Sangat Ep.5 | Mridula Garg on her Novels, Stories, Society & Feminism | Anjum Sharma | Hindwi

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  • Опубликовано: 17 дек 2024

Комментарии • 67

  • @priyanka4601
    @priyanka4601 Год назад +10

    Har bar sochti hu ki khub sari tareef kru
    Shabd nhi mil pate
    Dhanyavaad team hindwi bolkr rh jati hu ❤

  • @newmanavjagartiandolan1882
    @newmanavjagartiandolan1882 Год назад +5

    मृदुला गर्ग जी शानदार इंसान,
    निडर अभिव्यक्ति को प्रणाम
    अब तक नाम ही सुना था आज रूबरू देखा तो हो गया निहाल
    पढ़ूँगा लिखा आपका ख़ूब ध्यान से, मिलूँगा आपके पात्रों से,
    महिपाल मानव हिसार हरियाणा

  • @seemamadhurima8608
    @seemamadhurima8608 Год назад +3

    बहुत कुछ सीख रही हूँ इन एपिसोड से 😊
    हार्दिक आभार अंजुम जी का 🙏

  • @dr.ushakiran688
    @dr.ushakiran688 Год назад +3

    अन्त तक आते- आते लगा जैसे दही मंथन के बाद मक्खन हाथ लगा…बहुत शुक्रिया इतनी सच्ची, बेबाक, शानदार शख़्सियत को सुनवाने के लिए 🙏

  • @Aks_pcs
    @Aks_pcs Год назад +4

    स्पष्ट,निर्भीक,बेबाक,ज़हीन...
    शुक्रिया,अंजुम भैया;शुक्रिया,हिंदवी.

  • @KalpanaMishraNamit
    @KalpanaMishraNamit Год назад +1

    मृदुला जी हमेशा से अलहदा लिखती रही हैं ,बेबाक और स्पष्ट । लव यू मृदुला जी। शानदार साक्षात्कार रहा, बधाई अंजुम जी

  • @cowzah8551
    @cowzah8551 9 месяцев назад +1

    वाह! बहुत आनंद आया इस interview में! "जिस आदमी में जीने का उत्साह होता है, वो मौत से भी उतना ही प्यार करता है"- ये बात कभी ना भूलेगी.

  • @Aman-et3rq
    @Aman-et3rq Год назад +2

    कोई क्या कहे! मृदुला जी को सुनते-सुनते वक़्त का पता ही नहीं चला।
    स्वतन्त्रचेता, कितना सुन्दर विशेषण मृदुला जी ने ख़ुद के लिए इस्तेमाल किया है। बहुत शुक्रिया मृदुला जी को आमन्त्रित करने के लिए...❣️ मृदुला जी की बातों में कोई लाग-लपेट नहीं सुनाई पड़ा, लफ़्फ़ाज़ी नहीं दिखी। मृदुला जी ने कोई विचारधारा, वाद, विमर्श का उल्लेख नहीं किया। मात्र एक एक स्वतन्त्रचेता व्यक्ति की तरह सहज अभिव्यक्ति की। अद्भुत
    और उनके पिता का यह क़ौल "साहित्य में कुछ अश्लील नहीं होता" 👏👏
    इस बातचीत ने मुझ तंग-नज़र को बहुत कुछ सिखाया। धन्यवाद हिन्दवी, धन्यवाद मृदुला जी 🙏

  • @jyotikumari-lv9rb
    @jyotikumari-lv9rb Год назад +1

    हिंदवी की ये बहुत ही अच्छी पहल है जिसके वजह से हमे इतने अच्छे व्यक्तित्व को देखने और सुनने का मौका मिलता है😊

  • @manishakulshreshtha1991
    @manishakulshreshtha1991 Год назад +1

    मृदुला जी हमेशा से मेरी प्रेरणास्रोत हैं, वे आइकन हैं❤

  • @jigyasasingh3177
    @jigyasasingh3177 Год назад +3

    बेबाक़ी भरा शानदार इंटरव्यू!
    आभार अंजुम जी।

  • @नास्तिककीकलमसे-ब8ड

    शुक्रिया अंजुम भाई।
    कम अज कम बहुत कुछ सीख मिली और ख़ुद को थोड़ा बहुत परिमार्जित कर पाया इसे देखकर। साधुवाद।

    • @VinodSharma-hc7sq
      @VinodSharma-hc7sq Месяц назад

      नास्तिक साधु के चरणों में शरणागत!

