सादगी कमाल व्यक्तित्व बेमिसाल। मालती जी का अपनी हर कहानी को धाराप्रवाह बिना रुके बिना चुके सुनाना, मुझे भी हमेशा अचंभित करता है। उनकी हर कहानी उनके दिल की आवाज है। उनकी कहानियां पढ़ना चालू करो तो बिना समाप्त किये उठना असम्भव है। मेरा परम सौभाग्य कि मुझे इस विभूति से मिलने का अवसर मिला और उन्होंने मुझे उनकी कुछ किताबें और कथा कथन की सीडी उपहार में दी थी जो मेरी अमूल्य निधि है। उन्हें सादर प्रणाम🙏🙏
माधुरी जी आपने एकदम सही लिखा है। मुझे इस बात का हमेशा दुख रहेगा कि मैं मालती जी से चाह कर भी मिल नहीं पाई। अब तो वे रही नहीं। किंतु फोन पर मेरी उससे अक्सर बहुत बात हो जाती थी। उन्होंने मुझे अपनी एक पुस्तक और कुछ मटेरियल भेजा था वह मेरी अमूल्य निधि रहेगी हमेशा।❤🌹
मालती जी का व्यक्तित्व और कृतित्व पारदर्शी रहा है। उनकी कहानियाँ उन्हीं से सुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। यह साक्षात्कार संगत के अब तक के लिए गए साक्षात्कारों में अति महत्वपूर्ण साक्षात्कार है। मालती जी का व्यक्तित्व अनुकरणीय है। उन्हें प्रणाम ! अंजुम जी की प्रश्न पूछने और वक्ता को विषय की धुरी पर टिकाये रहने की महारत भी साक्षात्कार में चार चाँद लगाती है। बहुत बधाइयाँ🎉🎉
मालती जोशी जी की कहानियां खूब पढ़ी हैं।आज उनका साक्षात्कार आंनद दे गया। मैं भी मध्य प्रदेश के छतरपुर से हूं।आज भी वहां बड़ों को आप बच्चों को तुम का ही संबोधन दिया जाता है। आप भी छतरपुर रहीं बहुत अच्छा लगा। ईश्वर आपको स्वस्थ और प्रसन्न रखें । अंजुम जी को बहुत बहुत धन्यवाद।🎉🎉🎉🎉🎉🎉
लोकप्रिय कहानीकार,गीतकार मालती जोशी जी का रोचक साक्षात्कार।प्यार की मिठास और सम्मान से भरी मालवी भाषा का ही असर है जो एक मराठीभाषी को भी मराठी की तू तड़ाक की भाषा नहीं सुहाती है।बुंदेली भाषा का प्रसंग में अच्छा प्रयोग किया।मालती जोशी जी के स्वस्थ,सृजनात्मक,क्रियाशील साहित्यिक जीवन के लिए हार्दिक शुभकामनाएं।
आदरणीय आई, सादर प्रणाम 🙏 बहुत ख़ुशी हो रही है आज आपको देखकर और सुनकर । “संगत” यह एक नई शुरुआत है, मुझे विश्वास है यहाँ पर आपको और आपकी कहानियाँ सबको सुनने को मिलेंगी ।
प्रणाम मालती जी । आपकी कहानियां बहुत ही दिल को छूने वाली कुछ अपनी सी लगती है।आपको पढ़ना हमेशा एक सुकून सा दे जाता है।आप हमेशा स्वस्थ रहे यही ईश्वर से प्रार्थना है
मुझे इतनी खुशी हो रही हैं यह बताते हुए कि इस मुलाकात को मैनें प्रत्यक्ष रुप से आदरणीय आई के मुख से सुना हैं, और आज जब दोबारा सुनने का सौभाग्य मिला तो धन्य हो गई। शत, शत, प्रणाम आई के पावन चरणों मे 🎉❤
मालती जी की कहानियां बहुत ही हृदयस्पर्शी होती हैं।उनकी कहानियां वास्तविक जीवन और उसकी जटिलताओं के बहुत करीब होती हैं।उनके किरदार और वो स्वयं बहुत ही grounded होते हैं।अपनी संस्कृति और संस्कारों से जुड़े रहना कहीं से भी दकियानूसी नहीं है।यही इनके स्वास्थ्य का भी राज है।भगवान इनको स्वस्थ रखें। शिवानी की कहानियां बिल्कुल मनगढ़ंत लगती हैं, बिलकुल बनावटी, जबकि मालती जी की कहानियां दिल को छू लेती हैं।
अंजुम जी, किन शब्दों में आपको शुक्रिया कहें। इतने सकारात्मक साक्षात्कार के लिए बहुत बहुत आभार! मैं बचपन से पढ़ती रही हूॅं मालती दीदी को, आज देखकर अभिभूत हूॅं। सादर चरणस्पर्श आदरणीय दीदी! लव यू!
