आप एक सम्मानित और वयोवृद्ध पुरुष है आपको अपने ज्ञान की सीमाओं से अधिक नहीं बोलना चाहिए। परंतु आपने बोला है तो हमें भी बोलना पड़ेगा कि आप के जैसा अज्ञानी अगर ज्ञान बांटने लगेगा तो सनातन के लिए आपके जैसा खतरनाक इंसान इस दुनिया में कोई नहीं होगा! संत राम शंकर जी जिस विषय की जानकारी न हो उस विषय पर कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए! परंतु, आप तो नास्तिकता के प्रचारक हैं आप ॐ और ॐ के विज्ञान को नहीं समझ पाएंगे। कृपा करके संत शिरोमणि परम संत पूज्य कबीर दास जी का अभी और गहराई से अध्ययन करें!
ॐ से तन मन मस्तिष्क और वातावरण सब पवित्र हो जाता है। ॐ ही परमब्रह्म है। और परमब्रह्म का अर्थ कोई नहीं बता सकता सिर्फ अनुभव किया जाता है वो भी सिर्फ ब्रह्मज्ञानी द्वारा।
Adi me bachan tha, bachan parameswar ke sath tha, aur wahi bachan parameswar tha Yaniki bachan ka matlab hai ""AUm"" bachan ka matlab hai ek sabdh, aur wo hai parambrahma, parmeswar, sari duniya ki malik, iswar ko jan na hai to bible padho mere bhai
Pagal हैं, जब तक किसी भी चीज़ ke बारे मे पूरी अच्छी तरह gyan n हो तो kisi bhi व्यक्ति की बात सुनकर us चीज़ ko गलत नहीं बोल सकते अगर बोलते हैं तो सबसे bare अज्ञानी आप और आपके गुरु. आप बढ़े लिखे हैं भी या न आपने Science का नेम कभी सुना है... पहले कुछ padh likh liya करें फिर कमेन्ट करें... aaj दुनिया साइंटिस्ट्सto कि हैं. इसलिए दुनिया सबूत खोजती है, आप किन्ही kathavachak ke बातों मे aakar ओम शब्द ko गलत बोलते हैं bina resurch किए कुछ बोलते हो तो आप सबसे बारे अज्ञानी हो. h@@mahendraprasad8076
प्रत्येक आत्माअव्यक्त ब्रह्म है, इसके अतिरिक्त कुछ नहीं जो तुममें है वो मुझमें है! आत्मा के इस ब्रह्म भाव को वशीभूत करना ही मनुष्य का परम लक्ष्य है, हमको भ्रम में नहीं ब्रह्म में लीन रहना है। "ॐ एकाक्षर निज ब्रह्म ॐ" ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐॐ...........
"जीव से शिव शिव से शव" जब तक आपमें चैतन्यता (आत्मा) है आप शिव है! शिव से शव तक की यात्रा आत्मा अजर, अमर अविनाशी है, जिसको सुक्ष्म भाव से समझना मुश्किल है!
कबीर जी ने बोला था ,,की ॐ की महिमा इतनी होती है की कोई बखान नहीं कर सकता है। जैसे हर कोई समुद्र की गहराई नहीं नाप सकता वैसे ही ॐ के बारे में हर कोई नहीं बता सकता।
ए बात तो सत्य है कि वेद को बनाने वाले बड़े हैं न की वेद।मूर्ति कार बड़ा है न कि मूर्ति,कहते हैं कि प्राणप्रतिष्ठा कर दियाहै, यदि ऐसा है तो अपने किसी स्वजन को मरने के बाद प्राणप्रतिष्ठित कर दीजिए ओ भी जिंदा हो सकता है।यहाँ पाखण्डियों का ही बोलबाला है, सचाई बहुत कड़वी लगती ही है।
परमात्मा के तीन स्वरूप है आनन्द मय शरीर नाम रूपी शरीर और ज्योतिर्मय चिन्मय शरीर यह सारे शरीर मुरती के सानिध्य में माध्यम से प्राप्त होता है क्योंकि जिसका नाम है उसका रूप है जिसका रूप है उसका गुण भी हैं और उसका धाम भी है
श्री कृष्ण - भांति भांति वचनों को सुनकर भ्रमित तुम्हारी बुद्धि अब एकाग्रचित्त होकर मेरी वचनों को सुन... जो जिसको पूजता है, (प्रेम love करता है या love है)अन्त में उसी को प्राप्त होओगे होता है । चाहे वो जिस चीज के पीछे उसकी आत्मा चेतना चित्त होगी। चाहे वो भूत हो प्रेत हो प्राणी हो, देवी हो देवता हो लेकिन अवतरित ईश्वर के अंश महापुरूष को पूजने ज्ञान लेने उनका अनुसरण करने से वो अर्जून जैसा हो जाता है! 🙏 जय जय जय।
