सत साहेब बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान की जय हो जीव हमारी जाती है मानव धर्म हमारा हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई धर्म नहीं कोई न्यारा सत्य साहिब जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी भगवान की जय हो
श्रीकृष्ण ने स्वयं तामरध्वज को आरे से कटवाकर जीवित कर दिया था लेकिन अभिमन्यु को जीवित नहीं कर सके। जबकि कबीर जी ने मृत कमाली को कब्र से निकलवाकर जीवित कर दिया था।
कबीर, सतगुरु के दरबार मे, जाइयो बारम्बार भूली वस्तु लखा देवे, है सतगुरु दातार। हमे सच्चे गुरु की शरण में आकर बार बार उनके दर्शनार्थ जाना चाहिए और ज्ञान सुनना चाहिए।
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी 🙏 वर्तमान में एकमात्र तत्वदर्शी संत सतगुरू रामपाल जी महाराज जी ही हैं जो हमें वेदों और शास्त्रों के अनुकूल सत भक्ति बताते हैं उनके बताए मार्ग पर चलने से और मर्यादा में रहकर भगति करने से मोक्ष प्राप्त होता है 🙏
#सच्चा_सतगुरु_कौन गुरू के लक्षण चार बखाना, प्रथम वेद शास्त्र को ज्ञाना (ज्ञाता)। दूजे हरि भक्ति मन कर्म बानी, तीसरे समदृष्टि कर जानी। चौथे वेद विधि सब कर्मा, यह चार गुरु गुण जानो मर्मा। Sant Rampal Ji Maharaj
संतों सतगुरु मोहे भावै, जो नैनन अलख लखावै।। ढोलत ढिगै ना बोलत बिसरै, सत उपदेश दृढ़ावै।। आंख ना मूंदै कान ना रूदैं ना अनहद उरझावै। प्राण पूंज क्रियाओं से न्यारा, सहज समाधि बतावै।।
#सच्चा_सतगुरु_कौन It is said in Shrimad Bhagwat Geeta Chapter 15 Verse 1 - 4, 16, 17 that the saint who will tell all the divisions of this upside down tree of the world is the perfect Guru / true Sadguru. ~ Sant Rampal Ji Maharaj.
गीता अध्याय 15 श्लोक 1 में गीता ज्ञान दाता ने तत्वदर्शी संत (सच्चा सतगुरु) की पहचान बताते हुए कहा है कि वह संत संसार रूपी वृक्ष के प्रत्येक भाग अर्थात जड़ से लेकर पत्ती तक का विस्तारपूर्वक ज्ञान कराएगा। 🪕
श्रीमद्भगवत गीता अध्याय 15 श्लोक 1 - 4, 16, 17 में कहा गया है जो संत इस संसार रूपी उल्टे लटके हुए वृक्ष के सभी विभाग बता देगा वह पूर्ण गुरु/सच्चा सद्गुरु है। यह तत्वज्ञान केवल संत रामपाल जी महाराज ही बता रहे हैं। Sant Rampal Ji Maharaj
#सच्चा_सतगुरु_कौन सतगुरु के लक्षण कहूं, मधूरे बैन विनोद। चार वेद षट शास्त्र, कहै अठारा बोध।। सतगुरु गरीबदास जी महाराज अपनी वाणी में पूर्ण संत की पहचान बता रहे हैं कि वह चारों वेदों, छः शास्त्रों, अठारह पुराणों आदि सभी ग्रंथों का पूर्ण जानकार होगा। Sant Rampal Ji Maharaj
कबीर, गुरु बड़े हैं गोविन्द से, मन में देख विचार ।हरि सुमरे सो वारि हैं, गुरु सुमरे होय पार।। कबीर, राम कृष्ण से कौन बड़ा उन्हूं भी गुरु किन्हं । तीन लोक के वे धनी, गुरु आगे आधीन ।।
👉📚गीता अध्याय 15 श्लोक 1 में गीता ज्ञान दाता ने तत्वदर्शी संत (सच्चा सतगुरु) की पहचान बताते हुए कहा है कि वह संत संसार रूपी वृक्ष के प्रत्येक भाग अर्थात जड़ से लेकर पत्ती तक का विस्तारपूर्वक ज्ञान कराएगा।