  • @harishsamyak2413
    @harishsamyak2413 Год назад +3

    बहुत आभार इस शानदार संवाद के लिए,वाकई मृदुला जी प्रबल लेखिका हैं ।

  • @kalyanichitrakar4564
    @kalyanichitrakar4564 Год назад +1

    मृदुलाजी को मैंने बहुत पढ़ा है, बहुत शानदार लिखा है उन्होंने

  • @hindikavita3918
    @hindikavita3918 10 месяцев назад +1

    "मैं लेखक हूं हो सकता है मैंने कहानी बना ली हो"..... गजब 😊😊

  • @MukeshKumar-up9mu
    @MukeshKumar-up9mu Год назад +1

    अंजुम शर्मा जी आपका कोटि-कोटि धन्यवाद जो इन महान व्यक्तित्वों से रूबरू करवाया आपके प्रश्न बहुत ही सटीक और बहुत कुछ अर्थ लिए होते। मृदुला गर्ग जी को सादर प्रणाम 🌹🙏🌹

  • @anandshreshtha3050
    @anandshreshtha3050 Год назад +1

    बहुत ज्ञानवर्धक और बौद्धिक साक्षात्कार।बहुत कुछ सीखा और सुनकर काफी कृतज्ञ हुआ मृदुला जी और अंजुम जी दोनों से !

  • @manojghildiyal6854
    @manojghildiyal6854 Год назад +1

    बहुत ही सुन्दर
    और बौद्धिक चर्चा।

  • @nareshjain6575
    @nareshjain6575 Год назад +4

    एकाधिक बार सुनने लायक संवाद ताकि व्यक्त विचारों की गहराई में उतरा जा सके...

  • @dr.aparnachaturvedi.preeta9368
    @dr.aparnachaturvedi.preeta9368 9 месяцев назад

    संगत में सुप्रसिद्ध उपन्यासकार, मृदुला गर्ग जी ने अपनी दूरदर्शी सोच और विश्वास से परिपूर्ण रहते हुए आगे बढ़ते हुए साहित्य में तुलनात्मक अध्ययन में यह बात अलग है, कि हम सभी को पता है कि हम अलग है

  • @MaheshKumar-ex3kc
    @MaheshKumar-ex3kc Год назад

    मृदुला गर्ग की आवाज़ मज़ेदार है। बढ़िया बातचीत।

  • @TheThirdperspective3
    @TheThirdperspective3 Год назад +2

    इंतज़ार था इस एपिसोड का🙂🙏

  • @dr.ushakiran688
    @dr.ushakiran688 Год назад +1

    कई बार सुनना होगा…साहित्य साधना भी एक तप होता है और लेखक …🙏

  • @ashokseth2426
    @ashokseth2426 9 месяцев назад

    मृदुला गर्ग एक साहसी महिला उत्कृष्ट लेखक और बेहतरीन इंसान हैं। कुंठा रहित अपने समय से आगे की सुलझी हुई लेखिका।

  • @supriyamishra5662
    @supriyamishra5662 Год назад +2

    बेहद स्पष्टवादी मुखर व्यक्तित्व की लेखिका का शानदार साक्षात्कार, एक बात बिल्कुल सही
    राजनीति विषयों पे तटस्थ होकर लिखने वालों की कमी है, स्तुतिवादी परम्परा का विस्तार ही नजर आता है

  • @PhiloUniverse95
    @PhiloUniverse95 Год назад +6

    अनामिका ने तवायफों की बेटियों पर बहुत लिखा है और अच्छा लिखा है।

    • @mridulagarg1075
      @mridulagarg1075 Год назад

      कृपया उन कृतियों के नाम बतलाऐं

    • @AbdulAhad-br6bw
      @AbdulAhad-br6bw Год назад

      @@mridulagarg1075#;

    • @PhiloUniverse95
      @PhiloUniverse95 2 месяца назад

      लालटेन बाज़ार, दस द्वारे का पिंजरा, तिनका तिनके पास​@@mridulagarg1075

    • @PhiloUniverse95
      @PhiloUniverse95 2 месяца назад

      ​@@mridulagarg1075 लालटेन बाज़ार, दस द्वारे का पिंजरा, तिनका तिनके पास

    • @unknownperson2327
      @unknownperson2327 2 месяца назад

      लालटेन बाज़ार, दस द्वारे का पिंजरा, तिनका तिनके पास..​@@mridulagarg1075

  • @shivaawasthi8475
    @shivaawasthi8475 Год назад +2

    आखरी अंश❤️❤️❤️
    स्वयं में पूर्ण

  • @aakankshatiwari
    @aakankshatiwari Год назад

    Hindwi ❤bahut bahut dhanyawad aapka itna behtar aane ke liye🥰

  • @seemagupta1438
    @seemagupta1438 Год назад

    शानदार, मृदुला जी को प्रणाम 🙏

  • @sushmamunindra8481
    @sushmamunindra8481 8 месяцев назад

    बहुत अच्छी वार्ता

  • @hindikavita3918
    @hindikavita3918 10 месяцев назад +1

    भाई बहुत छोटा इंटरव्यू था।😢😢

  • @abhisengar6046
    @abhisengar6046 Год назад

    Bhot hi bebak aur spasht ❤

  • @मोहिनीदीक्षित-ब2ङ

    बेहद शानदार 👍👍

  • @dingdong2605
    @dingdong2605 Год назад

    Best interview.

