Bhagwat Geeta ke anusar purn Parmatma Krishna bhagwan hai ya koi aur Parmatma hai

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  • Опубликовано: 14 янв 2025

Комментарии • 63

  • @RJgautamofficial
    @RJgautamofficial 13 дней назад +1

    Jai shri Ram

  • @Deepusharma-v6d
    @Deepusharma-v6d 18 дней назад +2

    जय गौ माता 🚩

  • @Deepusharma-v6d
    @Deepusharma-v6d 18 дней назад +2

    जय रघुनंदन 🚩

  • @Deepusharma-v6d
    @Deepusharma-v6d 18 дней назад +2

    जय श्री राम 🚩

  • @Yogeshchavan_09
    @Yogeshchavan_09 18 дней назад +2

    नारायण नारायण नारायण

  • @JeevanKiSachchiDastan
    @JeevanKiSachchiDastan 17 дней назад +1

    Ranjeet ji aur गोपाल ji ne सही ज्ञान दिया है ❤

  • @Shresthadevi-c3c
    @Shresthadevi-c3c 18 дней назад +9

    Amit ji aap jo bhi topic gyan charcha ke liye le kar ate ho ushmen khud hi haar jaate ho ishka kya karan hai

    • @ShivamPrajapati-sq3sp
      @ShivamPrajapati-sq3sp 18 дней назад

      Achha to tumhe pta hai 🙏

    • @desi_boy_driver
      @desi_boy_driver 17 дней назад +2

      हा यार इनका तो काला मुह हो गया 🤔🤔

    • @adirath2597
      @adirath2597 16 дней назад

      😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂

  • @KamleshSherma-l1o
    @KamleshSherma-l1o 3 дня назад

    Jay Shri ram

  • @Shresthadevi-c3c
    @Shresthadevi-c3c 18 дней назад +3

    Gopal dass ji apne inka maya jaal bhed diya

  • @girishpant125
    @girishpant125 18 дней назад +1

    Ranjit bhai aur gopal bhai ko sadhuwaad

  • @Radheshyam-jf2ik
    @Radheshyam-jf2ik 18 дней назад +1

    Sat Saheb Ji 🙏🙏

  • @Satsaheb47
    @Satsaheb47 18 дней назад +2

    पवित्र गीता का ज्ञान भगवान ब्रह्म काल ने श्री कृष्ण जी के शरीर में प्रेत की तरह प्रवेश करके दिया था। उसके बाद ब्रह्म काल ने ही अर्जुन से कहा था कि, "अर्जुन मैं बड़ा हुआ काल हूं और सबको खाने के लिए आया हूं।" इसी का प्रमाण गीता अध्याय 11 श्लोक 32 में भी मिलता है , यहां ब्रह्म काल ने कहा है कि यह मेरा मूल स्वरूप है, जिसे न तो तुमसे पहले कोई देख सका और न ही भविष्य में कोई देख पाएगा।

    • @ravitomar3025
      @ravitomar3025 18 дней назад

      आप लोगों की बुद्धी को रामपाल ने भ्रष्ट कर दिया है खुद की बुद्धी है ही नहीं मुझे लगता है है कि आप लोगों के अंदर प्रेत बनकर रामपाल घुस गया है इसलिए मूर्खों के जैसे बोल रहे हो

  • @rameshmahant1084
    @rameshmahant1084 18 дней назад +1

    Sat Saheb

  • @Shresthadevi-c3c
    @Shresthadevi-c3c 18 дней назад +2

    Krishan ka ek naam Gopal Bhi hai aaj Gopal ke Roop main karishan khud aye hai

  • @SubhashPandit-h5m
    @SubhashPandit-h5m 18 дней назад +1

    Hare Krishna Bhagwan ka vahan karo aur bulao kyon lad rahe ho aap log vahi Batla denge Kaun kal hai kya hai

