KUPIT YAGYASAINI | MAHABHARAT | VAISHNAVI SHARMA | SATISH SRIJAN | QUPIT YAGYASAINI | KRISHNA
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- Опубликовано: 1 окт 2023
- KUPIT YAGYASAINI | MAHABHARAT | VAISHNAVI SHARMA | SATISH SRIJAN | QUPIT YAGYASAINI | KRISHNA
Poet : Satish Srijan
Recitation By : Vaishnavi Sharma
Special Thanks to @LNiteshKumar
Video & Music Production : 9Frequencies Studios
#Mahabharat #vaishnavisharma #krishna
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©️®️ Raag Vaishnavi Развлечения
सुबह के 7 बजे सुन रहा, आज का दिन बन गया। आपके चेहरे के भाव के लिए निशब्द हूं। ऐसा लग रहा की आप ही द्रौपदी हैं और सबसे प्रश्न पूछ रही हैं। ❤
I agree
I agree toooo
😂😂😂
@@siddharthyashvardhanchaube6618 what's so funny? Chumtiya h kya?
अद्भुत
Goosebumps in every line😱❤
"Mere Krishn akele kaafi hai"
निश्चित ही यह दुष्कर्म अमानवीय था, और इसके लिए सभी पात्रों को एक ही दंड मिलना चाहिए था मृत्यु दंड और मिला भी जो जो भी इस दुष्कर्म के सहभागी थें इस वीभत्स घटना के पक्षधर थे सभी को मृत्यु दंड ही मिला, परन्तु इस घटना से थोड़ा पीछे देखिए दो प्रकरण पहला स्वयंवर प्रकरण जिसमें कर्ण को बेइज्जत की थी खुद इन्होंने ही आपको यदि सूतपुत्र से विवाह नहीं करना था तो उन्हें आमंत्रित किया ही क्यों और इसने तो धनुष भी उठा लिया था खैर इसका कोई भी उत्तर किसी के भी पास नहीं है और दुसरा प्रकरण है राजा को अंधा कहके बेइज्जत करना इसका भी कोई उत्तर नहीं है तो चर्चा तो इनका भी होना चाहिए जैसे वो प्रकरण अक्षम्य है ठीक उसी प्रकार ये दोनों प्रकरण भी अक्षम्य है
Yes just 🔥
Madhusudan humare bhai hai also goosebumps moment
दीदी जी आपको देखकर लगता है की साक्षात् माँ द्रोपती ही बोल रही है आपके चरणो मे कोटि कोटि नमन दीदी| आप पर श्रीकृष्ण की कृपा हमेशा बनी रहे 🙏🙏
श्री कृष्ण भाव के भूखे है
भक्तो की श्रद्धा प्यारी है
ऋण चूकता करते ब्याज सहित
माधव की लीला न्यारी है 🧡
है भीष्म पितामाह कुछ बोलो
है भीष्म पितामाह कुछ बोलो
कुलवधु है तुम्हें पुकार रही
दुर्योधन जो व्यवहार किया
ये तुम सबको क्या लगा सही
मेरा केश पकड़कर लाया है
करता दुशासन दुर्व्यवहार
आर्यों की सब माताओं ने
क्या नहीं दिया कोई संस्कार
मैंने तो दांव नही खेला
चौसर की शाही क्रीड़ा मे
है दोष नहीं जब कहीं मेरा
तो क्यों मैं ऐसी पीड़ा मे
संपत्ति ना मैं किसी राजा की
जो हारे मुझको खेल जुआ
दादा तुम तो नीति प्रिय हो
तब तू क्यूं यू लाचार हुआ
जब गंगा सूत कुछ कह ना सका
कृष्णय ने राजा से पूछा
दुर्योधन इतना दृष्ट है तो
