आचार्य जी ने बहुत बहुत परिश्रम और संघर्ष किया है और वो सारा परिश्रम संघर्ष उन्होंने अपने लिए नहीं, बल्कि हम अज्ञानी और अंधकार में डूबे लोगों के जीवन में एक नई ऊर्जा एक नया प्रकाश लाने के लिए था l कोटि कोटि नमन प्रिय गुरुवर को 🙏🙏❤️❤️
Mera mukt hona kyun jaruri hai? Mukti se mere aham ko kya milega? Prakarti ko mukti kyun chahiye ? Ye khel kyu? Ye sab kya hai 🧐 Pranam Acharya ji🙏 Prakash dalne ki krapa kare
Logo ki samajh ko ek ek level upar le ja raha hai aapki baatein . Har roj...... .. Mujhe aisa hi path pradarshak ki talash thi, aur sayad lakho aur logo ki.. srota banne me bada anand hai agar bakta ki baatein dimaag tak chal jaayein।
Nature treat all species equal. Nature want 3 things Survive Procreate and Die. Nature is highly Dominant. NATURE give temporary happiness only. We Human have Some Non Nature thing too who want to find Truth(no to lies), Love etc. But this Non Nature Vs Nature in human is the reason for our Suffering. U love opposite gender, it can be good but Nature dominate in back (lust) and reduce love. I am here also trying to find merge into Non Nature things. Namaste 🙏🙏 not to ur Nature but to ur Non Nature thing
यहां पर दो बातें हैं आचार्य जी, जैसा आपने कहा कि जेल में कैदियों को खिला पिलाकर पुष्ट किया जाता है ताकि वे जेल के कामों में सहायक हो। वैसे ही प्रकृति वह जेलर है जो आपको सिर्फ वहां तक पुष्ट रखना चाहती है जहां तक आप प्रकृति गत कार्यों को कर सकें। मगर आचार्य जी दोनों में अंतर यह है कि संसार की जेल में कैदी जेल के अंदर नहीं बल्कि जेल के बाहर सुख पाता है, और प्रकृति की जेल में जेल के अंदर जेल के कार्यों में आनंद पाता है। इसलिए वह खुद ही पुष्ट होते हुए भी जेल से बाहर निकलने का प्रयत्न नहीं करता। कैदी के अंदर उस चेतना का विकास कैसे हो ?
Guruji muje ye baat sadguru se pta lgi thi aaj aapse clear pta lgi muje bhot khusi mile dhanbad ye baat mind m aati thi m aise hi sochti thi meri soch bilkul thik thi
Jab vi Acharya ji ko sunta hoon...man bara Chanchal ho jata hain...yeah pata chalta hain k..kaha fase hue hain hum...kahi vag jane ka ichchha karta hai..is bhoolbhulaiya se bahar ana chata hoon...man mein dar jata hain...k iss jindagi v sahid bekar hi jayga...kiya kar rahe hain...kya payenge is bhoolbhulaiya mein rehkar
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Pranam 🙏🙏 आचार्य.. जितना भी लिखूं कम ही रहेगा।।🌹
आचार्य जीप्रणाम मैं के अस्तित्व से ही प्रकृति है मैं नहीं तो प्रकृति भी नहीं❤🎉❤
दुनिया जैसी भी है, 'अहम' के लिए है
Satsri Akal Acharya g
मन कल्पना शील है,, मन अपनी, कल्पनाओ से नए नए धागे बुनती रहती है🎉
आदरणीय आचार्य जी आपके चरणों में सादर प्रणाम, बहुत-बहुत गहरे सत्संग है आपके
तुम्हारे तरीके तुम्हारी समस्या है ,तुम्हारे तरीको पर जो जोर है वो अंहकार है
Waaah kya baat Kahi Hain Aapne... Dimag ki hila dene wali conversation 🔥❤️
प्रणाम आचार्य जी 💐
जैसे आप है वैसी ही आपकी दुनिया है🙇
परी कथा का अध्यात्म :- महत्वपूर्ण और आंख खोलने वाला वीडियो। हमें बहुत मोह है हमारे बंधनों से।
एक परत और हट गयी आज 🙏🏻✨️ जितना भाग्य मानु उतना कम हैं 🙏🏻
Pranam acharya jee love you 🙏💖💞💖🙏💖💞💖🙏💖💞💖🙏💖💞💖🙏
Sadguru is coming to beat everyone in this world....Salute this type of unique Guru ji
Can't we have Acharyaji's videos on Doordarshan National Channels? If this happens then more and more people will get benefitted.
