Shivbaba Drishti. Amritvela Silence Yog. मुकर्रर रथ में शिवबाबा को याद कीजिए I पतित पावन शिव बाबा I
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- Опубликовано: 18 окт 2024
- अमृतवेला यादI Shivbaba ki Drishti. Omshanti Shivbaba. Mithe-pyre, Patit-pawan Shivbaba. Raj yoga-Meditation. Divine energy and vibrations. मुकर्रर रथ में शिवबाबा को याद कीजिएI मामेकम् याद करोंI शिवबाबा को याद कीजिएI शिवबाबा की पावन दृष्टिI सहज राज योग अभ्यासI अमृतवेला की यादI आदियोगीI महायोगीI योगिराजI दृष्टि से नया सृष्टीI पतित पावन शिव बाबाI शिवबाबा की पावन दृष्टिI साकार सो निराकारI शुभचिंतक ग्रुपI
For Video Clips: Credits to: Adhyatmik Vishwavidyalaya. Drishti no. 22
For Music: Credits to-i) You Tube Audio Library: Title: Rag Bageshri - Aditya Verma - Mp3
For Music: Credits to- Brahma Kumaris: OMSHANTI MUSIC: Album:- Meditation Music. Title: Om shanti Om- mp3.
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शुभचिंतक ग्रुप के वारे में बापदादा के महावाक्य:
अव्यक्त वाणी 23. 03. 1970
......संस्कारों को मिलाने के लिए दिलों का मिलन करना पड़ेगा। दिल के मिलन से संस्कार भी मिलेंगे तो संस्कारों को मिलाने के लिए भुलाना, मिटाना और समाना यह तीनों ही बातें करनी पड़ेंगी। कुछ मिटाना पड़ेगा, कुछ भुलाना पड़ेगा, कुछ समाना पड़ेगा - तब यह संस्कार मिल ही जायेंगे। यह है अन्तिम सिद्धि का स्वरूप बनना। अब अन्तिम स्थिति को समीप लाना है। एक दो की बातों को स्वीकार करना और सत्कार देना। अगर स्वीकार करना और सत्कार देना यह दोनों ही बातें आ जाती हैं तो फिर सम्पूर्णता और सफ़लता दोनों ही समीप आ जाती हैं। सिर्फ इन दो बातों को ध्यान देना, दोनों ही बातों को समीप लाना है। एक दो को सत्कार देना ही भविष्य का अधिकार लेना है। यह किन्हों की भट्ठी है,
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मालूम है ? इस भट्ठी का नाम क्या है? आप लोगों को तिलक के बजाय और चीज़ देते हैं। औरों को तिलक लगाया। इस भट्टी को लगानी है चिन्दी । तिलक छोटा होता है, चिन्दी बड़ी होती है। बड़ेपन की निशानी चिन्दी है। तिलक तो छोटे भी लगाते हैं लेकिन चिन्दी बड़े लगाते हैं। जब से ज़िम्मेवारी अपने ऊपर रखने की हिम्मत रखते हैं तब से चिन्दी को धारण करते हैं। तो तिलक अच्छा वा चिन्दी अच्छी ? आप सभी सर्व के शुभ चिन्तक हो, सर्विसएबल अर्थात् शुभचिन्तक। तो इस शुभ चिन्तक ग्रुप की निशानी चिन्दी है और नाम है शुभचिन्तक ग्रुप ।
आपके शुभचिन्तक बनने से सभी की चिन्ताएं मिटती हैं। आप सभी की चिन्ताओं को मिटाने वाली शुभचिन्तक हो । और सलोगन कौन सा है ? जैसे वो लोग कहते हैं आत्मा सो परमात्मा वैसे इस ग्रुप का सलोगन कौन सा है ? बालक सो मालिक। यह सलोगन विशेष इस ग्रुप का है। अब नाम भी मिला, सलोगन भी मिला काम भी मिला और इस भट्ठी में क्या करना है? भाषण भी यह करना है कि संस्कार मिलन कैसे हो। इस भट्टी में कमाल यही करनी है जो एक अनेकों को संस्कारों में आप समान बना सके। सम्पूर्ण संस्कार, अपने संस्कार नहीं। एक अनेकों को सम्पूर्ण संस्कार वाली बना ले तो क्या होगा? समाप्ति। समाप्ति करने वाला यह ग्रुप है। और फिर स्थापना करने वाला भी यह ग्रुप है। समाप्ति क्या करनी है? पालना क्या करनी है और स्थापना क्या करनी है ? यह तीनों ही टापिक्स इस भट्ठी में स्पष्ट करनी है। इसलिए त्रिमूर्ति चिन्दी लगा रहे हैं। स्थापना, पालना, समाप्ति अर्थात् विनाश।
