प्रणाम, सादर चरण स्पर्श इसे शांत स्वभाव वाले गुरुजी मैंने आज तक नहीं देखे हैं। क्या शानदार भाषा है, गुरुजी शिष्य से ही प्रश्न पूछ कर शिष्य द्वारा ही शिष्य से ही उत्तर निकलवा रहे हैं । क्या शानदार तरीका है, समझाने का। गुरुजी स्पिरिचुअल एडवोकेट है ऐसा कह तो अतिशयोक्ति नहीं होगी।
If we read Patanjali yog sutra 2.20, that sutra tells that purush ( chetan, Atma) is shudh, but atma sees acording to pratyay(gnan). Avidya atmako fasata hai. When any one removes avidya and devlops vivekgnan, that person will receive atma gnan.
Knowingly,with God blessing Atma takes birth & after that he forgets what's for he has taken birthday & Started moving according to the atmosphere. Do mistakes & learn to make it right if he having positive impact.No doubts his past birth life also affects on the present life.To come out he has to do his work honestly so that the almight time to time help to give right direction for mukti or Mox
गुरुजी ज्ञान तप का बढ़िया है सेंट्रल पॉइंट पर बोल रहे हैं लेकिन जो चले हैं सवाल पूछने वाले वह मक्खन निकालने में असमर्थ है ओरछा और निर्धारक सवाल पूछ रहे हैं पहले नंबर के
कहीं भी पढ़े किसी से भी सुन यही कहा जाता है आत्मा और शरीर अलग अलग है हम आत्मा है यह शरीर नश्वर है परंतु इसका अनुभव कैसेहो बिना अनुभव के तो यह सिर्फ सम्मोहन मात्र है
प्रणाम, सादर चरण स्पर्श
इसे शांत स्वभाव वाले गुरुजी मैंने आज तक नहीं देखे हैं। क्या शानदार भाषा है, गुरुजी शिष्य से ही प्रश्न पूछ कर शिष्य द्वारा ही शिष्य से ही उत्तर निकलवा रहे हैं । क्या शानदार तरीका है, समझाने का। गुरुजी स्पिरिचुअल एडवोकेट है ऐसा कह तो अतिशयोक्ति नहीं होगी।
Dhanyawad Yogi ji maharaj Guruji Maat narmde har apke charno me koti koti vandan OM SHREE SADGURU SAI MALIK
Gurudev naman parnam.
Guruji koti koti pranam
🙏Parnaam Maharaj Ji, 🙏 "" Maat Narmde Har""
🙏
कोटि कोटि प्रणाम सदगुरुदेव मात नर्मदे हर
नर्मदेहर गुरुदेव
Gurudev ko pranam bahut dhanyvad
Guru ji pranam
🎉❤🎉 Pranam Guruji narmade Har 🎉❤🎉
Jay Mata Di guruji 🌹🙏
साधक जन मेरे सवाल गुरुजी तक पहुंचाने की कृपा करे:
शरीर को इंद्रियां किसने दी? और क्यों दी?
ब्रह्मज्ञान मानसिक अवस्था है या मन के परे है ?
प्रोफेसर साहब ने अच्छे सवाल पूछे
If we read Patanjali yog sutra 2.20, that sutra tells that purush ( chetan, Atma) is shudh, but atma sees acording to pratyay(gnan). Avidya atmako fasata hai. When any one removes avidya and devlops vivekgnan, that person will receive atma gnan.
गुरुजी आत्मा क्या पूर्व जन्म को कम साथ में लेकरआती है
Knowingly,with God blessing Atma takes birth & after that he forgets what's for he has taken birthday & Started moving according to the atmosphere. Do mistakes & learn to make it right if he having positive impact.No doubts his past birth life also affects on the present life.To come out he has to do his work honestly so that the almight time to time help to give right direction for mukti or Mox
Mujhe aap se connect karna hai
Pranvayu m hi hum h ESI se hi hm bol rhe h baat kr rhe h usi ko hm aatma khete h
गुरुजी आपके चरणो में कोटि कोटि नमन गुरुजी के आप मुझे फोन कर सकते हैं
प्रोफेसर साब की जय
गुरुजी ज्ञान तप का बढ़िया है सेंट्रल पॉइंट पर बोल रहे हैं लेकिन जो चले हैं सवाल पूछने वाले वह मक्खन निकालने में असमर्थ है ओरछा और निर्धारक सवाल पूछ रहे हैं पहले नंबर के
कहीं भी पढ़े किसी से भी सुन यही कहा जाता है आत्मा और शरीर अलग अलग है हम आत्मा है यह शरीर नश्वर है परंतु इसका अनुभव कैसेहो बिना अनुभव के तो यह सिर्फ सम्मोहन मात्र है
Aapka address kya h
Address description me diya hai