एक समय गुरू बंसी बजाई, कालंद्री के तीर। सुर नर मुनिजन थकत भये, रूक गया जमना नीर। श्रीकृष्ण जी जब बांसुरी बजाते थे तो उसको सुनकर गोपियाँ व गायें खींची चली आती थी। संत मलूक दास जी ने बताया है कि एक समय मेरे सतगुरु कबीर जी ने यमुना दरिया के किनारे बांसुरी बजाई थी
कबीर साहेब जी अपनी वाणी में कहते हैं कि- जो मम संत सत उपदेश दृढ़ावै (बतावै), वाके संग सभि राड़ बढ़ावै। या सब संत महंतन की करणी, धर्मदास मैं तो से वर्णी।। कबीर साहेब अपने प्रिय शिष्य धर्मदास को इस वाणी में ये समझा रहे हैं कि जो मेरा संत सत भक्ति मार्ग को बताएगा उसके साथ सभी संत व महंत झगड़ा करेंगे। ये उसकी पहचान होगी। 🪕
कबीर परमेश्वर जी ने कहा है कि जो सच्चा गुरु होगा उसके 4 मुख्य लक्षण होते हैं। 1. सब वेद तथा शास्त्रों को वह ठीक से जानता है। 2. दूसरे वह स्वयं भी भक्ति मन कर्म वचन से करता है अर्थात उसकी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं होता। 3. तीसरा लक्षण यह है कि वह सर्व अनुयायियों से समान व्यवहार करता है भेदभाव नहीं रखता। 4. चौथा लक्षण यह है कि वह सर्व भक्ति कर्म वेदो ( चार वेद तो सब जानते हैं ऋग्वेद, यजुर्वेद ,सामवेद, अथर्ववेद तथा पांचवा वेद सूक्ष्म वेद सरवन वेदो) के अनुसार करता और कराता है। 🪕
पूर्ण गुरु की पहचान पूर्ण गुरु तीन प्रकार के मंत्रों (नाम) को तीन बार में उपदेश करेगा जिसका वर्णन कबीर सागर ग्रंथ पृष्ठ नं. 265 बोध सागर में मिलता है व गीता जी के अध्याय नं. 17 श्लोक 23 व सामवेद संख्या नं. 822 में मिलता है।
#सच्चा_सतगुरु_कौन 🪕जो पूर्ण सतगुरु होगा उसमें चार मुख्य गुण होते हैं:- गुरू के लक्षण चार बखाना, प्रथम वेद शास्त्र को ज्ञाना (ज्ञाता)। दूजे हरि भक्ति मन कर्म बानी, तीसरे समदृष्टि कर जानी। चौथे वेद विधि सब कर्मा, यह चार गुरु गुण जानो मर्मा। कबीर सागर के अध्याय ‘‘जीव धर्म बोध‘‘ के पृष्ठ 1960 पर ये अमृतवाणियां अंकित हैं। Sant Rampal Ji Maharaj
🪕जो पूर्ण सतगुरु होगा उसमें चार मुख्य गुण होते हैं:- गुरू के लक्षण चार बखाना, प्रथम वेद शास्त्र को ज्ञाना (ज्ञाता)। दूजे हरि भक्ति मन कर्म बानी, तीसरे समदृष्टि कर जानी। चौथे वेद विधि सब कर्मा, यह चार गुरु गुण जानो मर्मा। कबीर सागर के अध्याय ‘‘जीव धर्म बोध‘‘ के पृष्ठ 1960 पर ये अमृतवाणियां अंकित हैं।
गुरू पौर्णिमा के लिए भगतभाई --बहनों किसी को भी गुरूजी बनवावे आपके पास 51 RSSS वालों की लिस्ट जो भी अच्छा लगता है बना दो भगतभाई बहनों, हमें तो आखरी सांसो तक Time pass तो करना ही भगतों, सतलोक का आस तो छोड़ दीजिए, जबतक जिंदा है तब तक खालो देशी घी से बनाया पकवानों को खाते रहो हम-सब मिलाकर बोलो जय बंदी छोड़ की जी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
वर्तमान के सभि धर्म गुरु और कथा वाचक ने गलत ज्ञानका प्रचार कर रहे हैं, सिर्फ धन्धा है ये। सन्त रामपाल जी महाराज हि वो तत्वदर्शी सन्त है, जिसके बारेमे गीता १५-१ मे बर्णन है।
गुरु पूर्णिमा पर जानिए कौन है पूर्ण गुरु। गीता अध्याय 15के श्लोक 1 से 4 में तत्वदर्शी संत की पहचान बताई है कि जो संसार रूपी पीपल के वृक्ष के सभी विभाग यानी जड से पत्ते तक सभी अंगों को भिन्न भिन्न बता देगा वह तत्वदर्शी संत होगा। वर्तमान में पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज जी ही है जो शास्त्र अनुकूल सतभक्ति बता रहे हैं।
