35 साल बाद पैतृक गांव लौटे बुजुर्ग दंपति बोले, अब यहीं कटेगी जिंदगी।Reverse Migration in Uttarakhand

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  • Опубликовано: 17 сен 2024
  • ‪@DugDugiRajesh‬
    Paled Village Uttarakhand
    करीब 35 साल पहले नौकरी के सिलसिले में गांव छोड़ना पड़ गया था। विषम भौगोलिक परिस्थितियां थीं, खेतीबाड़ी में भी बहुत कुछ नहीं हो पा रहा था। इसलिए गांव छोड़ना पड़ा। पर, गांव की याद हमेशा सताती रही। हमारा मकान और जमीन देहरादून के बड़ासी गांव में भी है, जहां पहुंचना ज्यादा सुविधाजनक है। वहां किसी तरह की दिक्कत नहीं है, पर पलेड गांव में मेरा बचपन बीता, यहां मेरा जन्म हुआ और पूर्वजों के साथ ज्यादा समय बिताने का अवसर मिला, इसलिए मैंने सेवानिवृत्ति के बाद, यहां वीरान पड़े मकान को संवारने और बाकी की जिंदगी यहीं गुजारने का मन बनाया।
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Комментарии • 6

  • @gumansinghrawat8710
    @gumansinghrawat8710 3 месяца назад +1

    बहुत ही सुंदर विचार

  • @yaadaandijanmabhumi7012
    @yaadaandijanmabhumi7012 3 месяца назад +1

    बहुत ही सुन्दर है सरजी 🙏🏻🙏🏻

  • @premsingh8952
    @premsingh8952 3 месяца назад +1

    ❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉 nice sharing 🎉🎉

  • @santoshkumar-mc8th
    @santoshkumar-mc8th 3 месяца назад +1

    Appreciate your hard work

  • @prswami-zc5ol
    @prswami-zc5ol 3 месяца назад +1

    बहुत अच्छी सोच है

  • @krishna9961
    @krishna9961 3 месяца назад +1

    Bhut bdiya