कोई गुरु 5नाम देता है,कोई 7नाम देता है।जबकि बताते हैं परमात्मा एक हैं।तो इतने नाम क्यों?नितिन दास जी
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- Опубликовано: 5 сен 2024
- कोई गुरु 5नाम देता है,कोई 7नाम देता है।जबकि बताते हैं परमात्मा एक हैं।तो इतने नाम क्यों?नितिन दास जी #moolgyan #satsung #subscribe #gururavidas #gururavidas #ramkabir #motivation #gurujibhajan #gurujibhajan #gurubani #maharaj#kabirgyan #amargyan amar #mahima#nankana_sahib# nank#bhagavad #gitagyan #gyanguru #gururavidas
Sahib bandgi satnam
Sahib bandgi satnam ❤
Sahib bandgi
Guruan gam vigade santo
साहेब बंदगी सतनाम गुरू भाई जी सतसंग विडियो बनाए परन्तु अपने शरीर की फोटो मत लगाए अपनी आवाज में भले समझाए अच्छा रहेगा 🙏
Satnam sahib bandgi satnam ❤
Sat saheb bhagat ji
Kripya nitindas ji ke guru ka naam bataye
@@user-fq6wv8ko4z es ka koi guru nahi eh nackhali BANDER KI TRHA NAKAL KAR REHA HAI LEKIN WO BHI GÀLAT 😀😀
अपने वाले को देख लो भाई हवालात मे बंद हैं फिर ये सही हैं बाकी गलत उल्टा चोर कोतवाल को डांटे
@@Viral_video.6789
Yahi wo kaal h ,jisse sangat ko dur rahna chahiye
और भाई नितिन दास साहिब से काम है या उनके गुरु से बिराग दास साहिब हैं अभी बताओ क्या करना है
@@Moolgyankabirsahab
Nahi mere Bhai Mai sirf ye puch Raha hu ki Puri sangat me kisi ko nitindass ji ke guru ka naam bataye bas
Nahi pata hai to mana kar do ki kisi ko bhi nitin Dass ji ke guru ka naam nhi pata
तंत्र मंत्र सब झूठ है, मत भरमो जग कोय । सार शब्द जाने बिना, कागा हँस ना होय ।।
Logo ko murkh banane me laga hai jhoot ki or kheech rahe hai 😅😅😅😅
Satnam guru satnam sahib bandgi ❤
Kabir,daas,ji,sant,hai,ya,bajban
Esa lagta hai ki Baba ki pass to sar shabd ka Room Bhara 😅😅pada hai
Us ek naam ke lene yogya etane naam diye jate hai
Bas bhai aapko aadet ped gye om shom satkabira satkabir om shom ye only man made name hai bde bhai
तंत्र मंत्र सब झूठ है, मत भरमो जग कोय । सार शब्द जाने बिना, कागा हँस ना होय ।। To kabir sahab se upper ho gye tumhare gurwa
कबीर: मोको कहां ढूँढ़े रे बन्दे मैं तो तेरे पास
मोको कहां ढूँढ़े रे बन्दे
मैं तो तेरे पास में
ना तीरथ में ना मूरत में
ना एकान्त निवास में
ना मंदिर में ना मस्जिद में
ना काबे कैलास में
मैं तो तेरे पास में बन्दे
मैं तो तेरे पास में
ना मैं जप में ना मैं तप में
ना मैं बरत उपास में
ना मैं किरिया करम में रहता
नहीं जोग सन्यास में
नहीं प्राण में नहीं पिंड में
ना ब्रह्याण्ड आकाश में
ना मैं प्रकृति प्रवार गुफा में
नहीं स्वांसों की स्वांस में
खोजि होए तुरत मिल जाऊं
इक पल की तलाश में
कहत कबीर सुनो भई साधो
मैं तो हूं विश्वास में. Abhi pucha hai bani kya bta rhe hai tum roj gate ho or tumara vo guru bhi puch to lo kabhi sahib bol kya rhe hai or tum kha satlok patlok ke chker me pde ho
अपने आत्मा के स्वरुप को कैसे देख सकते है ? कोई सूरत निरत का अभ्यास समझा दो मुझे?
