तुम ने कौन सा बौद्ध देश समृद्ध देखे? जवाफ दोगे चिन या जापान जबकि जापान का मुख्य धर्म संस्कृति बौद्ध नही शान्तो है। बौद्ध 36% मात्र है, शान्तो धर्म संस्कृति अन्तर्गत ही महान समुराई और सुमो जैसे युद्ध कला आती है जो बहुत ईश्वर को मानने है। कोरिया अमेरिका के बदौलत सभ्यता में आगे आया है नहीं तो उत्तर कोरिया कि बौद्धिक हालत देखो और यह भी बता दु दक्षिण कोरिया में बौद्ध से ज्यादा इसाई है। चिन कम्युनिस्ट है बौद्ध होता तो दलाई-लामा को नहीं खड़ेढता तिब्बत में बौद्ध को हटाकर स्थानीय बोन धर्म संस्कृति को चिन बढ़त दे रहा है बोन एक शैव तान्त्रिक पद्धति है। जिस पर बौद्धो ने अतिक्रमण कर दिया था उदाहरण बोन मत आत्मा सिद्धांत को मानते हैं। आत्मा को माने विना तान्त्रिक साधना नही हो सकती। तान्त्रिक साधना शरीर से परे है। जो आत्मिक सुख और शक्ति को अन्तिम मानते हैं। अब शुद्ध बौद्ध देश म्यांमार भुटान कम्बोडिया भियतनाम, श्रीलंका कौन सा देश में तुम्हें उन्नत संस्कृति और शान्ति देखी । श्रीलंका ने तामिलो के साथ क्या किया? और म्यांमार जिस देश में बौद्धों के सहयोग से अति तानाशाही नरसंहारक शैनिक सासन लागु हुआ। जुन्ता शैनिक सासन में आठ बौद्ध भिक्षुक सामिल थे जिस सासन में नागरिक हत्या का रेकॉर्ड रखा था। और कम्बोडियाई खामेरुज पोलपोर्ट किस समाज के उपज है? बौद्ध समाज के जिस ने मानवीय मुल्य को तार तार कर दिया था। भुटान ने तीन लाख हिन्दुओं पर अत्याचार कर के खडेडा और रोहिंग्या मुसलमान भी तो म्यांमार के भिक्षुक ने ही खडेडा है जिस पर भिम मिम वालें कुछ ज्यादा ही प्यार लुटाते हैं। और यह पढ़ो त्रिपिटक पुग्गलसुक्त पता चल जाएगा जापान कोरिया तिब्बत म्यांमार में अछुत समुदाय काहा से आया है! www.tititudorancea.com/z/puggalasuttavannana_tpdasn0118.htm
Ajivika is part of Hinduism 🕉️ 🙂 Hinduism 🕉️ means all indian subcontinent culture and faith 🙂 And if I not forget ajivika is also made in Indian subcontinent and that means ajivika is also a Hinduism 🕉️ 🙂
@@uski8834 mughal afaganistan pakistan up bihar bangal main powerfull the sirf 1/3part hi bacha he Afaganistan, pakistan gaya UP or bihar hi to bacha he
हालाकि एतिहासिक प्रमाण ये दर्शाते हैं कि जिस भी धार्मिक आस्था को राजस्व की शरण मिली है जैसे चन्द्रगुप्त मौर्यसे से जैन, अशोक से बौद्ध एवं अनेकों राजपूत और मराठा शासकों से सनातन मान्यताओं को और मुग़लों और अन्य पश्चिमी शासकों के काल में इस्लाम को, अगर भारत के परिपेक्ष से देखें। लेकिन हर राजसीय शरणारथ मान्यताएँ अन्य मान्यताओं को पूर्णतः नष्ट करने में असमर्थ रही है। Although, with the proof of history that we as of now know of, this cannot be denied that every religious ruler have tried to somehow destroy or eradicate other religions. They have tried to achieve this through all kinds of means such debate, conversion and even massacres. None of the religious are left out in this including Jains, Buddhist, Sanatanis and Islamic leaders. Islamic leaders are in-fact are the most recent examples of such practices.
Thanks for creating social awareness....It also shows how beliver of every religion has wiped off or tried to wipe off other religion over these thousands of years.....never ending process....
The story of Ashok having Ajiviks killed is from Ashokavadana, which is a legendary work composed much after Ashok's reign and not a work of history. It even contains several mythical elements in it. According to inscriptions in the Barabar hill caves, Ashok was a patron of the Ajiviks and was generous in making donations to them. So, we do not know for sure if he actually had them persecuted.
This is history and ramayan is a myth...lol. irony must be crying in the corner. The only religion which we should worry about for now is guslim. Every other religion has moved on. But they stuck back in 1400AD😂😂😂😂😂
Who says we Hindus have moved on?? Is this why so much drama and politics since last 10 years and building raam mandir.?? Your hatred for another rwlion shows how narcissist you are.
भारत विविधताओं का देश है धर्म, संस्कृति विचार, अपनी-अपनी मान्यताओं की हिसाब से है किसी का आलोचना तब तक ठीक नहीं जब तक हम उस चीज को पूरी तरह जान ना ले, धन्यवाद लल्लनटॉप टीम निखिल सर❤
तुम ने कौन सा बौद्ध देश समृद्ध देखे? जवाफ दोगे चिन या जापान जबकि जापान का मुख्य धर्म संस्कृति बौद्ध नही शान्तो है। बौद्ध 36% मात्र है, शान्तो धर्म संस्कृति अन्तर्गत ही महान समुराई और सुमो जैसे युद्ध कला आती है जो बहुत ईश्वर को मानने है। कोरिया अमेरिका के बदौलत सभ्यता में आगे आया है नहीं तो उत्तर कोरिया कि बौद्धिक हालत देखो और यह भी बता दु दक्षिण कोरिया में बौद्ध से ज्यादा इसाई है। चिन कम्युनिस्ट है बौद्ध होता तो दलाई-लामा को नहीं खड़ेढता तिब्बत में बौद्ध को हटाकर स्थानीय बोन धर्म संस्कृति को चिन बढ़त दे रहा है बोन एक शैव तान्त्रिक पद्धति है। जिस पर बौद्धो ने अतिक्रमण कर दिया था उदाहरण बोन मत आत्मा सिद्धांत को मानते हैं। आत्मा को माने विना तान्त्रिक साधना नही हो सकती। तान्त्रिक साधना शरीर से परे है। जो आत्मिक सुख और शक्ति को अन्तिम मानते हैं। अब शुद्ध बौद्ध देश म्यांमार भुटान कम्बोडिया भियतनाम, श्रीलंका कौन सा देश में तुम्हें उन्नत संस्कृति और शान्ति देखी । श्रीलंका ने तामिलो के साथ क्या किया? और म्यांमार जिस देश में बौद्धों के सहयोग से अति तानाशाही नरसंहारक शैनिक सासन लागु हुआ। जुन्ता शैनिक सासन में आठ बौद्ध भिक्षुक सामिल थे जिस सासन में नागरिक हत्या का रेकॉर्ड रखा था। और कम्बोडियाई खामेरुज पोलपोर्ट किस समाज के उपज है? बौद्ध समाज के जिस ने मानवीय मुल्य को तार तार कर दिया था। भुटान ने तीन लाख हिन्दुओं पर अत्याचार कर के खडेडा और रोहिंग्या मुसलमान भी तो म्यांमार के भिक्षुक ने ही खडेडा है जिस पर भिम मिम वालें कुछ ज्यादा ही प्यार लुटाते हैं। और यह पढ़ो त्रिपिटक पुग्गलसुक्त पता चल जाएगा जापान कोरिया तिब्बत म्यांमार में अछुत समुदाय काहा से आया है! www.tititudorancea.com/z/puggalasuttavannana_tpdasn0118.htm
नियति वाद सत्य हर जीव को भूख का अभास होता है एक भूख पुरा होने पर दुसरे भूख की उत्पत्ति होती है और भूखो को पूरा करने के चक्कर मे मानव वही करता है जो पहले से तय है इन सब का कारण भूख है भूख क्यों है किसके लिए है भूख का अन्त है या नहीं जब तक जीवन है सब है जीवन के पार कोई गया नही आके कोई बताया नही क्या सत्य है क्या झूठ है तो हम कर्म के बाद नियति को ही मानेंगे
आजीविक पंथ/दर्शन से संबंधित यह विडियो अच्छा होते हुए भी अपूर्ण है।आजीविकों के संबंध में ठोस जानकारी नहीं दी गई है।जिस पंथ का भारतीयों से अधिक विदेशी विद्वानों ने अध्धयन किया है, वह महत्वहीन या अप्रांसगिक😢 नहीं हो सकता है। पूर्ण तैयारी से विडियो बनायें।
बुद्ध आखिरी सत्य नाही है आखरी सत्य तो आजीविक है जिनपर बौधो ने कब्जा किया अंततः बौधो को वहि कर्म् का फल मिला जैसा उन्होने आजीविको के साथ किया वैसा ही उनके साथ हुआ 😅❤
Buddhism inke hi khilaf ek kranti thi, Hinduism ke NAHI. Aajeevak Vedic dharm ke khilaf the isiliye Mahavir aur Buddha ne inko mita diya aur logon ko dharmik banaya
It's interesting and also joyful to see someone mention Barabar ki caves I'm from Makhdumpur and I want to say these caves are oldest Rock cut architecture of India and sadly every place which need to be advertise by Government of Bihar is facing bad condition people from those places advertising for these places Government not doing anything like Mandar hills is also located in Bihar but no one even knows it's exist in real world.
Why would a group of wandering monks go to the trouble of digging caves for years,into solid rock,when they can build houses of grass or mud or brick, in a short time. They already existed,a residue of an earlier age.
Intro part regarding LORD BOBBY.😂 Btw, i am a huge BUDDHA fan. I idolise Gautam Buddha like anything. Not Buddhism: The Religion. But YES, Buddhism: The Ideology.❤
only Buddhists hai jiski Bharat me aj tak koi contribution nehi hua. Aj tak bharat me koi Buddhists scientist paida nehi hua lekin bakchodi me number 1😂
just for conversation! Ashoka was also a huge fan of Budha and yet as per lallantop investigation he killed Ajivikas. So what do you think who Ashoka was as a person. As a fan are you following his path or just like him as a person? Just for conversation
@@vishwaspaikra795 Buddhists are the only community who has no contribution to India's freedom movement, economy, science and technology army etc. There is no Buddhists scientist in India. But pura din Azadi me bhag Jane wale Buddhists lecture deta hai Gyan k bare me. Lekin sare Indian scientists mathmatician Nobel laureate ISRO scientists are unpad gawar hindu 🤣
Buddhisam India me utpatti hua, ham Indian world ko ek mahan, beautiful, peaceful, religion gift kiye♥️ or badle me khud ke liye ek meaning less bekar religion aapna liye 🤣😂
I never thought lallantop will ever explore ajivika even many so called history experts on India never made video on this relegion please also made on bathou doniyo polo bhil sarna gond kirat bon relegions they are also very unexplored
Bon religion was present in present day uttarakhand too, many temple ruins with bon inscriptions such as reverse swastika etc are still there. Some say it was a shaivite religion. Mount Kailash also held a religious significance in bon religion. That's all i remember but many videos are already available on the internet and far better books exist too.
I have heard that Ashok became a disciple of Buddha and followed the path of non-violence. However, how is it that he allowed the killing of 18,000 people? 🤔🤔 I have seen many Buddhists making arguments against the Bhagavad Gita and labeling Krishna as a warmonger. Additionally, they depict post-Buddhist Ashoka as more peaceful compared to his pre-Buddhist era. How can allowing the killing of 18,000 be considered a peaceful act????😷😷
Budha's followers & his disciples are also not following his wordings ... Simple example for that is what happened recently in Myanmar & also i never met the Budhisst who is Non-vegetarian however. Animal killing is not allowed as per Budha's writings.. only Budha was peaceful & you will extinct if you only follow peace thats what Krishna's teaching You have to follow peace & voilence for voilence .. Also Budha is also follower of Sanatan Dharma & in his teachings we can see he is inspired from Sanatan
@@tantrichill192 bro currently world largest migrants crisis is created by Buddhists i.e Rohingya crysis...and it is definitely religion based discrimination against Muslim by Buddhists the whole hatred spread by a Buddhists monk "wirathu"... And if you say that those genocide in Myanmar and killing of those innocent 18k people has nothing to do with original teaching of Buddha then I can make similar points that discrimination against Dalits and Buddhists has nothing to do with Hinduism it's by some politically motivated people....if u can't accept the genocide by Buddhists on Muslim and on those 18k people then you are a radical Buddhist têr ror ī$m sympathiser....