सम्राट दंड है क्यू सूजा
द्रौपदी ने बारी बारी से
प्रश्नों का ढेर लगा डाला
धृतराष्ट्र , विदुर और द्रोणा के
मानो मोह पर हो ताला
आखिर में बरसी पांडव पर
आखिर में बरसी पांडव पर
किस बूते पर हो मेरे पिया
कुछ कहो भतारो क्या सूजा
मुझको बाजी में लगा दिया
मछली की आँख भेदना था
वो करके ब्याह के लाए हो
अर्जुन गांडीव कहाँ गुम है
क्यूं ऐसे शीश झुकाए हो
जब मीन चक्षु संधान किया
तब हृदय मेरा हर्षाया था
मन ही मन मे एएहलादित थी मै
मन चहा वर जो पाया था
माँ कुंती ने मुझे बाँट दिया
बन गए पति पांचों भाई
दुर्दशा देख ऐसे मेरी
तुम सबको लाज नहीं आई
मैं समझी थी बड़भागन हू
रणवीरो की मे सबला हू
पर अब ऐसा लगता मुझको
डरपोको की मे अबला हू
है गदा कहाँ गांडीव कहाँ
है गदा कहाँ गांडीव कहाँ
क्या जंग लगी तलवारों को
सौ सौ धिक्कार तुम्हे मेरा
धिक्कार तेरे हथियारों को
अरे घुंघरू बांधो चूड़ी पहनो
गालियों में नाचो छम छम छम
नहीं बेचारी मुझको समझो
नैय्यहर से भाई बुलाए हम
हुआ पांचों का बल क्षीण तो क्या
हुआ पांचों का बल क्षीण तो क्या
मेरे कृष्ण अकेले काफ़ी है
उद्दंड नीच आताताई
को कभी ना देते माफी है
जो पता लगा मेरे विरन को
जो पता लगा मेरे विरन को
क्षण भर ना देर लगाएंगे
नंगे पैरों हिरणागति से
मेरे वीर कन्हैया आयेंगे
नहीं भगिनी मैं लचारो की
मधुसूदन मेरा भाई हैं
लगता दुशासन दुर्योधन
तेरी मौत शीश पर आई हैं
होती है भ्रुक्ति वक्र जहां
कोहराम वही मच जाता है
केशव हथियार उठाले तो फिर
काल भी ना बच पाता है
जो आए भैया सभा मध्य
यदि आए भैया सभा मध्य
तो कोई नहीं बच पाएगा
जब चक्र सुदर्शन घूमेगा
सब मूली सा कट जायेगा
ना बने निपुती माँ तेरी
ना बने निपुती माँ तेरी
कौरव सूत गण कुछ गौर करो
अतिशय अक्षम्य अपराध किया
ना सिर मृत्यु का मोर धरो
इतना सुन गरजा दुर्योधन
इतना सुन गरजा दुर्योधन
दुशासन देर लगाओ ना
निर्वस्त्र करो पांचाली को
जंघा पर मेरी बिठाओ ना
अग्रज की आज्ञा पाकर के
दुशासन पट को रहा खींच
द्रौपदी अधीर हुई मन मे
साड़ी हाथों से रही भींच
कुछ ना सुजा तब तैर भरी
कुछ ना सुजा तब तैर भरी
बोली सुनिए मेरे गिरधारी
अब कोई नहीं अतिरिक्त तेरे
प्रभु लाज रखो है लाचारी
कान्हा की शान निराली है
कान्हा की शान निराली है
वो दौड़े दौड़े आते है
जब कोई अर्ध पुकार करे
निर्बल का बल बन जाते है
था चक्र सुदर्शन चला दिया
जब गज ने टेर लगाई थी
एक सेन्यनाई के खातिर बस
अपनी ठाकुरई बिसराई थी
मुट्ठी भर तंदूर के बदले
दो लोक सुदामा पाया था
एक बार पुरिंद्र के कारण
ऊंगली पर अचल उठाया था
अब की द्रौपदी की बारी थी
अब की द्रौपदी की बारी थी
रो रो कर कृष्ण पुकारी थी
हो गए रास्ते बंद सभी
अब अंतिम राह मुरारी थी
हुए कृष्ण कृपालु कृष्णा पर
हुए कृष्ण कृपालु कृष्णा पर
