बहुत खुशी होती है और आँखें नम हो जाती हैं जब भी आपको सुनता हूँ.... धन्य हैं वो माता पिता जिन्होनें आप जैसे रत्न को जन्म दिया...मेेरा उनको सादर प्रणाम...
आप जैसे सुदंर सोच वाले इंसान अगर धरती 🌍 पर हो तो कोई भी नारी के साथ कभी भी गलत नही होता।...... Your voice is superb..... And many times this song were still young 🤗🤗❤❤👌👌😊😊☺
घुटनों से रेंगते रेंगते कब पैरों पर खड़ा हुआ तेरे आंचल की छांव में माँ न जाने कब मैं बड़ा हुआ। काला टीका दूध मलाई आज भी सब कुछ वैसा है तू ही तू हूं सब जगह माँ प्यार यह तेरा कैसा है । मैं ही तेरा भोला-भाला मैं ही सबसे अच्छा हूं कितना भी हो जाऊं बड़ा मां आज भी तेरा बच्चा हूं।। 😊😊 जय जननी
कामायनी की श्रद्धा सर्ग की मेरी कुछ सबसे अधिक पसंदीदा पंक्तियां। जयशंकर प्रसाद जी की कविता छायावादी काव्य के माध्यम से सांस्कृतिक उत्थान को एक नया सोपान पर भारतीय विचारधारा को पहुंचाया।
काम सब गैर ज़रूरी है जो सब करते हैं आप कुछ नही करते गज़ब करते हैं ❤... आपको लगभग 7-8 साल की उम्र से सून रहा हूं कवि आप लाजवाब हो, राजनीति आपके अंदर नही है क्योंकी राजनीति मे बहुत गंद है लैकिन मेरी दिल से ख्वाहिश है की एक बार आपको शपथ लेता देखूं, समय का चक्र घूमेगा मुझे विश्वास हे एक नया सूरज निकलेगा। आप हमारे कुमार भईया हो ❤
कितनी सुंदर व्याख्या है नारी की.....👏👏 मेरा वादा है..हमारी मातृभाषा हिन्दी से सुंदर कोई भाषा हो नही सकती इस विश्व में हमारे लिए। Thanks Dr. Kumar Vishwas
Brilliant as usual. Kumar viswas is one name who become brand ambassador for clean politics in India who think about the nation. One name who has dare to speak against his own party if something wrong.. and one name who popularized Hindi Kavita not only in India but across the globe... We as Indian salute you.
अद्भुत , मेरे पास शब्द नहीं है आप के प्रशंसा के लिए बस आप इस से अंदाजा ला सकते हैं की मैंने इस 1:49 min की कविता को लगातार 3 घंटों तक सुनता रहा | मैं आप से मिल भी चुका हूँ जब आप पटना आए थे
कुमार विश्वास कर नमस्कार अटल जी की अंतिम यात्रा के दिन जब आज तक के चैनल पर बोल रहे थे तो लग रहा था कि मैं भगवान से बात कर रहा हूं आप की मधुर भाषा मुझे बहुत ही अच्छी लगती है आप के मुख से हमेशा अच्छी कविताएं अच्छे विचार निकलते हैं जो बहुत ही अच्छी बातें हैं भगवान आपको हमेशा ऐसे ही अच्छे रास्तों पर ले जाएं जिससे आप अपने प्यारे भारत देश को एक नई ऊंचाई पर ले जाएं और हम लोग इसमें साथ हैं आपका धन्यवाद
नारी तुम केवल श्रद्धा हो संकल्प आज तो जलसे अपने तुम दान कर चुकी पहले ही जीवन के सोने से सपने नारी तुम केवल श्रद्धा हो विश्वास रजत नग पग तल में पीयूष स्रोत सी बहा करो जीवन के सुंदर समतल में देवों की विजय दानवों कि हांरो का होता युद्ध राह संघर्ष सदा और अंतर में जीवित रहेे विरुद्ध रहा आंसू के इस अंचल पर तुमको मन का सब कुछ रखना होगा तुमको अपनी स्मिथ रेखा से यह संधि पत्र लिखना होगा