Bilkul sahi kaha Malti ji, apki kahaniya to aise lagta hae jaise meri hi jindgi ki baat ho, ham apke bahut bade prashanshak haen, apko Charan sparsh pranaam🙏
मेरी पसंदीदा लेखिका। दिल को छू जाने वाली कहानियां। बहुत धन्यवाद आपको, इस इंटरव्यू के लिए। उनकी सादगी बेमिसाल है। उनकी कहानियां हमारे लिए बहुत relatable हैं। और हमेशा रहेंगी। कोई मेरे बेटे को भी बताओ कि मेरे लिए ideal gift उनकी ही कोई पुस्तक हो सकती है। हमेशा।
मालती जी का साक्षात्कार सुनकर बहुत अच्छा लगा l उनके जीवन के अनुभव, साहित्यिक खेमेबंदी द्वारा उपेक्षा से आपको फर्क नहीं पड़ा, आपकी लेखनी ने आपको पद्मभूषण के शिखर पर पहुंचाया यह विशेष बात हैं l जीवन और परिवार से जुड़ी कहानियों को पाठक पसंद करते हैं l आपका सानिध्य हम भोपाल वासियों को मिलता हैं यह गर्व की बात हैं l आपकी सहजता, सरलता और सादगी को नमन l आप स्वस्थ रहें और शतायु हों l🙏 कुंकुम गुप्ता
बिना बाएं दाएं जाए इसी प्रकार साहित्य सेवा करते रहें अंजुम जी, साहित्य जगत के नायाब सितारों की जीवन यात्रा से परिचय कराने का यह प्रयास अत्यंत सराहनीय है,बहुत बहुत धन्यवाद ।
Aadarniy aap ki kahaniyan mujhe bahut pasand hay bahut hi prernadayak hoti hai aapki kahaniyan bilkul Apne aaspaas ki lagti hain aur bahut hi prernadayak hoti hain❤ 9:13
Malti joshi ji meri pirya lekhika rahi hai.aaj unka interview dekh ker bahut achcha laga.Anjum ji Hindvi ke madhayam se aap ye kamhum jaise pathakoke liye bahut achcha ker rahey hein.dil se dhanywad.❤
मालती जोशी जी बचपन से मेरी प्रिय लेखिका रही है । उनकी कहानियाँ पढ़ते पढ़ते कब यौवन की दहलीज़ पार हो गई और मै नानी , दादी बन गई पर आज भी अगर उनकी कोई कहानी मिल जाए तो मैं उसे सब काम छोड़कर सबसे पहले पढती हु।मेरी सबसे पसंदीदा और दिल के क़रीब दो कहानियाँ हैं । क्षमा और पंख तौलती चिड़िया ।
अंजुम जी ऐसे सुंदर साक्षात्कार के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। एक लेखिका जिन्हे मै जानती हूं पर वो आगे बढने का न्यास नही करती।पर कोई आगे बढ़कर उनसे मिले तो बहुत अच्छा साहित्य प्रकाश मे आएगा। आपका क्या विचार है ? बताइएगा जरूर।
अंजुल जी आप बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं। प्रसिद्ध लेखक तथा लेखिका का साक्षात्कार करना और उनके साहित्य को इतने विस्तार से पढ़ना भी होता होगा वास्तव में बहुत ही सराहनीय तथा मेहनत का कार्य है। इसे सहज ही महसूस किया जा सकता है। मालती जी वैसे भी मुझे बहुत प्रिय है। अंजुल जी आपसे एक अनुरोध है यदि आपको मालती जोशी जी के स्वास्थ्य की जानकारी हो तो कृपया बताने का कष्ट करें कि अब उनकी तबीयत कैसी है। आपका आभार होगा।🌲
मालती जोशी जी के कुछ विचार उनके निज़ी है हम उनसे सहमत नहीं है और होना भी नहीं चाहिए क्योंकि वो दकियानूसी है किसी के कपड़ों से उनके विचार नहीं तय हो सकते परंतु इन विचारों के बावजूद भी उन्हें स्वयं की विचार रखने की स्वतंत्रता होनी चाहिए
इन को पढ़ा नहीं कभी। लेकिन यशोदा मैया का कथांश बहुत मज़ेदार था। सरकारी घर लेखक को अलाट करने प्रावधान नहीं है शायद। हमारे यहा तो नहीं है कम से कम। राजनीति तो होती है, लेकिन यह ज़िक्र साहित्यक चर्चा को छोटा कर रहा है।
Malti ji ki kahani hamesha feminism reflect karta hai, bas feminism jo laukik roop se ham samazate vo nhi hota hai. Lekin kahi pr bhi unki kahani me stree Patra kamjor nhi hai. Behad sulzi lekhika hai jinka lekhan kafi sukshma hota hai,
मालती जोशी हिन्दी की अप्रतिम लेखिका हैं, मेरी पसन्ददीदा.. इस प्रस्तुति के लिये बहुत बहुत धन्यवाद अंजुम शर्मा जी.