  • @ankur8478
    @ankur8478 Год назад +2

    शुभकामनाएं

  • @rajanimorwal8045
    @rajanimorwal8045 Год назад

    बेहतरीन

  • @neerajgolhani88
    @neerajgolhani88 19 дней назад

    वाह

  • @gsugandh
    @gsugandh Год назад +1

    Please tell me what she says at between 56:04-56:24 on evolution of her thoughts. जिन चीज़ों पर यक़ीन था हर यक़ीन पर शुभा(है?) हर यक़ीन पर क्या है?

  • @sitapurbari
    @sitapurbari Год назад

    शानदार 👏

  • @manbhavankahlon
    @manbhavankahlon 2 месяца назад

    मूक परिजन article by mridula ji , mil sakta hai kya kahin ?

  • @jawedjahadpoetry1267
    @jawedjahadpoetry1267 Год назад +1

    बहुत शानदार 💐

  • @gopalsoni6760
    @gopalsoni6760 Год назад +2

    ❤️🔥
    मेरे संग की औरत : मृदुला गर्ग 😊

  • @anandshreshtha3050
    @anandshreshtha3050 Год назад

    आपदोनों को बहुत बहुत धन्यवाद !

  • @ajeyklg
    @ajeyklg Год назад +2

    फेमिनिस्ट व्यक्ति यदि होता है तो फेमिनिस्ट राईटर भी होगा ही.

    • @mridulagarg1075
      @mridulagarg1075 Год назад +1

      बिल्कुल नहीं। लेखक होने का मतलब होता है, भाव और कला पक्ष के साथ अपनी काया से बाहर निकल किरदारों में परकाया प्रवेश करते हैं। जो स्त्री वादी हों ज़रूरी नहीं है। वे साइकोकोपैथ भी हो सकते थे, बेहद उदार मर्द भी और हर तरह की औरत भी। हो सकता है बेहद पोंगापंथी हों या बेहद क्रांतिकारी। तो सब पर बिला पूर्वाग्रह लिखना होता है।
      स्त्रीवादी हों तो दूसरों से न्याय नहीं कर सकते। लेखन में श्लेष होता है, निहितार्थ होता है, संशय, दुविधा और वैचारिक उथल पुथल के माध्यम से किन्हीं निष्कर्ष पर पहुंचने का प्रयास होता है।
      इसलिए किसी वाद के तहत लेखन नहीं किया जा सकता।

  • @sarojininautiyal9696
    @sarojininautiyal9696 Год назад +1

    मृदुला जी की स्वतंत्रता और बेबाकी अहम बन चुकी है।आत्मप्रगल्भता।
    बाकी सुनना बहुत खूब

  • @PoojaPatel-gy5jm
    @PoojaPatel-gy5jm Год назад

    बहुत सुन्दर 😅

  • @mouriran3906
    @mouriran3906 Год назад +1

    Design issue. The bottom line in the video's thumbnail looks like a full red bar. Similar to the thicker red bar that RUclips uses to indicate that the video has already been watched.

  • @ShivamSahuIndia
    @ShivamSahuIndia Год назад

    ❤😊

  • @arvindjain169
    @arvindjain169 Год назад

    Bebaak jindagi saamajik falsafe par Abhishapt hi rah tee hai , lekin bebaaki Samaaj ke mmukabile jyada jeevant hoti hai ! Saakchhatkaar Apni paribhaasha mein khara tha !!

  • @TheThirdperspective3
    @TheThirdperspective3 Год назад +2

    नई वाली हिन्दी पर इन बड़े लेखकों के क्या विचार हैं ये भी कभी पूछें 🙏🙂

  • @rashminagpal913
    @rashminagpal913 Год назад

    मैडम , वो नायब औरतें के बाद मैंने आपके उपन्यास चितकोबरा , कठगुलाब आज ही मंगाए है ।

  • @Rockeebhai
    @Rockeebhai 10 месяцев назад

    PAKKA YEH LEKHIKA HAI?? PAKKA?? AFSOS HOTA HAI PAR KHAIR HINDI SAHITHYE BARBAAD HO CHUKA HAI..PATAN HONE KE KAGGAAR PAR HAI

    • @AvneeshKumar-ls5kd
      @AvneeshKumar-ls5kd 6 месяцев назад

      क्या य़ह बात आप साहित्य के अनुशीलन के बाद कह रहे हैं या फिर हिन्दी साहित्य से बिना गुज़रे ही दृष्टि बना ली है?

  • @sumitsomwanshi9242
    @sumitsomwanshi9242 Год назад

    Plu loc

  • @premchandbansal2759
    @premchandbansal2759 Год назад

    मैडम को ग़लतफ़हमी है कि लोग उनसे या उनके पात्रों से डरते हैं l ये भद्रलोक की किटी पार्टियों वाली हैं l शौक़िया कुछ साहित्य करती हैं l

    • @manishakulshreshtha1991
      @manishakulshreshtha1991 Год назад

      आप जानते भी हैं मृदुला जी का कद और उनका लेखन?

  • @Anurag_2812
    @Anurag_2812 Год назад

    हिन्दवी न होता, तो क्या होता ।

  • @premchandbansal2759
    @premchandbansal2759 Год назад

    क्या आपके स्त्री पात्र ड्रैकुला हैं ?