माटी कुदम करेंदी यार || आचार्य प्रशांत, बाबा बुल्लेशाह पर (2023)
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- Опубликовано: 9 июл 2024
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वीडियो जानकारी: 28.05.23, संत सरिता, ग्रेटर नॉएडा
प्रसंग:
माटी कुदम करेंदी यार वाह वाह माटी दी गुलज़ार ।
माटी घोड़ा, माटी जोड़ा, माटी दा असवार ।
माटी माटी नूं दौड़ावे, माटी दा खड़कार ।
माटी माटी नूं मारन लग्गी, माटी दे हथियार।
जिस माटी पर बहुती माटी, सो माटी हंकार।
माटी बाग बगीचा माटी, माटी दी गुलज़ार ।
माटी माटी नूं वेखण आई, माटी दी ए बहार।
हस्स खेड फिर माटी होवे, सौंदी पाउं पसार ।
बुल्हा एह बुझारत बुज्झें, तां लाह सिरों भुई मार
~बाबा बुल्लेशाह
अनुवाद
माटी उछल-कूद रही है। इस माटी की रौनक भी क्या खूब है।
माटी का घोड़ा है, उस पर माटी का जोड़ा है, और माटी पर ही सवार है। माटी को माटी ही दौड़ा रही है। माटी का ही कोड़ा है और उसकी चटाख आवाज़ भी माटी की है। माटी माटी को पीट रही है। उसके हथियार भी माटी के ही हैं।
जिस माटी के पास कुछ अधिक ही माटी है, उसे व्यर्थ का अहंकार हो जाता है। यह बाग-बगीचा भी माटी का है; फूलों की क्यारी भी माटी की है। माटी ही माटी को देखने आयी है, यह सारी रौनक़ माटी की ही है।
संसार के भौतिक आनन्द लूटकर (मनुष्य) पुनः माटी हो जाता है। और पांव पसारकर मृत्यु की गोद में सो जाता है।
बुल्लेशाह कहते हैं कि इस पहेली को समझना चाहते हो, तो सारा बोझ सिर से उतारकर धरती पर पटक दो।
अनुवादक - डॉ हरभजन सिंह
~ प्रकृति का उत्सव कब संभव होता है?
~ प्रकृति का साक्षी कैसे बनें?
~ पुरुष का आनंद किस में है?
~ निर्लिप्त दर्शन कैसे करें प्रकृति का?
~ सारे रिश्ते किसके किस से हैं?
संगीत: मिलिंद दाते
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जिसको यह देखने को मिल रहा है वो दुर्लभ है ,व्यक्ति को मुक्ति का मार्ग बताने वाला मिल जाए तो अनंत सौभाग्य की बात है
||- अपनी धारणाओं को हटाने को जानना कहते हैं ।
- पुनर्जन्म माने अपनी देह पर बार बार भरोसा करना ।
- कृष्ण हो जाना, माने अहंकार का ना होना।||
-आचार्य प्रशांत, गीता सत्र पर, ०३ फरवरी
आनंद प्रकृति को भोगने में नहीं प्रकृति से निर्लिप्त रहने में है।
कबीर गर्ब न कीजिये, चाम लपेटी हाड़।
हयबर ऊपर छत्रवट, तो भी देवैं गाड़।।
~ संत कबीर साहेब जी ❤❤
धन्यवाद गुरूदेव धन्यवाद।
आंनद ही पूण्य है, दुःख ही पाप, suffering is seen
मोहे जिते जि मरण का चाव - अहम कि मृत्यु हि जिते जि मरना है ।
वाह ऐसा वक्तव्य सुन कर मेरा पूरा हृदय गदगद हो गया आप धन्य है गुरुदेव 🙏
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BAHUT ACHHA HAI
प्रणाम आचार्य जी।
প্রনাম গুরু জি
Acharya ji
Pranam guruvar!
🙏🙏🙏🙏🙏🙏💕💕💕💕🇳🇵
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Sahi Kaha sar aapane janm dukhi log aise hi hote hai
❤ ❤ ❤
Truly grateful Acharya,thank you for everything. 🙏
Thanks
Friends, request the viewers of other youtube channels in the coments to watch the videos of Acharya.
🌟
❤
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🙏🙏
Itna kathin gyan sahaj saral swabhaw wale jaan sakte h
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
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मैं जानवर को रोते हुए देखा hu आचार्य जी
❤