Sangat Ep. 7 | Anamika on her Poetry, Novel, Life & Sahitya Akademi Award | Anjum Sharma | Hindwi

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  • Опубликовано: 17 дек 2024
  • हिंदी साहित्य-संस्कृति-संसार के व्यक्तित्वों के वीडियो साक्षात्कार से जुड़ी सीरीज़ 'संगत' के सातवें एपिसोड में देखिए सुपरिचित कवयित्री और कथाकार अनामिका को। इंटरव्यू के दौरान अंजुम शर्मा से बात करते हुए अनामिका ने बताया कि कविता और उपन्यास लिखते हुए वे किन बातों का ख़याल रखी हैं। अपने आलोचकों को वे जवाब क्यों नहीं देती, साहित्य अकादेमी पुरस्कार मिलने पर उन्होंने क्यों उसे संयोगशासित कहा? क्या वे बनावटी हैं? नई पीढ़ी कैसा लिख रही है? ऐसे तमाम सवालों के जवाब उन्होंने इंटरव्यू में दिए।
    Watch well-known writer Anamika in seventh episode of 'Sangat'. In this episode talking to Anjum Sharma, Anamika told about those things she has kept in her mind while writing poetry and novels. Why doesn't she answer her critics, why did she call the Sahitya Akademi award a coincidence? Are they fake? How is the new generation writing? She answered all such questions in the interview.
    अनामिका की संपूर्ण रचनाएँ : www.hindwi.org...
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Комментарии • 73

  • @riddhibhatt3328
    @riddhibhatt3328 11 месяцев назад +3

    अनामिका को पहली बार सुना,
    मन ने न जाने क्या क्या बुना,

  • @mridulagarg1075
    @mridulagarg1075 Год назад +29

    देखा। जैसा अनामिका से अपेक्षित था, वैसा ही कवितामय, और पारिवारिक स्निंग्धता से परिपूर्ण। लिख कर निस्संग हो जाने की इच्छा से संचालित‌ होना मन को ख़ूब भाया। कितना हो पाता है, कितना नहीं, हम निर्णय लेने वाले कौन?
    हम तो शुभकामना ही दे सकते हैं। रचती रहो सखी। या कि दादी !! और खुश रहो।
    मृदुला

  • @geetagairola7572
    @geetagairola7572 11 дней назад

    उत्कृष्ट इंटरव्यू. एक उम्र मे आकुल व्याकुल और एक उम्र के बाद मुस्करा देना खुद पर
    वाह अंजुम तुम तो हो ही कमाल पर अनामिका से कुछ भी पूछने की जरुरत नहीं. बातों का सतत प्रवाह दिल लुभा गया

  • @sanju10520
    @sanju10520 Год назад +4

    संगत अर्थात समय का सदुपयोग...
    संगत में बहुत से लोगों को सुना, लेकिन अनामिका जी को सुनना सबसे अलग, सबसे ख़ास लगा। आपका, उदाहरणों से बातें समझाना और बातें करने का ढंग बड़ा ही स्वाभाविक, काव्यात्मक और निराला है । जैसा कि अंजुम ने कहा - उसमें संगीतात्मकता है, सच ही कहा । आप हमेशा स्वस्थ और प्रसन्न रहें। शुभकामनाएं और प्रणाम 🙏🏻
    💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐

  • @harishsamyak2413
    @harishsamyak2413 Год назад +9

    'जीवन मे कहीं अतिरेक नही चाहिए,'बस ये वाक्य इस साक्षात्कार की उपलब्धि है ।

  • @गिरिजाकुलश्रेष्ठ

    बन्धन में मुक्ति है और स्त्री को पुरुष होने की ज़रूरत नहीं.. जैसे वाक्य अनामिका जी को सबसे अलग स्थापित करते हैं। बहुत कुछ नया और अच्छा सुनने मिला है इस साक्षात्कार से। और अंजुम जी तो हमेशा की तरह सटीक और खोजी।

  • @satyabalasingh7594
    @satyabalasingh7594 Год назад +1

    अंजुम शर्मा जी आपको बहुत बहुत शुभकामनाएं और बधाई। आपने बहुत तसल्ली से सभी का साक्षात्कार लिया। संगत सीरीज बधाई का पात्र है

