Gulzar's Nazm | Main Haule Haule Mana Ke Aanchal Utar Lunga | Written & Recited by Gulzar Sahab

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Комментарии • 151

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад +40

    आओ, मिल के, इस धरती को,
    जन्नत से भी, बेहतर बनाये.
    अपने हिस्से की, रोटी से,
    किसी, और की, भूख, मिटाये.
    ना सीमा हो, ना सरहद हो.
    ना ऊँच नीच का, मतलब हो.
    ना ज़ात पात, ना मज़हब हो. बस, सब का, एक सा ही रब हो.
    हम ऐसी गली, ऐसा शहर
    हम एेसी ही ,दुनिया बसाये.
    अपने हिससे की, रोटी से,
    किसी और की, भूख मिटाये.

  • @neekk9462
    @neekk9462 2 года назад

    उर्दू इंडिया को मिला सबसे खूबसूरत तोफा है।

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад +5

    साँस लेना भी कैसी आदत है.
    जीये जाना भी क्या रिवायत हैं.
    कोई आहट नही बदन मे कही.
    कोई साया नही आँखों में.
    पाँव बेहिस से चलते जाते हैं .
    इक सफर हैं जो बहता रहता है,
    कितने बरसो से, कितनी सदियो से .
    जिये जाते हैं जिये जाते हैं.
    आदते भी, अजीब होती हैं
    साँस लेना भी कैसी आदत है.
    जय हो
    🌎🌎 गुलज़ार सर 🌍🌍.
    नमन.

  • @gayatrigogoi3086
    @gayatrigogoi3086 5 лет назад +2

    Dil ko sukun mil jata hai jab gulzar sir ki aawaz sunte hu to. Ab me khi kho gaya hu 😊🙏🌺🌺

  • @samarummi
    @samarummi 10 месяцев назад +1

    *لازم نہیں تجھے ہر بارہم ہوں میسر
    ممکن ہے تو اس بارہمیں سچ میں گنوا دے🥀❤️‍🩹*

  • @veerendraparoha4474
    @veerendraparoha4474 6 лет назад +18

    गुलज़ारी साब द्वारा रचित माननीय डॉ. अब्दुल कलम की जीवनी बहुत मनमोहक तरीके से प्रस्तुत किया गया है जो हमारे लिए सुनने के बाद ऐसा प्रतीत होता है की जैसे सच में इस जीवनी की वास्तविकता में सजीब चित्रण में हो
    इस के लिए आप को ह्रदय से आभार ब्यक्त करता हु

  • @dhirajvermaofficial904
    @dhirajvermaofficial904 5 лет назад +7

    "फासले अक्सर रिश्तो मे
    अजीब सी दुरिया बढा देते है
    पर ऐसा भी नही है कि मैंने
    अपना पन ही छोड दिया "

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад +5

    धूप की अंगली थामे थामे ,
    घूमता हैं , ये सूरज , शहर शहर गली गली. सुबह से शाम तक.
    बिन बोले बिन बतलाये,
    लीप देता हैं धूप को,हर किसी के चेहरे पर, अपने दोनों हाथो से.

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 6 лет назад +5

    तेरी यादे, गूंजती हैं, दिल में, चौबिसो घंटे, तीसो दिन, बिन तनख्वाह लिये, बिन पैसे लिये.

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад +4

    साँसों से याद लिपटती हैं.
    बिन बादल, आँख बरसती हैं.
    आते हो जब, ख्वाबों मे तुम.
    बिन खुशबू, रात महकती हैं.

  • @Channelastic
    @Channelastic 6 лет назад +35

    🌹🌹🌹
    कोई मनचला गर पकड़ लेगा आँचल,
    ज़रा सोचिए आप क्या कीजियेगा?
    लगा दे अगर बढ़के ज़ुल्फों में कलियाँ,
    तो क्या अपनी ज़ुल्फें झटक दीजिएगा?
    हुज़ूर इस कदर भी ना इतरा के चलिए,
    खुलेआम आँचल ना लेहरा के चलिए..
    🌹🌹🌹

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад +4

    जब भी, सिकुड़ता हैं बचपन
    ये उम्र, हाँपने लगती हैं.

