सूक्ष्म शरीर क्या है इसमें कौन कौन से तत्व होते हैं । what is astral body । Acharya prashant sharma
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- Опубликовано: 16 авг 2022
- ज्ञानेन्द्रियाँ एवं कर्मेंद्रियां कौन कौन सी हैं उसको इस वीडियो में विस्तार से बताया गया है।
साँख्य दर्शन में महर्षि कपिल जी ने सूक्ष्म शरीर के जिन 18 तत्वों के विषय में जो बताया है उसी को इस वीडियो में विस्तार से बताया गया है।
#darshnikvichar #acharyaprashant
हे! आचार्य श्री आपने बहुत ही सुसंस्कृत
व सरल तरीके से, अति सूक्ष्म समय में
सूक्ष्म शरीर के बारे में अति सुंदर व गूढ
जानकारी दी... 👍
बहुत- बहुत धन्यवाद व साधुवाद आपका
सादर प्रणाम पहुँचे.. ❣️🥰🙏🙏🙏
Saadhar Namasthe acharya jii 🙏gyaan ki varsha ke liye bahut dhanyawad 🙏
आपके वीडियो देखकर हमारा दिन व दिल आनंदमय हो जाता है, जय हो 🙏
आपके वीडियो बहुत ज्ञानवर्धन होते है
पूजनीय सदैव गुरूवर देव
जय माता रूक्मिणी,जय भगवान कृष्ण🚩🙏
Om
आचार्य जी नमस्ते ।
🙏🙏🙏🙏
Bahut achha video
धन्यबाद, शुक्ष्मज्ञान प्रदान गर्नुभएकोमा ।
बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी आचार्य जी अति धन्यवाद 卐
आचार्य जी आपका 🙏बहुत-बहुत धन्यवाद🙏
ऐसे ही ज्ञान प्रदान कर हमें आध्यात्मिकता की ओर अग्रसर करते रहिए🙏🕉️🙏
जय सनातन की
🛕🕉️आचार्य श्री आपको सादर नमस्कार 🕉️🛕
Jai Shree Ram 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
Jai Hanuman🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
🙂
ऊं नमस्ते जी
आपके समझाने का तरीका बहुत अच्छा है 🙏🙏
ओउम् नमस्ते गुरुजी आपने बहुत कम समय में पुरे शरीर की वास्तविक बता दी।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
आचार्य जी सादर प्रणाम
Bahut sundar 🙏🪔♥️
Parnam guru ji.
🙏🙏🙏
ओउम्
आप का बहुत बहुत आभार 🙏
Koti koti dhanyabad
Thanks for clarity, Pranaam Acharya ji.
Pranam aachary ji 🙏🙏🙏
आप के समझाने का तरीका अत्यंत सरल एवं प्रभावशाली है। ईश्वर आपको दीर्घायु करें ताकि हमारे जैसे लोग भी जो गुरुकुल में अध्ययन नहीं कर पाए अपनी विद्या बढ़ाते जाएं। ओ३म।
नमस्ते स्वामी जी
🙏🙏🙏🙏🙏
आचार्य श्री आपको सादर नमस्कार
अगर सभी हिन्दूओ ने महर्षि दयानंद कि बात मानी होती तो आज पुरी दुनिया में सनातन धर्म फैला होता
parnaam
🙏🏻❤️
धन्यवाद जी । ऐसे ही हमें और गहरा ज्ञान देते रहें ।
👍🙏
उत्तम ज्ञान 🙏🏻🕉️ प्रणाम आचार्यजी 🙏🏻
🔥💖🔥🔥
Acharya ji aapko koti koti Pranaam🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
Very good Acharya ji
हरि ॐ 🌺🙏🌺
🙏
नमस्ते गुरुजी
Support sanjeev newar's organization Agniveer in gharwapsi 🙏
प्रणाम, आचार्य।
🙏🙏🙏👍❣️
Bahut bahut dhanyawad
आचार्य जी , कारण शरीर क्या होता है, इसका क्या स्वरुप है, कहाँ स्थित रहता है, किसके आश्रित रहता है , कारण शरीर के कैसे छुटा जा सकता है। क्या केवल ज्ञान से ही इससे छूट सकते हैं ? कृपया प्रकाश डालें , धन्यवाद आचार्य जी। प्रणाम।🙏
Karan sharir hi suksham sharir hota hai
@@rudrapratapkushwaha969 नहीं अलग होता है। darshn yog mahavidyalay channel dekhiye
सतोगुण रजो गुण और तमो गुन को कारण शरीर बोलते है
ब्रह्मांड की उत्पति कैसे हुई,, इस पर भी ऐसे ही वीडियो बनाएं 🙏🙏🙏
Explained in a very simple way 🙏
नमस्ते जी 🙏🙏
Jai shree Ram.