माधव जो करुण पुकार सुनी
जहाँ देखो साड़ी ही साड़ी
धरती अम्बर तक चीर बुनी
अनव्रत खींचता रहा चीर पर
छोर दूसरा पा ना सका
हो गया चूर थक कर लेकिन
साड़ी की थहा ना लगा सका
था बहुत अचंभित दुशासन
था बहुत अचंभित दुशासन
ये नारी है या साड़ी है
द्रौपदी मे हार्ड मांस भी है
की सारी नारी साड़ी है
मूर्छित होकर गिरा दुशासन
मूर्छित होकर गिरा दुशासन
निर्वस्त्र द्रौपदी कर ना सका
दस सहस्र हस्त का बलशाली
शर्मिंदा था बस मर ना सका
कभी यज्ञसेनी ने नटवर को
साड़ी का टुकड़ा बांधा था
कभी यज्ञसेनी ने नटवर को
साड़ी का टुकड़ा बांधा था
बदले में आज मुरारी ने
साड़ी में साड़ी बांधा था
श्री कृष्ण भाव के भूखे है
श्री कृष्ण भाव के भूखे है
भक्तो की श्रद्धा प्यारी है
ऋण चूकता करते ब्याज सहित
माधव की लीला न्यारी है
👏👏
Nice 👍👍
Bahut pyara
Bhut sundar hai
👏👏👏🔥🔥
Felt like mata draupadi herself said this lines 🙇🏻♀️
Radhe Radhe
💝
Mata Draupadi ko paanch pati hone par koi apatti nahi thi. Hoti toh wah Mahabharat mein ullekh hota
Radhe radhe Krishnam Jagatguru
Sach m kisi ke dil ki gahraie ko samajhna bahut mushkil h jo apne iss line m kaha h.
वाह बहन!! आपने बहुत सुन्दर प्रस्तुति दी है, प्रशंसा करने के लिए मेरे पास कोई शब्द ही नहीं है 😮😮😮😮😊😊😊😊🙏🙏🙏🙏🙏🙏
श्री कृष्ण भाव के भूखे है ,
भक्तो की श्रद्धा प्यारी है ।
ऋण चुकता करते ब्याज सहित माधव की लीला न्यारी है......।❤
"यदि आए भईया सभा मध्य।" इन पंक्तियों पर आपके चेहरे के भावों ने रोगटें खड़े कर दिए। इतनी सुन्दर प्रस्तुति सच में पहली बार सुन रही। आपके चेहरे की आभा आपके वाणी की पूरक जान पड़ रही। बेहद खूबसूरत। ❤️
निश्चित ही यह दुष्कर्म अमानवीय था, और इसके लिए सभी पात्रों को एक ही दंड मिलना चाहिए था मृत्यु दंड और मिला भी जो जो भी इस दुष्कर्म के सहभागी थें इस वीभत्स घटना के पक्षधर थे सभी को मृत्यु दंड ही मिला, परन्तु इस घटना से थोड़ा पीछे देखिए दो प्रकरण पहला स्वयंवर प्रकरण जिसमें कर्ण को बेइज्जत की थी खुद इन्होंने ही आपको यदि सूतपुत्र से विवाह नहीं करना था तो उन्हें आमंत्रित किया ही क्यों और इसने तो धनुष भी उठा लिया था खैर इसका कोई भी उत्तर किसी के भी पास नहीं है और दुसरा प्रकरण है राजा को अंधा कहके बेइज्जत करना इसका भी कोई उत्तर नहीं है तो चर्चा तो इनका भी होना चाहिए जैसे वो प्रकरण अक्षम्य है ठीक उसी प्रकार ये दोनों प्रकरण भी अक्षम्य है
Aap ki antim pankti
आपके चेहरे की आभा आपके वाणी के पूरक जान पड़ रही है
क्या खूब उकेर दिया आपने इन्हे 🙏
Same feeling bhai emotions pls goosebumps
नारीशक्ति🙏
पति से ज्यादा भाई से साथ ज्यादा सुरक्षित मानती है!
