Sangat Ep.5 | Mridula Garg on her Novels, Stories, Society & Feminism | Anjum Sharma | Hindwi

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  • Опубликовано: 27 окт 2024

Комментарии • 67

  • @priyanka4601
    @priyanka4601 Год назад +10

    Har bar sochti hu ki khub sari tareef kru
    Shabd nhi mil pate
    Dhanyavaad team hindwi bolkr rh jati hu ❤

  • @seemamadhurima8608
    @seemamadhurima8608 10 месяцев назад +3

    बहुत कुछ सीख रही हूँ इन एपिसोड से 😊
    हार्दिक आभार अंजुम जी का 🙏

  • @newmanavjagartiandolan1882
    @newmanavjagartiandolan1882 Год назад +4

    मृदुला गर्ग जी शानदार इंसान,
    निडर अभिव्यक्ति को प्रणाम
    अब तक नाम ही सुना था आज रूबरू देखा तो हो गया निहाल
    पढ़ूँगा लिखा आपका ख़ूब ध्यान से, मिलूँगा आपके पात्रों से,
    महिपाल मानव हिसार हरियाणा

  • @dr.ushakiran688
    @dr.ushakiran688 Год назад +3

    अन्त तक आते- आते लगा जैसे दही मंथन के बाद मक्खन हाथ लगा…बहुत शुक्रिया इतनी सच्ची, बेबाक, शानदार शख़्सियत को सुनवाने के लिए 🙏

  • @cowzah8551
    @cowzah8551 8 месяцев назад +1

    वाह! बहुत आनंद आया इस interview में! "जिस आदमी में जीने का उत्साह होता है, वो मौत से भी उतना ही प्यार करता है"- ये बात कभी ना भूलेगी.

  • @KalpanaMishraNamit
    @KalpanaMishraNamit Год назад +1

    मृदुला जी हमेशा से अलहदा लिखती रही हैं ,बेबाक और स्पष्ट । लव यू मृदुला जी। शानदार साक्षात्कार रहा, बधाई अंजुम जी

  • @Aks_pcs
    @Aks_pcs Год назад +4

    स्पष्ट,निर्भीक,बेबाक,ज़हीन...
    शुक्रिया,अंजुम भैया;शुक्रिया,हिंदवी.

  • @Aman-et3rq
    @Aman-et3rq Год назад +2

    कोई क्या कहे! मृदुला जी को सुनते-सुनते वक़्त का पता ही नहीं चला।
    स्वतन्त्रचेता, कितना सुन्दर विशेषण मृदुला जी ने ख़ुद के लिए इस्तेमाल किया है। बहुत शुक्रिया मृदुला जी को आमन्त्रित करने के लिए...❣️ मृदुला जी की बातों में कोई लाग-लपेट नहीं सुनाई पड़ा, लफ़्फ़ाज़ी नहीं दिखी। मृदुला जी ने कोई विचारधारा, वाद, विमर्श का उल्लेख नहीं किया। मात्र एक एक स्वतन्त्रचेता व्यक्ति की तरह सहज अभिव्यक्ति की। अद्भुत
    और उनके पिता का यह क़ौल "साहित्य में कुछ अश्लील नहीं होता" 👏👏
    इस बातचीत ने मुझ तंग-नज़र को बहुत कुछ सिखाया। धन्यवाद हिन्दवी, धन्यवाद मृदुला जी 🙏

  • @MukeshKumar-up9mu
    @MukeshKumar-up9mu Год назад +1

    अंजुम शर्मा जी आपका कोटि-कोटि धन्यवाद जो इन महान व्यक्तित्वों से रूबरू करवाया आपके प्रश्न बहुत ही सटीक और बहुत कुछ अर्थ लिए होते। मृदुला गर्ग जी को सादर प्रणाम 🌹🙏🌹

  • @gautamsagar
    @gautamsagar 2 месяца назад

    पता नहीं क्यों यह साक्षात्कार बेहद मामूली और साधारण बातचीत की तरह लगा!

  • @jyotikumari-lv9rb
    @jyotikumari-lv9rb Год назад +1

    हिंदवी की ये बहुत ही अच्छी पहल है जिसके वजह से हमे इतने अच्छे व्यक्तित्व को देखने और सुनने का मौका मिलता है😊

  • @harishsamyak2413
    @harishsamyak2413 Год назад +3

    बहुत आभार इस शानदार संवाद के लिए,वाकई मृदुला जी प्रबल लेखिका हैं ।

  • @jigyasasingh3177
    @jigyasasingh3177 Год назад +3

    बेबाक़ी भरा शानदार इंटरव्यू!
    आभार अंजुम जी।

  • @नास्तिककीकलमसे-ब8ड

    शुक्रिया अंजुम भाई।
    कम अज कम बहुत कुछ सीख मिली और ख़ुद को थोड़ा बहुत परिमार्जित कर पाया इसे देखकर। साधुवाद।

    • @VinodSharma-hc7sq
      @VinodSharma-hc7sq 5 дней назад

      नास्तिक साधु के चरणों में शरणागत!

