहर ,बस्ती होने पर रखे गये हे ! तौ स्वर्ग , बैकुंठ नाम जौ रखे है कही ना कही तौ हौगा , तौ वहा जाने का कुछ साधन भी हौगा तौ वौ क्या हे, बस मरने पर कह दिया मैरी मा का स्वर्ग वास हो गया अरे जिते जी तो गया नही मरने के बाद क्या जाएगा, कैसे जायेगा कभी सोचा नही? शरीर तो यही जला दिया तो फिर गया क्या ? बस कह दिया हवा निकल गई बस इसी भूल भूल इया मे सब पङे है किसी को भी नही मालूम हम कहॉ से आये है कहॉ चले जायेगे! स्वर्ग मे ना ऐसा पानी हे,नाआग है, वायु है,धरती है,ना आकाश है वहा की सृष्टि इन तत्वो की है ही नही वहा ना ऐसी भूख हे ना प्यास, ना रोग,शोक,लगाई झगडा,कमाने जाना कौई झगडा नही वहा तो आनंद ही आनंद , सुख ही सुख हे, वहा इस्त्री, पुरूष, सुंदर सदा जवान रहते है, उनके गले मे पङी माला कभी मुरझाती नही, उनके वस्त्र कभी मैले नही होते हे, वह सभी स्वेच्छा चारी होते हे कहीआ जा सकते है, वहा का ,भोग ऑखो से किया जाता हे वहा का भोजन नाक से सुगंध के रूप मे लिया जाता हे स्वर्ग सुगन्ध से भरपुर हे वहा का शरीर लिगं शरीर हे जो सत्रह तत्वो का रहता हे जिसमे रजो गुण,तमो गुण,सतो गुण प्रधान रहते हे! वहा हर दम नाच, गाना होता हे सुगंध की लपट चलती रहती है सुदंर पहाङ ,झरने, तालाब,बगीचे,फूल,सुंदर सुंदर अप्सरा रहती जौ राग रागिनिया,सुनाती हे लुभाती है तो वहा जाती क्या हे आत्मा जाती हे जिसे जी तो जाने का साधन किया नही ? ना किसी से पूछा की रास्ता क्या है ? ना कोई ऐसा पुण्य कर्म किया कि स्वर्ग मिले तो कैसे मिलेगा ? बस वही खाना पीना सोना भोग भोगना पशु की तरह जिदंगी जी कर अनमोल श्वास की पूंजी को बर्बाद कर नर्क का मार्ग अपने लिए प्रस्थ, तैयार कर रहे हो, बातो की चाटुकार लुभावनी बातो मे फंसकर बुद्धी विलास मै लगै हो सच्चे गुरू की तलाश करो दुनिया के लिए इतना रोते हो कभी उस मालिक के लिए दो आंसू बहाव वो कोई अंधा बहरा नही चिटी के पैर की आवाज भी सुनता हे बस सच्ची तङफ होना चाहिए,कोई ना कोई रास्ता, जरीया मिलने का माध्यम बना देगा ! जहॉ चाह हे वहा राह हे! जय गुरू देव नाम प्रभू का
गुरुवर्य जी, सादर प्रणाम, दंडवत। आपका प्रवचन ज्ञान का भंडार हैं। वाणी, विषय का सखोल ज्ञान,अवर्णनीय सादरिकरण, सबकुछ लाजवाब। श्रोतागण मन्त्रमुग्ध होते है ज्ञानामृत पाकर।
🕉️जय जगन्नाथ जी भगवान की जय आपका ज्ञान भक्ति भाव आपका आशीर्वाद हम को प्राप्त होता रहे परम पूज्य गुरुदेव जी के चरणों में बारंबार प्रणाम है 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷
गुरु जी को प्रणाम आपकी ज्ञान सुनने के बाद लगता है कब और कहा आपका दर्शन हो और sakchat आपका परबचन सुने गुरुदेव मुझे शिष्य बना ले हम बिहार के मोतिहारी जिला के आबू मार्ट मोल केसरिया चकिया से हू ,प्रणाम गुरु देव
भागवत कथा करवाने वाले, सुनने वाले सभी व्यक्तियों को उनके घरवालों को लाभ मिलता है, जो लोग भागवत कथा नही करवा सकते उनको वहाँ खान पान की व्यवस्था व दान पुण्य करना चाहिए । 🙏
कोटी कोटी प्रणाम 🌹🙏🏼🌹🙏🏼🌹🙏🏼🌹
. Om. Jai Sachidanand 🙏Jee 🙏🌞🙏Jai Ho 🌞Hamre piyare Santon 🏀Ki 🏀Jai Ho 🌞Jee. Jai Ho 🌞Jee.......
