बहुत ही अनूठे तरीके से आपने समाज के संतो के सामने स्वसम वेद (कुलजम स्वरूप) की बात प्रमाणों सहित वीडियो के जरिए जारी की, आशा करते है अनिरुद्धाचार्यजी और उनके जैसे जितने भी कथावाचक है, वो इस बात पर गौर करे, और अपने १४ लोको के निहित ज्ञान के आधार पर पूर्ण ब्रह्म परमात्मा की वाणी को फर्जी बताने से पहले उसे जाने, विचारे, सोचे, समझें, बाद में किसी भी के ज्ञान को फर्जी बताए। कोटि कोटि प्रणाम आचार्य अशोक जी जो आपने अपनी मृदु वाणी और मर्यादा सहित ज्ञान के माध्यम से सभी को उदबोधित किया।
प्रणाम जी आपने जो यह ज्ञान दिया है बहुत अच्छा अपने ज्ञान दिया और आपने जो भी बताया है हमें लगता है कि इस तरह के वीडियो जितने भी हैं उन सब को जरुर देखना चाहिए और उनको समझना चाहिए और समाज को वही बताएं जो सत्य हो अगर आगे ना पता हो तो किसी को झूठ या सच कह कर गुमराह ना करें
स्वसम वेद उसको जो पूर्ण परमात्मा के मुख कमल द्वारा बोला हुआ होता है। जिसमें सम्पूर्ण अध्यात्मिक ज्ञान होता है। उसको समझ्नेके लिए अवश्य देखेँ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की अमृत प्रवचन। नौ मन सूत उलझाईया ऋषि रहे झख मार । सत गुरु ऐसा सुलझा दे उलझे ना दुजी बार।। सत साहेब
समुद्र मै रहने वाली मछली को कभी भी घी, दूध, दही का सेवन नहीं कर सकती वह हमेशा नमक का ही सेवन करती है अगर उसको घी, दूध, दही परोसा भी जाए तो वो उसके सेवन से मर जाती है अर्थात स्वसम वेद हमारे धनी की वाणी ब्रह्म आत्मा ओ के लिए ओर जीव कल्याण एवंम जीव को मुक्ति दिलाने के लिए है उसको निर्मल हृदय और अहंकार को त्याग कर जागृत बुद्धि से ही मंथन किया जा सकता है । हमारे जागनी रतन श्री आहूजा सरकार श्री के चरणों मै कोटि कोटि बार प्रणाम पूजनीय राजन स्वामी जी के चरण कमलों मै कोटि कोटि बार प्रणाम सभी सुंदर साथ जी के चरणों मै सप्रेम प्रणाम।
कोटी कोटि प्रेम प्रणाम जी राज जी का शुक्रिया जो आज ऐ स्वसम वेद का खुलासा ए सुंदर साथ को माध्यम में लेकर हो रहा हे तो साथ जी आप एक बार स्वयं जाकर ऐ आचार्य को शास्त्रार्थ कर के हमारे पिया जी को क्यों न जाहिर करें क्यों कि आज ऐसा समय आ गया हे कि हम इतनी सारे दूनी को समझने नही जा सकते लेकिन ऐसे ऐसे संतों महंतो के पास जा कर अपने स्वसम वेद को समझाए तो काश ऐ आखिर के समय कयामत के ज्ञान खुल जाए मेरे पिया को अर्स दिल से अर्जी करती हु के ए खुलासा करने का आ गया हे तो राज जी आपको। बल दे जो आप उनसे मिले और जागनी का दौर अति अधिक बढ़े हम तो हाथ हुकुम के ,हक के हाथ हुक्म
अति अति सुंदर ढंग से समझाया आपने वेद क्या है शास्त्र क्या है पुराण पूरन क्या है उसका सुंदर स्पष्टी करन किया आपके श्री चरणों में कोटि कोटि प्रेम प्रणाम जी भैया❤❤❤❤