If aahoka killed 18000 people then blame qahoka, not buddhism. If you don't follow Geeta then , people must blame you for your wrongdoing, not bhagwadgeeta
उस पंथ का अंत होना भी , पहले से ही निर्धारित था !!! वैसे भी ये सिद्धांत ही गलत है , कुछ भी पहले से निर्धारित नहीं होता !!! मनुष्य के कर्म , उसके भविष्य का निर्धारण करते है ✨
कर्मफल का सिद्धांत भी पूरी तरह से सही नहीं है क्योंकि पूर्वजन्म के कर्मों को किसी ने देखा नहीं और इस जन्म के कर्मों का अगले जन्म में क्या फल मिलेगा वो भी पता नहीं। यदि इसी जन्म की बात की जाए तो कभी कभी एक धर्मात्मा भी ऐसे जीवन को जीता है जिसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता और एक पाप करने वाला भी ऐसा जीवन जीता है जिसकी कल्पना नहीं है।। अभी तक ऐसा कोई सिद्धांत नही है जो पूरी तरह से सही हो??? इसलिए आप जिस सिद्धांत को मानते हैं बस वो इसीलिए सही है क्योंकि आप मानते हैं। इसलिए नहीं की केवल वही सत्य है।।
@@ashokdaksh931 99% मामले में कर्म का सिद्धांत ही कार्य करता है ✨ और लगभग सभी पूर्व और पश्चिम के दर्शनिकों को इसका समर्थन प्राप्त है, चाहे वो कृष्ण हो या बुद्ध !! वो कर्म के सिद्धांत पर बल देते हुए दिखते है !! पूर्व और पश्चात के कर्मो में क्यों उलझना ❓ इस पर ओशो कहते है, कि बिजली का तार यदि इस जनम छुओगे, तो करंट ⚡ आज लगेगा या अगले जनम ❓ मनुष्य के सभी शुभ-अशुभ कर्मों का फल , उसे इसी जन्म प्राप्त हो जाते है !!! फिर बात अब तथाकथित , पुण्यात्मा और पापी की !!! उनके जीवन शैली की !! पहली बात तो ये कि, कोई पुण्यात्मा है और दूसरा पापी है ✨ इसको निर्धारित कौन करता है ❓ और वो पैमाने क्या है ❓ जिसको आधार मान इस बात का निर्णय होता है कि एक व्यक्ति पापी है और दूसरा पुण्यात्मा ❓ हो सकता है जिसे तुम पापी बुला रहे हो , वो अधिक साहसी हो, बुद्धिमान हो और कुशल निर्णय लेने वाला व्यक्ति हो , इस वजह से वो उन तथाकथित सुखों को भोग रहा है, जिससे तुम्हारा पुण्यात्मा वंचित है ✨ और ये कैसा पुण्यात्मा है, जो उन्हीं सुखों को भोगना चाहता है , जिसे पापी भोग रहा है , लेकिन भोग नहीं पा रहा !!! सिर्फ इसलिए क्योंकि वो उतना साहस नहीं कर पा रहा , वो कायर है !!! उसके पास इतना साहस नहीं कि वो ऐसी बेईमानी कर सके , लेकिन सुख उसको वही चाहिए !!! जो पापी भोग रहा है !!! और इसीलिए लोग शिकायत करते , घुमते है !!! कि फलाना पापी होते हुए भी बहुत सुखी है ✨ और मै पुण्यात्मा होते भी दुःखी हूँ ✨ इस पर मै सिर्फ इतना ही कहूंगा , कि जैसा चार्वाक कहते है !!! कोई अगला पिछला जनम नहीं होता ✨ मनुष्य को अच्छे कर्म करने चाहिए ✨ इसके कारण नहीं कि अगला जन्म होना है !!! बल्कि नैतिकतावश सबको सुखी रखना चाहिए ✨ किसी को कष्ट नहीं देना चाहिए और ना खुद किसी प्रकार कष्ट लेना चाहिए राधे राधे ❤️
@@NiteshMory-ei2ekkarm siddhant bahut hi complex hai. Aapke prarabdh yani kai janmo ke karmfal jo aapko fixed milna hi milna hai usi ke hisaab se aaj ke karmo ka output milega. Issliye past ko chhodiye aur aaj se bhavishya ki neev majboot kijiye. Past par aapka control nhi lekin jo kaam abhi kar rahe hain uss par jor dijiye.
मैं. हिन्दू हु पर किसी से नफरत नहीं करती क्युकी मुझे ना किसी से खतरा हैं ना मेरे संस्कार मुझे इसकी इज़ाज़त देते हैं हैं जय हिन्द😊❤😊❤😊❤😊❤😊😊❤😊❤😊❤😊❤😊❤😊❤❤😊❤😊❤❤
Asokavadana is a later develoed Sanskirt text dated from 5th CE to 16th CE. The propaganda of Hindus has developed new texts to insult Buddhist leaders. Sri Lankans didn't use Sanskrit, and they didn't wrote Asokavadana. Sri Lankans use Pali and Sinhalse texts. The Sanskrit culture was an Anti-Buddhist culture from thousands of years. The early Buddhists in India used Prakrit languages, and they lost their power and people after 321 BCE. The later developed Sanskrit stories have stolen of lot of knowledge from many different cultures and knowledge systems, and those stories have tried to change the origin of knowledge.
@@tahirrashid24, The later developed Sanskrit culture was not a product of Rishis, and Sanskrit knowledge could developed with the knowledge of highly educated people in universities like the Thakshila university. Still, some highly educated people in some universities write a lot of books to brainwash people to protect their societies and political powers. Sometimes, they think they can make knowledge to control common people. They didn't need proofs or real stories to write their books. It shows that unethical highly educated people in some universities can become harmful to a best knowledge systems like Theravada Buddhism if they don't have enough knowledge to recognize the value of better knowledge systems. The later developed Sanskrit culture has corrupted the origin and value of many other knowledge systems, and reduced the value of right knowledge. Some corrupted knowledge systems reduce the requirement of right knowledge because they depend on illogical beliefs a lot, and they have changed the real nature of supernatural by making a lot of unnatural beliefs.
Is episode mein prastut "durlabh" jaankaaree ke liye dhanyavaad. Bharat ke itihaas mein vibhinn prakaar ke maton aur panthon ka point acchaa lagaa. Tarikh ko Shubh kamnayen.
@@ELECtron777Oh Bhai kaan khol kar sun video me kya bola hai. Gautam Buddha ki painting ki vajah se usne 18000 logo ka genocide karvaya iska matlab vo pehle se bauddh tha.
Lekin Brahamano ne aaj tak bhi koi punya ka kaam nhi kiya... Kewal Hatyaye, violence aur cheena jhapti hi kari hai aur karte aaye hai..... Par Lund ke Sanatani bane phirte hai.....
@@RockPaper-pg8cdAshok chakra jo flag pe hai wo tamacha hai muh pe gobar bhakto ke 😂 chakra or jo lions hai wo bhi wo glory dikhate hai Buddhist United India ki
@@RockPaper-pg8cd pm bolta hai ki me budh ki country se hu 🤣🤣🤣🤣 ram ki nhi ku be ? Kuki ram ko koi janta nhi or log janne me interested bhi nhi hai 😂 or rahi baat parliament me kia kia hai Bhai ye abhi rakha hai ye baat tuje bhi pata hai baki or baat wahi hai ek bar SC st OBC ko achi education mil Jaye fir jab wo log jagenge tab bhramanwad ko dhanda khatam 😂 kuki 80% tho india ke wahi hai Or private sector me upper caste ke log agge hai ? Ku nhi honge ? Itni sal loota hua property pesa hai tho ku nhi honge ? Jabki low caste logo ko kabhi haak Mila hi nhi unke pass jo tha wo bhi chin liya or india ki garibi ka Karan bhi yahi caste system hai obc ka rehne do sc st hi jag Jaye tho dhanda khatam hai tumare hi log government sector me bhi mejority pe hai tho sharam kar jo desh ko ye halat hai corruption uske zimmedar bhi tumare log hai wese ek baat bata du ram krishna ko kalpanik supreme court or ASI bhi bol chuka hai 😂😂😂 😂
@@alphaff9939 Upanishads bhale hi ishwar ko maante ho lekin Siddharth Gautum ne ussi Upanishadic ideas ko preach kiya hai easier way me;in. Shankaracharya ne bo;ddh ki hawas tight kr di thi. "Copy" t;oh ek bahana hai bss hindduon ka itih;aas bhimto ko khu;dka btana hai. Sid;dharth k;hud Maharishi Kapil se inspired thaa.😉
@@dustudent1637 pehle tho prove Karo ki budh ke time Upanishad thee 😂😂 kar paoge ? Or Upanishad me koi philosophy nhi hai Upanishad me philosophy hoti tho budh or Buddhist logo ko bhraman Hara ku nhi paye ? 😂😂😂 Adi Shankaracharya se kumaril bhatta ne khud kaha hai ki me or baki Vedic dharmi bodh logo ko philosophy me Harane me nakamyab thee 😂 abe adi Shankaracharya ka great grand teacher yani gaudpad khud budh ki murti ke aage jhukta tha
@@alphaff9939 Bu;ddha kbhi thaa bhi iska evi;dence de pehle.😁 Jbb uske existence ka hi koi pra;man nhi t;oh uss samay ki baat hi kahaan se aa gyi. Bo;ddh vilupt ho chuke h;ain yahaan aur tu haraane ki baat kr rha hai.😆 Vedic dh;arma hi vijayi hai. Bu;ddha khu;d Maharishi Kapil se aage jhukta thaa. Hin;duon ke aage hi jhuk rha hai founder baakiyon ki baat hi kya kehni. Gaudpada ne t;oh dho dala thaa "samsara" ke concept ko. Rone lage thee bo;ddh. Upanishads me;in hi philosophy hai... Tripitak ki tarah haathi se Siddharth peda nhi ho;te usme.🤭
Really great. मानसिक गुलामी बुद्धं / आल्लां शरणं गच्छामि। संघं /मस्जिदं शरणं गच्छामि। धम्मं /कुराणं शरणं गच्छामि। बुद्ध = मुस्लिम। अजब-गजब का भाईचारा। एक पत्थर तोड़कर मूर्ती बनाते तो दूसरे मूर्ती तोड़कर पत्थर बनाते । गौतमबुद्ध ने लोगों के हाथों में कटोरा देकर उन्हें भीख मांगना सिखाया। बौद्धों में दान का बहुत महत्व है। विहारों का चैत्य का निर्माण करने के लिये दान देना, भिख्खु को दान देना बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसा करने से बोधिसत्व उनके अपराधों को क्षमा कर देंगें। ऐसा ये सोचते हैं। ( इसे कहते है अंधविश्वास की कमाई का जुगाड। ) बौद्ध कभी भी सहिष्णु नहीं होते। वो हमेशा दूसरों की धार्मिक परंपरा, श्रद्धा, आचरण आदि पर झगड़ते रहनेवाले झगड़ालू होते हैं।
@@khojiinsaan123 don't know about bhimta but gaumutra peene waale kutte zrur apna wajood khtm kr lenge Saalo ke pass le de ke ek hi country bachhi h . Budhhism toh 10 desh me h
@@khojiinsaan123gobar bhakt tum log tho india ke bahar mazak ho har celebrity tumara mazak udate hai 😂😂😂😂 pm bhi kehta hai ki me Buddha ki country se hu 😂😂😂😂 ram ka naam koi janta bhi nhi
Becoming a Bhikshu was a part of the monk tradition to allow freedom for self exploration & meditation. Without society's co-operation, it was not possible. But, doesn't mean that we call them absconding from their duties. Their duty became to bring a method of mental peace to the lay people.