श्रीकृष्ण जी जब बांसुरी बजाते थे तो उसको सुनकर गोपियाँ व गायें खींची चली आती थी। संत मलूक दास जी ने बताया है कि एक समय मेरे सतगुरु कबीर जी ने यमुना दरिया के किनारे बांसुरी बजाई थी जिसको सुनकर स्वर्ग लोक के देवता, ऋषिजन तथा आस-पास के व्यक्ति खींचे चले आए थे और जमुना (कालंद्री) का जल भी रूक गया था। RUclips Debates SUBSCRIBE एक समय गुरू बंसी बजाई, कालंट्री के तीर। सुर नर मुनिजन थकत भये, रूक गया जमना नीर
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब ही है जो हमें काल के बंधन से मुक्त करके सतलोक ले जाते है।🙇🙏🌷🌹🌿🥀🌻 बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान जी जय हो⚘⚘⚘🥀🥀
सत साहेब बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान की जय हो जीव हमारी जाती है मानव धर्म हमारा हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई धर्म नहीं कोई न्यारा सत्य साहिब जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी भगवान की जय हो
सत साहिब जी बंदी छोड़ संत रामपाल भगवान जी की जय हो बंदी छोड़ संत रामपाल भगवान जी के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम
🎊बन्दीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय🎊
22/07/24
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी पूर्ण संत है
वेदों से प्रमाणित ज्ञान सिर्फ जगत् गुरु तत्वदरशी संत रामपाल जी ही बताते हैं
श्रीकृष्ण ने स्वयं तामरध्वज को आरे से कटवाकर जीवित कर दिया था लेकिन अभिमन्यु को जीवित नहीं कर सके। जबकि कबीर जी ने मृत कमाली को कब्र से निकलवाकर जीवित कर दिया था।
आज इस पृथ्वी पर संत राम पाल जी महाराज जी ही एक मात्र पूर्ण तत्वदर्शी संत वा गुरु हैं
विश्व में पूर्ण गुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ही है
कबीर, सतगुरु के दरबार मे, जाइयो बारम्बार भूली वस्तु लखा देवे, है सतगुरु दातार। हमे सच्चे गुरु की शरण में आकर बार बार उनके दर्शनार्थ जाना चाहिए और ज्ञान सुनना चाहिए।
वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी ही एकमात्र सतगुरू है जो शास्त्र अनुकूल सतभक्ति दे रहे हैं जो मोक्ष दायक है।
कबीरा , दर्शन साधु के मुख पर बसे सुहाग
उसी को होते हैं जिनके पूर्ण भाग।।कबीरा , दर्शन साधु के मुख पर बसे सुहाग
उसी को होते हैं जिनके पूर्ण भाग।।
True scriptures based knowledge is given by Tatvadarshi Sant Rampal Ji Maharaj Ji only, only he have all qualities of a true guru🙏
Bandichhodparampitaparmatmajisri
Rampaljibhagwanjikijayho
Satsahebjiki
Daas❤
🙏🙏 कोटी कोटी सिजदा करू ' कोटी कोटी प्रणाम । चरण कमल मे राखियो ' मै बांदी जाम गुलाम ॥🙏🙏
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान जी की जय हो बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान जी की जय ह
आज इस पृथ्वी पर संत रामपाल जी महाराज ही एकमात्र पूर्ण तत्वदर्शी संत व गुरुहै