जब तक आप जैसे गुरू होंगे भारतीय दर्शन का प्रतीक चक्र की महत्ता को ॐ कभी भी नहीं खत्म कर सकता ।ॐ।संभु की व्यवस्था (चन्द्र विंदू, त्रिशुल)को तोड़कर(टंकार)बनाई गयी व्यवस्था है।
सुमित कुमत सबके उर रहइ, वेद पुराण संत सब कहइ, कर्म प्रधान विश्व रचराका, जसा करे वैसा फल चाका ,हे पूरण परमात्मा, हम सब तेरी आत्मा, पापौ का होए खात्मा, विश्व बने धर्मात्मा, जो आलोचना करें प्रभु प्यार का, कीड़ा पर पर मारे वह संत महात्मा, जय श्री राम जय हनुमान ओम नमः शिवाय
क्या बुद्धि से, चिंतन मनन से आप परम सत्य को जान सकते ? बुद्धि बिचार से कुछ नहीं मिलता, ॐ का जप कर देखिये क्या होता है, अनुभव से जो ज्ञान होता है, वही सच्चा ज्ञान है, न कि घंटो प्रवचनों से । सत्य को बातों से नहीं समझा सकते।
Kabir maharaj bhi bhagwan ka hi vandan karte the...lekin ye makkar toh pure sansaar me kabir ko hero bana diya.allah bhagwan jesus waheguru buddha budh sarna dharmesh aur anya devi devta ki koi jagah hi nahi.
आज के समय सब अपना अपना ज्ञान पेलते हैं।धर्म से कुछ लेना देना नही।एक दूसरे को झूट बोलने में लगे।लेकिन कभी दूसरे धर्म के लोगो में ऐसा नहीं देखा।आज सब दुकान चलाने में लगे हैं।साधारण व्यक्ति भ्रमित हैं कहा जाये बेचारा सोचने में ही जीवन बर्बाद कर देता हैं
Jaiy sant siromni ramashankar ji maharaj ji. Jaiy baba sahb ji,giyan ke parkaspunj maharaj ji Jaiy maha garnth samveeedhan Jaiy samajsevee, sundar margdarshk ji maharaj ramashankar ji maharaj, Jaiy mulnivashi-bhartvashi Namo-budhay ji.
OM Purn Brahm Parmatma hai. OM Sanatan dharm ka mul hai. OM sabse mahan mantra hai. OM sarvshreshth sadhan hai Moksh ka. OM ki aalochana karna ghorkusanskar aur agyanta hai.
तेतिस अरब ज्ञान हम भाखा, सार शब्द गुप्त हम राखा। *कबीर, कोटि नाम संसार में, ताते मुक्ति न होय।* *सार नाम मुक्ति का दाता, वाको जाने न कोए।।* कबीर साहेब जी कहते हैं कि संसार में करोड़ों नाम है इन किसी भी नामों से मुक्ति नहीं मिल सकती है कबीर, गुरू बिन माला फेरते गुरू बिन देते दान। गुरू बिन दोनों निष्फल है पूछो वेद पुराण।।
@@satywanarya4861रमाशंकर जी, आपका एक भक्त आपकी बात समझ गया है, आपका जीवन धन्य हो गया,आप कबीर के असली पोते हैं,यह भी सिद्ध हो गया,आप की महानता तो स्वयं सिद्ध है, फिर इससे आगे क्या कहना
जो धर्म दूसरोकी बुराई करके अपने पंथ और अपने गुरु कोश्रेष्ठ मानते हैं मैं धर्म के विषय में कुछ भी नहींजानती आप कहते हैं कि मैंकबीरपंथी हूं कबीर साहब कहते हैंकी बुरा जो देखनमैं चला बुरा ना मिलो कोई जो दिल खो जा अपना तुम मुझसेबुरा ना कोई हरिओम स्वामी
नही ! कबीर का ग्यान खतम नही किया जा सकता ! जो हिंदुत्व वाले लोग है वो भ्रम को भगवान-भगवती मानते हैं ! तुम लोग का भगवान बिष्णु वृंदा का बलात्कार किया,ब्रह्मा अपनी बेटी इसका मतलब तुम लोग खुद ब्लात्कारी को भगवान मानते हो ! खुद तुम लोग भी ऐसा कर सकते हो जब तुम लोग का भगवान ऐसा है !
