हास्य कवि ने खाया चरको उंदरो

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 26 дек 2024

Комментарии • 13

  • @PawanSharma-sl9vv
    @PawanSharma-sl9vv 2 года назад +2

    Gjb bhai Mazza aa gya

  • @narendrajaiswal2791
    @narendrajaiswal2791 2 года назад +3

    First time jo kavita boli uske jese maja nahi aaya or दादा जी शब्द का इस्तेमाल नहीं किया था वहा बासा कहा था

    • @DESHIMIX
      @DESHIMIX  2 года назад +1

      साहित्य अपडेट होता रहता हैं । और इसे अधिक मनोरंजक बनाने का प्रयास सभी करते हैं कविगण भी ।

    • @rakeshchandrawal5937
      @rakeshchandrawal5937 28 дней назад

      करने के बाद में कौन सा आदमी सांप की सांपबनता है

  • @ohyehoyehoyehoyeohye9326
    @ohyehoyehoyehoyeohye9326 4 года назад +3

    Bekar....iska original jayda bahut accha h...yeh to us kavita ki copy ki hui h

  • @kishanchawla5031
    @kishanchawla5031 2 года назад +1

    This is copy paste.orignel is best