बुढ़ऊ का बियाहु (रमई काका) पार्ट-1 | रमई काका की कविता | Praveen Pandey

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  • Опубликовано: 28 ноя 2024

Комментарии • 24

  • @SarojSingh-mc9oo
    @SarojSingh-mc9oo 2 года назад +4

    आपकी इसी कविता की किताब थी जो मेरे पिताजी पढ़ते थे आज मैंने आपकी कविता सुनी तो बहुत अच्छी लगी बचपन की याद आ गई बहुत-बहुत धन्यवाद। 🙏

  • @moviedhamaka51
    @moviedhamaka51 Год назад +3

    बहुत खूब

  • @shardendutripathi672
    @shardendutripathi672 Год назад +2

    बहुत सुंदर

  • @Umeshsingh-hw4yz
    @Umeshsingh-hw4yz 3 года назад +3

    Wah pandey ji

    • @praveenpandey203
      @praveenpandey203  3 года назад

      आत्मिक आभार बंधुवर

  • @p.d.tiwari8058
    @p.d.tiwari8058 3 года назад +3

    वाह बहुत सुंदर

  • @EpicLifeSRA
    @EpicLifeSRA Год назад +4

    क्या आप जानना चाहते है रमई काका ( स्वर्गीय चन्द्र भूषण त्रिवेदी जी) के बेटे और उनके परिवार के बारे मैं?
    अगर हां? तो देखिए Hindi podcast Dr Arun Trivedi Ji
    Kya app Janna chahate hai Ramai Kaka( Late Shri Chandra Bhushan Trivedi ji) ke family aur unke Bete ke baare mai ?
    Agar hain?
    Tho dekhiye Dr. Arun Trivedi Ji Podcast

  • @BeGyani
    @BeGyani 3 года назад +5

    उम्दा 👌

  • @nihalsinghshayari7458
    @nihalsinghshayari7458 Год назад +1

    Nice👍👍

  • @dheerajtrivedi2497
    @dheerajtrivedi2497 2 месяца назад +1

    Bahut sundar

  • @anveetrivedi
    @anveetrivedi 2 года назад +2

    Nice

  • @RaginiChander-qm2gt
    @RaginiChander-qm2gt 5 месяцев назад +1

    👏👏👏👏👏👏👏👏Arre kabse khoj rahi thi. Bahut shukriya 🙏

    • @praveenpandey203
      @praveenpandey203  5 месяцев назад

      सादर धन्यवाद आदरणीया

  • @anujkumaranujkumar4860
    @anujkumaranujkumar4860 3 месяца назад +1

    ब चे बहुत ❤❤❤हरं

  • @arunparihar7369
    @arunparihar7369 8 месяцев назад +1

    🎉🎉🎉

  • @kuldipkumar7116
    @kuldipkumar7116 6 месяцев назад +1

    Aapke padhne ka Andaaz bahut Achcha hai

    • @praveenpandey203
      @praveenpandey203  6 месяцев назад

      सादर आभार आदरणीय

  • @SureshTrivedi-qy1co
    @SureshTrivedi-qy1co 9 месяцев назад +1

    श्री चंद्र भूषण त्रिवेदी उर्फ रम ई काका की बौछार पुहार गुलछर्रा बहुत पुस्तकें हमारे पास थीं उनकी कई कविताएँ अपनी कथा आयोजनों में हम संगीत बद्ध सुनाते थे बहुत बडे़ अवधी के विद्वान कवि थे ऐसे रत्न अब नहीं हो सकते उनका अंत समय सुना है कि दुखद रहा😢🦢 विनम्र श्रद्धांजलि 🙏🙏

    • @praveenpandey203
      @praveenpandey203  9 месяцев назад

      मुझे भी अवधी में बहुत रुचि है। बौछार पुस्तक अभी तक मेरे पास सुरक्षित है।

    • @SureshTrivedi-qy1co
      @SureshTrivedi-qy1co 9 месяцев назад +1

      @@praveenpandey203 पांडे जी धन्यवाद बौछार बहुत दिनों तक मेलों में पुस्तकों की दुकानों पर मिलती रही अब पता नहीं लेकिन फुहार कभी नज़र नहीं आई जिसमें जाड़े की कविता थी कुछ ग्रामयाचकी पंडितों के पास देखी और उसे प्राप्त करने का निवेदन किया यद्यपि बाद में उन्होंने बताया कि वो नष्ट हो चुकी है लेकिन हमें नहीं दिया था वर्ना आज भी सुरक्षित रहती हमारे पिता जी भिनसार लाए थे वो भी एक रिश्तेदार ने ज़प्त कर दिया था लेकिन सबसे लोकप्रिय बुढ़ऊ का ब्याह कविता थी जो हम तीनों भाइयों को याद है लेकिन उनकी कविताओं का लोप होना काव्य प्रेमियों को सदैव खटकता रहेगा🦢 🙏 आपको प्रणाम🙏

    • @praveenpandey203
      @praveenpandey203  9 месяцев назад

      @@SureshTrivedi-qy1co सादर अभिवादन आदरणीय, वैसे अवधी भाषा का ही लोप हो रहा है।मेरा एक प्रयास है कि इसको पुनर्जीवित किया जाय। मैंने भी अवधी में कई रचनाएं लिखी हैं और आगे भी यह प्रयास जारी रहेगा।

  • @meenakshinigam7784
    @meenakshinigam7784 Год назад +1

    Merey pass b bauchhar book thi kahi kho gayi 😢

    • @vishalmishra1104
      @vishalmishra1104 3 месяца назад

      मेरे पास भी थी
      बौछार और फुहार
      9 की लकड़ी 90 खर्च
      मैं kahueu वाह re तोंद वाह
      छेछलद्यार वाली