Ishwar ne is jagat me bhati bhati ki jeev bnaya hai and SB jeev apne apne style se khaye pite and hugte hai insb ka ilaaj ishwar he kr de denge kisi na kisi rup me... bharat me SB ko bolna or hugne ki azadi jo mili hai isiliye jisko jha MN hota hai hugdeta hai ye v waise he jeev hai sub Prabhu ki maya hai😂
@@rikkisingh6633 prabhu se jyada bhimrao ambedkar ki Maya hai ! Prabhu KO to brahmano ne bnaya hai ! Our brahmano ko Singh,yadav,ahir,jat ye sab bnaya hai bhle brahman inko pairon ki dhul mante hon lekin ye sab brahmano ki gulami kbhi chhod nhi skte !
कबीर दास जी जो भी कहे हैं सब सच कहें आज के जितना भी कथावाचक है सब झूठ मुठ के गाय के सिंह बल में बैठ किसिंग गए में मिलाकर के आप कहते हैं कि सनातन धर्म में लिखा हुआ है कौन लिखा है उसको आदमी
भगवान है। और इंसान की मुक्ति होती है नाम से । और मरने के बाद बही भगवान मिलेगा ऊपर जिसको हमने दिल से माना ।उसी भेष मैं । कान्हा को पूजा तो कान्हा मिलेंगे। शिव नही। और शिव को पूजा तो शिव मिलेंगे कान्हा नही।
ੴ ਸਤਿਨਾਮ The God is one. Salute to Saint Ravidas, Kabir, Farid, Sadna, Pipa, Tarlochan, Namdev, Dhanna and Baba Nanak. These Saints were revolutionary soldiers who fought against the Brahminical structure. They started Mukti Lehar against the Brahminical structure. The Brahmin has 33 crore devi devtas as gods . The Brahmin pressed the Shudars and untouchables to adopt these devi devtas as gods. The above said saints created a new ideology as ੴ Satnam, the God is one. This ideology was shifted to Baba Nanak through Guru Ravidas. Baba Nanak visited one third of the world. He gathered all the teachings of these Saints and his thought is called The Sikhism. Shri Guru Granth Sahib Ji is the collection of teachings of these Saints and Sikh Gurus. Mewa Singh Purkhali
आप एक सम्मानित और वयोवृद्ध पुरुष है आपको अपने ज्ञान की सीमाओं से अधिक नहीं बोलना चाहिए। परंतु आपने बोला है तो हमें भी बोलना पड़ेगा कि आप के जैसा अज्ञानी अगर ज्ञान बांटने लगेगा तो सनातन के लिए आपके जैसा खतरनाक इंसान इस दुनिया में कोई नहीं होगा! संत राम शंकर जी जिस विषय की जानकारी न हो उस विषय पर कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए! परंतु, आप तो नास्तिकता के प्रचारक हैं आप ॐ और ॐ के विज्ञान को नहीं समझ पाएंगे।
कृपा करके संत शिरोमणि परम संत पूज्य कबीर दास जी का अभी और गहराई से अध्ययन करें!
Ji बिल्कुल वो Science padhe होते तब न, अधूरा ज्ञानी, और विज्ञान तो 0 hai
व्यवहारिकता बिना सब कुछ अधकचरा है।
Sahi bole
Kaheta b diwana sunta b diwana
ॐ से तन मन मस्तिष्क और वातावरण सब पवित्र हो जाता है। ॐ ही परमब्रह्म है। और परमब्रह्म का अर्थ कोई नहीं बता सकता सिर्फ अनुभव किया जाता है वो भी सिर्फ ब्रह्मज्ञानी द्वारा।
Bible padha karo bhai sab samaj jaogi
Adi me bachan tha, bachan parameswar ke sath tha, aur wahi bachan parameswar tha
Yaniki bachan ka matlab hai ""AUm"" bachan ka matlab hai ek sabdh, aur wo hai parambrahma, parmeswar, sari duniya ki malik, iswar ko jan na hai to bible padho mere bhai
Om hi shrishti ka adhar
Om se upar tat hai tat se upar sat hai gita adhyay 17 ke 23 slok om tat sat parbramkopane ka mantr hai jo abhi sirf rampal maharaj ke pas hai
@@kshitijdeshmukh3982 जिसके पास परमब्रह्म ज्ञान होगा वो किताबों के अधीन नहीं होगा।
ॐ सब से दुनियाँ के अच्छा शुद्ध सब्द है । देख्ने वाली अँखा कैसी है सुन्ने वाले कान कैसा है उसिमे निर्भर रहता है ।
Bilkul sahi baat
बिल्कुल सत्य कहा
जब दुनिया के अच्छा शुद्ध सब्द ॐ है तो दुनिया मे कितना देश जनता है इसको दो चार देश को छोड़ कर दुनिया मे इसका कोई महत्व नहीं है।
रामशंकर साहब सही बोल रहे
Pagal हैं, जब तक किसी भी चीज़ ke बारे मे पूरी अच्छी तरह gyan n हो तो kisi bhi व्यक्ति की बात सुनकर us चीज़ ko गलत नहीं बोल सकते अगर बोलते हैं तो सबसे bare अज्ञानी आप और आपके गुरु. आप बढ़े लिखे हैं भी या न आपने Science का नेम कभी सुना है... पहले कुछ padh likh liya करें फिर कमेन्ट करें... aaj दुनिया साइंटिस्ट्सto कि हैं. इसलिए दुनिया सबूत खोजती है, आप किन्ही kathavachak ke बातों मे aakar ओम शब्द ko गलत बोलते हैं bina resurch किए कुछ बोलते हो तो आप सबसे बारे अज्ञानी हो.
