पवित्र गीता का ज्ञान भगवान ब्रह्म काल ने श्री कृष्ण जी के शरीर में प्रेत की तरह प्रवेश करके दिया था। उसके बाद ब्रह्म काल ने ही अर्जुन से कहा था कि, "अर्जुन मैं बड़ा हुआ काल हूं और सबको खाने के लिए आया हूं।" इसी का प्रमाण गीता अध्याय 11 श्लोक 32 में भी मिलता है , यहां ब्रह्म काल ने कहा है कि यह मेरा मूल स्वरूप है, जिसे न तो तुमसे पहले कोई देख सका और न ही भविष्य में कोई देख पाएगा।
आप लोगों की बुद्धी को रामपाल ने भ्रष्ट कर दिया है खुद की बुद्धी है ही नहीं मुझे लगता है है कि आप लोगों के अंदर प्रेत बनकर रामपाल घुस गया है इसलिए मूर्खों के जैसे बोल रहे हो
श्री कृष्ण जी भगवान विष्णु जी के अवतार थे, वह खुद भी जन्म और मृत्यु के चक्र में हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि वह सर्वोच्च शक्ति नहीं हैं। इसके अलावा गीता का ज्ञान देने वाले श्री कृष्ण जी नहीं थे। गीता का ज्ञान ब्रह्म काल ने दिया था। उसके बाद उसने अर्जुन को मोक्ष प्राप्त करने के लिए पूर्ण परमात्मा की शरण में जाने के लिए कहा था।
Almighty God Kabir Kabir Is God Shiv ji is not indestructible and absolute God. God Kabir is the indestructible one who is the master of Satlok. Brahma-Vishnu-Shiv ji are perishable Gods. All these and their worlds will be destroyed in the great cataclysm. Saint Rampal Ji
गीता के अनुवादक लिखते हैं कि श्री कृष्ण जी ने गीता का ज्ञान अर्जुन से कहा। श्री कृष्ण को विष्णु जी का अवतार यानि स्वयं विष्णु जी ही माता देवकी के गर्भ से उत्पन्न मानते हैं और श्री विष्णु जी उर्फ श्री कृष्ण जी को अविनाशी कहते हैं। जबकि गीता का ज्ञान कहने वाला गीता अध्याय 2 श्लोक 12, अध्याय 4 श्लोक 5, अध्याय 10 श्लोक 2 में अपने को नाशवान कहता है। कहा है कि हे अर्जुन! तेरे और मेरे अनेकों जन्म हो चुके हैं।
श्री कृष्ण जी श्री विष्णु जी के अवतार थे, जिनकी चार भुजाऐं हैं। फिर अध्याय 11 श्लोक 21 व 46 में अर्जुन कह रहा है कि भगवन् ! आप तो ऋषियों, देवताओं तथा सिद्धों को भी खा रहे हो, जो आप का ही गुणगान पवित्र वेदों के मंत्रों द्वारा उच्चारण कर रहे हैं तथा अपने जीवन की रक्षा के लिए मंगल कामना कर रहे हैं। कुछ आपके दाढ़ों में लटक रहे हैं, कुछ आप के मुख में समा रहे हैं। हे सहस्त्राबाहु अर्थात् हजार भुजा वाले भगवान ! आप अपने उसी चतुर्भुज रूप में आईये। मैं आपके विकराल रूप को देखकर धीरज नहीं कर पा रहा हूँ।
