जाते थे देखने जब बोरिंग से बहता पानी ये खेत ये मेड ये कुईया ये 😅😅whh लाजवाब दीदी सादर प्रणाम ❤ आज भी हम यही करते है बोरिंग वो मेढ़ कुईया देखने जाना पड़ता है
मैं यह रचना सुनकर बहुत भावुक हो गया! मैं बहुत खुशनसीब हूं कि, मैंने ये सभी पल खूब जिया है, अब तो हम शहरों की तरफ भाग रहे हैं लेकिन स्वर्ग और सुकून तो गांव में ही है! बहुत बहुत धन्यवाद #manuvaishali ji
बहन आप की सुंदर कड़ियों को सुनकर पचपन में पहुंच गए थे पूरा चित्र मन में बन रहा था और आखों से आसू आ गए हम कहा से कहा पहुंच गए है जब तक आप जैसे कवि है तब तक हमारी संस्कृति को आगे बड़ाने से कोई नहीं रोक सकता
शहर से निकलकर गांव जाना जीते जी मानों स्वर्ग जाना । बहुत ही सुंदर सहज भावो से भरी कविता जो भारत के वास्तविक ग्रामीण जीवन को प्रस्तुत करती है ।🎉🎉🎉🎉❤❤🙏🙏🙏
कितनी ही तारीफ की जाए कम है।मुझे न केवल अपना बचपन याद आ गया बल्कि पूरे गाँव का ही दृश्य आँखों के सामने नाच गया और फिर भल भल आँसू बहने लगे क्योंकि अब मै अपने गाँव से दूर हूँ।
दीदी आपने तो एक जमाना याद दिला दिया हमारे नसीब मै तो ये शाम भी न आई पर आज जब आपको सुना तो एक अनुभव किया कि उस जमाने का गांव और उस गांव के लोग कितने अच्छे होते होंगे ❤❤
गजब मनु वैशाली,वास्तव में मंच पर कविता सुनने को मिली है वरना तो कविता को आजकल मंच पर मजाक ही सुनने को मिलता है या छिछोरापन मिलता है बहुत बहुत स्नेह तुम्हारे गीत और आवाज के लिए❤❤❤
माटी और ममता का गीत है। आदर्श और आत्मा का गीत है। क्या बिम्ब, क्या दृष्टांत। अनुपम है। गांव के में क्या रखा है? प्रतिउत्तर के बहुत उपयुक्त है गीत। भारत की आत्मा गांव में बसती है। कृषि और कल्याण की भूमि है भारत। धन्यवाद अपनी कलम से गांव की काव्यात्मक काया की कृति करने के लिए।
Pujya didi ji ko sadar charan sparsh hm prayagraj me rhte hai apne Ghar ko chhod ke lekin aaj aapke is sumadhur Vani ko sunke aisi anubhuti ho rhi hai ki hm apne gav me hi apne sampurn pariwar ke sath baithe hai ❤❤👏👏👏
में यह रचना सुनकर बहुत ही भावुक हो गयी,याद आ गया बो बचपन जँहा में खेली कूँदी बड़ी हुई। में अपने आप को बहुत ही ख़ुशनसीब मानती हूँ,की मैने इन सभी पलों को बहुत ही खुबसूरती ओर सादगी के साथ जिया है,और आज भी गाँव में ही रह रही हूँ अब तो हम गाँव से शहरों की ओर भाग रहे हैं,मज़बूरन बस लेकिन असली स्वर्ग और सुकून गाँव में ही है। गाँव में साधनों और सुविधाओं की भले ही कमी हो,लेकिन असली सुकून गाँव में ही मिलता है। अब तो जाना भी नहीं हो पाता, अब तो ना बो अपने रहे,न बो घर.. दिल को छू गयी आपकी 1 1 पंक्ति याद आ गया बो बचपना
Adbhut pantiya hai...babba ji ki bahut yaad aai sunkar..hame bhi wo kandhe pe bitha kar ghumte the saam ko ramayan Bhagwat Geeta ke kisse sunate the ❤❤
Even after being a delhite, I can completely feel this kavita. So much love and respect to you Manu vaishali ji ✨❤ "Completely related to the middle paragh ❤"
Aapka ye geet sunke aapke liye dil me itna prem Or samman umad rha hai ki shabdon me byaan nahi kiya ja sakta..... Agar aap mujhse badi hai to aapke charno me sadar pranaam, naman 🙏🙏... Or agar aap mujhse chhoti hai to is dil ka saara pyaar meri is chhoti bahan k liye nyochhawar ❤❤
Bahut hi khoobsurat line or is sachchai ko itni khoobsurati se sunaya h aapne dil ko chhu gyi ❤❤ bahut bahut shukriya ki ham itni achhi paktiyan sun paye aapse hme bahut khusi hui 🥰🙏💐
Waaah.. Waaah.. Kya baat hai sister.. Man jeet liya tumse sache.. Bhot hi sundar geet likha hai.. Aur bilkul saadgi se pesh kiya hai.. Khush raho.. Lots of blessings.. 🤗🤗🤗🤗🤗
100 se ulti ginti 😢😢wo bhi kya din the dil bhar aya....