देवी द्रोपदी जी ने दृष्टिकोण से बतलाया दिया!!!!🙏🇮🇳🚩
You have to agree that everyone got goosebumps when she started talking bout' SHREE KRISHNA🛐❤
मेरे कृष्ण अकेले काफ़ी हैं।💖🙌🏻
2:20 मेरे कृष्ण अकेले काफी है उदंड, नीच,आताताई को कभी न देते माफी है Right ❤heart touching line 😢
I'm literally crying because this is how my mother felt helpless but kanha ji always saved her ❤
Same to same
All the women of India should listen to this and make their sovereignty understood
. आपकी आवाज ने अंदर तक भेद दिया 😢😢😢
जितनी सुंदर यह कविता है, उतनी ही सुंदर तरीक़े से इसे अपना स्वर दिया है।
Made my day
हर लड़कियों को तुम्हारी ही तरह वीर😠 बनना चाहिए, और सिर्फ कविता में ही नहीं वास्तव में शस्त्र उठा कर वीरता दिखानी चाहिए, लड़ना चाहिए 😊👍🏼
👍🏼Nice poem👏🏼👏🏼👍🏼
👍👍
Right
But desh kanoon se chalta hai or ek average aadmi Kai untrained females ko hand to hand combat me Hara Sakta hai. Aur wo hare ga bhi tab jab wo thak jayega na ki injury ke chalte . Only elite Mma female fighter can stand against an average man.
Seems like draupadi literally herself is questioning. Soo beautiful literally 😍🥹
निश्चित ही यह दुष्कर्म अमानवीय था, और इसके लिए सभी पात्रों को एक ही दंड मिलना चाहिए था मृत्यु दंड और मिला भी जो जो भी इस दुष्कर्म के सहभागी थें इस वीभत्स घटना के पक्षधर थे सभी को मृत्यु दंड ही मिला, परन्तु इस घटना से थोड़ा पीछे देखिए दो प्रकरण पहला स्वयंवर प्रकरण जिसमें कर्ण को बेइज्जत की थी खुद इन्होंने ही आपको यदि सूतपुत्र से विवाह नहीं करना था तो उन्हें आमंत्रित किया ही क्यों और इसने तो धनुष भी उठा लिया था खैर इसका कोई भी उत्तर किसी के भी पास नहीं है और दुसरा प्रकरण है राजा को अंधा कहके बेइज्जत करना इसका भी कोई उत्तर नहीं है तो चर्चा तो इनका भी होना चाहिए जैसे वो प्रकरण अक्षम्य है ठीक उसी प्रकार ये दोनों प्रकरण भी अक्षम्य है
वेदना .. शायद यही द्रौपदी के हृदय में भी रही होगी। अद्भुत पाठ।
मानों पूरा दृश्य सामने चल रहा और आँख भर गयी, मन गुस्से और शर्म से भर गया 😢😢
बहुत सुंदर व्याख्यान किया आपने 👍
एक एक शब्द ह्रदय चीर गया🥺🥺🥺
मानो स्वयं मां द्रौपदी प्रश्न कर रहीं हैं🙇🙇🙇🙇
आपकी इस रचना में मानो स्वयं मां द्रौपदी प्रश्न कर रही हो 🙏🙏🙏🙏
Bilkul,
बहुत सुंदर मेने मेरे जीवन इतनी अच्छी कविता नहीं सुनी जितनी भी तारीफ़ करू उतनी कम है और कोई कल्पना भी नहीं कर सकता आज मैं 5 बजे उठा तब मैंने फेसबुक खोला और आपकी कविता सुने का मुझे सौभाग्य मिला अद्भुत ❤❤❤❤❤🙏🙏🙏👌👌👌
But aap comment tho RUclips pr kr rhe ho 😅
Link se *redirect* huee honge brother...
