चंचल चपल चतुर चन्द्रावली चाले चटक मटक की चाल

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 8 сен 2024
  • #harekrishna #pushtimarg #haveli #braj #shrinathji #hinduism #hari #vrindavan #dwarkadhish #vallabh #havelisangeet #krishnalove #krishnabhajan #krishnastatus #krishnajanmashtami #braj #barshana #vrindavandham #vrindavankrishna

Комментарии • 11

  • @onlyfacts-n3y
    @onlyfacts-n3y 13 дней назад +1

    Bhut he sundar ❤🙏 radhe radhe

  • @BijuBijuathira
    @BijuBijuathira 3 месяца назад +1

    Hare Krishna Jai shree radhe radhe

  • @binita894
    @binita894 3 месяца назад +1

    जय हो .....🙇‍♀️

  • @ashamody8710
    @ashamody8710 3 месяца назад +1

    ATI. Sunder. Jai shri krushna

  • @nirupathakkar2577
    @nirupathakkar2577 5 дней назад

    🙏Jay shree krishna 🙏 🙏jay shree vallabh🙏🙏⛳💐⛳💐🙏⛳⛳🙏🙏

  • @sugamshri27
    @sugamshri27 Месяц назад

    Banke bihari ki jai

  • @PradipbhaivyasVyas
    @PradipbhaivyasVyas 5 месяцев назад

    Jay shree Krishna Baba mandir jay radhe Krishna ji suprabhat mitro happy Holi festival

