गज़ल, गीत और काव्य की शाम
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- Опубликовано: 7 фев 2025
- चाहे कैसा भी समा हो जब दिल को छू लेनेवाली ग़ज़लों, मधुर गीतों और संदेशप्रद कविता सुनने को मिले तो सब कुछ सुहावना लगने लगता है । एक ऐसी ही शाम सजी शनिवार शाम साहित्य कलम के मंच पर ।
साहित्य कलम द्वारा आयोजित शनिवार की हिंदी साप्ताहिक काव्य गोष्ठी में कई प्रसिद्ध साहित्यकारो ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन स्वयं संस्था संस्थापिका डॉ नीतू दाधीच व्यास द्वारा किया गया।
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अति सराहनीय कार्य क्रम
बहुत शानदार
विक्रम सिंह जी कितना लिखूं,कैसे लिखूं,लिखता ही चला जाऊं..नोनी स्कोप वाह कलम के जादूगर..बधाई
नीतू जी आपकी निजामत के लिए क्या लिखा जाए.. बहुत मोहक आपका मंच संचालन.. बधाई
कंचन राठौड़ जी शालीनता, विनम्रता के एक सादगी पूर्ण उत्कृष्ट जानदार पेशकश. .. यथार्थ के साथ बधाई