Madhusudan mera bhai hai...mere kanha ...❤
Lady, U are so powerful and ur words are too🔥✨
शुरू से अंत तक शरीर का रोंगटा खड़ा रहा 😢❤....इससे ज्यादा कुछ शब्द नहीं मेरे पास 😢 हरे कृष्ण❤️🚩❤
Mere bhai me to sirf roya ..gjb gjb
हे देवी आप तो महान हो ।
क्या बोले निशब्द हू । मौन हू❤आप ही दुर्गा आप ही काली।
कृष्ण सदा सहयते। राधे राधे 🙏🦚
इतकी सुंदर रचना कदाचित कोणालाच जमलेली नसावी ❤ अप्रतीम आहे ❤
अदभुत रचना और अति उत्कृष्ट प्रस्तुति... चेहरे के भाव तथा वाणी का ओज पंक्तियो के साथ पूर्ण न्याय करते हुए... अंत तक आते आते कान्हा की महिमा सुन कर आंखों से अश्रु धारा सहज रूप से प्रस्फुटित हो चली...
धन्य हैं आप दोनो जिन पर मां शारदा की ऐसी कृपा है... और सदा यूं ही बनी रहे।
जय श्री कृष्ण 🙏
आँशु न रुक पा रहा है, ऐसा लग रहा हैं सदृश्य देख रहा हूं।
धन्य आपके पिता जो आपके जैसा पुत्री पाया। उनके कृति का शृंगार इससे बेहतरीन नही हो पाता।
I have been listening to this for a week, without missing a day and honestly it makes me cry every time. Today's youth will be more interested in knowing about their own religion if there were more content creators like you. It is inspirational, you father is an amazing poet and writer
जितना सुन्दर लिखा हुआ है, उतना ही सुन्दर आपने वाचन किया। हिवड़े में रच बस गयी है ये रचना ❤
❤😢दुखद कि आज हर स्त्री द्रौपदी है, पर कृष्ण बहुत कम। पर इस कविता से उस अदृश्य पर उम्मीद हुई
निश्चित ही यह दुष्कर्म अमानवीय था, और इसके लिए सभी पात्रों को एक ही दंड मिलना चाहिए था मृत्यु दंड और मिला भी जो जो भी इस दुष्कर्म के सहभागी थें इस वीभत्स घटना के पक्षधर थे सभी को मृत्यु दंड ही मिला, परन्तु इस घटना से थोड़ा पीछे देखिए दो प्रकरण पहला स्वयंवर प्रकरण जिसमें कर्ण को बेइज्जत की थी खुद इन्होंने ही आपको यदि सूतपुत्र से विवाह नहीं करना था तो उन्हें आमंत्रित किया ही क्यों और इसने तो धनुष भी उठा लिया था खैर इसका कोई भी उत्तर किसी के भी पास नहीं है और दुसरा प्रकरण है राजा को अंधा कहके बेइज्जत करना इसका भी कोई उत्तर नहीं है तो चर्चा तो इनका भी होना चाहिए जैसे वो प्रकरण अक्षम्य है ठीक उसी प्रकार ये दोनों प्रकरण भी अक्षम्य है
Couldn’t stop shedding my tears. So well written and well delivered. It seemed like Draupadi herself was saying all these.