  • @neeharikasinha5260
    @neeharikasinha5260 5 дней назад

    बहुत ही सुन्दर, बंधनों में मुक्ति,,

  • @pratimapreet4232
    @pratimapreet4232 Год назад +2

    आज पहली बार सुना अनामिका जी को 💐💐💐

  • @hemantdeolekar11
    @hemantdeolekar11 Год назад +5

    प्रिय कवि को देखना और सुनना रोम हर्षक रहा। कैसी रवानीदार भाषा है। जैसे कविता ही बोल रही हों। कितना गहरा बोध। कितनी आत्मीयता। प्रेम से भरपूर। बहुत प्रेरक रहा उन्हें सुनना और जानना।
    बहुत शुक्रिया अंजुम जी, हिंदवी। अनामिका जी को सादर अभिवादन और हार्दिक शुभकामनाएं

  • @drmanojkhali1376
    @drmanojkhali1376 Год назад +2

    अंजुम जी आपकी कहन शैली और साहित्यिक साक्षात्कार का अंदाज-ए-बयाँ; जीवंत और सटीक।साधुवाद।

  • @arpanjamwal2066
    @arpanjamwal2066 Год назад +1

    बहुत सुंदर और प्रेरणादायक बातें कहीं, जीवन हो या लेखन अतिरेक नहीं होना चाहिए...अनामिका मैम को सुनना सुखद रहा।

  • @shreesandeepji
    @shreesandeepji Год назад +1

    अद्भुत व्यक्तित्व है अनामिका जी का, परिचय कराने के लिए अनेकों धन्यवाद हिंदवी🙏🙏🙏

  • @azranaqvi6757
    @azranaqvi6757 Год назад +4

    She is one of my favourite personality . very good interview . enjoyed every minute of it..thanks Hindwi

  • @deekshatyagi4927
    @deekshatyagi4927 Год назад +1

    साहित्य के क्षेत्र बहुत विस्तृत, इसी क्रम में एक साहित्य शोधक अपने चित्त के विस्तार को प्रकृति के विकास के साथ नापता चला जाता हैं।अनामिका जी का हृदय इस सृष्टि के हर जीव, प्रकृति और सबसे महत्वपूर्ण मानव की प्रवृत्ति के कोने कोने तक पहुंच रहा है। हम पाठकों को, हमारे जैसे विद्यार्थियों को वो अपनी खोजी हुईं समस्त अनुभूतियों से अवगत लगातार करा रहीं हैं। आपको देखा नही पर सुना बहुत हैं, आपको सुनना ही सबसे अद्भुत और प्रिय हैं मैम 🙏

  • @deveshpandey00
    @deveshpandey00 Год назад +4

    एक कलाकार कितना कुछ ग्रहण करता है, समूची प्रकति के, संबंधों के, परिस्थितियों के एवं दु:ख-सुख के कोने-कोने की अनुभूति कर लेता है। इतनी सहजता से प्रश्नों के उत्तर देती हुईं अनामिका जी की आंखें और उनकी गहराई बताती है कि कलाकार कुछ भावों को भर लेता गहराई में, कुछ उलीच लेता है। जो भरा है वह उलीचे हुए से अधिक महत्वपूर्ण है, रहस्यपूर्ण है।
    उसे बिरले ही समझ सकते हैं।

  • @manojghildiyal6854
    @manojghildiyal6854 Год назад +1

    बहुत ही सुन्दर
    सहज एवं सारगर्भित साक्षात्कार।

  • @Tathastuतथास्तु
    @Tathastuतथास्तु Год назад +2

    बहुत सुंदर. सादर आभार आदरणीय अनामिका जी और विशेष आभार श्री अंजुम जी 🙏💐

  • @vimalkumarprabhakar4662
    @vimalkumarprabhakar4662 3 месяца назад

    अनामिका जी को सुनकर अच्छा लगा। अंजुम जी जब आप कहते हैं मैं उसपर बाद में आऊँगा, रोक देते हैं वह मुझे ठीक नही लगता।

  • @shaziyaahmad8012
    @shaziyaahmad8012 Год назад +1

    अनामिका जी जैसे कविता ही सुना रही हैं । "जीवन में कहीं अतिरेक नहीं चाहिये,स्त्री को पुरुष नहीं, पुरुष को स्त्री जैसा होने की ज़रूरत," समृद्ध करता इंटरव्यू ।

  • @kusumsimein2095
    @kusumsimein2095 Год назад +1

    सहज और सरल व्यक्तित्व का खूबसूरत साक्षात्कार ।

  • @subhashsharma7409
    @subhashsharma7409 Год назад

    कवियत्री के बचपन का स्मरण बिल्कुल कवितामय है। विख्यात काव्य सृजन की यात्रा विलक्षण है। सामाजिक चेतना, व्यक्ति के मन मष्तिष्क का गहन अध्ययन और नारी अस्मिता और मुक्ति का सम्यक चिंतन इनके समग्र साहित्य के विविध विधाओं में अभिव्यक्त हुआ है। इसमें भारतीय परिवेश में नारी विमर्श का एक अलग अंदाज दिखाई देता है।