Ab kon bolta 100 se ulti ginti pahle school me bhi padhaya jata tha purani yadein taza ho gyi😢😢😢😢😢
😢😢😢😢
जाते थे देखने जब बोरिंग से बहता पानी
ये खेत ये मेड ये कुईया ये 😅😅whh लाजवाब दीदी सादर प्रणाम ❤ आज भी हम यही करते है बोरिंग वो मेढ़ कुईया देखने जाना पड़ता है
तुम पूछते हो उनके पाँव में क्या रखा है
वाह भावनाओं को उकेरने के लिये शब्दों का सर्वोत्तम चयन
Ati sundar ❤
❤❤
😢❤
जीती रहो बिटिया मनु👏👏👏 गांव के बारे में तुम्हारी रचना बिल्कुल शब्द- चित्र जैसे लगती है। तुम्हारे पढ़ने का अंदाज मन मोह लेता है। तुम्हें स्नेहिल आशीष।
❤❤❤🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Pp😊ppp
Jite raho bitiya
Jite raho bitiya ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
😊😊😊L@@AnitaSharma-iw1to
मैं यह रचना सुनकर बहुत भावुक हो गया!
मैं बहुत खुशनसीब हूं कि, मैंने ये सभी पल खूब जिया है, अब तो हम शहरों की तरफ भाग रहे हैं लेकिन स्वर्ग और सुकून तो गांव में ही है! बहुत बहुत धन्यवाद #manuvaishali ji
बहन आप की सुंदर कड़ियों को सुनकर पचपन में पहुंच गए थे पूरा चित्र मन में बन रहा था और आखों से आसू आ गए हम कहा से कहा पहुंच गए है जब तक आप जैसे कवि है तब तक हमारी संस्कृति को आगे बड़ाने से कोई नहीं रोक सकता
बिटिया आप को सुनने के बाद मुझे अपने गांव की बहुत याद आ रही है यादें ताजा कर दी आप ने बचपन की। जल्दी जाऊंगा गांव में ये वादा किया अपने आप से ।
शहर से निकलकर गांव जाना
जीते जी मानों स्वर्ग जाना ।
बहुत ही सुंदर सहज भावो से भरी कविता जो भारत के वास्तविक ग्रामीण जीवन को प्रस्तुत करती है ।🎉🎉🎉🎉❤❤🙏🙏🙏
कितनी ही तारीफ की जाए कम है।मुझे न केवल अपना बचपन याद आ गया बल्कि पूरे गाँव का ही दृश्य आँखों के सामने नाच गया और फिर भल भल आँसू बहने लगे क्योंकि अब मै अपने गाँव से दूर हूँ।
😢❤😢
बेटा सुनकर आँखों मैं आँसू आ गये हैं। अब वो मिलना नहीं हैं। 👍🙏
❤❤❤🙏🏻🙏🏻🙏🏻
चरण स्पर्श दीदी
आये हाये क्या गीत है...... मतलब आनंद ही आनंद और उस पर गीत गाने का अंदाज तो निराला है। अद्वितीय अद्वितीय अद्वितीय 🎉
❤❤
❤
मेरा गांव बहुत सुंदर है और गांव में ही भारत बसता है धन्यवाद धन्यवाद दीदीधन्यवाद
वाह मनु वाह!क्या गांव का चित्र खींची है। गांव में रहता हूं लेकिन तुम्हारी कविता ने 50 साल पहले वाली गांव याद दिलाई है।
❤❤
अतीतकालीन गाँव के अपनेपन का जीवंत शब्द चित्र प्रस्तुत करने के लिए कवयित्री का आत्मिक आभार!