अध्भुत, अचंभित, कोटि कोटि नमन आपके पिता को और आपको I विस्मय विभूत कर दिया अपने I
कितनी बेहतरीन रचना और उससे भी सुंदर अभिव्यक्ति, आज के आधुनिक समाज के कला के लिए इतना समर्पण, भगवान आपको आध्यात्मिक तरक्की के रास्ते पर बहुत आगे ले जाए😊
Adbhut ❤ ankho m anshu aa gye yrr sun k ur inki face k look amazing 😍 bht hi badiya reaction tha words ni h di mere pass apk liye sitaram 🙏🏿❤️ apko sitaram ji ap pe apni kripa bnaye rkhe sitaram 🙏🏿❤️ di 😊
मैं बहुत पहले से महाभारत का सारा वीरों का गाथा और कविता बहुत बार सुना हु
लेकिन आज ये सुन दिल गदगद हो गया😊😊😊😊😊❤❤❤
Mera bhi yahi haal hai
आपकी ये कविता सुन ऐसा लगता है मानो हम वही उपस्थित है एकदम हृदय तक छूता है आपकी कविता बहुत बार सुनता हु दिल नही भरता और नमस्कार है आप जैसी नारी को जो आज के कलयुग में भी अपने कविता से द्वापर युग तक एक क्षण के लिए सैर करा जाएं राधे कृष्णा ❤❤
एक एक शब्द वान के जैसे हृदय को भेदती चली गई,, बहुत ही उत्तेजित कर देने वाली कविता है,,,,, माधव की लीला न्यारी है ❤🙌🏻🙏🏻
आप जो बोलती है वो चेहरे के भावो से भी इतना match करता h🙏
आपकी कविता सुनकर आंखें भर आई मैं लड्डू गोपाल की सेवा करती हूं लड्डू को अपना भाई माना है वो भी हमेशा मेरे साथ रहते है ।।🙏🙏
I couldn't stop crying listening to it. Thanks for sharing your powerful art with us❤
Really heart touching 😶
I got tears in my eyes😥
Radhe radhe🙏
निःशब्द हूँ... समझने में पूर्णतः असमर्थ हूँ की आपके मुखभावों की प्रशंसा करूँ या शब्दों की....एक शब्द में कहूँ तो "अद्भुत"👍😊
I am definitely not the first one and not the last one who's is going to say this , your voice and the expression you have while expressing . It literally gave goosebumps
JAI SHREE KRISHNA .
Draupadi mata ka dard apke mukh ke vao me dikh Raha h behen😢bahat hi achha kiya h apne bht acchha likha h❤keep it up.. madhav bless you 🙏
प्रभु को और माता याज्ञसेनी को मेरा प्रणाम 🙏🚩
Jai shree Krishna ❤
चेहरे का भाव वर्णन को और भी ह्रदय स्पर्शी बनाता है बहुत अच्छा व्याख्यान है
Bahut hi sundar panktiyan Hain...
Jai shree Krishna🙇🙇🙇
अद्भुत, रोमांचकारी, भवबिभोर कर देने वाली कविता एवम्ं काव्य प्रस्तुति अत्यंत प्रशंसनीय है।
The way her expressions killed it buddy❤❤❤
स्नेह-प्रेम-श्रद्धा स्वीकारें, देवी.
आपको सुन-देख सका.
ईश्वर का आभार.
कविता सुन रौंगटे खड़े हो गए
वाह वाह क्या अद्भुत रचना है 🥰🥹🥹 नेत्र अश्रु से भर गये।
कृष्णा सदा सहायते 🙏
Poetry + Face expression= Goosebumps
Nailed it Dii♥️😘
Haye raam रोंगटे खड़े हो गए 😢😢😢❤ मेरे माधव ❤❤❤
This Antique always gives me goosebumbs.... my name is also Vaishnavi Sharma and its literally very connecting and very very close to my heart... today i was searching for it as i wanted to hear once again ... and I'm here... its always wow 😭❤🙌🏻👏 i also wanna recite this in my school... also in interschool competitions but there they need self written poems but its okk I'll definitely go for it in my school...❤
आपकी कविता ने मन को बांधकर रख दिया। आपके चेहरे के हाव-भाव से मैं मोहित हो गई।एक क्षण लगा, द्रौपदी मेरे सामने खड़े होकर प्रश्न पूछ रही है। बहुत ही शानदार कविता रही। आपके काव्य पाठ में आपकी सुंदरता झलक रही थी। वाह वाह अति अद्भुत 😊
अपनों से मीली क्रुरता और कहाँ खोजें
वो दौर भी केसे सहा होगा किसी ने जिनके अपने ही पापी बने होंगे
सहने वालों ने कल्पना भी नहीं कि होगी की हम मे से ही है दुष्प्रवृत्ति के जन..