@gopalchoudhary137 अथ देवीभागवतं सभाषाटीकं समाहात्म्यम्, खेमराज श्री कृष्ण दास प्रकाशन मुंबई; संस्कृत लेखन, हिंदी में अनुवादित स्कंद 3, अध्याय 4, पृष्ठ 10, श्लोक 42 भगवान विष्णु कहते हैं 'हे माता, ब्रह्मा, मैं (विष्णु), तथा शिव तुम्हारे ही प्रभाव से जन्मवान हैं, हम नित्य/अविनाशी नहीं हैं, फिर अन्य इंद्रादि दूसरे देवता किस प्रकार नित्य हो सकते हैं। तुम्हीं अविनाशी हो, प्रकृति तथा सनातनी देवी हो।
@gopalchoudhary137 इससे सिद्ध होता है कि भगवान विष्णु जी की उत्पत्ति देवी दुर्गा और काल ब्रह्म (ज्योति निरंजन) से हुई है। वह जन्म लेते हैं और मरते हैं। वह अमर नहीं है। भगवान विष्णु मध्यम पुत्र हैं, बड़े पुत्र भगवान ब्रह्मा और छोटे पुत्र भगवान शिव हैं। वास्तव में ये सभी अमर नहीं हैं। भगवान विष्णु सतोगुण से सुसज्जित हैं, उनकी भूमिका काल के इक्कीस ब्रह्मण्डों में तीन लोकों (स्वर्ग, पृथ्वी और पाताल लोक) के पालनकर्ता की है । वह जीवों का (उनके कर्मों के अनुसार) पालन-पोषण करते हैं और उनमें प्रेम और स्नेह को विकसित करके राज्य को बनाए रखते हैं। सुनी-सुनाई और लोककथाओं के अनुसार, उन्हें संरक्षक और रक्षक भी माना जाता है। देवी लक्ष्मी उनकी पत्नी हैं और वे चार प्रकार के शस्त्र से युक्त हैं जैसे शंख ,सुदर्शन , चक्र कमल का फूल (पद्म) और कौमोदकी गदा, जो उन चीजों का प्रतिनिधित्व करता है जिनके लिए वह जिम्मेदार हैं। भगवान विष्णु का वाहन गरुड़ है।
@@gopalchoudhary137संपूर्ण रहस्यमई जानकारी वह भी प्रमाणो के साथ जरूर देखें शंकराचार्य के कलयुगी राक्षस का भंडाफोड़ यह वही राक्षस है इनके पूर्वज भक्ति आंदोलन के संतों के खून से इन पाखंडी राक्षसों के हाथ रंगे हुए हैं इसका प्रमाण इतिहास में है एक जगह नहीं है कई जगह है थोड़ा रिसर्च का जरूरी है आज के युवाओं को👏🏻
@@gopalchoudhary137संपूर्ण रहस्यमई जानकारी वह भी प्रमाणो के साथ जरूर देखें शंकराचार्य के कलयुगी राक्षस का भंडाफोड़ यह वही राक्षस है इनके पूर्वज भक्ति आंदोलन के संतों के खून से इन पाखंडी राक्षसों के हाथ रंगे हुए हैं इसका प्रमाण इतिहास में है एक जगह नहीं है कई जगह है थोड़ा रिसर्च का जरूरी है आज के युवाओं को👏🏻
संपूर्ण रहस्यमई जानकारी वह भी प्रमाणो के साथ जरूर देखें शंकराचार्य के कलयुगी राक्षस का भंडाफोड़ यह वही राक्षस है इनके पूर्वज भक्ति आंदोलन के संतों के खून से इन पाखंडी राक्षसों के हाथ रंगे हुए हैं इसका प्रमाण इतिहास में है एक जगह नहीं है कई जगह है थोड़ा रिसर्च का जरूरी है आज के युवाओं को👏🏻
Samay inke hisab se kaal hai or inhi k hisaab se hi pralay kaal or kuch or kaal. Jitni marjj debate kar lo kabir ji hi supreme god hai. In bhagwano k upar or bhagwan hai.