h@@mahendraprasad8076
प्रत्येक आत्माअव्यक्त ब्रह्म है, इसके अतिरिक्त कुछ नहीं जो तुममें है वो मुझमें है! आत्मा के इस ब्रह्म भाव को वशीभूत करना ही मनुष्य का परम लक्ष्य है, हमको भ्रम में नहीं ब्रह्म में लीन रहना है।
"ॐ एकाक्षर निज ब्रह्म ॐ"
ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐॐ...........
Atma hota hi nahi.
"जीव से शिव
शिव से शव"
जब तक आपमें चैतन्यता (आत्मा) है आप शिव है! शिव से शव तक की यात्रा
आत्मा अजर, अमर अविनाशी है, जिसको सुक्ष्म भाव से समझना मुश्किल है!
आपकी बात सही है भाई भ्रम में नही परंतु ब्रह्रा में समाना हे हम भ्रम से नहीं हे परतू भ्रम हमसे हे ओर हम ऐक आत्म देव हे साहेब बंदगी संत नाम
संत सम्राट कबीर जी धन्य है उनका ज्ञान सर्वश्रेष्ठ है इसको समझना तलवार की धार पर चलने के बराबर है जैसे हीरा घर मे रखा है ढुड बाहर रहा है
ओम् नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय
कबीर जी ने बोला था ,,की ॐ की महिमा इतनी होती है की कोई बखान नहीं कर सकता है।
जैसे हर कोई समुद्र की गहराई नहीं नाप सकता वैसे ही ॐ के बारे में हर कोई नहीं बता सकता।
840000000000000 करोड़ जन्म के बाद भी ऊॅ खत्म नही है कर पायेगा।
ॐ केवल एक शब्द ही नही अपितु एक ध्वनि भी है, जिसका अर्थ है निराकार ब्रह्म। इसके सुमिरन मात्र से ही मन के सभी विकार नष्ट हो जाते है। हरि ॐ ❤❤❤
आप झुठ बो ल रहे है। ॐ सुन्दर ध्वनी से बढकर कुछ कुछ नहिं। न तो निराकार ब्रम्ह न तो इनसे कोई विकार नष्ट होता। कह देने मात्र से होता है क्या?
👍🏻♥️🙏🏻♥️ Right
Wah kya baat kahi ❤❤
बाबाजी सटीया गया बुढ़ापा मैं कबीर जी कुछ ओर बता कै गया यह लोग मनगटन काहानी सुना रहा है
Baba. Ji. Ke. Parsang. Sunker. Mera. Man. Khush. Hogaya. Mera. Koty. Koty. Naman. Baba. Ki. Jay. Ho. Gk. Sahani
कलयुग में अधर्मी ऐसे ही प्रवचन करते और तर्क देते दिखेंगे
कुछ गलत नहीं है बिल्कुल सही कहा है
बात सही है
ए बात तो सत्य है कि वेद को बनाने वाले बड़े हैं न की वेद।मूर्ति कार बड़ा है न कि मूर्ति,कहते हैं कि प्राणप्रतिष्ठा कर दियाहै, यदि ऐसा है तो अपने किसी स्वजन को मरने के बाद प्राणप्रतिष्ठित कर दीजिए ओ भी जिंदा हो सकता है।यहाँ पाखण्डियों का ही बोलबाला है, सचाई बहुत कड़वी लगती ही है।
परमात्मा के तीन स्वरूप है आनन्द मय शरीर नाम रूपी शरीर और ज्योतिर्मय चिन्मय शरीर यह सारे शरीर मुरती के सानिध्य में माध्यम से प्राप्त होता है क्योंकि जिसका नाम है उसका रूप है जिसका रूप है उसका गुण भी हैं और उसका धाम भी है
तो वेद के बनाने वाले को ही जान लो
ॐ एक ब्रह्मांडीय गूंज है और कुछ नहीं।
बिल्कुल सही है।
Tu suna hai kya bramhand ka awaj .😅😅😅😅😅
Humne suna hai aur nirantar andar se Om ki gunj mere andar har waqt goonj raha hai.