धन्यवाद जी
प्रणाम 🙏🏻
Jai Hindutva 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
नमस्ते आचार्य जी।
आज श्री कृष्ण व राधा के विषय मे भ्रांति को दूर करता एक क्लिप बनाने की कृपा करें।।
और एक कुंती और कर्ण के विषय को भी स्पष्ट करें कर्ण का जन्म और त्याग?
Om
आचार्य जी को नमन । आत्मज्ञान के लिए आत्म स्वरूप को भी अर्थात आत्मा के गुण कर्म स्वभाव को भी समझा ने की कृपा करें आपकी अति कृपा होगी ।
💖💖❤❤💖❤
Nice highlighter hair colour
Acharya ji aap isi prakar se hum logo ka marg darshan karte rahe.
Thank you
ओम् नमस्ते आचार्य जी
तुरीय शरीर क्या होता है।
👌🏻👌🏻👌🏻🙏🙏🙏
ओ३म्
धन्यवाद आचार्य जी
Acharya ji kripya mic. Ko adjust karke video banaiye.. headphone 🎧 me sunna muskil hai.. 🙏
Very nice
आदरणीय आचार्य जी नमस्कार 🌷🙏
बहोत ही अच्छी तरह से आपने सूक्ष्म शरीर के बारे मे समझाया है। और आपके समझाने की पद्धति बहोत ही प्रसंशनीय है जो आपकी विद्ववता का प्रतिपादन भी करवाते है पर आप एक अच्छे शिक्षक भी है। क्यु की आपने कठिन और सूक्ष्म बाते भी अच्छे से
पारिभाषित किये है। और सूक्ष्म शरीर का पूरी बाते विवरण तहत समझाइ गई। सो कठिन बाते समझनी आसान हो गई। धन्यवाद आचार्य जी। प्रणाम ✌️🙏🙏👌✌️⚘️🌷🙏
Om namaste acharya ji 🙏🙏🙏
Bahut badhiya गुरुजी
सादर प्रणाम आचार्यवर 🙇🙏🙏
आचार्य जी नमस्ते
कारण शरीर पर भी वीडियो बनाई।
Namaste sir
आचार्य जी
आपको कोटि कोटि नमन
कृपा मार्ग दर्शन करे,
सूक्ष्म शरीर वा छाया पुरुष में क्या अंतर है क्या दोनो एक ही है
Board pr acha nhi lgta h guruji ap khet me baithkr jo samjhate h wo hi acha lgta h ....
हां भैया जी आप बिल्कुल सही कह रहे है
कुछ विषय बोर्ड पर चित्र द्वारा ही समझाने के योग्य होते हैं।
Bord me Jada behtar se samaj me aya
O k
1:35
Kripayaa praan ka vishad varnan karne har star par sthool shukshm aur karan har star par
आचर्या जी sound कम आता है mic का जुगाड़ किया जाये
Sir ichchha aur kamna me kya antar hota hai
आचार्य जी विपश्यना के बारे में कुछ बताएं,,,basic knowledge देने की कृपा करें 🙏
आचार्य जी आत्मा परमात्मा जीवात्मा में भेद स्पष्ट कर दीजिए... मरोपरनांत जो संस्कार होते हे वो किससे जुड़ते है आत्मा से या जीवात्मा से....कृपा करे गुरुवर संशय दूर करे...
Sanskar man me hi hota he ke atma me
Suksham sarir hi manav ke sthul sarir ke andar hota hai jo swarg athva narak jaata hai dhamo me jaata hai golok saket vaikunth
Acharya,aapne bola tha ki...mann to options deta h...choose to dimag karta hai kya decision Lena h kya nhi
But after general anesthesia we become unconscious, thus the same thing happen after death ?
आज पौराणिक जगत सांख्य दर्शन को नास्तिक ग्रंथ मानता है और महर्षि कपिल जी की नास्तिक बोलकर निंदा करता है विशेषकर इस्कॉन वाले
इसकी वजह है, क्यूँकी सांख्य दर्शन मुर्ति पूजा का खंडन करता है
ruclips.net/video/6u3W6KUgXB4/видео.html
Pranam acharya apka risharch paper padne ke liye hame kaise milega
पिन टिप्पणी में लिंक देखिए
कृपया वीडियो के ऑडियो पर नज़र दे गुरुजी
एक ही कान मे सिर्फ आवाज आती है
Acharya jii Aapko Shanti mili kya??
Hme to gyaan nhi peace chahiye
Pyasa pyaso ko tript krne ka rasta bta ree ,kya hi Aap log
Mujhe apne akhade ka pta diziye
aapka interview apne hisab se Lena mujhe ❤❤
सबसे बडी विडंबना यह कि आज का समाज ज्ञान कि विडियो कम देखता है जेसे उनको जरूरत हि नही ।
वो पांखड आंडबर वाली ज्यादा देखता है ।
नमस्ते आचार्य जी!
