🎯#संतरामपालजीकेउद्देश्य संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य है कि विश्व के सभी प्राणी वास्तविक परमेश्वर कबीर जी की सतभक्ति करे, समाज में कोई भी प्राणी दुखी न हो, हर समस्या का समाधान हो। धरती स्वर्ग समान बन जाए।
साहेब कबीर ने कहा कि सेऊ आओ भोजन पाओ। सिर तो चोरों के कटते हैं। संतो भक्तों) के नहीं। उनको तो क्षमा होती है। साहेब कबीर ने इतना कहा था उसी समय सेऊ के धड़ पर सिर लग गया। कटे हुए का कोई निशान भी गर्दन पर नहीं था तथा पंगत (पंक्ति) में बैठ कर भोजन करने लगा। गरीब, सेऊ धड़ पर शीश चढ़ा, बैठा पंगत मांही। नहीं घरैरा गर्दन पर, औह सेऊ अक नांही।। सम्मन तथा नेकी ने देखा कि गर्दन पर कोई चिन्ह भी नहीं है। लड़का जीवित कैसे हुआ? शंका हुई कि यह वही सेऊ है या कोई और। अन्दर जा कर देखा तो वहाँ शव तथा शीश नहीं था। केवल रक्त के छीटें लगे थे जो इस पापी मन के संश्य को समाप्त करने के लिए प्रमाण बकाया था। ऐसी-2 बहुत लीलाएँ साहेब कबीर (कविरग्नि) ने की हैं जिनसे यह स्वसिद्ध है कि ये ही पूर्ण परमात्मा हैं। सामवेद संख्या नं. 822 तथा ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 16 मंत्रा 2 में कहा है कि कविर्देव अपने विधिवत् साधक साथी की आयु बढ़ा देता है। * वाणी नं. 31 से 37 में कहा है कि इन-इन महापुरूषों तथा देवताओं की जो महिमा आप सुनते हैं। इन्होंने भी भक्ति की थी। उसी कारण उनकी प्रसिद्धि संसार में हुई है। परंतु मुक्ति तो यथार्थ भक्ति ज्ञान तथा निज नाम से ही संभव है। वाणी नं. 38 :- गरीब, ऐसा निर्मल नाम है, निर्मल करै शरीर। और ज्ञान मण्डलीक है, चकवै ज्ञान कबीर।। भावार्थ :- वेदों, गीता, पुराणों तथा कुरान व बाईबल में मण्डलीक (आंशिक) ज्ञान है। कबीर परमेश्वर द्वारा बोली अमरवाणी स्वस्मवेद में संपूर्ण अर्थात् चक्रवर्ती ज्ञान है। इसके लिए पढ़ें सृष्टि रचना जो इसी पुस्तक में पृष्ठ 518 पर है। (राग बिलावल से शब्द 21 भी पढ़ें। उसमें कबीर परमेश्वर की अथाह शक्ति का प्रमाण है।) अबिगत राम कबीर हैं, चकवै अबिनाशी। ब्रह्मा बिष्णु वजीर हैं, शिब करत खवासी।।टेक।। इन्द्र कोटि अनंत हैं, जाकै प्रतिहारा। बरन कुमेरं धर्मराय, ठाढे दरबारा।।1।। तेतीस कोटि देवता, ऋषि सहंस अठासी। वैष्णव कोटि अनंत हैं, गुण गावैं राशी।।2।। नौ जोगेश्वर नाद भरि, सुर पूरै संखा। सनकादिक संगीत हैं, अबिचल गढ बंका।।3।। शेष गणेश रु सरस्वती, और लक्ष्मी राजैं। सावित्री गौरा रटैं, गण संख बिराजैं।।4।। अनंत कोटि मुनि साध हैं, गण गंधर्व ज्ञानी। अरपैं पिंड रु प्राण कूं, जहां संखौं दानी।।5।। सावंत शूर अनंत हैं, कुछ गिनती नाहीं। जती सती और शीलवंत, लीला गुण गाहीं।।6।। चंद्र सूर बिनती करैं, तारा गण गाढे। पांच तत्व हाजिर खड़े, हुकमी दर ठाढे।।