  • @hindikavita3918
    @hindikavita3918 8 месяцев назад +1

    "मैं लेखक हूं हो सकता है मैंने कहानी बना ली हो"..... गजब 😊😊

  • @anandshreshtha3050
    @anandshreshtha3050 Год назад +1

    बहुत ज्ञानवर्धक और बौद्धिक साक्षात्कार।बहुत कुछ सीखा और सुनकर काफी कृतज्ञ हुआ मृदुला जी और अंजुम जी दोनों से !

  • @manishakulshreshtha1991
    @manishakulshreshtha1991 Год назад +1

    मृदुला जी हमेशा से मेरी प्रेरणास्रोत हैं, वे आइकन हैं❤

  • @dr.aparnachaturvedi.preeta9368
    @dr.aparnachaturvedi.preeta9368 7 месяцев назад

    संगत में सुप्रसिद्ध उपन्यासकार, मृदुला गर्ग जी ने अपनी दूरदर्शी सोच और विश्वास से परिपूर्ण रहते हुए आगे बढ़ते हुए साहित्य में तुलनात्मक अध्ययन में यह बात अलग है, कि हम सभी को पता है कि हम अलग है

  • @kalyanichitrakar4564
    @kalyanichitrakar4564 Год назад +1

    मृदुलाजी को मैंने बहुत पढ़ा है, बहुत शानदार लिखा है उन्होंने

  • @nareshjain6575
    @nareshjain6575 Год назад +4

    एकाधिक बार सुनने लायक संवाद ताकि व्यक्त विचारों की गहराई में उतरा जा सके...

  • @ashokseth2426
    @ashokseth2426 7 месяцев назад

    मृदुला गर्ग एक साहसी महिला उत्कृष्ट लेखक और बेहतरीन इंसान हैं। कुंठा रहित अपने समय से आगे की सुलझी हुई लेखिका।

  • @hindikavita3918
    @hindikavita3918 8 месяцев назад +1

    भाई बहुत छोटा इंटरव्यू था।😢😢

  • @TheThirdperspective3
    @TheThirdperspective3 Год назад +2

    इंतज़ार था इस एपिसोड का🙂🙏

  • @supriyamishra5662
    @supriyamishra5662 Год назад +2

    बेहद स्पष्टवादी मुखर व्यक्तित्व की लेखिका का शानदार साक्षात्कार, एक बात बिल्कुल सही
    राजनीति विषयों पे तटस्थ होकर लिखने वालों की कमी है, स्तुतिवादी परम्परा का विस्तार ही नजर आता है

  • @MaheshKumar-ex3kc
    @MaheshKumar-ex3kc Год назад

    मृदुला गर्ग की आवाज़ मज़ेदार है। बढ़िया बातचीत।

  • @manojghildiyal6854
    @manojghildiyal6854 Год назад +1

    बहुत ही सुन्दर
    और बौद्धिक चर्चा।

  • @dr.ushakiran688
    @dr.ushakiran688 Год назад +1

    कई बार सुनना होगा…साहित्य साधना भी एक तप होता है और लेखक …🙏

  • @manbhavankahlon
    @manbhavankahlon 17 дней назад

    मूक परिजन article by mridula ji , mil sakta hai kya kahin ?

  • @PhiloUniverse95
    @PhiloUniverse95 Год назад +6

    अनामिका ने तवायफों की बेटियों पर बहुत लिखा है और अच्छा लिखा है।

    • @mridulagarg1075
      @mridulagarg1075 Год назад

      कृपया उन कृतियों के नाम बतलाऐं

    • @AbdulAhad-br6bw
      @AbdulAhad-br6bw Год назад

      @@mridulagarg1075#;

    • @PhiloUniverse95
      @PhiloUniverse95 16 дней назад

      लालटेन बाज़ार, दस द्वारे का पिंजरा, तिनका तिनके पास​@@mridulagarg1075

    • @PhiloUniverse95
      @PhiloUniverse95 16 дней назад

      ​@@mridulagarg1075 लालटेन बाज़ार, दस द्वारे का पिंजरा, तिनका तिनके पास

    • @unknownperson2327
      @unknownperson2327 10 дней назад

      लालटेन बाज़ार, दस द्वारे का पिंजरा, तिनका तिनके पास..​@@mridulagarg1075

  • @shivaawasthi8475
    @shivaawasthi8475 Год назад +2

    आखरी अंश❤️❤️❤️
    स्वयं में पूर्ण

  • @sushmamunindra8481
    @sushmamunindra8481 6 месяцев назад

    बहुत अच्छी वार्ता

  • @gsugandh
    @gsugandh Год назад +1

    Please tell me what she says at between 56:04-56:24 on evolution of her thoughts. जिन चीज़ों पर यक़ीन था हर यक़ीन पर शुभा(है?) हर यक़ीन पर क्या है?

