Fake case kitne hai ye bhi dekh lo koi bhi crime ho usme farji kai case paye jate hai aur rhi baat kamzoor nhi hai system log nhi apoint hai mere papa khud high court Allahabad mein hai court mein judge vakeel aur kai post mein kam log hai aur curupt log bhi bahut hai ispe to tum khud hi search kar lo
मुझे तो लगता है सरकार जो चाहती है कोर्ट वही फैसला देता है। कई बार देखा हुं जिस मुकदमा में मुलजिम को बेल नही मिलती है।और सरकार बदलते ही सब मुजरिम छुट जाते है।
Govt jb prosecution case ko kamjor kr deti h, important evidence ko file nhi krti h, jor dekr behas nhi krti to in sab kamiyo ka fayeda accused ko milega hi isme judge kuch nhi kr sakta
Inefficient Indian judiciary which takes 5 to 10 years,30 years to give verdict,a judge who can't give verdict within 1 year should made to pay 1 crore compansation to every year to affected party as justice delayed is justice denied
प्रशान्त भुषण जी से मेरी प्रार्थना है कि जुर्माने वाले फैसले को जनहित को ध्यान में रखते हुए नैतिकता के आधार पर ही कोई फैसला लेना चाहिए ।जयभारत जय सविंधान जय ।धन्यवाद
🙏आदरणीय बहुत बेहतरीन समझाया अब यह भी समझा दीजिए जब छोटे से छोटा कर्मचारी कोई चीज सुरक्षित रख लेता है तब क्यों यह जल-भून जाते हैं❓ कोर्ट में कोर्ट की फीस चुका कर लोगबाग न्याय लेने जाते हैं उन्हें तुरंत न्याय दिया जाना चाहिए l यह उपभोक्ता का अधिकार है , नहीं क्या❓तारीख पर तारीख ,तारीख पर तारीख के बाद भी यदि फैसला सुरक्षित रखा जाए तो यह बहुत ही निंदनीय बात है l फिर तो प्रवीणता और मेरिट घुस गई उल्टी हो के🙏🤔ll
भाई आपने जो कहा सही है लेकिन कुछ मुकदमे में तुरन्त फैसला आ जाता है लेकिन कुछ में कई महीनों लग जाता है जैसे 69000 शिक्षक भर्ती का मामला उसके बाद का कई फैसला आ गया लेकिन इसका नही आया है।
जब कोई युवा --- डाक्टर, इन्जीनियर, एम बी ए या कोई मेन स्ट्रीम के विषय नहीं पढ सके तो ग्रेज्युएशन के बाद लाॅ ग्रेजुएट होकर , कोर्टों में प्रेक्टिस करने लगते हैं यही वजह है कि बहुत कम वकील अंग्रेजी जानते है --- जब इनमें से कुछ वकील अंग्रेजी अच्छी जानने लगते हैं तो वही जज बनकर मनचाहे फैसले देते हैं
लेकिन इसबार प्रशांत भूषण के मामले मे कुछ और ही दिखा। जज ने फैसला सुनाने मे समय इसलिए लिया कि वह कोई पतली गली और चोर दरवाजा ढूंढ रहा था। कुछ जज इसलिए भी फैसला सुरक्षित रखते है कि सजा की मात्रा तय करने के लिए कोई डील हो जाय।
कुछ फैसले दिन के उजाले में होते हैं और कुछ रात के अंधेरे में जहां पर पार्टी होती है लड़कियां नाचती है और नोट बरसाए जाते हैं ! अपराधी को जजों के साथ सैटिंगबाजी करने का एक मौका जरूर दिया जाता है !
बात आपकी सही लगती है as per विजय लक्ष्मी , किंतु अगर जज का इरादा बदल जाय किसी दबाव में तो क्या?? 496 पेज की चार्ज शीट जज का फैसला रिजर्व 748 पेज का । This is our संविधान एंड judiciary सिस्टम
Hello sir , Mr. Saurabh from last 6-8 months I started watching your channel , it was a good good experience and I thought u represent the genuine news in a gentle and neutral way with all supporting evidences and that's the true meaning of journalism.... Just think if you were in my position what would you do ? I had Filled forms of several exams such as 2016 je , 2018 je, mandi parisad surveyor , pgi je, ssc je , etc . And after 4 years I haven't got the date of examination . The only thing we can do is participate in online revolution of several education channel so that government can hear , but you all being a journalist is like soul of the country that if you truly held in country , the country will alive, So please raise your voice with us . We are only demanding for paper to be conducted . It's not the problem of 1.5-2 cr of students it's related to their family too. Lot's of efforts had been made by a middle class family to educate their children and finally we became burden on them instead of giving them opportunities that they sacrificed to educate us. Please sir support us and make some more videos on our voices so that we can also be a part of nation building youth.🙏🙏🙏🙏 I only trust this news channel only that's why I gave my time to write our thoughts to you. And most importantly either you raise our voices by your channel or you don't , #The_Lallantop will always be best for me 🙏👍
Because the court has to get signal from its political masters who assured him about future life after retirement. So no need to have discussion on legal point.