दोनों ही गुरूओं को नमन निशाज़ी और मालतीजी 🙏🏼🙏🏼
Mai aapse Pori tarah agree Karti
AAP Ko sunnana bahot accha lagta hai Mai aapko kitne...........ghanto Tak lagataar Sun sakti hu. Love you ma'am
Such a legendary writer 👏👏 love 💞 her stories alot .very down to earth and simple lady malti ji ❤❤
कितनी सहजता सरलता है इस बात चीत में। बहुत ही सुखद लगा
सादगी कमाल व्यक्तित्व बेमिसाल। मालती जी का अपनी हर कहानी को धाराप्रवाह बिना रुके बिना चुके सुनाना, मुझे भी हमेशा अचंभित करता है। उनकी हर कहानी उनके दिल की आवाज है। उनकी कहानियां पढ़ना चालू करो तो बिना समाप्त किये उठना असम्भव है। मेरा परम सौभाग्य कि मुझे इस विभूति से मिलने का अवसर मिला और उन्होंने मुझे उनकी कुछ किताबें और कथा कथन की सीडी उपहार में दी थी जो मेरी अमूल्य निधि है। उन्हें सादर प्रणाम🙏🙏
माधुरी जी आपने एकदम सही लिखा है। मुझे इस बात का हमेशा दुख रहेगा कि मैं मालती जी से चाह कर भी मिल नहीं पाई।
अब तो वे रही नहीं।
किंतु फोन पर मेरी उससे अक्सर बहुत बात हो जाती थी। उन्होंने मुझे अपनी एक पुस्तक और कुछ मटेरियल भेजा था वह मेरी अमूल्य निधि रहेगी हमेशा।❤🌹
कितने सुन्दर विचार,इसीलिए मालती जी की कहानियॅ इतनी पसंद की जाती है.
Aap Ko ayse sunna he badi baat hai . 😢
Man bhavook ho Raha hai aapko dekh kar
मालती जी का व्यक्तित्व और कृतित्व पारदर्शी रहा है। उनकी कहानियाँ उन्हीं से सुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। यह साक्षात्कार संगत के अब तक के लिए गए साक्षात्कारों में अति महत्वपूर्ण साक्षात्कार है।
मालती जी का व्यक्तित्व अनुकरणीय है।
उन्हें प्रणाम !
