Dsp santosh patel बेटे की Birthday पार्टी में झोपड़ी के बच्चों को होटल ले गये।पढ़ाई के लिए मनाया
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- Опубликовано: 18 сен 2024
- जन्मदिन उनके साथ जो चौराहे में दिखते हैं। हमने जीवन के लगभग 25 साल तक जन्मदिन क्या होता नहीं जाना लेकिन नौकरी के बाद केक सामने आने लगे तो काटने लगे। आज की जनरेशन घर में चाहे खाने को न हो लेकिन केक ज़रूर कटनी चाहिए और आर्थिक संपन्न हैं तो बड़े होटल में बड़ी पार्टी होनी ज़रूरी है। पहला साल बच्चे का जिसमें उसे ख़ुद नहीं पता कि जन्मदिन क्या होता है। हमने उन बच्चों के साथ बड़े होटल केशव राज में मनाने का प्रयास किया जहां ये बच्चे कभी नहीं गये। ये सभी घुमंतू जाती के बच्चे हैं जिन्हें गिनती भी नहीं आती लेकिन रास्ते में जाते वक्त मेरा बेटा इतना खुश था इस सपना की गोद में जाकर जितना माँ के पास नहीं होता। बच्चों के बीच बच्चों को बहुत अच्छा लगता है लेकिन शहर की दुनिया कमरे के अंदर सीमित रहती है। आज मैंने बच्चों की ख़ुशी में अपना बचपन देखा जब एक बिस्किट चाय के लिए हम घंटों किसी के काम में हाथ बटाते थे। इनकी शिक्षा के लिए हम लोगों को प्रयास करना चाहिये..मैं भी करूँगा और आप भी करें।पहली बार देखा जो केक फेंका नहीं लगा बल्कि कम पड़ गया। #happybirthday