सूक्ष्म शरीर में प्राण भी गिने जाते हैं। प्राण पृथक् है अथवा इनमें से किसी में समाहित हैं?
नमस्ते 🙏
कर्मेंद्रियों के स्थान पर पञ्च प्राणों को कह दिया जाता है क्योंकि वे प्राण से ही संचालित होती हैं।
किंतु अद्वैत मत में कुछ लोग तन्मात्राओं के स्थान पर भी प्राण मानते हैं
Sapno ke bare me ku6 batai na Dhanyawad
JAI OSHO
प्रणाम गुरुजी 🙏🙏
आप जो ज्ञान देते हें वो आपने सिद्ध किया है, लेकिन आप बहुत फास्ट बोलते है कुछ समझने से पहले ही दूसरा विषय आ जाता है कृपया हम जैसे अगना नी को समझने मे दिक्कत होती है, कृपया!!! आप समझ गये होंगे मे नम्रता पूर्वक क्या कहना चाहता हू..
प्रणाम आचार्य जी
एक प्रश्न था कि यह सब एक वानर अर्थात् चिम्पैंजी, गोरिल्ला इत्यादि में भी होता है। वे मनुष्य के सर्वाधिक निकट की प्रजाति है तो वह क्या वस्तु है जो एक वानर को एक साधारण मनुष्य से अलग बनाती है?
सूक्ष्म शरीर सब प्राणियो के पास होता है, लेकिन मनन शक्ति केवल मनुष्य के पास होती है जिससे चिंतन शक्ति, स्मरण-शक्ति, निर्णय शक्ति पैदा होती है
@@user-is6ns4fk6o चिम्पैंजी में भी तीव्र स्मरण शक्ति होती है इतनी कि कुछ परीक्षणों में वह मनुष्य से भी आगे निकल जाते हैं। उनके अंदर गणना शक्ति भी होती है। और जितनी इंद्रियां आचार्य जी ने बताई है वह सभी वानर के पास भी होती हैं। चिम्पैंजी अन्य जानवरों की तुलना में बहुत अधिक बुद्धिमान होता है। उदाहरण के लिए इस प्रयोग को देखें जहाँ चिम्पैंजी अपनी विलक्षण स्मरण शक्ति का प्रदर्शन कर रहा है। सत्य को जानने के लिए हमें उसे हर आयाम की दृष्टि से देखना चाहिए।
ruclips.net/video/zsXP8qeFF6A/видео.html
@@alphatonin
प्रशिक्षित (Trained) चिम्पांज़ी के सामने कुछ करोगो तो वो भी देखा-देखी करता है, ऐसा बंदर, कुत्ते, बिल्ली भी करते है लेकिन वो भी प्रशिक्षित होने चाहिये,
90 se 95% कोई भी प्रशिक्षित जानवर कर सकता है
@@alphatonin
तीव्र स्मरण शक्ति मे चिम्पांजी आगे केसे निकल सकता है, ये कोई रेस थोड़ी होती है
@@user-is6ns4fk6o मैंने रेस की बात करी ही नहीं बस प्रयोग में जो हुआ वह बताया है अगर आपने वीडियो ठीक से देखी है। और उस वीडियो में ये नहीं दिखाया जा रहा है कि मनुष्य नाच रहा है और वानर उसकी नकल कर रहा है। यहां उसकी स्मरण शक्ति दिखाई है। यहां वानर को कौन सा अंक कहां था ये याद रहा और वह किस क्रम में होते है इसका भी ज्ञान रहा। कोई कुत्ता बिल्ली यह कर सके तो मुझे भी दिखाना। कुछ नया सीखने को मिले।
और प्रशिक्षण का तर्क, एक बार को मान भी लें कि वह प्रशिक्षित था तो जिसमें स्मरण शक्ति होगी वह ही तो ऐसा प्रशिक्षण ग्रहण कर पायेगा। क्या कोई मनुष्य उस वानर की सहायता कर रहा था कि कौन सा अंक कहाँ था। और हर बार अंकों का स्थान बदलने पर भी वानर एकदम स्मरण कर रहा था। क्या ये स्मरण शक्ति नहीं है? नकल किसी नई चीज की नहीं की जा सकती है कभी भी। वहां उसने अपनी बुद्दि व स्मरण शक्ति का प्रयोग किया है।
Man khatam krke
Shreer Or aatma alag dekhe
Or us aatma ko hi bs ishwar me lga le ya yu kahe parmatma hi ho jaaye
Jo ye samjha rhe h inki koi jaroorat nhi
आचार्य जी मैने आपके फेसबुक पर आपके स्टाइल में खिंचाए फोटो देखे आप ऐसे फोटो ना खींचा करे क्योंकि ये भी एक मोह है अपनी चमड़ी को दिखाने का अपने अंगो को प्रदर्शित करना एक आचार्य को शोभा नही देता है