Guruver k charno me sat sat naman🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🕉🕉🕉🕉🕉🕉
P. P. Gurudeo nitya charan vandana🙏 atulaniya hai hamare gurudeo 🙏jai shree ram🙏🙏🙏 namah parvatyai patye har har mahadev🙏🙏🙏
पूज्य गुरुदेव् को कोटिशः प्रणाम
❤ हे भगवान गुरुदेव चरणस्पर्श प्रणाम ❤
🙏🙏🙏🙏 Guru ji ke charanon mein bar bar bar bar pranam
Ati Uttam... 👌😊
🌸Jai 🍁Shri 🌺Krishna... 🙏😊
🌸Jai 🍁Shri 🌺Ram... 🙏😊
❤❤❤HARI OM HARI OM HARI OM ❤❤❤SUPRABHAT PRABHU ❤❤❤CHARAN SPARSH ❤❤❤❤KOTI KOTI PRANAAM
SHREE SADGURU DEV BHAGWAN KE CHARAN KAMAL ME ANANT KOTI SAH NAMAN , 🙏🌹🙏❤️🙏🌹🙏❤️🙏🌹
Param poojya Gurudev ji maharaj ko saadar pradaan 🙏🙏🙏
Radhe radhe gurujii🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 aap ki vani kano ko pure deh ko pavitra kar deti h aap ke charno main koto koti pranam 👍👍👍👍👍👍👍👍👍
Hari Om pranam 🙏🙏🙏🙏🙏 aap ki satsang sun ke bahut achha laga dhanyawad hei hi
श्रद्धेय आचार्य श्री सादर प्रणाम ----अधिक अलंकृत भाषा भी ज्ञानार्जन में विकृति उत्पन्न करता है ----क्षमाप्रार्थी 🙏🙏🌹🕉️🇮🇳
🙏🙏🙏🙏🙏om namo narainay🙏🙏
Guru g sab pe apna ashirwad bnaye rkhe bes.🙏🙏
Param pujay param shradhey maharaj shree apko sader naman vandan 🙏🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
पूज्य गुरुदेव अवधेशानंद गिरी जी महाराज प्रथम आचार्य गादीपति जूना अखाड़ा परिषद को मेरा बारंबार शाष्टांग दंडवत प्रणाम नमन वंदन है ❤🎉🎉
प्रेम गिरी गोस्वामी बागोरिया भोपालगढ़
जय श्रीमन नारायण गुरुदेव जी 🙏
Jay Gurudev.Jay Jagannath.
स्वामी जी आपको सत् सत् प्रणाम प्रणाम प्रणाम जयश्रीराम🙏🙏
🙏🏼🙏🏼🌹🇮🇳🏹🙏🏼ओम् नमः ओउम्🙏 श्री गुरुवे नमः🙏 ओउम्🙏🙏🙏🌹
Pujya santshree ke sricharanon me koti koti pranam.
Sahi maen bhagvat katha ka paan karate haen swamin ji aap, dhanye bhagye haen mere swamin, jo shravan paan ker raha hun ji 🙏❤️
HEY SADGURU DEV BHAGWAN _ MUJHE SADBUDDHI DEKAR _ MERE MANN KO _ HAMESHA _ APNE CHARNO MEIN LAGAYE RAKHEIN , ITNI BINATI HAI , 🌹🙏❤️🙏🌹🙏❤️
परम् पूज्य गुरुजी के पावन चरण कमलो में ह्रदय की गहराईयों से आभार। कलियुग का ज्ञान सत्संग या देवी सर्वभूतेषु निद्रा रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः गुरु जी आपके इस अद्भुत ज्ञान दिव्य अध्यात्म रहस्यों का खजाना आप भारत की पावन धरा के ऋषियों की आत्मा हो और आप के इस अद्भुत ज्ञान के आगे आज के चिकित्सकों के पास भी पाना असम्भव है। विचारों की क्रान्ति से कैसे हम इस कलियुग में मुक्त रहने के अभ्यास से अपना जीवन सुखी कर सकते हैं। आपके चरणों में बारम्बार स्वीकारो माहरो प्रणाम।। ओम् नमः शिवाय। ओम् नमो भगवते वासुदेवाय नमो नमः 🙏🙏🌹🌹🙏🙏
🙏🙏चरण स्पर्श गुरूदेव🙏🙏
Jay ho shree ji maharaj ke charno me❤❤❤❤ sat sat 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹naman❤ om hari om ❤
Om namo shivaye guru ji
Shri gurudev maharaj ji ke shri charno maen anant koti pernam
ओम गुरुव्यो नमः 🚩🙏🌹🚩🙏
आप जैसे लोगो से ही समाज का कल्याण है
🙏💝 Jay Sadgurudev Avdheshanand 💝🙏💐💐💐🌹🌹🌹🪔🪔🪔🪔🌸🌸🌸🌺🌺🌺❤️❤️❤️
आपने कलयुग के बारे में जो कहा है, वह सत्य कहा है. जो पाँच स्थान हैँ, वहीं पर hai, सभी स्थान पर नहीं. परन्तु हमारी बुद्धि भ्र्ष्ट है. सब वहीं से हो रहा है. आपको नमन है.
