सुख के माथे पत्थर पडो, जो नाम ह्रदय से जाय। बलिहारी उस दुख के, जो पल पल नाम रटायll सतगुरू को क्या दीजिए, तन मन धन और शीश ! पिंड प्राण कुर्बान कर, जिन भक्ति दई बख्शीस ll पीछे लग जाऊं था मैं लोक वेद के साथ रास्ते में सदगुरु मिल गए दीपक दे दिया हाथ
अध्याय 11 श्लोक 47 में पवित्र गीता जी को बोलने वाले प्रभु काल ने कहा है कि 'हे अर्जुन ! यह मेरा वास्तविक काल रूप है, जिसे तेरे अतिरिक्त पहले किसी ने नहीं देखा था।' सिद्ध हुआ कि कौरवों की सभा में विराट रूप श्री कृष्ण जी ने दिखाया था तथा कुरूक्षेत्र में युद्ध के मैदान में विराट रूप काल ने दिखाया था। नहीं तो यह नहीं कहता कि यह विराट रूप तेरे अतिरिक्त पहले किसी ने नहीं देखा है। क्योंकि श्री कृष्ण जी अपना विराट रूप कौरवों की सभा में पहले ही दिखा चुके थे जो अनेकों ने देखा था। जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
मूर्ति पूजा करना, श्राद्ध निकालना, व्रत रखना, देवी देवताओं की पूजा करना आदि कहीं सनातनी पूजा के विरुद्ध तो नहीं? जानने के लिए देखिए "सनातनी पूजा के पतन की कहानी, संत रामपाल जी महाराज की ज़ुबानी" का पार्ट 1 व 2
किस संत के प्रयत्न से हो रहा एक बार पुनः सनातनी पूजा का पुनरुत्थान? जानने के लिए देखिए "सनातनी पूजा के पतन की कहानी, संत रामपाल जी महाराज की ज़ुबानी" का पार्ट 1 व 2
गीता अध्याय 7 श्लोक 24-25 में गीता ज्ञान दाता प्रभु ने कहा है कि बुद्धिहीन जन समुदाय मेरे उस घटिया (अनुत्तम) अटल विधान को नहीं जानते कि मैं कभी भी मनुष्य की तरह किसी के सामने प्रकट नहीं होता। मैं अपनी योगमाया से छिपा रहता हूँ। गीता ज्ञान दाता श्री कृष्ण जी नहीं है क्योंकि श्री कृष्ण जी तो सर्व समक्ष साक्षात् थे। श्री कृष्ण नहीं कहते कि मैं अपनी योगमाया से छिपा रहता हूँ। इसलिए गीता जी का ज्ञान श्री कृष्ण जी के अन्दर प्रेतवत् प्रवेश करके काल ने बोला था।
जिस समय काल ब्रह्म ने श्री कृष्ण जी के शरीर से बाहर निकलकर अपना विराट रूप दिखाया, वह बहुत प्रकाशमान था। अर्जुन भयभीत हो गया तथा श्री कृष्ण उस विराट रूप के प्रकाश में ओझल हो गया था। इसलिए पूछ रहा था कि आप कौन हो? क्या अपने साले से भी यह पूछा जाता है कि आप कौन हो? इसलिए गीता का ज्ञान काल ब्रह्म ने श्री कृष्ण जी के शरीर में प्रवेश करके बोला था।