आपसे से निवेदन करूँगा जिसको "सूरत निरत मन पवन पलटे" इस लाइन का मतलब पता हो वही मेरे कमेंट में रिप्लाई करे और समझाए की परमात्मा को कैसे प्राप्त कर सकते है

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रागु गउड़ी पूरबी बावन अखरी कबीर जीउ की
ੴ सतिनामु करता पुरखु गुरप्रसादि ॥
बावन अछर लोक त्रै सभु कछु इन ही माहि ॥ ए अखर खिरि जाहिगे ओइ अखर इन महि नाहि ॥१॥
पद्अर्थ: बावन = 52, बावन। अखरी = अक्षरों वाली। बावन अखरी = बावन अक्षरों वाली वाणी। अक्षर = अक्षर। लोक त्रै = तीन लोकों में, सारे जगत में (वरते जा रहे हैं)। सभु कछु = (जगत का) सारा वरतारा। इन ही माहि = इन (बावन अक्षरों) में ही। ए अखर = ये बावन अक्षर (जिस से जगत का वरतारा निभ रहा है)। खिरि जाहिगे = नाश हो जाएंगे। ओइ अखर = वह अक्षर (जो ‘अनुभव’ अवस्था बयान कर सकें, जो परमात्मा के मिलाप की अवस्था बता सकें)।1।
अर्थ: बावन अक्षर (भाव, लिपियों के अक्षर) सारे जगत में (प्रयोग किए जा रहे हैं), जगत का सारा कामकाज इन (लिपियों के) अक्षरों से चल रहा है। पर ये अक्षर नाश हो जाएंगे (भाव, जैसे जगत नाशवान है, जगत में बरती जाने वाली हरेक चीज भी नाशवान है, और बोलियों, भाषाओं में बरते जाने वाले अक्षर भी नाशवान हैं)। अकाल-पुरख से मिलाप जिस शकल में अनुभव होता है, उसके बयान करने के लिए कोई अक्षर ऐसे नहीं हैं जो इन अक्षरों में आ सकें।1।
भाव: जगत के मेल मिलाप के बरतारे को तो अक्षरों के माध्यम से बयान किया जा सकता है, पर अकाल पुरख का मिलाप वर्णन से परे है।
जहा बोल तह अछर आवा ॥ जह अबोल तह मनु न रहावा ॥ बोल अबोल मधि है सोई ॥ जस ओहु है तस लखै न कोई ॥२॥
@@Moolgyankabirsahab
अरे भाई सूरत निरत का अभ्यास पूछा था , अपने तो ये बानी चिपका दी , आप आपके शब्दों में समझाओ , ये हम लोग समझ लेते तो फिर नीतिनदास की क्या जरुरत थी
@lokeshpanchal3575 tum लोगो को बानी ही समझ नही आती
@lokeshpanchal3575 कबीर साहब बोल kya रहे हैं और तुम कर क्या रहे हों
@lokeshpanchal3575 रामपाल जी ने नही समझाया आप को ऐसे ही चेले बन गए क्या
Ap avam ram pal dono ne neh anchar nahi jana hai
@@user-jf9wj8ed8k sant Rampal Ji Maharaj se upur koi guru nahi 🙏🙏🙏🌹🙏
@Viral_video.6789 sahib bandgi satnam
मोक्ष पाने के लिए किसी भी शब्द की जरूरत नहीं है शब्द एक पाखंड है सर शब्द आप कह रहे हैं किस वेद उपनिषद शास्त्रमें लिखा है एक न्याय कर शब्द बना दिया लोगों को भ्रम में डालने केलिए मोक्ष पाने के लिए मैं गारंटी से कह रहा हूं किसी भी शब्द की जरूरत नहीं है
Kis ki jarurt hai aap btao fir
आपको यह बात तब समझ आएगी जब आप अपने गुरु का त्याग करदेंगे और शब्द का भी त्यागकर देंगे और मोक्ष पाने की इच्छा को छोड़देंगे और परमात्मा को पाने की इच्छा का भी त्याग कर देंगे फिर आपको यह बात समझआएगी अभी आप साहब की गुलामी में गुरु की गुलामी में है पहले इसे आजादहो जाओ अपने आप को गुलाम मत बनाओ गुलाम को मोक्ष प्राप्त नहीं होता है