7।। तीर्थ कोटि अनंत हैं, और नदी बिहंगा। ठारा भार तो कूं रटै, जल पवन तरंगा।।8।। अष्ट कुली परबत रटैं, धर अंबर ध्याना। महताब अगनि तो कूं जपैं, साहिब रहमाना।।9।। अर्स कुर्स पर सेज है, तन तबक तिराजी। एक पलक में करत हैं, सो राज बिराजी।।10।। अलख बिनानी कबीर कूं, रंग खूब चवाया। एक पानी की बूंद से, संसार बनाया।।11।। अनंत कोटि ब्रह्मण्ड हैं, कछू वार न पारा। लख चौरासी खान का, तूं सिरजनहारा।।12।। सूक्ष्म रूप स्वरूपहै, बौह रंग बिनानी। गरीबदास के मुकट में, हाजिर प्रवानी।।13।।21।। वाणी नं. 39 :- गरीब, राम नाम सदने पिया, बकरे के उपदेस। अजामेल से ऊधरे, भगति बंदगी पेस।।39।। आगे आप पढ़ेंगे कि सदन कसाई का उद्धार कबीर परमेश्वर ने किस तरह किया। क्रमशः.......... •••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• आध्यात्मिक जानकारी के लिए आप संत रामपाल जी महाराज जी के मंगलमय प्रवचन सुनिए। साधना चैनल पर प्रतिदिन 7:30-8.30 बजे। संत रामपाल जी महाराज जी इस विश्व में एकमात्र पूर्ण संत हैं। आप सभी से विनम्र निवेदन है अविलंब संत रामपाल जी महाराज जी से नि:शुल्क नाम दीक्षा लें और अपना जीवन सफल बनाएं। online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry
धाम धनाना हरी का आना या कोए छोटी बात नही विश्व गुरु के प्रथम चरण बेबे इस माटी ने चुम्ये है।अपने आपको गुप्त रखना या कोए छोटी बात नही धाम धनाना हरी का आना या कोए छोटी बात नही। काल ब्रह्म का लोक बताना सतलोक हमारा ठिकाना है या कोए छोटी बात नही धाम धनाना हरी का आना या कोए छोटी बात नही ।अपने आपको गुप्त रखना या कोए छोटी बात नही।दुनिया जाने वो जेल में बैठा वो सुन्न महल का वासी हैं।अपने आपको गुप्त राखना या कोए छोटी बात नही। जेई राम पाल को जेल में डाला या दुनिया की भूल है।बीस वर्ष से सुन्न महल का वाशी जान सको तो जान लो।जिस दिन तो या जान पटेगी दुनिया टक्कर मरेगी।अपने आपको गुप्त राखना या कोए छोटी बात नही।धाम धनाना हरी का आना या कोए छोटी बात नही विश्व गुरु के प्रथम चरण बेबे इस माटी ने चुम्ये हैं।
काल भगवान जो इक्कीस ब्रह्मण्ड का प्रभु है, उसने प्रतिज्ञा की है कि मैं स्थूल शरीर में व्यक्त (मानव सदृश अपने वास्तविक) रूप में सबके सामने नहीं आऊँगा। उसी ने सूक्ष्म शरीर बना कर प्रेत की तरह श्री कृष्ण जी के शरीर में प्रवेश करके पवित्र गीता जी का ज्ञान तो सही (वेदों का सार) कहा, परन्तु युद्ध करवाने के लिए भी अटकल बाजी में कसर नहीं छोड़ी। - संत रामपाल जी महाराज
Parmatma ne jo mantra diya hai voh mere liye sabse bada ghevar rasgulla aur mithai hai ussey bada kuch nahi baaki yeh maalik ki kripa hai jo seva mein aise pakwaan mil rahe hain parmatma apne haath se daily mujhe neem ka kadva sharvat bhi pilaay toh maalik ke haath se voh mujhe meetha hi lagega Sach bataun toh maalik se itna prem ho gaya hai ki yeh saare pakwaan maalik ke bina feeke lagte hain maalik ke haath se toh jaher bhi meetha lage Jai ho bandi chodd ki