🥀🙏🌱
दीदी आपने तो एक जमाना याद दिला दिया हमारे नसीब मै तो ये शाम भी न आई पर आज जब आपको सुना तो एक अनुभव किया कि उस जमाने का गांव और उस गांव के लोग कितने अच्छे होते होंगे ❤❤
मनु देवी को सिर्फ प्रणाम। इस भाव के लिए शब्द नहीं हैं
वाह मनु
बहुत सुन्दर
पुरानी यादें ताजा हो गयी
आंखों मे नमी के साथ
❤बिटिया रानी की कविता सुनकर आंखो का पानी दिल मे उतर आया❤❤
❤❤❤🙏🏻🙏🏻🙏🏻
गजब मनु वैशाली,वास्तव में मंच पर कविता सुनने को मिली है वरना तो कविता को आजकल मंच पर मजाक ही सुनने को मिलता है या छिछोरापन मिलता है बहुत बहुत स्नेह तुम्हारे गीत और आवाज के लिए❤❤❤
अति सुन्दर प्रस्तुति और बहुत ही मनमोहक कविता ❤❤❤😊😊😊 बहुत बहुत आशीर्वाद बेटा
आपकी कविता से आंखें भर आईं। ये सारा मेरा बचपन था।
लेकिन अब वहां भी लोग बहुत बदल गये हैं
आदरणिया सोनरूपा विशाल जी का बिटिया मनु वैशाली को आशीर्वाद मिल रहा है बहुत सुन्दर बिटिया मनु वैशाली
माटी और ममता का गीत है। आदर्श और आत्मा का गीत है। क्या बिम्ब, क्या दृष्टांत। अनुपम है। गांव के में क्या रखा है?
प्रतिउत्तर के बहुत उपयुक्त है गीत।
भारत की आत्मा गांव में बसती है।
कृषि और कल्याण की भूमि है भारत।
धन्यवाद अपनी कलम से गांव की काव्यात्मक काया की कृति करने के लिए।
Pujya didi ji ko sadar charan sparsh hm prayagraj me rhte hai apne Ghar ko chhod ke lekin aaj aapke is sumadhur Vani ko sunke aisi anubhuti ho rhi hai ki hm apne gav me hi apne sampurn pariwar ke sath baithe hai ❤❤👏👏👏
मनु दी इस कविता में पूरे गांव का यात्रा कर दिया और बचपन की यादें को ताजा कर दिया😊🙏🙏🙏
बहुत ही शानदार। मरते दम तक अपने गांव को नहीं छोडूंगा। ❤❤❤
बहुत सुंदर चित्रण किया बरसों बाद गांव में पहुंचा दिया। God bless you 😊
Bahut hi sunder hai mere pass to tarif ke liye shabd hi nhi hai
शाबास बेटा मनु,पुराने दिन की यादें ताजा करा दी।संस्कार,संस्कृति सभी की झलक।ज्ञान की देवी माँ सरस्वती की कृपा बनी रही।
आप के गीत ने गांव की याद दिला दी दादा, दादी, नाना, नानी जी,सब याद आया और अब बस यादें ही रह गई
बहुत शानदार गांव का चित्र उकेरा आप ने
ढेर सारा आशीर्वाद
में यह रचना सुनकर बहुत ही भावुक हो गयी,याद आ गया बो बचपन जँहा में खेली कूँदी बड़ी हुई। में अपने आप को बहुत ही ख़ुशनसीब मानती हूँ,की मैने इन सभी पलों को बहुत ही खुबसूरती ओर सादगी के साथ जिया है,और आज भी गाँव में ही रह रही हूँ अब तो हम गाँव से शहरों की ओर भाग रहे हैं,मज़बूरन बस लेकिन असली स्वर्ग और सुकून गाँव में ही है।
गाँव में साधनों और सुविधाओं की भले ही कमी हो,लेकिन असली सुकून गाँव में ही मिलता है।
अब तो जाना भी नहीं हो पाता, अब तो ना बो अपने रहे,न बो घर..