अंजुम जी की प्रश्न पूछने और वक्ता को विषय की धुरी पर टिकाये रहने की महारत भी साक्षात्कार में चार चाँद लगाती है।
बहुत बधाइयाँ🎉🎉
मालती जोशी जी की कहानियां खूब पढ़ी हैं।आज उनका साक्षात्कार आंनद दे गया। मैं भी मध्य प्रदेश के छतरपुर से हूं।आज भी वहां बड़ों को आप बच्चों को तुम का ही संबोधन दिया जाता है। आप भी छतरपुर रहीं बहुत अच्छा लगा। ईश्वर आपको स्वस्थ और प्रसन्न रखें । अंजुम जी को बहुत बहुत धन्यवाद।🎉🎉🎉🎉🎉🎉
बहुत बहुत धन्यवाद भाई मेरी प्रिय लेखिका को देखकर बहुत अच्छा लगा
लोकप्रिय कहानीकार,गीतकार मालती जोशी जी का रोचक साक्षात्कार।प्यार की मिठास और सम्मान से भरी मालवी भाषा का ही असर है जो एक मराठीभाषी को भी मराठी की तू तड़ाक की भाषा नहीं सुहाती है।बुंदेली भाषा का प्रसंग में अच्छा प्रयोग किया।मालती जोशी जी के स्वस्थ,सृजनात्मक,क्रियाशील साहित्यिक जीवन के लिए हार्दिक शुभकामनाएं।
😭😭😭😭😭😭 Rona aa raha hai. Sab ko apani maa hi lagti hongi
आदरणीय आई, सादर प्रणाम 🙏
बहुत ख़ुशी हो रही है आज आपको देखकर और सुनकर । “संगत” यह एक नई शुरुआत है, मुझे विश्वास है यहाँ पर आपको और आपकी कहानियाँ सबको सुनने को मिलेंगी ।
प्रणाम मालती जी । आपकी कहानियां बहुत ही दिल को छूने वाली कुछ अपनी सी लगती है।आपको पढ़ना हमेशा एक सुकून सा दे जाता है।आप हमेशा स्वस्थ रहे यही ईश्वर से प्रार्थना है
My most favourite author. I have so much respect and love for Malati Joshi, madam.❤ Hope aap jug jug jiye. ❤
धन्यवाद अंजुम जी मालती जी मेरी प्रिय लेखिका हैं आज उन्हें प्रत्यक्ष देखकर अभिभूत हूँ
Aise log kaha hai ab? Dhanya ho gaye hum sunkar aisi saadgi ,aise vichar,aisi maryada❤
मुझे इतनी खुशी हो रही हैं यह बताते हुए कि इस मुलाकात को मैनें प्रत्यक्ष रुप से आदरणीय आई के मुख से सुना हैं, और आज जब दोबारा सुनने का सौभाग्य मिला तो धन्य हो गई। शत, शत, प्रणाम आई के पावन चरणों मे 🎉❤
मालती जी की कहानियां बहुत ही हृदयस्पर्शी होती हैं।उनकी कहानियां वास्तविक जीवन और उसकी जटिलताओं के बहुत करीब होती हैं।उनके किरदार और वो स्वयं बहुत ही grounded होते हैं।अपनी संस्कृति और संस्कारों से जुड़े रहना कहीं से भी दकियानूसी नहीं है।यही इनके स्वास्थ्य का भी राज है।भगवान इनको स्वस्थ रखें।
शिवानी की कहानियां बिल्कुल मनगढ़ंत लगती हैं, बिलकुल बनावटी, जबकि मालती जी की कहानियां दिल को छू लेती हैं।
अंजुम जी, किन शब्दों में आपको शुक्रिया कहें। इतने सकारात्मक साक्षात्कार के लिए बहुत बहुत आभार! मैं बचपन से पढ़ती रही हूॅं मालती दीदी को, आज देखकर अभिभूत हूॅं। सादर चरणस्पर्श आदरणीय दीदी! लव यू!
Ys. Anjum ji aap ki behad aabhari hu
Bilkul sahi kaha Malti ji, apki kahaniya to aise lagta hae jaise meri hi jindgi ki baat ho, ham apke bahut bade prashanshak haen, apko Charan sparsh pranaam🙏
सादर नमन मालती जी गजब की याददाश्त
बहुत आत्मीय साक्षात्कार है यह। मासूम सा। बिना किसी औपचारिकता के और कितना भोला भाला सा। सहज और सरल। बहुत कुछ सीखने को मिला मालती जी से।
सुलझा और सरल साक्षातकार। मलतीजी की कहानियां पढ़ीं हैं। अंजुम जी को शुभाशीष। ❤❤❤
मेरी पसंदीदा लेखिका। दिल को छू जाने वाली कहानियां। बहुत धन्यवाद आपको, इस इंटरव्यू के लिए। उनकी सादगी बेमिसाल है। उनकी कहानियां हमारे लिए बहुत relatable हैं। और हमेशा रहेंगी। कोई मेरे बेटे को भी बताओ कि मेरे लिए ideal gift उनकी ही कोई पुस्तक हो सकती है। हमेशा।
बहुत सुन्दर, प्रणाम ताई,आप स्वस्थ रहे,यही सदिच्छा!