🙏🙏🙏 Koti Koti Dandvat Prem Pranaam Ji 🙏🙏🙏❤❤❤ Swasam Ved Ke Baare Main Charcha Karne Ke Liye SHREE RAAJ JI Kee Mehar Se Aap Ne Bahut Hee Achchhe Se Kee Bahut Jayada Anand Aaya👌🏻👌🏻👌🏻 Aap Ke Shree Charnon Main Koti Koti Dandvat Prem Pranaam Ji 🙏🙏🙏
4:00 स्वसं वेद में ऐसा प्रकाश है जिसमें देवी, देवता, भगवान, ईश्वर या क्षर, अक्षर और अक्षरातित को पहचानने में बहुत ही सरलता पूर्वक रहस्य है उसमें परमात्मा के सत, चित, आंनद स्वरूप को अलग अलग तरीके से समझाया गया है उसमें सभी वेदों, धर्म ग्रन्थों, भागवत गीता, महेश्वर तंत्र, कुरान, उपनिषद, और देवी भागवत, पुराण संहिता और अन्य सभी धर्म ग्रंथौ की संक्षिप्त में बताया गया है प्रणाम जी 🙏🙏
Akhand dandawat Prem Pranam Acharyaji.Swasam ved ka khulasa karne ke liye koti koti dhanyawad Aab Prannathji ki Wani ko chaud lok me pasarnese koi nahi rok sakata😊
श्याम जी रंग में रंग सुकी है इसलिए राधिका जी का एक नाम श्यामा है और युगल किशोर स्वरूप को श्यामाश्याम कहते हैं, जब श्रीकृष्ण के नाम राज है तो श्री जी राज जी के राधिका है , सत्य कहुं साथ जी श्रीकृष्ण नाम तत्व बिना तारतम्य ज्ञान सभी मिथ्या चली जाएगी, श्रीकृष्ण नाम से प्रेम करो तभी सबको आकृष्ट कर सकते हो, परमधाम में सत्य आकर्षण है क्योंकि परमधाम हमारे धामधनी श्रीकृष्ण है
देखि पर अक्षर ब्रह्म छन्। त्यस देखि पनि पर अक्षरातीत पूर्णब्रह्म श्रीकृष्णजी विराजमान हुनुहुन्छ । - श्रीमद् तारतम्य सागर घर श्री धाम अने श्रीक्रस्न, ए फल सार तणो तारतम। तारतमे अजवां अति थाए, आसंका नव रहे मन माहे ।। २३ -प्रकरण ३३ श्री प्रकास (गुजराती) बीज निजनाम श्री कृष्णजी, मंत्र तारतम सोहे। - प्रकाश हिंदुस्तानी निजनाम श्रीकृस्नजी, अनादि अक्षरातीत । सो तो अब जाहेर भए, सब विध वतन सहित ।। १ ।।३७ - प्रकाश हिंदुस्तानी
राज राधिका सो कहें, अति मति चतुर सुजान। रचना सो ब्रह्माण्ड बहु, ए अक्षर भगवान ॥४१॥ श्यामा जी कहें राज सो, अक्षर खेल दिखाए। याको तुम का देखियो, दुःख घमेरो आए ॥५॥ बरजी राज सो ना करी, इनको देखन मत। अक्षर पर इच्छा भई, तब उपज्यो महतत्व ॥६॥ -अथ श्री छत्रसाल-काव्याञ्जलि(जागनी वाणी)
कृष्ण जी नाम का जो तन है उस तन में विराजमान शक्ति थी वह अक्षरातित कि थी ये कृष्ण जी नाम का तन परमात्मा नहीं है परमात्मा तो जन्म मरण के चक्कर में कभी नहीं आता@@V.R.K-dd7qp
पुराणों का ज्ञान कोई मिलावटी नहीं है, वह सत्य है लेकिन पूर्ण परमात्मा की प्राप्ति का ज्ञान वहां उपलब्ध नहीं है। अगर आपको पूर्ण परमात्मा के बारे में जानकारी चाहिए तो संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग अवश्य सुने l संत रामपाल जी महाराज एकमात्र ऐसे संत हैं जिनके पास संपूर्ण मोक्ष मार्ग है ।🙏🏻