  • @anahitahindiclasses8709
    @anahitahindiclasses8709 Месяц назад

    चरण स्पर्श मां ❤❤

  • @drgarima1
    @drgarima1 Год назад +1

    बहुत अच्छा साक्षात्कार बधाई अंजुम जी और अनामिका जी

  • @anuradhamohrir3953
    @anuradhamohrir3953 Год назад

    आनामिका जी को सुनना था बस,,,,, जो उन्होंने कहा नही anamikaji के आँखों से सब कुछ सुन लिया,, समझ लिया❤❤❤❤🙏

  • @anuradhamohrir3953
    @anuradhamohrir3953 Год назад

    बहुत शुक्रिया अंजुम शर्मा जी 🌹🌹

  • @abhiramjaisheel9937
    @abhiramjaisheel9937 8 дней назад

    Thanks Anjum

  • @kdubey2060
    @kdubey2060 11 месяцев назад

    अंजुम भाई आप बहुत ही अच्छा साक्षात्कार लेते हो कमाल 🙏

  • @hemathakur0269
    @hemathakur0269 7 месяцев назад

    ना जाने क्या है इनकी बातों मे मै तीसरी बार ये इंटरव्यू देख चुकी हूं 🤭🥰❤❤🎶🙏

  • @dr.chaitalisinha6352
    @dr.chaitalisinha6352 Год назад +2

    जीवन की सीख मिलती है आपको सुनकर मैम। आपमें बनावटीपन नहीं है, जो भी है बहुत खाटी है, शुद्ध है। सारगर्भित चर्चा। प्रणाम मैम।🙏

  • @shubhschiesser6951
    @shubhschiesser6951 Год назад

    Anamika ji you are my favorite poet and novelist. The way you talk so slowly, measured words, With the time your expansion on human behavior is truth. You are open minded, don’t shy to criticize sweetly, and very frankly share whatever you have experienced in your life and around you, makes you a very natural person!

  • @manishakulshreshtha1991
    @manishakulshreshtha1991 Год назад

    अनामिका जी की सहजता को सच में लोग निकट जाकर जान पाते हैं। वे सच में स्नेहिल हैं।

  • @veenakumari2865
    @veenakumari2865 Год назад +1

    बहुत -बहुत आभार हिंदवी 😊🙏🏼💐
    अनामिका मैंम को सुनना बहुत सुखद लगा ।

  • @shinys575
    @shinys575 7 месяцев назад

    ❤अनामिका जी...संगत का एपिसोड..."एक लंबी कविता"❤

  • @stripathi637
    @stripathi637 Год назад +1

    ये तो काव्य है जैसे कविता पाठ हो,लहर जो बह निकली हो,ये साक्षात्कार नहीं एक लय है

  • @devendrapareek3206
    @devendrapareek3206 Год назад +1

    ओह वाह आदरणीया हमें हमारे बचपन में ले चली....वाह अंजुम जी धन्यवाद।

  • @JaleshMakad
    @JaleshMakad Год назад

    आपको सुनकर बहुत अच्छा लगा

  • @manishaaryasoni
    @manishaaryasoni Год назад +2

    मैं अनामिका जी के काव्य संग्रह टोकरी मे दिगंत का राजस्थानी मे अनुवाद कर रही हूं । इस कविता संग्रह को पढ़ना यानी शब्द संसृति के परोक्ष से निकल कर आ रहे किसी पांचवे वेद के पदचाप को सुनना है। अभिभूत हूं । निशब्द हूं।

    • @neeharikasinha5260
      @neeharikasinha5260 5 дней назад

      बहुत ही सुन्दर कार्य, चेतना के धरातल पर विष्लेषण, व्यवहार, ऊंचाई और सार्थक प्रयास अत्यावश्यक है 💕🌹

  • @lakshmipriyasworld14
    @lakshmipriyasworld14 11 месяцев назад

    बहुत सुंदर

  • @JG-lx8se
    @JG-lx8se Год назад

    कितना आनंद ! आहा!! ❤❤🙏

  • @gopalsoni6760
    @gopalsoni6760 Год назад +2

    एकबार फ़िर हिन्दवी समूह को हृदयसिक्त धन्यवाद 😊❤️
    शानदार बातचीत 😊
    अनामिका जी को सुनना मेरे समय का बड़ा सुख है 😊😊❤️❤️

  • @Hindishodharthianshu12
    @Hindishodharthianshu12 Год назад +2

    बहुत बहुत शुक्रिया ❤️ हिंदवी 🙏💐
    विशेषतः अंजुम सर 🙏
    हमें इतने महान विद्वानों को सुनवाने के लिए 🙏😊

  • @shyamgopalgupta3589
    @shyamgopalgupta3589 Год назад +1

    अच्छी प्रस्तुति

  • @vedsharma5304
    @vedsharma5304 11 месяцев назад

    👍👍

  • @aagaazbyrashmileher2194
    @aagaazbyrashmileher2194 Год назад

    संगत! सार्थक..

