नवरात्रि में गायत्री साधना के चमत्कारिक लाभ।

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  • Опубликовано: 19 окт 2024
  • नवरात्रि में गायत्री साधना के लिए ये नियम और विधियां अपनाई जा सकती हैं:
    नवरात्रि में प्रतिपदा से नवमी तक कुल 24,000 गायत्री मंत्र का जाप किया जाता है.
    रोज़ाना 27 माला गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए.
    गायत्री मंत्र का जाप तुलसी की माला से करना सबसे अच्छा माना जाता है.
    गायत्री साधना के लिए स्नान करके पूर्व दिशा में मुंह करके कुश या ऊन का आसन बिछाना चाहिए.
    अपने सामने माता गायत्री की तस्वीर रखनी चाहिए.
    गाय के घी का दीपक और धूपबत्ती जलाना चाहिए.
    जप पूरा होने के बाद जप का शतांश हवन करना चाहिए.
    कन्या भोज का आयोजन करना चाहिए.
    गायत्री मंत्र का जाप ब्रह्ममूहुर्त में यानी सुबह पूर्व दिशा की ओर मुख करके करना चाहिए.
    शाम को पश्चिम दिशा में मुख करके जाप करना चाहिए.
    गायत्री साधना के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए.
    नौ दिनों तक संभव हो तो अन्न का त्यागकर फलाहार करना चाहिए.
    हिंसा से बने सामानों का त्याग करना चाहिए.
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