बर्मा विष्णु महेश एक नहीं हैं । इस बात को समझें शिव पुराण में प्रमाण है। एक दिन बर्मा और विष्णु का झगड़ा हो गया एक कहता मैं तेरा बाप दूसरा कहता मैं तेरा बाप और आपस मे लड़ने लगे तो इससे सिद्ध होता है कि यह तीनों एक नहीं हैं । इनको यह भी नहीं पता कि आपस मे कौन बड़ा है। अब हम जान गए पहचान गए हैं। आज पूरी दुनिया में एक मात्र तत्व दर्शी संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान वेद शास्त्र प्रमाणित है kabir is supreme God
सबसे पहले शुद्ध नाम तो जान ले फिर ज्ञान देना, भागवत गीता नही भगवत गीता है उसका सही नाम लिख ले अब समझ जायेगा संस्कृत ग्रंथ ऐरे गैरो की बस की बात नही है।
संपूर्ण रहस्यमई जानकारी वह भी प्रमाणो के साथ जरूर देखें शंकराचार्य के कलयुगी राक्षस का भंडाफोड़ यह वही राक्षस है इनके पूर्वज भक्ति आंदोलन के संतों के खून से इन पाखंडी राक्षसों के हाथ रंगे हुए हैं इसका प्रमाण इतिहास में है एक जगह नहीं है कई जगह है थोड़ा रिसर्च का जरूरी है आज के युवाओं को👏🏻
Jai shri Ram
जय गौ माता 🚩
जय रघुनंदन 🚩
जय श्री राम 🚩
नारायण नारायण नारायण
Ranjeet ji aur गोपाल ji ne सही ज्ञान दिया है ❤
Amit ji aap jo bhi topic gyan charcha ke liye le kar ate ho ushmen khud hi haar jaate ho ishka kya karan hai
Achha to tumhe pta hai 🙏
हा यार इनका तो काला मुह हो गया 🤔🤔
😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
Jay Shri ram
Gopal dass ji apne inka maya jaal bhed diya
Ranjit bhai aur gopal bhai ko sadhuwaad
Sat Saheb Ji 🙏🙏
पवित्र गीता का ज्ञान भगवान ब्रह्म काल ने श्री कृष्ण जी के शरीर में प्रेत की तरह प्रवेश करके दिया था। उसके बाद ब्रह्म काल ने ही अर्जुन से कहा था कि, "अर्जुन मैं बड़ा हुआ काल हूं और सबको खाने के लिए आया हूं।" इसी का प्रमाण गीता अध्याय 11 श्लोक 32 में भी मिलता है , यहां ब्रह्म काल ने कहा है कि यह मेरा मूल स्वरूप है, जिसे न तो तुमसे पहले कोई देख सका और न ही भविष्य में कोई देख पाएगा।
आप लोगों की बुद्धी को रामपाल ने भ्रष्ट कर दिया है खुद की बुद्धी है ही नहीं मुझे लगता है है कि आप लोगों के अंदर प्रेत बनकर रामपाल घुस गया है इसलिए मूर्खों के जैसे बोल रहे हो
Sat Saheb
Krishan ka ek naam Gopal Bhi hai aaj Gopal ke Roop main karishan khud aye hai
😂
Hare Krishna Bhagwan ka vahan karo aur bulao kyon lad rahe ho aap log vahi Batla denge Kaun kal hai kya hai
Pandit Mahendra ary pal se debate kro aap log se anurod karta hu
Jai shree Ram
Gopal ji aap winner ho
श्री कृष्ण जी भगवान विष्णु जी के अवतार थे, वह खुद भी जन्म और मृत्यु के चक्र में हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि वह सर्वोच्च शक्ति नहीं हैं। इसके अलावा गीता का ज्ञान देने वाले श्री कृष्ण जी नहीं थे। गीता का ज्ञान ब्रह्म काल ने दिया था। उसके बाद उसने अर्जुन को मोक्ष प्राप्त करने के लिए पूर्ण परमात्मा की शरण में जाने के लिए कहा था।
जय श्री राम
Alam Bada Kabir
Almighty God Kabir
Kabir Is God
Shiv ji is not indestructible and absolute God.
God Kabir is the indestructible one who is the master of Satlok. Brahma-Vishnu-Shiv ji are perishable Gods. All these and their worlds will be destroyed in the great cataclysm.
Saint Rampal Ji
गीता के अनुवादक लिखते हैं कि श्री कृष्ण जी ने गीता का ज्ञान अर्जुन से कहा। श्री कृष्ण को विष्णु जी का अवतार यानि स्वयं विष्णु जी ही माता देवकी के गर्भ से उत्पन्न मानते हैं और श्री विष्णु जी उर्फ श्री कृष्ण जी को अविनाशी कहते हैं। जबकि गीता का ज्ञान कहने वाला गीता अध्याय 2 श्लोक 12, अध्याय 4 श्लोक 5, अध्याय 10 श्लोक 2 में अपने को नाशवान कहता है। कहा है कि हे अर्जुन! तेरे और मेरे अनेकों जन्म हो चुके हैं।
Shrap to kaal ko khane ko mila to Samay kaha sw qaya hi
Gopal ki jai ho
Prabhu shree ram ki jay ho
Radhe shyam
Me to jana tha ki jo Gayani jaanne ke baad moon or shant ho jata hai....