हरि ॐ प्रभुजी।।🙏🙏
Gurudev ko barnbar Naman
Awdhesha Nand Jee Maharaj Ki Jai !
Hare KrishN🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jai Gurudev ji Koti koti pranam ji maharaj ji आप के प्रवचन कहने का अंदाज बहुत खूबसूरत है दिल करता सुनते रहे ं❤🙏🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️
जय श्री सीताराम गुरुदेव आप को हमारा प्रणाम 🙏🚩
ज्ञान के सागर गुरु देव जी को मेरा नमस्कार
जय गुरु देव । बहुत सुंदर समीक्षा । कलयुग कि।
Om Namo Narayan GuruDav
गुरू जी को सत सत नमन
बहुत सुंदर वर्णन है नमस्ते गुरु जी
🙏🙏🙏🙏🙏 Radhe Radhe guruji
Aadar ke sath Param Puĵya swami ji ke Shri Charano men Mera Pranam..
🙏🙏पूज्य गुरुदेव जी को कोटि-कोटि नमन बहुमूल्य रतन वचन देने के लिए कोटि-कोटि प्रणाम 🙏🙏
निश्चित रुप से अति ज्ञानी महापुरुष आपको शत शत वँदन
PUJYA SWAMI SHREE AVDHESHANAND JI MAHARAJ KE CHARAN KAMAL ME BARAMBAR NAMAN , 🙏🌹🙏❤️🙏🌹🙏❤️
jay ho prabhu ji
Bahoot hi acha gyan diya hai aapne Gurudev
❤❤❤❤HARI OM HARI OM HARI OM ❤❤❤❤SUPRABHAT PRABHU ❤❤❤❤CHARAN SPARSH 🎉🎉🎉🎉KOTI KOTI PRANAAM ❤❤❤❤
Jai Shri Radley Radley ❤
🙏🙏 Gurudev aapke charanon mein bar bar pranam
Jay guru dev 🙏🙏🌹🌹
हरि ओम गुरुदेव चरण स्पर्श
🌺🙏GURU JI KOTI KOTI PRANAM 🌺🙏🙏🙏
Dada Guru devji ke charno me koti koti vandan radhey krishna
कोटि कोटि नमन बंदन 🙏🙏
प्रात:वंदन सतगुरु स्वामीजीचरण कमल 😊🙏🙏🌹🌹
P. P. Gurudeo🙏 nitya charan sparsh🙏 om namah parvatyai patye har har mahadev🙏 hari🙏 sharnam🙏🙏🙏.
ऐसा परम ज्ञानी अद्भुत संत ना पृथ्वी पर जमुना जन्म है नाजन्म लेगा
अति सुंदर वाणी महाराज को कोटि कोटि नमन❤❤❤❤❤❤
💥💥🌺🌺 JAI HO GURU DEV 💥💥🌺🌺 BHAGWAN SHRI CHARNO MEH LAKO LAKO BAAR PARNAAM SWEEKAR HO 🌺🌺 JAI JAI GURU DEV 💥💥 JAI JAI HAR HAR MAHADEV🌺🌺💥💥
Guruji aapko koti 2 pranam🙏🙏💐💐
स्वामी ज्ञान का सागर है, एक अलग ही ऊर्जा मिलती है
साष्टांग प्रणाम गुरुजी के चरणों मे। सर्वोत्तम प्रवचन शैली.....अनूठा अंदाज.....मन को मोहने वाली कथा❤ प्रणाम
गुरुदेव का प्रवचन सुने बिना मेरा सुबह का शुरुआत नहीं होता। जय गुरुदेव
Hari om Swami ji
प्रातः स्मरणीय जूनापीठाधीश्वर अनंत श्री विभूषित आचार्य महामंडलेश्वर परम पूज्य स्वामी श्री सदगुरू देव भगवान को शिष्य का सादर दण्डवत् प्रणाम । हरि ॐ गुरूदेव।
गुरुदेव के चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम
ओम नमो भगवते वासुदेवाय
👏 Jay Gurudev 👏🌹👏
गुरुदेव सोने का दो अर्थ है । कलयुग सोने के मुकुट में था । क्योकि वो मुकुट जरासंघ का था । इसलिये उसमें कलयुग बैठा था । हरि ॐ 🙏🌹
प्रणाम गुरु जी
ॐ वासुदेवाय नमः श्री कृष्णा
राधे राधे
JAI HO++JAI HO++DHANYE HAI GURU DEV ++CHARNO MEH HAMESHA SISH JOKA RAHE ++ LAKO LAKO BAAR CHARNO MEH PARNAAM SWEEKAR HO++JAI JAI GURU DEV++JAI JAI SHRI RADHE KRISHNA .