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी 🙏 वर्तमान में एकमात्र तत्वदर्शी संत सतगुरू रामपाल जी महाराज जी ही हैं जो हमें वेदों और शास्त्रों के अनुकूल सत भक्ति बताते हैं उनके बताए मार्ग पर चलने से और मर्यादा में रहकर भगति करने से मोक्ष प्राप्त होता है 🙏
परम पूज्य तत्वदर्शी सन्त रामपाल जी महाराज के चरणकमलों में दास का कोटि कोटि दण्डवत प्रणाम
सदगुरु के लक्षण कहू मधुरे बेन विनोद ।
चार वेद छः शास्त्र वो कहे अठारह बोध ।।
मेरे परमात्मा मेरे भगवान बंदी छोड़
❤❤ तत्वदर्शी संत की शरण में जाने के बाद ही सत भक्ति प्रारंभ होती है
असली ज्ञान भक्ति का, मोक्ष का केवल सन्त रामपाल जी महाराज जी के पास है, जय हो बन्दी छोड़ की
शास्त्रों से प्रमाणित ज्ञान तो सतगुरु रामपाल जी महाराज ही बताते हैं
The great spiritual knowledge
Kabir is superem God
काल डरै करतार से, जय-जय-जय जगदीश।
जौरा जोड़ी झाड़ता, पग रज डारे शीश।।
कबीर गुरु बिन माला फेरते , गुरु बिन देते दान । गुरु बिन दोनो निष्फल है, पूछो वेद पुराण।।
👑कबीर⭐
शरण पड़े को गुरु सम्हाले , जान के बालक भोला रे।
कहे कबीर चरण चित राखो , ज्यों सुई में डोरा रे।।
Bandi chhod satguru Rampal Ji Bhagwan ki Jay Ho
आज इस ब्रह्माण्ड में सिर्फ़ एक सच्चे और आधिकारिक संत जगतगुरू तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज है, गुरू जी से नाम दीक्षा लेकर मोक्ष प्राप्त करें।
Purn Guru Sant Shiromani Jagatguru Tavtdarshi Sant Rampal Ji Bhagavan Ji Ki Jay Ho Ho 🙏🌹
#सच्चा_सतगुरु_कौन
Sant Rampal Ji Maharaj
Bandi chod sat guru rampal ji maharaj ji ke charno me koti koti dandwat pranam malik 🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान जी के चरणों में दास का कोटि कोटि दंडवत प्रणाम 🙏🙏😭😭😭
Purn Parmeshwer Kabir Saheb Ji Ki Jay Ho 💕
Mere guru ji ko barambar dandvat pranam❤❤🎉
बहुत ही पवित्र ज्ञान गुरूजी द्वारा बताई जा रहे हैं
#सच्चा_सतगुरु_कौन
गुरू के लक्षण चार बखाना, प्रथम वेद शास्त्र को ज्ञाना (ज्ञाता)।
दूजे हरि भक्ति मन कर्म बानी, तीसरे समदृष्टि कर जानी।
चौथे वेद विधि सब कर्मा, यह चार गुरु गुण जानो मर्मा।
Sant Rampal Ji Maharaj
मालिक के चरणों में दास का कोटि कोटि प्रणाम
संतों सतगुरु मोहे भावै, जो नैनन अलख लखावै।। ढोलत ढिगै ना बोलत बिसरै, सत उपदेश दृढ़ावै।।
आंख ना मूंदै कान ना रूदैं ना अनहद उरझावै। प्राण पूंज क्रियाओं से न्यारा, सहज समाधि बतावै।।
बंदी छोड़ दयाल जी तुम लग हमरी दौड़ जैसे कांग जहाज को सुझत ओर ना ठौर 🙏
తత్వ దర్శి సంత్ రాంపాల్ జీ మహారాజ్ గారు పూర్ణ గురువు
वेद पढ़े पर भेद न जाने, बांचें पुराण अठारह
पत्थर की पूजें करैं, भूल के सृजनहारा ।।
झूठ गुरु के आशरे कभी नहीं उतरे जीव सांचा पुरुष कबीर है आदि परम गुरु पीर
Sat Saheb ji pranam❤❤❤❤❤❤
यह तन विष की बेलड़ी, गुरु अमृत की खांण।शिश दिये सतगुरु मिले,तो भी सस्ता जाणं।।
#सच्चा_सतगुरु_कौन
It is said in Shrimad Bhagwat Geeta Chapter 15 Verse 1 - 4, 16, 17 that the saint who will tell all the divisions of this upside down tree of the world is the perfect Guru / true Sadguru.
~ Sant Rampal Ji Maharaj.