सारा मीडिया बिक चुका है कृपया करके आप ध्यान दीजिए मुझे आप पर भरोसा है कि स्टूडेंट का दर्द आप समझेंगे इस पर वीडियो बनाइए और आसान भाषा में समझाइए सरकार को कि बेरोजगार दूर काहे नहीं हुआ🙏🙏
You are legitimising reserving judgements. When the right and proper course is instant decision. Brevity is the soul of wit. Decisions should be instant, short and crisp. But some judges have flair for writing lengthy jidgements for which they need time. They should announce operative part of thr judgment there an then and then give out detailed judgement not more than 7 days after, If for any reason the juge wants to pass lengthy judgements.
🙏 तो आदरणीय है फिर क्यों डिजिटल-डिजिटल करते हो❓ डिजिटल का मतलब ही इंस्टेंट होता है, नहीं क्या❓🤔 अजीब बात है फैसला लिखने वाले को सारी चीजें instant चाहिए❓🤔
सबसे कमजोर न्याय व्यवस्था है।है इस देश की।
न्याय मिलने में 20 साल निकल जाए।धूर्त है इस प्रणाली को
Bilkul, late nyaay milnaa, nyaay naa Milne k braabr h
Fake case kitne hai ye bhi dekh lo koi bhi crime ho usme farji kai case paye jate hai aur rhi baat kamzoor nhi hai system log nhi apoint hai mere papa khud high court Allahabad mein hai court mein judge vakeel aur kai post mein kam log hai aur curupt log bhi bahut hai ispe to tum khud hi search kar lo
Iska main karan jatibadi barhman chutiya hai.
Supreme court me 34 judge hai kebal aur aabadi 1.2 billion to case to pending hoge hi
Sahi bat hai
.....इतने बारीक़ में आती महत्वपूर्ण बात बताने के लिये 🙏🙏...
राजनीति से इतर ये ज़रूरी बात बहुत अच्छा लगा, धन्यवाद।
मुझे तो लगता है सरकार जो चाहती है कोर्ट वही फैसला देता है।
कई बार देखा हुं जिस मुकदमा में मुलजिम को बेल नही मिलती है।और सरकार बदलते ही सब मुजरिम छुट जाते है।
Govt jb prosecution case ko kamjor kr deti h, important evidence ko file nhi krti h, jor dekr behas nhi krti to in sab kamiyo ka fayeda accused ko milega hi isme judge kuch nhi kr sakta
सही पकड़े हैं
Inefficient Indian judiciary which takes 5 to 10 years,30 years to give verdict,a judge who can't give verdict within 1 year should made to pay 1 crore compansation to every year to affected party as justice delayed is justice denied
प्रशान्त भुषण जी से मेरी प्रार्थना है कि जुर्माने वाले फैसले को जनहित को ध्यान में रखते हुए नैतिकता के आधार पर ही कोई फैसला लेना चाहिए ।जयभारत जय सविंधान जय ।धन्यवाद
यही प्रशांत भूषण जी हैं जो जस्टिस लोया की केस को उठाया था आज अदालत ने इनको सजा दी है क्योंकि वह कि अमित शाह के खिलाफ
🙏आदरणीय बहुत बेहतरीन समझाया अब यह भी समझा दीजिए जब छोटे से छोटा कर्मचारी कोई चीज सुरक्षित रख लेता है तब क्यों यह जल-भून जाते हैं❓ कोर्ट में कोर्ट की फीस चुका कर लोगबाग न्याय लेने जाते हैं उन्हें तुरंत न्याय दिया जाना चाहिए l यह उपभोक्ता का अधिकार है , नहीं क्या❓तारीख पर तारीख ,तारीख पर तारीख के बाद भी यदि फैसला सुरक्षित रखा जाए तो यह बहुत ही निंदनीय बात है l फिर तो प्रवीणता और मेरिट घुस गई उल्टी हो के🙏🤔ll
भाई आपने जो कहा सही है लेकिन कुछ मुकदमे में तुरन्त फैसला आ जाता है
लेकिन कुछ में कई महीनों लग जाता है
जैसे 69000 शिक्षक भर्ती का मामला उसके बाद का कई फैसला आ गया लेकिन इसका नही आया है।
भारत की न्याय पालिका में बहुत कुछ सुधार की आवश्यकता है।मैं खुद पर बीती बात के कारण ये कह रहा हु।
Bahut Bahut shukriya
Thank you so much 💗🙏
तलवारों के साये पर इतिहास हमारा बनता है, 🇮🇳🇮🇳 जिस और जवानी चलती है उस और जमाना चालता है।
🇮🇳 मैं भी बेरोजगार 🇮🇳
#SpeakUpForSSCRailwayStudents.