आचार्य श्री अशोक जी आपके ह्रदय में विराज मान श्री राज श्यामा जी के नूरी चरणों में मेरा कोटि कोटि प्रेम प्रणाम जी 🙏🏻🙏🏻 यदि आप ऐसे ही प्रमाणों सहित सभी प्रश्नों का उत्तर देते रहे तो जल्दी ही राज जी की कृपा से सारा विश्व जान जायेगा कि पांचवां वेद स्वसम वेद कौन सा है और इसमें क्या लिखा है सभी लोग स्वप्न की बुद्धि होने के कारण प्रचलित धर्म ग्रंथों को ही सत्य मानते है लेकिन श्री तारतम वाणी से अंजान है जिसमें सभी धर्म ग्रंथों के भेदों को खुलासा किया है क्योंकि यह साक्षात पूर्ण ब्रह्म परमात्मा के आवेश से अवतरित वाणी है जिसमें हद, बेहद और परमधाम माया, ब्रह्म, जीव और आत्मा का विस्तृत वर्णन है इसे पढ़ते ही आत्म दृष्टि खुल जाती है सत्य ही है ❣️ निजनाम पढ़ा तिन सब पढ़ा, सब मंत्रण का भेद। बिना तारतम खाली गया, पढ़ पढ़ चारों वेद।।🙏🏻
पुराणों का ज्ञान कोई मिलावटी नहीं है, वह सत्य है लेकिन पूर्ण परमात्मा की प्राप्ति का ज्ञान वहां उपलब्ध नहीं है। अगर आपको पूर्ण परमात्मा के बारे में जानकारी चाहिए तो संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग अवश्य सुने l संत रामपाल जी महाराज एकमात्र ऐसे संत हैं जिनके पास संपूर्ण मोक्ष मार्ग है ।🙏🏻
पूर्ण संत के सत्संग में प्रमाण सहित तत्वज्ञान की जानकारी मिलती है। साथ ही कर्त्तव्य (जो कर्म करने चाहिए) व अकर्त्तव्य (जो कर्म नहीं करने चाहिए) की जानकारी मिलती है। जिससे समाज सुधार व मानवता को गति मिलती है। वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण संत हैं, उनके सत्संग अवश्य सुनें।
@KamalsinghPateliya6 तत्वज्ञान से मतलब है शास्त्रों का संपूर्णज्ञान । हम यहां पर सिर्फ, पांच तत्वों की बात नहीं कर रहे हैं । तत्वज्ञान की जानकारी सिर्फ पूर्ण परमात्मा के पास में और सतगुरु के पास में होती है । आप का जन्म कहां से हुआ है और मृत्यु के पश्चात आप कहां पर जाओगे, उन सारी चीजों का भी एक निर्धारण होता है तथा इस संपूर्ण ज्ञान के बारे में जानकारी आपको सतगुरु ही देते हैं और सतगुरु पूर्ण परमेश्वर जी का अवतार होते हैं । 🙏🏻
संत रामपाल जी महाराज जी के शरण मे जाये सारी शंका का समाधान हो जाएगा
@@M.S_ZONE वो पाखंडी क्या समाधान करेगा,,जो खुद मूर्ख है।सतलोक वाली जीवात्मा को ब्रह्म गायत्री मंत्र का पुण्य अर्पित करवाता है।
आपजी ने बहुत अद्भुत ग्यान की बाते बताइ हे कबीर साहेब की वाणी मे स्वसमवेद का जिक्र आता है जो कि संत रामपाल जी महाराज खोलकर बता ते है
शंका समाधान सतगुरु रामपाल जी महाराज के सिवा कहीं भी नहीं है
Dham dhani shri raj shyama ji. Ki charno me mera koti koti ranaam .pujya guru deo saadar ranaam .🎉🎉
दिल खुद कर दिया, आचार्य जी और बहुत सारे question का उतर भी दे दिया।
स्वसम वेद का खुलासा अच्छे से करने के लिए कोटि कोटि नमन प्रेम प्रणाम जी🙏🙏