जैन कभी भिक्षुक नही थे... भिक्षा मंगाकर खाने का सिद्धांत मूल् जैन परंपरा मे कभी नही था... जैन धर्म पहले केवल क्षत्रियो का धर्म था क्योकि बहोत कठिन मार्ग था... इस काल (पंचम काल) के सभी 24 तीर्थकर क्षत्रिय कुल के ही थे..प्रथम तीर्थकर ऋषभ देव जी "इक्ष्वाकु वंश" के संस्थापक थे ... पद्म पुराण के अनुसार इसी वंश मे श्री राम का जन्म हुआ था.. 22 वे तीर्थकर नेमिनाथ "चंद्रवंश" जिसकी स्थापना यदु ने की थी इसलिए इसे "यदुवंश" कहा गया इसी वंश के श्री कृष्ण थे और नेमिनाथ जी उनके चचेरे भाई थे... यह आजके obc वाले "यादव वंश" से अलग है लोग इसे mix कर देते है 24 वे तीर्थकर महावीर "लिच्छवी वंश" के थे... उस समय क्षत्रिय कोई धर्म नही था बल्कि क्षत्रिय एक "कर्म" का नाम था... राज्य करना, रक्षा करना, धर्म का पालन और प्रचार करना इनका परम कर्तव्य होता था... इसलिए सभी "राजा" या राजकुमार होते थे... शुंग काल के बाद से जैन धर्म का पतन होने लगा था क्योकि राजा शैव धर्म के कटर मानने वाले थे... उसके बाद से जैन धर्म क्षत्रियो मे कम होता गया... और धीरे धीरे क्षत्रियो से ज्यादा वैश्य लोग जैन धर्म को मानने लगे..
While the philosophers had the capacity to peacefully discuss and debate, the kings were in a different league altogether. Ashok ordered Ajivika's to be killed. The story continues..
It is Vedic Land. Vedic culture is essence of our life. Those people reject Vedas, become avaidik,will one day vanish away. Respect Vedas and it's richness.
बुद्ध के अनुयाई होने से क्या मतलब राजपाट नहीं चलाएंगे...बुद्ध ने अहिंसा को प्राथमिकता दी है..बस , जरूरत पड़ने पर कठोरता अपनाते थे बुद्ध के अनुयाई राजा.
There was person from tamilnadu who spent his 30 years in research of ajivika,wrote a book,in tamilnadu it was a well flourished religion,his name was prof nedunchezhiyan
मानसिक गुलामी बुद्धं / आल्लां शरणं गच्छामि। संघं /मस्जिदं शरणं गच्छामि। धम्मं /कुराणं शरणं गच्छामि। बुद्ध = मुस्लिम। अजब-गजब का भाईचारा। एक पत्थर तोड़कर मूर्ती बनाते तो दूसरे मूर्ती तोड़कर पत्थर बनाते । गौतमबुद्ध ने लोगों के हाथों में कटोरा देकर उन्हें भीख मांगना सिखाया। बौद्धों में दान का बहुत महत्व है। विहारों का चैत्य का निर्माण करने के लिये दान देना, भिख्खु को दान देना बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसा करने से बोधिसत्व उनके अपराधों को क्षमा कर देंगें। ऐसा ये सोचते हैं। ( इसे कहते है अंधविश्वास की कमाई का जुगाड। ) बौद्ध कभी भी सहिष्णु नहीं होते। वो हमेशा दूसरों की धार्मिक परंपरा, श्रद्धा, आचरण आदि पर झगड़ते रहनेवाले झगड़ालू होते हैं।
shraman shaskriti bharat ka mul dharm tha shantipriya dharm tha videshi brahmano ni is ka apne business ki liye vinas kiya or bharat mi pakanwad failaya
it is still debatable, as further research needs to be done, this is because buddhist texts have not spoken about the origins of Nanda vacha & Kicha samkicha
तारीख एपिसोड में प्रसारित सभी जानकारी ज्ञानवर्धक है ,,,,,, हमारे देश में इतने सारे धर्म और पंथ निर्माण कैसे हुए , मुझे तो कभी कभी ऐसा लगता की हिन्दू धर्म इतना प्रभावशाली नहीं था , नहीं तो इतने-इतने जाती पंथों का निर्माण नहीं होता , धर्म के भविष्य का विचार किया नहीं , क्यु नहीं , रोक लगाई जाती पंथों धर्मों पर , इसलिए बाकी धर्मों ने अपना प्रभाव बढ़ाया , मैं समझ नहीं रहा कि अभी ,, सनातन धर्म हिन्दू धर्म है , या कुछ अलग है , आख़री बात सही इतिहास कौनसा है , यह हमने जाना नहीं , और जानने की कोशिश करें नहीं , वैसे देखा जाऐ तो Buddhist country ज्ञानी और समृद्ध है , मुझे बाकी धर्मों के श्रेष्ठता पर संदेह नहीं है
तुम ने कौन सा बौद्ध देश समृद्ध देखे? जवाफ दोगे चिन या जापान जबकि जापान का मुख्य धर्म संस्कृति बौद्ध नही शान्तो है। बौद्ध 36% मात्र है, शान्तो धर्म संस्कृति अन्तर्गत ही महान समुराई और सुमो जैसे युद्ध कला आती है जो बहुत ईश्वर को मानने है। कोरिया अमेरिका के बदौलत सभ्यता में आगे आया है नहीं तो उत्तर कोरिया कि बौद्धिक हालत देखो और यह भी बता दु दक्षिण कोरिया में बौद्ध से ज्यादा इसाई है। चिन कम्युनिस्ट है बौद्ध होता तो दलाई-लामा को नहीं खड़ेढता तिब्बत में बौद्ध को हटाकर स्थानीय बोन धर्म संस्कृति को चिन बढ़त दे रहा है बोन एक शैव तान्त्रिक पद्धति है। जिस पर बौद्धो ने अतिक्रमण कर दिया था उदाहरण बोन मत आत्मा सिद्धांत को मानते हैं। आत्मा को माने विना तान्त्रिक साधना नही हो सकती। तान्त्रिक साधना शरीर से परे है। जो आत्मिक सुख और शक्ति को अन्तिम मानते हैं। अब शुद्ध बौद्ध देश म्यांमार भुटान कम्बोडिया भियतनाम, श्रीलंका कौन सा देश में तुम्हें उन्नत संस्कृति और शान्ति देखी । श्रीलंका ने तामिलो के साथ क्या किया? और म्यांमार जिस देश में बौद्धों के सहयोग से अति तानाशाही नरसंहारक शैनिक सासन लागु हुआ। जुन्ता शैनिक सासन में आठ बौद्ध भिक्षुक सामिल थे जिस सासन में नागरिक हत्या का रेकॉर्ड रखा था। और कम्बोडियाई खामेरुज पोलपोर्ट किस समाज के उपज है? बौद्ध समाज के जिस ने मानवीय मुल्य को तार तार कर दिया था। भुटान ने तीन लाख हिन्दुओं पर अत्याचार कर के खडेडा और रोहिंग्या मुसलमान भी तो म्यांमार के भिक्षुक ने ही खडेडा है जिस पर भिम मिम वालें कुछ ज्यादा ही प्यार लुटाते हैं। और यह पढ़ो त्रिपिटक पुग्गलसुक्त पता चल जाएगा जापान कोरिया तिब्बत म्यांमार में अछुत समुदाय काहा से आया है! www.tititudorancea.com/z/puggalasuttavannana_tpdasn0118.htm
भाई तुम अपनी दृष्टि मे सही हो... पर सनातन धर्म - हिंदू+जैन+बौद्ध+सिक्ख सनातन शब्द का प्रयोग ही इसलिए किया गया ताकि उसमे सब समा जाए और "भारतीय धर्म" बिखरने से बच जाए.. भारतीय भूभाग मे जब मानव सभ्यता विकसित हुई तब से निरंतर दो प्रकार की संस्कृतियों का विकास इस भारत भूमि मे हुआ - वैदिक संस्कृति (इष्ट प्रधान ) श्रमण संस्कृति (कर्म प्रधान) ये दोनो संस्कृतिया एक दूसरे को हमेशा से प्रभावित करती रही इसलिए इन दोनो के कई सिद्धांत कालांतर मे एक दूसरे के मध्य प्रसारित हुए... आगे चलकर वैदिक संस्कृति के अंतर्गत "वैदिक धर्म" का जन्म हुआ और आगे अनेक धार्मिक पंथ जैसे- शैव, वैष्णव, शाक्त आदि का जन्म हुआ....कालांतर मे इन सभी को सम्मिलित रूप से "हिंदू धर्म" कहा जाता है.. श्रमण संस्कृति के अंतर्गत जिस धर्म का जन्म हुआ उसे "निर्ग्रंथो का मार्ग" या "अर्हंत धर्म" कहा गया.. इसी के अंतर्गत वर्तमान चौबीसी ( पंचम काल) के प्रथम तीर्थकर ऋषभदेव/ आदिनाथ जी हुए और चौबीसबे तीर्थकर भगवान महावीर हुए.. भगवान महावीर के तप और तिर्थकरो के इंद्रियो को विजित करने के सिद्धांत के कारण लोगो ने उन्हे "जिन" या "जितेंद्र" या "जिनेंद्र " कहा और उनका अनुसरण करने वाले जैन केहलाये... इस तरह "निर्ग्रंथो का मार्ग" या अरिहंत धर्म "जैन धर्म" केहलया...चूकि जैन धर्म एक "कठिन मार्गी" धर्म है अतः आगे चलकर इसी श्रमण संस्कृति से प्रभावित होकर अन्य मध्यम मार्गी और निम्न मार्गी धर्म जैसे बौद्ध धर्म, अजीवक संप्रदाय, अक्रियावाद, नित्यवाद सम्प्रदाय आदि... का जन्म हुआ... और जैसे जैसे समय बीता शैव, वैष्णव, शाक्त, जैन, बौद्ध... और भी अधिक विभाजित होते गये.. और एक दूसरे से स्वयं को श्रेष्ठ साबित करने मे बहोत कुछ खोते चले गये... वर्धन वंश और संगम काल के बाद मे जब धर्मचर्यो ने देखा की हम आपस मे ही लड़े मरे जा रहे है और कोई अन्य इसका लाभ लेगा तब उस समय सभी भारतीय धर्म के लोगो ने एक common शब्द को अपनाया था जो था "सनातन" .... आज भी हिंदू मंदिरो मे "सत्य सनातन धर्म की जय" बोलते है... जैन लोगो मे भी "सनातन जैन धर्म " कहा जाता है...
Yes , after Lord Mahaveer our religion was renamed as jain, earlier it was known by many other names including Aarhat dharm, Nirgranth Dharm etc. Amount 24 teerthankaras the first one in current time cycle was Lord Rishabh dev. One can find mention about Lord Rishabhdev and the 22nd teerthankar lord Arisht-Neminaath in Vedas also.
1st Tirthankar was Bhagwan Rishabhdeo infact There are some Tirthankars also mentioned In Rigveda also In sraman There is Mention of Bhagwan Ram.Jainism can older than Hinduism.
Ashok Buddhism ko faila Raha tha . Chanakya ne chandragupta ko isliye raja nahi banaya tha ki uske vansaj Buddhism failaya Chandragupta maurya last me jain dharam apnaya lekin rajya se chala gaya , Ashok ko bhi chale Jana cahiye tha rajya se , usne kitne ajivik ko mara uski maa bhi ussi ajivik religion ki thie . At the last at the beginning Hindu hi hindu hai . Jaha jaha Buddhism Gaya waha har Gaya . Sout east me Muslim gaye nahi to bacch gaya . Buddha ka saman ho ya kisi dusre ka acchi bat hai . Lekin Hinduism Bharat ka apna hai , Buddhism sautela type ka hai jo bina Bharat ke survive kar sakta hai . Hinduism Bina Bharat survive nahi kar sakta
Bhagwan Vishnu ji k avatar bhagwan bhudd ki jai......nd muje tu yeh bata k desh k liye HINSA b karne wale krantikari Indian army k bareme tum kya bolo gay zara wo gyan dena muje
मानसिक गुलामी बुद्धं / आल्लां शरणं गच्छामि। संघं /मस्जिदं शरणं गच्छामि। धम्मं /कुराणं शरणं गच्छामि। बुद्ध = मुस्लिम। अजब-गजब का भाईचारा। एक पत्थर तोड़कर मूर्ती बनाते तो दूसरे मूर्ती तोड़कर पत्थर बनाते । गौतमबुद्ध ने लोगों के हाथों में कटोरा देकर उन्हें भीख मांगना सिखाया। बौद्धों में दान का बहुत महत्व है। विहारों का चैत्य का निर्माण करने के लिये दान देना, भिख्खु को दान देना बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसा करने से बोधिसत्व उनके अपराधों को क्षमा कर देंगें। ऐसा ये सोचते हैं। ( इसे कहते है अंधविश्वास की कमाई का जुगाड। ) बौद्ध कभी भी सहिष्णु नहीं होते। वो हमेशा दूसरों की धार्मिक परंपरा, श्रद्धा, आचरण आदि पर झगड़ते रहनेवाले झगड़ालू होते हैं।
Manuwadi vichardhara bhi bhartio pr thopi gai isi liye is vichardhara ko manne walo ki shankhya me girawat aai hai, aur baudh maanne walo ki shankhya me badhotri
Bindusaar was an ajivika! All the patronage and concession were given by bindusaar and not by Ashok Rather , Ashoka brutally assaulted and killed many Ajivikas! As he was a fanatic buddhist! And yes Ashoka converted into Buddhism before Kalinga😂
Bit today's india is suffering from hindu fanatism. ... caste system kind of evil practice is still followed by upper caste hindu including rss and bjp ....... Indians need to disown this disgusting polariser religion hinduism
@@politicalviews4473 Sanjiv Sanyal (Principal Economic Advisor to PM) !! Meenakshi Jain( Historian), Sitaram Goel Ji( Historian)!! All said the same thing! Sitaram Goel even challenged Romila Thapar to prove that Ashok converted to Buddhism after Kalinga War! She never come to debate! Aur haan maine yeh sab inki likhi hui books se padha hai! Mai Colors pe Ashok ka serial dekhkar history nhi padhta!