  • @Vortex2056
    @Vortex2056 3 года назад

    Dill bhi hota kya baat hoti❤️

  • @ash-lk2vf
    @ash-lk2vf 5 лет назад

    Sukun e manzil h gulzar saheb ki sayari.....aaj ki badhawas jindgi me..dil se

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад +3

    गुनगुना पानी, आँखों से,
    जब उतरता है.
    मानो, तंदूर जल रहाँ हैं कहीं.
    जिसका, धुआँ, गुज़रता है,
    दिल से होके.

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад +5

    जब पतंग, हवा में,
    उढ़ती हैं,
    तो वक्त बच्चा हो जाता है.
    जब, बूंद बारिश की ,
    उतरती हैं.
    तो वक्त, सच्चा हो जाता है.

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад +4

    कभी, वक्त ने, मुझको गिरा दिया,
    कभी, मैं ही, खुद ना संभल सका .
    ऐ ज़िंदगी, तेरा फलसफा,
    मैं, कभी भी, ना समझ सका.

  • @JaswinderSingh-fq8xj
    @JaswinderSingh-fq8xj 4 года назад

    EXCELLENT BEHTREEN

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 6 лет назад +11

    कभी, साँस, नही, आती, तेरे बिन,
    कभी, उम्र, यु ही, गुज़र, जाती हैं.
    तुझको, ना, देखु, तो, पल ना, कटे,
    कभी, सदियाँ, यु ही, पिंघल, जाती हैं.

  • @rekharawat6885
    @rekharawat6885 5 лет назад

    गुलज़ार साहब क्या कहें क्या कमाल है

  • @shivaroy3298
    @shivaroy3298 6 лет назад

    Tumhare honthon ke thande gulaab . Waa!!! . Kya ehsaas hai lafzo me. Salute these perfect man 👍👍👍

  • @jitendrakumarpalleyi9988
    @jitendrakumarpalleyi9988 6 лет назад

    गुलजार जी आपका। जवाब नेही।।आप अतुल्य है।।।सलाम।।

  • @rupasatyamshivamsundaram8502
    @rupasatyamshivamsundaram8502 6 лет назад +11

    Gulzar Sahab, your thoughts, words, voice sooo Divine..

  • @VijayKumar-yl6cp
    @VijayKumar-yl6cp 4 года назад

    खलल किया नींद में,
    एक रोते बच्चे की, आवाज़ ने,
    शायद भूखी रही होगी,
    उस बच्चे की माँ, रात भर.

  • @bobbychauhan6581
    @bobbychauhan6581 5 лет назад

    Guru g gulzar sahib aap k shabd dil ko Chu lete hae ye kbhi khatam hi nhi hoty.vah

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад +3

    दिल को तकती हैं,
    बचपन की शैतानियाँ,
    गर, मिले वक्त तो,
    इनसे बाते करों

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад +3

    एक ख्वाब हैं जो,
    करवट ले कर,
    मुझको, इशारे करता है.
    कहता है, अा पास मेरे,
    कुछ बाते तुझसे करनी हैं.
    क्या चल रहा हैं आज कल, कुछ चर्चा, उस पर करनी है.
    एक ख्वाब हैं जो,
    करवट ले कर ,
    मुझको इशारे करता है .

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад +1

    इस आसमान के पन्ने पर,
    दो चार कविता बोई है.
    जब बदलेगी सदी, अपना चोला.
    इन कविताओ मे, शब्द उग आऐंगे .
    इस आसमान के पन्ने पर...........

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад +2

    वो चाँद, उदासी मे भी,
    रंगीन, उबासियाँ लेता है.

  • @Pramodsingh-wk3ej
    @Pramodsingh-wk3ej 6 лет назад +1

    गुलजार साहब आपको शत् शत् नमन.....

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад +3

    बारिश मे, उछलती कूदती बूंदे,
    कुछ याद, हमे दिलाती हैं,
    कुछ, अलहड़ता, कुछ पागलपन.
    नंगे पैरो, का, अल्हड़पन.
    सारा दिन नापना, गलियो को,
    बैकार मे, दौड़ना, सड़को पर.
    बारिश मे, उछलती कूदती बूंदे.