आचार्य जी आपको भविष्य में याद किया जाएगा 🙏🙏💯
दुनिया जैसे भी है, अहम के लिए है।
प्रणाम आचार्य जी
कोटि कोटि नमन
भगवान को प्रणाम
धन्य है! आप आचार्य जी इतनी गहरी बात को कितनी सरलता से समझा देते है।
सारा तो नही पर भीतर का थोड़ा अज्ञान दूर हुआ।
धन्यवाद आचार्य जी 😊😊🙏🙏🙏🙏
परमात्मा प्रकृति से परे है
एक और वीडियो से मार्गदर्शन हुआ धन्यवाद कितने सहज में आपने समझा दिया धन्यवाद आचार्य जी
वास्तविकता की पहचान करवाते हो आचार्य जी
Pranaam ACHARYA JI
🍂🍁🍂
শুভ সপ্তমী
I love you श्री
आचार्य जी ने बहुत बहुत परिश्रम और संघर्ष किया है और वो सारा परिश्रम संघर्ष उन्होंने अपने लिए नहीं, बल्कि हम अज्ञानी और अंधकार में डूबे लोगों के जीवन में एक नई ऊर्जा एक नया प्रकाश लाने के लिए था l कोटि कोटि नमन प्रिय गुरुवर को 🙏🙏❤️❤️
Acharya ji the unmatchable ❤❤❤😂😅😊
" हे " सुगंधिता 💐 🌹 🙏
कर्म शेष में प्यारे भगवन तेरा नाम सुजाता है,
धन धन सतगुरू तेरा ही आसरा,
गुरु देव आप ने बहुत ही स्पष्ट बताया है माया
Sat Sat Naman Acharya ji
🙏🌷🌹 धन्यवाद आचार्य जी 🙏
Aadarniy Aacharya ji aapke charanon mein koti koti pranam
Praanam...😊🙏
धन्यवाद इतने आसान सरल रूप मे समझाने के लिये आचर्य जी 🙏🙏🙏
🙏 Prnaam Aacharya ji 🙏
धन्यवाद, आचार्य जी...🙏🙏
जल में कुंभ ,कुंभ में जल है,,,बाहर भीतर पानी।फूटा कुंभ जल ,जल ही समाना,,,यह कह तथ्यो ज्ञानी🎉🎉🎉
बात समझ में आ रही है, स्पष्ट हो रहा है ~आचार्य जी 🙏🙏🙏
Mera mukt hona kyun jaruri hai?
Mukti se mere aham ko kya milega?
Prakarti ko mukti kyun chahiye ?
Ye khel kyu?
Ye sab kya hai 🧐
Pranam Acharya ji🙏
Prakash dalne ki krapa kare
Jay ho Acharya ji
Mere aur aapke vichar bahut milte hai 🙏
Pranam Aacharya ji🙏🏻
Kitna knowledge he sir ji aap ke pass great 👌❣️🙏
प्रणाम आचार्य जी 🙏🙏
तूफान की लहर चलेगि गुरूजी आपके वछ्नो की🚩🚩🚩🚩🚩🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
दुनिया जैसे भी है, अहम के लिए है ~आचार्य प्रशांत 🙏🙏🙏
प्रकृति भगवानसे निर्मीत है,
लेकिन भगवान प्रकृति में नहीं है
Parnaam acharya ji 🙏🙏🙏
नमन 🙏
Omg🙌🙏 माया का बहोत स्पष्ट प्रमाण to me in my own perspective 🙏 प्रणाम आचार्य
Adbhut Gyan mila hai Acharya ji se
Shive vo hai jo nahi hai aur parkarti maa durga hai sara khel in dono purush aur parkarti ka hai 🕉🕉🕉🌹🌹🌹🙏🙏🙏
हमारे पास प्रश्न है, उत्तर भी चाहिए।
शर्त है, तरीका मेरा होना चाहिए।
साहब, आपका तरीका यदि सही होता तो आपको उत्तर मिल गया होता ना?
परम शांति ही सत्य है।
Pranam Acharya ji 🙏💐
Waah ❤
आ रही है बात समझ में ~आचार्य जी 🙏🙏🙏
नमस्ते
Thanks💝🙏Love💝BMS health💝More Awareness💝Blessings💝Truth💝Peace💝to All🌹🎁🌍
🙏 परमात्मा से प्रकृती हे
प्रकृतीमे परमात्मा नही🙏🙏🙏🙏
मेरी शंका दूर हो गै..