  • @KamleshSherma-l1o
    @KamleshSherma-l1o 3 дня назад

    Pandit Mahendra ary pal se debate kro aap log se anurod karta hu

  • @pahelihack8739
    @pahelihack8739 18 дней назад +1

    Jai shree Ram

  • @Shresthadevi-c3c
    @Shresthadevi-c3c 18 дней назад +3

    Gopal ji aap winner ho

    • @Satsaheb47
      @Satsaheb47 18 дней назад

      श्री कृष्ण जी भगवान विष्णु जी के अवतार थे, वह खुद भी जन्म और मृत्यु के चक्र में हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि वह सर्वोच्च शक्ति नहीं हैं। इसके अलावा गीता का ज्ञान देने वाले श्री कृष्ण जी नहीं थे। गीता का ज्ञान ब्रह्म काल ने दिया था। उसके बाद उसने अर्जुन को मोक्ष प्राप्त करने के लिए पूर्ण परमात्मा की शरण में जाने के लिए कहा था।

    • @gopalchoudhary137
      @gopalchoudhary137 18 дней назад +1

      जय श्री राम

  • @YogendraDas-v2f
    @YogendraDas-v2f 18 дней назад

    Alam Bada Kabir

  • @RabbuAadivashi8
    @RabbuAadivashi8 18 дней назад +1

    Almighty God Kabir
    Kabir Is God
    Shiv ji is not indestructible and absolute God.
    God Kabir is the indestructible one who is the master of Satlok. Brahma-Vishnu-Shiv ji are perishable Gods. All these and their worlds will be destroyed in the great cataclysm.
    Saint Rampal Ji

  • @Satsaheb47
    @Satsaheb47 18 дней назад

    गीता के अनुवादक लिखते हैं कि श्री कृष्ण जी ने गीता का ज्ञान अर्जुन से कहा। श्री कृष्ण को विष्णु जी का अवतार यानि स्वयं विष्णु जी ही माता देवकी के गर्भ से उत्पन्न मानते हैं और श्री विष्णु जी उर्फ श्री कृष्ण जी को अविनाशी कहते हैं। जबकि गीता का ज्ञान कहने वाला गीता अध्याय 2 श्लोक 12, अध्याय 4 श्लोक 5, अध्याय 10 श्लोक 2 में अपने को नाशवान कहता है। कहा है कि हे अर्जुन! तेरे और मेरे अनेकों जन्म हो चुके हैं।

  • @vijayvishwakarma3193
    @vijayvishwakarma3193 18 дней назад +1

    Shrap to kaal ko khane ko mila to Samay kaha sw qaya hi

  • @Shresthadevi-c3c
    @Shresthadevi-c3c 18 дней назад +2

    Gopal ki jai ho

  • @dashrathcharan9870
    @dashrathcharan9870 14 дней назад

    Me to jana tha ki jo Gayani jaanne ke baad moon or shant ho jata hai....

  • @RJgautamofficial
    @RJgautamofficial 13 дней назад

    Ram pal group 😅😅😅😅

  • @gianchandpal8706
    @gianchandpal8706 13 дней назад

    पहले अपने बच्चों के बारे में सोच भगवान ऐसी गरीबी मत देना की तुझ से ही शिकायत करता रहूं और इतनी अमीरी भी नहीं देना की तुझ को ही भूल जाऊं 😂😂

  • @Satsaheb47
    @Satsaheb47 18 дней назад +2

    श्री कृष्ण जी श्री विष्णु जी के अवतार थे, जिनकी चार भुजाऐं हैं। फिर अध्याय 11 श्लोक 21 व 46 में अर्जुन कह रहा है कि भगवन् ! आप तो ऋषियों, देवताओं तथा सिद्धों को भी खा रहे हो, जो आप का ही गुणगान पवित्र वेदों के मंत्रों द्वारा उच्चारण कर रहे हैं तथा अपने जीवन की रक्षा के लिए मंगल कामना कर रहे हैं। कुछ आपके दाढ़ों में लटक रहे हैं, कुछ आप के मुख में समा रहे हैं। हे सहस्त्राबाहु अर्थात् हजार भुजा वाले भगवान ! आप अपने उसी चतुर्भुज रूप में आईये। मैं आपके विकराल रूप को देखकर धीरज नहीं कर पा रहा हूँ।

