Kumaoni Ramleela Talim
HTML-код
- Опубликовано: 29 сен 2024
- बलि के ज्येष्ठ पुत्र का नाम बाण था। बाण ने घोर तपस्या के फलस्वरूप शिव से अनेक दुर्लभ वर प्राप्त किये थे। अत: वह गर्वोन्मत्त हो उठा था। उसके एक सहस्त्र बांहें थीं। वह शोणितपुर पर राज्य करता था। उसकी एक सुंदरी कन्या थी, जिसका नाम उषा था। प्रद्युम्न का पुत्र अनिरुद्ध उस कन्या पर आसक्त हो गया तथा गुप्त रूप से उससे मिलता रहा। बाणसुर को विदित हुआ तो उसने दोनों को कारागार में डाल दिया। नारद ने श्रीकृष्ण से जाकर कहा-'आपके पौत्र अनिरुद्ध को बाणासुर विशेष कष्ट दे रहा है।' श्रीकृष्ण ने बलराम तथा प्रद्युम्न के साथ बाणासुर पर आक्रमण किया। महादेव बाणासुर की रक्षा के निमित्त वहां पहुंचे किंतु सबको परास्त कर तथा बाणासुर की समस्त बांहें काटकर और उसे मारकर श्रीकृष्ण, उषा और अनिरुद्ध को धन-धान्य सहित लेकर द्वारका पहुंचे।
मुनि विश्वामित्र के साथ राम-लक्ष्मण भी स्वंयवर में पहुंचे जिन्हें देख सभी मोहित हो गए। इसी बीच बिन बुलाए लंकापति रावण भी पहुंच जाता है। इस पर सभापति बाणासुर परिचय पूछते हैं तो वह क्रोधित हो उठता है फिर यहीं से रावण-बाणासुर संवाद शुरू होता है। रावण-बाणासुर संवाद सुन दर्शक रोमांचित हो गए। #actingclasses #acting #actingcoach #actingclass #actingschool #actingtips #actor #actorslife #actingworkshop #actingtraining #actors #actingteacher #actinglife #actingaudition #actingskills #theatre #actingstudio #actinglessons #actingislife #dramaschool #actress #actingworkshops #actingcareer #auditions #actinginstitute #drama #actingcourse #methodacting #actorsofinstagram #actingagency