Mujhe aisa lagta hai ki mera mokshh pakka hi hai kyunki maalik ke atirickt mujhe kuch aur dikhta hi nahi sareer choote jab uske baad se sirf parmatma ke saath hamesha ke liye rahunga Jai ho bandi chodd ki
चतुर्दशी संत रामपाल जी महाराज की कबीर परमेश्वर जी की जय हो वेदों में फरमान है कबीरसाहेब भगवान है सत साहिब जी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
सतलोक आश्रम का शानदार विहंगम दृश्य, सतगुरु देव जी जय हो🙇🙇🙇🙇🙇
कोटि कोटि सिजदा कुरू कोटि कोटि प्रणाम चरण कमल में राखिये में बंदी जाम गुलाम
Jai Bandi chhod satguru Rampal Ji Bhagwan Ji ki Jai ho sat saheb ji ❤❤❤❤😊
जय हो बंन्दीछोड़ की अशिम कृपा।।🙇🏾♂️🙇🏾♂️🙇🙇
Jay ho parampita satguru Rampal Ji Maharaj ke 😢
Bandi Chhod Satguru Rampal Ji Bhagavan Ji Ke Param Pavan Charno Me Dass Ka Koti Koti Dandvat Pranam He 🙏🙏🌹
Guruji ka Anmol Prasad hai ghevaram ka❤❤❤❤
कबीर, सतगुरू शरण में आने से, आई टलै बला।
जै भाग्य में शूली हो, काँटे में टल जाय।।
Malik k charno me koti koti pranam
Satguru dev ki jay
Bandi chor satguru rampal ji bhagwan ki jay ho
Sat sahib
🎯#संतरामपालजीकेउद्देश्य
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य है कि विश्व के सभी प्राणी वास्तविक परमेश्वर कबीर जी की सतभक्ति करे, समाज में कोई भी प्राणी दुखी न हो, हर समस्या का समाधान हो। धरती स्वर्ग समान बन जाए।
Parmatma rampal Maharaj ji ki je ho sat saihb ji
Bandi shod satguru Rampal Ji Maharaj ke jai ho 🙏🙏🙏🙇♂️🙏🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙏
Satguru rampal das maharaj ki jai ho
Parwet parwet me fira karan apne ram Ram jese sant mile jin sare sab kam 🙏🙏🌹🙏🙏
जय बन्दी छोड़ की।
जय हो बन्दी छोड़ की
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान जी की जय हो सत साहेब कोटि कोटि प्रणाम परमात्मा चरण कमल में बनाए रखना मलिक
साहेब कबीर ने कहा कि सेऊ आओ भोजन पाओ। सिर तो चोरों के कटते हैं। संतो भक्तों) के नहीं। उनको तो क्षमा होती है। साहेब कबीर ने इतना कहा था उसी समय सेऊ के
धड़ पर सिर लग गया। कटे हुए का कोई निशान भी गर्दन पर नहीं था तथा पंगत (पंक्ति) में बैठ कर भोजन करने लगा।
गरीब, सेऊ धड़ पर शीश चढ़ा, बैठा पंगत मांही। नहीं घरैरा गर्दन पर, औह सेऊ अक नांही।।
सम्मन तथा नेकी ने देखा कि गर्दन पर कोई चिन्ह भी नहीं है। लड़का जीवित कैसे हुआ?