    • @gopalchoudhary137
      @gopalchoudhary137 18 дней назад

      Debat me aa kar baat karna

    • @Satsaheb47
      @Satsaheb47 18 дней назад +2

      @gopalchoudhary137 अथ देवीभागवतं सभाषाटीकं समाहात्म्यम्, खेमराज श्री कृष्ण दास प्रकाशन मुंबई; संस्कृत लेखन, हिंदी में अनुवादित स्कंद 3, अध्याय 4, पृष्ठ 10, श्लोक 42 भगवान विष्णु कहते हैं 'हे माता, ब्रह्मा, मैं (विष्णु), तथा शिव तुम्हारे ही प्रभाव से जन्मवान हैं, हम नित्य/अविनाशी नहीं हैं, फिर अन्य इंद्रादि दूसरे देवता किस प्रकार नित्य हो सकते हैं। तुम्हीं अविनाशी हो, प्रकृति तथा सनातनी देवी हो।

    • @Satsaheb47
      @Satsaheb47 18 дней назад +2

      @gopalchoudhary137 इससे सिद्ध होता है कि भगवान विष्णु जी की उत्पत्ति देवी दुर्गा और काल ब्रह्म (ज्योति निरंजन) से हुई है। वह जन्म लेते हैं और मरते हैं। वह अमर नहीं है। भगवान विष्णु मध्यम पुत्र हैं, बड़े पुत्र भगवान ब्रह्मा और छोटे पुत्र भगवान शिव हैं। वास्तव में ये सभी अमर नहीं हैं। भगवान विष्णु सतोगुण से सुसज्जित हैं, उनकी भूमिका काल के इक्कीस ब्रह्मण्डों में तीन लोकों (स्वर्ग, पृथ्वी और पाताल लोक) के पालनकर्ता की है । वह जीवों का (उनके कर्मों के अनुसार) पालन-पोषण करते हैं और उनमें प्रेम और स्नेह को विकसित करके राज्य को बनाए रखते हैं। सुनी-सुनाई और लोककथाओं के अनुसार, उन्हें संरक्षक और रक्षक भी माना जाता है। देवी लक्ष्मी उनकी पत्नी हैं और वे चार प्रकार के शस्त्र से युक्त हैं जैसे शंख ,सुदर्शन , चक्र कमल का फूल (पद्म) और कौमोदकी गदा, जो उन चीजों का प्रतिनिधित्व करता है जिनके लिए वह जिम्मेदार हैं। भगवान विष्णु का वाहन गरुड़ है।

    • @akshayraj2113
      @akshayraj2113 18 дней назад +1

      ​@@gopalchoudhary137संपूर्ण रहस्यमई जानकारी वह भी प्रमाणो के साथ जरूर देखें शंकराचार्य के कलयुगी राक्षस का भंडाफोड़ यह वही राक्षस है इनके पूर्वज भक्ति आंदोलन के संतों के खून से इन पाखंडी राक्षसों के हाथ रंगे हुए हैं इसका प्रमाण इतिहास में है एक जगह नहीं है कई जगह है थोड़ा रिसर्च का जरूरी है आज के युवाओं को👏🏻

    • @kunalyadav3718
      @kunalyadav3718 14 дней назад

      जब आएगा पचपन सो पांचा तब होगा बचन मेरा सांचा

  • @SushilaDhiman-z8l
    @SushilaDhiman-z8l 15 дней назад

    Kabir is God

  • @Shresthadevi-c3c
    @Shresthadevi-c3c 18 дней назад +1

    Amit ji aap baar baar jhooth kyun bol rahe ho ye Gopal ko bhatkaanen ki koshish kar rahe ho

    • @gopalchoudhary137
      @gopalchoudhary137 18 дней назад

      इन लोगो का यही काम है । सब ग्रंथ मे प्रमाण है श्री कृष्णा भगन हि वही 3 रूपों मे है ।

    • @ShivamPrajapati-sq3sp
      @ShivamPrajapati-sq3sp 18 дней назад

      ​@@gopalchoudhary137Kaha per hai pramaan hai phir alag alag bhagti kyu nahi ki jati hai 🙏

