बहुत ही उत्तम प्रस्तुति. वैधनाथ मिश्र उर्फ़ नागार्जुन, जिन्हें बाबा नागार्जुन भी कहा जाता था, वास्तव में जनता के कवि थे. लेकिन दलित साहित्य के उभार के बाद उन्हें जनकवि कह पाना उतना आसान नहीं रह गया था. हालाँकि उन्होंने हरिजनगाथा भी लिखी और बेबाकी से फूलनदेवी पर भी लिखा. संभवतया, ये ऐसा दौर था जहाँ जन कांग्रेस से उतर कर जनवादियों तक आ रहा था, लेकिन ये जनवाद अभी दलित-बहुजनों के घरों तक नहीं पहुंचा था. आज साहित्य, राजनीति, समाज, संस्कृति में स्तिथियाँ बदल रही हैं. यहाँ, जनवाद, प्रगतिवाद, प्रगतिशीलता के मायने भी तेज़ी से बदल रहे हैं. केवल गरीबी-अमीरी की कहानी तक साहित्य नहीं रहा है. इस गरीबी-अमीरी की असली जड़ जातिवाद की पड़ताल तेज़ी से हो रही है. सादर, सुदेश तनवर 9868862563
बहुत दिनों के बाद बाबा नागार्जुन की कविताओं को सुनने का अवसर मिला, और पुरानी यादें ताजा हो गई। बाबा नागार्जुन हिंदी साहित्य के प्रख्यात और प्रखर व उत्कृष्ट कवि थे। कोटि-कोटि प्रणाम करता हूं।🙏
मेरा हृदय खुशी से भर गया इनको पढ़ ने का मौका मुझे भी मिला था कभी किसी ज़माने में इनकी हर गीता में देश भक्ति का राष्ट्रीयता को देखते बनता है आप सभी को शत् नमन्🙏🙏 🌹🌹🌞🌍🌨🌈🌈
आप सभी कलमवीरों से पुरजोर निवेदन है कि आप जहां पर भी हों वहां पर सरकारी स्कूलों की शिक्षा के स्तर को सुधारने हेतु सार्थक पहल कीजिएगा ताकि महानगरों में ठेकेदारी प्रथा के चंगुल में फंसे हुए महानगरों में झाड़ू लगाकर सफाई करनेवाले नागरिकों के बच्चे भी पढ़ लिखकर ऐसी मर्मांतक कविताएं पढ़कर मर्मज्ञ बन सकें।
जब मन के भाव और शब्दों के अर्थ साकार होकर प्रकृति से तादात्म्य स्थापित करते हैं, तब एक साहित्यकार का प्रत्यक्षीकरण होता है। इसका स्वरूप कवि, कहानीकार, नाटककार, उपन्यासकार, व्यंग्यकार कुछ भी हो सकता है। साहित्यकार किसी भी परिभाषा से परे होता है।
A very wisdomized poetry full of boldness constructive criticism of loktantra.very impressive &reaching bottom of human conscience Jai ho nagarjuna ji ki mahanta ko 🌹👍🙏🌹
इस वीडियो के 26वें सेकण्ड से बाबा नागार्जुन के द्वारा सुनाई गई कविता की 2 लाइनें "बादल जयहरीखाल के" की कविता से हैं। जयहरीखाल, उत्तराखंड राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले में स्थित एक छोटी सी खूबसूरत पहाड़ी जगह है।
कांच की चूड़ियां का संदर्भ लेना यहां पर प्रासंगिक होता बाबा नागार्जुन की यह प्रसिद्ध कविता है।
शत् शत् नमन करते हैं ऐसे बुद्धजीवी कवी को,,
जिसने दलित गरीब की पीड़ा को महसूस किया
बहुत ही उत्तम प्रस्तुति. वैधनाथ मिश्र उर्फ़ नागार्जुन, जिन्हें बाबा नागार्जुन भी कहा जाता था, वास्तव में जनता के कवि थे. लेकिन दलित साहित्य के उभार के बाद उन्हें जनकवि कह पाना उतना आसान नहीं रह गया था. हालाँकि उन्होंने हरिजनगाथा भी लिखी और बेबाकी से फूलनदेवी पर भी लिखा. संभवतया, ये ऐसा दौर था जहाँ जन कांग्रेस से उतर कर जनवादियों तक आ रहा था, लेकिन ये जनवाद अभी दलित-बहुजनों के घरों तक नहीं पहुंचा था. आज साहित्य, राजनीति, समाज, संस्कृति में स्तिथियाँ बदल रही हैं. यहाँ, जनवाद, प्रगतिवाद, प्रगतिशीलता के मायने भी तेज़ी से बदल रहे हैं. केवल गरीबी-अमीरी की कहानी तक साहित्य नहीं रहा है. इस गरीबी-अमीरी की असली जड़ जातिवाद की पड़ताल तेज़ी से हो रही है.