धर्म एक ही है सनातन धर्म बाकी सब संप्रदाय, मज़हब, पंथ है। समय की मांग से सनातन से उत्पन्न और सनातन में ही लीन हो जाते है। लेकिन यह धर्म की धाराएं है। जिन्हे मतांतर से अलग धर्म मान लिया जाता है।
Buddhism is divided into two sects 1)Hinayan 2) Mahayan.This Mahayan further divided into Vajrayan and Tantrayan.What you call Mahayan is no other than Sanatan Hindu religion of to day and Baba Yogi Adityanath belongs to Gorakhnath who was the disciple of Mastyendranath who belongs to Tantrayan which came from Vajrayan sakha of Buddha marg.Thats why Yogi Aditya nath is shaving his head as he originally belongs to Buddhism.😂😂
@@Priyadarshi-n3zगुरु गोरखनाथ जी शिव के अवतार माने जाते है। और बौद्ध धर्म में भगवान का वर्णन नहीं है। तथाकथित बौद्ध लोग , तथागत बुद्ध को भगवान मानने लगे। जबकि उन्होंने कभी नहीं कहा कि वो भगवान है। बौद्ध धर्म नास्तिकता का समर्थन करता है।
@@rewa786भारतीय दर्शन में नास्तिक जो वेदों को नही मानते वो हा बौद्ध ने कभी खुद को देव नही माना भगवान का अर्थ है गुणवान, पाली भाषा में भगवान का अर्थ है जो राग, द्वेष, और मोह के बंधनों को तोड़ चुका है वो, भगवान शब्द का अर्थ 'भाग्यशाली', 'धन्य', 'शानदार', 'दिव्य', 'आदरणीय', और 'पवित्र' भी होता है.
Ye Jaino dwara khud ko sanatanio me dash avatar ki Avdharna ke counter ke liye krtrim roop se gadhe gaye there thanks hai. Historically to ye ek jhoot hai.
@@sanjaypasari historically to शिव विष्णु गणेश भी exits नहीं करते... और रहीं बात अवतार की तो जैन धर्म अवतारवाद को नहीं मानता... हिन्दू धर्म ग्रंथो वेदों और विष्णु पुराण मे ही तुम लोगों ने प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ को विष्णु का अवतार बताया है... जबकि जैन दर्शन अवतारवाद का पूर्णता खंडन करता है.... आपकी जानकारी अधूरी के साथ साथ गलत. भी है
Mahaveer swami ji is founder of Jainism, rest 23 tirthankars are imaginary gods, who never existed at all . Jainism and Buddhism were born almost at the same time.
@@alokjain6195there are no any jain Tirthankars name in vedas. It's jain sadhus fooling innocent jains from last 2600 years. Vedas are only knowledge given by almighty god at the begining bof creation. There is no any history, story, geographical details in vedas. Only vedic religion is eternal and Jainism is just 2600 years old
@@DeelipJain-i5v जैन वेदों को नहीं मानते है.... वेदों मे तीर्थंकरो वर्णन है ये भी आपके धर्म गुरु बताते है.... जैनों के लिए वेद महत्व नहीं करते इसलिए वर्णन हो ना हो हमे फर्क ही नहीं पड़ता... वो तो हिन्दू लोग कहते है वेदों गीता पुराणों मे वर्णन है और विष्णु का अवतार बताते है जबकि जैन तो अवतारवाद को मानते ही नहीं है
इतिहास से संबंधित तारीख के एपिसोड काफी ज्ञानवर्धक होते है
Keep it up....🤗
तुम ने कौन सा बौद्ध देश समृद्ध देखे? जवाफ दोगे चिन या जापान जबकि जापान का मुख्य धर्म संस्कृति बौद्ध नही शान्तो है। बौद्ध 36% मात्र है, शान्तो धर्म संस्कृति अन्तर्गत ही महान समुराई और सुमो जैसे युद्ध कला आती है जो बहुत ईश्वर को मानने है। कोरिया अमेरिका के बदौलत सभ्यता में आगे आया है नहीं तो उत्तर कोरिया कि बौद्धिक हालत देखो और यह भी बता दु दक्षिण कोरिया में बौद्ध से ज्यादा इसाई है। चिन कम्युनिस्ट है बौद्ध होता तो दलाई-लामा को नहीं खड़ेढता तिब्बत में बौद्ध को हटाकर स्थानीय बोन धर्म संस्कृति को चिन बढ़त दे रहा है बोन एक शैव तान्त्रिक पद्धति है। जिस पर बौद्धो ने अतिक्रमण कर दिया था उदाहरण बोन मत आत्मा सिद्धांत को मानते हैं। आत्मा को माने विना तान्त्रिक साधना नही हो सकती। तान्त्रिक साधना शरीर से परे है। जो आत्मिक सुख और शक्ति को अन्तिम मानते हैं। अब शुद्ध बौद्ध देश म्यांमार भुटान कम्बोडिया भियतनाम, श्रीलंका कौन सा देश में तुम्हें उन्नत संस्कृति और शान्ति देखी । श्रीलंका ने तामिलो के साथ क्या किया? और म्यांमार जिस देश में बौद्धों के सहयोग से अति तानाशाही नरसंहारक शैनिक सासन लागु हुआ। जुन्ता शैनिक सासन में आठ बौद्ध भिक्षुक सामिल थे जिस सासन में नागरिक हत्या का रेकॉर्ड रखा था। और कम्बोडियाई खामेरुज पोलपोर्ट किस समाज के उपज है? बौद्ध समाज के जिस ने मानवीय मुल्य को तार तार कर दिया था। भुटान ने तीन लाख हिन्दुओं पर अत्याचार कर के खडेडा और रोहिंग्या मुसलमान भी तो म्यांमार के भिक्षुक ने ही खडेडा है जिस पर भिम मिम वालें कुछ ज्यादा ही प्यार लुटाते हैं। और यह पढ़ो त्रिपिटक पुग्गलसुक्त पता चल जाएगा जापान कोरिया तिब्बत म्यांमार में अछुत समुदाय काहा से आया है!
www.tititudorancea.com/z/puggalasuttavannana_tpdasn0118.htm
Tu kon sa dhrm se h bta
Ajivika is part of Hinduism 🕉️ 🙂
Hinduism 🕉️ means all indian subcontinent culture and faith 🙂
And if I not forget ajivika is also made in Indian subcontinent and that means ajivika is also a Hinduism 🕉️ 🙂
@@Indian-vl1zgl😊10lp0pl😊 अस्
जिस धर्म का राजा ताकतवर हो वही धर्म टिकता है
Nhi jisake. Manane powerfull hote wahi tikate
ये ऐतिहासिक सत्य है शासन और शाशक धर्म को सौ प्रतिशत नियंत्रित करते रहे हैं और ये आज भी प्रासंगिक है
Pura toh pura bharat Muslim hota😁rip logic
@@uski8834 mughal afaganistan pakistan up bihar bangal main powerfull the sirf 1/3part hi bacha he
Afaganistan, pakistan gaya
UP or bihar hi to bacha he
हालाकि एतिहासिक प्रमाण ये दर्शाते हैं कि जिस भी धार्मिक आस्था को राजस्व की शरण मिली है जैसे चन्द्रगुप्त मौर्यसे से जैन, अशोक से बौद्ध एवं अनेकों राजपूत और मराठा शासकों से सनातन मान्यताओं को और मुग़लों और अन्य पश्चिमी शासकों के काल में इस्लाम को, अगर भारत के परिपेक्ष से देखें। लेकिन हर राजसीय शरणारथ मान्यताएँ अन्य मान्यताओं को पूर्णतः नष्ट करने में असमर्थ रही है।
Although, with the proof of history that we as of now know of, this cannot be denied that every religious ruler have tried to somehow destroy or eradicate other religions. They have tried to achieve this through all kinds of means such debate, conversion and even massacres. None of the religious are left out in this including Jains, Buddhist, Sanatanis and Islamic leaders. Islamic leaders are in-fact are the most recent examples of such practices.
Thanks for creating social awareness....It also shows how beliver of every religion has wiped off or tried to wipe off other religion over these thousands of years.....never ending process....
The story of Ashok having Ajiviks killed is from Ashokavadana, which is a legendary work composed much after Ashok's reign and not a work of history. It even contains several mythical elements in it. According to inscriptions in the Barabar hill caves, Ashok was a patron of the Ajiviks and was generous in making donations to them. So, we do not know for sure if he actually had them persecuted.
This is history and ramayan is a myth...lol. irony must be crying in the corner. The only religion which we should worry about for now is guslim. Every other religion has moved on. But they stuck back in 1400AD😂😂😂😂😂
Who says we Hindus have moved on?? Is this why so much drama and politics since last 10 years and building raam mandir.?? Your hatred for another rwlion shows how narcissist you are.
ruclips.net/video/bVDlrgnw4nE/видео.htmlsi=viRbC1gtQgp_iD1J
ruclips.net/video/NPpnnu0CqgE/видео.htmlsi=5pmB2ii2buP45mEd
Your Tarikh episodes are amazing keep it up please
I had been looking for Ajivika Religion contents. Thanks for creating this video.
*Ajivik*
भारत विविधताओं का देश है धर्म, संस्कृति विचार, अपनी-अपनी मान्यताओं की हिसाब से है किसी का आलोचना तब तक ठीक नहीं जब तक हम उस चीज को पूरी तरह जान ना ले, धन्यवाद लल्लनटॉप टीम निखिल सर❤
😂😢
भाई साहब निखिल जी भी ग़लत हो सकते हैं, उनकी भी Research में भी ग़लती हो सकती है, उन्हें भी पूरा जानने की आवश्यकता है।
तुम ने कौन सा बौद्ध देश समृद्ध देखे? जवाफ दोगे चिन या जापान जबकि जापान का मुख्य धर्म संस्कृति बौद्ध नही शान्तो है। बौद्ध 36% मात्र है, शान्तो धर्म संस्कृति अन्तर्गत ही महान समुराई और सुमो जैसे युद्ध कला आती है जो बहुत ईश्वर को मानने है। कोरिया अमेरिका के बदौलत सभ्यता में आगे आया है नहीं तो उत्तर कोरिया कि बौद्धिक हालत देखो और यह भी बता दु दक्षिण कोरिया में बौद्ध से ज्यादा इसाई है। चिन कम्युनिस्ट है बौद्ध होता तो दलाई-लामा को नहीं खड़ेढता तिब्बत में बौद्ध को हटाकर स्थानीय बोन धर्म संस्कृति को चिन बढ़त दे रहा है बोन एक शैव तान्त्रिक पद्धति है। जिस पर बौद्धो ने अतिक्रमण कर दिया था उदाहरण बोन मत आत्मा सिद्धांत को मानते हैं। आत्मा को माने विना तान्त्रिक साधना नही हो सकती। तान्त्रिक साधना शरीर से परे है। जो आत्मिक सुख और शक्ति को अन्तिम मानते हैं। अब शुद्ध बौद्ध देश म्यांमार भुटान कम्बोडिया भियतनाम, श्रीलंका कौन सा देश में तुम्हें उन्नत संस्कृति और शान्ति देखी । श्रीलंका ने तामिलो के साथ क्या किया? और म्यांमार जिस देश में बौद्धों के सहयोग से अति तानाशाही नरसंहारक शैनिक सासन लागु हुआ। जुन्ता शैनिक सासन में आठ बौद्ध भिक्षुक सामिल थे जिस सासन में नागरिक हत्या का रेकॉर्ड रखा था। और कम्बोडियाई खामेरुज पोलपोर्ट किस समाज के उपज है? बौद्ध समाज के जिस ने मानवीय मुल्य को तार तार कर दिया था। भुटान ने तीन लाख हिन्दुओं पर अत्याचार कर के खडेडा और रोहिंग्या मुसलमान भी तो म्यांमार के भिक्षुक ने ही खडेडा है जिस पर भिम मिम वालें कुछ ज्यादा ही प्यार लुटाते हैं। और यह पढ़ो त्रिपिटक पुग्गलसुक्त पता चल जाएगा जापान कोरिया तिब्बत म्यांमार में अछुत समुदाय काहा से आया है!