शंका हुई कि यह वही सेऊ है या कोई और। अन्दर जा कर देखा तो वहाँ शव तथा शीश नहीं था। केवल रक्त के छीटें लगे थे जो इस पापी मन के संश्य को समाप्त करने के लिए प्रमाण बकाया था।
ऐसी-2 बहुत लीलाएँ साहेब कबीर (कविरग्नि) ने की हैं जिनसे यह स्वसिद्ध है कि ये ही
पूर्ण परमात्मा हैं। सामवेद संख्या नं. 822 तथा ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 16 मंत्रा 2 में कहा है कि कविर्देव अपने विधिवत् साधक साथी की आयु बढ़ा देता है।
* वाणी नं. 31 से 37 में कहा है कि इन-इन महापुरूषों तथा देवताओं की जो महिमा आप
सुनते हैं। इन्होंने भी भक्ति की थी। उसी कारण उनकी प्रसिद्धि संसार में हुई है। परंतु मुक्ति तो यथार्थ भक्ति ज्ञान तथा निज नाम से ही संभव है।
वाणी नं. 38 :-
गरीब, ऐसा निर्मल नाम है, निर्मल करै शरीर। और ज्ञान मण्डलीक है, चकवै ज्ञान कबीर।।
भावार्थ :- वेदों, गीता, पुराणों तथा कुरान व बाईबल में मण्डलीक (आंशिक) ज्ञान है।
कबीर परमेश्वर द्वारा बोली अमरवाणी स्वस्मवेद में संपूर्ण अर्थात् चक्रवर्ती ज्ञान है। इसके
लिए पढ़ें सृष्टि रचना जो इसी पुस्तक में पृष्ठ 518 पर है।
(राग बिलावल से शब्द 21 भी पढ़ें। उसमें कबीर परमेश्वर की अथाह शक्ति का प्रमाण है।)
अबिगत राम कबीर हैं, चकवै अबिनाशी। ब्रह्मा बिष्णु वजीर हैं, शिब करत खवासी।।टेक।। इन्द्र
कोटि अनंत हैं, जाकै प्रतिहारा। बरन कुमेरं धर्मराय, ठाढे दरबारा।।1।।
तेतीस कोटि देवता, ऋषि सहंस अठासी। वैष्णव कोटि अनंत हैं, गुण गावैं राशी।।2।।
नौ जोगेश्वर नाद भरि, सुर पूरै संखा। सनकादिक संगीत हैं, अबिचल गढ बंका।।3।।
शेष गणेश रु सरस्वती, और लक्ष्मी राजैं। सावित्री गौरा रटैं, गण संख बिराजैं।।4।।
अनंत कोटि मुनि साध हैं, गण गंधर्व ज्ञानी। अरपैं पिंड रु प्राण कूं, जहां संखौं दानी।।5।। सावंत शूर अनंत हैं, कुछ गिनती नाहीं। जती सती और शीलवंत, लीला गुण गाहीं।।6।। चंद्र सूर बिनती करैं, तारा गण गाढे। पांच तत्व हाजिर खड़े, हुकमी दर ठाढे।।7।।
तीर्थ कोटि अनंत हैं, और नदी बिहंगा। ठारा भार तो कूं रटै, जल पवन तरंगा।।8।।
अष्ट कुली परबत रटैं, धर अंबर ध्याना। महताब अगनि तो कूं जपैं, साहिब रहमाना।।9।। अर्स कुर्स पर सेज है, तन तबक तिराजी। एक पलक में करत हैं, सो राज बिराजी।।10।। अलख बिनानी कबीर कूं, रंग खूब चवाया। एक पानी की बूंद से, संसार बनाया।।11।। अनंत कोटि ब्रह्मण्ड हैं, कछू वार न पारा। लख चौरासी खान का, तूं सिरजनहारा।।12।। सूक्ष्म रूप स्वरूपहै, बौह रंग बिनानी। गरीबदास के मुकट में, हाजिर प्रवानी।।13।।21।।
वाणी नं. 39 :-
गरीब, राम नाम सदने पिया, बकरे के उपदेस। अजामेल से ऊधरे, भगति बंदगी पेस।।39।।
आगे आप पढ़ेंगे कि सदन कसाई का उद्धार कबीर परमेश्वर ने किस तरह किया।
क्रमशः..........