गै . शत शत प्रणाम आचार्य जी....
बहुत ही स्पष्टता है
Bahut. Bahut. Gretitude. Thanks Acharya. Ji.
माया पर बहुत गहरा विवेचन
हे अर्जुन प्रकृति के तीनों गुण मुझसे है पर मै इन गुणों में कही नही।
धन्यवाद आचार्य जी 🙏
🙏🏻🙏🏻🙏🏻💐💐💐prakruti phir aage jane ke liye badha ho jati hai...
Guru ji pranam Naman acharya Shree
नमस्कार गुरुजी
❤❤❤❤ धन्यवाद आचार्य जी
Naman aacharya jee 🙏
Logo ki samajh ko ek ek level upar le ja raha hai aapki baatein . Har roj...... .. Mujhe aisa hi path pradarshak ki talash thi, aur sayad lakho aur logo ki.. srota banne me bada anand hai agar bakta ki baatein dimaag tak chal jaayein।
Thank you acharya ji..
Awesome.
Adbhut hai ye gyan,adbhut hai iski vyakhya,.........
Kitna acche baat hai guruji pranam ❤🙏🙏🙏
Waah dhanyabad achrya ji
bahut acha topic laaye hai aacharya g.
Sir u r the best
❤️🙏❤️
बहुत बहुत धन्यवाद आचार्य जी 🙏❤️
क्या कहूँ बस प्राणम है आपको।
नमन आचार्य जी
thank you sir.
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Acharya ji aap god ho hamari soch chottii hai
Nature treat all species equal. Nature want 3 things Survive Procreate and Die. Nature is highly Dominant. NATURE give temporary happiness only.
We Human have Some Non Nature thing too who want to find Truth(no to lies), Love etc.
But this Non Nature Vs Nature in human is the reason for our Suffering.
U love opposite gender, it can be good but Nature dominate in back (lust) and reduce love.
I am here also trying to find merge into Non Nature things.
Namaste 🙏🙏 not to ur Nature but to ur Non Nature thing
Thankyou acharayji
ईश्वर जी प्रकृति नित्य है आचार्य पी
Namaskar 🙏🙏
Love youu आचार्य जी 🥰🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Naman apko
Prakrati nahi, tumhara ahankar maya h, jo khojne chala h wahi jhoot h, baki sab Satya h
नमन आचार्य श्री
यहां पर दो बातें हैं आचार्य जी, जैसा आपने कहा कि जेल में कैदियों को खिला पिलाकर पुष्ट किया जाता है ताकि वे जेल के कामों में सहायक हो। वैसे ही प्रकृति वह जेलर है जो आपको सिर्फ वहां तक पुष्ट रखना चाहती है जहां तक आप प्रकृति गत कार्यों को कर सकें।
मगर आचार्य जी दोनों में अंतर यह है कि संसार की जेल में कैदी जेल के अंदर नहीं बल्कि जेल के बाहर सुख पाता है, और प्रकृति की जेल में जेल के अंदर जेल के कार्यों में आनंद पाता है। इसलिए वह खुद ही पुष्ट होते हुए भी जेल से बाहर निकलने का प्रयत्न नहीं करता। कैदी के अंदर उस चेतना का विकास कैसे हो ?
Har har mahadev🙏
🙏🏼🙏🏿🙏🙏🏽🙏🏾🙏🏾
Parmatama he aapkey aaham ko jagata or khatam karta hai. 😎
Kripa milni chahiye. Kripa Is the most important. It comes from sahansheelta.
Superb sir ji.
Keep it up.
Regards
Guruji muje ye baat sadguru se pta lgi thi aaj aapse clear pta lgi muje bhot khusi mile dhanbad ye baat mind m aati thi m aise hi sochti thi meri soch bilkul thik thi
Jab vi Acharya ji ko sunta hoon...man bara Chanchal ho jata hain...yeah pata chalta hain k..kaha fase hue hain hum...kahi vag jane ka ichchha karta hai..is bhoolbhulaiya se bahar ana chata hoon...man mein dar jata hain...k iss jindagi v sahid bekar hi jayga...kiya kar rahe hain...kya payenge is bhoolbhulaiya mein rehkar
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
🙏🙏🙏🙏🙏
लेकिन प्रकृति और पुरुष भिन्न कैसे है, क्या है जो उन्हें भिन्न बनाती है???