Om namah shivay
इसलिए एक सुई को नोक भी नही बना सके
एक राम दशरथ का बेटा दूजा राम घाट घाट में बैठा तेजाराम सकल पसारा चौथा राम है वो जग से न्यारा
यह कोई संत नहीं है सनातनी विरोधीहै जिसको गाली देना वह दे सकता है
Bina budhi ka inshan ha ya
सुनने वाले लोग पागल,, ऐसे संत सेक्स के भूखे हैं जो आगे चल कर आशाराम जैस नाम कमैंगे
Ye sab नीले कबूतर h
जैसे देवी देवता को पढ़ें वैसे ही सद्गुरु कबीर को भी पढ़े वर्ना सनातनी का सर्टिफिकेट मत बाटो
आज पता चला कि मनगढ़ंत कथाएं भी तैयार कि जा सकती है जो अपने पंथ और धर्म को माहान बताने में किसी भी हद तक जाया जा सकते हैं।
Bilkul sahi yah sari bate upnisado me nisaniyo k rup me likhi gayi hai
श्री कृष्ण - भांति भांति वचनों को सुनकर भ्रमित तुम्हारी बुद्धि अब एकाग्रचित्त होकर मेरी वचनों को सुन... जो जिसको पूजता है, (प्रेम love करता है या love है)अन्त में उसी को प्राप्त होओगे होता है । चाहे वो जिस चीज के पीछे उसकी आत्मा चेतना चित्त होगी। चाहे वो भूत हो प्रेत हो प्राणी हो, देवी हो देवता हो लेकिन अवतरित ईश्वर के अंश महापुरूष को पूजने ज्ञान लेने उनका अनुसरण करने से वो अर्जून जैसा हो जाता है! 🙏 जय जय जय।
सही कहा जाग्रति का यही चुनाव होता है जिसने भेजा उसने नियम नही बनाए तुम उसको पूजो या इसको पूजो वो चेतना का चुनाव होना चाय 100000% करेक्ट hai
धन्य संतजी दुनिया में पहला ज्ञान i मेरी आत्मा का कहा आपने इस संसार के भीतर।।।।।सोहम।।।।।।
जब तक आप जैसे गुरू होंगे भारतीय दर्शन का प्रतीक चक्र की महत्ता को ॐ कभी भी नहीं खत्म कर सकता ।ॐ।संभु की व्यवस्था (चन्द्र विंदू, त्रिशुल)को तोड़कर(टंकार)बनाई गयी व्यवस्था है।
Agar aap itne Gyani ho to Kabir ke Mata pita ka naam bataiye
सुमित कुमत सबके उर रहइ, वेद पुराण संत सब कहइ,
कर्म प्रधान विश्व रचराका, जसा करे वैसा फल चाका ,हे पूरण परमात्मा, हम सब तेरी आत्मा, पापौ का होए खात्मा, विश्व बने धर्मात्मा, जो आलोचना करें प्रभु प्यार का, कीड़ा पर पर मारे वह संत महात्मा, जय श्री राम जय हनुमान ओम नमः शिवाय
कलिकाल में अब संत नहीं हैं अब अर्थ का अनर्थ तर्क पर कुतर्क करने वाले असंतो की बाढ आ गयी है जो व्यर्थ बकवाद करते हुए मिलेंगे।
Inke pota poti nahi manta ho devi devta pujne se chale hamlog ko updesh dene
Bilkul sahi kaha aapne ❤❤❤
मन मरा ना माया मरी मरी मरी गया शरीर।
इक ॐ आकर सत् नाम।
जल में कुंभ कुंभ में जल है अंदर बाहर पानी कोन निकल गया आत्मा यां मन?
मनुवादियों से शिक्षा मागकर कितना ज्ञान मिले जब शिक्षा ही अपनी ना हो तो शिक्षा का दुष्प्रभाव स्वाभाविक ही है
अति सुन्दर चित्रमुद्रण ,बोध हुआ ,आपने केश नहीं बडाये,और तिलक नहीं लगाया ,ये अच्छी बात है |साधुवाद ""जयहिंद जयभारत "'
पर दाढ़ी जरूर बढ़ाये😊😊😊
गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में तीन मित्रों का निर्देश है ओम तत् सत
Sat saheb 🙏😊
ॐकारसे खतरा?
ये कैसा सत्संग?
कबीर जी रामकृष्णन के चरणों मे क्यो पड़े थे उनको गुरु बनाया
ओम एक साधारण सब्द जिसका अर्थ है आदर सूचक सब्द जैसे किसी के आगे श्री लिखते है वैसे ओम आदर सूचक सब्द है
😂😂 thoda gyaan ki jarurat hai tereko
@@Gayatridevi-bs6jj आप को ग्यान कि जरूरत संस्कृत की डिक्शनरी खोल कर देखो ओम का अर्थ ओम आदर सूचक सब्द है
साहेब बंदगी रामाशंकर साहेब ऐक नंबर सत्संग 🙏🙏
कबीर जी ज्ञान हे सबके पास तुमने तुम्हारा नया कोनसा ज्ञान प्रगट कीया है
बहुत सुंदर प्रस्तुति है
ॐ के रहस्य से परिचित आप स्वयं नहीं हो मानव प्यारे !