  • @JYOTIKUMARI-sd6hj
    @JYOTIKUMARI-sd6hj Год назад

    बहुत शानदार भैया 🤗 आपके जरिये लेखकों को करीब से जानने का मौका मिलता है ।

  • @bharatshaw7734
    @bharatshaw7734 Год назад +1

    ❤️❤️.... बेहतरीन

  • @MadhavYadav199
    @MadhavYadav199 Год назад

    बहुत बहुत शुक्रिया!🥰

  • @priyanka4601
    @priyanka4601 Год назад

    Jaipur literature festival me inse milne ka moka mila
    Esa lga jese jadu hua
    Itni humble itni achhi h ye

  • @atulkumarsingh7215
    @atulkumarsingh7215 Год назад

    बहुत खूब...✍️🙏🙇

  • @vinodshankarjha3059
    @vinodshankarjha3059 2 месяца назад

    Kisi ko kisi dusare ke saman nahi hona chahiye. Naari aur Purush apni apni jimmedari samjhen. Yahi jaruri hai.

  • @Srvworld16
    @Srvworld16 10 месяцев назад

    Bhaiyya ji , aapka abhar , aapne hindi bhasa ka ek vaicharik platform banaya , like jasne rehta 🙏🙏🙏🙏🙏

  • @Swatantra-i1j
    @Swatantra-i1j 11 месяцев назад

    "स्त्री को पुरुष जैसे होने की ज़रूरत नहीं पुरुष को स्त्री जैसा होने की ज़रूरत हैं।" गहरी बात, दोनों के समझने की बात।

  • @anuradhamohrir3953
    @anuradhamohrir3953 Год назад

  • @chandrabhanyadav8647
    @chandrabhanyadav8647 Год назад

    अंजुम सर वेरी गुड, सर विश्वनाथ त्रिपाठी को उनकी आत्म कथा तथा लोकजीवन, या लोकपरक interview करा दो सर

  • @MaheshKumar-ex3kc
    @MaheshKumar-ex3kc Год назад

    अनामिका मैम की ऑंखें कितनी बोलती हैं! उनके बातचीत में कितनी आत्मीयता है।

  • @premkrshaw920
    @premkrshaw920 Год назад

    ❤❤❤❤❤

  • @jawedjahadpoetry1267
    @jawedjahadpoetry1267 Год назад

    बहुत शानदार 💐

  • @withdr.shammi5532
    @withdr.shammi5532 Год назад +1

    दार्शनिक लफ्जो में स्त्री मन और उसके काव्यात्मक अनुराग को महसूस कराने वाला साक्षात्कार।

  • @aagaazbyrashmileher2194
    @aagaazbyrashmileher2194 Год назад

    हर आत्मा में..

  • @dr.shahid1966
    @dr.shahid1966 5 месяцев назад

    دکھ تو ہوتا ہے دیکھ کر اُن کو
    ظلم کیوں ہے یاں ناریوں پہ روا
    جانے کب سے تلاش کرتی ہیں
    جستجو میں وہ گوتموں کی ہیں
    کیسے کہہ دوں کہ میں ہراساں ہوں
    ڈر ہے میں توڑ دوں نہ دل اُن کا
    کیسے کہہ دوں کہ جستجو بیکار
    کیسے کہہ دوں کہ اس جہان میں اب
    جنس گوتم کی ہو گئی معدوم
    ڈاکٹر شاہدؔ محمود

  • @chandanyadav177
    @chandanyadav177 Год назад

    i can add captions in hinglish.

  • @happydose456
    @happydose456 Год назад

    मैम को सुनना था बस

    • @devendrapareek3206
      @devendrapareek3206 Год назад

      इनको सुनना ही कविता है।

  • @premchandbansal2759
    @premchandbansal2759 Год назад

    आपका मतलब है कि पुरुषों को स्त्रैण होना चाहिए ?

  • @PhiloUniverse95
    @PhiloUniverse95 Год назад

    उनकी आंख नहीं बदली...गहरी बात।