  • @SamirKhan-nj8hc
    @SamirKhan-nj8hc 5 лет назад

    बहुत ख़ूबसूरत है हर बात लेकिन
    अगर दिल भी होता तो क्या बात होती

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад +3

    ये जो, फूलों का गुलदस्ता,
    जो आप, मेरे लिए, लाऐ हो.
    ये, इस बात का, सबूत हैं.
    कि आप, किसी का बागिचा, नोच के आऐ हो .

  • @rashmimishra9975
    @rashmimishra9975 6 лет назад +1

    Sukoon mil jata h sunke..💕💕

  • @vijaybansal979
    @vijaybansal979 5 лет назад

    Wo bhi kya dour rha hoga nq......❤❤❤❤❤❤❤❤💕

  • @jitendarprajapatik2309
    @jitendarprajapatik2309 4 года назад +1

    Beautiful song ♥️💕♥️💕

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 6 лет назад +50

    आसमान में, लालटेन सा,
    जलता, चंदा मामा.
    जब हम, चलते, साथ साथ में,
    चलता ,चंदा मामा.
    तारो से, अठखेली करता,
    बादल से, आँख मिचौली.
    गाँव गाँव मे, नाम बदल के ,
    बोलता, सबकी, बोली .
    जब ,हम मुड़ते, साथ साथ में,
    मुड़ता, चंदा मामा.
    आसमान में, लालटेन सा, जलता, चंदा मामा.
    कभी, वो सुंदर, किस्से ,सुनाता ,
    कभी, सुनाता लौरी.
    कभी, वो आता , शाम को, जल्दी, कभी ,दे जाता गोली.
    जब दिल करता, बीच बीच मे, सोता, चंदा मामा.
    आसमान में, लालटेन सा,
    जलता, चंदा मामा.
    जब हम, चलते, साथ साथ में,
    चलता, चंदा मामा.

    • @MeriDiary
      @MeriDiary 6 лет назад

      Click for romantic poetry...
      Kitni khoobsurat ho tum
      ruclips.net/video/k-L6U5uS2Gg/видео.html

    • @RadheRadhe-gl4jw
      @RadheRadhe-gl4jw 6 лет назад +1

      बहुत अच्छी कविता

    • @gautammanju-di6qz
      @gautammanju-di6qz 6 лет назад

      Kya me ise kisiko send kr skti hun

    • @gautammanju-di6qz
      @gautammanju-di6qz 6 лет назад +1

      Bhot pyari poem h

    • @vijay.kumar.khungwal4118
      @vijay.kumar.khungwal4118 6 лет назад +1

      +manju kumari .जी.
      धन्यवाद,,
      आप, इस, कविता को, किसी को भी, भेज सकती है.

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад +6

    बचपन को, खाया है, हमने.
    .बचपन ना, माफ करेगा हमे.
    ऊँचा,उढ़ने की, चाहत में, जीना भी, यारो, हम, भूल गये.
    ढाई साल के, बच्चे के, एहसास को, रोज कुचलते हैं.
    जाता है, जब, स्कूल वो,
    हम, उसको, देखकर, हँसते हैं.
    हम, अपनी,उम्र को, खोने लगे,
    हम, सौ से, साठ के, होने लगे.
    बचपन को, खाया है, हमने,
    बचपन ना, माफ करेगा हमे.

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад

    ये दिन भी, अकड़ के चलता है,
    जैसे हो, उस्ताद कोई .

  • @gajarajkhateek805
    @gajarajkhateek805 6 лет назад +1

    Flowless..... No words for appreciation., old is gold

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 6 лет назад +3

    Happy Birthday
    🔛Gulzar Sir 🔛
    ,,,,आप को नमन ,,,,

  • @deepanshusingh8991
    @deepanshusingh8991 6 лет назад +11

    Dil ko shukun mil ta hai #gulzar shab ki aawaz sun k😘😘

  • @hussainricky
    @hussainricky 6 лет назад +4

    Sir yea awaaz ki sarsra-hat dil ki saso ko chulati hai #gulzar sb.