Prasad ji ki kaljai rachana aur kumar ji ki sashakt prastuti man ko chhu jati hai dhany ho Bharat Mata ke saputon dhany ho logo ko ise sunana aur ssmsjhana chahiye line dil ko hila deti hai
मेरी सगी बहन 5 है लेकिन इस दुनिया में मेरी पत्नी जी को छोड़कर हर नारी मेरी माँ बहन है 🙏नमन करता हूँ नारी के सम्मान मैं ❤
नारी! तुम केवल श्रद्धा हो,
विश्वास रजत नग पग तल में।
पियूष स्रोत सी बहा करो,
जीवन के सुंदर समतल में।
🙏🙏❤️❤️❤️❤️
कुमार भाई मुझे गर्व है ऐसी भारत माता पर जिन्होंने ऐसा लाल भारत को दिया
सर आपने जयशंकर प्रसाद की कृति को अपनी आवाज में और जीवंत कर दिया है।आप धन्य है सर।मै भी जयशंकर प्रसाद के वाराणसी से ही हूं।
बहुत खुशी होती है और आँखें नम हो जाती हैं जब भी आपको सुनता हूँ.... धन्य हैं वो माता पिता जिन्होनें आप जैसे रत्न को जन्म दिया...मेेरा उनको सादर प्रणाम...
नारी तुम केवल श्रद्धा हो 🙏🙏
हजार बार सुन चुका हूं , मन है के भरता ही नहीं
आप जैसे सुदंर सोच वाले इंसान अगर धरती 🌍 पर हो तो कोई भी नारी के साथ कभी भी गलत नही होता।...... Your voice is superb..... And many times this song were still young 🤗🤗❤❤👌👌😊😊☺
घुटनों से रेंगते रेंगते कब पैरों पर खड़ा हुआ
तेरे आंचल की छांव में माँ न जाने कब मैं बड़ा हुआ।
काला टीका दूध मलाई आज भी सब कुछ वैसा है
तू ही तू हूं सब जगह माँ प्यार यह तेरा कैसा है ।
मैं ही तेरा भोला-भाला मैं ही सबसे अच्छा हूं
कितना भी हो जाऊं बड़ा मां आज भी तेरा बच्चा हूं।।
😊😊
जय जननी
Ye bhut hi achhi line h .
Ye sabad hmare desh k log smjh pate.🙏
"अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस" पर हिंदी के कोश से एक शानदार प्रस्तुति।
आपको अनेकों धन्यवाद सर।
The person who is listening this is truly a gentleman ❤❤❤
इस कविता को सुनते रहने का मन करता है। धन्य हैं वो माता पिता जिन्होंने आप जैसे हीरे को जन्म दिया । अद्भूत,......!
लाजवाब.... जयशंकर प्रसाद के शब्द और कुमार विश्वास का स्वर कमाल है❤️👍🙏
कुमार विश्वास जी की इस कविता ने मेरे मन को एकाग्र कर लिया अपने आप की कविताओं में । मैं मुनेन्द्र उनको सस्बत प्रणाम करता हूं।🙏
अत्यंत सुन्दर कविता जो नारी की सुंदरतम प्रस्तुती एक पुरुष द्वारा है,बारम बार नमन🙏
Sir एक आप ही है जो आधुनिक भारत में भी सभी नोजवानो पर हिंदी भाषा का रंग चढ़ा सकते हों। 🙏🙏
नारी तुम केवल श्रद्धा हो
वाह जी विस्वास जी
ये मैं कई बार सुनता हूं और बहन को याद करता हूं
ऐसा लगता है कि ये कविता सुनने के लिए मेरा दिल काफी सदियो से इंतज़ार कर रहा था धन्यवाद सर्🙏🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳जय हिंद🇮🇳
प्रणाम कविवर।
मर्मस्पर्शी कविता को मर्मस्पर्शी स्वर मिला तो शब्द शब्द खिल उठा।
अवश्य मेरे प्रिय कवि प्रसाद जी की आत्मा भी तृप्त हो गयी होगी
कामायनी की श्रद्धा सर्ग की मेरी कुछ सबसे अधिक पसंदीदा पंक्तियां। जयशंकर प्रसाद जी की कविता छायावादी काव्य के माध्यम से सांस्कृतिक उत्थान को एक नया सोपान पर भारतीय विचारधारा को पहुंचाया।
नारी तुम केवल श्रद्धा हो 😍🙏
जयशंकर प्रसाद जी की इस सुंदर रचना को अपनी आवाज़ देकर आपने इसमें चार चांद लगा दिए हैं.....