मालती जी का साक्षात्कार सुनकर बहुत अच्छा लगा l उनके जीवन के अनुभव, साहित्यिक खेमेबंदी द्वारा उपेक्षा से आपको फर्क नहीं पड़ा, आपकी लेखनी ने आपको पद्मभूषण के शिखर पर पहुंचाया यह विशेष बात हैं l जीवन और परिवार से जुड़ी कहानियों को पाठक पसंद करते हैं l आपका सानिध्य हम भोपाल वासियों को मिलता हैं यह गर्व की बात हैं l आपकी सहजता, सरलता और सादगी को नमन l आप स्वस्थ रहें और शतायु हों l🙏
कुंकुम गुप्ता
बिना बाएं दाएं जाए इसी प्रकार साहित्य सेवा करते रहें अंजुम जी, साहित्य जगत के नायाब सितारों की जीवन यात्रा से परिचय कराने का यह प्रयास अत्यंत सराहनीय है,बहुत बहुत धन्यवाद ।
Aadarniy aap ki kahaniyan mujhe bahut pasand hay bahut hi prernadayak hoti hai aapki kahaniyan bilkul Apne aaspaas ki lagti hain aur bahut hi prernadayak hoti hain❤ 9:13
Mai nihshabd ho gai apni most favorite lekhika ko dekh kar or sun ka r❤apko mera sader pranam Maltiji❤🎉
बहुत संवेदनाशील लेखिका मालती जोशीजीको दुनिया बहुत मिस करेगी. उनके जैसी लेखिका बहुत दुर्मिळ है इस जगत मे. उनकी आत्मा को हमारा सन्मानभरा नमस्कार 🙏🌹♥️
Mujhe pasand hai Malti ji kee likhi hui kahaniya.
15,16, की उम्र से मालती जोशी जी को धर्मयुग, मनोरमा में पढ़ा है।अपने आसपास के माहौल से ही मिलती जुलती कहानियां।बहुत ही खूबसूरत लेखन
😊
अद्भुत हैं मालती जी का अपनी कहानियों का शब्द चित्र यूँ प्रस्तुत करना 💞
What dignity,grace & humility Malti joshi ji personified ❤
One of my favourite channels...bring these stalwarts of Literature...love to hear them..... wonderful moments, great work Sharma ji 😊
पूजनीय लोगो को सुनते हुए धन्यता महसूस होती है।
बहुत सुंदर साक्षात्कार... साक्षात्कार सुन के मालती जोशी जी के विषय में बहुत कुछ नयी जानकारी मिली, प्रेरणा मिली धन्यवाद अंजुम जी..!
आपके एपिसोड का हमेशा इंतजार रहता हैं। धन्यवाद हिंदवी ❤
सुखद रहा सुनना मैडम जोशी जी को🙏🙏
पूरी हिंदी जाति को आपका धन्यवाद करना चाहिए 🙌
कितने ही हिंदी साहित्यकारों को आपने,उनके अंतिम दौर में समेट कर,प्रस्तुत किया_सराहनीय🙌
Great Sagat Interview, Aaee waakai Malwa's Pride. We are proud we have AAEE.
१.अद्भुत!!! २.धन्यवाद!!!
३. बाक़ी विस्तार से बाद में। ऐसे महान कार्य में लगे रहें,हिंदवी❤
Malti ji ko pranam aap ki kahani bahut achi or preernna dayak hoti h
अद्भुत व्यक्तित्व, अभिभूत!🙏🙏🙏
धन्यवाद 🙏🙏
सभी साहित्यकारों को सुनना एक अजीब सी खुशी और सुकून दे रहा है
बहुत बहुत धन्यवाद हिंदवी
Malti joshi ji meri pirya lekhika rahi hai.aaj unka interview dekh ker bahut achcha laga.Anjum ji Hindvi ke madhayam se aap ye kamhum jaise pathakoke liye bahut achcha ker rahey hein.dil se dhanywad.❤
इतना सरल और सच्चा इंटरव्यू सुनकर मन अविभूत हो गया
मेरी अत्यंत प्रिय लेखिका मालती जोशी जी को धर्मयुग में नियमित रूप से पढ़ती थी। उनकी कहानियों की मार्मिकता मेरे जीवन में अंदर तक बस ही गई है।
Shukriya Anjum .inse milwane ka❤
ऐसे महान विभूतियों को देखकर लगता है कि काश थोड़ी कृपा सरस्वती मुझ पर भी कर दे
मालती जोशी जी बचपन से मेरी प्रिय लेखिका रही है । उनकी कहानियाँ पढ़ते पढ़ते कब यौवन की दहलीज़ पार हो गई और मै नानी , दादी बन गई पर आज भी अगर उनकी कोई कहानी मिल जाए तो मैं उसे सब काम छोड़कर सबसे पहले पढती हु।मेरी सबसे पसंदीदा और दिल के क़रीब दो कहानियाँ हैं । क्षमा और पंख तौलती चिड़िया ।