क्या-क्या करना है इसको स्पष्ट और सरल रीति जो कि प्रैक्टिकल में आ सके, वर्णन तक नहीं। प्रैक्टिकल में आ सके औरों को भी करा सकें - ऐसी बातें स्पष्ट करनी हैं। लेकिन बिन्दी रूप बनकर के ही यह तीनों कर्त्तव्य सफल कर सकेंगे। इसलिए आपके इस कर्त्तव्य के यादगार में चिन्दी दे रहे हैं स्मृति भी स्थिति भी और कर्त्तव्य भी तीनों ही इस यादगार में समाये हुए हैं। विशेष ग्रुप की विशेष बातें होती हैं। आप सभी होली मनाने आये हैं वा इस ग्रुप की सेरिमनी (celebration) देखने ? यह भी सौभाग्य समझो कि ऐसी श्रेष्ठ आत्माओं के समीप बनने का ड्रामा में पार्ट है। सेरिमनी (celebration) देखना अर्थात् अपने को ऐसा श्रेष्ठ बनाना। यह है सेरिमनी (celebration)। ऐसा अपने को बनाओ जो इस ग्रुप के जैसे साकार में समीप आये हो ना, वैसे ही सम्बन्ध में भी समीप हो। देखने वाले भी कम नहीं। देखने वाली आत्मायें भी श्रेष्ठ और समीप हैं। बापदादा के दिल पसन्द रत्न हैं। पहले कौन आयेगा ? बापदादा तो सभी को एक ही स्पीड में देख रहे हैं। इसीलिए वन टू नहीं कह सकते। इस समय सभी वन की याद में नम्बर वन ही हैं।
आप लोग भी जब स्प्रिंट में और स्पीड में इस ग्रुप के समीप आयेंगे तब फिर आप की भी शेरीमनी होगी।
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Merato 1 shivbaba dhusra na koi ❤❤❤❤❤ Om Shanti ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ love you
Om shanti Mera baba payra baba Meethe
baba shiv baba good morning baba 🙏
Omshanti shivbaba
Om Shanti Shiv Baba
ओम शांति बाबा❤
Om namah shivay mere mithe pyare shivbaba .
Thank u.shivbaba
Om shanti
मुकर्रर रथ वीरेंद्र देव दिक्षित का पार्ट शंकर तथा सृष्टी के प्रजापिता का पार्ट में ज्योतिबिंदू परमपिता को याद करनेसे त्रेसष्ट जन्मोके विकर्म नष्ट होते हैं तथा हमारी आत्मा पतितसे पावन तथा तमोप्रधान हे सतोप्रधान होती हैं और आनेवाले सत्ययुग के राज्य में देवता बन जाती हैं धन्यवाद शिवबाबा ओम शांती
😊😅😅😅 3:56 😅😮😅
Om shanti
om shantimere baba
Om Santhi baba
ॐ नमः शिवाय ❤
Om shanti shivbaba yad he❤❤
Om shanti baba ji ❤️❤️❤️❤️
Om Santhe Shive baba
Om Shati pyare shiv baba ❤❤❤
शांति शिवबाबा!
Mera baba
Omi Shanti baba.
वरदान= दिल में सदा एक राम को बसाकर सच्ची सेवा करने वाले माया जीत विजया भव ❤
हनुमान को विशेषता दिखाते हैं सदा सेवाधारी महावीर था दिल में सदा शिव एवं राम बसता था बाप र बाबा के सिवाए और कोई दिल में नहीं अपने देह को स्मृति भी नहीं है=कुती पुत्र अर्जुन ज्योति बिन्दु शिव की यौगिक शक्तिस्वरूप से जल में स्नान में भी हु शशिसुर्ययो चन्द्ब सुर्य की कान्ति में हु सव वेदों में ऊंकार आकाश में शब्द और पुरूषो में पुरूषत्व रूपी शक्ति भी में हूं श्लेक =7=8❤❤
0msanti.baba
ஓம் சாந்தி பாபா
श्री भगवान नुवाच ❤त्रकाशं च प्रवृत्ति च मोहमेव च पाण्डव न द्बेष्टि सम्प्रवृ क्तानि न निवृक्तनि कङग्ति ❤। हे पण्डू पुत्र अर्जुन सत्वगुण के प्रकाश रजोगुण की कर्मा में और तमोगुणी मुढभाव को उत्पन्न होने पर जो न द्वेष करता है और न नवृत्त होने पर न अकाक्षा करता है श्लेक 14=22🎉🎉🎉🎉🎉🎉❤❤❤❤❤❤🎉❤❤❤❤🎉❤❤🎉🎉❤❤❤❤
सच्ची गीता खंड 2 जो गृहस्थ ब्यवहार में रहते हैं सविस करते हैं वह यहां रहने वाले से भी अच्छा पद पा सकते हैं मु तारीख ❤ ,21-72 पृ1अ 🎉🎉🎉🎉🎉❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉❤❤❤
M̤e̤r̤e̤ b̤a̤b̤a̤
Shiv baba ke name se tu bisness karhe ho esame add he distep karte h
Om Shanti Shivbaba
Om Shati pyare shiv baba ❤
Om shanti
Om shanti baba