बहुत ही अनूठे तरीके से आपने समाज के संतो के सामने स्वसम वेद (कुलजम स्वरूप) की बात प्रमाणों सहित वीडियो के जरिए जारी की, आशा करते है अनिरुद्धाचार्यजी और उनके जैसे जितने भी कथावाचक है, वो इस बात पर गौर करे, और अपने १४ लोको के निहित ज्ञान के आधार पर पूर्ण ब्रह्म परमात्मा की वाणी को फर्जी बताने से पहले उसे जाने, विचारे, सोचे, समझें, बाद में किसी भी के ज्ञान को फर्जी बताए। कोटि कोटि प्रणाम आचार्य अशोक जी जो आपने अपनी मृदु वाणी और मर्यादा सहित ज्ञान के माध्यम से सभी को उदबोधित किया।
ruclips.net/video/Kdy8A2-gQTM/видео.htmlsi=VVRbHABFlmMxWmvb
@@sureshpandya7893 अद्भुत विडियो सद्प्रेरणां दायक विडियो मर्यादित विडियो सत् चित् आनंदरूप विडियो
Bhaut sundar sahi है aur सत्य है prannathji bani 🌺🙏🌺
बहुत ही सुंदर प्रमाणों के साथ स्टीक जवाब दिया आचार्य अशोक जी ने जब हमारे ऐसे आचार्यगण जवाब देने के लिए सामने आयेंगे तभी सत्यता का खुलासा होगा 🙏🙏🙏
Ye video pure desh bhar mai viral hona chahiye sundar sath ji ,taki sabhi log satya se Abgat ho sake..Prem prnam ji🙏
@@Chhatrasal126 Prem parnam ji 🙏
@@Chhatrasal126 प्रेम प्रणाम जी
@@Chhatrasal126 sahi kha apne aisa hi hona chahiye
@@DivyaChaurasiya-mc1lp
प्रेम प्रणाम जी ❤️🙏
प्रणाम जी आपने जो यह ज्ञान दिया है बहुत अच्छा अपने ज्ञान दिया और आपने जो भी बताया है हमें लगता है कि इस तरह के वीडियो जितने भी हैं उन सब को जरुर देखना चाहिए और उनको समझना चाहिए और समाज को वही बताएं जो सत्य हो अगर आगे ना पता हो तो किसी को झूठ या सच कह कर गुमराह ना करें
स्वसम वेद उसको जो पूर्ण परमात्मा के मुख कमल द्वारा बोला हुआ होता है। जिसमें सम्पूर्ण अध्यात्मिक ज्ञान होता है। उसको समझ्नेके लिए अवश्य देखेँ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की अमृत प्रवचन।
नौ मन सूत उलझाईया ऋषि रहे झख मार ।
सत गुरु ऐसा सुलझा दे उलझे ना दुजी बार।।
सत साहेब
Bahut sundar aur satik jawab diya hai aapne ❤koti koti prem pranam ji🙏🙏👌👌
प्रमाण के साथ उत्तर अति उत्तम अशोक राज महाराज जी को कोटी कोटी प्रणाम जय श्री कृष्णा श्री राज श्यामा जी
आपने अच्छी बाते कही है लेकीन वर्तमान मे संत राम पाल जी महराज ही है जो स्वसम वेद का ज्ञान बाताता है कबीर सागर है
बहुत सटीक तरीक़े से पौराणिक ग्रंथ के तथ्यों को उजागर किया है, जो सभी धार्मिक कहलाते धर्मप्रेमी के सज्जन के लिये प्रेरणामयी बनेगा। 🌹♥️🌹
Swasam ved ka gyan sare sansar mai faile...bahut sunder varnan🙏
Aap k charno mai koti koti Pranam ji🙏
डॉ जैक्सन जी को बहुत बहुतप्रणाम अपनी बात रखने के लिए इनको बहुत बहुत धन्यवाद
tu 110 ma momen 54 tau esa ...tu musal ho ke christen ho byaddharmee
स्वसं वेद का प्रकाश सारे संसार में फैले इसके लिए मेरा श्री राज श्यामा जी से कोटि कोटि प्रणाम जी 🙏🙏🙏🙏🙏
