दीवाने का नाम जो पूछा, वो केलकर जी ने गाया, सुरों में बसी मोहब्बत, हर दिल को लुभाया। अठहत्तर के पार उम्र, पर जज्बा वही जवां, रफ़ी की यादों को, दिल से फिर जगाया। संगीत के ये सागर, वो रफ़ी की लहरें, केलकर जी की आवाज़ में, अमर हुई कहानियां। शंकर-जयकिशन के सुर, और शैलेंद्र के बोल, फिर से गूंजे पेरिस की, उन रंगीन गलियों में। शम्मी का वो जोश, शर्मीला का रूप, केलकर जी ने गाया, हर सुर में थी धूप। दिलों में छिड़ी धुन, हर आंख में नमी, रफ़ी के सुरों की, फिर महकी ज़मीं। रफ़ी के जन्म-शती पर, ये तोहफा अनमोल, केलकर जी ने दिखाया, संगीत का ही जादू। सुर और ताल के, हर रंग में बंधे, रफ़ी की विरासत को, दिलों में रच दिया।
Bahut hi sundar prastuti Sir…..👏👏👏👏👏👏
काका, खूप सुंदर 🌹
What a rendition! Lovely! What a song to pay tribute to the Great Rafi 🎉❤खूप छान!
दीवाने का नाम जो पूछा, वो केलकर जी ने गाया,
सुरों में बसी मोहब्बत, हर दिल को लुभाया।
अठहत्तर के पार उम्र, पर जज्बा वही जवां,
रफ़ी की यादों को, दिल से फिर जगाया।
संगीत के ये सागर, वो रफ़ी की लहरें,
केलकर जी की आवाज़ में, अमर हुई कहानियां।
शंकर-जयकिशन के सुर, और शैलेंद्र के बोल,
फिर से गूंजे पेरिस की, उन रंगीन गलियों में।
शम्मी का वो जोश, शर्मीला का रूप,
केलकर जी ने गाया, हर सुर में थी धूप।
दिलों में छिड़ी धुन, हर आंख में नमी,
रफ़ी के सुरों की, फिर महकी ज़मीं।
रफ़ी के जन्म-शती पर, ये तोहफा अनमोल,
केलकर जी ने दिखाया, संगीत का ही जादू।
सुर और ताल के, हर रंग में बंधे,
रफ़ी की विरासत को, दिलों में रच दिया।
Amazing…
lovely singing - doc
Yes great tribute,lovely rendition Dr
Very..nice singing sir
Many thanks