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад +2

    उठने की कौशिश,
    जब भी करी,
    तेरे पैरों , में ही,
    जा के गिरा.

  • @hb.9315
    @hb.9315 6 лет назад

    Aaahh dil bagabagn ho gya...thankkkkkkkkkkkuuuuuuu

  • @piyushmishra9468
    @piyushmishra9468 6 лет назад

    Dil le jate h ..ye geet..

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад +1

    इस दिल का, किराया, क्या दोगे ?
    बरसो, संभाला हैं, तुमको .
    पलको की, फीस भी, लगती हैं.
    बरसो, निहारा, हैं, तुमको.

  • @rahulRaj-jb4rv
    @rahulRaj-jb4rv 6 лет назад

    Awesome...
    Bhut khubsurat

  • @anchalseth8731
    @anchalseth8731 6 лет назад

    Bahot hi pyara... love u gulzar sir...

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад +1

    ये, मेरे, शहर के, चौराहे,
    चौबिसो घंटे, जगते हैं,
    जब भी, लगती है, पल भर को पलक,
    कोई ना कोई, आ जाता है.

  • @oojajain8614
    @oojajain8614 6 лет назад +2

    Heart touching the way you express feeling through song !!

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад +1

    जब देखता हूँ ,नाव,
    कागज़ की,
    ये वक्त, ठहर सा,
    जाता है.

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад +3

    ये आसमान का तंबू भी,
    पैर फैला कर बैठा है,
    ऊधँता रहता है सर पर.
    ना सोता है, ना जगता हैं.
    ना काम वाम, ये करता है
    बस, हर वक्त, आराम करता है .
    ये आसमान का तंबू भी,
    पैर फैला कर बैठा है.
    आओ, इससे कुछ बात करे.
    कुछ, इधर का, उठा के, उधर धरे.
    ये भी, कुछ कमा के, खा लेगा
    बच्चो को, अपने, पाल लेगा.

  • @rekhadogra8326
    @rekhadogra8326 6 лет назад

    Bhut pyara.....heart touching.... Love you sir

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 6 лет назад +12

    जब, सर को पटकती हैं बूंदे, हम , बारिश बारिश कहते हैं .
    जब सर को पटकता हैं पानी,
    हम, झरना झरना कहते हैं.
    ये बात, समझ मे, आती नही,
    हम, क्यों, खुद मे ही, जीतेे हैं .

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад

    सूरज का उपला देखो,
    सारा दिन, सुलगता रहता है.
    जब बुझता हैं ये साँझ ढले.
    तो कोई, लालटेन 🌙 टाँग जाता है.

  • @rekharawat6885
    @rekharawat6885 5 лет назад +1

    हम आपको बहुत बहुत प्यार करते हैं

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад

    सूरज के उपले को देखो,
    सारा दिन जलता रहता है.
    जब बुझता हैं,ये उपला तो,
    कोई लालटेन, 🌙 टाँग जाता हैं.

  • @shikhasharma8375
    @shikhasharma8375 5 лет назад

    Its just awsm.....speechlessss😍😍😍😍

  • @ShilpiSingh_baghel
    @ShilpiSingh_baghel 6 лет назад

    Dil chhu liya...

  • @VijayKumar-yl6cp
    @VijayKumar-yl6cp 4 года назад

    कर लेता हूँ, मैं कुछ बाते,
    किताबों से .
    जब होती हैं, फुर्सत मुझकों.
    ज्यादा तो, नही कुछ कहती हैं,
    वो किताबे, मेरे कानों में.
    हाँ, कुछ आपबीती, सुनाती हैं.
    वो किताबे, जब सुनता हूँ, मैं प्यार से.
    कह रही थी, एक किताब, हम भी सैर कर लेते थे, शहर शहर घूम के,
    हमें भी, बड़ा प्यार मिलता था .
    हमारी भी, सम्मान होता था.
    मगर, अब तो, धूल फाकते रहते हैं, हम बंद अलमारी के,शीशों में.
    कोई काम नहीं, सिवाय झाँकने के.
    कर लेता हूँ, मैं, कुछ बाते, किताबों से.