Ram pal group 😅😅😅😅
पहले अपने बच्चों के बारे में सोच भगवान ऐसी गरीबी मत देना की तुझ से ही शिकायत करता रहूं और इतनी अमीरी भी नहीं देना की तुझ को ही भूल जाऊं 😂😂
श्री कृष्ण जी श्री विष्णु जी के अवतार थे, जिनकी चार भुजाऐं हैं। फिर अध्याय 11 श्लोक 21 व 46 में अर्जुन कह रहा है कि भगवन् ! आप तो ऋषियों, देवताओं तथा सिद्धों को भी खा रहे हो, जो आप का ही गुणगान पवित्र वेदों के मंत्रों द्वारा उच्चारण कर रहे हैं तथा अपने जीवन की रक्षा के लिए मंगल कामना कर रहे हैं। कुछ आपके दाढ़ों में लटक रहे हैं, कुछ आप के मुख में समा रहे हैं। हे सहस्त्राबाहु अर्थात् हजार भुजा वाले भगवान ! आप अपने उसी चतुर्भुज रूप में आईये। मैं आपके विकराल रूप को देखकर धीरज नहीं कर पा रहा हूँ।
Debat me aa kar baat karna
@gopalchoudhary137 अथ देवीभागवतं सभाषाटीकं समाहात्म्यम्, खेमराज श्री कृष्ण दास प्रकाशन मुंबई; संस्कृत लेखन, हिंदी में अनुवादित स्कंद 3, अध्याय 4, पृष्ठ 10, श्लोक 42 भगवान विष्णु कहते हैं 'हे माता, ब्रह्मा, मैं (विष्णु), तथा शिव तुम्हारे ही प्रभाव से जन्मवान हैं, हम नित्य/अविनाशी नहीं हैं, फिर अन्य इंद्रादि दूसरे देवता किस प्रकार नित्य हो सकते हैं। तुम्हीं अविनाशी हो, प्रकृति तथा सनातनी देवी हो।
@gopalchoudhary137 इससे सिद्ध होता है कि भगवान विष्णु जी की उत्पत्ति देवी दुर्गा और काल ब्रह्म (ज्योति निरंजन) से हुई है। वह जन्म लेते हैं और मरते हैं। वह अमर नहीं है। भगवान विष्णु मध्यम पुत्र हैं, बड़े पुत्र भगवान ब्रह्मा और छोटे पुत्र भगवान शिव हैं। वास्तव में ये सभी अमर नहीं हैं। भगवान विष्णु सतोगुण से सुसज्जित हैं, उनकी भूमिका काल के इक्कीस ब्रह्मण्डों में तीन लोकों (स्वर्ग, पृथ्वी और पाताल लोक) के पालनकर्ता की है । वह जीवों का (उनके कर्मों के अनुसार) पालन-पोषण करते हैं और उनमें प्रेम और स्नेह को विकसित करके राज्य को बनाए रखते हैं। सुनी-सुनाई और लोककथाओं के अनुसार, उन्हें संरक्षक और रक्षक भी माना जाता है। देवी लक्ष्मी उनकी पत्नी हैं और वे चार प्रकार के शस्त्र से युक्त हैं जैसे शंख ,सुदर्शन , चक्र कमल का फूल (पद्म) और कौमोदकी गदा, जो उन चीजों का प्रतिनिधित्व करता है जिनके लिए वह जिम्मेदार हैं। भगवान विष्णु का वाहन गरुड़ है।
@@gopalchoudhary137संपूर्ण रहस्यमई जानकारी वह भी प्रमाणो के साथ जरूर देखें शंकराचार्य के कलयुगी राक्षस का भंडाफोड़ यह वही राक्षस है इनके पूर्वज भक्ति आंदोलन के संतों के खून से इन पाखंडी राक्षसों के हाथ रंगे हुए हैं इसका प्रमाण इतिहास में है एक जगह नहीं है कई जगह है थोड़ा रिसर्च का जरूरी है आज के युवाओं को👏🏻
जब आएगा पचपन सो पांचा तब होगा बचन मेरा सांचा
Kabir is God