ओम् नमो भगवते वासुदेवाय। ओम् नमः शिवाय। श्री गुरु शरणम् 🙏🌹🙏
जय जय श्री गुरू देव कोटी कोटी प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
Guru Jee ke charno me koti koti parnam🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹
चरणों में कोटि कोटि नमन श्रीमद्भागवत का व्याख्यानमाला का आनन्द बरसाने के साथ साथ रोचकता बनायें रखना आप महा ज्ञानियों के ही वश की बात है
मेरे सद्गुरू भगवान के पावन श्री चरणों में मेरा कोटि कोटि साष्टांग प्रणाम स्वीकार हो।
🙏🏻🙏🏻🪴🌹🌹🪴🙏🏻🙏🏻
(Hariom
JAI GURU JI 1🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Gurujii katha sun ker mera man bauth khush ho jata hai
राम है बड़ा है राम का नाम राम राम जपतै जपतै करते जा बंदे भलाई का काम कर भला तो हो भला नर सैवा हि नारायण सैवा मानव सैवा ही माधव सैवा ऐक भलाई कै अनेक लाभ राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम जी
Om namo Narayan ,
Mere Guruvar ko sat sat Pranam guruwar ki badi Ko sunkar Man khush ho jata hai Guruji
तीसरी आंख का रास्ता अंदर की तरफ खुलता हे और उसी रास्ते से आत्मा शरीर मे ऊपर कि तरफ बैठाई जाती हे उसी रास्ते से ऊपर कै लौकौ मे जाती हे शरीर मे नौ दरवाजे बाहर की तरफ खुलते हे मगर दसवा,द्वार दरवाजा अंदर दौनौ आंख के बीच से अंदरकी तरफ खुलता हे जिसमे एक ऑख, एक कान ,एक नाक मौजूद हे । आतमा चेतन है , शरीर जङ, , जङ शरीर आंख से बाहर के दृष्य दिखाई पङते है, अंदर की आख खुलने पर अंदर की सृष्टि के। मरने पर आत्मा इसी रास्ते से नर्क, स्वर्ग, बैकुंठ गन्धर्व लौकौ की शेर करती हुई ईश्वर के देश मे साधना अनुसार, कर्मा अनुसार जाती है। फिलहाल तो सभी नर्क मे जा रही है, जिसे तुम्हे कही बाहर जाना हे तौ कैसे जाओगे , चल कर ही जा सकते हौ, या तो पैदल चल कर, या साईकल से, या किसी गाङी से, रेल,हवाईजहाज, से , कहने का मतलब चल कर ही जावौगे जब शरीर गाङी मे बेठेगा तौ ऑतमा भी शरीर के साथ चलेगी !,जेसे भोपाल, दिल्ली, लंदन, पैरिस आदि नाम कौई शहर ,बस्ती होने पर रखे गये हे ! तौ स्वर्ग , बैकुंठ नाम जौ रखे है कही ना कही तौ हौगा , तौ वहा जाने का कुछ साधन भी हौगा तौ वौ क्या हे, बस मरने पर कह दिया मैरी मा का स्वर्ग वास हो गया अरे जिते जी तो गया नही मरने के बाद क्या जाएगा, कैसे जायेगा कभी सोचा नही? शरीर तो यही जला दिया तो फिर गया क्या ? बस कह दिया हवा निकल गई बस इसी भूल भूल इया मे सब पङे है किसी को भी नही मालूम हम कहॉ से आये है कहॉ चले जायेगे! स्वर्ग मे ना ऐसा पानी हे,नाआग है, वायु है,धरती है,ना आकाश है वहा की सृष्टि इन तत्वो की है ही नही वहा ना ऐसी भूख हे ना प्यास, ना रोग,शोक,लगाई झगडा,कमाने जाना कौई झगडा नही वहा तो आनंद ही आनंद , सुख ही सुख हे, वहा इस्त्री, पुरूष, सुंदर सदा जवान रहते है, उनके गले मे पङी माला कभी मुरझाती नही, उनके वस्त्र कभी मैले नही होते हे, वह सभी स्वेच्छा चारी होते हे कहीआ जा सकते है, वहा का ,भोग ऑखो से किया जाता हे वहा का भोजन नाक से सुगंध के रूप मे लिया जाता हे स्वर्ग सुगन्ध से भरपुर हे वहा का शरीर लिगं शरीर हे जो सत्रह तत्वो का रहता हे जिसमे रजो गुण,तमो गुण,सतो गुण प्रधान रहते हे!