Koti koti pranam ji
अनिरूदजी आफ्नो आतमाको कल्याण चाहानु हुन्छ भने तारतम सागर के हो जान्नु होस बुझ्नु होस प्रणाम। अशोक महाराजजी धन्य बात कुरा बुझाउनु भएकोमा प्रणामजी
प्रेम प्रणाम जी, स्वसम्म वेद के ज्ञान द्वारा ही अखंड मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है
समुद्र मै रहने वाली मछली को कभी भी घी, दूध, दही का सेवन नहीं कर सकती वह हमेशा नमक का ही सेवन करती है अगर उसको घी, दूध, दही परोसा भी जाए तो वो उसके सेवन से मर जाती है अर्थात स्वसम वेद हमारे धनी की वाणी ब्रह्म आत्मा ओ के लिए ओर जीव कल्याण एवंम जीव को मुक्ति दिलाने के लिए है उसको निर्मल हृदय और अहंकार को त्याग कर जागृत बुद्धि से ही मंथन किया जा सकता है ।
हमारे जागनी रतन श्री आहूजा सरकार श्री के चरणों मै कोटि कोटि बार प्रणाम
पूजनीय राजन स्वामी जी के चरण कमलों मै कोटि कोटि बार प्रणाम
सभी सुंदर साथ जी के चरणों मै सप्रेम प्रणाम।
कबीर साहेब, बेद मेरा भेद है मैं ना बैधन के माहि
जोन बेद से मैं मिलु वो बेद जानते नहीं, वो है क्षुछुम बेद पांचवां है 🙏💯👍🙇🙇
Prem parnam ji sundar sath ji shree Raj shayama ji ki jai
Pranamji❣️🙏🏻 aap ne bahut hi sundar roup se btaya maharaj shri ji ❤
बहुत बढिया विश्लेषण किया है आपने स्वसंम वेद के विषय में । प्रणाम जी ।
बहुत ही सुंदर .. हम सभी को इस video को अधिक अधिक शेयर करना चाहिए 🙏🏻🙏🏻 प्रणाम जी
किसी भी विषय का पूणॅ ज्ञान जाने बिना उसे फजीॅ कह देना अयोग्य है।
बहुत खूब जवाब आचार्यजी
प्रणाम भाई महाराज धन्य हो आप! आप हमारा गौरव है! It is true and correct explanation🙏
कोटी कोटि प्रेम प्रणाम जी राज जी का शुक्रिया जो आज ऐ स्वसम वेद का खुलासा ए सुंदर साथ को माध्यम में लेकर हो रहा हे तो साथ जी आप एक बार स्वयं जाकर ऐ आचार्य को शास्त्रार्थ कर के हमारे पिया जी को क्यों न जाहिर करें क्यों कि आज ऐसा समय आ गया हे कि हम इतनी सारे दूनी को समझने नही जा सकते लेकिन ऐसे ऐसे संतों महंतो के पास जा कर अपने स्वसम वेद को समझाए तो काश ऐ आखिर के समय कयामत के ज्ञान खुल जाए मेरे पिया को अर्स दिल से अर्जी करती हु के ए खुलासा करने का आ गया हे तो राज जी आपको। बल दे जो आप उनसे मिले और जागनी का दौर अति अधिक बढ़े
हम तो हाथ हुकुम के ,हक के हाथ हुक्म
Ati Sundar uttar Prem pranam ji 🙏❤️🙏🙇
सूक्ष्म वेद का प्रमाण
ruclips.net/video/Kdy8A2-gQTM/видео.htmlsi=VVRbHABFlmMxWmvb
Koti koti Charan vandan swamiji evam aachary Ashok ji..pranam ji...SPJIN
5va bad smjhane ke liye theek cot cot premium ❤❤❤❤❤🎉
स्वसम बेद हैं महाराज जी इस वेद में हमारे दुल्हा हमारे पिया हमारे स्वामी जी की अखंड बाड़ी हैं। प्रणाम जी 🙏