••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••
आध्यात्मिक जानकारी के लिए आप संत रामपाल जी महाराज जी के मंगलमय प्रवचन सुनिए। साधना चैनल पर प्रतिदिन 7:30-8.30 बजे। संत रामपाल जी महाराज जी इस विश्व में एकमात्र पूर्ण संत हैं। आप सभी से विनम्र निवेदन है अविलंब संत रामपाल जी महाराज जी से नि:शुल्क नाम दीक्षा लें और अपना जीवन सफल बनाएं।
online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry
धाम धनाना हरी का आना या कोए छोटी बात नही विश्व गुरु के प्रथम चरण बेबे इस माटी ने चुम्ये है।अपने आपको गुप्त रखना या कोए छोटी बात नही धाम धनाना हरी का आना या कोए छोटी बात नही। काल ब्रह्म का लोक बताना सतलोक हमारा ठिकाना है या कोए छोटी बात नही धाम धनाना हरी का आना या कोए छोटी बात नही ।अपने आपको गुप्त रखना या कोए छोटी बात नही।दुनिया जाने वो जेल में बैठा वो सुन्न महल का वासी हैं।अपने आपको गुप्त राखना या कोए छोटी बात नही। जेई राम पाल को जेल में डाला या दुनिया की भूल है।बीस वर्ष से सुन्न महल का वाशी जान सको तो जान लो।जिस दिन तो या जान पटेगी दुनिया टक्कर मरेगी।अपने आपको गुप्त राखना या कोए छोटी बात नही।धाम धनाना हरी का आना या कोए छोटी बात नही विश्व गुरु के प्रथम चरण बेबे इस माटी ने चुम्ये हैं।
सत साहेब जी🙏
Biggest Ghevar 😮
Very nice satsang
Jay Ho Bandi Chhod ki ♥️♥️
काल भगवान जो इक्कीस ब्रह्मण्ड का प्रभु है, उसने प्रतिज्ञा की है कि मैं स्थूल शरीर में व्यक्त (मानव सदृश अपने वास्तविक) रूप में सबके सामने नहीं आऊँगा। उसी ने सूक्ष्म शरीर बना कर प्रेत की तरह श्री कृष्ण जी के शरीर में प्रवेश करके पवित्र गीता जी का ज्ञान तो सही (वेदों का सार) कहा, परन्तु युद्ध करवाने के लिए भी अटकल बाजी में कसर नहीं छोड़ी।
- संत रामपाल जी महाराज
सत साहिब जी,
कब खाने को मिलेगा घेवरराम
Maalik ne hi gyan diya kripa kahi kya jaaye
Satlok se aakar gyaan diya aur satyug diya banaye
Jai ho bandi chodd ki
कबीर, सात दीप नौ खंड में, गुरु से बड़ा ना कोय।
करता करे ना कर सके, गुरु करे सो होय।।
Very nice
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान हैं
Yummy food of satlok
Bandichhod Satgurudeva Rampalji Bhagwanji Ke Charnon Me Das Ka Koti Koti Dandavat Pranam data daya karo Sat Sahebji 😂😂😂😂😂
संत साहेब
Bandhi chod ki jai Ho ❤❤❤❤
Good 😊😋
संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में अनेक प्रकार भण्डारा केवल बंदीछोर कबीर की दया से संपन्न हो रहा है ।
Kabir is supreme God
Sat Saheb
Bhai ji kab jana hai 🙏
Kabir Is Supreme God 🙏🌹🙏
बहुत अच्छा लगा है
Da
Sat sahi! Ji
Parmatma ne jo mantra diya hai voh mere liye sabse bada ghevar rasgulla aur mithai hai ussey bada kuch nahi baaki yeh maalik ki kripa hai jo seva mein aise pakwaan mil rahe hain parmatma apne haath se daily mujhe neem ka kadva sharvat bhi pilaay toh maalik ke haath se voh mujhe meetha hi lagega
Sach bataun toh maalik se itna prem ho gaya hai ki yeh saare pakwaan maalik ke bina feeke lagte hain maalik ke haath se toh jaher bhi meetha lage
Jai ho bandi chodd ki
Jai ho Bandi chhod ki ❤🎉
Jai Ho bandi chord ke ❤❤❤
वीडियो में म्यूज़िक की आवाज क्यों डाली है भगत जी , ऐसा नही करना था ।
Mujhe aisa lagta hai ki mera mokshh pakka hi hai kyunki maalik ke atirickt mujhe kuch aur dikhta hi nahi sareer choote jab uske baad se sirf parmatma ke saath hamesha ke liye rahunga
Jai ho bandi chodd ki
Jai ho bandi chod ki❤
🙏🙏
Nice
kiber bagwan is superim god
❤
#मुसलमान_नहीं_समझे_ज्ञान_क़ुरान
Complete knowledge of Quran Sharif is given by BaaKhabar Sant Rampal Ji Maharaj. To know it read book given below.
😅😅
मल्लिका अमृत ज्ञान
अब क्या क्या सेवा चल रही है जी construction or painting ya kuchh or ji bhai ?????
Construction chal rha h
Muh me pani aa gaya 😊😊😊sat saheb ji
सत साहेब जी❤❤❤❤
Very good satsang
Very nice