अति सुन्दर प्रस्तुति आंखें खोलने वालीं
Maturity is realising, the whole game of Mahabharata by Krishna, was only for Draupadi and not for the entitlement of Pandavas ❤❤
Nhi a Satya nhi hai
Droupadi aane se phele bhi bahut ghatnaye ghati hai.
@@debumandal5556yahi sat hai. Pata nahi hai toh bolo matt
Jara batao hum KO bhi@@Singingcuckoo007
Today I watched this Priceless voice of purest women(Yagyashaini) of the world ..🙏❤️
गद् गद् हो गया धन्य धन्य हो गया 🙏🙏🚩🚩
अद्भुत प्रस्तुति आजकल के स्मार्टफोन के समय में ऐसी लेखनी अविश्वसनीय है मेरे लिए और हम धन्य हैं जो अभी भी ऐसी प्रस्तुति हमें देखने को मिलती है सुनने को मिलती है बहुत बहुत धन्यवाद आपका❤
अतिउत्तम हृदय मन एक दम प्रफुल्लित हो गया आप जैसी वीरांगनाओं आवश्यकता हैं इस देश को आपको मेरा सहृदय सम्मान सहित प्रणाम 🙏🙏
आपकी आवाज बहुत आकर्षित हैं सुनने पर मजबूर कर देती है चाहे जितने व्यस्त हो सुन कर ह्रदय भर आया ऐसी वाणी जैसे मां सरस्वती सुना रही हो 🙏❤️❤️
MIND-BLOWING ❤ WITH VOICE AND EXPRESSION NICE...... KEEP IT UP ...😊TC
"Ma'am" Words are missing to describe such a Beautiful speech (VAANI),✨ TRULY RESPECTFUL FROM THE HEART ❣️✨💫 🙏🏻
अद्धभुत कोई शब्द नहीं.... अति सुन्दर मन मोह लिया...
सतीश सृजन जी को इतनी सुंदर कविता लिखने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद साथ ही आपको कविता में जान डालने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
वाह राग वैष्णवी बहन! जब मैंने आपकी कविता सुननी शुरू की, मैं रोक न सका अपनी अश्रुधारा को। ऐसा लगने लगा कि 5000 वर्ष पुरानी पांचाली की उस घटना का मैं साक्षी बन विवश बैठा था, कुछ कर न सका क्योंकि मैं राजा न था, फिर भी विदुर जी की तरह मैं चुप न बैठा था। कहां से हो वैष्णवी बहन, मैं आपका भाई और आप जैसी बहन को मिलने जरूर कभी आऊंगा, बस मिलने के लिए अपना दरवाजा खुला रखना। बहन पुनः दिल से बहुत प्यार।
Sir aap kahan se hain
@@PoojaSharma-oi1hb बाड़मेर राजस्थान से
EXPRESSION ABOVE EXPECTATION
no grievances, no complaints EXCELLENT
Poem is Embodiment of divine.Just WOW.may u be always blessed.