भजो ॐ ॐ प्रभु नाम यही
भजो ॐ ॐ प्रभु नाम यही
महर्षि मेहिं दास परमहंस जी
संतमत
जयश्रीराम जयभारतजयभारतीय मंगलमय भारत सत्यमेव जयते।जब,आपको।सनातनधर्मकोनहीजानतेतबफोफोसर्पकीतरहक्योफुफकारतेरहतेहो।जयश्रीराम आपकेअनुसारभृमणतीरथयातायातसबबेकारहै।दुरागृहीमानव।ऊ,अर्थनहीसमझसकोगे। जागृतस्वप्नसुषुप्त्यादिपृपंचमयदिपृकाशतेतद्दबृह्म,अहम्इति
Krantikari ramashankar Saheb 🙏❤️❤️❤️. Correct 💯 pravachan ❤❤
Sat sahib ji❤❤
क्या बुद्धि से, चिंतन मनन से आप परम सत्य को जान सकते ? बुद्धि बिचार से कुछ नहीं मिलता, ॐ का जप कर देखिये क्या होता है, अनुभव से जो ज्ञान होता है, वही सच्चा ज्ञान है, न कि घंटो प्रवचनों से ।
सत्य को बातों से नहीं समझा सकते।
Kabir maharaj bhi bhagwan ka hi vandan karte the...lekin ye makkar toh pure sansaar me kabir ko hero bana diya.allah bhagwan jesus waheguru buddha budh sarna dharmesh aur anya devi devta ki koi jagah hi nahi.
आज के समय सब अपना अपना ज्ञान पेलते हैं।धर्म से कुछ लेना देना नही।एक दूसरे को झूट बोलने में लगे।लेकिन कभी दूसरे धर्म के लोगो में ऐसा नहीं देखा।आज सब दुकान चलाने में लगे हैं।साधारण व्यक्ति भ्रमित हैं कहा जाये बेचारा सोचने में ही जीवन बर्बाद कर देता हैं
बहुत बढ़िया बेहतरीन
जो साहेब कह रहे हैं यह वेद की कहानी नहीं है, यह पौराणिक कथाओं में लेख मिलते हैं l जय विज्ञान
Ome yek dhwani hai jo har log apna apna bichar apne MN mutabik ome ka pribhasa prastut krte hai.
आप जैसा कोई संत नहीं आप बहुत बहुत धन्यवाद
Jaiy sant siromni ramashankar ji maharaj ji. Jaiy baba sahb ji,giyan ke parkaspunj maharaj ji Jaiy maha garnth samveeedhan Jaiy samajsevee, sundar margdarshk ji maharaj ramashankar ji maharaj, Jaiy mulnivashi-bhartvashi Namo-budhay ji.
बुराईयाँ दूसरों में ढूंढते है लेकिन सबसेअधिक बुराई अपने अन्दर ही होती है।
कोई बुराई नहीं है कबीर की शिक्षा मे
कबीर दास जी ने लिखा
जब मै था तब हरि नहीं,
अब हरि हैं मै नांहि ।
मै का अर्थ अहंकार से है
Rambhakat burbak manukhdeba hai sabhi sanatani ko gumrah kar thakta hai ,om shanti,jay mahakal
सप्रेम साहिब बन्दगी साहिब🌹🌹🌹🙏🙏🙏🌷
Aapke charanon mein sat sat Naman Rama Shankar ji
The word OM contains everything including all God and Goddess.Thanks??
यह तो बहुत ज्ञानी है ऐसा ज्ञानी आज तक नहीं सुना शायद इसको अपने बारे में जानकारी नहीं ak संत महात्मा कबीर को ईश्वर का पद de दिया ।
OM Purn Brahm Parmatma hai. OM Sanatan dharm ka mul hai. OM sabse mahan mantra hai. OM sarvshreshth sadhan hai Moksh ka. OM ki aalochana karna ghorkusanskar aur agyanta hai.
ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ
श्री रमाशंकर साहब की जय❤🎉🎉
ऐसे बाबा को सुनने वाले भी बहोत है,कहता भी दिवाना सुनता भी दिवाना,
ज़हर मीठा होता है, अमृत कणवी । जो जानै सो भया सयाना।
Guru bin ved padhe Jo Gyani samjhe na sar rahe agnani Guru bin kaho Na Paya gana jio thotha Bhush jhade mor kisanon
आप अपने को सबसे बड़ा ज्ञानी हो, रामाशंकर जी, आप नास्तिक हो,
सत्य कड़वा होता है जिसे तुम समझ नहीं सकते
@@skcbrahmart6172 बड़े बराई नहीं करे , बड़े न बोले बोल निज मन हीरा कब कहे लाख टका मेरो मोल
कम बोल सातवीं फेल 🤣🤣@@skcbrahmart6172
नास्तिक किसे कहते हैं।
तेतिस अरब ज्ञान हम भाखा,
सार शब्द गुप्त हम राखा।
*कबीर, कोटि नाम संसार में, ताते मुक्ति न होय।*
*सार नाम मुक्ति का दाता, वाको जाने न कोए।।*
कबीर साहेब जी कहते हैं कि संसार में करोड़ों नाम है इन किसी भी नामों से मुक्ति नहीं मिल सकती है
कबीर, गुरू बिन माला फेरते गुरू बिन देते दान।
गुरू बिन दोनों निष्फल है पूछो वेद पुराण।।
कबिर जातका जोलाहा ओर मियाँ के धरमे पला है उस से भि बटि बात अनेरबा है तो जैसा गुरु ओईसा चेला
कबीर को बताते हैं कि बिधवा ब्राह्मणी के गर्भ से पैदा हुए थे
राम तो एक नोर्मल मानूश थे
भगवान कैसे होगय
जय सनातन धर्म
Krantikari santram Shankar Sahib Sahib bandagi❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Tarkik vicharon ke dhani hai aap hum sunte hai samjhte hai aapke vaigyanik tathyon ko saadar naman namo budhay loktantra
रमाशंकर साहब जी बताइए कि कबीर साहब ने कौन से नाम का जाप किया था
रमा शंकर जी आप 100%सत्य बचन कहते है
आपकी बात अंधभक्तो की समझ से बाहर है
रमा शंकर झूठ बोल रहा है।
@joy
जैसे कि आप अंधभक्त Pagal अज्ञानी ।
पढ़ना लिखना तो है नहीं और आ जाते है अधूरी gyan ले के कमेन्ट करने.
@@satywanarya4861रमाशंकर जी, आपका एक भक्त आपकी बात समझ गया है, आपका जीवन धन्य हो गया,आप कबीर के असली पोते हैं,यह भी सिद्ध हो गया,आप की महानता तो स्वयं सिद्ध है, फिर इससे आगे क्या कहना
Saheb bandagi saheb satnam guru dev ji...
Om nam shivaye
ॐ शब्द भ्रम है, तत् परब्रम है,सत पूर्ण परब्रम हैं यही तत्वज्ञान है
आप मानवता को समाज को नया क्या दे रहे हैं ये बताइए । रात दिन आप केवल नुक्ताचीनी करते रहते हैं । अपने को स्वयं महान समझते हैं तो समझते रहिए ।
तुझे क्या प्रॉब्लम है,तु मात् देख इसका विडिओ।
Sab jaan ker vartsnaa ker rahaa hai .
Kyu iska matlab ye sach kah raha hai 😮😅@@Nep69Rock
सन्त शिरोमणि कबीर साहेब की बराबरी कोई ईश्वरवादी व्यक्ति नहीं कर सकता है। कबीर साहेब को सब कोई समझने में असमर्थ है।
@@ramsahai7325Ye ramashankar ji bhi samjh nhi paye Kabir Ji ko
सत्य वचन सबको कड़वा लगता है
जय गुरूदेव जी को प्रणाम
संत श्री कवीर साहेब मानव सभ्यता के सुधारक थे दोहा के माध्यम से जो कह गए परम सत्य हैं
Satya Kabir saytaHai
किसी,भी,धरम,के,खिलाफ,नही,बोलना,चाहिए,मानो,या,न,मानो
जो धर्म दूसरोकी बुराई करके अपने पंथ और अपने गुरु कोश्रेष्ठ मानते हैं मैं धर्म के विषय में कुछ भी नहींजानती आप कहते हैं कि मैंकबीरपंथी हूं कबीर साहब कहते हैंकी बुरा जो देखनमैं चला बुरा ना मिलो कोई जो दिल खो जा अपना तुम मुझसेबुरा ना कोई हरिओम स्वामी
ईश्वर इस अहंकारी को सदवुद्धि दे।
Sahib Ji bahut Sundar pravachan Hain aapki Sahib Bandagi Sahib❤❤
आसमानी किताब , कब्र में मुर्दे द्वारा लिखी हुई किताब ।
🙏🙏🙏🙏🙏Jai Sri ram
रमाशंकर साहेब का अज्ञान १० मिनट में खत्म किया जा सकता है।
नही ! कबीर का ग्यान खतम नही किया जा सकता ! जो हिंदुत्व वाले लोग है वो भ्रम को भगवान-भगवती मानते हैं ! तुम लोग का भगवान बिष्णु वृंदा का बलात्कार किया,ब्रह्मा अपनी बेटी इसका मतलब तुम लोग खुद ब्लात्कारी को भगवान मानते हो ! खुद तुम लोग भी ऐसा कर सकते हो जब तुम लोग का भगवान ऐसा है !