कबीर, गुरुको कीजे दण्डवत, कोटि कोटि प्रणाम।
कीट न जानै भृंग को, यों गुरुकरि आप समान ।।2।।
🙏 guru bhagwan
जब लग गुरु मिले ना साचा,
तब लग गुरु करो दस पाचा.🙏🥰
गीता अध्याय 15 श्लोक 1 में गीता ज्ञान दाता ने तत्वदर्शी संत (सच्चा सतगुरु) की पहचान बताते हुए कहा है कि वह संत संसार रूपी वृक्ष के प्रत्येक भाग अर्थात जड़ से लेकर पत्ती तक का विस्तारपूर्वक ज्ञान कराएगा।
🪕
He jagat walo sadh guru to sant rampal ji maharaj hi ha
मेरे सब कुछ बंदी छोड़ हैं
अनमोल ज्ञान हे जी
🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
❤❤❤❤sat saheb ji
गुरु के समान कोई तीर्थ नहीं
श्री नानक देव जी ने श्री गुरु ग्रन्थ साहेब जी के पृष्ठ 437 पर कहा है:-
नानक गुरु समानि तीरथु नहीं कोई साचे गुरु गोपाल।
श्रीमद्भगवत गीता अध्याय 15 श्लोक 1 - 4, 16, 17 में कहा गया है जो संत इस संसार रूपी उल्टे लटके हुए वृक्ष के सभी विभाग बता देगा वह पूर्ण गुरु/सच्चा सद्गुरु है।
यह तत्वज्ञान केवल संत रामपाल जी महाराज ही बता रहे हैं।
Sant Rampal Ji Maharaj
Anmol gyan 🙏
Bahut achhcha gyan
#सच्चा_सतगुरु_कौन
सतगुरु के लक्षण कहूं, मधूरे बैन विनोद। चार वेद षट शास्त्र, कहै अठारा बोध।।
सतगुरु गरीबदास जी महाराज अपनी वाणी में पूर्ण संत की पहचान बता रहे हैं कि वह चारों वेदों, छः शास्त्रों, अठारह पुराणों आदि सभी ग्रंथों का पूर्ण जानकार होगा।
Sant Rampal Ji Maharaj
अनमोल ज्ञान
संत साहेब जी
Great True Spiritual Knowledge 🙏
Kabir is god
बंदी छोड़ सतगुरु संत रामपाल जी भगवान की जय हो 🙏
Sat Saheb 🙏
कबीर, गुरु बड़े हैं गोविन्द से, मन में देख विचार ।हरि सुमरे सो वारि हैं, गुरु सुमरे होय पार।।
कबीर, राम कृष्ण से कौन बड़ा उन्हूं भी गुरु किन्हं ।
तीन लोक के वे धनी, गुरु आगे आधीन ।।
❤ બન્દીછોડસતગુરૂરામપાલજીમહારાજકીજયહો ❤
कबीर गुरु को कीजे दण्डवत कोटि कोटि प्रणाम।
कीट न जानै भृंग को ज्यो गुरु करे आप समान ।।
Satsabhi ji
👍👍👍👍❤❤❤❤❤❤❤
Rampal g is god
Sat sahab ji
ध्यान धरो अपने सतगुरु का ,रखो अटल विश्वास।
मत घबरा मन बावरे,जब सतगुरु हैं तेरे साथ।।
बहुत ही मोक्ष દાયક❤ अमृत ज्ञान दाता 🙏🙏🙏
👉📚गीता अध्याय 15 श्लोक 1 में गीता ज्ञान दाता ने तत्वदर्शी संत (सच्चा सतगुरु) की पहचान बताते हुए कहा है कि वह संत संसार रूपी वृक्ष के प्रत्येक भाग अर्थात जड़ से लेकर पत्ती तक का विस्तारपूर्वक ज्ञान कराएगा।
Koti koti pranm
sant rampal maharaj bhagwan ki jai ho 🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓
Sat sahib Malik ji ❤❤❤
एक समय गुरू बंसी बजाई, कालंद्री के तीर।
सुर नर मुनिजन थकत भये, रूक गया जमना नीर।
श्रीकृष्ण जी जब बांसुरी बजाते थे तो उसको सुनकर गोपियाँ व गायें खींची चली आती थी।
संत मलूक दास जी ने बताया है कि एक समय मेरे सतगुरु कबीर जी ने यमुना दरिया के किनारे बांसुरी बजाई थी
Very nice
Dandwat pranam satsahab😊
Anmolgyan
Sat saheb ji
Nice सत्संग
Satlokasram samli up
Great
Nice
Kabir is God 🥰❣️
कबीर साहेब जी अपनी वाणी में कहते हैं कि-
जो मम संत सत उपदेश दृढ़ावै (बतावै), वाके संग सभि राड़ बढ़ावै।
या सब संत महंतन की करणी, धर्मदास मैं तो से वर्णी।।
कबीर साहेब अपने प्रिय शिष्य धर्मदास को इस वाणी में ये समझा रहे हैं कि जो मेरा संत सत भक्ति मार्ग को बताएगा उसके साथ सभी संत व महंत झगड़ा करेंगे। ये उसकी पहचान होगी।