जब कोई युवा --- डाक्टर, इन्जीनियर, एम बी ए या कोई मेन स्ट्रीम के विषय नहीं पढ सके तो ग्रेज्युएशन के बाद लाॅ ग्रेजुएट होकर , कोर्टों में प्रेक्टिस करने लगते हैं यही वजह है कि बहुत कम वकील अंग्रेजी जानते है --- जब इनमें से कुछ वकील अंग्रेजी अच्छी जानने लगते हैं तो वही जज बनकर मनचाहे फैसले देते हैं
लेकिन इसबार प्रशांत भूषण के मामले मे कुछ और ही दिखा। जज ने फैसला सुनाने मे समय इसलिए लिया कि वह कोई पतली गली और चोर दरवाजा ढूंढ रहा था।
कुछ जज इसलिए भी फैसला सुरक्षित रखते है कि सजा की मात्रा तय करने के लिए कोई डील हो जाय।
Good sppich,hota,hy
कुछ फैसले दिन के उजाले में होते हैं और कुछ रात के अंधेरे में जहां पर पार्टी होती है लड़कियां नाचती है और नोट बरसाए जाते हैं ! अपराधी को जजों के साथ सैटिंगबाजी करने का एक मौका जरूर दिया जाता है !
Thank You So Much
बात आपकी सही लगती है as per विजय लक्ष्मी , किंतु अगर जज का इरादा बदल जाय किसी दबाव में तो क्या?? 496 पेज की चार्ज शीट जज का फैसला रिजर्व 748 पेज का । This is our संविधान एंड judiciary सिस्टम
यह न्याय और कानून के साथ क्यों मजाक हो रहा है।अगर फैसला कलम से मिलता तो तलवार और आज भांति भांति के हथियारों की जरूरत नहीं होती
Thanks for explaining the process involved in finalizing and writing the final judgement and also the difference between Court order and judgment.
धन्यवाद
Jankari dene ke leye sukriya
प्रशांत भूषण जी महान है
Thanks Ji
Best channel...you can educate yourself here ❤️
Very much informative for a common man. Thank you for sharing
Aapki baat mujhe bahut achchhe se samjh me aai sir
This system of Court is not good. Judgement of case as decided should be announced without further delay.
Bahut shukriya.bahut achha
Thanks for info
Rightly questioned
₹1 ka jurmana ... nahi matalab majak ho raha hai 🙄❤️
फैसले के दौरान रेस्पोण्डेंट अपने तर्क रखता है, जोरदार तर्क और पक्ष में नहीं आने पर माने यह जरूरी नहीं है
फैसला जल्दी क्यो सुनाय सटॅलमेंट कैसै होगा.
Nice information sir
किसी भी केस का फैसला एक साल मे हो.सुप्रीम कोर्ट मे तीन महिने मे सरकार वकील मिलकर ये काम करे कोर्ट पर किसीका दबाव ना हो
Thank you for educating these small things
सरकार के इशारे का इंतजार करते है फूल दबाव में
Thanks😊😊
welldone.
Thank u very good thanks 🙏 sirji आभार आपका
धन्यवाद आसान भाषा मे समझाने के लिए
15M .......Boooom
Sarpanch Lallantop 💐
mpsc च्या मुलांचे हार्दीक स्वागत आहे जेवणाची सोय मंडपाच्या डाव्या बाजुला केली आहे सर्वानी जेवून जावे आज खुप ताण आला असल😥🤣
Thanks 🙏
Very Informative
Thsnx
भारत की न्याय व्यवस्था बेहद खराब है
Right analysis 👌
🎉🎉 25 को सुरक्षित --ओर 31 को फेसला आया ❤ 06 दिन में ऑर्डर जारी 🎉 रिजर्व आरक्षित ऑर्डर कितने दिन में आता है नॉर्मल ❤😂
Faisla surakshit rakhne k kitne dino bad tak faisla sunana jarori hota h
जय हिन्द जय भारत
Very nice discussed
U r right sir
Thanks sir....bahot saari jaankari mili
Thanks sir 🙏👍
Ultimate
Respected sir saurabh ji liked very much 🌹 thanks
Thanks sir
Very good information sir ji. Thank you so much.
Thank u very much for klnd information sir🙏🙏
The question already crossed my mind. Thanks for answering
Gr8 work saurabh
Thanku sir
न्याय पैसे वालों को जल्दी मिलता है
Importent knowledge
Great information sir
Great information
This is nice videi for common man and not for legal fraternity.
There can be rehearing on reserved decesion again before delivered judgement of reserved decesion?
Well info
लगेगी आग dislike की तो आयेंगें कई ज़द मे,
यहां सिर्फ आलिया भट्ट की दुकान थोड़ी है।
Reliable expression. May god bless you to flourish your channel.