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Ll@@namankmehta4795
@@tomcat-xl✊✊🚩🚩🚩
नियति वाद सत्य हर जीव को भूख का अभास होता है एक भूख पुरा होने पर दुसरे भूख की उत्पत्ति होती है और भूखो को पूरा करने के चक्कर मे मानव वही करता है जो पहले से तय है इन सब का कारण भूख है भूख क्यों है किसके लिए है भूख का अन्त है या नहीं जब तक जीवन है सब है जीवन के पार कोई गया नही आके कोई बताया नही क्या सत्य है क्या झूठ है तो हम कर्म के बाद नियति को ही मानेंगे
Agreed👍
आजीविक पंथ/दर्शन से संबंधित यह विडियो अच्छा होते हुए भी अपूर्ण है।आजीविकों के संबंध में ठोस जानकारी नहीं दी गई है।जिस पंथ का भारतीयों से अधिक विदेशी विद्वानों ने अध्धयन किया है, वह महत्वहीन या अप्रांसगिक😢 नहीं हो सकता है। पूर्ण तैयारी से विडियो बनायें।
Ati Uttam!! For such a short duration of the video this was very well planned and executed. Perfectly digestible yet attention holding piece.
Kudos to the writer of the episode! The way you started the episode is remarkable 👏 ❤
What is so great in this
नियतिवाद तो बहुत अच्छा है। वाह। प्रणाम है आजीविक को।।।🎉🎉🎉मुझे यह पसंद आया बहुत। मैंने पढ़ा है यह। जय श्री सीताराम।
Which book is best for this ajivika
@@ratan_gupta_100 history and doctrine of ajivika by al bhasham,then there's a book written by prof nedunchezhiyan but it's in Tamil
Change is everything. Only TRUTH.
Never heard about this sect. Thanks for your episode on this chapter of History. I love Tarikh.👍 😊
It's one of the famous sects followed by Bindusara (Son of Chandra Gupta Maurya and Father of the Great Ashoka)
@@Knowledgewithintipsyes
the greatness of ashoka is highly subjective.@@Knowledgewithintips
@@astee.007 can you elaborate?
Mujhe pahle se maloom tha
बुद्ध आखिरी सत्य नाही है आखरी सत्य तो आजीविक है जिनपर बौधो ने कब्जा किया अंततः बौधो को वहि कर्म् का फल मिला जैसा उन्होने आजीविको के साथ किया वैसा ही उनके साथ हुआ 😅❤
आज के कथा वाचक आजिविक ही तो हैं।
आज की तारीख मे बौद्ध धम्म पुरे विश्व मे फैला हुवा है और रहेगा
Buddhism to Kai desh me faila h
@Anant84257Achha Jinko Buddha se koi matlab nahi hai wo khud ko Buddhist samjhte ho.
Buddhism inke hi khilaf ek kranti thi, Hinduism ke NAHI. Aajeevak Vedic dharm ke khilaf the isiliye Mahavir aur Buddha ne inko mita diya aur logon ko dharmik banaya
It's interesting and also joyful to see someone mention Barabar ki caves I'm from Makhdumpur and I want to say these caves are oldest Rock cut architecture of India and sadly every place which need to be advertise by Government of Bihar is facing bad condition people from those places advertising for these places Government not doing anything like Mandar hills is also located in Bihar but no one even knows it's exist in real world.
😂😂
Why would a group of wandering monks go to the trouble of digging caves for years,into solid rock,when they can build houses of grass or mud or brick, in a short time.
They already existed,a residue of an earlier age.
आजीविक केव है वहाँ पर। 😮😮
@@jyotivyas9286 Ashoka built 3 caves for Ajivikas in Barabar , Bihar, stop following leftists.
I’m also from Gaya district , it’s near my village
Kya badhiya episode, bahut badhai Nikhil bhaiya!❤
Intro part regarding LORD BOBBY.😂
Btw, i am a huge BUDDHA fan.
I idolise Gautam Buddha like anything.
Not Buddhism: The Religion.
But YES, Buddhism: The Ideology.❤
Aazadi me bhag Jane wala Buddhists ki bharat ki economy science and technology army azadi me Keya contribution hai😂
only Buddhists hai jiski Bharat me aj tak koi contribution nehi hua.
Aj tak bharat me koi Buddhists scientist paida nehi hua lekin bakchodi me number 1😂
just for conversation!
Ashoka was also a huge fan of Budha and yet as per lallantop investigation he killed Ajivikas.
So what do you think who Ashoka was as a person.
As a fan are you following his path or just like him as a person?
Just for conversation
@@vishwaspaikra795 Buddhists are the only community who has no contribution to India's freedom movement, economy, science and technology army etc.
There is no Buddhists scientist in India. But pura din Azadi me bhag Jane wale Buddhists lecture deta hai Gyan k bare me.
Lekin sare Indian scientists mathmatician Nobel laureate ISRO scientists are unpad gawar hindu 🤣
Buddhisam India me utpatti hua, ham Indian world ko ek mahan, beautiful, peaceful, religion gift kiye♥️ or badle me khud ke liye ek meaning less bekar religion aapna liye 🤣😂
I never thought lallantop will ever explore ajivika even many so called history experts on India never made video on this relegion please also made on bathou doniyo polo bhil sarna gond kirat bon relegions they are also very unexplored
आप आजीविक हो।
Ajivik were just bhikshu and they never wrote any book this lallantop misguiding you ajivik mostly Jain bhikshu.
Bon religion was present in present day uttarakhand too, many temple ruins with bon inscriptions such as reverse swastika etc are still there. Some say it was a shaivite religion. Mount Kailash also held a religious significance in bon religion. That's all i remember but many videos are already available on the internet and far better books exist too.
@@sonusonu-qv4op whats the proof ?
@@shivasubramanian1959 there are many proves just research about them.
I have heard that Ashok became a disciple of Buddha and followed the path of non-violence. However, how is it that he allowed the killing of 18,000 people? 🤔🤔 I have seen many Buddhists making arguments against the Bhagavad Gita and labeling Krishna as a warmonger. Additionally, they depict post-Buddhist Ashoka as more peaceful compared to his pre-Buddhist era. How can allowing the killing of 18,000 be considered a peaceful act????😷😷
Budha's followers & his disciples are also not following his wordings ... Simple example for that is what happened recently in Myanmar & also i never met the Budhisst who is Non-vegetarian however. Animal killing is not allowed as per Budha's writings.. only Budha was peaceful & you will extinct if you only follow peace thats what Krishna's teaching You have to follow peace & voilence for voilence .. Also Budha is also follower of Sanatan Dharma & in his teachings we can see he is inspired from Sanatan
😂1लाख से ज्यादा लोग तो कलिंग युद्ध में मारे गए थे 1.50लाख को बंदी बनाया गया था फिर peaceful केसे होगया अशोक
@@tantrichill192 bro currently world largest migrants crisis is created by Buddhists i.e Rohingya crysis...and it is definitely religion based discrimination against Muslim by Buddhists the whole hatred spread by a Buddhists monk "wirathu"... And if you say that those genocide in Myanmar and killing of those innocent 18k people has nothing to do with original teaching of Buddha then I can make similar points that discrimination against Dalits and Buddhists has nothing to do with Hinduism it's by some politically motivated people....if u can't accept the genocide by Buddhists on Muslim and on those 18k people then you are a radical Buddhist têr ror ī$m sympathiser....
If aahoka killed 18000 people then blame qahoka, not buddhism. If you don't follow Geeta then , people must blame you for your wrongdoing, not bhagwadgeeta
Ājīvika ruclips.net/video/mzg-FM-uxQc/видео.html
Sabsa tolerance religion Sanatan Hindu dharm hi hai.. isliye aaj bhi world ka 3 rd largest religion hai
उस पंथ का अंत होना भी , पहले से ही निर्धारित था !!!
वैसे भी ये सिद्धांत ही गलत है , कुछ भी पहले से निर्धारित नहीं होता !!!
मनुष्य के कर्म , उसके भविष्य का निर्धारण करते है ✨
👍
@@NiteshMory-ei2ek जैसे ❓
कर्मफल का सिद्धांत भी पूरी तरह से सही नहीं है क्योंकि पूर्वजन्म के कर्मों को किसी ने देखा नहीं और इस जन्म के कर्मों का अगले जन्म में क्या फल मिलेगा वो भी पता नहीं। यदि इसी जन्म की बात की जाए तो कभी कभी एक धर्मात्मा भी ऐसे जीवन को जीता है जिसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता और एक पाप करने वाला भी ऐसा जीवन जीता है जिसकी कल्पना नहीं है।। अभी तक ऐसा कोई सिद्धांत नही है जो पूरी तरह से सही हो??? इसलिए आप जिस सिद्धांत को मानते हैं बस वो इसीलिए सही है क्योंकि आप मानते हैं। इसलिए नहीं की केवल वही सत्य है।।
@@ashokdaksh931 99% मामले में कर्म का सिद्धांत ही कार्य करता है ✨ और लगभग सभी पूर्व और पश्चिम के दर्शनिकों को इसका समर्थन प्राप्त है, चाहे वो कृष्ण हो या बुद्ध !! वो कर्म के सिद्धांत पर बल देते हुए दिखते है !!
पूर्व और पश्चात के कर्मो में क्यों उलझना ❓
इस पर ओशो कहते है, कि बिजली का तार यदि इस जनम छुओगे, तो करंट ⚡ आज लगेगा या अगले जनम ❓ मनुष्य के सभी शुभ-अशुभ कर्मों का फल , उसे इसी जन्म प्राप्त हो जाते है !!!
फिर बात अब तथाकथित , पुण्यात्मा और पापी की !!! उनके जीवन शैली की !!
पहली बात तो ये कि, कोई पुण्यात्मा है और दूसरा पापी है ✨ इसको निर्धारित कौन करता है ❓ और वो पैमाने क्या है ❓ जिसको आधार मान इस बात का निर्णय होता है कि एक व्यक्ति पापी है और दूसरा पुण्यात्मा ❓
हो सकता है जिसे तुम पापी बुला रहे हो , वो अधिक साहसी हो, बुद्धिमान हो और कुशल निर्णय लेने वाला व्यक्ति हो , इस वजह से वो उन तथाकथित सुखों को भोग रहा है, जिससे तुम्हारा पुण्यात्मा वंचित है ✨
और ये कैसा पुण्यात्मा है,
जो उन्हीं सुखों को भोगना चाहता है , जिसे पापी भोग रहा है , लेकिन भोग नहीं पा रहा !!!
सिर्फ इसलिए क्योंकि वो उतना साहस नहीं कर पा रहा , वो कायर है !!! उसके पास इतना साहस नहीं कि वो ऐसी बेईमानी कर सके , लेकिन सुख उसको वही चाहिए !!! जो पापी भोग रहा है !!!
और इसीलिए लोग शिकायत करते , घुमते है !!! कि फलाना पापी होते हुए भी बहुत सुखी है ✨ और मै पुण्यात्मा होते भी दुःखी हूँ ✨
इस पर मै सिर्फ इतना ही कहूंगा , कि जैसा चार्वाक कहते है !!! कोई अगला पिछला जनम नहीं होता ✨
मनुष्य को अच्छे कर्म करने चाहिए ✨
इसके कारण नहीं कि अगला जन्म होना है !!! बल्कि नैतिकतावश
सबको सुखी रखना चाहिए ✨
किसी को कष्ट नहीं देना चाहिए
और ना खुद किसी प्रकार कष्ट लेना चाहिए
राधे राधे ❤️
@@NiteshMory-ei2ekkarm siddhant bahut hi complex hai. Aapke prarabdh yani kai janmo ke karmfal jo aapko fixed milna hi milna hai usi ke hisaab se aaj ke karmo ka output milega. Issliye past ko chhodiye aur aaj se bhavishya ki neev majboot kijiye. Past par aapka control nhi lekin jo kaam abhi kar rahe hain uss par jor dijiye.