🪕
कबीर परमेश्वर जी ने कहा है कि जो सच्चा गुरु होगा उसके 4 मुख्य लक्षण होते हैं।
1. सब वेद तथा शास्त्रों को वह ठीक से जानता है।
2. दूसरे वह स्वयं भी भक्ति मन कर्म वचन से करता है अर्थात उसकी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं होता।
3. तीसरा लक्षण यह है कि वह सर्व अनुयायियों से समान व्यवहार करता है भेदभाव नहीं रखता।
4. चौथा लक्षण यह है कि वह सर्व भक्ति कर्म वेदो ( चार वेद तो सब जानते हैं ऋग्वेद, यजुर्वेद ,सामवेद, अथर्ववेद तथा पांचवा वेद सूक्ष्म वेद सरवन वेदो) के अनुसार करता और कराता है।
🪕
पूर्ण गुरु की पहचान
पूर्ण गुरु तीन प्रकार के मंत्रों (नाम) को तीन बार में उपदेश करेगा जिसका वर्णन कबीर सागर ग्रंथ पृष्ठ नं. 265 बोध सागर में मिलता है व गीता जी के अध्याय नं. 17 श्लोक 23 व सामवेद संख्या नं. 822 में मिलता है।
Sant rampal is great sant
#सच्चा_सतगुरु_कौन
🪕जो पूर्ण सतगुरु होगा उसमें चार मुख्य गुण होते हैं:-
गुरू के लक्षण चार बखाना, प्रथम वेद शास्त्र को ज्ञाना (ज्ञाता)।
दूजे हरि भक्ति मन कर्म बानी, तीसरे समदृष्टि कर जानी।
चौथे वेद विधि सब कर्मा, यह चार गुरु गुण जानो मर्मा।
कबीर सागर के अध्याय ‘‘जीव धर्म बोध‘‘ के पृष्ठ 1960 पर ये अमृतवाणियां अंकित हैं।
Sant Rampal Ji Maharaj
🪕जो पूर्ण सतगुरु होगा उसमें चार मुख्य गुण होते हैं:-
गुरू के लक्षण चार बखाना, प्रथम वेद शास्त्र को ज्ञाना (ज्ञाता)।
दूजे हरि भक्ति मन कर्म बानी, तीसरे समदृष्टि कर जानी।
चौथे वेद विधि सब कर्मा, यह चार गुरु गुण जानो मर्मा।
कबीर सागर के अध्याय ‘‘जीव धर्म बोध‘‘ के पृष्ठ 1960 पर ये अमृतवाणियां अंकित हैं।
🙏🙏🙏
Kabir is god❤
गुरू पौर्णिमा के लिए भगतभाई --बहनों किसी को भी गुरूजी बनवावे आपके पास 51 RSSS वालों की लिस्ट
जो भी अच्छा लगता है बना दो भगतभाई बहनों, हमें तो आखरी सांसो तक Time pass तो करना ही भगतों, सतलोक का आस तो छोड़ दीजिए,
जबतक जिंदा है तब तक खालो देशी घी से बनाया पकवानों को खाते रहो हम-सब मिलाकर बोलो जय बंदी छोड़ की जी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
वर्तमान के सभि धर्म गुरु और कथा वाचक ने गलत ज्ञानका प्रचार कर रहे हैं, सिर्फ धन्धा है ये। सन्त रामपाल जी महाराज हि वो तत्वदर्शी सन्त है, जिसके बारेमे गीता १५-१ मे बर्णन है।
गुरु पूर्णिमा पर जानिए कौन है पूर्ण गुरु। गीता अध्याय 15के श्लोक 1 से 4 में तत्वदर्शी संत की पहचान बताई है कि जो संसार रूपी पीपल के वृक्ष के सभी विभाग यानी जड से पत्ते तक सभी अंगों को भिन्न भिन्न बता देगा वह तत्वदर्शी संत होगा। वर्तमान में पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज जी ही है जो शास्त्र अनुकूल सतभक्ति बता रहे हैं।
श्रीकृष्ण जी जब बांसुरी बजाते थे तो उसको सुनकर गोपियाँ व गायें खींची चली आती थी।
संत मलूक दास जी ने बताया है कि एक समय मेरे सतगुरु कबीर जी ने यमुना दरिया के किनारे बांसुरी बजाई थी जिसको सुनकर
स्वर्ग लोक के देवता, ऋषिजन तथा आस-पास के व्यक्ति खींचे
चले आए थे और जमुना (कालंद्री) का जल भी रूक गया था।
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एक समय गुरू बंसी बजाई, कालंट्री के तीर। सुर नर मुनिजन थकत भये, रूक गया जमना नीर