दिल को छू गयी आपकी 1 1 पंक्ति याद आ गया बो बचपना
बहुत बहुत भावात्मक रूप इन सभी शब्दो मे ❤ अद्भुत कविता बहुत अद्भुत
क्या आकर्षक शब्द चित्रण हैं
बहुत सुन्दर, गाँवों में हमारी यादें हैें, नीम के पेड़, वो बछियां और वो सब कुछ जो आपने शब्दों के माध्यम से चित्र उकेरा है। बहुत बहुत धन्यवाद ।
Aisi bitiya Bhagwan sabko de
मेरे आँख में पानी आ गया, बहुत सारा प्यार छोटी बहन मनु
आत्मा को छू लेने वाली बहुत ही बेहतरीन प्रस्तुति ... शहरीकरण की ओर बढ़ते गांव से ढेर सारा प्यार एवम भविष्य की शुभकामनाएं 💐
आखों में आसूं ला दिया आपने धन्यवाद ऐसी महान प्रस्तुति के लिए
बहुत ही खूबसूरत रचना सुनकर दिल भर आया अपना बचपन याद आ गया ।बहुत बहुत धन्यवाद
गीत की बुनावट एवं सुनने का लहजा दिल को जीत लिया वाह वाह।।❤❤
उम्मदा मनु वैशाली जी आपने सच में सब वो बचपन याद दिला दीया ...आँसू आगये क्या वो समय था
अद्भुत कविता
वाह वाह बिटिया वाह ईश्वर आपको सलामत रखे
आपके पिछे जो व्यक्ति बेठे ह उनके एक्सप्रेशन दिल से बाहर आ रहे है 😊😊😊😊😊😊
Adbhut pantiya hai...babba ji ki bahut yaad aai sunkar..hame bhi wo kandhe pe bitha kar ghumte the saam ko ramayan Bhagwat Geeta ke kisse sunate the ❤❤
मन चल गांव की ओर वह खुशिया फिर मिले यह जागरूक करती नायाब कविता मनप्रफुल्लित हो गया अदभुत ❤❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
इतने भाव भरे शब्द...😮 सच में आंखें भर आईं
Bahut sunder purani yaad taja ho gai beta.ishwer kare tum bahut aage tak jao. Dher sari shubhkamnaye aur pyar beta
आयुष्मान भव: बेटा जी।। अति सुन्दर चित्रांकन।। नमन ।। जय श्री राम जय जय श्री राम।। जय भारत की यशस्वी बेटियां।।
Even after being a delhite, I can completely feel this kavita. So much love and respect to you Manu vaishali ji ✨❤
"Completely related to the middle paragh ❤"
Aapka ye geet sunke aapke liye dil me itna prem Or samman umad rha hai ki shabdon me byaan nahi kiya ja sakta..... Agar aap mujhse badi hai to aapke charno me sadar pranaam, naman 🙏🙏... Or agar aap mujhse chhoti hai to is dil ka saara pyaar meri is chhoti bahan k liye nyochhawar ❤❤
इतनी सुंदर बोल मैं तो कभी सुना नहीं अपनी जिंदगी में
Bahut hi khoobsurat line or is sachchai ko itni khoobsurati se sunaya h aapne dil ko chhu gyi ❤❤ bahut bahut shukriya ki ham itni achhi paktiyan sun paye aapse hme bahut khusi hui 🥰🙏💐
आपका आवाज बहोतही भावपूर्ण है क्योंकी आपकी कविताए जो आप जी हो उसी भाव और गाव से आती है बहोत जिओ खुब नाम कमाओ
Speechless hu mai ...kitna behtareen likha hai aapne ❤a pure bless 🙌 to hear this❤
Bahut hi sundar pankti bahut hi sundar swar waah Manu ji aapki awaaz me Jadu h❤❤
जितनी सुंदर कविता उतनी ही मनमोहक प्रस्तुति ❤❤अति सुन्दर ❤
ये सिर्फ पंक्तियां नहीं है भावनाएं है, जीवंत अद्भुत
दिल को छू गया।युग युग जीओ बिटिया।अमर गीत। सदाबहार।
आपने तो मेरे बचपन की यादें ताजा कर दी। वास्तव में आपकी कविता ने हृदय को छू लिया 😪😪😪
You are great sister 🥰
Apne gaon ka sab yaad dila diya aone❤❤❤❤
सुंदर गीत मन को बेहद खटखटाया
और पहुँचाया बचपन के गांव में
आतियंत सुंदरता से गांव को प्रस्तुत किया है ,भारत माँ की इस बेटी ने । बहुत सुंदर बहुत सुंदर. ...........🌟🌟🌟🌟🌟
शाबाश बेटी, आदरणीय कवि रमेश शर्मा जी की याद दिला दी
Ek ek shabd me sachhai jhalak rhi h dil ki chhu gya sister ❤❤❤❤❤
दिल जीत लिया आपने दीदी😊❤
अति सुन्दर सराहनीय,, बहुत बहुत आशीर्वाद।
Gao me sb sahr walo ke baap dada ka etihas rakha hai ❤...kbhi fursat mile to puchna unse ki gao me kya rkha h...❤❤❤
Sahi kha
@@VIKASHSHARMA-qr2pw 😊🤭
@@ShaliniMishra-ni3ef that's good feel and real journey.