अति अति सुंदर ढंग से समझाया आपने वेद क्या है शास्त्र क्या है पुराण पूरन क्या है उसका सुंदर स्पष्टी करन किया आपके श्री चरणों में कोटि कोटि प्रेम प्रणाम जी भैया❤❤❤❤
Prnam Asok ji bahut Achha jvab diya 🙏🙏
🙏🙏🙏 Koti Koti Dandvat Prem Pranaam Ji 🙏🙏🙏❤❤❤ Swasam Ved Ke Baare Main Charcha Karne Ke Liye SHREE RAAJ JI Kee Mehar Se Aap Ne Bahut Hee Achchhe Se Kee Bahut Jayada Anand Aaya👌🏻👌🏻👌🏻 Aap Ke Shree Charnon Main Koti Koti Dandvat Prem Pranaam Ji 🙏🙏🙏
आप की सेवा ओ को कोटि कोटि नमन 🙏🏻🙇🏻♀️💐😊
प्राणनाथ जी वाणी से पूर्णब्रह्म परमात्मा की पहचान करनी है तो ज्ञान का अहंकार त्यागना पड़ेगा ।
Raj shyama ji ke charno me koti koti parem parnam ji
Dandvat Pranam Ji 🌷🌹🙏
4:00 स्वसं वेद में ऐसा प्रकाश है जिसमें देवी, देवता, भगवान, ईश्वर या क्षर, अक्षर और अक्षरातित को पहचानने में बहुत ही सरलता पूर्वक रहस्य है उसमें परमात्मा के सत, चित, आंनद स्वरूप को अलग अलग तरीके से समझाया गया है उसमें सभी वेदों, धर्म ग्रन्थों, भागवत गीता, महेश्वर तंत्र, कुरान, उपनिषद, और देवी भागवत, पुराण संहिता और अन्य सभी धर्म ग्रंथौ की संक्षिप्त में बताया गया है प्रणाम जी 🙏🙏
Akhand dandawat Prem Pranam Acharyaji.Swasam ved ka khulasa karne ke liye koti koti dhanyawad
Aab Prannathji ki Wani ko chaud lok me pasarnese koi nahi rok sakata😊
Shri Raj shyama ji sada sahay.
श्याम जी रंग में रंग सुकी है इसलिए राधिका जी का एक नाम श्यामा है और युगल किशोर स्वरूप को श्यामाश्याम कहते हैं, जब श्रीकृष्ण के नाम राज है तो श्री जी राज जी के राधिका है , सत्य कहुं साथ जी श्रीकृष्ण नाम तत्व बिना तारतम्य ज्ञान सभी मिथ्या चली जाएगी, श्रीकृष्ण नाम से प्रेम करो तभी सबको आकृष्ट कर सकते हो, परमधाम में सत्य आकर्षण है क्योंकि परमधाम हमारे धामधनी श्रीकृष्ण है
देखि पर अक्षर ब्रह्म छन्। त्यस देखि पनि पर अक्षरातीत पूर्णब्रह्म श्रीकृष्णजी विराजमान हुनुहुन्छ ।
- श्रीमद् तारतम्य सागर
घर श्री धाम अने श्रीक्रस्न, ए फल सार तणो तारतम।
तारतमे अजवां अति थाए, आसंका नव रहे मन माहे ।। २३
-प्रकरण ३३ श्री प्रकास (गुजराती)
बीज निजनाम श्री कृष्णजी, मंत्र तारतम सोहे।
- प्रकाश हिंदुस्तानी
निजनाम श्रीकृस्नजी, अनादि अक्षरातीत ।
सो तो अब जाहेर भए, सब विध वतन सहित ।। १ ।।३७ - प्रकाश हिंदुस्तानी
राज राधिका सो कहें, अति मति चतुर सुजान। रचना सो ब्रह्माण्ड बहु, ए अक्षर भगवान ॥४१॥
श्यामा जी कहें राज सो, अक्षर खेल दिखाए। याको तुम का देखियो, दुःख घमेरो आए ॥५॥
बरजी राज सो ना करी, इनको देखन मत।
अक्षर पर इच्छा भई, तब उपज्यो महतत्व ॥६॥ -अथ श्री छत्रसाल-काव्याञ्जलि(जागनी वाणी)
श्री श्यामा जी वर सत्य है सदा सत सुख के दातार।ऐ सत वाणी मथ के लैऊ जो इनको सार।