  • @anjumurari4636
    @anjumurari4636 10 дней назад

    Please lyrics dijiye 🙏

  • @harshu2000
    @harshu2000 5 месяцев назад +1

    please lyrics bhi dijiye

    • @harshkrishna2487
      @harshkrishna2487 5 месяцев назад

      *चंचल चतुर चपल चन्द्रावली चाले*
      🌻चंचल चपल चतुर चंद्रावली चाले,
      चटक मटककी चाल।
      चटक मटककी चाल चाले, चटक मटककी चाल ||ध्रु||
      🍁--चंद्रावली दधि बेचन चालीजी,
      घेरी गैल छैल बन मालीजी।
      दान दधि जोबन देऊ चुकाय,
      दहेड़ीको नेक दही दै खवाय,
      कहे यो चंद्रावली मुस्काय,
      🙏 *दोहा- जो कान्हा पल्ले परो, लाओ पतौआ तोर।*
      *छोड़ मनसुखा को गए, मोहन माखन चोर।*
      👉 *चंद्रावली गई सटक मारा, मनसुखके गुलचा लाल-(२)... चंचल ||१||*
      -
      🏵️ पत्ता तोड़ श्याम जब आए जी,
      मनसुखलाल रोवते पाएजी।
      ना देखी चंद्रावली बृजनार,
      करन लागे मनमें सोच विचार,
      खीरकमे जाय सोये मन मार,
      🙏 *-दोहा-** ढूंढते ढूंढते डोलती, घर-घर जसुमति माय।*
      *मेरो कान्हा कीत गयो, कोई देहो बताय।*
      👉 *कहे मनसुखलाल खिरक में, सोय रहे नंदलाल-(२)... चंचल ||२||*
      -
      🌹 -हैरत मात श्याम नाये बोलेजी,
      क्यों लाला तू पर्यों रे खटोलेजी
      कि तोकू कौने दीनी गार,
      कि तोको आवत ताव बुखार,
      बताई दे मेरे प्राण आधार,
      -
      🙏 *दोहा- ना काहू गारी देई, ताव न आवत मोय।*
      *छल कर गई चंद्रावली, कहा बताउं तोय।*
      👉 *आपके लालके चार ब्याह करूं, घर चल मदन गोपाल-(२)... चंचल ||३||*
      -
      🌞 -समद बहाऊ मैया चार बहुरीयजी,
      मेरे मन बसी चंद्रावली गुजरीयाजी।
      कहे मैया मो डिंग आऊ,
      तोए छल गई तोय वाय छलवाऊ,
      चल्यो तू री ढोरे कू जाऊ,
      -
      🙏 *दोहा- इतनी सुनके श्यामने, सखी भेष लियो धार।*
      *लहंगा फरीया पहर के, कर सोलह श्रृंगार।*
      *चलत कमर वलखाएं बन गई, नव नवरंगी बाल-(२)... चंचल ||४||*
      -
      🦚 -तुरंत श्याम बन गए हैं जनानीजी,
      यशोदाने प्रभु नाय पहचानेजी।
      उलाहना देने लगे घनश्याम,
      सांवरी सखी बतायो नाम,
      तिहारो छोड़ जाऊंगी गाम,
      -
      🙏 *दोहा- यशोदाने पहचानके, लिए कंठ लगाय।*
      *मैया की आज्ञा भईके, रिठोरा गए आय।*
      *चंद्रावलीको कुछ रहे घर, सखी बने नंदलाल-(२)... चंचल ||५||*
      -
      🎍 -चंद्रावलीके घरकी यहीतो डगरीयाजी,
      ऊंचीसी अटरीयामें लाल किवरीयाजी।
      पहुंच गए चंद्रावलीके द्वार,
      खोल बहना नेक जंग किवार,
      द्वार पर कबकी रही है पुकार,
      🙏 *दोहा- चंद्रावली कहने लगी, सुनो सखी सुकुमार।*
      *कहांसे आई नाम गांम, तो मुखते उच्चार।*उसके
      *कहां लगे नाते में अली, कह दे सोच हवाल-(२)... चंचल ||६||*
      --
      🌻 चंद्रावली सुन सांचे बे नारी,
      पीहर ते आई लागू तोरी बहनारी
      कहे यो चंद्रावली समझाय,
      खिलाइ गोदन जन्मी माय,
      कहां ते बहन गई तू आय,
      --
      🙏 *दोहा- चंद्रावली ते सामरी, सखी लगी यों कहन।*
      *मामा फूफी की दोऊ, हम तुम लगे बहन।*
      *ब्याह तेरे ते मोय सासरे, भेज दही तत्काल-(२)... चंचल ||७||*
      --
      🪴- मिलत बहन दोऊ भुजा रे पसारीजी, चंद्रावलीने गिरा रे ऊझारीजी कहत मे लगे लाज बानी,
      लगे तेरी छाती मरदानी,
      सामरी सखी कहे सयानी,
      -
      🙏 *दोहा- बहेना तेरो निशा दिना, करत रहत ही सोच।*
      *सोच करत में है गई, मेरी छाती पोच।*
      *तेरे देखे बिना बहन में, पाये दुख कराल-(२)... चंचल ||८||*
      -
      🌺-चलरी बहन दोऊ पानी भर लावेजी,
      मिलजुलके कुआंपें आवेजी।
      अचंबो भयो सखी मोहे आज,
      कहत मे आवे मोकु लाज,
      चले तु चाल मर्दयी भाज,
      🙏 *दोहा- बालापनमें बा करुवा, घेर चराई गाय।*
      *वह लकब मोय लग रही, सुन बैना चिल्लाय!*
      *चाल मेरी मरदानी पर तू, मति करे रे प्यार-(२ चंचल ||९||*
      🏵️ --चलरी बहन तोए ऊबट न्हवाऊजी,
      तेल सुगंधित अत्तर मिलाऊजी।
      सामरी सखी जोर कहे हात,
      मेरे घर शेर शीतला मात,
      सुनी बढ़िया पुराण में बात,
      🙏 *-दोहा-** तो बहना न्हाओ मती, भोजन करो अघाय।*
      *सखी सामरी प्रेम ते, बड़े-बड़े ग्रासन खाय।*
      *खीर खाड पकवान मिठाई, छके अनेकन माल-(२)... चंचल ||१०||*
      --
      🍀 कहत सुनत मोहे शरम लगत है री,
      मरदाने तू कोर भरत है री।
      सामरी सखी करें अरदास,
      मेरे घर में लड़हारी सास,
      देर जो करूं देय दुख त्रास,
      🙏- *दोहा- भोजन कर बीडी रही, फिर है आई रेन।*
      *पचरंग पलंग बिछायके, करो सेज सुख चैन।*
      *चराण पलोटतमें पिंडारीनमें, लगे खुरदरी खाल-(२)... चंचल ||११||*
      -🦜 -तेरे बिरजमें लोग ठगोरारी,
      कहां बूढ़ों कहा जवान छिछोरारी।
      बताई दई मोकु ऊबट बाट,
      जहां कांटे करीन के घाट,
      छिल्ली पिंडरी लहंगा गयो फाट,
      🙏- *दोहा- सोलह श्रृंगार उतार के, पितांबर लियो धार!*
      *चंद्रावली चकित भई, करन लगी बलिहार।*
      *मैंतो तोहे लाल जबभी जान गई, पर्यो न खाई जाए-(२)... चंचल ||१२||*
      -
      🦚 -कौन तेरी बहना ने कौन तेरा बीरारी,
      तू गुजर हम जात अहीरारी।
      तनिक दधि कुछल आई मोये,
      छल्ली वा कारण मैंने तोये,
      परस्पर बदलो जग में होये,
      -
      🦚 *दोहा- चंद्रावली लीला करी, प्रेम भरी घनश्याम।*
      *गोवर्धन दस बीस में, छितर घासीराम।*
      *छीतर "घासीराम" युगल छवि, निरखत भये* *निहाल-(२)... चंचल ||१३||*

    • @sugamshri27
      @sugamshri27 Месяц назад

      Achha bhajan