    • @ShivamPrajapati-sq3sp
      @ShivamPrajapati-sq3sp 18 дней назад

      Ye bharam hai aapka 💯📚🙏

    • @akshayraj2113
      @akshayraj2113 18 дней назад

      ​@@gopalchoudhary137संपूर्ण रहस्यमई जानकारी वह भी प्रमाणो के साथ जरूर देखें शंकराचार्य के कलयुगी राक्षस का भंडाफोड़ यह वही राक्षस है इनके पूर्वज भक्ति आंदोलन के संतों के खून से इन पाखंडी राक्षसों के हाथ रंगे हुए हैं इसका प्रमाण इतिहास में है एक जगह नहीं है कई जगह है थोड़ा रिसर्च का जरूरी है आज के युवाओं को👏🏻

    • @akshayraj2113
      @akshayraj2113 18 дней назад

      संपूर्ण रहस्यमई जानकारी वह भी प्रमाणो के साथ जरूर देखें शंकराचार्य के कलयुगी राक्षस का भंडाफोड़ यह वही राक्षस है इनके पूर्वज भक्ति आंदोलन के संतों के खून से इन पाखंडी राक्षसों के हाथ रंगे हुए हैं इसका प्रमाण इतिहास में है एक जगह नहीं है कई जगह है थोड़ा रिसर्च का जरूरी है आज के युवाओं को👏🏻

  • @Pnit-eb8vm
    @Pnit-eb8vm 16 дней назад

    ये अमित जी कुछ नहीं मालूम

  • @nishachandnani1400
    @nishachandnani1400 15 дней назад

    Samay inke hisab se kaal hai or inhi k hisaab se hi pralay kaal or kuch or kaal. Jitni marjj debate kar lo kabir ji hi supreme god hai. In bhagwano k upar or bhagwan hai.

    • @gopalchoudhary137
      @gopalchoudhary137 14 дней назад

      काल 11 बजे डिबेट रखा है तुम साबित कर देना तो मे तुझे 1 लाख रूपये दूंगा

  • @xt.__.Mehra.__.09
    @xt.__.Mehra.__.09 18 дней назад +2

    बर्मा विष्णु महेश एक नहीं हैं ।
    इस बात को समझें शिव पुराण में प्रमाण है। एक दिन बर्मा और विष्णु का झगड़ा हो गया एक कहता मैं तेरा बाप दूसरा कहता मैं तेरा बाप और आपस मे लड़ने लगे तो इससे सिद्ध होता है कि यह तीनों एक नहीं हैं । इनको यह भी नहीं पता कि आपस मे कौन बड़ा है।
    अब हम जान गए पहचान गए हैं। आज पूरी दुनिया में एक मात्र तत्व दर्शी संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान वेद शास्त्र प्रमाणित है kabir is supreme God

    • @gopalchoudhary137
      @gopalchoudhary137 17 дней назад

      शिव पुराण लेकर आ जाना डिबेट मे दिखा दूंगा तीनो एक हि है

  • @SahilChouhanDas
    @SahilChouhanDas 18 дней назад +1

    Kabir is god

  • @bhaskarchaturvedi3436
    @bhaskarchaturvedi3436 18 дней назад

    सबसे पहले शुद्ध नाम तो जान ले फिर ज्ञान देना, भागवत गीता नही भगवत गीता है उसका सही नाम लिख ले अब समझ जायेगा संस्कृत ग्रंथ ऐरे गैरो की बस की बात नही है।

    • @MonuDas-p5k
      @MonuDas-p5k 18 дней назад +2

      मतलब क्या निकला 😀😀😀😀😀😀

    • @akshayraj2113
      @akshayraj2113 18 дней назад

      संपूर्ण रहस्यमई जानकारी वह भी प्रमाणो के साथ जरूर देखें शंकराचार्य के कलयुगी राक्षस का भंडाफोड़ यह वही राक्षस है इनके पूर्वज भक्ति आंदोलन के संतों के खून से इन पाखंडी राक्षसों के हाथ रंगे हुए हैं इसका प्रमाण इतिहास में है एक जगह नहीं है कई जगह है थोड़ा रिसर्च का जरूरी है आज के युवाओं को👏🏻

  • @vijayvishwakarma3193
    @vijayvishwakarma3193 18 дней назад

    Kyu bharma rhe ho ranjeetw

  • @Jaihobandichoddki
    @Jaihobandichoddki 3 дня назад

    पूर्ण ब्रह्म कबीर भगवान है आपके कहने या ना से कुछ नहीं होता वह भगवान है तोहै