रोंगटे खड़े हो गए ।इतनी मनोहर रचना सुनकर वही दृश्य आंखों के सामने नाच गया ।😢
वाह क्या रचना है शब्दों क्या बेहतरीन उपयोग एंड reciting nice
मन भर गया और आंख से आसूं निकल आए 🙏आपकी आवाज से ही ऐसे लगा की ये सारा खेल मेरी आखों के सामने चले रहा हो जैसे 🙏 सलाम है आपकी बुलंद आवाज को 🙏
Sahi kaha yaar
अद्भुत प्रस्तुति आजकल की स्मार्टफोन के समय में ऐसी लेखनी अविश्वसनीय है मेरे लिए और हम धन्य हैं जो अभी भी ऐसी प्रसूति हमें देखने को मिलती है और सुनने को आजकल वक्त बहुत बदल गया है हम पश्चिमी संस्कृति को अपनाते जा रहे हैं और अपनी संस्कृति को भुलते जा रहे हैं धन्यवाद❤❤❤❤❤❤
आपको सुन कर मन्न को बहुत शांति मिली । बहुत अच्छे से वर्णन किया है आपने।
If you had given the role of Panchali, it would have undoubtedly been the finest portrayal.❤👏🏻
जय हो कृष्ण की और जय हो कृष्णा की ❤❤
Didi I'm really crying inside after listen this...ek time ko laga ki dropadi ki soul aapme aagyi h ❤❤Handoff to you I'm really crying Jo aapka bolne ka tune , expression all looks like draupadi ji ki trhhh ❤❤❤❤❤.
Greet work didu ❤
Bahut achha di aap dripti ho❤❤❤
बहोत सुंदर कविता मेरे रोंगटे खड़े थे
नी:शब्द हूं आंख से आशु आ गए ऐसा लगा जैसे मैं खुद उस किरदार को जी रही हूं आप पर कान्हा जी की कृपा बनी रहे
जय श्री कृष्ण जय माधव🙏🙏
अति सुन्दर प्रस्तुति और हृदय को छू लेने वाली लेखनी। आपका प्रस्तुतीकरण अदभुत रहता है।
प्रथमतया आपकी प्रस्तुति को इंस्टाग्राम पर सुना था ... सुनकर सारा चित्र नेत्रों के समक्ष उपस्थित हो..तबसे आपकी सारी कविताएं सुनता हूं दीदी!! मेरी माताश्री और मेरा पूरा परिवार को सुनता है.....आपकी और पंक्तियां अपेक्षित हैं.......
आपके चरणों में सादर प्रणाम है दीदी ❤❤
सुंदर भाव अभिव्यक्ति...आरोह अवरोह के साथ वाचन 👌👌👌
हे तेजस्विनी आपको नमन 🙏 साक्षात् कृष्णे के भाव , जय श्री राधेश्याम
कोई फायदा नहीं वो पहले से सेट है चमचागिरी से कुछ नहीं मिलने वाला 😂
I have no words to describe this masterpiece!💕
Your words and your expressions made me feel as if Draupadi herself is saying these ! The best explanation of 'cheer - haran' ! I just couldn't resist my tears !🙌🏻❤️😭
So beautiful..the poem and the recital!! I was crying as you were reciting ❤❤❤❤
Vichlit kr Dene wali Katha itni satikta se ❤❤
Ruh ko chhu gye शब्द ❤
कविता तो असामान्य रूपसे अतिउत्तम ही हैं पर जिस प्रकार आपने कविता पढी हैं मैं गदगद हो गया. मैं एक कथक नर्तक हूँ और आपका हर एक शब्द सूनकर मन में संचारी भाव जागृत हो गये. 🙏🙏
One act play , outstanding
Subha utte hi sun liya ankhe bhar ayi yar😢
जय श्री राधे राधे🙏😭😭😭😭
Amazing 👏
आपका एक एक शब्द इतना भावुक करने वाला था.....
ऐसा लग रहा था मानो स्वयं द्रौपदी सभा में सबसे प्रश्न कर रही हो....❤️🥀
राधे राधे 🙏🏻💝
No words to Praise the expressions and poetry...... juzzz outstanding
अति सुन्दर कविता और उतनी ही सुंदर अभिव्यक्ति! आप और आपके पिता दोनों को बधाई 👏