Thanks for this interview
मेरा कोई दिन आपकी कहानी। सुने बिना नही बीतता ।
अंजुम जी ऐसे सुंदर साक्षात्कार के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
एक लेखिका जिन्हे मै जानती हूं पर वो आगे बढने का न्यास नही करती।पर कोई आगे बढ़कर उनसे मिले तो बहुत अच्छा साहित्य प्रकाश मे आएगा।
आपका क्या विचार है ? बताइएगा जरूर।
अंजुल जी आप बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं।
प्रसिद्ध लेखक तथा लेखिका का साक्षात्कार करना और उनके साहित्य को इतने विस्तार से पढ़ना भी होता होगा वास्तव में बहुत ही सराहनीय तथा मेहनत का कार्य है। इसे सहज ही महसूस किया जा सकता है।
मालती जी वैसे भी मुझे बहुत प्रिय है।
अंजुल जी आपसे एक अनुरोध है यदि आपको मालती जोशी जी के स्वास्थ्य की जानकारी हो तो कृपया बताने का कष्ट करें कि अब उनकी तबीयत कैसी है।
आपका आभार होगा।🌲
मालती जोशी जी के कुछ विचार उनके निज़ी है हम उनसे सहमत नहीं है और होना भी नहीं चाहिए क्योंकि वो दकियानूसी है किसी के कपड़ों से उनके विचार नहीं तय हो सकते परंतु इन विचारों के बावजूद भी उन्हें स्वयं की विचार रखने की स्वतंत्रता होनी चाहिए
कितनी भोली और आत्मीय बात की मैम ने।
सीधा, सच्चा और ईमानदार साक्षात्कार ।
प्रतीक्षा थी इस एपिसोड की।
Bharatiya parivar ki khushboo..
बहुत खूब टीम हिन्दवी और अंजुम जी
Param adernia malati Didi ko pranam aap apni see lagati hai ❤🙏
Thank you so much
Aap meri priya lekhika hai. Sadar pranam.
Very interpersonal the interviewee and the interviewer.
Very nice interview Malti ji aap ki tarif mai shabad Kam hai
Meri pasandeeda lekhika ❤️
आज फिर एक बार ये साक्षात्कार सुन रही हो नजाने कौन से भाव में बह रहा है मन,समय का पता ही नहीं चला❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
मालती जोशी हिन्दी की वैष्णवी धारा से हैं जैसे
रामदरश मिश्र।
इन को पढ़ा नहीं कभी। लेकिन यशोदा मैया का कथांश बहुत मज़ेदार था। सरकारी घर लेखक को अलाट करने प्रावधान नहीं है शायद। हमारे यहा तो नहीं है कम से कम। राजनीति तो होती है, लेकिन यह ज़िक्र साहित्यक चर्चा को छोटा कर रहा है।
राजनीति में घटिया लोगो के कारण लोकप्रिय साहित्यक लोग जो झेलते हैं,उसका उल्लेख तो बातचीत में लाजिमी है।
Sir,gopal chaturvedi ji vyangyakar hai Lucknow me nivaasrat hai,82 ki age purn kar chukein hai.please unka interview lekar unse abhibhoot karvaaieye.
मैंने मालती मैम की बहुत कहानियाँ पढी हैं
Bhaut sukhad
Anjum ❤❤❤
🙏🙏🙏🙏
👏👏👏👏
Sir ji प्रणाम उदयन बाजपेई जी को कब सुन पाएंगे हम लोग❤
जल्द ही।
सुमन जी का एक इंटरव्यू मैंने लिया था।
Malti ji ki kahani hamesha feminism reflect karta hai, bas feminism jo laukik roop se ham samazate vo nhi hota hai. Lekin kahi pr bhi unki kahani me stree Patra kamjor nhi hai. Behad sulzi lekhika hai jinka lekhan kafi sukshma hota hai,
एक सवाल देश की मौजूदा हालातों पर भी पूछ देते तो अच्छा रहता।
Aap Ko dekh kar kya feeling hoti. Usko Mai shabdon mein bayaan nahi kar sakti. Aap meri AK am ak psandeeda lekhika ho.
Kaash main aapke Ghar me Janam leti.aap meri maa hoti 👏👏👏👏👏👏
Joshi ji ke baare me pahle bhi aapne baat ki thi. Tab mai sochti hu. Bahot he respectable hai 🙏🙏🙏🙏
❤
🙏🙏
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Aap jaysa koi nahi hai maa
❤