Radhe radhe 🙏 sister aapne to poora bachpan hi yaad dila diya 😢❤❤❤❤❤❤❤ Amazing kavita
बहुत अति सुन्दर प्रस्तुति की है आपने अभी तक किसी ने ऐसी प्रस्तुति नही की
बहुत पुरानी यादें ताजा कर दी, आंखे भर आई !बहुत बड़िया
सचमुच एक गुजरे दिनों की याद में पहुंचा दिया।❤😮
Waah ...... Lazawab lines h aapki.......pura bachpan yaad dila diya aapne apni lines me❤❤❤
❤❤❤🙏🏻🙏🏻🙏🏻
बहुत सुन्दर बेटा❤
आनंद आ गया और आंख भी नम हो गई
सच बात है बचपन याद दिलाती है कविता❤❤❤
🔥💎✨
उत्तमोत्तम 🙏🙏
आपके जीवन का हर पल उज्जवल उज्जवल और ऊर्जावान हो 🔥💎✨
सहृदय अनंत शुभकामनाएं 👑🇮🇳🚩
अभिनन्दन 🖋️🎨💐 वंदेमातरम 🌍🇮🇳🕊️
Waaah.. Waaah.. Kya baat hai sister.. Man jeet liya tumse sache.. Bhot hi sundar geet likha hai.. Aur bilkul saadgi se pesh kiya hai.. Khush raho.. Lots of blessings.. 🤗🤗🤗🤗🤗
बहुत सुंदर कविता। शब्दों से बचपन को जीवंत कर दिया। बहुत बहुत शुभकामनाएं ❤❤🌷🌷🙏🙏
Wow I am very effected ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
आपने तो बचपन की याद दिला दी शुक्रिया सिस्टर
Waah didi आपकी इस कविता के जैसा मेरा भी बचपन था 😢 काश फिर से मेरे बाबा मेरे पास आ जाए फिर से वही साम हो 😢😢😢
अत्यंत मनमोहक कविता है, दीदी
मैं जितनी बार कविता सुनती हूं,मन करता है सुनती रहूं
वर्तमान समय में मनु वैशाली से बढ़कर सोशल मीडिया पर कोई भी कवयित्री नहीं है❤❤
दिल के करीब की बात। एकदम गहरे उतर गई।वाह
Wahhh ankhe nm ho gye bahut khub
बहुत सुन्दर
अद्भुत
अविस्मरणीय यादें दिखाई देती है आप की रचना में......।
अदभुत गीत खुश रहो बिटिया। बहुत बहुत धन्यवाद ।
बहुत खूब बेटा, बिल्कुल बचपन में अपने गांव तक पहुंचाया है आपने।चाहत यही है कि जिन्दगी की शाम वैसी ही हो।लेकिन यह शायद ही संभव हो पाएगा।।
Sakshaat maa Saraswati ka Roop ho Gudiya…hamesha khus raho❤❤❤
Bhut sunder didi❤ muje mere baba ki yaad aa gayi 😢😢❤❤
Tarif ke liye sabd hi nahi hein,Beta bahut subhkamnayein.
क्या बात है दीदी जी , बचपन की यादें ताज़ा हो गयी
I have no words di such me mujhe gaon ke vo din yaad aa gye
निशब्द कर दिया... शब्द ही कम हैं जितने तारीफ में कहे जाएं
No Words.... God bless you manu...
SWEET MEMORIES OF CHILDHOOD 👌
पुराने दिनों की याद आ गई।
Dil ko chhoo Jane wali kavita ❤
वाह❤बहुत ही सुंदर बेटा जी
आशीर्वाद के अलावा मेरे पास कुछ नहीं मन खुश हो गया आपकी खूबसूरत रचनाओं से मनु बिटिया जी 🤗🤗🌹
अद्भुत ❤
बहुत अच्छा आप ने तो मुझे बचपन की झलक दिखला दी यार मान गया सच में बहुत बड़ी काबित्री बनोगी आप जय हो।
बिटिया आप ने गांव पहुंचा दिया,शानदार