गीता ज्ञान श्री कृष्ण ने नहीं कहा’ अध्याय 11 श्लोक 21 व 46 में अर्जुन कह रहा है कि भगवन्! आप तो ऋषियों, देवताओं तथा सिद्धों को भी खा रहे हो, जो आप का ही गुणगान पवित्र वेदों के मंत्रों द्वारा उच्चारण कर रहे हैं तथा अपने जीवन की रक्षा के लिए मंगल कामना कर रहे हैं। कुछ आपके दाढ़ों में लटक रहे हैं, कुछ आपके मुख में समा रहे हैं। हे सहस्रबाहु अर्थात् हजार भुजा वाले भगवान! आप अपने उसी चतुर्भुज रूप में आईये। मैं आपके विकराल रूप को देखकर धीरज नहीं रख पा रहा हूँ। श्री कृष्ण जी तो अर्जुन के साले थे। श्री कृष्ण की बहन सुभद्रा का विवाह अर्जुन से हुआ था। क्या व्यक्ति अपने साले को भी नहीं जानता? इससे सिद्ध है कि गीता का ज्ञान श्री कृष्ण ने नहीं कहा, काल ब्रह्म ने बोला था। - जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
कबीर, पीछे लाग्या जाऊं था, मैं लोक वेद के साथ।
रस्ते में सतगुरु मिले, जिन्ह दीपक दीन्हा हाथ।।
ऐसा, निर्मल ज्ञान है जो निर्मल, करें शरीर और ज्ञान, मंडलीक है चकवे ज्ञान कबीर 👏👏🌹🙏🙏🌹🙇🙇🌹🥀🥀
परमात्मा सदगुरू रामपाल जी महाराज जीकी दया से सत्यज्ञान का प्रचार प्रसार नीत दिन चल रहा है जागो परमात्मा के चाहने वालो और सुनकर जीवन सफल करो ।🙏🙏
❤कोटि कोटि सिजदा करूं, कोटि कोटि प्रणाम।
चरण कमल में राखियो, मैं बांदी जाम गुलाम।।❤
संत रामपाल जी महाराज के चरणों में कोटि-कोटि दंडवत प्रणाम
Jai Ho parm pita parmatma ke 🙏🙏❤️🙏❤️🙏❤️🙏❤️🙏🙏🙏❤️🙏🙏🙏
Amrit Gyan satsang
Purn Braham Bandi chhod jagatguru tabdar se sant Rampal Ji Maharaj ke Charan kamlon mein koti koti dandvat pranam
कबीर, गुरु बड़े गोविंद से मन में देख विचार। हरि सुमिरे हरि सुमिरे सो रहे गए गुरु सुमिरै होए पार।।
Bandi chorr satguru Rampal ji bgwan ji ki jai ho 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान की जय
बंदी छोड़ सतगुरु संत रामपालजी भगवान की जय हो 🙏
Satsahebji Jay ho bandi chord Rampalji Rub ki🙏🙏🙏🙏
Supreme God is Kabir
Supreme God Kabir Saheb Ji
Bandichhod Satguru Rampal Ji Maharaj Ji Ki Jai Ho
🙏🌹🏳️ Sat Saheb Guru Ji Maharaj 🙏🌹🌹🌹🌹🌹
अनमोल विचार
सुख के माथे पत्थर पडो, जो नाम ह्रदय से जाय। बलिहारी उस दुख के, जो पल पल नाम रटायll
सतगुरू को क्या दीजिए, तन मन धन और शीश !