Mast answer tha
Pratiksha mam kya koi badi tayari kar rahi hai🙏🙏
Keep it up
क्या हर देश की ऐसी ही व्यवस्था है दुनिया में???
कुछ अच्छी बातें हम दुनिया के दूसरे देशो से भी सीख सकते हैं...
Hello sir ,
Mr. Saurabh from last 6-8 months I started watching your channel , it was a good good experience and I thought u represent the genuine news in a gentle and neutral way with all supporting evidences and that's the true meaning of journalism.... Just think if you were in my position what would you do ? I had Filled forms of several exams such as 2016 je , 2018 je, mandi parisad surveyor , pgi je, ssc je , etc . And after 4 years I haven't got the date of examination . The only thing we can do is participate in online revolution of several education channel so that government can hear , but you all being a journalist is like soul of the country that if you truly held in country , the country will alive, So please raise your voice with us . We are only demanding for paper to be conducted . It's not the problem of 1.5-2 cr of students it's related to their family too. Lot's of efforts had been made by a middle class family to educate their children and finally we became burden on them instead of giving them opportunities that they sacrificed to educate us. Please sir support us and make some more videos on our voices so that we can also be a part of nation building youth.🙏🙏🙏🙏 I only trust this news channel only that's why I gave my time to write our thoughts to you. And most importantly either you raise our voices by your channel or you don't , #The_Lallantop will always be best for me 🙏👍
well explanation
Sir judgement reserved kitne dino takk max. Rakha ja skta hai?? SLP case ka decision after reserved kitne dino takk max. Dia jata hai?? Please btaye
90days tk
@@thev3sguy maximum limit 90 days ki hoti hai, iska koi proof ya order ki copy hai apke pass?
Koi time fix nahi hai
@@PradeepSharma-wc7dbye nahi ho sakta ji, ese ton koi judge decesion hi na de,
@@patialanaturevideography7884 ऐसा ही है कोई time fix नही हैं
I really wanted to know this..
Very nice detailed explanation
Good info
Because the court has to get signal from its political masters who assured him about future life after retirement. So no need to have discussion on legal point.
सारा मीडिया बिक चुका है कृपया करके आप ध्यान दीजिए मुझे आप पर भरोसा है कि स्टूडेंट का दर्द आप समझेंगे इस पर वीडियो बनाइए और आसान भाषा में समझाइए सरकार को कि बेरोजगार दूर काहे नहीं हुआ🙏🙏
इस पर लललन टाप का कोई कमेनट नहीं आया है
Good
Aur for Reserve judgement ko deliver karne me bhi date par date😁😁😁
Very informative
Lallan top
You are legitimising reserving judgements. When the right and proper course is instant decision. Brevity is the soul of wit. Decisions should be instant, short and crisp. But some judges have flair for writing lengthy jidgements for which they need time. They should announce operative part of thr judgment there an then and then give out detailed judgement not more than 7 days after, If for any reason the juge wants to pass lengthy judgements.
तर्क सुनने के बाद कोई जज हाइकोर्ट का फैसला कितने दिन तक अपने पास रख सकता है।
I thought they reserve the judgments to make a deal with Government.
फैसला लिखने, टाईप करने और चेक करने में समय तो लगता ही है।
🙏 तो आदरणीय है फिर क्यों डिजिटल-डिजिटल करते हो❓
डिजिटल का मतलब ही इंस्टेंट होता है, नहीं क्या❓🤔
अजीब बात है फैसला लिखने वाले को सारी चीजें instant चाहिए❓🤔
सारे विधी लिखाण कॉम्पुटर मे फीड करके जज का काम कोर्ट का समय बच सकता है वैसे भी बडे मामले मे आज कल जज पर भी सवाल उठ जाते है
Why you used image of Prashant Bhushan if he doesn't in it, just for maximum reach, how ridiculous
Saurabh ji Delhi se hu.
यह तो बहुत अच्छा था, उसके लिए धन्यवाद। लेकिन एक बात अवश्य बताएँ की लल्लन टॉाप में सौरभ साहब कितने है?
Tabhi Uttar Pradesh m 69000 teacher k faisle m etna time lag rha h. Supreme court se abhi bhi faisla sunaya jana baki h.
Brother, your channel is a antidote to kafkaesque.
Good going!
Sir, saare News channels like/dislike & comments kyu turn off kar rahe h, is par ek episode kariye sir....😊
और मामलों में क्यों देर लगाती है जिसमें विपक्षी मर गया या उसने केस लड़ने जाता ही नहीं।
Iss desh me supreme court ki awhelna ka sirf itni sza...?? Supreme court ki izzat sirf 1 rs. Ki...?? Mai kya hi bolu.. 😡😡
1 RUPYA... WHAT A JOKE...