आदि भी वही है,अंत भी वही है,ईश्वर की उपस्थिति का आभास ही परमात्म तत्व की प्राप्ति है।

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  • Опубликовано: 13 сен 2024
  • आदि भी वही है,अंत भी वही है,ईश्वर की उपस्थिति का आभास ही परमात्म तत्व की प्राप्ति है।,@सफल जीवन की‌ यात्रा,# आचार्य # यात्रा #162
    कुरुक्षेत्र के रणमध्य भ्रमित अर्जुन को माया की व्यापकता समझाकर श्रीकृष्ण ने परमात्म तत्व को अच्छी तरह से परिभाषित किया।
    अर्जुन के मोह को तार-तार करने वाले ज्ञान के कुछ अंशों को आपके सामने प्रस्तुत किया गया है, आशा है कि आपको यह अंक पसन्द आयेगा।
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    ‌ ‌ राजन आचार्य
    motivational n spiritual speaker
    @ सफल जीवन की‌ यात्रा
    22फरवरी2024 # आचार्य # यात्रा #162

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