  • @loviiaalu1710
    @loviiaalu1710 6 лет назад

    Bhut must song h bilkul dil ko chu jaye

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад

    बारिश की बूँद, फिसलती हैं.
    बस, थोड़ा सा, संभल के चलना.
    मिट्टी की नही, तुम मोम की हो,
    बस, 🔥 आग से तुम, बच के चलना.
    ये हवा भी, छेड़ अब करती हैं,
    गर, मिले कोई, सुंदर चेहरा,
    ये धूप भी, हाथ पकड़ती हैं.
    अब, इसपे नही, कोई पहरा.
    ये सड़क भी, उलझ के चलती हैं.
    बस, थोड़ा सा, संभल के चलना.
    बारिश की बूँद, फिसलती हैं.
    बस, थोड़ा सा, संभल के चलना.

  • @aakritikhanagwal7949
    @aakritikhanagwal7949 5 лет назад

    रोज सुुबह सुबह, वो सूरज, आ जाता है, मेरे घर, आँखे मलता हुआ. बिना बुलाए, मेहमान की तरह
    कई बार कहा, मैने उसको, यू सुबह सुबह, किसी के घर, पे जाना, अच्छी , बात, नही होती.
    इससे इज्जत भी, नही मिलती
    मगर, मानता ही, नही, बड़ा डीट हैं.
    आ धमकता हैं, रोज और, बैठ जाता हैं, मेरे सर पे,

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад +1

    अब ना, कुछ चाहिए,
    मुझको, जानेजिगर.
    तेरे, जलवो मे, मुझको,
    खुदा, मिल गया..

  • @loveenalopes5000
    @loveenalopes5000 6 лет назад +2

    Awesome song just love this song

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад

    बारिश, खुद आने से पहले,
    बादल और ठंडी हवा को,
    भेजती हैं.
    ताकि जिसके पास काग़ज़ हो ,
    वो अपनी, नाव बना के, तैयार कर ले.

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад

    ये शाम भी अजीब हैं ,
    सोती रहती हैं, सारा दिन,
    जब लोग सोचते हैं सोने की, तो ये जाग जाती हैं,
    और घूमती रहती हैं चाँद सितारो को अपनी हथेली पे ऱख कर चुपचाप.
    ये शाम भी, अजीब है. सोती रहती हैं ,
    सारा दिन.

  • @ashishajameriya9867
    @ashishajameriya9867 3 года назад

    Love you sir

  • @vishalyadav3451
    @vishalyadav3451 6 лет назад +5

    1 baat bolu
    Aapki aavaj sun ke mai apne aap me khi kho sa jata hu

  • @POOJA-zt6vg
    @POOJA-zt6vg 6 лет назад

    mashallah voice..👌👌👌👌👌

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад

    जिंदगी, तेरी शायरी,
    मुझको समझ, आई नही
    तेरी कोई, भी ग़ज़ल,
    दिल को, मेरे, भाई नही.
    मैं किसी भी, मौड़ पर,
    लड़खड़ा के, जब गिरा.
    कोई भी, अंगुली तेरी,
    मेरी तरफ, आई नही.
    जिंदगी, तेरी शायरी,
    मुझको, समझ, आई नही.
    तेरी कोई, भी ग़ज़ल ,
    दिल को, मेरे, भाई नही .

  • @pankajrana6547
    @pankajrana6547 5 лет назад

    बातें वो पुरानी, आज फिर याद आ गयी
    तेरे साथ गुजरा वो लम्हा, फिर से सामने था मेरे,
    सोचा, जो कह ना सका तुझे तब में,
    अब कह जाता हूँ

  • @innervoicemotivation9425
    @innervoicemotivation9425 6 лет назад +2

    I love this song

  • @chandramohanmanhar4704
    @chandramohanmanhar4704 6 лет назад

    Great of all time

  • @Rehankhan-gv8cg
    @Rehankhan-gv8cg 6 лет назад +2

    Love you gulzar sahab

  • @monishrma9632
    @monishrma9632 6 лет назад

    Mashaallah....