जयशंकर प्रसाद जी ने नारी सशक्तिकरण पर क्या अद्भुत रचना की है ❤
Dr कुमार विश्वास जी को सुनकर ,एक अलग ही माहोल उत्पन्न होता हैं।। जो हिन्दी को एक अलग ही दिशा दी हुई हैं।।
नारी के बिना इस जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती☺️☺️👍👍👍
काम सब गैर ज़रूरी है जो सब करते हैं
आप कुछ नही करते गज़ब करते हैं ❤...
आपको लगभग 7-8 साल की उम्र से सून रहा हूं कवि आप लाजवाब हो, राजनीति आपके अंदर नही है क्योंकी राजनीति मे बहुत गंद है लैकिन मेरी दिल से ख्वाहिश है की एक बार आपको शपथ लेता देखूं, समय का चक्र घूमेगा मुझे विश्वास हे एक नया सूरज निकलेगा।
आप हमारे कुमार भईया हो ❤
और आना चाहिए इसी कविता वो भी कुमार विश्वास के स्वर में ❤
मुझे विश्वास है, कुमार विश्वास जैसा कोई नहीं!👏
सर आपकी वाणी प्रांजल शाश्वत है
और ये जयशंकर जी की रचना अद्भुत अद्धितीय है
अद्भुत..आंसू आगये सर इतना सुंदर समागम प्रसाद जी की कविता और प्रसाद स्वरूप हमे आपके स्वर में मिली
आदरणीय पूज्य जयशंकर प्रसाद जी सदैव अंतस में अमर रहें...
The pics which you have present in this is awesome. Ek nari Durga, mhaKali h to vo pyar se paripuran shant Saraswati b h.... Superb words Sir..
कितनी सुंदर व्याख्या है नारी की.....👏👏
मेरा वादा है..हमारी मातृभाषा हिन्दी से सुंदर कोई भाषा हो नही सकती इस विश्व में हमारे लिए।
Thanks Dr. Kumar Vishwas
Mai insta sunkr aai hu bhut unique and best laga .
जयशंकर प्रासाद जी क्या भाषा है मज़ा आजाता है जब उनकी कविता , कहानी , उपन्यास और नाटक पढ़ते है
Dr कुमार विश्वास जी का संघर्ष माँ हिंदी के लिए अटूट है
This poem ✍✍is touched my heart❤❤ straight ⬆️away there can be no better👌👌 poem than this in the 👏👏honour of women 🙏🏿🙏🏿🙏🏿
जयशंकर प्रसाद जी की कालजयी औऱ अमर रचना।
आप की आवाज दिल को छू जाती हैं रोम रोम प्रफुल्लित हो उठता हैं । मन एकदम खुशियों से भर जाता हैं ।❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏
आज भी यह कविता और उसकी यह पाठ रोंगटे खड़ा कर देती है।❤️
Brilliant as usual. Kumar viswas is one name who become brand ambassador for clean politics in India who think about the nation. One name who has dare to speak against his own party if something wrong.. and one name who popularized Hindi Kavita not only in India but across the globe... We as Indian salute you.