Amit ji aap baar baar jhooth kyun bol rahe ho ye Gopal ko bhatkaanen ki koshish kar rahe ho
इन लोगो का यही काम है । सब ग्रंथ मे प्रमाण है श्री कृष्णा भगन हि वही 3 रूपों मे है ।
@@gopalchoudhary137Kaha per hai pramaan hai phir alag alag bhagti kyu nahi ki jati hai 🙏
Ye bharam hai aapka 💯📚🙏
@@gopalchoudhary137संपूर्ण रहस्यमई जानकारी वह भी प्रमाणो के साथ जरूर देखें शंकराचार्य के कलयुगी राक्षस का भंडाफोड़ यह वही राक्षस है इनके पूर्वज भक्ति आंदोलन के संतों के खून से इन पाखंडी राक्षसों के हाथ रंगे हुए हैं इसका प्रमाण इतिहास में है एक जगह नहीं है कई जगह है थोड़ा रिसर्च का जरूरी है आज के युवाओं को👏🏻
संपूर्ण रहस्यमई जानकारी वह भी प्रमाणो के साथ जरूर देखें शंकराचार्य के कलयुगी राक्षस का भंडाफोड़ यह वही राक्षस है इनके पूर्वज भक्ति आंदोलन के संतों के खून से इन पाखंडी राक्षसों के हाथ रंगे हुए हैं इसका प्रमाण इतिहास में है एक जगह नहीं है कई जगह है थोड़ा रिसर्च का जरूरी है आज के युवाओं को👏🏻
ये अमित जी कुछ नहीं मालूम
Samay inke hisab se kaal hai or inhi k hisaab se hi pralay kaal or kuch or kaal. Jitni marjj debate kar lo kabir ji hi supreme god hai. In bhagwano k upar or bhagwan hai.
काल 11 बजे डिबेट रखा है तुम साबित कर देना तो मे तुझे 1 लाख रूपये दूंगा
बर्मा विष्णु महेश एक नहीं हैं ।
इस बात को समझें शिव पुराण में प्रमाण है। एक दिन बर्मा और विष्णु का झगड़ा हो गया एक कहता मैं तेरा बाप दूसरा कहता मैं तेरा बाप और आपस मे लड़ने लगे तो इससे सिद्ध होता है कि यह तीनों एक नहीं हैं । इनको यह भी नहीं पता कि आपस मे कौन बड़ा है।
अब हम जान गए पहचान गए हैं। आज पूरी दुनिया में एक मात्र तत्व दर्शी संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान वेद शास्त्र प्रमाणित है kabir is supreme God
शिव पुराण लेकर आ जाना डिबेट मे दिखा दूंगा तीनो एक हि है
Kabir is god
सबसे पहले शुद्ध नाम तो जान ले फिर ज्ञान देना, भागवत गीता नही भगवत गीता है उसका सही नाम लिख ले अब समझ जायेगा संस्कृत ग्रंथ ऐरे गैरो की बस की बात नही है।
मतलब क्या निकला 😀😀😀😀😀😀
संपूर्ण रहस्यमई जानकारी वह भी प्रमाणो के साथ जरूर देखें शंकराचार्य के कलयुगी राक्षस का भंडाफोड़ यह वही राक्षस है इनके पूर्वज भक्ति आंदोलन के संतों के खून से इन पाखंडी राक्षसों के हाथ रंगे हुए हैं इसका प्रमाण इतिहास में है एक जगह नहीं है कई जगह है थोड़ा रिसर्च का जरूरी है आज के युवाओं को👏🏻
Kyu bharma rhe ho ranjeetw
Koun bharma raha hai kaise bhai bta to 💯📚🙏
पूर्ण ब्रह्म कबीर भगवान है आपके कहने या ना से कुछ नहीं होता वह भगवान है तोहै