  • @aakritikhanagwal7949
    @aakritikhanagwal7949 5 лет назад

    मैं, चाँद के सिक्के को लेकर,
    कई बार, दुकानो पर, गया
    मगर, सामान किसी ने, नही दिया.

  • @richajain5579
    @richajain5579 6 лет назад

    Awsmm sir

  • @KundanKumar-ft9uu
    @KundanKumar-ft9uu 5 лет назад

    Nice one

  • @VijayKumar-yl6cp
    @VijayKumar-yl6cp 4 года назад

    कर लेता हूँ, मैं कुछ बाते,
    किताबों से .
    जब होती हैं, फुर्सत मुझकों.
    कुछ किताबे, कमजोर लगती हैं,
    कुछ लगती हैं, बूढ़ी बूढ़ी.
    ज्यादा तो, नही कुछ कहती हैं,
    वो किताबे, मेरे कानों में.
    हाँ, कुछ आपबीती, सुनाती हैं.
    वो किताबे, जब सुनता हूँ, मैं प्यार से.
    कह रही थी, एक किताब, हम भी सैर कर लेते थे, शहर शहर घूम के,
    हमें भी, बड़ा प्यार मिलता था .
    हमारी भी, सम्मान होता था.
    मगर, अब तो, धूल फाकते रहते हैं, हम बंद अलमारी के,शीशों में.
    कोई काम नहीं, सिवाय झाँकने के.
    कर लेता हूँ, मैं, कुछ बाते, किताबों से.

  • @induchauhan5725
    @induchauhan5725 6 лет назад +6

    How can someone dislike

    • @MeriDiary
      @MeriDiary 6 лет назад

      Click for romantic poetry...
      Kitni khoobsurat ho tum
      ruclips.net/video/k-L6U5uS2Gg/видео.html

    • @sagarraje5571
      @sagarraje5571 6 лет назад

      I think they r bantai subscriber

  • @minakshimk9543
    @minakshimk9543 6 лет назад

    Best guljar shahb

  • @PoojaSingh-mg9ub
    @PoojaSingh-mg9ub 5 лет назад

    mast 👌👌

  • @abhay1703x
    @abhay1703x 6 лет назад

    nice guru

  • @vijay.kumar.khungwal4118
    @vijay.kumar.khungwal4118 5 лет назад

    दिलनशी महजबी, चाँदनी सा बदन.
    जैसे, फिरदौस की हो,
    कोई अप्सरा .
    तेरे होटों पे, खिलने लगेंगे कमल,
    तू , थोड़ा सा भी, गर, दे मुस्कुराह .

  • @manpreetsingh-vu3cu
    @manpreetsingh-vu3cu 6 лет назад

    Very nice Sir ji

  • @शायराकीशायरी

    V nice sir

  • @built-not-born9336
    @built-not-born9336 6 лет назад

    superb

  • @manishsikaira9460
    @manishsikaira9460 6 лет назад

    Sir mein bhi apke nakshe kadam pr chal Raha h isliy mn bhi RUclips pr video upload krna shuru KR diya hoon apni likhi rachnao ki . Ek din aapke jaisa kuch KR paun shayad

  • @ashabhushan8088
    @ashabhushan8088 5 лет назад +1

    Ufuk kaun sa ped(tree) hota h?

  • @sanjidurrahmanchowdhury2807
    @sanjidurrahmanchowdhury2807 6 лет назад

    Personality = Gulzar Saab.

  • @sciencebyamitsir388
    @sciencebyamitsir388 6 лет назад

    Osm....

  • @jaygopal5565
    @jaygopal5565 6 лет назад

    1 no

  • @shivamagrawal4346
    @shivamagrawal4346 6 лет назад

    Wow sir abesom

  • @pratikshaasingh6455
    @pratikshaasingh6455 6 лет назад

    ❤👌

  • @arunraychan9869
    @arunraychan9869 5 лет назад

    kya sur h....

  • @skbchhetri374
    @skbchhetri374 5 лет назад

    😍

  • @anitachaudhary5248
    @anitachaudhary5248 6 лет назад

    👌👌👌👌👌👍

  • @POOJAGUPTA-im1sj
    @POOJAGUPTA-im1sj 6 лет назад

    Nice