अदभुत कविता और स्वर
Mashallah....kumar vishwas ji❤❤❤
एक मधुर और सुन्दर आवाज जो दिल को छू रही है
बहुत ही सुंदर 🥺❤️🙏🏻
Your voice give goosebumps, the way you give respect to all women ❤🙏
Yh nari sakti ki pahchan hai ❤bhut dil adbhut poem hai namn hai ❤❤
यह संधिपत्र लिखना होगा ✍️✍️👩👩
अद्भुत।।। सर जी
I have no words to say ।
Sir suprb ❣️
तर्पण एक अच्छी सुरुबात है हमारे पूर्व कवियों के सम्मान के लिए
आपकी हर कविता बहुत अच्छी है sir,
और आपसे प्रेरीत हो कर मैं भी हिन्दी कविता खुद से लिख कर youtube पर डालता हूँ।
बहुत बहुत धन्यवाद।
हमे भी भेजो भाई ....
बहुत बढिया भाई मैं भी कविता लिखती हूँ........।👍👌👍👍👍
इक अद्भुत शव्दों की माला जिसमे नारी की कोमलता को बहुत अच्छे से सन्दर्भित किया गया है ,,
कोटी कोटी नमन जयशन्कर् प्रसाद जी को।।🙏
(+) पूर्वजों की प्रतिमा के सामने दीपक जला रहे हैं आप
मै प्रणाम करता हूँ आपके विचारों को
माँ सरस्वती का आप पर आशीर्वाद विशेष है सर
दिल को छू लिया ।।।
सशक्तिकरण आपके शब्दो व विचारो का मार्गदर्शक है ।।
hiii
आपकी हर कविता बहुत ही अच्छी होती है। दिल को छू जाती है और शरीर के रोम रोम को पुलकित कर देती है
नारी तुम केवल श्रद्धा हो..... ❣️🙏🏿
अद्भुत , मेरे पास शब्द नहीं है आप के प्रशंसा के लिए बस आप इस से अंदाजा ला सकते हैं की मैंने इस 1:49 min की कविता को लगातार 3 घंटों तक सुनता रहा | मैं आप से मिल भी चुका हूँ जब आप पटना आए थे
अपकी वाणी में अमरत्व है
जयशंकर प्रसाद जी गद्य और पद्य दोनों पर समान अधिकार रखते हैं और वह भी बहुत ही प्रभावशाली।
बहुत खुशी होती है और आंख नाम हो जाती है आपको सुनता हूं कोटि कोटि नमन करती हूं आप जैसा महान गायक को😢🙏🏻🙏🏻🌹🌹🌹
अद्वितीय प्रस्तुति है! हम भी अति सौभाग्यशाली हैं एवं माँ सरस्वती जी की असीम कृपा है कि आप जैसा कवि एवं व्यक्तित्व भारतवर्ष को प्राप्त हुआ।
वा वा डाक्टर कुमार विश्वास जी
भाव विभोर कर देने वाली नारी की महत्ता को समर्पित एक अद्वितीय रचना।
डॉ साहब इतना अच्छा गाया है कि दिल ही नहीं भरता। ❤❤❤❤
I'm very happy to listen such poems. One day whole world will listen such powerful poems in your voice. Superb
अदभुत और अंतरमन को छूने वाला गीत🎉❤😊
जयशंकर प्रसाद जी से अच्छी तरह आज तक कौन नारी को समझ पाया है आज भी उनकी कृति कामायनी हमारी धरोहर है।
हृदय मे आज ऐसा भाव है जिसकी अनुभूति इससे पहले कभी नहीं हुई । ❤😊❤
Unbelievable what a great poem with great voice ❤
मेरे दिल को छूने वाली कविता ❤️❤️
कुमार सर के गीत,कविता और हर रचना के हर शब्द में अनंत गहराई है ❤
अद्भुत आप के स्वर में सचमुच माँ सरस्वती विराजमान हैं 🙏🙏
क्या खूब गाया है कुमार सर ने❤
प्रसाद जी की कविता आपके श्रीमुख से सुनकर हृदय आनंदित हो गया
Dil ko chhu gyi ....💜
