66. शिष किरपिन गुरु स्वारथी, किले योग यह आए - कबीर दास जी के प्रसिद्द दोहे हिंदी अर्थ सहित(Kabir Ji)

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  • Опубликовано: 8 сен 2024
  • शिष किरपिन गुरु स्वारथी, किले योग यह आए |
    कीच-कीच के दाग को, कैसे सके छुड़ाय ||
    गुरु स्वार्थी हो और शिष्य कृपण तो सुधार की कोई संभावना नहीं
    कीछड़ से कीछड़ का दाग कैसे छूट सकता है
    If a Guru is selfish and pupil miserly there will be no progress
    A stain can't remove a stain
    66. शिष किरपिन गुरु स्वारथी, किले योग यह आए - कबीर दास जी के प्रसिद्द दोहे हिंदी अर्थ सहित (Kabir Ji)
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