सादर,
सुदेश तनवर
9868862563
All
शत् शत् नमन करते हैं ऐसे बुद्धजीवी कवी को,,
जिसने दलित की पीड़ा को महसूस किया
बाबा नागार्जुन को शत् कोटिशः नमन🙏।
बहुत दिनों के बाद बाबा नागार्जुन की कविताओं को सुनने का अवसर मिला, और पुरानी यादें ताजा हो गई। बाबा नागार्जुन हिंदी साहित्य के प्रख्यात और प्रखर व उत्कृष्ट कवि थे। कोटि-कोटि प्रणाम करता हूं।🙏
मेरा हृदय खुशी से भर गया इनको पढ़ ने का मौका मुझे भी मिला था कभी किसी ज़माने में इनकी हर गीता में देश भक्ति का राष्ट्रीयता को देखते बनता है आप सभी को शत् नमन्🙏🙏 🌹🌹🌞🌍🌨🌈🌈
आप सभी कलमवीरों से पुरजोर निवेदन है कि आप जहां पर भी हों वहां पर सरकारी स्कूलों की शिक्षा के स्तर को सुधारने हेतु सार्थक पहल कीजिएगा ताकि महानगरों में ठेकेदारी प्रथा के चंगुल में फंसे हुए महानगरों में झाड़ू लगाकर सफाई करनेवाले नागरिकों के बच्चे भी पढ़ लिखकर ऐसी मर्मांतक कविताएं पढ़कर मर्मज्ञ बन सकें।
Kya karenge bechare...
New Education Policy laagoo kar di gayi..
Ab to ghulam hi paida honge..
Jai Sri Ram..😢
शत् शत् नमन हिन्दी साहित्य के उत्कृष्ट कवि बाबा नागार्जुन
आज तक रेडियो द्वारा सराहनीय एवं सार्थक पहल।
Baba ke bhasha me kitna maja ha. Anand a jata ha.
जब मन के भाव और शब्दों के अर्थ साकार होकर प्रकृति से तादात्म्य स्थापित करते हैं, तब एक साहित्यकार का प्रत्यक्षीकरण होता है। इसका स्वरूप कवि, कहानीकार, नाटककार, उपन्यासकार, व्यंग्यकार कुछ भी हो सकता है।
साहित्यकार किसी भी परिभाषा से परे होता है।
बहुत ,बहुत ही अच्छा था नागार्जुन जी पर प्रस्तुत यह व्याख्यान. धन्यवाद आपका इतनी अच्छी जानकारी देने के लिये 🙏📚
A very wisdomized poetry full of boldness constructive criticism of loktantra.very impressive &reaching bottom of human conscience Jai ho nagarjuna ji ki mahanta ko 🌹👍🙏🌹
कालजयी कवि को कोटि-कोटि नमन।
बहुत खूब अति सुन्दर भावाभिव्यक्ति
बाबा नागार्जुन की आवाज सुनकर अपने को धन्य महसूस कर रहा हूँ।
🙏Jai Baba Nagarjun Ji🙏
Namo buddhay Jay Bheem
उत्तम!
❤
Baba Nagarjun was a poet and man of mankind
बाबा अमर है ।
Thanks for remembering a simple man but generating verses for mankind covering the mother earth .
गुड ☝️
बाबा की आवाज़ सुनाने के लिए धन्यवाद !
Koti Koti pranam sir ji.
नागा बाबा अमररहो
दिल को कुछ अच्छा सा feel hua sunkar
Jai Shri Krishna
Best presentation.
बाबा को खूब पढ़ता हूँ ।
सुनता हूँ
शानदार प्रदर्शन
Bahut sundar
🙏🙏👌
हर हर महादेव 🚩🚩🚩
🎉🎉
We want more of this type of poetry and their analysis and summary.
Baba nagaarjun ki Kavita main ek ek sabd dukha bhare hai
बेहतरीन
Awesome
meri favrit kavita aaj bhi aad hy good nais
❤❤❤❤❤❤
बहुत बहुत धन्यावाद - हिन्दी के छात्रों के लिए खासकर °®
Jai baba ji
Darbhanga Airport should be Baba Nagarjun Airport
Jankavi ko saadar naman
Very.very.thanks
आप की आवाज सुन कर ही मैं समझ गया ये तो अंजुम जी हैं ध्येय रेडियो मेरा फेवरेट है
मेरी भी ❤️
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
🙏🙏🙏🙏🙏
Mera shat shat pranam
🙏🙏🙏🙏
Thanks sir
Ati sundar
Kavita ke lyrics bhi bata dijiye
Greatest
ati sundar.
I am very fortunate that I have met him in my teenager age.
Wow that's great
you are luckiest person. You met such a grand person.
@@vaidehijahnvi7212 I had met him because my uncle Jeev kant Jha was also great poet of maithili and he was his guru.
Rare collection
Keep it up
Very nice
Super
🙏
इस वीडियो के 26वें सेकण्ड से बाबा नागार्जुन के द्वारा सुनाई गई कविता की 2 लाइनें "बादल जयहरीखाल के" की कविता से हैं।
जयहरीखाल, उत्तराखंड राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले में स्थित एक छोटी सी खूबसूरत पहाड़ी जगह है।
Good
Poet of Mass
Thanks👍
जय श्री राम 🚩
इंदु जी इंदु जी क्या हुआ आपको
सत्ता के नशे में भूल गईं बाप को 😀
🚩🚩🚩
इन्ही कम्युनिोस्तों ने बर्बाद कर दिया
Adam gondbi ne bhi bahut acha kavita Kahi he
Baba ager aaj aisi likhte to
WhatsApp university
Nice ❤️
जय हिंद
Great
कभी जिन्होंने ंंंंंंं लिखे
कवि जिसने. ःःःः हटाओ
Anjum Sharma 🤔
Nidar kavi
अंजुम नाम हिन्दी nhi h
Good
🙏🙏🙏🙏🙏
Super
Great