Fantabullouis opening...Aur Shandaar episode..
Kamal ka episode banaya h aplogon ne...
Plz Never get tired of making such videos...
में भी आजीविक हूं। पर हम बाहर आकर अपनी पहचान जाहिर नही कर सकते। हमारी जनसंख्या अब पैंतीस करोड़ हो चुकी है। अक्षय कुमार भी आजीविक है
😅
अक्षय कुमार drama ज्यादा करता है कोई पक्का नही वह कब किस धर्म का हो जाए... कभी हिंदू... कभी जैन... कभी अजीवक 😂
@@deepeshjain1109वही तो उसकी नियती है 😂
भारत मे कोई भी दर्शन लुप्त नहीं होता...आजीविक आज भी है पर यह संघठित धर्म के तौर पर नहीं है।
जिसे इस वीडियो से पहले भी आजीवक संप्रदाय के बारे में पता था, यहां लाइक करें😅
Superb intresting episode....vividhta hi Bharat banata hai ....🙏
Exceptional video. Great writing and research.
Dear Nikhil wath, Please make an episode on the exponential extinction of Budhism in India. Your presentation quality is very great.
मैं. हिन्दू हु पर किसी से नफरत नहीं करती क्युकी मुझे ना किसी से खतरा हैं ना मेरे संस्कार मुझे इसकी इज़ाज़त देते हैं हैं जय हिन्द😊❤😊❤😊❤😊❤😊😊❤😊❤😊❤😊❤😊❤😊❤❤😊❤😊❤❤
Hi RICHA TUM KAISI HO MAIN BHI PYAR KA PUJARI HAI .
Asokavadana is a later develoed Sanskirt text dated from 5th CE to 16th CE. The propaganda of Hindus has developed new texts to insult Buddhist leaders. Sri Lankans didn't use Sanskrit, and they didn't wrote Asokavadana. Sri Lankans use Pali and Sinhalse texts. The Sanskrit culture was an Anti-Buddhist culture from thousands of years. The early Buddhists in India used Prakrit languages, and they lost their power and people after 321 BCE. The later developed Sanskrit stories have stolen of lot of knowledge from many different cultures and knowledge systems, and those stories have tried to change the origin of knowledge.
@@smlanka4uand then they called themselves Sudha hua Samaj
लेकिन,कुछ लोग हिंदु से नफरत करते हैं ! और उनसे तुम्हें खतरा भी है , और उनके संस्कार भी है !
@@tahirrashid24, The later developed Sanskrit culture was not a product of Rishis, and Sanskrit knowledge could developed with the knowledge of highly educated people in universities like the Thakshila university. Still, some highly educated people in some universities write a lot of books to brainwash people to protect their societies and political powers. Sometimes, they think they can make knowledge to control common people. They didn't need proofs or real stories to write their books. It shows that unethical highly educated people in some universities can become harmful to a best knowledge systems like Theravada Buddhism if they don't have enough knowledge to recognize the value of better knowledge systems. The later developed Sanskrit culture has corrupted the origin and value of many other knowledge systems, and reduced the value of right knowledge. Some corrupted knowledge systems reduce the requirement of right knowledge because they depend on illogical beliefs a lot, and they have changed the real nature of supernatural by making a lot of unnatural beliefs.
Amazing information ❤
अप्रतिम प्रस्तावना।
Bro, your content is becoming like an addiction to me. Great work. Cannot find this information anywhere else
"जिससे परिणाम आने बंद होते है वह समाप्त होता है" यह सृष्टी का नियम है
Is episode mein prastut "durlabh" jaankaaree ke liye dhanyavaad. Bharat ke itihaas mein vibhinn prakaar ke maton aur panthon ka point acchaa lagaa. Tarikh ko Shubh kamnayen.
Ashoka became non violent but killed 18,000 people 😂😂😂
@@ELECtron777Oh Bhai kaan khol kar sun video me kya bola hai. Gautam Buddha ki painting ki vajah se usne 18000 logo ka genocide karvaya iska matlab vo pehle se bauddh tha.
Lekin Brahamano ne aaj tak bhi koi punya ka kaam nhi kiya... Kewal Hatyaye, violence aur cheena jhapti hi kari hai aur karte aaye hai..... Par Lund ke Sanatani bane phirte hai.....
@@RockPaper-pg8cdAshok chakra jo flag pe hai wo tamacha hai muh pe gobar bhakto ke 😂 chakra or jo lions hai wo bhi wo glory dikhate hai Buddhist United India ki
@@RockPaper-pg8cd ro le Munna par tere kalpanik bhagwano ka koi bhi sign flag pe ah hi nhi sakta 🤣 bas rahega tho dhamm chakra
@@RockPaper-pg8cd pm bolta hai ki me budh ki country se hu 🤣🤣🤣🤣 ram ki nhi ku be ? Kuki ram ko koi janta nhi or log janne me interested bhi nhi hai 😂 or rahi baat parliament me kia kia hai Bhai ye abhi rakha hai ye baat tuje bhi pata hai baki or baat wahi hai ek bar SC st OBC ko achi education mil Jaye fir jab wo log jagenge tab bhramanwad ko dhanda khatam 😂 kuki 80% tho india ke wahi hai
Or private sector me upper caste ke log agge hai ? Ku nhi honge ? Itni sal loota hua property pesa hai tho ku nhi honge ? Jabki low caste logo ko kabhi haak Mila hi nhi unke pass jo tha wo bhi chin liya or india ki garibi ka Karan bhi yahi caste system hai obc ka rehne do sc st hi jag Jaye tho dhanda khatam hai tumare hi log government sector me bhi mejority pe hai tho sharam kar jo desh ko ye halat hai corruption uske zimmedar bhi tumare log hai wese ek baat bata du ram krishna ko kalpanik supreme court or ASI bhi bol chuka hai 😂😂😂 😂
नास्तिक मतलब वो जो कर्म कांडों पे विश्वास नहीं करता नकी वेद उपनिषद पे!
भगवान बुद्ध का दर्शन (philosophy) और उपनिषद का दर्शन बहुत समान है
Bilkul nhi upanishad ishwar ko mante hai bhagwan budh nhi 😂 or tho or adi Shankaracharya ne advait copy kia buddhism se ye baat wo khud manta hai
@@alphaff9939
Upanishads bhale hi ishwar ko maante ho lekin Siddharth Gautum ne ussi Upanishadic ideas ko preach kiya hai easier way me;in.
Shankaracharya ne bo;ddh ki hawas tight kr di thi.
"Copy" t;oh ek bahana hai bss hindduon ka itih;aas bhimto ko khu;dka btana hai.
Sid;dharth k;hud Maharishi Kapil se inspired thaa.😉
@@alphaff9939upnishad ishwar ko nahi brahm ko mante hai
@@dustudent1637 pehle tho prove Karo ki budh ke time Upanishad thee 😂😂 kar paoge ? Or Upanishad me koi philosophy nhi hai Upanishad me philosophy hoti tho budh or Buddhist logo ko bhraman Hara ku nhi paye ? 😂😂😂 Adi Shankaracharya se kumaril bhatta ne khud kaha hai ki me or baki Vedic dharmi bodh logo ko philosophy me Harane me nakamyab thee 😂 abe adi Shankaracharya ka great grand teacher yani gaudpad khud budh ki murti ke aage jhukta tha
@@alphaff9939
Bu;ddha kbhi thaa bhi iska evi;dence de pehle.😁
Jbb uske existence ka hi koi pra;man nhi t;oh uss samay ki baat hi kahaan se aa gyi.
Bo;ddh vilupt ho chuke h;ain yahaan aur tu haraane ki baat kr rha hai.😆
Vedic dh;arma hi vijayi hai.
Bu;ddha khu;d Maharishi Kapil se aage jhukta thaa.
Hin;duon ke aage hi jhuk rha hai founder baakiyon ki baat hi kya kehni.
Gaudpada ne t;oh dho dala thaa "samsara" ke concept ko. Rone lage thee bo;ddh.
Upanishads me;in hi philosophy hai... Tripitak ki tarah haathi se Siddharth peda nhi ho;te usme.🤭
Thanks for bringing this episode.I once read somewhere that Emperor Ashoka's mom was also from Ajeevika sect.
Le bhaiyya omfoo mujhe lga tha Kalinga War ke baad Ashoka badal gya tha
Lekin ye to waisa hi hai😂😂😂
😂😂😂
Do kodi ke itihaaskaaro ne uthaya Ashok ko😂😂
@@AbhishekPanwar-yo7jj aur ye do kodi ka itihas Graduation mein bhi pdhate
@@BarbarianRule 18000 ajivako ka genocide pundruvardhn yaani Aaj ke Bengal me kiya tha Ashok ne ye Ashok vandan pustak me mention hai
Kalinga war mein bhi Ashoka budhha hi thhe
Buddha's ideology are great in world
Yes but you bhimta will destroy it soon 😂😂
Really great.
मानसिक गुलामी
बुद्धं / आल्लां शरणं गच्छामि।
संघं /मस्जिदं शरणं गच्छामि।
धम्मं /कुराणं शरणं गच्छामि।
बुद्ध = मुस्लिम। अजब-गजब का भाईचारा। एक पत्थर तोड़कर मूर्ती बनाते तो दूसरे मूर्ती तोड़कर पत्थर बनाते ।
गौतमबुद्ध ने लोगों के हाथों में कटोरा देकर उन्हें भीख मांगना सिखाया।
बौद्धों में दान का बहुत महत्व है। विहारों का चैत्य का निर्माण करने के लिये दान देना, भिख्खु को दान देना बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसा करने से बोधिसत्व उनके अपराधों को क्षमा कर देंगें। ऐसा ये सोचते हैं। ( इसे कहते है अंधविश्वास की कमाई का जुगाड। )
बौद्ध कभी भी सहिष्णु नहीं होते। वो हमेशा दूसरों की धार्मिक परंपरा, श्रद्धा, आचरण आदि पर झगड़ते रहनेवाले झगड़ालू होते हैं।
Bu;ddha;s ideology lead to weakness of Bharat.
@@khojiinsaan123 don't know about bhimta but gaumutra peene waale kutte zrur apna wajood khtm kr lenge
Saalo ke pass le de ke ek hi country bachhi h . Budhhism toh 10 desh me h
@@khojiinsaan123gobar bhakt tum log tho india ke bahar mazak ho har celebrity tumara mazak udate hai 😂😂😂😂 pm bhi kehta hai ki me Buddha ki country se hu 😂😂😂😂 ram ka naam koi janta bhi nhi
इस तरह का कंटेंट सिर्फ lallantop ही बना सकता है।❤❤❤❤❤❤
9:25एक की गलती को इतने सारे लोगो को दे दिया गया सम्राट अशोक के द्वारा बहुत निंदनीय बात है ये 😮😮
Sahi kaha
Ashoka built 3 caves for Ajivikas in Barabar , Bihar, stop following leftists.
Jay Bheem Jay sanvidhan Jay Jawan Jay Kisan
Bilkul sahi Kaha
बौद्ध जैन तो खुद जो बड़ा श्रेष्ठ मानता है। आये बड़े। पर है नही। महावीर भी अच्छे लगते हैं। आजीविक भी अच्छे। जय श्री कृष्ण।
Hypocrisy ki bhi sima hoti he bhai 😂
Khud jai shree ram bol rahe ho
शानदार। क्या इसका टेक्स्ट वर्जन भी मिल सकता है?
भारत ने दुनिया को बुद्ध दिए हैं
ईश्वर अल्लाह गोड नहीं
रब्बूल-आलमीन
आओ एक अल्लाह की तरफ
Neele kabutar bhi diye hai
0:58 second , यह सुनकर अच्छा लगा कि जैन और बौद्ध दर्शन बाद में बड़े - बड़े धर्मो में बदल गया।
जैन और बौद्ध भी भिक्षु ही बनते थे. क्षत्रिय, वणिक भी अपना कर्तव्य छोड छोटी उम्र से ही भिक्षु बनने लगे.
Becoming a Bhikshu was a part of the monk tradition to allow freedom for self exploration & meditation. Without society's co-operation, it was not possible. But, doesn't mean that we call them absconding from their duties. Their duty became to bring a method of mental peace to the lay people.