पिंड प्राण कुर्बान कर, जिन भक्ति दई बख्शीस ll पीछे लग जाऊं था मैं लोक वेद के साथ रास्ते में सदगुरु मिल गए दीपक दे दिया हाथ
Anmol gyan
ऐसा निर्मल ज्ञान है जो निर्मल करे शरीर। और ज्ञान मंडलीक है, चकवे ज्ञान कबीर।।
First comment
परमपिता परमेश्वर बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी परमात्मा को कोटि कोटि दंडवत प्रणाम सत साहेब जी दया करियो परमात्मा😂
Very nice ❤
अध्याय 11 श्लोक 47 में पवित्र गीता जी को बोलने वाले प्रभु काल ने कहा है कि 'हे अर्जुन ! यह मेरा वास्तविक काल रूप है, जिसे तेरे अतिरिक्त पहले किसी ने नहीं देखा था।' सिद्ध हुआ कि कौरवों की सभा में विराट रूप श्री कृष्ण जी ने दिखाया था तथा कुरूक्षेत्र में युद्ध के मैदान में विराट रूप काल ने दिखाया था। नहीं तो यह नहीं कहता कि यह विराट रूप तेरे अतिरिक्त पहले किसी ने नहीं देखा है। क्योंकि श्री कृष्ण जी अपना विराट रूप कौरवों की सभा में पहले ही दिखा चुके थे जो अनेकों ने देखा था। जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
🙏satsaheb
अनमोल सत्संग प्रवचन
Tatva gyan by true tatvadarshi sant Rampal Ji Maharaj 🙏🙏🙏
charno me pranam gurudevji🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Satguru Rampal Ji Maharaj ki Jai ho
Anmol satsang h prmatma ka
शास्त्रों से प्रमाणित ज्ञान और भक्ति
Supreme God Kabir Saheb Ji ❤❤❤❤❤
🙏🌹🏳️ Param Sant Rampal Ji Maharaj ji ke pawan Charano 🐾 me Koti koti dadotam Parnam 🙇🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Sat Guru ke sijda karu jo chhudawe koti, jo Sat Guru ki निंदा करे jam तोड़े hoat
Bandi chord SatGuru Rampal Ji Maharaj ji ki jai ho 🙏
Jai ho Bandi chhod 🙏 malik sant rampal ji bhavan ji ki jai ho
Parmatma ke charno me koti koti pranam 🙏🙏
Anmol Gyan parmatma ka ❤
Amazing knowledge
Kabir is supreme god
Koti koti dandvat pranam permatma 🙏🙏
Very nice satsang.
Koti koti dandwat parnam data malik🙏🙏🙏
गरीब
सतगुरु को क्या दीजिए तन मन धन और शिश पिंड प्राण कुर्बान कर जिन भक्ति दई बक्शीस।।❤❤❤❤❤❤❤
Real spiritual information ℹ️
माया छोड़न सब कहैं, माया छोरि न जाय।
छोरन की जो बात करूं, बहुत तमाचा खाय।।
Great spiritual knowledge
अनमोल वचन
गरीब प्रकृति छोड़े नहीं, कोई ना धर हे धीर। चौबीसों पहुंचे नहीं, जहां आसन अटल कबीर🙏🙏🙇🙇
Satsahebji🙏🙏
Sat saheb ji 🙏🙏🎉🙏
🙏🙏जय जय सतगुरु मेरे की
He Malik aapke charanon mein
Nice satsang
Sat Guru Dev ki jai ho ❤️❤️🙏🙏
Parmatama das dadwat parnaam
परमात्मा दया करना
Sat sahib ji 🙏🙏
Jay ho Bandi chhod Bhagwan ki 🙏🙏
Jai ho malik ki ❤
Great sandesh
💯💯💯💯💯💯💯💯💯💯
Sat sahib ji 🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽
😢😢hye malik🙏 daya karana data ham nicho par
God Given Authentic Knowledge 🪷🪷🪷🪷🪷
Sat saheb ji 🙏
Guru bade bagwan se ❤
Very nice Gyan
Sat sahib ji
Wow
SATSAHENJI ❤❤❤❤❤
Anamol gayan
🙇🙌🙌🙌👏🙏 bandi chhod sat guru rampal ji bhagvan ki jay ho 🙇🙌 koti koti pranam Datta asirvad dena malik 🙌👏 charno me rakhna datta 🙌🙌👏🙏
पुस्तक पढ़ो ज्ञान गंगा
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
moksh marg ki sacchi jankari
🙏🙏🙏
🙇🙏🙇🙏🙇🙏
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
मूर्ति पूजा करना, श्राद्ध निकालना, व्रत रखना, देवी देवताओं की पूजा करना आदि कहीं सनातनी पूजा के विरुद्ध तो नहीं?