@@PrinceKumar-zb6lk thik hai bhai updesh ke liye thanks Aap ho kro moks phele jao aao fir btana aa k
Ved only parmatma ka gungan kar rhe hai ,Usko pani ka bed ved me bhi nhi hai
मोको कहां ढूँढ़े रे बन्दे
मैं तो तेरे पास में
ना तीरथ में ना मूरत में
ना एकान्त निवास में
ना मंदिर में ना मस्जिद में
ना काबे कैलास में
मैं तो तेरे पास में बन्दे
मैं तो तेरे पास में
ना मैं जप में ना मैं तप में
ना मैं बरत उपास में
ना मैं किरिया करम में रहता
नहीं जोग सन्यास में
नहीं प्राण में नहीं पिंड में
ना ब्रह्याण्ड आकाश में
ना मैं प्रकृति प्रवार गुफा में
नहीं स्वांसों की स्वांस में
खोजि होए तुरत मिल जाऊं
इक पल की तलाश में
कहत कबीर सुनो भई साधो
मैं तो हूं विश्वास में. Kabir shaab ko jante ho to es vani ko dekho kya bol rhi hai ,nhi samj aati to apne guru se puchna usko bhi smj naa aaye to nitin saheb ke 5,7 satsang sun Lena
Rampal kehta hai,ap kal ke dut ho,aur ap bol rhe ho bo kal ke dut hai,tum dono ne aise he jivan khatam kr dena ,aur bad me narak me chale jana hai 🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣
@@jodhaakbar926 Sant RamPal ji Maharaj pura world ka sat guru hai ❤️🙏🙏 Kabir Bhagwan ka Gyan Bant rahe hai ❤️🙏🙏💪💪
नकली बाबाओ मत फसना
Asli kon sa hai ji jal me pde hai unko asli mante ho kya bhai
@@keshavbanjarasatlok1160 kripya nitin das ji ke guru ka naam bataye
@@keshavbanjarasatlok1160 ya unke koi guru ji nahi h
जो भी लोग नाम लेन चाहते है बो सीध कबीर मठ से बाकी सब दूकान दारी बन गई है
12 panth hai sab nakli maal hai,sab msntro or swaso tak simat hai
Kon sa name
तंत्र मंत्र सब झूठ है, मत भरमो जग कोय । सार शब्द जाने बिना, कागा हँस ना होय । Ye puch ke btao apne guru se answer ok hai ya nhi btao jaldi bhai
@@RaviWellness sar shabd Sirf Sant Rampal Ji Maharaj ke pass hai Baki sub nakli🙅🙅🙅🙅🙅👍
@Viral_video.6789 ary murha nanndo 52 aksri satkabir om shom satkabira only akser hai parmatma ko tum man made aksro me dhund rhe ho hed hai aap logo ki sarsabad ka mjak bna dea Jailo me bethe tantriko ne
Saheb bandagi satnam
Sahib bandgi satnam
Sahib bandgi satnam
@@Moolgyankabirsahab जब तक का मनुष्य साहब की बंदगी करता है तब तक मोक्ष नहीं हो सकता है जीवात्मा पहले से ही बंधन में है सब की बंदगी कर एक और नया बंधन डाल दिया है बंदगी का अर्थ होता है गुलामी करना जब तक इंसान गुलाम है वह आजाद नहीं हो सकता गुलामी में रहेगा चाहेसाहब की चाहे किसीऔर की गुलामी और बंदगी छोड़नी पड़ेगी अपने आप में आनापड़ेगा अपने आप को जाननापड़ेगा अपने आप को जानने के लिए किसी मंत्र किसी शब्द की जरूरत नहीं है