जैन कभी भिक्षुक नही थे... भिक्षा मंगाकर खाने का सिद्धांत मूल् जैन परंपरा मे कभी नही था... जैन धर्म पहले केवल क्षत्रियो का धर्म था क्योकि बहोत कठिन मार्ग था... इस काल (पंचम काल) के सभी 24 तीर्थकर क्षत्रिय कुल के ही थे..प्रथम तीर्थकर ऋषभ देव जी "इक्ष्वाकु वंश" के संस्थापक थे ... पद्म पुराण के अनुसार इसी वंश मे श्री राम का जन्म हुआ था..
22 वे तीर्थकर नेमिनाथ "चंद्रवंश" जिसकी स्थापना यदु ने की थी इसलिए इसे "यदुवंश" कहा गया इसी वंश के श्री कृष्ण थे और नेमिनाथ जी उनके चचेरे भाई थे... यह आजके obc वाले "यादव वंश" से अलग है लोग इसे mix कर देते है
24 वे तीर्थकर महावीर "लिच्छवी वंश" के थे...
उस समय क्षत्रिय कोई धर्म नही था बल्कि क्षत्रिय एक "कर्म" का नाम था... राज्य करना, रक्षा करना, धर्म का पालन और प्रचार करना इनका परम कर्तव्य होता था... इसलिए सभी "राजा" या राजकुमार होते थे...
शुंग काल के बाद से जैन धर्म का पतन होने लगा था क्योकि राजा शैव धर्म के कटर मानने वाले थे... उसके बाद से जैन धर्म क्षत्रियो मे कम होता गया... और धीरे धीरे क्षत्रियो से ज्यादा वैश्य लोग जैन धर्म को मानने लगे..
While the philosophers had the capacity to peacefully discuss and debate, the kings were in a different league altogether. Ashok ordered Ajivika's to be killed. The story continues..
It is Vedic Land. Vedic culture is essence of our life. Those people reject Vedas, become avaidik,will one day vanish away.
Respect Vedas and it's richness.
Lol lol
Bro vedic land was around takshila now in Pakistan and Afghanistan. Indian land is Buddhism land
@@rahul_1459 jainism and ajivika flourished along with buddhism
Even the current Hinduism is against vedas 😂😂
बुद्ध के अनुयाई होने से क्या मतलब राजपाट नहीं चलाएंगे...बुद्ध ने अहिंसा को प्राथमिकता दी है..बस , जरूरत पड़ने पर कठोरता अपनाते थे बुद्ध के अनुयाई राजा.
I salute you Lallantop🙏🙏 adbhud jankari 🙏
Tarikh episodes livens up forgotten Historical events... Interesting. Carry on 👏👏👍
One of the Basic Foundation of Astrology;
Everything is Planned.
and you have to be an idiot to believe it.... just saying
चित्र में बुद्ध को भगवान महावीर के चरणों में बताया गया था।
आज भी प्रोफेशनल भिक्षुक है जो करोड़ों कमाते है पर इनका इस तरह ख़ात्मा हुआ तो ज़रूर कोई बात है जिसे हम शायद अब जान नहीं सकते 😢😢😢😢
What an article.. lallantop never disappoints. We should know more about ajivikas
There was person from tamilnadu who spent his 30 years in research of ajivika,wrote a book,in tamilnadu it was a well flourished religion,his name was prof nedunchezhiyan
डेटर्निसम को क्यों आजीविक भारतीय दर्शन को ही मानेंगे ।।
जब तक बुद्ध जैन धर्म था तब तक भारत सोने की चिडिया थी किसी ने भारत को गुलाम नाही बनाय जब ब्राह्मण धर्म का उदय hua casteism भी आया ऑर देश गुलाम बन गया
Safed jhut 😂😂
@@Babulohar-pj3nh safed jhoot kahne se nahi hota sabut dijiye
मानसिक गुलामी
बुद्धं / आल्लां शरणं गच्छामि।
संघं /मस्जिदं शरणं गच्छामि।
धम्मं /कुराणं शरणं गच्छामि।
बुद्ध = मुस्लिम। अजब-गजब का भाईचारा। एक पत्थर तोड़कर मूर्ती बनाते तो दूसरे मूर्ती तोड़कर पत्थर बनाते ।
गौतमबुद्ध ने लोगों के हाथों में कटोरा देकर उन्हें भीख मांगना सिखाया।
बौद्धों में दान का बहुत महत्व है। विहारों का चैत्य का निर्माण करने के लिये दान देना, भिख्खु को दान देना बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसा करने से बोधिसत्व उनके अपराधों को क्षमा कर देंगें। ऐसा ये सोचते हैं। ( इसे कहते है अंधविश्वास की कमाई का जुगाड। )
बौद्ध कभी भी सहिष्णु नहीं होते। वो हमेशा दूसरों की धार्मिक परंपरा, श्रद्धा, आचरण आदि पर झगड़ते रहनेवाले झगड़ालू होते हैं।
ऐसा नहीं है सिकंदर, हुण, शक, कुषाण द्वारा आक्रमण हुए है.
shraman shaskriti bharat ka mul dharm tha shantipriya dharm tha videshi brahmano ni is ka apne business ki liye vinas kiya or bharat mi pakanwad failaya
Nikhil,you are the best anchor in Lallantop.
Nanda Vaccha is the founder of Ajivikas according to Tamil Nadu board books
😮प्रणाम उनको। कोटि वन्दन।
it is still debatable, as further research needs to be done, this is because buddhist texts have not spoken about the origins of Nanda vacha & Kicha samkicha
wah..it was a great show.. keep it up nikhil, kamal, jatin and entire lallantop team..
तारीख एपिसोड में प्रसारित सभी जानकारी ज्ञानवर्धक है ,,,,,,
हमारे देश में इतने सारे धर्म और पंथ निर्माण कैसे हुए , मुझे तो कभी कभी ऐसा लगता की हिन्दू धर्म इतना प्रभावशाली नहीं था , नहीं तो इतने-इतने जाती पंथों का निर्माण नहीं होता , धर्म के भविष्य का विचार किया नहीं , क्यु नहीं , रोक लगाई जाती पंथों धर्मों पर , इसलिए बाकी धर्मों ने अपना प्रभाव बढ़ाया ,
मैं समझ नहीं रहा कि अभी ,, सनातन धर्म हिन्दू धर्म है , या कुछ अलग है , आख़री बात सही इतिहास कौनसा है , यह हमने जाना नहीं , और जानने की कोशिश करें नहीं ,
वैसे देखा जाऐ तो Buddhist country ज्ञानी और समृद्ध है , मुझे बाकी धर्मों के श्रेष्ठता पर संदेह नहीं है
तुम ने कौन सा बौद्ध देश समृद्ध देखे? जवाफ दोगे चिन या जापान जबकि जापान का मुख्य धर्म संस्कृति बौद्ध नही शान्तो है। बौद्ध 36% मात्र है, शान्तो धर्म संस्कृति अन्तर्गत ही महान समुराई और सुमो जैसे युद्ध कला आती है जो बहुत ईश्वर को मानने है। कोरिया अमेरिका के बदौलत सभ्यता में आगे आया है नहीं तो उत्तर कोरिया कि बौद्धिक हालत देखो और यह भी बता दु दक्षिण कोरिया में बौद्ध से ज्यादा इसाई है। चिन कम्युनिस्ट है बौद्ध होता तो दलाई-लामा को नहीं खड़ेढता तिब्बत में बौद्ध को हटाकर स्थानीय बोन धर्म संस्कृति को चिन बढ़त दे रहा है बोन एक शैव तान्त्रिक पद्धति है। जिस पर बौद्धो ने अतिक्रमण कर दिया था उदाहरण बोन मत आत्मा सिद्धांत को मानते हैं। आत्मा को माने विना तान्त्रिक साधना नही हो सकती। तान्त्रिक साधना शरीर से परे है। जो आत्मिक सुख और शक्ति को अन्तिम मानते हैं। अब शुद्ध बौद्ध देश म्यांमार भुटान कम्बोडिया भियतनाम, श्रीलंका कौन सा देश में तुम्हें उन्नत संस्कृति और शान्ति देखी । श्रीलंका ने तामिलो के साथ क्या किया? और म्यांमार जिस देश में बौद्धों के सहयोग से अति तानाशाही नरसंहारक शैनिक सासन लागु हुआ। जुन्ता शैनिक सासन में आठ बौद्ध भिक्षुक सामिल थे जिस सासन में नागरिक हत्या का रेकॉर्ड रखा था। और कम्बोडियाई खामेरुज पोलपोर्ट किस समाज के उपज है? बौद्ध समाज के जिस ने मानवीय मुल्य को तार तार कर दिया था। भुटान ने तीन लाख हिन्दुओं पर अत्याचार कर के खडेडा और रोहिंग्या मुसलमान भी तो म्यांमार के भिक्षुक ने ही खडेडा है जिस पर भिम मिम वालें कुछ ज्यादा ही प्यार लुटाते हैं। और यह पढ़ो त्रिपिटक पुग्गलसुक्त पता चल जाएगा जापान कोरिया तिब्बत म्यांमार में अछुत समुदाय काहा से आया है!
www.tititudorancea.com/z/puggalasuttavannana_tpdasn0118.htm
भाई तुम अपनी दृष्टि मे सही हो... पर सनातन धर्म - हिंदू+जैन+बौद्ध+सिक्ख
सनातन शब्द का प्रयोग ही इसलिए किया गया ताकि उसमे सब समा जाए और "भारतीय धर्म" बिखरने से बच जाए..
भारतीय भूभाग मे जब मानव सभ्यता विकसित हुई तब से निरंतर दो प्रकार की संस्कृतियों का विकास इस भारत भूमि मे हुआ -
वैदिक संस्कृति (इष्ट प्रधान )
श्रमण संस्कृति (कर्म प्रधान)
ये दोनो संस्कृतिया एक दूसरे को हमेशा से प्रभावित करती रही इसलिए इन दोनो के कई सिद्धांत कालांतर मे एक दूसरे के मध्य प्रसारित हुए...
आगे चलकर वैदिक संस्कृति के अंतर्गत "वैदिक धर्म" का जन्म हुआ और आगे अनेक धार्मिक पंथ जैसे- शैव, वैष्णव, शाक्त आदि का जन्म हुआ....कालांतर मे इन सभी को सम्मिलित रूप से "हिंदू धर्म" कहा जाता है..
श्रमण संस्कृति के अंतर्गत जिस धर्म का जन्म हुआ उसे "निर्ग्रंथो का मार्ग" या "अर्हंत धर्म" कहा गया.. इसी के अंतर्गत वर्तमान चौबीसी ( पंचम काल) के प्रथम तीर्थकर ऋषभदेव/ आदिनाथ जी हुए और चौबीसबे तीर्थकर भगवान महावीर हुए.. भगवान महावीर के तप और तिर्थकरो के इंद्रियो को विजित करने के सिद्धांत के कारण लोगो ने उन्हे "जिन" या "जितेंद्र" या "जिनेंद्र " कहा और उनका अनुसरण करने वाले जैन केहलाये... इस तरह "निर्ग्रंथो का मार्ग" या अरिहंत धर्म "जैन धर्म" केहलया...चूकि जैन धर्म एक "कठिन मार्गी" धर्म है अतः आगे चलकर इसी
श्रमण संस्कृति से प्रभावित होकर अन्य मध्यम मार्गी और निम्न मार्गी धर्म जैसे बौद्ध धर्म, अजीवक संप्रदाय, अक्रियावाद, नित्यवाद सम्प्रदाय आदि... का जन्म हुआ...
और जैसे जैसे समय बीता शैव, वैष्णव, शाक्त, जैन, बौद्ध... और भी अधिक विभाजित होते गये.. और एक दूसरे से स्वयं को श्रेष्ठ साबित करने मे बहोत कुछ खोते चले गये...
वर्धन वंश और संगम काल के बाद मे जब धर्मचर्यो ने देखा की हम आपस मे ही लड़े मरे जा रहे है और कोई अन्य इसका लाभ लेगा तब उस समय सभी भारतीय धर्म के लोगो ने एक common शब्द को अपनाया था जो था "सनातन" .... आज भी हिंदू मंदिरो मे "सत्य सनातन धर्म की जय" बोलते है... जैन लोगो मे भी "सनातन जैन धर्म " कहा जाता है...