Ab baba ko chela log bataye ki koi 10 minat me raste la de. to baba hogen ki baba ko niptane wala.???
@@rajeshkumarparjapati4963 Aisa likho ki samajh me aaye. Kahna kya chahte ho?
Ishwar ne is jagat me bhati bhati ki jeev bnaya hai and SB jeev apne apne style se khaye pite and hugte hai insb ka ilaaj ishwar he kr de denge kisi na kisi rup me... bharat me SB ko bolna or hugne ki azadi jo mili hai isiliye jisko jha MN hota hai hugdeta hai ye v waise he jeev hai sub Prabhu ki maya hai😂
@@rikkisingh6633 prabhu se jyada bhimrao ambedkar ki Maya hai ! Prabhu KO to brahmano ne bnaya hai ! Our brahmano ko Singh,yadav,ahir,jat ye sab bnaya hai bhle brahman inko pairon ki dhul mante hon lekin ye sab brahmano ki gulami kbhi chhod nhi skte !
એ પોપટ ૐ ૐ ૐ ૐ ૐ ઓમકાર હી મહાન હૈ,એક બાર ધ્યાનસ્થ હોકે અનુભવ કીજીયે પ્રભુ🙏
Satnam Shree Kabeer Saheb Ji 🌷🙏🌷 ki
Ram snkr kya jane wo to apna dukan chlane ke liye presan hei
कबीर दास जी जो भी कहे हैं सब सच कहें आज के जितना भी कथावाचक है सब झूठ मुठ के गाय के सिंह बल में बैठ किसिंग गए में मिलाकर के आप कहते हैं कि सनातन धर्म में लिखा हुआ है कौन लिखा है उसको आदमी
सत्य वचन श्रीमान
क्रान्तिकारी सन्थ
आज हरे राम हरे कृष्ण के अनुयायी विदेशी में बड़ी जल्दी बढ़ रहे hai
🕉️ નમઃ શિવાય ધર્મ કી જય હો અધર્મ કા નાશ હો પ્રાણીઓ મેં સદભાવના હો વિશ્વ કા કલ્યાણ હો કલ્કી ભગવાન જલ્દી આવો જય જગન્નાથ 🙏🏻
ओम खतरनाक नहीं शक्तिशाली है
परमपूज्य सदगुरुदेव अनंत श्री संत कबीर साहेब के श्रीचरणों में श्रद्धांजलि बारंबार सादर नमन वंदन प्रणाम !
Sachhi baat kahi hai aapne .
आप जैसे संत से यह उम्मीद नही थी
Sat kabir
Tum aur tumhara Gyan swayam hi is duniya ke liye bahut khatarnak hai..
Saheb bandgi साहेब❤❤❤
भगवान है।
और इंसान की मुक्ति होती है नाम से ।
और मरने के बाद बही भगवान मिलेगा ऊपर जिसको हमने दिल से माना ।उसी भेष मैं ।
कान्हा को पूजा तो कान्हा मिलेंगे।
शिव नही। और शिव को पूजा तो शिव मिलेंगे कान्हा नही।
Baba Kabir ! The grand father and disendent of the Buddha !! 🇨🇳🇨🇳🛕🙏🕉✡️🎒
ੴ ਸਤਿਨਾਮ The God is one.
Salute to Saint Ravidas, Kabir, Farid, Sadna, Pipa, Tarlochan, Namdev, Dhanna and Baba Nanak.
These Saints were revolutionary soldiers who fought against the Brahminical structure. They started Mukti Lehar against the Brahminical structure.
The Brahmin has 33 crore devi devtas as gods . The Brahmin pressed the Shudars and untouchables to adopt these devi devtas as gods.
The above said saints created a new ideology as ੴ Satnam, the God is one. This ideology was shifted to Baba Nanak through Guru Ravidas.
Baba Nanak visited one third of the world. He gathered all the teachings of these Saints and his thought is called The Sikhism. Shri Guru Granth Sahib Ji is the collection of teachings of these Saints and Sikh Gurus.
Mewa Singh Purkhali
Oom te ekomkar ek he cheez h jhdu sare greh ekthe ho k ek gooj krde han oh ehi aa 😊😊
Gosai ji ke anusar main sajjanon ki Vandana karta aur jo Sajjan nahin hai unke bhi charanon ko pranam karta
Very good Sant Ramakant ji