कुमार विश्वास कर नमस्कार अटल जी की अंतिम यात्रा के दिन जब आज तक के चैनल पर बोल रहे थे तो लग रहा था कि मैं भगवान से बात कर रहा हूं आप की मधुर भाषा मुझे बहुत ही अच्छी लगती है आप के मुख से हमेशा अच्छी कविताएं अच्छे विचार निकलते हैं जो बहुत ही अच्छी बातें हैं भगवान आपको हमेशा ऐसे ही अच्छे रास्तों पर ले जाएं जिससे आप अपने प्यारे भारत देश को एक नई ऊंचाई पर ले जाएं और हम लोग इसमें साथ हैं आपका धन्यवाद
सर मुझे बहुत अच्छा लगा कि आपने हम तक यह संदेश पहुँचाया 🔥🔥
नारी तुम केवल श्रद्धा हो संकल्प आज तो जलसे अपने तुम दान कर चुकी पहले ही जीवन के सोने से सपने नारी तुम केवल श्रद्धा हो विश्वास रजत नग पग तल में पीयूष स्रोत सी बहा करो जीवन के सुंदर समतल में देवों की विजय दानवों कि हांरो का होता युद्ध राह संघर्ष सदा और अंतर में जीवित रहेे विरुद्ध रहा आंसू के इस अंचल पर तुमको मन का सब कुछ रखना होगा तुमको अपनी स्मिथ रेखा से यह संधि पत्र लिखना होगा
Prasad ji ki kaljai rachana aur kumar ji ki sashakt prastuti man ko chhu jati hai dhany ho Bharat Mata ke saputon dhany ho logo ko ise sunana aur ssmsjhana chahiye line dil ko hila deti hai
बहुत सुंदर गाथा दिल खुश कर दिया भाई
नि: संदेह नारी केवल श्रद्धा है 🙏🥺😊
❤❤❤निशब्द क्या लिखु तारीफ़ में अद्भुत आदितीय
U r blesses with the 'word power' of goddess saraswati....Spread it worldwide....
क्या अद्भुत मधुर आवाज है ।
सर आपकी वाणी का स्पर्श पाकर कोई भी कविता अनश्वर हो जाती है
नारी तुम श्रद्धा हो प्रेम हो , शांति हो । 🙏🙏🙏🍀🍀🌸🇮🇳
Bahut sundar hai bhai ji ko ❤
गर्व है सर कि हम उस पीढ़ी में हैं जिसमे हम आपको और आपके द्वारा गाये गए गीतों को सुन रहे हैं ...
I'm your biggest fan
Naman h Sirji 🙏 🙏 Aapko
Vijay bhav
Luv it....women are the one of the special creation of god....respect her love her.....give space to her😘😇...
Thanks Kumar sir....ye har ladki k Jivan ki suchhai h...
Aapko dil se Naman hai Kumar sir...u r great person 🙏🙏❤️
Salute sir kya लिखा है आपने ❤️❤️❤️❤️🪷🪷🪷🪷🪷🪷💐
अद्भुत
सर आप तो लोगों को हिन्दी पढने के लिए मजबूर कर दोगे।
Kumar Vishwas Sir...your all poetry...is best...aap bahut axe kabi h sir...🤘🤘🤘💯💯💯✅✅✅👍👍👌👌
Behad khubsoorat 👌ek ek shbad dil takk uter aaya..!!! Aankhon mein aansu aagye..!!! Aapko shatt shatt naman..!!!🙏
अद्भुत अविश्वसनीय स्मरणीय क्या सुर है सर जी
Amazing voice sir...
Bahoot sundar...
MY FAVOURITE Poem...
kumar vishwas ji apki jitni tariff ki Jaye kam hai
I got goosebumps very amazing can not explain
जिस तरह से अपने इसे गाया है ऐसा लग रहा इस कविता में जीवन आ गया हो।
कितना मधुरता है ऐसा लग रहा आप स्वयं इसे कितना महसूस करके गा रहे है।