Good news
Thanks, very interesting episode
I am oldest human so i can tell you nothing is present that time it all mythology ❤❤❤❤❤❤❤❤🎉🎉 ❤❤❤❤
Enhanced knowledge dose😊😊😊
वाह....!! अशोक जैसे "महान" सम्राट नें 18,000 अजीविकों का "गुस्ताख-ए-बुद्ध" के नाम "सर तन से जुदा" कर दिया था 😢
Jainism is founded by Rishabh dev who is considered 1st tirthankar of Jainism as well as 15th Avtar of Vishnu (from 24 avtars of Vishnu )
E bhi ek mitya lagti hai kyu ki bhagvat gupt kal mai jyada aaya aar ya sab likhne vale insaan hi the
He is not any avtar in Jainism there is no theory of avatar even Jainism believes there is no creator or no destroyer nature run by itself
😂😂😂😂 O bhai, app jain ka Guru ko v vishnu ka avatar banana hai
I also believe the same@@niragjain1896
@@dreamadventure8220beacause they were born, raised, educated in hindu system only
Charwak par kab video bna rhe??
Jainism 1st tithankar was rishabhdeo not mahavir was 24th tirthankar
Im theologist currently working on bhagvat i need u to teach me about urs 🙏
Yes , after Lord Mahaveer our religion was renamed as jain, earlier it was known by many other names including Aarhat dharm, Nirgranth Dharm etc.
Amount 24 teerthankaras the first one in current time cycle was Lord Rishabh dev.
One can find mention about Lord Rishabhdev and the 22nd teerthankar lord Arisht-Neminaath in Vedas also.
@@spsingh5824 so Jainism first. Tirthankar rishabdeo name also came in Vishnu purana you can search bharat name origin according to Vishnu purana
1st Tirthankar was Bhagwan Rishabhdeo infact There are some Tirthankars also mentioned In Rigveda also In sraman There is Mention of Bhagwan Ram.Jainism can older than Hinduism.
@@yashsharma1280good joke 🤣🤣🤣
Amazing !! as usual !!
ये बात बिलकुल गलत है की असोक किसी की हत्या करे
और रही बात ज्ञान की तो बुद्ध से ज्यादा ज्ञानी कोई भी नहीं है ।।
उनका ज्ञान सदैव संसार में रहेगा ❤❤
Ashok Buddhism ko faila Raha tha . Chanakya ne chandragupta ko isliye raja nahi banaya tha ki uske vansaj Buddhism failaya
Chandragupta maurya last me jain dharam apnaya lekin rajya se chala gaya ,
Ashok ko bhi chale Jana cahiye tha rajya se , usne kitne ajivik ko mara uski maa bhi ussi ajivik religion ki thie .
At the last at the beginning Hindu hi hindu hai . Jaha jaha Buddhism Gaya waha har Gaya . Sout east me Muslim gaye nahi to bacch gaya .
Buddha ka saman ho ya kisi dusre ka acchi bat hai . Lekin Hinduism Bharat ka apna hai , Buddhism sautela type ka hai jo bina Bharat ke survive kar sakta hai . Hinduism Bina Bharat survive nahi kar sakta
Bhagwan Vishnu ji k avatar bhagwan bhudd ki jai......nd muje tu yeh bata k desh k liye HINSA b karne wale krantikari Indian army k bareme tum kya bolo gay zara wo gyan dena muje
मूर्खो से मैं बात नही करता
मानसिक गुलामी
बुद्धं / आल्लां शरणं गच्छामि।
संघं /मस्जिदं शरणं गच्छामि।
धम्मं /कुराणं शरणं गच्छामि।
बुद्ध = मुस्लिम। अजब-गजब का भाईचारा। एक पत्थर तोड़कर मूर्ती बनाते तो दूसरे मूर्ती तोड़कर पत्थर बनाते ।
गौतमबुद्ध ने लोगों के हाथों में कटोरा देकर उन्हें भीख मांगना सिखाया।
बौद्धों में दान का बहुत महत्व है। विहारों का चैत्य का निर्माण करने के लिये दान देना, भिख्खु को दान देना बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसा करने से बोधिसत्व उनके अपराधों को क्षमा कर देंगें। ऐसा ये सोचते हैं। ( इसे कहते है अंधविश्वास की कमाई का जुगाड। )
बौद्ध कभी भी सहिष्णु नहीं होते। वो हमेशा दूसरों की धार्मिक परंपरा, श्रद्धा, आचरण आदि पर झगड़ते रहनेवाले झगड़ालू होते हैं।
Aapka kaam behad sarahniye hai 🙏🏼😇
"अजिबिक पंथ" आज भी जिन्दा हे, बलके बढ़ता जा रहा हे। जरुरियत कि दुनिया मे लोगो को जब चीजे ना मिलता हे तब अबसाद मे आके 'नियती' का हबला देता रहता हे।
You are super sir,, way of deliver speech is great...
Ram ram nikhil Bhai ji 😊😊😊
Good morning 🌄🌞🌝
Shandaar episode
बहुत अच्छी जान्कारी आजिवक धरम के बारे मे दी सर धन्यवाद
Charwak पर video banaiye
Thanks Nikhil Bhai 🌼🙌
Science journey jindabad
Neela kabutar khud ko scientific kahte hai 🤪
बहुत बहुत धन्यवाद इस जानकारी के लिए।
9:46 all time savage nikhil sir = buddh ke anuyayi hain ye
😂😂😂
😂
aaj asali chehra dikha hai.. mai to baudho ko ahinsa ka pratik manta tha.. tabhi bhim bhim karnewale itane voilent hote hain..
Ashoka built 3 caves for Ajivikas in Barabar , Bihar, stop following leftists.
जय हो अजैविक 👍🏻👍🏻👍🏻 सही दर्शन है अजैविक, 👍🏻👍🏻
Great introduction 😄
😂😂😂😂
Very nice informative. Please keep it up. Make lot of videos 🙏
बौद्ध धर्म भी भारतीयों पर थोपा गया था बौद्ध राजाओं ने अजीवक जैन सनातन धर्म को बहुत हानि पहुंचाई थी जैसे राजा गए बौद्ध धर्म भी भारत से खत्म हो गया
Aajkal sc log boddh dharm faila Raha Hain 😂😂..
Sara hindu dhrame me boddh ko ghusa de Raha hai 😂
Isko kahte hai nakli boddh...jaise nakli muslim Jayda ucchalte hai
Hmm... This is shallow understanding of our past.
Manuwadi vichardhara bhi bhartio pr thopi gai isi liye is vichardhara ko manne walo ki shankhya me girawat aai hai, aur baudh maanne walo ki shankhya me badhotri
Very useful and informative content, salute to you.
जैन धर्म संसार का सबसे प्राचीन एकमात्र धर्म है
Bhudda dharam bhi use purana
@@NiteshMory-ei2ek aur Hindu dharm baad me aaya
prove what you are saying promise I will leave hinduism , indus valley is the oldest civilization and Pashupatinath was on the shield ,
@@rakeshbhagat3632 भगवान महावीर स्वामी के पहले और भी 23 भगवान हो चुके हैं
@@NiteshMory-ei2ekHarappan ke pasupati nath ke bare mei suna hai nhi suno to padho aur kubad wale bail ki bhi Pooja Hoti thi
Every episode is a booster dose of knowledge.
Bindusaar was an ajivika! All the patronage and concession were given by bindusaar and not by Ashok
Rather , Ashoka brutally assaulted and killed many Ajivikas! As he was a fanatic buddhist!
And yes Ashoka converted into Buddhism before Kalinga😂
Bit today's india is suffering from hindu fanatism. ... caste system kind of evil practice is still followed by upper caste hindu including rss and bjp .......
Indians need to disown this disgusting polariser religion hinduism
He didn't killed ajivak there is no evidence for this he clearly wrote in inscriptions shramans must be respected
यस,किलर था वो।
@@politicalviews4473 Sanjiv Sanyal (Principal Economic Advisor to PM) !! Meenakshi Jain( Historian), Sitaram Goel Ji( Historian)!! All said the same thing!
Sitaram Goel even challenged Romila Thapar to prove that Ashok converted to Buddhism after Kalinga War! She never come to debate!
Aur haan maine yeh sab inki likhi hui books se padha hai!
Mai Colors pe Ashok ka serial dekhkar history nhi padhta!
@@alphaff9939 and yes that inscription were created by Romila Thapar 🤣
Best episode N best researched ❤❤
धर्म एक ही है सनातन धर्म
बाकी सब संप्रदाय, मज़हब, पंथ है।
समय की मांग से सनातन से उत्पन्न और सनातन में ही लीन हो जाते है।
लेकिन यह धर्म की धाराएं है। जिन्हे मतांतर से अलग धर्म मान लिया जाता है।
Buddhism is divided into two sects 1)Hinayan 2) Mahayan.This Mahayan further divided into Vajrayan and Tantrayan.What you call Mahayan is no other than Sanatan Hindu religion of to day
and Baba Yogi Adityanath belongs to Gorakhnath who was the disciple of Mastyendranath who belongs to Tantrayan which came from Vajrayan sakha of Buddha marg.Thats why Yogi Aditya nath is shaving his head as he originally belongs to Buddhism.😂😂
@@Priyadarshi-n3zगुरु गोरखनाथ जी शिव के अवतार माने जाते है।
और बौद्ध धर्म में भगवान का वर्णन नहीं है। तथाकथित बौद्ध लोग , तथागत बुद्ध को भगवान मानने लगे। जबकि उन्होंने कभी नहीं कहा कि वो भगवान है। बौद्ध धर्म नास्तिकता का समर्थन करता है।
Jab form bharna rahta hai usme dharm wale section me kya bharta hai? Hindu ya sanatan?
@@rewa786भारतीय दर्शन में नास्तिक जो वेदों को नही मानते वो हा बौद्ध ने कभी खुद को देव नही माना भगवान का अर्थ है गुणवान, पाली भाषा में भगवान का अर्थ है जो राग, द्वेष, और मोह के बंधनों को तोड़ चुका है वो, भगवान शब्द का अर्थ 'भाग्यशाली', 'धन्य', 'शानदार', 'दिव्य', 'आदरणीय', और 'पवित्र' भी होता है.
You are welcome on science journey channel
Gapodiye ki tarah gappe mat Maro
Sanatan koi dharm nhi hai
Na hi koi evidence
"All belief systems are elaborate fabrications, if logic is followed out to the end."-
Ajivika quote
वेद भेद नाही थे तब 😂 ऑर वो पाली है ब्राह्मी नाही
😂😂 tu sj ka aadmi hai na be
🤣🤣🤣🤣 sj
@@satyasanatan3196 hamara atith
वीडियो कुछ हद तक सही है।कुछ दूसरों के कथनों के आधार पर गलत बातें भी कही गई हैं।धन्यवाद
Nastik darshan hi Bharat ka asli darshan hai
नास्तिकता का भारत में कोई स्थान या इतिहास नहीं है।
What a brilliant Video man! Never knew this !
जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर श्री 1008 ऋषभदेव आदिनाथ भगवान 🚩
जैन धर्म के 24 वे तीर्थंकर श्री 1008 महावीर स्वामी 🚩
Ye Jaino dwara khud ko sanatanio me dash avatar ki Avdharna ke counter ke liye krtrim roop se gadhe gaye there thanks hai. Historically to ye ek jhoot hai.
@@sanjaypasari historically to शिव विष्णु गणेश भी exits नहीं करते... और रहीं बात अवतार की तो जैन धर्म अवतारवाद को नहीं मानता... हिन्दू धर्म ग्रंथो वेदों और विष्णु पुराण मे ही तुम लोगों ने प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ को विष्णु का अवतार बताया है... जबकि जैन दर्शन अवतारवाद का पूर्णता खंडन करता है.... आपकी जानकारी अधूरी के साथ साथ गलत. भी है
Mahaveer swami ji is founder of Jainism, rest 23 tirthankars are imaginary gods, who never existed at all . Jainism and Buddhism were born almost at the same time.
@@alokjain6195there are no any jain Tirthankars name in vedas. It's jain sadhus fooling innocent jains from last 2600 years. Vedas are only knowledge given by almighty god at the begining bof creation. There is no any history, story, geographical details in vedas. Only vedic religion is eternal and Jainism is just 2600 years old
@@DeelipJain-i5v जैन वेदों को नहीं मानते है.... वेदों मे तीर्थंकरो वर्णन है ये भी आपके धर्म गुरु बताते है.... जैनों के लिए वेद महत्व नहीं करते इसलिए वर्णन हो ना हो हमे फर्क ही नहीं पड़ता... वो तो हिन्दू लोग कहते है वेदों गीता पुराणों मे वर्णन है और विष्णु का अवतार बताते है जबकि जैन तो अवतारवाद को मानते ही नहीं है
Athi sunder spech very intresting spech thanks namo buddhaya