जानने के लिए देखिए "सनातनी पूजा के पतन की कहानी, संत रामपाल जी महाराज की ज़ुबानी" का पार्ट 1 व 2
🙇🙌🙌🙌👏🙏
Bandi chor ki jai ho
🙏🏻🇳🇵❤️🇺🇸🙏
🙏🙏🙏🙏🙏🙏1
❤❤❤❤❤❤😢❤❤❤❤❤❤❤❤
किस संत के प्रयत्न से हो रहा एक बार पुनः सनातनी पूजा का पुनरुत्थान?
जानने के लिए देखिए "सनातनी पूजा के पतन की कहानी, संत रामपाल जी महाराज की ज़ुबानी" का पार्ट 1 व 2
गीता अध्याय 7 श्लोक 24-25 में गीता ज्ञान दाता प्रभु ने कहा है कि बुद्धिहीन जन समुदाय मेरे उस घटिया (अनुत्तम) अटल विधान को नहीं जानते कि मैं कभी भी मनुष्य की तरह किसी के सामने प्रकट नहीं होता। मैं अपनी योगमाया से छिपा रहता हूँ।
गीता ज्ञान दाता श्री कृष्ण जी नहीं है क्योंकि श्री कृष्ण जी तो सर्व समक्ष साक्षात् थे। श्री कृष्ण नहीं कहते कि मैं अपनी योगमाया से छिपा रहता हूँ। इसलिए गीता जी का ज्ञान श्री कृष्ण जी के अन्दर प्रेतवत् प्रवेश करके काल ने बोला था।
जिस समय काल ब्रह्म ने श्री कृष्ण जी के शरीर से बाहर निकलकर अपना विराट रूप दिखाया, वह बहुत प्रकाशमान था। अर्जुन भयभीत हो गया तथा श्री कृष्ण उस विराट रूप के प्रकाश में ओझल हो गया था। इसलिए पूछ रहा था कि आप कौन हो? क्या अपने साले से भी यह पूछा जाता है कि आप कौन हो? इसलिए गीता का ज्ञान काल ब्रह्म ने श्री कृष्ण जी के शरीर में प्रवेश करके बोला था।
गीता ज्ञान श्री कृष्ण ने नहीं कहा’
अध्याय 11 श्लोक 21 व 46 में अर्जुन कह रहा है कि भगवन्! आप तो ऋषियों, देवताओं तथा सिद्धों को भी खा रहे हो, जो आप का ही गुणगान पवित्र वेदों के मंत्रों द्वारा उच्चारण कर रहे हैं तथा अपने जीवन की रक्षा के लिए मंगल कामना कर रहे हैं। कुछ आपके दाढ़ों में लटक रहे हैं, कुछ आपके मुख में समा रहे हैं। हे सहस्रबाहु अर्थात् हजार भुजा वाले भगवान! आप अपने उसी चतुर्भुज रूप में आईये। मैं आपके विकराल रूप को देखकर धीरज नहीं रख पा रहा हूँ।
श्री कृष्ण जी तो अर्जुन के साले थे। श्री कृष्ण की बहन सुभद्रा का विवाह अर्जुन से हुआ था। क्या व्यक्ति अपने साले को भी नहीं जानता? इससे सिद्ध है कि गीता का ज्ञान श्री कृष्ण ने नहीं कहा, काल ब्रह्म ने बोला था।
- जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
🙏🙏🙏🙏❤❤❤💖💖💖परम पिता परमात्मा बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान जी की जय हो❤❤❤💖💖💖🙏🙏🙏🙏🙏🙏
संत सहोब जी 🙏 गुरु जी 🙏 संत सहोब जी 🙏
Jai ho parmatma ki
Bandi chhod satguru Rampal Ji bhagwan ji ki jay ho
Sat saheb ji
Parampita parmatma ki charno me danwat pranam Jai ho bandi xod ki Jai
Supreme God Kabir Saheb Ji
Sat guru dev ki jai ho sat guru Rampal ji maharaj ki jai ho
Bandi chhod sant rampalji maharaj ki jay ho
Koti koti pranam guruji ke charno me
Anmol gayan
SATSAHEB JI❤❤❤❤❤
कोटि कोटि प्रणाम परमात्मा