कृष्ण जी नाम का जो तन है उस तन में विराजमान शक्ति थी वह अक्षरातित कि थी ये कृष्ण जी नाम का तन परमात्मा नहीं है परमात्मा तो जन्म मरण के चक्कर में कभी नहीं आता@@V.R.K-dd7qp
Pranamji
Bahot hi sundar tarike se samjaya
Bolo shree prannath pyare ki jay
पुराणों का ज्ञान कोई मिलावटी नहीं है, वह सत्य है लेकिन पूर्ण परमात्मा की प्राप्ति का ज्ञान वहां उपलब्ध नहीं है। अगर आपको पूर्ण परमात्मा के बारे में जानकारी चाहिए तो संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग अवश्य सुने l संत रामपाल जी महाराज एकमात्र ऐसे संत हैं जिनके पास संपूर्ण मोक्ष मार्ग है ।🙏🏻
आचार्य श्री अशोक जी आपके ह्रदय में विराज मान श्री राज श्यामा जी के नूरी चरणों में मेरा कोटि कोटि प्रेम प्रणाम जी 🙏🏻🙏🏻
यदि आप ऐसे ही प्रमाणों सहित सभी प्रश्नों का उत्तर देते रहे तो जल्दी ही राज जी की कृपा से सारा विश्व जान जायेगा कि पांचवां वेद स्वसम वेद कौन सा है और इसमें क्या लिखा है
सभी लोग स्वप्न की बुद्धि होने के कारण प्रचलित धर्म ग्रंथों को ही सत्य मानते है लेकिन श्री तारतम वाणी से अंजान है जिसमें सभी धर्म ग्रंथों के भेदों को खुलासा किया है क्योंकि यह साक्षात पूर्ण ब्रह्म परमात्मा के आवेश से अवतरित वाणी है जिसमें हद, बेहद और परमधाम माया, ब्रह्म, जीव और आत्मा का विस्तृत वर्णन है
इसे पढ़ते ही आत्म दृष्टि खुल जाती है
सत्य ही है ❣️
निजनाम पढ़ा तिन सब पढ़ा, सब मंत्रण का भेद।
बिना तारतम खाली गया, पढ़ पढ़ चारों वेद।।🙏🏻
Ashok ji aap Dhanya Dhanya koti koti Prem pranam ji
Ashok acharya ji bohut bohut dhanya bad pranam ji .
Bahut Sundar dhang se samjhaya Prem pranam ji sundrsathaji ❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Preme prnamji sudarsathji
Satya bachan Ashok ji.koti Koti prem pranam Ji
Prem prnam ji sundarsath ji ❤️
Prem pranaam sabhi sundar sath ko
Koti koti prem pranam 🌷 ji 🎉❤
🙏धन्य बाद
अति उत्तम जवाब प्रमाणों के साथ प्रेम प्रणाम जी 🙏🙏
पुराणों का ज्ञान कोई मिलावटी नहीं है, वह सत्य है लेकिन पूर्ण परमात्मा की प्राप्ति का ज्ञान वहां उपलब्ध नहीं है। अगर आपको पूर्ण परमात्मा के बारे में जानकारी चाहिए तो संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग अवश्य सुने l संत रामपाल जी महाराज एकमात्र ऐसे संत हैं जिनके पास संपूर्ण मोक्ष मार्ग है ।🙏🏻
Ashok ji sadar 🙏 app aniruddhacharya ji se sashastraArth kijiye ..parnam ji
Ati ati sunder Acharya ashok ji,
Prem parnaam ji ❤❤❤❤❤
Prem Pranamji maharaji apke charno me pranamji🙏🙏🙏🙏🙏🌷🌷
प्रणाम जी ❤️🙏🏻 सुन्दर साथ जी
एको ब्रम्ह द्वितीय नास्ति
Bahut hi Satya tarike se samjhaye aapne.koti Koti prem pranam Ji Ashok Ji.