वहा हर दम नाच, गाना होता हे सुगंध की लपट चलती रहती है सुदंर पहाङ ,झरने, तालाब,बगीचे,फूल,सुंदर सुंदर अप्सरा रहती जौ राग रागिनिया,सुनाती हे लुभाती है तो वहा जाती क्या हे आत्मा जाती हे जिसे जी तो जाने का साधन किया नही ? ना किसी से पूछा की रास्ता क्या है ? ना कोई ऐसा पुण्य कर्म किया कि स्वर्ग मिले तो कैसे मिलेगा ? बस वही खाना पीना सोना भोग भोगना पशु की तरह जिदंगी जी कर अनमोल श्वास की पूंजी को बर्बाद कर नर्क का मार्ग अपने लिए प्रस्थ, तैयार कर रहे हो, बातो की चाटुकार लुभावनी बातो मे फंसकर बुद्धी विलास मै लगै हो सच्चे गुरू की तलाश करो दुनिया के लिए इतना रोते हो कभी उस मालिक के लिए दो आंसू बहाव वो कोई अंधा बहरा नही चिटी के पैर की आवाज भी सुनता हे बस सच्ची तङफ होना चाहिए,कोई ना कोई रास्ता, जरीया मिलने का माध्यम बना देगा ! जहॉ चाह हे वहा राह हे! जय गुरू देव नाम प्रभू का
गुरुवर्य जी, सादर प्रणाम, दंडवत।
आपका प्रवचन ज्ञान का भंडार हैं। वाणी, विषय का सखोल ज्ञान,अवर्णनीय सादरिकरण, सबकुछ लाजवाब। श्रोतागण मन्त्रमुग्ध होते है ज्ञानामृत पाकर।
Saretirath Dham Apki Charnme hegurudev Pranam Apki Charnme
प्रणाम श्री गुरुदेव जी
हार्दिक आभार..🎉🎉
🕉️जय जगन्नाथ जी भगवान की जय आपका ज्ञान भक्ति भाव आपका आशीर्वाद हम को प्राप्त होता रहे परम पूज्य गुरुदेव जी के चरणों में बारंबार प्रणाम है 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷
🙏🙏🙏🙏🙏🌷🌷🌷🌷🌷
जय श्री गुरुदेव जी की कृपा हम सब पर बनी रहे जय श्री कृष्णा हरे कृष्णा हरे राम हरे राम 🙏🌹🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌿🌿
गुरु जी को प्रणाम आपकी ज्ञान सुनने के बाद लगता है कब और कहा आपका दर्शन हो और sakchat आपका परबचन सुने गुरुदेव मुझे शिष्य बना ले हम बिहार के मोतिहारी जिला के आबू मार्ट मोल केसरिया चकिया से हू ,प्रणाम गुरु देव
भागवत कथा करवाने वाले, सुनने वाले सभी व्यक्तियों को उनके घरवालों को लाभ मिलता है, जो लोग भागवत कथा नही करवा सकते उनको वहाँ खान पान की व्यवस्था व दान पुण्य करना चाहिए । 🙏
आंटी
Beta aap Kaun ?
Swami Ji ke charanon mein Koti Koti pranam
Jay Sri Radha Madhav 💞🌱💞👏
परमपूज्य महाराज जी के चरणों मे कोटि कोटि प्रणाम ।अद्भुत व्याख्या भागवत कथा प्रसंग की ।।
Om hariom Shri Krishna Govind hare Murari he nath Narayan vashu devay om hariom 🙏🌹🙏🙏🙏🙏🙏
आपके सत्संग में आनंद आ गया
मेरे गुरु वर को कोटि कोटि प्रणाम
शुभ प्रभात-सादर हरि ॐ,कोटि कोटि प्रणाम आपके श्री चरणों में।एकांत का लाभ ही हमें स्वयं के समीप लाता है।हार्दिक आभार आपका।