  • @aakankshatiwari
    @aakankshatiwari Год назад

    Hindwi ❤bahut bahut dhanyawad aapka itna behtar aane ke liye🥰

  • @sarojininautiyal9696
    @sarojininautiyal9696 Год назад +1

    मृदुला जी की स्वतंत्रता और बेबाकी अहम बन चुकी है।आत्मप्रगल्भता।
    बाकी सुनना बहुत खूब

  • @ajeyklg
    @ajeyklg Год назад +2

    फेमिनिस्ट व्यक्ति यदि होता है तो फेमिनिस्ट राईटर भी होगा ही.

    • @mridulagarg1075
      @mridulagarg1075 Год назад +1

      बिल्कुल नहीं। लेखक होने का मतलब होता है, भाव और कला पक्ष के साथ अपनी काया से बाहर निकल किरदारों में परकाया प्रवेश करते हैं। जो स्त्री वादी हों ज़रूरी नहीं है। वे साइकोकोपैथ भी हो सकते थे, बेहद उदार मर्द भी और हर तरह की औरत भी। हो सकता है बेहद पोंगापंथी हों या बेहद क्रांतिकारी। तो सब पर बिला पूर्वाग्रह लिखना होता है।
      स्त्रीवादी हों तो दूसरों से न्याय नहीं कर सकते। लेखन में श्लेष होता है, निहितार्थ होता है, संशय, दुविधा और वैचारिक उथल पुथल के माध्यम से किन्हीं निष्कर्ष पर पहुंचने का प्रयास होता है।
      इसलिए किसी वाद के तहत लेखन नहीं किया जा सकता।

  • @seemagupta1438
    @seemagupta1438 Год назад

    शानदार, मृदुला जी को प्रणाम 🙏

  • @mouriran3906
    @mouriran3906 Год назад +1

    Design issue. The bottom line in the video's thumbnail looks like a full red bar. Similar to the thicker red bar that RUclips uses to indicate that the video has already been watched.

  • @anandshreshtha3050
    @anandshreshtha3050 Год назад

    आपदोनों को बहुत बहुत धन्यवाद !

  • @sitapurbari
    @sitapurbari Год назад

    शानदार 👏

  • @dingdong2605
    @dingdong2605 Год назад

    Best interview.

  • @मोहिनीदीक्षित-ब2ङ

    बेहद शानदार 👍👍

  • @ankur8478
    @ankur8478 Год назад +2

    शुभकामनाएं

  • @jawedjahadpoetry1267
    @jawedjahadpoetry1267 Год назад +1

    बहुत शानदार 💐

  • @abhisengar6046
    @abhisengar6046 10 месяцев назад

    Bhot hi bebak aur spasht ❤

  • @rajanimorwal8045
    @rajanimorwal8045 Год назад

    बेहतरीन

  • @ShivamSahuIndia
    @ShivamSahuIndia Год назад

    ❤😊

  • @gopalsoni6760
    @gopalsoni6760 Год назад +2

    ❤️🔥
    मेरे संग की औरत : मृदुला गर्ग 😊

  • @arvindjain169
    @arvindjain169 11 месяцев назад

    Bebaak jindagi saamajik falsafe par Abhishapt hi rah tee hai , lekin bebaaki Samaaj ke mmukabile jyada jeevant hoti hai ! Saakchhatkaar Apni paribhaasha mein khara tha !!

  • @TheThirdperspective3
    @TheThirdperspective3 Год назад +2

    नई वाली हिन्दी पर इन बड़े लेखकों के क्या विचार हैं ये भी कभी पूछें 🙏🙂

  • @PoojaPatel-gy5jm
    @PoojaPatel-gy5jm 11 месяцев назад

    बहुत सुन्दर 😅

  • @rashminagpal913
    @rashminagpal913 Год назад

    मैडम , वो नायब औरतें के बाद मैंने आपके उपन्यास चितकोबरा , कठगुलाब आज ही मंगाए है ।

  • @Rockeebhai
    @Rockeebhai 9 месяцев назад

    PAKKA YEH LEKHIKA HAI?? PAKKA?? AFSOS HOTA HAI PAR KHAIR HINDI SAHITHYE BARBAAD HO CHUKA HAI..PATAN HONE KE KAGGAAR PAR HAI

    • @AvneeshKumar-ls5kd
      @AvneeshKumar-ls5kd 5 месяцев назад

      क्या य़ह बात आप साहित्य के अनुशीलन के बाद कह रहे हैं या फिर हिन्दी साहित्य से बिना गुज़रे ही दृष्टि बना ली है?

  • @premchandbansal2759
    @premchandbansal2759 Год назад

    मैडम को ग़लतफ़हमी है कि लोग उनसे या उनके पात्रों से डरते हैं l ये भद्रलोक की किटी पार्टियों वाली हैं l शौक़िया कुछ साहित्य करती हैं l

    • @manishakulshreshtha1991
      @manishakulshreshtha1991 Год назад

      आप जानते भी हैं मृदुला जी का कद और उनका लेखन?

  • @sumitsomwanshi9242
    @sumitsomwanshi9242 Год назад

    Plu loc

  • @Anurag_2812
    @Anurag_2812 Год назад

    हिन्दवी न होता, तो क्या होता ।

  • @premchandbansal2759
    @premchandbansal2759 Год назад

    क्या आपके स्त्री पात्र ड्रैकुला हैं ?