❤ pernam ji sunder sath ji ki charnao me koti koti pranam ji ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
निज नाम पढा सवपढा सब मन्त्रका भेद,
बिना निजनाम खाली गए पढ् पढ् चरौं वेद।।🙏🙏
Sundar sath ne mara koti koti 🙏🙏🙏🙏
Pram pranam guru ji 🙏 Bahut Sundar pramathma k pramdham ka jankari bathaye hai 🙏🌹🙏🌹🙏
jay ho prem pranam ji param satya yahi hai...
Mangal Prem Pranamji
Prem pranam ji
Aapne jo bola hai pata nahi mujhe apni aatma se sab sahi lag raha hai
Praname je guraje Ko koate Kote praname je
Prem pranam ji Sundar Sath Ji ❤
Prannath pyare ki jay
Ashok Ji aapane bahut hi Sundar kaha ham sab Sundar sath aapke sath Hain
जो शास्त्रों का ज्ञान नहीं रखते, उन्हें बाबा कहने का कोई हक नहीं। यह वीडियो आंखें खोलने वाली है।
Satya pal prampranamji
Prem pranamji sathji
Bahut 2 danyvad apny unko jabab deya prem prnamji
Prem pranamji❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
🙏 પ્રેમ પ્રણામ જી 🙏
पूर्ण संत के सत्संग में प्रमाण सहित तत्वज्ञान की जानकारी मिलती है। साथ ही कर्त्तव्य (जो कर्म करने चाहिए) व अकर्त्तव्य (जो कर्म नहीं करने चाहिए) की जानकारी मिलती है। जिससे समाज सुधार व मानवता को गति मिलती है।
वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण संत हैं, उनके सत्संग अवश्य सुनें।
सिर्फ तत्वों के ज्ञान से आत्मा और परमात्मा कि पहचान नहीं कि जा सकती एवं परमात्मा के स्वरूप या धाम एवं आत्मा कि पहचान नहीं हो सकती
@KamalsinghPateliya6 तत्वज्ञान से मतलब है शास्त्रों का संपूर्णज्ञान । हम यहां पर सिर्फ, पांच तत्वों की बात नहीं कर रहे हैं ।
तत्वज्ञान की जानकारी सिर्फ पूर्ण परमात्मा के पास में और सतगुरु के पास में होती है । आप का जन्म कहां से हुआ है और मृत्यु के पश्चात आप कहां पर जाओगे, उन सारी चीजों का भी एक निर्धारण होता है तथा इस संपूर्ण ज्ञान के बारे में जानकारी आपको सतगुरु ही देते हैं और सतगुरु पूर्ण परमेश्वर जी का अवतार होते हैं । 🙏🏻
सब संका का सिर्फ एक समाधान संत रामपाल जी का सत्संग 😊🙏
Parnamji ❤❤
Indrawati Adhikari कोटि कोटि akhand प्रेम प्रणाम ji 🙏🏻 ❤❤
👍🙏 bahut hi sunder grantho ki gvahi di
सप्रेम प्रणाम सुंदर साथ जी
Bilkul shi kha aapne bhaiya ji...shri dhani ji ke charno m koti koti prnm ji ❤❤❤
કોટી કોટી પ્રેમ પ્રણામજી 🙏🙏🙏❤️
Pram pranam 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🙏🙏🙏🙏
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Prnam ji
बहुत सुंदर वर्णन किए गए 🙏🙏प्रेम प्रणाम जी🙏🙏🙏🙏👍👍👍
❤ Prem pranam ji 🙏 ati sundar
Prem pranamji
प्रेम प्रणाम जी❤
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प्रणाम जी
अति अति सुंदर प्रमाणो सहीत जवाब दिया कोटी कोटी प्रेम प्रणाम जी 🙏🙏❤️🙏🙏